दुमका : मुर्गाबनी के किसानों की बदलेगी तस्वीर, 28 एकड़ जमीन पर तैयार हुआ मनरेगा पार्क, विधायक ने किया उदघाटन

दुमका : सदर प्रखंड के बड़तल्ली पंचायत अंतर्गत मुर्गाबनी गांव में मनरेगा के तहत किसानों की तस्वीर और तकदीर बदलने की कवायद में प्रशासन जुट गया है।

 बुधवार को मुर्गाबनी गाँव में बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय झामुमो विधायक बसंत सोरेन ने किया। विधायक बसंत सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि मुर्गाबनी गांव के लाभुकों ने सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बिरसा हरित ग्राम योजना को धरातल पर उतार कर सराहनीय कार्य किया है। 

उन्होंने यह भी कहा कि बिरसा हरित ग्राम योजना के सफल क्रियान्वयन से गॉव में खेती आधारित आजीविका के संकट से मुक्त होने में किसानों को काफी मदद मिल रही है। कहा कि बागवानी योजना के निरन्तर विकास से जल संग्रहन, आजीविका संवर्द्धन, पर्यावरण संरक्षण तथा फल उत्पादन में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल होगी। 

उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने कहा कि इसी प्रकार का पार्क अन्य पंचायतों में भी बनाने का सुझाव दिया है। 

कार्यक्रम में उपस्थित सभी मुखियागण से अनुरोध भी किया कि अपने-अपने पंचायतों में इसी प्रकार बिरसा हरित ग्राम योजना का सफल क्रियान्वयन करें ।

मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार सिन्हा, प्रमुख, पंचायत समिति सहित अन्य उपस्थित थे। 

प्रशिक्षण कार्यक्रम में सदर प्रखण्ड अन्तर्गत सभी 25 पंचायत के मुखिया और कई लाभुक उपस्थित थे । विदित हो कि मुर्गाबनी ग्राम में कुल 28 लाभुकों के 28 एकड़ भूमि पर एक मनरेगा पार्क विकसित किया जा रहा है। 

जिसमें बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत आम बागवानी लगाया गया है जिसमें आठ सिंचाई कूप, तीन डोभा, दो तालाब, चार वर्मी कम्पोस्ट एवं दो पशुशेड बनाया गया है। इसके अलावा अन्तः फसल के रूप में लाभुक द्वारा खेती भी किया जा रहा है। इसमें मुर्गी पालन भी किया जाना है। विधायक बसंत सोरेन तथा उपायुक्त श्री शुक्ला ने मनरेगा पार्क का निरीक्षण भी किया। 

प्रशिक्षण कार्यक्रम में आसनसोल पंचायत के पांच लाभुक, मुड़भंगा पंचायत के एक लाभुक तथा केशियाबहाल पंचायत के एक लाभुक को मनरेगा आम बागवानी योजना को देखकर वे भी बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत आम बागवानी योजना करने के लिए स्वीकृति प्रदान किया गया। जिसके लिए विधायक  द्वारा योजना स्वीकृति प्रमाण पत्र दिया गया। 

कार्यक्रम में सभी पंचायतों के पंचायत सचिव और रोजगार सेवक के साथ साथ कई -लाभुक और ग्रामीण उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : सावधान! आप CCTV कैमरे की निगरानी में है..सवा दो करोड़ की 210 कैमरों की जद में शहर, बसंत ने किया उदघाटन

दुमका :- उपराजधानी दुमका पर अब 'तीसरी आंख' की भी नजर रहेगी। शहर में दिन-दहाड़े और रात के अंधेरे में भी आपराधिक घटनाओं या वारदातों को अंजाम देना अब आसान नहीं होगा क्योंकि अब हर अपराधी और असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर तीसरी आंख नजर रखेगी। 

