*यूपी में अवैध रूप से संचालित मदरसों पर कार्रवाई तैयारी*


लखनऊ । प्रदेश में अवैध रूप से चल रहे मदरसों पर सरकार ने शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। चार हजार से ज्यादा गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी है। इन मदरसों में विदेशी फंडिंग हो रही है। मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं समाप्त होने के बाद यह कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।

इस बाबत अल्पसंख्यक कल्याण विभाग अधिकारियों का पुलिस के आला अधिकारियों के साथ भी मंथन हो चुका है।

पिछले साल प्रदेश में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराया था

प्रदेश सरकार ने पिछले साल प्रदेश में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में इस बाबत बैठक हुई थी। 12 बिंदुओं पर कराए गए सर्वे में एक महत्वपूर्ण बिंदु यह भी था कि मदरसों की आय का स्रोत क्या है?

सर्वे में 8441 मदरसे ऐसे मिले थे जो अवैध रूप से चल रहे थे

सर्वे में 8441 मदरसे ऐसे मिले थे जो अवैध रूप से चल रहे थे। इनकी मान्यता नहीं ली गई थी। खास तौर से उप्र-नेपाल बॉर्डर के जिलों में तो इस तरह के मदरसों का जाल मिला था। सिद्धार्थनगर में 500 से ज्यादा, बलरामपुर में 400 से ज्यादा, लखीमपुर खीरी में 200, महराजगंज में 60, बहराइच तथा श्रावस्ती में 400 से ज्यादा मदरसे गैर मान्यता प्राप्त मिले थे।

चार हजार से ज्यादा मदरसों में विदेशी फंडिंग की बात सामने आई

हालांकि इनमें से अधिकतर मदरसा संचालकों ने यह बताया कि उनके मदरसे चंदे और जकात से चल रहे हैं पर इनमें चार हजार से ज्यादा मदरसों में विदेशी फंडिंग की बात सामने आई। दरअसल मदरसा संचालकों ने बताया कि उन्हें मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली , हैदराबाद सहित कई महानगरों से फंड मिलता है पर यह सामने आ रहा है कि इन शहरों के जरिए सऊदी अरब व अन्य देशों से भी यहां पैसा आता है।

नेपाल व बांग्लादेश से भी पैसा आने की बात सामने आई

खास तौर से दुबई के काफी लोग यहां पैसा भेजते हैं। नेपाल व बांग्लादेश से भी पैसा आने की बात सामने आई है। इसे चंदा बताया जा रहा है। यह चंदा सरकार के रडार पर आ गया है। साथ ही मदरसा संचालक इस चंदे के सही दस्तावेज भी उपलब्ध नहीं करा पाए हैं।

राष्ट्रीय लोक अदालत में रविवार की शाम तक 51,31,679 वाद निस्तारित

लखनऊ। सदस्य सचिव, उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण संजय सिंह प्रथम ने बताया कि कार्यपालक अध्यक्ष, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली न्यायमूर्ति श्री प्रीतिंकर दिवाकर, मुख्य न्यायाधीश, इलाहाबाद उच्च न्यायालय/मुख्य संरक्षक, उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन व न्यायमूर्ति श्रीमती सुनीता अग्रवाल, वरिष्ठ न्यायाधीश, उच्च न्यायालय इलाहाबाद/कार्यपालक अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कुशल निर्देशन में रविवार को सम्पूर्ण प्रदेश में राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित की गयी।

उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने हेतु 10 मई 2023 को सदस्य सचिव, उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण संजय सिंह प्रथम द्वारा वीडियो कान्फ्रेन्सिग के माध्यम से उत्तर प्रदेश के समस्त नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय लोक अदालत, दीवानी न्यायालय, उ0प्र0 व समस्त सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों एवं समस्त मुख्य न्यायिक मजिस्टेट, दीवानी न्यायालय, उत्तर प्रदेश से विशेष रूप से न्यायालयों में लम्बित मामलों के अधिक से अधिक संख्या में निस्तारण करने के लिए निर्देशित किया गया।

