*भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह अब अपने संसदीय क्षेत्र में दिखाएंगे ताकत, करनैलगंज में बड़ी रैली 11 जून को*


लखनऊ । भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह अब अपने संसदीय क्षेत्र में ताकत दिखाएंगे। इसके लिए करनैलगंज में 11 जून को बड़ी रैली करने की तैयारी है। हालांकि इसे उनके समर्थक भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशों के तहत किया जा रहा कार्यक्रम बता रहे हैं। इस सबके बीच अयोध्या का संत समाज जहां उनके समर्थन में है, वहीं खाप पंचायतों के रुख के चलते राजनीतिक लिहाज से बृजभूषण का संकट बढ़ना तय माना जा रहा है।

जभूषण सिंह इन दिनों राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर की महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे हैं। इन प्रकरणों की दिल्ली पुलिस की जांच अभी चल रही है कि उत्तर भारत की खाप पंचायतों ने उनकी गिरफ्तारी के लिए 9 जून तक का अल्टीमेटम दे दिया है। मामले को जातीय रंग की ओर बढ़ता देख सरकार और भाजपा नेतृत्व सतर्क हो गई है। यही कारण है कि 5 जून को अयोध्या में होने वाली उनकी जन चेतना रैली को शासन-प्रशासन ने हरी झंडी नहीं दी। स्थानीय सांसद और भाजपा संगठन का एक बड़ा हिस्सा भी वहां राजनीतिक समीकरणों के प्रभावित होने की आशंका के चलते अंदरखाने इस कार्यक्रम के विरोध में पहले से ही खड़ा था।

*पांच आईएएस अफसरों के तबादले, विशेष सचिव गृह बनाए गए डॉ. नितिन बंसल*


लखनऊ- उत्तर प्रदेश में शनिवार की सुबह अफसरों के ट्रांसफर किए गए। प्रतापगढ़, देवरिया, बागपत, श्रावस्ती और औरैया जिले के डीएम बदले गए हैं। विशेष सचिव गृह अखण्ड प्रताप सिंह को डीएम देवरिया बनाया गया है। देवरिया के डीएम रहे जितेंद्र प्रताप सिंह को बागपत का जिम्मा सौंपा गया है।

श्रावस्ती की डीएम रहीं नेहा प्रकाश को औरैया का डीएम बनाया गया है। औरैया के डीएम रहे प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव को प्रतापगढ़ की जिम्मेदारी दी गई है। कृतिका को डीएम श्रावस्ती बनाया गया है। डीएम बागपत रहे राजकमल यादव को एडिशनल डायरेक्टर उद्योग कानपुर बनाया गया है।

*यूपी के हर जिले से दिल्ली के लिए बस शुरू, सीएम योगी ने कहा-देश की सबसे बड़ी पब्लिक सेवा यूपी परिवहन*


लखनऊ- उत्तर प्रदेश बस सेवा की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर सीएम योगी ने 75 जिलों को राजधानी दिल्ली से जोड़ा। यूपी के यात्रियों के लिए 100 नई बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इनमें 93 बसें राजधानी एक्सप्रेस हैं जो यूपी के 75 जिलों से दिल्ली के लिए चलेंगी। वहीं 7 साधारण बसें हैं जो यूपी के अंदर चलेंगी। दिल्ली से दूर के जिलों के लिए 2-2 बसें चलेंगी। डिमांड के अनुसार, इन बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। राजधानी एक्सप्रेस की बसों का किराया साधारण से 10 प्रतिशत ज्यादा होगा। ये स्टॉपेज कम लेंगी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि परिवहन निगम के स्थापना दिवस पर 100 बसों को यात्रियों की सुविधा के लिए रवाना किया गया।