दुमका शहर में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर नकेल कसने के लिए पुलिस अब सीसीटीवी कैमरों से चप्पे चप्पे पर नजर रखेगी। सोमवार को शहर के प्रमुख चौक चौराहों और स्थानों में नगर विकास विभाग द्वारा 15 वें वित्त आयोग के तहत स्थापित 210 सीसीटीवी कैमरे के प्रोजेक्ट का उदघाटन स्थानीय विधायक बसंत सोरेन ने किया। 

झामुमो विधायक बसंत सोरेन ने कहा कि शहर में हाल के दिनों में आपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही थी। बढ़ती आपराधिक घटनाओं से आमलोगों के साथ पुलिस प्रशासन भी परेशान था। ऐसे में अपराधियों के मंसूबो पर नकेल कसने के लिए शहर में जगह जगह पर सीसीटीवी की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। उन्होंने कहा कि लोगों की सुरक्षा के लिहाज से पूरे शहर में 252 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने है जिसमे 210 सीसीटीवी कैमरों ने काम करना शुरू कर दिया और इसका संचालन अधिकारियों एवं तकनीकी एक्सपर्ट की देखरेख में पुलिस कंट्रोल रूम से होगा। 

उन्होंने कहा कि शहर में सीसीटीवी कैमरे स्थापित होने से लोगों को अब किसी तरह से डरने की जरूरत नहीं है। इन कैमरों के बेहतर संचालन के लिए विभाग और पुलिस महकमा को महत्वपूर्ण निर्देश दिया गया है। 

वही पुलिस अधीक्षक अम्बर लकड़ा ने कहा कि पुलिस कंट्रोल रूम में आठ बड़े बड़े स्क्रीन लगाए गए है। सभी कैमरे उच्च क्वालिटी और तकनीक के है। शहर की हर गतिविधियों पर इन कैमरों से नजर रखा जाएगा। इन कैमरों के स्थापित होने से अपराध नियंत्रण और जांच के साथ साक्ष्य जुटाने में मदद मिलेगी। 

पुलिस के समर्पित पदाधिकारी और तकनीकी एक्सपर्ट की निगरानी में कंट्रोल रूम से इन कैमरों के संचालन किया जाएगा। कहा कि आनेवाले दिनों में शहर के अन्य संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। 

नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी गंगाराम ठाकुर ने कहा कि कैमरे के बेहतरीन रखरखाव के लिए संबंधित एजेंसी को निर्देश दिया गया है। करीब दो करोड़ 24 लाख रुपये की लागत से इन उच्च गुणवत्ता एवं तकनीक के सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। 

मौके पर एसडीओ कौशल कुमार, डीएसपी मुख्यालय विजय कुमार, एसडीपीओ नूर मुस्तफा सहित अन्य उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : जितेंद्र हत्याकांड की जांच तेज, डीएसपी के नेतृत्व में डॉग स्क्वायड व एफएसएल की टीम ने पुनः साक्ष्य जुटाए

दुमका :- जिले के मसलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत रानीघाघर के एक खेत में तालाबनुमा गड्ढे में शनिवार को नौ साल के मासूम बच्चे जितेंद्र कुमार पंडित के मिले शव के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है।

रविवार को पुलिस उपाधीक्षक विजय कुमार के नेतृत्व में डॉग स्क्वायड और एफएसएल की टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया और कई अहम साक्ष्य जुटाए। डॉग स्क्वायड और एफएसएल की टीम ने शनिवार को रात में भी घटनास्थल पहुँचकर सबूत जुटाया था।

जितेंद्र पंडित की हत्या की आशंका जतायी जा रही है। 

आशंका है कि अज्ञात हत्यारों ने जितेंद्र की बेरहमी से हत्या कर साक्ष्य छुपाने की नियत से शव को गड्ढे में फेंक दिया। डीएसपी विजय कुमार ने कहा कि मामले का जल्द खुलासा किया जाएगा। 

कई अहम सबूत जुटाए जा रहे है। डॉग स्क्वायड और एफएसएल की टीम शनिवार को भी साक्ष्य एकत्रित की थी और पुनः आज भी साक्ष्य जुटाए जा रहे है। 