सदस्य सचिव, उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण संजय सिंह प्रथम ने बताया कि 17 मई 2023 को प्रमुख सचिव, गृह उप्र शासन की अध्यक्षता में प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों, पुलिस कमिश्नर/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/ पुलिस अधीक्षक एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की वर्चुवल मीटिंग में न्यायालयों में लम्बित एवं प्री-लिटिगेशन वादों के अधिक से अधिक संख्या में निस्तारण के लिए अपने स्तर पर जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के साथ सहयोग एवं सामन्जस्य स्थापित करने एवं सक्रिय रूप में वर्तमान राष्ट्रीय लोक अदालत में भी विगत लोक अदालतों की भाॅँति अधिक से अधिक संख्या में वादों के निस्तारण को सुनिश्चित करते हुए इस लोक अदालत की सफलता के लिए निर्देश्ति किया गया।

सदस्य सचिव, उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण संजय सिंह प्रथम ने बताया कि प्रदेश के न्यायिक अधिकारियो, प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के सहयोग से विगत कई बार से देश में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालतों में उत्तर प्रदेश द्वारा लगातार श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सम्पूर्ण भारत वर्ष में वादों के निस्तारण में निरंतर प्रथम स्थान प्राप्त किया है तथा इन लोक अदालतों में राष्ट्रीय स्तर पर निस्तारित कुल वादों में से लगभग आधे वादों का निस्तारण अकेले उत्तर प्रदेश राज्य में किया गया है। सदस्य सचिव, उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण संजय सिंह प्रथम ने बताया कि प्राप्त सूचना के अनुसार सायं 06 बजे तक उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोक अदालत 21 मई 2023 दिन रविवार को 51,31,679 वाद निस्तारित किये गए। निस्तारित वादों में 46,39,982 प्री-लिटिगेशन वाद, 4,05,474 लम्बित वाद , 86,223 विशेष लोक अदालत (लघु आपराधिक वाद) निस्तारित हुए। लम्बित एवं प्री-लिटिगेशन वादों के निस्तारण की अन्तिम संख्या अभी प्रतीक्षित है।

नमीरा मानव प्राकृतिक स्वास्थ्य रक्षा केंद्र के डेमो सेंटर का हुआ उद्घाटन


निरोगी और दीर्घायु जीवन की कल्पना को साकार करने के लिये TIES संस्थान सेवारत

लखनऊ। नमीरा मानव प्राकृतिक स्वास्थ्य रक्षा केंद्र के डेमो सेंटर का उद्घाटन निगहत खान के द्वारा शिक्षा भवन के पास सिटी स्टेशन क्षेत्र में किया गया।ग्लोबली मिशन पर काम कर रही अल्टरनेटिव मेडिसिन पारंपरिक चीनी पद्धति के द्वारा निरोगी जीवन जीने की कला सिखाती है।

केंद्र की गोल्डलाइन रैंक होल्डर कामिनी सिंह ने बताया अब ज्यादा जागिंग और एक्सरसाइज करने की जरूरत नहीं है।विश्व स्वास्थ्य संगठन और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा प्रमाणित टी.सी.एम पद्धति के द्वारा एक ऐसी इलेक्ट्रो एक्यूपंक्चर मशीन जो 15 मिनट में 5 किलोमीटर की दौड़ और 2 घंटे की एक्सरसाइज और 250 से ज्यादा बीमारियों का संपूर्ण समाधान करती है।

