झारखंड के प्रारंभिक स्कूलों में होगी 50 हजार सहायक शिक्षकों की बहाली,अधिसूचना जारी


झारखंड के प्रारंभिक स्कूलों में 50 हजार सहायक शिक्षकों। की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। जून में ही झारखंड कर्मचारी चयन आयोग इसका विज्ञापन निकाल देगा। राज्य में बुधवार को कैबिनेट की बैठक में प्रारंभिक स्कूलों के लिए सहायक शिक्षक संवर्ग (नियुक्ति, प्रोन्नति व सेवा शर्त) (संशोधन) नियमवाली 2023 को राज्य मंजूरी दे दी गई। अब जून से ही प्राथमिक व मिडिल स्कूलों (पहली से आठवीं क्लास के स्कूलों) में 50 हजार सहायक शिक्षक की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। पहले चरण में 25,996 सहायक शिक्षक की नियुक्ति होगी, जबकि दूसरे चरण में 24,004 सहायक शिक्षक बहाल किये जाएंगे।

नियमावली मंजूरी के बाद अब स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग जून के पहले या दूसरे सप्ताह में कार्मिक विभाग को नियुक्ति की अनुशंसा भेज देगा। इसमें जिलावार पदों की रोस्टर क्लीयरेंस की रिपोर्ट के साथ-साथ संशोधित नियमावली भेजी जाएगी। शिक्षा विभाग से अनुशंसा मिलने पर कार्मिक विभाग झारखंड कर्मचारी चयन आयोग को नियुक्ति की अधियाचना भेजेगा, जिसके बाद जेएसएससी नियुक्ति का विज्ञापन जारी करेगा। जेएसएससी जुलाई से ऑनलाइन आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू कर देगा।

पात्रता के लिए 2016 में टेट पास होना अनिवार्य होगा

सहायक शिक्षक की नई नियुक्ति में 2016 में शिक्षक पात्रता परीक्षा पास किये 53 हजार अभ्यर्थियों को पहली बार मौका मिलेगा। वहीं 2013 टेट के बचे करीब 48 हजार अभ्यर्थी भी इसके लिए आवेदन कर सकेंगे। इस नियुक्ति में अभ्यर्थियों को अधिकतम उम्र सीमा में भी अन्य नियुक्ति से ज्यादा छूट दी जा सकती है।

5200 से 20,200 रु. तक मिलेगा वेतनमान

राज्य में सहायक शिक्षक की नियुक्ति पुराने वेतनमान 9300-34,800 और ग्रेड पे 4200 पर नहीं होगी। इनकी नियुक्ति 5200-20,200 के वेतनमान व 2400-2800 के ग्रेड पे पर होगी। इस आधार पर प्राथमिक स्कूलों में बहाल होने वाले सहायक शिक्षक को 26 हजार और मिडिल स्कूलों में नियुक्ति होने वाले सहायक आचार्य को 28 हजार का वेतन मिलेगा। पुराने वेतनमान वाले शिक्षकों को नियुक्ति के समय 40 हजार रुपये मिलते थे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का तीन दिवसीय झारखंड दौरा आज हुआ खत्म,राष्ट्रपति ने कहा, झारखंड आना घर आने जैसा लगा

रांची: राष्ट्रपति का तीन दिवसीय झारखंड दौरा आज हुआ समाप्तराष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तीन दिवसीय झारखंड यात्रा आज खत्म हो गयी। राष्ट्रपति ने राजभवन में कुछ लोगों से मुलाकात की। राजभवन से दिल्ली के लिए रवाना हो गईं।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने द्रौपदी मुर्मू की यात्रा के संबंध में ट्वीट करते हुए लिखा, धन्यवाद, आभार और जोहार माननीय राष्ट्रपति परम आदरणीय द्रौपदी मुर्मु जी। झारखंड की आपकी इस यात्रा से संपूर्ण राज्यवासियों में ऊर्जा का संचार हुआ है। आपका मार्गदर्शन हमें हमेशा ऐसे ही मिलता रहे, आप सदैव स्वस्थ रहें, यही कामना करता हूँ।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रांची एयरपोर्ट पहुंचकर दिल्ली के लिए रवाना हो गईं है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह दौरा बेहद खास रहा। अपने यात्रा के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देवघर पहुंची। भगवान शंकर की अराधना के बाद वह रांची आयीं। पहले दिन ही उन्होंने झारखंड हाईकोर्ट के नये भवन का उद्धाटन किया। इस समारोह में राष्ट्रपति ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के सामने न्याय से जुड़े कई अहम मुद्दे उठाये।