उन्होंने कहा कि तकनीक स्तर पर भी साक्ष्य जुटाया जा रहा है। संदेह के आधार पर कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर अनुसंधान जारी है। 

गौरतलब है कि रानीघाघर पंचायत अंतर्गत महुवा डंगाल-केशोरायडीह मौजा के बीच पटसन के लिए खोदे गए एक गड्ढे में नौ साल के जितेंद्र कुमार पंडित का शव नग्न अवस्था मे बरामद किया गया था। जितेंद्र के शरीर पर चोट के निशान थे। 

परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए संबंधित थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी। जितेंद्र केंद डंगाल के रहनेवाले दीनदयाल पंडित का इकलौता बेटा और तीन भाई बहनों में सबसे छोटा था। शनिवार को शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौप दिया गया। पुलिस लगातार मामले की अनुसंधान में जुटी हुई है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : राष्ट्रीय लोक अदालत के 8 बेंचो में 7353 वादों का निष्पादन, 4 लाख से अधिक लाभुकों मिला विभिन्न योजनाओं का लाभ


दुमका : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार एवं झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश के आलोक में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में शनिवार को आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय लोक अदालत में सात हजार 353 वादों का समझौते के आधार पर निष्पादन किया गया।

प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार अनिल कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में आठ बेंचो का गठन किया गया था। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव विश्वनाथ भगत से मिली जानकारी के मुताबिक बेंच नंबर एक से कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश संजय कुमार सिंह,

वरीय अवर न्यायाधीश-द्वितीय ऋत्विका सिंह, अधिवक्ता किरण तिवारी उपस्थित थी। बेंच नंबर दो में जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश- प्रथम रमेश चंद्र, वरीय अवर न्यायाधीश- चतुर्थ उत्तम सागर राणा,

एवं अधिवक्ता मीलु रजक, बेंच नंबर तीन में जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश- द्वितीय राकेश कुमार मिश्रा, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी शैलेंद्र कुमार नापित एवं अधिवक्ता मो. शमशाद अंसारी, अधिवक्ता, बेंच नंबर चार में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी धर्मेंद्र कुमार सिंह, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी सार्थक शर्मा एवं अधिवक्ता किंकर कुमार मिश्रा, बेंच नंबर पांच में अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एसपी ठाकुर, अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी जितेंद्र राम एवं श्री अधिवक्ता ओमियो कुमार मांझी, बेंच नंबर छह में न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी विजय कुमार यादव,

अधिवक्ता कुमार प्रभात एवं नित्यानंद यादव, बेंच नंबर सात में न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी परिधि शर्मा, कार्यपालक दंडाधिकारी नुपूर कुमारी एवं अधिवक्ता प्रशांत कुमार और बेंच नंबर आठ में जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष सुरेश चंद्र जायसवाल, उपभोक्ता फोरम की सदस्य नीलमणि मराण्डी एवं चंदन बनर्जी उपस्थित थे। लोक अदालत मे मुख्य रूप से परिवारिक वाद, दुर्घटना वाद, लैंड एक्विजिशन, एमएसीटी, सिविल अपील, क्रिमिनल अपील, बैंक रिकवरी, लीगल मेट्रोलॉजी एक्ट, क्रिमिनल केस, माइनिंग केस, प्री लिटिगेशन मैटर, पुलिस एक्ट, माइनर एक्ट, एक्सक्यूटिव केस, सर्टिफिकेट केसेस, कंज्यूमर फोरम केसेस आदि शामिल थे। अदालत में कुल आठ बेंचों से 7353 वादों का समझौते के आधार पर निष्पादन करते हुए कुल 17 करोड़ 83 लाख 33 हजार 064 रुपए की राशि का समझौता किया गया। इसके अलावे चार लाख 28 हजार 712 लाभुकों को विभिन्न योजनाओं मे 84 करोड़ 50 लाख 67 हजार 580 रुपयों का लाभ दिया गया।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : CBSE दसवीं बोर्ड का रिजल्ट जारी, पायल बनी जिला टॉपर, लड़कियों का बेहतर प्रदर्शन