50 वर्ष की यात्रा को आगे बढ़ाते हुए शानदार कार्य कर रहा है परिवहन निगम इससे पहले सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश परिवहन निगम को 50 वर्ष की यात्रा पूर्ण करने पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने उद्बोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि आजादी के कुछ ही महीने पहले 15 मई 1947 को उत्तर प्रदेश में एक राजकीय परिवहन सेवा प्रारंभ हुई थी। इसका उद्देश्य लोगों को सुगम और सुरक्षित यात्रा कराना था। यही राजकीय परिवहन सेवा एक जून 1972 को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के रूप में आगे बढ़ी और देश के सबसे बड़े आबादी के राज्य में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सबसे बड़ी इकाई के रूप में 50 वर्ष की यात्रा को आगे बढ़ाते हुए शानदार कार्य कर रही है। इस अवसर पर परिवहन निगम को हृदय से बधाई। शनिवार को राजधानी सेवा की जिन 93 बसों और 7 अन्य साधारण बसों का यहां प्रारंभ किया जा रहा है, इसके लिए प्रदेशवासियों को भी हृदय से शुभकामनाएं हैं।

सड़क हादसों पर जताई चिंता

उत्तर प्रदेश में हो रहे सड़क हादसों पर सीएम योगी ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा, जितनी मौतें कोरोना में तीन साल में नहीं हुईं, उससे ज्यादा मौतें एक साल में सड़क दुर्घटनाओं में हुई। यह हमारे लिए एक चेतावनी है और चिंता का विषय भी होना चाहिए। व्यापक जागरूकता की जरूरत है। सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करते हुए हम असंख्य लोगों की जान बचा सकते हैं। सीएम योगी ने कहा कि प्राइवेट ऑपरेटर को भी अपने साथ जोड़ें, जिससे ज्यादा से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट यात्रियों को मिल सके। इलेक्ट्रिक बस सेवाओं की लगातार मांग बढ़ रही है। ज्यादा से ज्यादा ये बसें चलाई जाएंगी। अत्याधुनिक बस स्टेशन बनाए जाएंगे और यात्रियों को बेहतर सुविधा दी जाएगी।

बालासोर हादसे पर जताया दुख

ओडिशा में रेल हादसे पर जताया शोक मुख्यमंत्री योगी ने ओडिशा के बालासोर में हुई रेल घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है, मैं अपनी तरफ से और प्रदेश वासियों की तरफ से सांत्वना व्यक्त करता हूं। जो यात्री घायल हुए हैं, उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।

पहली बार परिवहन फायदे में: दयाशंकर

परिवहन मंत्री दयाशंकर शंकर सिंह ने कहा कि परिवहन विभाग ने 50 साल पूरे किए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले सालों में विभाग को बढ़ावा देने के लिए बहुत सारे काम किए हैं। उन्होंने आर्थिक सहायता दी, जिससे कि यूपी में 2000 बसें आईं। मुख्यमंत्री के सहयोग से पहली बार परिवहन फायदे में आया है। पहले जहां रोज 12 से 13 करोड़ की आय होती थी, अब वह आय 18 से 21 करोड़ के ऊपर तक पहुंच गई है।

*बंथरा सड़क हादसे में क्लीनर की मौत, चालक का पैर टूटा, दुर्घटना के बाद लखनऊ-कानपुर हाईवे पर लगा लंबा जाम

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लखनऊ- शनिवार की सुबह दो डंपर आपस में टकरा जाने के कारण एक डंपर का चालक और क्लीनर गाड़ी के अंदर फंस गये। जिनको किसी तरीके से मौके पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी पोकलैंड हाइड्रा मशीनों से खींच कर बाहर निकलवाया। जिसमें चालक का पैर टूट गया वहीं क्लीनर की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई।

