दुमका : अब एक्वा जॉय धारा 'अनसेफ', बिक्री पर लगी रोक, कंपनी ने कहा - तकनीकी एक्सपर्ट की मदद से कर लिया गया है सुधार

दुमका : बोतल बंद पानी का कारोबार बाजार में किस कदर हावी होता जा रहा है यह उसकी बाजार और खपत से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। बूंद बूंद से पैसा कमाने में लगी देशी से विदेशी कंपनियां लोगों को अपने प्रॉडक्ट पर विश्वास जमाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ती लेकिन क्या सभी बोतल बंद पानी इंसान के लिए सुरक्षित है। 

दुमका में हाल ही में स्थानीय स्तर पर एक बोतल बंद कंपनी काइट्स एक्वा पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर के सैंपल को जांच के लिए कोलकाता के राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला भेजा गया था। जांच के बाद काइट्स एक्वा को अनसेफ माना गया और फिर उसकी बिक्री पर रोक लगा दी गयी लेकिन बाद में काइट्स एक्वा ने अपने प्लांट में जरूरी सुधार की फिर उसकी बिक्री पर लगी रोक को हटा लिया गया।

 अब ताजा मामला एक्वा जॉय धारा पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर से जुड़ा है जिसकी जांच के बाद अगले आदेश तक उसके किसी तरह की बिक्री पर रोक लगा दी गयी है। अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार ने मेसर्स हरि लक्ष्मी इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर मंटू कुमार लाहा को एक पत्र लिखकर एक्वा जॉय धारा के बिक्री पर लगायी गयी रोक की जानकारी दी। 

जानकारी के मुताबिक एक्वा जॉय धारा का प्लांट जरमुंडी में है। बीते 15 अप्रैल को खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अमित कुमार ने एक्वा जॉय धारा का सैम्पल लेकर जांच के लिए कोलकाता के राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला भेजा था। 

जांच में एक्वा जॉय धारा को अनसेफ कैटेगरी में माना गया जो अस्वास्थ्यकर, हानिकारक और स्वास्थ्य के प्रतिकूल माना गया। एसडीओ ने एक्वा जॉय धारा के सारे पानी को 48 घंटे के अंदर बाजार एवं उपभोक्ताओं से वापस करने का आदेश दिया है। 

इधर मेसर्स हरि लक्ष्मी इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर मंटू कुमार लाहा ने कहा कि प्लांट में आवश्यक सुधार कर लिया गया है और पत्र के माध्यम से इसकी जानकारी भी अनुमंडल पदाधिकारी को दे दी गयी है। मंटू लाहा ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद तकनीकी विशेषज्ञों को प्लांट बुलाया गया था। 

प्लांट के कर्मियों को भी साफ सफाई के प्रति एहतियात बरतने का निर्देश दिया गया है ताकि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं हो। कहा कि प्लांट में जरूरी सुधार के बाद कंपनी की ओर से दुबारा जांच के लिए सैम्पल भेजा गया है। 

अब अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश का इंतजार किया जा रहा है। बिक्री चालू करने का आदेश मिलते ही एक्वा जॉय धारा को पुनः बाजार में उतारा जाएगा।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

(Exclusive) दुमका : आखिर कैसे सुर्खियों में आया हँसडीहा का सिंह बिहार होटल! 'गठजोड़' की यह खबर आपको पढ़नी चाहिए


दुमका : हँसडीहा का सिंह बिहार लाइन होटल। काफी आलीशान और भव्य तो नहीं लेकिन एक सामान्य से दिखने वाले होटल से पुलिस, होटल संचालक व मालिक और तथाकथित माफिया के गठजोड़ से चलनेवाले वाहनों से अवैध वसूली के गोरखधंधे का जब प्रथम दृष्टया खुलासा हुआ तो वो काफी चौकानेवाला निकला। सारा 'डील' होटल के छत के नीचे या फोन से होता था। 

हालांकि अब यह जांच का विषय है कि वाहनों से अवैध वसूली के गोरखधंधे के लिए सिंह बिहार होटल कितने दिनों से शरणस्थली बना था, पूरे डील में होटल मालिक की क्या भूमिका थी और कौन कौन लोग इसमें संलिप्त थे और बड़ा सवाल यह भी कि किसके संरक्षण में यह गोरखधंधा चला रहा था। जिस जमीन पर होटल चल रहा है उस जमीन के रैयत वासुदेव हेम्ब्रम है और होटल संचालक और रैयत के बीच साल 2021 में एक एकरारनामा हुआ था। फिलहाल दुमका के पुलिस अधीक्षक अम्बर लकड़ा ने हँसडीहा थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह को लाइन हाजिर और गश्ती दल में शामिल सहायक अवर निरीक्षक प्रभात रंजन को निलंबित कर दिया है। वहीं होटल संचालक सुंदरम कुमार सिंह उर्फ हीरा सिंह हिरासत में है जबकि उसके बिजनेस पार्टनर श्याम कुमार मंडल की तलाश है।