दुमका :- सीबीएसई दसवीं बोर्ड की परीक्षा के नतीजे शुक्रवार को जारी कर दिए गए। परीक्षा के नतीजे जारी होते ही बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया। 

परीक्षा में सफल छात्रों में हर्ष था और साथ ही अपने बेहतर भविष्य को लेकर सुनहरे सपने भी। झारखण्ड की उपराजधानी दुमका में सीबीएसई दसवीं बोर्ड की परीक्षा के जारी नतीजों में इस बार बालिकाओं का प्रदर्शन बालकों की तुलना में अपेक्षाकृत बेहतर रहा है। 

सिदो कान्हू हाई स्कूल की पायल कुमारी सिन्हा दसवीं की बोर्ड परीक्षा में जिला टॉपर बनी है। पायल को 97.6 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए है। शहर के रसिकपुर दासपाड़ा की रहने वाली पायल के पिता बबलू सिन्हा सेल्समेन का काम करते हैं, जबकि मां रेखा देवी गृहिणी है। 

पायल अपनी आगे की पढ़ाई आर्टस विषयों को लेकर सिदो कान्हू सीनियर सेकेंडरी स्कूल से ही करना चाहती है। पायल आईएएस बनकर देश की सेवा करना चाहती है। 

पायल ने बताया कि उसकी सफलता का मूलमंत्र स्वाध्याय था। घर में 10 घंटे वह पढ़ाई खुद से करती थी। उसने अपनी सफलता का सारा श्रेय माता-पिता व मार्गदर्शी शिक्षकों को दी है। इसी स्कूल की नीति झा 484 अंक लाकर दूसरे स्थान पर रही। 

नीति के पिता मुकेश कुमार झा पारा शिक्षक व माता प्रियंका झा गृहिणी है। नीति की छोटी बहन इषिका झा सिदो कान्हू स्कूल से ही पढ़ाई कर रही है। वह साइंस से आगे पढ़ाई कर इंजीनियर बनना चाहती है। तीसरे स्थान पर रही अक्षरा कोठरीवाल को 479 अंक हासिल हुए हैं। 

अक्षरा के पिता मोहन कोठरीवाल बिजनेसमेन व माता प्रभा कोठरीवाल गृहिणी है। वह साइंस लेकर डॉक्टर बनना चाहती है।

परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद सिदो कान्हू हाई स्कूल के सचिव प्रदीप्त मुखर्जी ने कहा कि विद्यालय ने हमेशा बेहतर शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराने का प्रयास किया है। यही वजह है कि बच्चों ने शानदार सफलता हासिल की है। शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन व बच्चों के परिश्रम के साथ-साथ अभिभावकों को भी हम धन्यवाद देना चाहेंगे, जिन्होंने घर में भी बच्चों के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराया.

टॉप टेन की सूची

पायल कुमारी सिन्हा- 488

नीति झा- 484

अक्षरा कोठरीवाल-479

अमन उपेश- 473

हर्षित मेहरा-471

आयुष कुमार-470

आकाश कुमार- 469

मिसबाह नाज- 469

प्रभात कुमार- 469

हर्षित राज-468

श्रेयांश चौधरी- 464

किरण कुमारी-463

साहिल सिन्हा- 460

अक्षत- 450

इधर सेक्रेट हार्ट स्कूल की अनामिका बास्की 480 अंक लाकर स्कूल टॉपर रही। अनामिका लखीकुंडी की रहने वाली है। उसके पिता प्रफुल चंद्र बास्की सरकारी टीचर व माता सुनीता मरांडी गृहिणी है। अनामिका का एक छोटा भाई आदित्य बास्की सेक्रेट हार्ट स्कूल में ही पढ़ाई करता है। वह अपनी आगे की पढ़ाई बायो साइंस रांची के जेवीएम श्यामली से करना चाहती है. वह भविष्य में डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहती है। 