बंथरा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बनी में लखनऊ कानपुर हाईवे सड़क पर सुबह करीब 5:20 बजे हाईवे सड़क पर खड़े डंपर यूपी 78 एच टी 71 75 में कानपुर की तरफ से लखनऊ आ रहा डंपर यूपी 78 जीटी 3297 पीछे से जा घुसा। पीछे से टक्कर इतनी भीषण हुई कि इसमें चालक और क्लीनर दोनों बुरी तरीके से फंस गए। चालक अजीत पुत्र वीर सिंह ग्राम बरुआ थाना कुरारा जिला हमीरपुर क्लीनर संदीप पुत्र राम विशाल ग्राम बारा खुर्द थाना बकेवर जिला फतेहपुर लगभग तीन घंटे तक डंपर के अंदर फंसे रहे। मौके पर पहुंची बंथरा थाने की पुलिस ने जेसीबी पोकलैंड हाइड्रा मशीनों को लगाकर दोनों को निकालने का प्रयास किया। लेकिन तीन घंटे की मशक्कत के बाद दोनों को निकाला जा सका। जिसमें चालक अजीत का एक पैर टूट गया और क्लीनर संदीप को भी गाड़ी के बाहर निकाला गया जिस की स्थिति गंभीर बनी हुई थी। इन दोनों को इलाज के लिए एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरोजनीनगर भेजा गया जहां पर क्लीनर संदीप की मौत हो गई।

लखनऊ कानपुर हाईवे सड़क पर सुबह घटित हुई दुर्घटना के चलते दोनों तरफ की सड़क पर दूर-दूर तक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। बल्कि बनी से लेकर उन्नाव जनपद के थाना सोहरामऊ के आगे तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रही।वहीं बंथरा थाना क्षेत्र के शिवपुरा तक वाहनों की लंबी लाइन लगे होने के कारण लोगों को पैदल निकलने में भी दिक्कत हुई। हाईवे सड़क के अलावा बनी मोहान और बनी मोहनलालगंज मार्ग पर भी कई किलोमीटर दूर तक वाहनों की लंबी लाइन लगे होने की वजह से सारे रास्ते जाम हो गए।जाम में फंसे यात्री बुरी तरीके से परेशान रहे। बंथरा ने पुलिस ने किसी तरीके से चालक व क्लीनर को निकालने के बाद एक तरफ के सड़क के जाम को छुड़वाकर चालू करा दिया।लेकिन पूरी तरीके से जाम को छुड़ाने के लिए पुलिस को लगभग छ घंटे का समय लग गया जिसके बाद वाहनों का संचालन सामान हो सका। यहां तक इस जाम को छुड़ाने के लिए एसपी ट्रैफिक को भी मैदान में उतारना पड़ा जिसके बाद जाम की समस्या से लोगों को दोपहर करीब 12 बजे निजात मिल सकी।

थाना प्रभारी डॉ आशीष कुमार मिश्रा ने बताया कि दोनों डंपर कानपुर की तरफ से लखनऊ की ओर आ रहे थे और पीछे से आ रहा डंपर आगे के डंपर में टकरा गया जिसके चलते यह दुर्घटना घटित हो गई।सूचना मिलने के बाद मौके पर जेसीबी हाइड्रा पोकलैंड मशीनों को लगाकर चालक व क्लीनर को निकाला गया चालक का पैर टूटा गया था। क्लीनर भी गाड़ी से निकालने के बाद बोल रहा था लेकिन उसकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के दौरान मौत हो गई।

*राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय बालासोर हादसे में मारे गए लोगों के प्रति व्यक्त की संवेदना*


लखनऊ- राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने उड़ीसा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में अकाल मृत्यु का शिकार हुए सैकड़ों लोगों के प्रति अपनी शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि यह ट्रेन दुर्घटना केन्द्र सरकार की रेलवे प्रबंधन व्यवस्था की घोर नाकामी है। कोरोमंडल एक्सप्रेस, हावड़ा यशवंतपुर एक्सप्रेस और मालगाडी का आपस में टकराना और बोगियों का एक दूसरे पर चढ़कर विपरीत दिशा में गिरना ट्रेनों की स्पीड के साथ साथ रेलवे कूप्रबन्धन का सबसे बड़ा प्रमाण है। एनडीआरएफ की टीम को रात के अंधेरे में मोबाइल की टार्च से रेस्क्यू ऑपरेशन करना पड़ा जो यह दर्शाता है कि आस पास कहीं से भी रेलवे ने लाइट की व्यवस्था करने में भी लापरवाही का प्रदर्शन किया।