 गौरतलब है कि जितेंद्र कुमार सिंह करीब दो सालों तक जामा में थाना प्रभारी के रूप में रह चुके है। बिहार के एक ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज सिंह के इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो के बाद जब खलबली मची और पुलिस महकमे में चर्चा का बाजार गर्म होने के बाद खबरें मीडिया में आई तो हलचल बढ़ गयी। प्रशासन रेस हो गया और मामले की जांच भी शुरू हो गयी। पंकज सिंह ने अपने वीडियो में कई आरोप लगाया है। 

उन आरोपों में जितेंद्र कुमार सिंह के जामा थाना प्रभारी के रूप में रहते हुए कामकाज पर सवाल उठाया गया है पर इन तमाम आरोपों के बीच यह भी एक बड़ा सवाल है कि जामा में थाना प्रभारी के रुप मे रहते हुए जितेंद्र सिंह के कार्यकाल के दौरान ट्रक एसोसिएशन ने कभी सवाल नहीं उठाया तो क्या उस वक्त सबकुछ ठीक ठाक चल रहा था या फिर सबकुछ 'मैनेज्ड' था!  

बहरहाल, ट्रक एसोसिएशन बिहार के अध्यक्ष पंकज कुमार सिंह द्वारा ट्रक चालक से हँसडीहा थाना द्वारा 40 हजार रुपये लेने के लगाए गए आरोप के बाद रविवार को उपायुक्त के आदेश के बाद अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार के नेतृत्व में जिला प्रशासन की एक टीम हँसडीहा स्थित सिंह बिहार होटल में जाँच के लिए पहुँची। इस दौरान टीम ने होटल से कई साक्ष्य इकट्टे कर अपने साथ ले गई। एसडीएम ने पैसे के लेनदेन के मामले में होटल संचालक सुंदरम सिंह, इंडियन ऑइल पम्प संचालक नीलेश कुमार और निमाई मंडल से पूछताछ की। 

पूछताछ के दौरान होटल संचालक, पैट्रोल पम्प संचालक और एक व्यवसायी ने पैसे की लेनदेन की सारी बातों को टीम के सामने रखा। एसडीएम ने मौक़े से जिस ट्रक के चालक से पैसे ली गई थी उसके मालिक से फोन करवा कर सच्चाई जानने का प्रयास किया। ज्ञात हो कि एक दिन पूर्व ही ट्रक एसोसिएशन बिहार के अध्यक्ष ने एक ट्रक चालक से हँसडीहा पुलिस के द्वारा अवैध रूप से चालीस हजार रुपये लेने का आरोप लगाया था और आरोप से सम्बंधित कई साक्ष्य भी उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर उपलब्ध कराया था। रविवार को एसडीएम के नेतृत्व में इन्हीं सब की जाँच के लिए टीम पहुँची थी। 

इसी दौरान छापेमारी टीम में उत्पाद विभाग की टीम ने होटल से बियर के 18, केन के 12, फूल के 2, क्वाटर के 8, और करीब 5 लीटर देशी शराब बरामद किया। वहीं होटल संचालक सुंदरम सिंह को हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई। छापेमारी दल में उत्पाद विभाग के उत्पाद अधीक्षक पीएन भगत, एसआई सुमितेश कुमार, शिव सागर महतो, विकर कुमार शामिल थे। जिला खाद्य पदाधिकरी अमित कुमार ने होटल के खाद्य सामग्रियों की भी जांच की और कुछ सैम्पल जांच के लिए ले गए। 

अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार ने कहा कि इंटरनेट मीडिया पर ऑडियो वीडियो वायरल हुआ था जिसमें अवैध तरीके से राशि की उगाही की बात सामने आई थी। जिसमें हंसडीहा थाना प्रभारी का नाम सामने आया था। उसी के आलोक में सिंह बिहार होटल में छापेमारी की गई। सभी बिंदुओं पर जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान कई साक्ष्य मिले है। वरीय अधिकारी को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। 