यश कुमार ने 473 अंक लाकर स्कूल में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। यश के पिता रूपेश कुमार बिजनेसमेन व माता रेश्मी गुप्ता गृहिणी है। यश कामर्स लेकर बीएचयू से पढ़ाई करना चाहते है। उसने एमबीए करके अपना खुद का बिजनेस शुरू करने का मन बनाया है। अपनी सफलता का पूरा श्रेय उसने माता-पिता एवं टीचर को दिया है। इस स्कूल के रिचड सोरेन ने 472 अंक लाकर स्कूल में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। 

रिचड के पिता सुबोधन सोरेन बीएसएफ के जवान है जो अभी वर्तमान में जम्मू कश्मीर की सीमा पर तैनात है। माता ऐलविना किस्कू एक सरकारी टीचर है। रिचड बायो साइंस की पढ़ाई सिदो कान्हू हाई स्कूल से करना चाहते हैं। अपने आगे भविष्य में डॉक्टर बनना चाहते हैं।

टॉप टेन की सूची:-

अनामिका बास्की- 480

यश कुमार गुप्ता- 473

साक्षी कुमारी- 473

रिचड सोरेन-472

मृणाल माधव अग्रवाल-467

अफजल नोमान-463

पबया झा- 457

वर्षा सेन- 455

पायल मुर्मू- 454

तनुजा टुडू-450

सारांश कुमार गुप्ता-446

हिमांशु सेन-449

दिव्या मेहारिया-445

संचिता सोरेन-445

अफरीन अंम्बर-442

खुशी कुमारी-442

प्रितम प्रकाश हांसदा-440

देवेलिना साहा-438

तृप्ति टुडू-435

प्रिया कुमारी-434

स्नेहा दे-430

निरज कुमार-429

उत्कर्ष पोद्दार- 428

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : रेलवे ट्रेक पर मिली छात्रा का शव, मामले की जांच में जुटी पुलिस



दुमका : जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत सिमलुति गांव के पास दुमका रामपुरहाट-रेल मार्ग पर गुरुवार की सुबह नौंवी कक्षा की एक छात्रा की शव मिलने से सनसनी फैल गयी। 

मृतक छात्रा की शिनाख्त मेरीला सोरेन के रूप में हुई जो मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सागरभंगा गांव की रहनेवाली थी।

सूचना मिलते ही शिकारीपाड़ा थाना की पुलिस ने मौके पर पहुँचकर शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए दुमका भेज दिया। 

घटनास्थल से पुलिस को मेरीला सोरेन के पास से कुछ कागजात बरामद हुए है। बरामद एड्रेस के आधार पर पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दी। परिजनों के मुताबिक मृतका मेरीला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गांदो उच्च विद्यालय की नौवीं की छात्रा थी। वह बुधवार की शाम से ही घर से लापता थी। भाई राजकुमार सोरेन ने कहा कि बुधवार को वो जब अपने घर लौटा तो देखा बहन घर पर नहीं है। पिता अस्वस्थ हैं और मां पश्चिम बंगाल काम करने गई है। श्री सोरेन ने कहा कि बहन रात भर नहीं लौटी और सुबह पता चला कि उसका शव रेल पटरी पर देखा गया। 

राजकुमार का कहना है कि हमें नहीं पता कि कैसे क्या हुआ। इधर शिकारीपाड़ा के थाना प्रभारी उमेश राम का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। अनुसंधान के बाद ही कुछ साफ तौर पर कहा जा सकता हैफिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : ऑटो पलटने से बालक की मौत, माँ गंभीर रूप से घायल, बीमार बेटे के इलाज के लिए दुमका आ रहे थे परिजन

दुमका :- जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत रामगढ़-गोड्डा मार्ग पर लोहारडीह मोड़ के पास गुरुवार को आटो पलटने से एक बच्चे की मौत हो गयी जबकि उसकी मां गंभीर रूप से घायल हो गयी। 

मां को बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद ऑटो चालक फरार हो गया। पुलिस ने ऑटो को जब्त कर लिया है। आटो हंसडीहा का बताया जा रहा है। 