राय ने कहा कि जिस देश में प्रधानमंत्री द्वारा बुलेट ट्रेन का सपना दिखाया गया हो वहां की रेलवे व्यवस्था इतनी निम्न स्तर की हो जाय की आम जनता सफर करते समय सुरक्षा के प्रति चिंतित रहे यह विचारणीय विषय है। हजारों करोड़ों रुपये रेलवे की लाइन और प्लेट फार्म के साथ साथ आधुनिक उपकरणों पर खर्च किया जा चुका है और परिणाम इस प्रकार का दर्दनाक मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यदि रेल मंत्री रेल के इंजन में बैठकर चलता है तो एक ही ट्रैक पर आने वाली दोनों ट्रेने सुरक्षा कवच के कारण कई मीटर दूर रूक जाती हैं और रेल मंत्री तथा केन्द्र सरकार का इवेंट मैनेजमेंट पूरा हो जाता है और देश की भोली भाली जनता मूर्ख बन जाती है। आखिर विकास का सच्चा स्वरूप वास्तविक धरातल पर कब दिखाई पड़ेगा? केन्द्र सरकार द्वारा आंकड़े प्रस्तुत किये जाते हैं कि व्यवस्था और विकास अनुकरणीय लगता है। लेकिन वास्तविकता ढाक के तीन पात होती है।

रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि रेल मंत्री को नैतिकता के आधार पर अपना त्यागपत्र दे देना चाहिए और केन्द्र सरकार को मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख तथा घायलों को 5-5 लाख रूपये की मुआवजा धनराशि देने की घोषणा करनी चाहिए। साथ ही साथ रेलवे सुरक्षा कवच पर विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर विराम लग सके और जनता का सफर सुरक्षित एवं विषय हीन हो सके।

*नशे की हालत में नदी पार कर रहे वृद्ध की मौत*


लखनऊ- नशे की हालत में नदी पार कर रहे एक वृद्ध की डूब कर मौत हो गई।जिसका शव दूसरे दिन स‌ई नदी में उतराता मिला। बंथरा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बनी के रहने वाले गया प्रसाद रावत उम्र लगभग 72 वर्ष शुक्रवार को दिन में सई नदी के उस पार ताड़ी पीने के लिए गए हुए थे। ताड़ी पीने के बाद गया प्रसाद दोपहर करीब 2:30 बजे अपने घर आए और शाम करीब 4:00 बजे फिर ताड़ी पीने के लिए सई नदी के उस पार ताड़ के पेड़ों के नीचे चले गए।

देर रात जब गया प्रसाद घर वापस नहीं आए तो उनके परिजन उनकी खोजबीन करने लगे लेकिन का कहीं पता नहीं चला। शनिवार की सुबह परिजन फिर ढूंढने के लिए निकले तो सुबह करीब 5:10 बजे देखा सई नदी में उनका शव उतरा रहा था। बताया जाता है कि ताड़ी पीने के लिए अक्सर नदी के उस पार गया प्रसाद आ जाया करते थे।लेकिन शुक्रवार की देर शाम तक जब वह घर वापस नहीं आए तो उनकी खोजबीन करने लगे परंतु कहीं पता नहीं चला सका। शनिवार की सुबह मृतक का शव सई नदी के पानी में उतराता मिला।

परिजनों आशंका जाहिर कर रहे हैं कि ताड़ी पीने के बाद अधिक नशा हो जाने के कारण गया प्रसाद गहरे पानी में चले गए और अपने आप को संभाल नहीं पाए जिसकी वजह से उनकी पानी में डूबने से मौत हो गई।

*आयुष्मान से जुड़े अस्पतालों की सेवाएं होगी और बेहतर, प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन*