एसडीओ श्री कुमार के नेतृत्व में जांच टीम में जिला खनन पदाधिकारी कृष्णचंद्र किस्कू, जरमुंडी सीओ राजकुमार प्रसाद, जरमुंडी बीडीओ फुलेश्वर मुर्मू, बीडीओ सरैयाहाट दयानंद जायसवाल, उत्पाद अधीक्षक पी एन भगत मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

ब्रेकिंग :वाहनों से अवैध वसूली मामले में हँसडीहा थाना प्रभारी लाइन हाजिर


दुमका : वाहनों से अवैध वसूली मामले में हँसडीहा थाना प्रभारी लाइन हाजिर, एक एएसआई सस्पेंड, एसपी ने की पुष्टि

ब्रेकिंग:दुमका के 18 मजदूर ओड़िशा में हुए रेल हादसे के शिकार, घायल मजदूरों से प्रशासन ने किया सम्पर्क

दुमका : दुमका के 18 मजदूर ओड़िशा में हुए रेल हादसे के शिकार, घायल मजदूरों से प्रशासन ने किया सम्पर्क, पीड़ित परिवार से एसडीओ के नेतृत्व में मिली टीम, कहा- शेष लापता मजदूरों से सम्पर्क साधने का लगातार हो रहा प्रयास.

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ब्रेकिंग: हँसडीहा के सिंह बिहार होटल में छापेमारी

दुमका : हँसडीहा के सिंह बिहार होटल में छापेमारी, एसडीओ के नेतृत्व में की गई छापेमारी, वाहनों से अवैध वसूली मामले की जांच के लिए पहुँची थी टीम

दुमका : हँसडीहा थाना पर लगा वाहन से अवैध वसूली का आरोप, इंटरनेट मीडिया पर ऑडियो प्रसारित, एसपी ने की जांच की बात

दुमका : दुमका के हँसडीहा थाना पर वाहनों से अवैध वसूली का आरोप लगा है। यह आरोप बिहार के एक ट्रक एसोसिएशन ने लगाया है। ट्रक एसोसिएशन द्वारा हँसडीहा थाना पर एक जब्त ट्रक को छोड़ने के एवज में 40 हजार रूपये लेने का आरोप इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने के बाद पुलिस महकमे में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है। 

मामले में हँसडीहा थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है तो वहीं पुलिस अधीक्षक अम्बर लकड़ा ने मामले की जांच की बात कही है। 

दरअसल बिहार के एक ट्रक एसोसिएशन के पंकज कुमार सिंह ने थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह से बात का एक आडियो वायरल किया है। इसमें पंकज कहते हैं कि हंसडीहा के सिंह बिहार होटल पर हीरा सिंह ने बीते गुरुवार की रात एक बजे ट्रक पकड़कर होटल में लगा लिया। 

वाहन छोड़ने के एवज में 40 हजार रुपया लिया गया है। पंकज सिंह ने फोन पे पर भेजे गए 40 हजार का स्क्रीनशॉट भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया है और कहा है कि पूरे मामले का साक्ष्य भी उपलब्ध है। थाना प्रभारी ने शिकायत कर्ता से कहा कि आप गाड़ी का नंबर भेज दीजिए, देख लेते हैं। इस पर पंकज कहता है कि गाड़ी को पकड़कर होटल में लगा दिया गया है। शुक्रवार को दोपहर 11 बजे 40 हजार रुपया लेने के बाद ही वाहन छोड़ दिया गया। पंकज सिंह इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित ऑडियो में थाना प्रभारी को यह भी कहते है कि साक्ष्य आपको भेज दें या फिर वरीय पदाधिकारी को भेज दें। अगर यही पर मामला खत्म करना है तो कर दीजिए। अब आपको तय करना है कि आपकी नौकरी है और क्या करना है। 

मेरे पास ऐसे सबूत है कि अगर दिखा दिया तो आग लग जाएगी। पंकज सिंह ने प्रसारित ऑडियो में कहा कि जामा में भी उससे 30 हजार रुपया लिया गया था। आपको आधा घंटा का समय देते हैं, अगर पैसा वापस नहीं हुआ तो बात आगे चली जाएगी। हीरा सिंह सब कुछ बता देगा। करीब आधा घंटा के बाद पंकज कहते हैं कि थानेदार ने गाड़ी मालिक को 40 हजार रुपया वापस कर दिया। इधर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह का कहना है कि वाहन के संबंध में किसी पंकज से बात जरूर हुई। पंकज ईंट का कारोबार करता है। आरोप लगाया है कि उसके खाली ट्रक को एक होटल के समीप पकड़ा गया। छोड़ने के एवज में पैसा लिया गया है। उसके सारे आरोप बेबुनियाद है। बदनाम करने के लिए इस तरह का आडियो जारी किया गया है। मामले की जांच की जाएगी।