विशेषकर लाइफ़स्टाइल डिजीज में शुगर, थायराइड, बी.पी. आदि को यह पद्धति जिंदगी भर के लिए ठीक करती है।इन सभी बीमारियों का ब्लड सरकुलेशन टेक्नोलॉजी द्वारा वैज्ञानिक पद्धति से संपूर्ण समाधान किया जाता है।केंद्र के 8 स्टार होल्डर अभय गुप्ता ने बताया कि यहां पर कील-मुहांसों का उपचार मात्र 15 दिनों में ही कर दिया जाता है।हमारे न्यूट्रास्यूटिकल अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के गहन शोध द्वारा तैयार किए गए हैं।वर्तमान में भारत में हम 60 प्रोडक्ट को प्रमोट कर रहे हैं।ये जोड़ों के दर्द, हार्ट ब्लॉकेज,अनिद्रा, किडनी प्रॉब्लम,स्त्री रोग से संबंधित विभिन्न समस्याओं, पेट रोग, थायराइड, गैस-कब्ज आदि रोगों में बहुत उपयोगी हैं।

इस अवसर पर प्रसिद्ध समाजसेवी मुरलीधर आहुजा ने भी इस उपचार केन्द्र की कुछ सेवाओं का प्रयोग किया और उनकी सरहाना की।इस अवसर पर जुबैर अहमद,अज़ीज़ सिद्दीकी,अब्दुल वहीद,आरिफ़ मुकीम,तौसीफ हुसैन,जावेद बेग आदि मौजूद थे।

*श्रीराम कथा में शिव विवाह वर्णन सुनकर भावविभोर हुए भक्त*


लखनऊ। राजाजीपुरम सेक्टर 12 स्थित बाबा की बगिया में संतोष त्रिवेदी चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से चल रही ग्यारह दिवसीय श्रीराम कथा के दूसरे दिन रविवार को श्रीधाम अयोध्या से पधारे कथावाचक संत शरण त्रिपाठी महाराज ने शिव विवाह का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान शिव की बारात जब हिमाचल पहुंची तो माता पार्वती के माता पिता और वहां मौजूद प्रजा बारात में सम्मिलित भूूत, प्रेम, औघड़ को देखकर चकित रह गए।

भगवान शिव की बारात में भगवान विष्णु और ब्रम्हा देव सहित देवता भी सम्मिलत रहे। भगवान शिव ने सभी त्याज्य वस्तुओं को अपनाकर उसका सम्मान बढ़ाया, उन्होंने अमृत को छोड़कर विष को कमनीय पुष्पों की माला को छोड़ कर सफेद फूलो को अपनाया। इतना ही नही मेवा पकवानों को छोड़कर बेलपत्र और धतूरा से संतुष्ट होना शिव जी के परोपकारी होने का अनुकरणीय उदाहरण है।

शिव भोले भंडारी हैं, सृष्टि का पालन एवं संहार करने कि शक्ति शिव के पास है। इस मौके पर राजन त्रिवेदी, शुभि त्रिवेदी, रितेश तिवारी, अर्जुन गुप्ता ने रामचरित मानस की आरती की।

*प्रतिभाओं को सम्मानित करने से बढ़ता है उनका मनोबल:मोनी मिश्रा*


लखनऊ। वर्ल्ड काउंसिल फॉर रूलर एजुकेशन डेवलपमेंट के तत्वाधान में होटल स्योना चारबाग में इंडियन एजुकेटर अवार्ड वितरण समारोह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मोहम्मद अरबाज खान, प्रिंट मीडिया वर्किग जर्नालिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अब्दुल अजीज सिद्दीकी,उत्तर प्रदेश जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन अब्दुल वहीद तथा समाजसेवी इमरान कुरेशी ने विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य कर रहे कई हस्तियों को सम्मानित किया।

सम्मानित होने वालों में डाक्टर तारिक, डाक्टर हैदर (पीएचडी)डॉक्टर एके सिंह, मोहम्मद अरबाज खान,इफ्तिखार अहमद, मोहम्मद राशिद, जौनपुर से पधारे लेखक डॉ मुजम्मिल, डॉक्टर सोहराब, डॉ सुजीत कुमार,डॉ आबिद खान,डॉ. दिलीप तिवारी,गोरखपुर के अंकित दुबे और चेन्नई से आई रजनी और अतिथि रीना विक्रम सिंह,गुलाम मोहम्मद आदि प्रमुख थे। इस अवसर पर संस्था के संयोजक मोनी मिश्रा ने बताया कि हमारी संस्था ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों की निशुल्क शिक्षा के लिए कार्य कर रही है।हम उनको पढ़ाई के अतिरिक्त योगा डांस आदि गतिविधियों में भी प्रशिक्षण देते हैं।