लखनऊ- आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) से सम्बद्ध निजी अस्पतालों की सेवाओं को और गुणवत्तापूर्ण बनाने को लेकर शनिवार को कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। स्टेट एजेंसी फॉर कम्प्रेहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस एंड इंटिग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) के तत्वावधान में तकनीकि पार्टनर एक्सेस हेल्थ इंटरनेशनल, कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट और पाथकाइंड डायग्नोस्टिक के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में लखनऊ, बाराबंकी और उन्नाव के 60 से अधिक निजी अस्पतालों के आलावा कुछ आकांक्षी जिलों के अस्पताल ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से जुड़े।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान अस्पतालों की लेब्रोटरी में जांच सुविधाओं को और गुणवत्तापूर्ण बनाने के गुर बताये गए और क्षय रोग (टीबी) की जाँच को सुचारू बनाने और जाँच की वर्तमान स्थिति को जानने पर चर्चा हुई। इससे पहले पीएमजेएवाई और स्वास्थ्य लाभ पैकेज के मूल्य प्रस्तावों पर भी एक सत्र आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में लखनऊ के टेंडर पाम अस्पताल, प्रेसिजन अस्पताल, केके अस्पताल आदि ने प्रमुख रूप से भाग लिया और योजना के बारे में जरूरी जानकारी हासिल की। तकनीकी सत्रों का आयोजन पाथकाइंड डायग्नोस्टिक्स के तत्वावधान में किया गया। निरंतर शिक्षा कार्यक्रम के तहत यह पहला सत्र था और निजी पैनलबद्ध अस्पतालों के ज्ञानवर्धन और सेवाओ को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए समय-समय पर और भी सत्र आयोजित किये जायेंगे।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. रविकांत- जनरल मैनेजर- ऑपरेशंस साचीज, कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी इंस्टीट्यूट एंड हॉस्पिटल के डॉ. शरद और डॉ. गौरव, एक्सेस हेल्थ इन्टरनेशनल की स्टेट डायरेक्टर मनीषा त्रिपाठी, डॉ. आरती और डॉ. नीलांक्षी पैथकाइंड डायग्नोस्टिक्स से उपस्थित रहीं।

*उच्च शिक्षा मंत्री ने किया माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण, 50 साल पुराने विद्यालय का होगा कायाकल्प!*


लखनऊ- उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने शनिवार को चित्रगुप्त माध्यमिक विद्यालय, आगरा का निरीक्षण किया और विद्यालय प्रबंधन के साथ विद्यालय के जीर्णोद्धार के संबंध में विस्तार से विचार-विमर्श किया।

निरीक्षण के दौरान उच्च शिक्षा मंत्री ने सर्वप्रथम माँ सरस्वती की मूर्ति पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया। उसके बाद सम्पूर्ण विद्यालय परिसर का भ्रमण कर विद्यालय में उपलब्ध रहने वाली समस्त मूलभूत सुविधाओं/व्यवस्थाओं का जायजा लिया और भरोसा दिलाया कि छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य निर्माण के लिए विद्यालय के जीर्णोद्धार हेतु हर संभव सहायता की जाएगी तथा इसके लिए जो भी अनुदान की आवश्यकता होगी वह शासन स्तर से स्वीकृत करा कर इस 50 साल पुराने विद्यालय को नया स्वरूप दिलाने का समुचित प्रयास किया जाएगा।

उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के विद्यालय पहुंचने पर विद्यालय प्रबंधन द्वारा माला पहनाकर स्वागत किया गया। साथ ही निरीक्षण के दौरान उच्च शिक्षा मंत्री ने विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों के साथ विद्यालय के पुनरुद्धार व पठन-पाठन के कार्यों को समृद्ध करने हेतु क्या-क्या सार्थक प्रयास किए जा सकते हैं आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।