वही पुलिस अधीक्षक अम्बर लकड़ा ने कहा कि पैसा लेकर ट्रक छोड़ने का एक आडियो मिला है। जरमुंडी एसडीपीओ से पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई होगी।

गौरतलब है कि हाल ही में वाहनों से अवैध वसूली से संबंधित एक ऑडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ था जिसमे विश्वविद्यालय ओपी के प्रभारी अमन आकृष्ट पर आरोप लगे थे। बाद में उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने अमन आकृष्ट पर कार्रवाई की थी।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : रामवृक्ष की जिंदगी में आया नया सवेरा, डॉ0 राजेश ने निशुल्क इलाज कर दी नई जिंदगी


दुमका : धरती में डॉक्टरों को भगवान का दूसरा रूप भी कहा गया है। ईश्वर के बाद अगर किसी व्यक्ति को जिंदगी देता है तो वह डॉक्टर ही है।

मरीजों की जिंदगी बचाने वाले डॉक्टर कई बार कुछ ऐसा कर जाते हैं जो समाज में एक मिसाल बन जाती है। अमूमन डॉक्टरी पेशे में कई बार ऐसे पल आते हैंं जब जीवन की उम्मीद लोग छोड़ देते हैं तो उस वक्त डॉक्टर नाउम्मीद की जिंदगी जी रहे मरीजों को नई रोशनी देते है। डॉक्टर के यही प्रयास लोगों की जिंदगी में नया सवेरा लाते हैं। 

दुमका के जाने माने दंत चिकित्सक डॉ0 राजेश रोशन ने भी एक मरीज की जिंदगी में नया सवेरा लाकर मिसाल कायम की है। दरअसल जरमुंडी गाँव में ऑटो चलाकर अपने परिवार का जीवन यापन करनेवाले रामवृक्ष मिर्धा के जीवन में शनिवार को नया सवेरा आया और उसके जिंदगी में उम्मीदों की रोशनी भरी डॉ0 राजेश रोशन ने। 

रामवृक्ष मिर्धा मूल रूप से दुमका के जरमुंडी प्रखंड का रहने वाला है। कुछ महीने पहले एक हादसे में रामवृक्ष मिर्धा का जबरा टूट गया। इसके बाद परिजनों ने आनन-फानन में रामवृक्ष मिर्धा को करीब 15 दिनों तक फूलों झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती रखा। अस्पताल के डॉक्टर ने उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया। परिजनों ने बताया कि वे लोग बहुत ही गरीब परिवार से हैं। रिम्स में इलाज नहीं करा सकते हैं। इसके बाद परिजन उसे पश्चिम बंगाल के बर्दवान ले गए और वहाँ के एक सरकारी अस्पताल में चार दिनों तक रामवृक्ष मिर्धा को भर्ती रखा। जब परिजनों ने निजी डॉक्टरों से संपर्क किया तो डॉक्टर ने बताया कि ऑपरेशन में लगभग 60 हजार रुपए का खर्चा आएगा लेकिन गरीबी की वजह से इलाज के लिए इतनी बड़ी राशि खर्च करने में परिवार  असमर्थ था। एक दिन डॉ राजेश रोशन को एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से पता चला और रामवृक्ष मिर्धा को इलाज के लिए दुमका बुलाया। डॉ राजेश ने रामवृक्ष के परिवार से बात की और उसका निशुल्क इलाज के लिए भरोसा दिया। 

डॉ0 राजेश के आश्वासन से मरीज के परिवार को हिम्मत मिली। डॉ0 राजेश रोशन और डॉ स्वेता स्वराज के साथ पूरी टीम ने शनिवार को रामवृक्ष मिर्धा का सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया और करीब दो घंटे के ऑपरेशन के बाद ऑब्जर्वेशन में रखने के बाद डिस्चार्ज भी कर दिया। परिजनों ने बताया कि मरीज ने जिंदा रहने की आस छोड़ दी थी लेकिन डॉ राजेश एवं उनकी टीम के प्रयास से ना सिर्फ उसे जीवनदान मिला बल्कि उम्मीदों की नई रोशनी भी मिली। परिजनों ने डॉ राजेश रोशन, डॉ0 स्वेता स्वराज एवं उनकी टीम में शामिल साहिल, विशाल झा, संगीता, वीरेन और अनिता का अस्पताल आकर आभार भी व्यक्त किया। वही मरीज रामवृक्ष मिर्धा की माता सरिता देवी ने कहा कि उन्हें कभी उम्मीद नहीं थी की उनका बेटा का ऑपरेशन निशुल्क हो जाएगा। बताते चलें कि इससे पहले भी डॉ राजेश रोशन एवं उनकी टीम के द्वारा कई बेसहारा एवं असहाय लोगों को जीवन दान दे चुके हैं। डॉ0 राजेश कहते है कि गरीब और असहाय लोगों की मदद कर एक अलग अनुभूति मिलती है और खुशी होती है। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : एसीबी ने साहेबगंज के पतना से घूसखोर मुखिया को किया गिरफ्तार, हस्ताक्षर करने के एवज में ले रहा था घूस