इस समारोह में राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू ने कहा, कोर्ट का फैसला आने के बाद भी ऐसे कई लोग हैं जो न्याय के लिए तरसते हैं। कोर्ट को यह भी देखना चाहिए कि उनके फैसले पर अमल हुआ या नहीं। कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने 10 या 12 साल केस लड़ा कोर्ट के फैसले के बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिला। ऐसे में वह केस करने से डरते हैं कि क्योंकि उनके पास इतना वक्त और पैसा नहीं होता।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने दौरे के दूसरे दिन खूंटी में स्वंय सहायता समूह की महिलाओं को संबोधित किया। उन्होंने इस मंच से कहा कि जब महिलाओं को आगे बढ़ते उनके हौसले को बड़ा होते देखती हैं तो बेहद खुशी होती है। इस मंच से उन्होंने झारखंड के साथ अपने रिश्ते को भी याद किया। उन्होंने कहा कि मेरी रंगो में झारखंड हैं। इस दिन शाम को वह आईआईआईटी के दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं। यहां भी द्रौपदी मुर्मू ने महिलाओं की उपस्थिति और उनकी तरक्की की चर्चा की। राष्ट्रपति ने कहा यहां जिन्हें मेडल मिला है उनमें ससबसे ज्यादा महिलाएं हैं। उनके लिए विशेष तालियां बजनी चाहिए। उन्होंने महिलाओं के बढ़ते कदम पर खुशी जताई। 26 मई को राष्ट्रपति ने राजभवन में कुछ लोगों से मुलाकात की और रांची एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गयीं।

प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप से भी करोड़ों की ठगी हुई

झारखंड में प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप से जांच एजेंसियां पूछताछ कर रही है। पूछताछ में यह बात सामने आई कि दिनेश गोप से भी करोड़ों की ठगी हुई थी।

दिनेश गोप ने पूछ ताछ के दौरान बताया कि एजेंसियों के रडार था संगठन, उसके खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही थी। तब उसने एक बड़े राजनेता से मुलाकात की योजना बनाई। राजनेता से मुलाकात हो, इसके लिए एक व्यक्ति को करीब दो करोड़ रुपए दिए थे। हालांकि बाद में दिनेश गोप को एहसास हुई कि उसके साथ ठगी हुई है।

दिनेश गोप से एनआईए के अलावा एसआईबी और अलग-अलग जिलों के पुलिस भी पूछताछ कर रही है। वही उसने यह भी बताया कि संगठन का हथियार किन लोगों के पास है। वहीं पूछताछ में निवेश के कई साक्ष्य भी जुटाए गए हैं।

एनआईए एवं पुलिस के द्वारा दिनेश गोप की स्वीकारोक्ति के आधार पर बड़े खुलासे किए जा सकते हैं।

*राज्य हमारा है,संपूर्ण संपति पर आंदोलनकरियों का अधिकार होना चाहिए : पुष्कर महतो*

गिरिडीह:झारखंड आंदोलनकारी दुर्गा सोरेन की पुण्यतिथि पर झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के सदस्यों की बैठक जिले में डुमरी प्रखंड के दुधपनिया,कुल्ही