जरूरतमंदों को हम दवाइयां भी उपलब्ध कराते हैं।हमारा उद्देश्य है कि सभी को एक समान नजर से देखा जाए और मानव में आपसी भाईचारे की भावना मजबूत हो।आयोजन में अध्यक्ष डॉ मोहम्मद फारुख, डायरेक्टर आबिद खान और डॉक्टर हैदर, मोनी मिश्रा ने अब्दुल अज़ीज़ सिद्दीकी,अब्दुल वहीद,आरिफ़ मुकीम, जितेन्द्र कुमार खन्ना, जावेद बेग को अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानित किया।मोनी मिश्रा ने देश के विभिन्न हिस्सों से आए अतिथियों का स्वागत किया।कार्यक्रम का कुशल संचालन रजनी और डॉक्टर हैदर ने किया।इस अवसर पर शवाब नूर ने पुराने फिल्मी गीत गाकर आये हुये अतिथियों का मन मोह लिया।

नवविवाहिता ने ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज़ उत्पीड़न का कराया मुकदमा दर्ज


लखनऊ । कृष्णानगर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली एक नवविवाहिता को पति समेत ससुरालीजनों ने दहेज़ में दस लाख रुपये की मांग एवं संपत्ति में हिस्सा की मांग की मांग पुरी न होने पर प्रताड़ित करते हुए घर से भगा दिया । पीड़िता ने अपने परिवारीजनों संग स्थानीय थाने पर पहुँच लिखित शिकायत की है ।

कृष्णा नगर कोतवाली क्षेत्र तुलसी पार्क गीतापल्ली आजाद नगर निवासी पीड़िता अर्चना दीक्षित पुत्री राज किशोर तिवारी के मुताबिक उसका विवाह वर्ष 2022 अप्रैल माह में पुरे रीती रिवाज के साथ विनीत दीक्षित उर्फ़ सत्यम पुत्र विमल दीक्षित के साथ हुआ था । शादी के कुछ दिन बाद से ही पति विनीत दीक्षित, ससुर विमल दीक्षित व ननद शिप्रा दीक्षित एंव मौसेरी सास आशा अवस्थी ने अपनी नवविहिता बहु से अतिरिक्त दहेज की मांग कोलेकर शारीरिक व मानसिक रुप से प्रताड़ित करना शुरु कर दिया था ।

आरोप है कि पति व ससुर तथा मौसेरी सास पीड़िता पर अपने मायके की सम्पत्ति में हिस्सा मांगने का दवाव बना रहे थे। विरोध करने पर पीड़िता को उसके पति व ससुर तथा ननद द्वारा प्रार्थिनी को जान से मारने की कोशिश भी की गयी। मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना से तंग आकर विवाहिता ने अपने मायके वालो को जानकारी दी । जब मायके से माता पिता आये तो उनके साथ भी इन लोगो ने अभद्र व्यवहार किया जिसपर वह अपने माता पिता संग मायके आ गई ।

पीड़िता के मुताबिक वह 20 मई को वह अपनी बहन संग ससुराल अपने कागज, कपडे व अन्य सामान लेने गई तो पति विनीत दीक्षित, ननद शिप्रा व ससुर बिमल दीक्षित ने पीड़िता व उसकी बहन तथा बुआ को मारा- पीटा व गालियाँ दी । पीड़िता के पिता के आने पर ससुराल पक्ष के लोगो और ननद शिप्रा ने उसको जीने से नीचे धकेल दिया तथा पति और ससुर ने गेट के अन्दर खींचकर जान से मारने की कोशिश भी की एवं मायके से मिला सारा सामान जेवर अपने कब्जे में ले लिया | जिसपर पीड़िता अपने मायके वालो संग स्थानीय थाने पर पहुँच पति व ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज़ के प्रताड़ित करने मारपीट घरेलु हिंसा गाली गलौज का आरोप लगा शिकायत की है पुलिस मामले में मुकदमा दर्ज कर जाँच में जुटी है ।