दुमका : दुमका के एंटी करप्शन ब्यूरो ने शुक्रवार को साहेबगंज जिले के लखीपुर पंचायत के मुखिया को पांच हजार रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

मुखिया शिवधर मड़ैया को एसीबी ने उस वक्त गिरफ्तार किया जब वह शिकायतकर्ता आजीम अंसारी से घूस ले रहा था। दुमका एसीबी की इस साल यह पहली कार्रवाई है।

जानकारी के मुताबिक साहेबगंज जिले पतना प्रखंड के कोडाडीह गांव के रहनेवाले आजीम अंसारी की जमीन पर समतलीकरण सह मेढ़बंदी योजना स्वीकृत हुआ था। योजना में आजीम मजदूर है और भाभी गुलाबसन बीबी मेट है जो इस योजना का कार्यस्थल पर देखभाल करने का काम करती है। योजना में आजीम को चार बार मास्टर रौल का पैसा मिल चुका था। बीते 25 मई को मास्टर रौल बना था जिसमे रोजगार सेवक और पंचायत सचिव द्वारा हस्ताक्षर करवाने के बाद आजीम ने मुखिया शिवधर के पास हस्ताक्षर करवाने गया लेकिन मुखिया ने हस्ताक्षर करने के एवज में पांच हजार रुपये घूस की मांग की। आजीम घूस नही देना चाहता था।

आजीम की शिकायत के बाद एसीबी ने मामले का सत्यापन करवाया तो मामला सही पाया गया। फिर एसीबी ने कार्रवाई करते हुए मुखिया को घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : बासुकिनाथधाम में बनेगा टेंट सिटी, सीसीटीवी कैमरे से रखी जायेगी नजर, श्रावणी मेला को लेकर डीसी ने दिया कई निर्देश

दुमका : बासुकिनाथधाम में राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं के आवासन के लिए टेन्ट सिटी बनाया जायेगा। श्रावणी मेला महोत्सव को लेकर गुरुवार को उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला की अध्यक्षता में अधिकारियों की हुई एक बैठक में तैयारी से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की गई। उपायुक्त श्री शुक्ला ने कहा कि जिला प्रशासन के लिए श्रावणी मेला का आगाज शुरू हो चुका है।

मेला के सफल आयोजन के लिए सारी तैयारियां शुरू करनी होगी। उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला के दौरान बाबा के दरबार पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी सूरत में कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी विभाग को श्रावणी मेला के सफल आयोजन के लिये आपस में समन्वय बनाकर कार्य करने की जरूरत है।

श्रद्धलुओं को आवासन के लिए बेहतर से बेहतर सुविधा देना जिला प्रशासन का लक्ष्य है। बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी श्रद्धालुओं के आवासन के लिए टेन्ट सिटी का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला से पूर्व रंग रोगन के कार्य को जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए। अगर किसी स्थान पर मरम्मति की जरूरत हो तो उसे जल्द से जल्द ठीक कर दिया जाए।

उन्होंने संबंधित अधिकारी को निदेश दिया कि मेला से पूर्व चिन्हितिकरण कर रौशनी की भरपूर व्यवस्था की जाए ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। साथ ही शिवगंगा के चारों ओर डेकोरेटिव लाइट लगाई जाए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चप्पे चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायें।

उन्होंने संबंधित अधिकारी को निदेश दिया कि एक सप्ताह माह के अंदर सभी बिजली के ढीले तारों को व्यवस्थित करें। उन्होंने मंदिर में अग्निशमन यंत्र आदि जरूरी सामग्री को जल्द से जल्द उपलब्ध कराने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला के दौरान पेयजल की समुचित व्यवस्था रहे। साथ ही पूरे मेला क्षेत्र में स्वच्छता से किसी प्रकार की समझौता नहीं की जायेगी। यहां आने वाले श्रद्धालु निश्चित रूप से एक अच्छा संदेश लेकर जायेंगे। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)