पिपराडीह,मधगोपाली,खेचगड्डी गांव में की गई।इस

दौरान उपस्थित लोगों ने दिवंगत दुर्गा सोरेन के चित्र में माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित किया साथ ही वक्ताओं ने कहा कि राज्य हमारा है इसलिए इसके संपूर्ण सम्पति पर आंदोलनकरियो का पहला अधिकार होना चाहिए।आंदोलनकारियों ने राज्य सरकार से मांग किया कि चार हजार उत्कृष्ट विद्यालयों की निगरानी का जिम्मा झारखंड आंदोलनकारियों को सौंप दें।

वहीं बताया गया कि 10 अक्टूबर 23 को रांची में झारखंड आंदोलनकारियों की महापंचायत होगी।उपरोक्त गांवों में बैठक की अध्यक्षता चेतलाल बास्के,करमचंद महतो एवं संचालन सुरेश महतो व विशेष्वर महतो ने किया। 

मोर्चा के संस्थापक व प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि अब हम अपना हकमारी नहीं होने देंगे।हमारे बाप,दादा,पुरखों ने अलग राज्य के लिए संघर्ष किया,

उनके सपनों को साकार व मूल्यों को स्थपित हरहाल में करना ही हैं।कहा कि झारखंड आंदोलनकारी अलग राज्य के मूल्यों को विद्यालय स्तर पर स्थापित करेंगे। माय माटी के मूल्यों को भी स्थापित करेंगे।

उन्होंने कहा कि झारखंड अलग राज्य के आंदोलन से भी बड़ा एक और आंदोलन आंदोलनकारियों को राजकीय मान-सम्मान,पहचान,नियोजन,माय-माटी,इतिहास व इज्जत बचाने हेतु करने की जरुरत है।वहीं मुख्य वक्ता भुनेश्वर केवट ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी ही झारखंड में बदलाव ला सकता है।बैठक में शिबू बास्के,रोहड बास्के,मनोज बास्के,राजी बास्के,बुदु बास्के,भादु बास्के

बिरेंद्र महतो,सुरेश महतो,धनी महतो,इंद्रदेव महतो, दासो महतो,विजय महतो आदि उपस्थित थे।बैठक के बाद सभी लोगों ने अलग राज्य निर्माण के लिए बिनोद बिहारी महतो,शिबु सोरेन के साथ संघर्ष करने वाले क्षेत्र करने वाले झारखंड आंदोलनकारी धनेश्वर महतो एवं कोलेश्वर महतो से भेंट कर संघर्ष की जानकारी ली।

*अब आय से अधिक मामले में गिरफ्तार गिरिडीह के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के पूर्व कार्यपालक अभियंता हुए एक्सपोज,*

अपने लक्ज़री कार और फ्लैट के कारण वे आये नज़र में,हो रहे हैं कई खुलासे

(झारखंड डेस्क)

झारखंड में लगातार अधिकारियों पर कसता शिकंजा और बरामद उनके पास से अकूत सम्पति का सिलसिला रुकने का नाम ही नही ले रहा है। अबतक कई पकड़े गए और उनके पास से अकूत सम्पति बरामद हुआ।इस सूची में और कई लोग शामिल होने वाले हैं।

ताज़ा सूचना रांची से 17 मई को गिरफ्तार गिरिडीह के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के पूर्व कार्यपालक अभियंता संजय कुमार से सबंधित है। उन्होंने धनबाद में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर रहते हुए कई घपलों-घोटालों की झड़ी लगा दी। 

धनबाद निगरानी विभाग ने संजय के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की भी प्राथमिकी दर्ज की है। धनबाद में कार्यपालक अभियंता रहने के दौरान ही उन्होंने बेशुमार संपत्तियां अर्जित की थीं।