*गया प्रसाद वेलफेयर सोसाइटी द्वारा सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार समारोह का हुआ आयोजन*


लखनऊ । कानपुर रोड के एलडीए कॉलोनी सेक्टर - एच निकट अपोलो हॉस्पिटल स्थित श्री हनुमान मंदिर, तिकोनिया पार्क में "गया प्रसाद वेलफेयर सोसाइटी लखनऊ" द्वारा रविवार को भीषण गर्मी के दृष्टिगत सुबह 6 बजे से प्रारंभ कर शाम 4 बजे के मध्य 41 बच्चो के निःशुल्क भव्य सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार समारोह व विशाल भंडारे का आयोजन किया गया । इस अवसर पर स्थानीय सम्मानित नागरिकों समेत क्षेत्र के गणमान्य लोगों व स्थानीय पार्षदों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लेकर भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया ।

उपनयन संस्कार की समाप्ति पर संस्था के अध्यक्ष ने सभी बटुकों को प्रमाण पत्र देकर पूर्ण ब्रह्मण होने का आशीर्वाद दिया । कार्यक्रम के आयोजक व गया प्रसाद वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष आशीष अवस्थी ने कहा कि सनातन धर्म के 16 संस्कारों में 10वां संस्कार उपनयन संस्कार है । किसी भी बालक के लिए उपनयन संस्कार शिक्षा, बल, बुद्धि और यश का प्रतीक है । मुंडन के उपरांत बटुक को पवित्र जल से स्नान करा कर कच्चे सूत से विशिष्ठ सूत्र को विशेष विधि से ग्रंथित कर जनेऊ बनाया जाता है । यज्ञोपवीतधारी व्यक्ति बाएं कंधे से ऊपर और दांई भुजा के नीचे पहन कर गुरु शिष्य परंपरा के नैकटय प्राप्त करता है । उन्होंने कहा कि हमारे समाज में बहुत से ऐसे लोग हैं जो आर्थिक परेशानियों के कारण उचित समय पर अपने बच्चों का उपनयन संस्कार नही करवा पाते हैं । ऐसे लोगों की समस्याओं का ध्यान रखते हुए हमारी संस्था निःशुल्क उपनयन संस्कार का आयोजन करती है ।

जिससे बच्चे संस्कार से वंचित न रहें । इस आयोजन के माध्यम से बच्चे संस्कार ग्रहण कर अपने धर्म और कर्म की जानकारी ग्रहण कर अपने जीवन को सरल और सहज बना कर विज्ञान के साथ साथ अपने धर्म के अनुरूप कर्म कर जीवन जीने की कला में परांगत होते है । कार्यक्रम के अंत में सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए संस्था के अध्यक्ष आशीष अवस्थी ने कहा कि देर से आए कुछ बटुकों को यज्ञोपवीत संस्कार से वंचित रहना पड़ गया है जिन्हे जल्द ही अगले कार्यक्रम में शामिल कर उन्हे संस्कारित किया जाएगा ।

हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर कारीगर गंभीर रूप से झुलसा


लखनऊ । राजधानी लखनऊ के बीबीडी थाना क्षेत्र हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से एक कारीगर झुलस गया। बीबीडी कॉलेज के सामने 11000 हाई टेंशन लाइन के पास काम कर रहे कारीगर अचानक चपेट में आ गया। मौके में मौजूद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी पुलिस ने झुलसे युवक को सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया है। फिलहाल कारीगर की हालत गंभीर बनी हुई है।

हर्बल ब्यूटी पार्लर में एसी ठीक कर रहा था कारीगर

मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों के अनुसार बीबीडी कॉलेज के सामने हर्बल ब्यूटी पार्लर का एसी सही कर रहा था। ऐसी सही करते दौरान युवक 11000 हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया। युवक की हालत गंभीर है।