इस दौरान प्रबंध समिति के अध्यक्ष योगेश कुलश्रेष्ठ के साथ-साथ समिति के उपाध्यक्ष, प्रबंधक, सहायक प्रबंधक, प्रधानाचार्य तथा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

*प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने राजकीय चिकित्सालयों में बेहतर व्यवस्था के लिए जारी किए निर्देश, 10 दिन का मिला समय*

लखनऊ- प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने राजकीय चिकित्सालयों में बेहतर व्यवस्था के लिए निर्देश जारी किये है। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक निदेशक/ प्रमुख/मुख्य/प्रभारी चिकित्सा अधिकारी/अधीक्षक/अधीक्षिका प्रत्येक माह न केवल अस्पताल के क्रिटिकल परफारमेंस के पैरामीटर (जो कि एचएमआईएस पोर्टल में परिलक्षित भी हो रहे हैं यथा ओपीडीआईपीडी, संस्थागत प्रसव, मेजर ऑपरेशन एवं लैब टेस्ट इत्यादि) का विश्लेषण करें बल्कि चिकित्सकवार भी इसका विश्लेषण करें कि प्रत्येक ऐसे चिकित्सक, जिनके द्वारा ओपीडी/सर्जरी की जा रही हैं, उनके द्वारा कितने मरीज देखे जा रहे हैं।

श्री शर्मा ने निर्देश दिए कि ‘‘केयर ऐप’’ में नियमित रूप से प्रत्येक सोमवार को उपकरणों की क्रियाशीलता का डाटा उपलब्ध कराया जाये। इसके बाद जहां कहीं भी कोई उपकरण लंबे समय तक क्रियाशील नहीं रहता है तो सीधे अपर निदेशक, विद्युत से संपर्क किया जाये। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही 108 अस्पतालों का अनुश्रवण एकीकृत कोविड कमाण्ड सेन्टर (आईसीसीसी) के माध्यम से किया जायेगा। इन अस्पतालों में महत्वपूर्ण जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लग चुके हैं और प्रत्येक कैमरे से क्या देखा जाना है, उसकी एसओपी का निर्धारण भी हो चुका है। उन्होंने निर्देश दिए कि समस्त प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक/अधीक्षिका न केवल यह सुनिश्चित करेंगे कि वे सीसीटीवी हर समय क्रियाशील रहें बल्कि अपने स्तर पर भी यह सुनिश्चित करेंगे कि बिन्दुवार एसओपी का अनुपालन हो।

प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए कि मानक के अनुसार जो दवाईयां जनपद के ड्रग वेयर हाउस में उपलब्ध हैं, उनको, यदि कोई उपर्युक्त कारण न हो, तो अस्पताल में प्राप्त करना और मरीजों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने निर्देश दिए कि दवाईयों की उपलब्धता एक साईन बोर्ड के माध्यम से दवाईयों के काउन्टर के पास ऐसे प्रदर्शित की जाये कि आम जनता उसको आसानी से देख सके। साईन बोर्ड को नियमित रूप से अपडेट रखा जाये।

सभी चिकित्सकों को निर्देशित किया जाये और अनुपालन सुनिश्चित किया जाये कि वे दवाईयों को जेनेरिक नाम से ही अपने प्रिस्क्रिप्शन में लिखें। अस्पतालों में साफ-सफाई को सुनिश्चित किया जाये और उसका नियमित रूप से पर्यवेक्षण किया जाये।