अपने लक्जरी लाइफ और फ्लैट ,कार की खरीददारी से नज़र पर चढ़े

3 आलीशान फ्लैट, रांची में प्लॉट और चार लग्जरी कार खरीद कर संजय कुमार कानून के शिकंजे में फंस गए। धनबाद एसीबी ने संजय कुमार के एक फरवरी 2005 से 23 जुलाई 2013 के बीच के आय-व्यय की जांच की। जांच में चेक पीरियड में संजय कुमार की संपत्ति आय से 90 लाख 56 हजार अधिक मिली। उनके पास नकद सहित कुल एक करोड़ 62 लाख 68 हजार की संपत्ति मिली जबकि इस दौरान आमदनी सिर्फ एक करोड़ 13 लाख हुई। उन्होंने अपनी आमदनी में से विभिन्न मदों में 41 लाख खर्च भी किए।

 एसीबी ने गिरिडीह में दर्ज किए थे इन पर 4 मामले

गिरिडीह में टेबल टेंडर निकाल किया गड़बड़झाला संजय कुमार के खिलाफ एसीबी में तीन मामले दर्ज हैं। जिस मामले में जेल गए हैं, उसके अलावा आय से अधिक संपत्ति की प्राथमिकी को छोड़ कर गिरिडीह में ही गबन करने के मामले में उनके खिलाफ तीसरा मामला दर्ज है। आरोप है कि 2018 में गिरिडीह में 24 लाख 81 हजार रुपए के टेंडर में निविदा की जगह संजय ने टेबल टेंडर किया। 25 लाख के टेंडर को 10 भागों में बांट दिया। 29 जनवरी 2018 को कार्यादेश निकाला और महज तीन दिन यानी दो फरवरी 2018 को 720 चापानलों की मरम्मत के मद में ठेकेदार को भुगतान कर दिया। संजय को रिमांड करने की तैयारी है।

कहाँ कहाँ है इनकी सम्पति..?

● एयरपोर्ट रोड हीनू रांची में संजय कुमार की पत्नी उषा देवी के नाम लक्ष्मी अपार्टमेंट में 3 बेड का फ्लैट 12 लाख 72 हजार

● रांची हरमू हाउसिंग कॉलोनी में उषा देवी के नाम एमआईजी 53 लाख 63 हजार

● बेंगलुरु में फ्लैट 19 लाख 85 हजार

● रांची में प्लॉट 02 लाख 70 हजार

● संजय और बेटे के नाम पर 4 कार 40 लाख

● संजय, पत्नी व बेटे के बैंक बैलेंस 16 लाख 92 हजार

 गबन मामले में ये जेल भी जा चुके हैं...!

संजय कुमार को एसीबी ने गिरिडीह पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल-1 में कार्यपालक अभियंता रहते वर्ष 2017 में चापाकल, डीप बोरिंग और शौचालय निर्माण में ठेकेदारों और लाभुकों से वसूली करने के आरोप में जेल भेजा है। खुलासा हुआ था कि वे वसूली की रकम अपनी पत्नी और बेटे के बैंक खातों में जमा कराते थे।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से की मुलाकात

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की।और उन्होंने कर्नाटक विंधानसभा में भारी जीत पर बधाई दी।

इस अवसर पर उन्होंने एक बैठक भी उनके साथ कि तथा , वर्तमान और भविष्य के राजनीतिक परिदृश्यों पर भी चर्चा की।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि यह बैठक बहुत ही सार्थक रहा तथा कई महत्वपूर्ण चर्चा हुई जिससे झारखंड और देश से संवंधित विषयों को लेकर मंथन हुआ।

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का झारखंड दौरा: 24 मई को हाईकोर्ट भवन का करेंगी उद्घाटन, सीजेआई भी होंगे शामिल

रांची: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिवसीय झारखंड दौरे पर 24 मई को पहुंचेंगी। तीन दिनों में वह तीन महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होंगी। राष्ट्रपति 24 मई को सबसे पहले बाबा मंदिर देवघर में पूजा करेंगी। शाम 5 बजे झारखंड हाईकोर्ट के नए भवन का उद्घाटन करेंगी। उद्घाटन में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ के साथ सुप्रीम कोर्ट और अन्य उच्च न्यायालयों के लगभग 40 से अधिक जज भी शामिल होंगे।