अशोभनीय वस्त्र पहनकर पहुंचे तो राधा-रानी के नहीं होंगे दर्शन, मथुरा के इस मंदिर ने जारी किया ड्रेस कोड


लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मथुरा के वृंदावन के सप्त देवालयों में शामिल ठाकुर राधा दामोदर मंदिर में अमर्यादित (छोटे कपड़े) वस्त्र पहनकर दर्शन करने आने वालों पर रोक लगा दी गई है। मंदिर के गेट पर पुरुष और महिलाओं से ऐसे वस्त्र न पहनकर आने की अपील का बोर्ड लगा दिया है। सेवायत पूर्ण चंद गोस्वामी ने अन्य मंदिर संचालकों से भी ऐसे वस्त्र पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं पर रोक लगाने का आह्वान किया है। यह फैसला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

देश के अलग-अलग हिस्सों से मंदिरों में मर्यादित वस्त्र पहनकर आने का किया जा रहा आह्वान

उन्होंने बताया कि हमारी संस्कृति और शास्त्रों में मंदिरों में ऐसे वस्त्र पहनकर आना निषेध बताया है। बता दें कि देश के अलग-अलग हिस्सों से मंदिरों में मर्यादित वस्त्र पहनकर आने का आह्वान हो रहा है। उधर, बांकेबिहारी मंदिर के प्रबंधक ने कहा है कि धार्मिक स्थलों पर अमर्यादित वस्त्र पहनकर नहीं आना चाहिए। मंदिर की परंपरा का ध्यान रखना चाहिए। अगर इसका भक्त पालन नहीं करेंगे तो फिर मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। हमें अपनी संस्कृति को बचाये रखना है।

मुकेश बल्लभ गोस्वामी ने अपील की सभी मंदिरों में यह लागू होना चाहिए

पंचायती मंदिर ठा. राधारमण लाल के पदाधिकारी अनुभूति गोस्वामी ने कहा कि लोगों को धार्मिक स्थल पर अशोभनीय वस्त्र नहीं पहनने चाहिए। बाकी वह स्वतंत्र हैं कि कब क्या पहनें। यह सनातन संस्कृति और परंपरा के खिलाफ है।ठा. राधावल्लभ मंदिर के सेवायत मुकेश बल्लभ गोस्वामी ने अपील का समर्थन करते हुए कहा कि सभी मंदिरों में ऐसा होना चाहिए। मंदिर की अपनी वेशभूषा होती है, देखते जा रहे हैं कि यहां फूहड़पन फैलाया जाता है जिस पर रोक लगनी ही चाहिए। इसका सभी भक्तों को पालन करना चाहिए।

*फाइलेरिया से बचाने को आगे आएं, सेवा धर्म निभाएं : डॉ.रितु श्रीवास्तव*


लखनऊ।स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च(सीफार)और पाथ संस्था के सहयोग से फाइलेरिया नेटवर्क के सदस्यों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुक्रवार को मोहनलालगंज ब्लॉक के सिसेंडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित हुआ ।इस मौके पर जिला मलेरिया अधिकारी डा. रितु श्रीवास्तव ने नेटवर्क के सदस्यों से कहा कि आप समुदाय के बीच से ही हैं, इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें कि फाइलेरिया बीमारी को छिपाएं नहीं बल्कि बताएं । बीमारी को छिपाने से यह बढ़ेगी ही, घटेगी नहीं । इसलिए लोगों को फाइलेरिया से बचाने के लिए आगे आयें और सेवाभाव का धर्म निभाएं | आप ब्रांड एंबेसडर के तौर पर काम कर रहे हैं । इसके साथ ही उन्होंने फाइलेरिया नेटवर्क की सराहना करते हुए कहा कि अभी तक फाइलेरिया के रोगियों को ढूंढने में स्वास्थ्य विभाग का जो सहयोग किया है वह फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है l