श्री शर्मा ने निर्देश दिए कि आपातकालीन क्षेत्र में चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टॉफ की पर्याप्त ड्यूटी लगायी जाये और वहां मरीजों के लिए एंबूलेंस, व्हीलचेयर, स्ट्रेचर और आवश्यक दवाईयों/उपकरणों इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। आईपीडी वार्ड में जो भोजन उपलब्ध कराया जाता है, उसकी गुणवत्ता की जांच नियमित रूप से की जाये और मरीजों एवं उनके तीमारदारों से टेस्टीमोनियल रिकार्ड किया जाये और संबंधित लोगों से भी साझा किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि रोगी कल्याण समिति में जो भी धनराशि उपलब्ध है उसका मरीजों की भलाई के लिए उपयोग किया जाये और उससे मरीजों के हित में अस्पताल की छोटी-मोटी कमियों को दूर कराया जाये। रोगी कल्याण समिति में सीएसआर अथवा स्थानीय संपन्न व्यक्तियों से डोनेशन के माध्यम से सहायता प्राप्त करने का प्रयास किया जाये।

प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए कि किसी भी बैठक में या चिकित्सकों के संबंध में जब भी सूचना उपलब्ध करायी जाये तो उपलब्ध चिकित्सकों में नियमित चिकित्सक, संविदा पर तैनात चिकित्सक और पुर्ननियुक्ति पर तैनात चिकित्सकों को जोड़कर दिखाया जाये और पदों के विवरण इस तरह दिये जायें कि जहां चिकित्सकों की कमी है, तो वहाँ किस विशेषज्ञ चिकित्सक की आवश्यकता है एवं जहाँ आवश्यकता से अधिक चिकित्सक तैनात हैं तो वहाँ तैनात अतिरिक्त चिकित्सक की संख्या एवं विशेषज्ञता क्या है, तत्काल अपडेट सूचना उपलब्ध करायी जाये ताकि उन्हें जनहित में अन्यत्र तैनात किया जाये। अस्पताल में रख-रखाव की छोटी-मोटी मरम्मत, रंगाई-पुताई को प्राथमिकता से कराया जाये और इस हेतु आवश्यकतानुसार मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अधीन अवर अभियंता से संपर्क किया जाये। सभी चिकित्सकों को ई-संजीवनी 2.0 के हब के रूप में पंजीकृत किया जाये।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने समस्त निदेशक, प्रमुख अधीक्षक, मुख्य चिकित्साधिकारी /अधीक्षक, अधीक्षक/प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एवं राजकीय चिकित्सालय, उत्तर प्रदेश को निर्देशित किया है कि निर्देशों का अनुपालन कर 10 दिन के अन्दर बिन्दुवार अनुपालन आख्या महानिदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य सेवायें को उपलब्ध करायी जायें।

*जनपद मथुरा में पर्यटकों की सुविधा के लिए 17.54 करोड़ रूपये लागत की तीन परियोजनाओं का शिलान्यास कराया जायेगा*


जयवीर सिंह

लखनऊ। पर्यटकों को बुनियादी सुविधायें मुहैया कराने के लिए जनपद मथुरा में 17.54 करोड़ रूपये लागत की पर्यटन विकास की तीन परियोेजनायें शिलान्यास के लिए तैयार कराई गयी हैं। आगामी कुछ महीनों में इन परियोजनाओं का शिलान्यास कराया जायेगा।

यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने गुरुवार को दी। उन्होंने बताया कि कार्यदायी संस्था वृन्दावन विकास प्राधिकरण मथुरा द्वारा 781.48 लाख रूपये की लागत से वृन्दावन स्थित लक्ष्मण शहीद स्मारक का पुनर्निर्माण कार्य कराया जायेगा। इसके अलावा इसी कार्यदायी संस्था द्वारा जनपद मथुरा में श्रीकृष्ण जन्म स्थान पर डीग गेट की तरफ गेट का निर्माण 206.05 लाख रूपये की लागत से कराया जायेगा।

जयवीर सिंह ने बताया कि जनपद मथुरा में वृन्दावन स्थित ग्राम सुनरख खादर में सौभरि नगर वन स्थापना के फेज-2 का निर्माण कार्य वन विभाग मथुरा द्वारा 766.78 लाख रूपये की लागत से कराया जायेगा। इन परियोजनाओं के पूरा हो जाने से देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को आधारभूत सुविधायें सुलभ हो सकेगी। इसके साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी सुलभ होगा।