24 को राष्ट्रपति मुर्मू के सम्मान में राजभवन में रात्रि भोज का आयोजन भी किया गया है। 25 मई को राष्ट्रपति खूंटी में दिन के लगभग 11 बजे आयोजित महिला सम्मेलन में शामिल होंगी। इसका आयोजन केंद्र सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय ने किया है।

इसके बाद रांची लौट कर वह नामकुम में आयोजित ट्रिपल आईटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। राजभवन में रात्रि विश्राम के बाद 26 मई की सुबह एक घंटे विशिष्ट जनों और परिचितों से मुलाकात करेंगी। इसके बाद लगभग 11 बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान कर जाएंगी।

राष्ट्रपति के दौरे की तैयारियों को लेकर सोमवार को मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने गृह सचिव और अन्य वरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को राष्ट्रपति के कार्यक्रमों में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं करने का निर्देश दिया। रांची, खूंटी और देवघर के डीसी को इसके लिए अलग से निर्देश भी दिए।

700 करोड़ से हो रहा है हाईकोर्ट भवन का निर्माण

हाईकोर्ट के नए भवन के निर्माण का काम रामकृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को मिला था। कंपनी ने 366 करोड़ की पहली प्रशासनिक स्वीकृति के विरुद्ध किए 290 करोड़ के एंग्रीमेंट में हाईकोर्ट के सभी भवनों को तैयार किया। शेष कार्यो को पूरा करने के लिए स्टीमेट बढ़ा कर 697 करोड़ किया गया। विवाद बढ़ा तो सरकार ने जांच के आदेश दिए। कई अभियंताओं पर कार्रवाई हुई। हालांकि अब हाईकोर्ट का पूरा निर्माण कार्य होने तक फिर 700 करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च हो रही है।

कर्नाटक में कांग्रेस की जीत आम जनता की जीत है। डॉ. इरफान अंसारी

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को प्रचंड बहुमत मिलने पर जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने हनुमान मंदिर पहुंचकर बजरंगबली के प्रति आभार व्यक्त किया और जनता को बधाई व धन्यवाद दिया।

मौके पर उन्होंने कहा की कर्नाटक को देवतुल्य जनता के झूठ, फरेब और नफरत को नकार कर सच्चाई, ईमानदारी और भाईचारे को अपनाया। कर्नाटक चुनाव में भाजपा ने सारे नीच हथकंडे अपनाकर लोगों को तोड़ने का काम किया लेकिन समझदार जनता ने कांग्रेस को बहुमत देकर भाजपा को मुंहतोड़ जवाब दिया है।

बजरंगबली के आशीर्वाद से कांग्रेस ने कर्नाटक में अपना परचम लहराया। भाजपा इंसानों की आंखों में धूल झोंक सकती है लेकिन बजरंगबली को आंखों में नहीं। संकट मोचन बजरंगबली ने कर्नाटक की जनता को भाजपा के संकट से बचाया है अब वो पूरे देश की जनता को भाजपा से मुक्ति दिलाएंगे।

भ्रष्ट भाजपा सरकार ने कर्नाटक में भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी थी। भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी से कर्नाटक की जनता त्रस्त थी। जिससे आज उन्हे मुक्ति मिली। चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने धर्म-जाति के नाम पर समाज को तोड़ने का भी प्रयास किया लेकिन उसके सारे मंसूबों पर पानी फिर गया। बजरंगबली के आशीर्वाद और जनता के समर्थन से भाजपा की सरकार पूरे देश हट जाएगी।

मैं फिर एकबार कर्नाटक की जनता, कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को ढेर सारी बधाई देता हूं।

बांग्ला सांस्कृतिक मेला के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य मंत्री ने कहा-भाषा की पकड़ जितनी मजबूत होगी, उतना ही मजबूत समाज और राज्य होगा