फाइलेरिया प्रभावित अंगों की समुचित देखभाल और व्यायाम के बारे में बताया

पाथ संस्था के डा.शोएब अख्तर ने कहा कि फाइलेरिया से बचाव की दवा तो है लेकिन फाइलेरिया होने के बाद केवल साफ-सफाई और व्यायाम के द्वारा इसका प्रबंधन किया जा सकता है और बढ़ने से रोका जा सकता है ।इसलिए जब भी फाइलेरिया रोगियों से मिलें तो उन्हें रोग से बचाने की दवा सेवन करने के लिए जरूर प्रेरित करें ।इसके साथ ही उन्होंने फाइलेरिया प्रभावित अंगों की साफ़-सफाई और व्यायाम का प्रदर्शन करके दिखाया । अंगों की सफाई करते समय यह जरूर ध्यान रखें कि अंधेरे में न बैठें । ऐसी जगह बैठें जहाँ पर्याप्त रोशनी हो और आप ठीक से देख सकें कि फाइलेरिया प्रभावित अंगों में कोई घाव तो नहीं है । भले ही एक अंग फाइलेरिया से प्रभावित हो लेकिन सफाई दोनों अंगों की ही करनी चाहिए।फाइलेरिया प्रभावित अंगों को लटकाकर न रखें । उसके नीचे कोई सपोर्ट रखें जो कि मुलायम हो और इसके किनारे नुकीले न हों ।पाथ के डा. अनंत विशाल ने बताया कि फाइलेरिया प्रभावित अंगों की देखभाल इसलिए भी जरूरी है, ताकि उनमें व्यापक मूवमेंट हो और सूजन न बढ़े । इसके अलावा महिलाएंफाइलेरिया ग्रसित पैरों में बिछिया या पायल और हाथों में अंगूठी या चूड़ियाँ पहनने से बचें ।

सीफार व पाथ के सहयोग से फाइलेरिया नेटवर्क के सदस्यों को किया गया प्रशिक्षित

सीफार संस्था की अमृता पाटिल ने लोगों को जागरूक करने में संचार की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया । उन्होंने रोल प्ले के माध्यम से फाइलेरिया नेटवर्क के सदस्यों को जानकारी दी कि किस तरह से समुदाय में लोगों को फाइलेरिया से संबंधित जानकारी देनी है । इसमें फाइलेरिया नेटवर्क के सदस्यों ने प्रतिभाग किया ।उन्होंने इस बात पर जोर दिया किआप जो भी बात या संदेश पहुंचाना चाहते हैं वह छोटा और स्पष्ट हो, ताकि लोग आसानी से समझ सकें । इसके साथ ही रूचिपूर्ण तरीके से बताएं जिससे वह उससे ऊबने न लगें |

लोगों को जागरूक करने में संचार की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में भी बताया

इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड डर्मेटोलॉजी(आईएडी) संस्था के मुख्य आयुर्वेद सलाहकार डा.गुरु प्रसाद अग्गीथया ने फाइलेरिया के गंभीर रोगियों का भारतीय पारंपरिक पद्धतियों के माध्यम से इलाज करने की जानकारी के बारे में बताया । उन्होंने बताया कि फ़ाइलेरिया के गंभीर मरीजों राहत पहुंचाने के लिए जनपद के इंदिरा नगर स्थित रीजनल आयुर्वेद रिसर्च सेंटर में शीघ्र ही केंद्र खुलने जा रहा है ।इस मौके पर मलेरिया इंस्पेक्टर अर्शिता सिंह, वरिष्ठ लैब टेक्नीशियन आलोक मिश्र, हेल्थ सुपरवाइजर आर.के.शुक्ला, आशा कार्यकर्ता सुभाषिनी और पुष्पा, यूनिसेफ के बीएमसी राम बहादुर, सीफार संस्था के राज्य, जिला और ब्लॉक के प्रतिनिधि, फाइलेरिया नेटवर्क के 17 सदस्य उपस्थित रहे ।