रांची : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन बांग्ला सांस्कृतिक मेला के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भाषा की पकड़ जितनी मजबूत होगी, उतना ही मजबूत समाज और राज्य होगा। उन्होंने कहा सभी भाषा- संस्कृति की अपनी अलग अहमियत है ।इससे उस भाषा से जुड़े समुदाय को अलग पहचान मिलती है। इसे संरक्षित और आगे बढ़ाना हम सभी की जिम्मेवारी है। भाषा की पकड़ जितनी मजबूत होगी, उतना ही मजबूत हमारा समाज और राज्य होगा। मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन आज डॉ रामदयाल मुंडा स्टेडियम, रांची में आयोजित तीन दिवसीय बांग्ला सांस्कृतिक मेला के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हर किसी को अपनी भाषा और संस्कृति पर गर्व होना चाहिए। 

 भाषा और संस्कृति के साथ राज्य को आगे ले जाने का प्रयास

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की जो संरचना है, उसने अलग-अलग भाषा और संस्कृति का व्यापक प्रभाव है । हमारी सरकार भाषा और संस्कृति के साथ राज्य को आगे ले जाने का लगातार प्रयास कर रही है। यहां रहने वाले हर समाज को मान- सम्मान के साथ जीने का मौका मिले, इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है।

 झारखंड में बांग्ला भाषा का विशेष प्रभाव 

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड का जो भौगोलिक परिवेश है, उसमें कमोबेश सभी जिले की सीमा किसी ना किसी राज्य के साथ जुड़ी हुई है । विशेष कर पश्चिम बंगाल के साथ झारखंड के सबसे ज्यादा जिले जुड़े हैं। ऐसे में बांग्ला भाषा और संस्कृति का यहां प्रभाव पड़ना लाजमी है। यहां ऐसे कई लोग हैं जिनकी संपत्ति झारखंड और बंगाल दोनों राज्यों में है। सबसे बड़ी बात की बंगाल से उड़ीसा और बिहार राज्य बना एवं बिहार से झारखंड अलग राज्य बना। ऐसे में किसी ना किसी रूप में बांग्ला भाषा- संस्कृति यहां की धरती में रची बसी है। ऐसे में बिना बांग्ला के झारखंड के सांस्कृतिक विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है। 

 क्षेत्रीय भाषाओं को बिना जाने समझे झारखंड को आगे नहीं ले जा सकते 

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में 10 से ज्यादा स्थानीय और क्षेत्रीय भाषाएं बोली जाती है। यहां के ग्रामीण परिवेश में हिंदी से ज्यादा क्षेत्रीय भाषाएं बोली जाती है। ऐसे में राज्य के विकास में अहम जिम्मेदारी निभाने वाले हमारे अधिकारी अगर स्थानीय और क्षेत्रीय भाषाओं को नहीं समझेंगे, नहीं सीखेंगे और नहीं जानेंगे तो वे स्थानीय लोगों से कैसे संवाद स्थापित कर पाएंगे । इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर हमने अपने अधिकारियों को कम से कम क्षेत्रीय भाषाओं को समझने और जानने को कहा है, ताकि वे ग्रास रूट पर लोगों के साथ सीधा संवाद कर उन्हें विकास योजनाओं का लाभ दे सकें।

 विविधता में एकता ही हमारे देश की पहचान 

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत विभिन्न धर्म- समुदाय, भाषा, संस्कृति, रहन- सहन और वेशभूषा वाला देश है । यही विविधता में एकता हमारी देश की पहचान है। यह हमारे देश को मजबूती देती है और पूरी दुनिया इसका लोहा मानती है।

इस अवसर पर मंत्री श्री आलमगीर आलम, श्री सुप्रियो भट्टाचार्य, रांची के उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक समेत बांग्ला समुदाय के बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।_

जामताड़ा का जाल :देशभर में साइबर ठगी के काले कारोबार का साम्राज्य का जड़ कर रहा है मज़बूत जामताड़ा का ठग,हुआ खुलासा

जामताड़ा.....!

झारखंड का एक ऐसा जिला जो साइबर ठगी के मामले में सिर्फ भारत हीं नही बल्कि पूरी दुनिया मे अपने कारनामो के कारण चर्चा में है। यहां के ठगी का काला साम्राज्य का कई शाखा भारत के कई भागों में खुला था जिसका खुलासा हो रहा है।सबसे आश्चर्य की बात है कि यहां के ठगों ने ठगी का विश्वविधालय तक बना डाला। लोगो को साइबर ठगी का 15 से 20 हज़ार में क्रैश कोर्स कराकर लोगों को साइबर ठगी का डिग्री तक देने लगा।इन लोगों का सीधा फंडा था 20 हज़ार में टर्निंग लो,और लाखों कमाओ। इसके लिए सलाना 10 लाख खर्च भी करता था।आश्चर्य तो इस बात की है कि साइबर अपराध के मास्टरमाइंड की कोई खास डिग्री भी नही,साधारण पढ़े लिखे, मज़दूरी करने वाले साधारण लोग भी इस कला में महारत हासिल कर लेता है।

देश भर में फैल रहा है अब इस कारोबार का जड़

इस मामले में तीन दिन पहले जामताड़ा की नई ब्रांच का खुलासा हुआ था। पुलिस ने हरियाणा के मेवात में 2 लाख सिमकार्ड ब्लॉक किए थे। यहां के 14 गांवों में छुपकर काम कर रहे थे जामताड़ा के कई लोग। नूंह यानी मेवात पड़े पैमाने पर छापेमारी हुई। जामताड़ा के इन लोगों के करीब 300 अड्डों पर पुलिस पहुंची और तलाशी ली गई तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। हरियाणा ही नहीं राजस्थान से भी जुड़े जामताड़ा के तार।

ठगी का क्रैश कोर्स करा रहा था जामताड़ा गैंग

इस रेड के बाद सामने आया कि यहां पर लंबे समय से जड़े फैलाने का काम चल रहा था। इनका मकसद था इस इलाके के लोगों को अपने साथ जोड़ना और इसके लिए जामताड़ा के शातिर लोगों ने ट्रेनिंग कैंप भी शुरू किए। ये ट्रेनिंग कैंप राजस्थान के अलवर औऱ भरतपुर जिलों में लगाए गए। बताया जा रहा है कि साइबर क्राइम की ट्रेनिंग देने के लिए इन कैंपों में बकायदा फीस भी चार्ज की जा रही थी। करीब 15-20 हजार रुपये ये इस ट्रेनिंग के लिए लेते थे।

पैसे देकर लो लूट की ट्रेनिंग

ट्रेनिंग में सिखाया जाता था कैसे फर्जी सिमकार्ड लेने हैं। कैसे बैंकों में फर्जी अकाउंट खुलवाने हैं। कैसे लोगों को अपने जाल में फंसाना है। जामताड़ा के हर काम इस क्रैश कोर्स में सिखाए जाते। कुछ ही दिनों में नए मेंबर इस काम में परफेक्ट हो जाते और फिर शुरू होता ठगी का धंधा। साइबर चोर बनने के बाद बनाने वाले ये कैंप लंबे समय से यहां काम कर रहे थे।

फर्जी कॉल सेंटर खोलकर पूरे देश में लूट

जामताड़ा झारखंड में है। पहले साइबर क्राइम का काम यहीं शुरू हुआ था, लेकिन धीरे-धीरे ये पूरे देश में फैलने लगा। नौकरी, शाॉपिंग, विदेश यात्रा, फर्जी आधार कार्ड, क्रेडिट कार्ड या फिर कई और तरीकों से ये लोगों को लूटते हैं। जगह-जगह पर इनके फर्जी कॉल सेंटर्स खुले होते हैं और उन्हीं के जरिए आम जनता को फंसाने का काम होता है।