जानकारी के मुताबिक धोबा पंचायत के बदरा कुशमाहा गांव का संटु मिर्धा अपनी पत्नी सुशीला देवी के साथ बेटे घनश्याम को इलाज के लिए दुमका लेकर जा रहा था। बाजार से बदरा की दूरी लगभग तीन किलोमीटर है। तेज धूप होने के कारण संटू ने पहले बस से जाने का निर्णय लिया। वह पत्नी एवं बेटा के साथ घर से पैदल बाजार आ रहा था। रास्ते में गोड्डा की ओर से एक आटो में केवल एक महिला ही बैठी थी। सभी लोग आटो में सवार होकर बाजार आ रहे थे। 

लोहारडीह मोड़ के पास एक दूसरे आटो से ओवरटेक कर आगे बढ़ने के कारण आटो पलट गई। वाहन पलटते ही बेटा एवं पत्नी नीचे दब गए। ग्रामीणों की मदद से पत्नी एवं बेटा को बाहर निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां आठ वर्षीय घनश्याम को मृत घोषित कर दिया गया। 

पत्नी के सिर पर गंभीर चोट लगी है और पैर भी टूट गया है। मृतक संटु का सबसे छोटा बेटा था। वहीं बालक की मौत की खबर सुनकर काफी संख्या में महिलाएं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जमा हो गई। 

स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल था। दुर्घटना के बाद आटो को सीधा कर चालक किसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक आया और आटो को खड़ी कर फरार हो गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को स्वजन के सुपुर्द कर दिया।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : कोलकाता से 20 को शुरू होगी गौरव यात्रा, आईआरसीटीसी ने दी 33 फीसदी की छूट

दुमका : इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड कोलकाता से पहली बार देखो अपना देश के तहत भारत गौरव यात्रा शुरू करेगी। यात्रा के तहत विशेष ट्रेन 20 मई से कोलकाता से रवाना होगी। 

भारतीय रेलवे इस योजना के तहत रेल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को 33 फीसदी छूट दी जा रही है। भारत गौरव यात्रा के तहत यात्री उज्जैन, विश्वामित्री, द्वारका, सोमनाथ, शिर्डी और नासिक के प्रमुख तीर्थस्थलों का दर्शन कराया जाएगा।

 आईआरसीटीसी के जॉइन्ट जनरल मैनेजर राजेन्द्र बोर्बन ने कहा कि भारत गौरव यात्रा 20 मई से शुरू होकर 31 मई को समाप्त होगी। यात्रा के दौरान 650 यात्रियों को ले जाने की व्यवस्था की गई है जिसमें करीब 485 श्रद्धालुओं ने टिकट बुकिंग करवा ली है। कहा कि ट्रेन में भारतीय संस्कृति की झलक दिखायी देगी। श्रेणी के हिसाब से यात्रा का बजट तय किया गया है। स्लीपर क्लास का शुल्क 20 हजार 60 रुपये प्रति व्यक्ति और थर्ड एसी क्लास में 31 हजार 800 प्रति व्यक्ति तय किया गया है। श्रेणी के हिसाब से वातानुकूलित और गैर वातानुकूलित होटल में रात्रि विश्राम और घूमने की सुविधा उपलब्ध होगी।

 ट्रेन में चाय, नाश्ता और भोजन दिए जाएंगे। कहा कि कोच में सुरक्षागार्ड, सफाईकर्मी और टूर एस्कॉर्ट उपलब्ध होंगे। साथ ही सुरक्षा के लिहाज से ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए है। मौके पर आईआरसीटीसी के चीफ सुपरवाइजर दीपांकर मन्ना भी मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : संताली भाषा सीखना हुआ आसान, विवि ने शुरू की संताली स्पोकन कोर्स

दुमका :- संताली भाषा मे रुचि रखनेवालों के लिए अच्छी खबर है। अब सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय से महज तीन महीनों में ही संताली भाषा सीख सकते है पर यह भाषा सिर्फ बोलचाल के लिए सिखाया जाएगा।

सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के संताली अकादमी के तत्वावधान में सोमवार को विश्वविद्यालय के मिनी कॉन्फ्रेंस हॉल में कुलपति की अध्यक्षता में आयोजित एक कार्यक्रम में संताली स्पोकन कोर्स का शुभारंभ किया गया। 

कोर्स का उदघाटन मुख्य अतिथि उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला एवं कुलपति प्रो डॉ सोनाझारिया मिंज ने संयुक्त रूप से किया। 

इससे पूर्व अमर शहीद सिदो कान्हू मुर्मू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया गया एवं विवि का कुलगीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी। मंच का संचालन डॉ सुजीत कुमार सोरेन ने किया एवं स्वागत भाषण डॉ चंपावती सोरेन ने दिया।

डॉ0 सोरेन ने संताली स्पोकन कोर्स पर प्रकाश डाली। उन्होंने कहा कि यह कुल 90 घंटा का कोर्स है और पाठ्यक्रम बहुत ही सहज बनाया गया है। कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राएं बहुत ही सरलता से संताली सीख सकते हैं और बोल सकते हैं। 

आम बोलचाल एवं सभी जगह उपयोग में आने वाले शब्द एवं भाषा का समावेश इस सिलेबस में शामिल हैं। कहा कि यह कोर्स संताल परगना एवं झारखंड में लाभदायक साबित होगी।

कुलपति प्रो सोनाझारिया मिंज ने संबोधन की शुरुआत में उपायुक्त श्री शुक्ला का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कोर्स संताल परगाना और झारखंड के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यहां डिग्री के पढ़ाई तो होती ही है इसके साथ ही संताल अकादमी के द्वारा इसकी पहल करना यहां के संताली भाषा प्रेमियों के लिए हर्ष का विषय है। 

उन्होंने कहा कि यह संताल बहुल इलाका है। यहां कई पदाधिकारी ऐसे हैं जो संताली में संवाद नहीं कर सकते हैं उनके लिए यह सबसे अच्छा अवसर है कि संताली भाषा कोर्स में दाखिला प्राप्त करके संताली भाषा सीखे और यहां के लोगों के साथ संताली भाषा में बात करें।

विवि के पदाधिकारी और शिक्षक भी इस कोर्स का लाभ उठा सकते हैं। कहा कि ऐसे कोर्स की शुरुआत होने से संताली भाषा के साथ-साथ साहित्य और संस्कृति का भी विकास होगा। इसलिए इस कोर्स को निरंतर और सुचारु रूप से चलाना जरूरी है। 

मुख्य अतिथि डीसी श्री शुक्ला ने कहा कि संताल अकादमी और यूनिवर्सिटी ने संताली भाषा क्षेत्र में बहुत बड़ा काम किया है, जिस चीज की आवश्यकता थी। उन्होंने इस चीज का शुरुआत करके निश्चित तौर पर ऐतिहासिक काम किया होगा। कहा कि यह संताली अकादमी का बहुत बड़ा उपलब्धि साबित होगा। 

इस कोर्स की शुरुआत से जो संताली भाषा नहीं जानते हैं उनके लिए सीखने का एक अच्छा अवसर साबित होगी साथ ही साथ संताल परगाना में जितने भी पदाधिकारी और कर्मचारी है, यहां के लोगों के साथ संताली से संवाद करने में परेशानी होती है वह इस कोर्स में दाखिला प्राप्त करके अपनी कठिनाई दूर कर सकते हैं और सहजता के साथ यहां के लोगों के साथ संताली भाषा में संवाद स्थापित कर सकेंगे। 

उन्होंने कहा कि मैं अपने स्तर से जिला स्तर के कर्मचारी को इस कोर्स में दाखिला लेने के लिए प्रेरित करूंगा और समय-समय में मैं भी इस कक्षा का लाभ प्राप्त करने का कोशिश करूंगा।

उन्होंने कहा कि यहां के भूतपूर्व पदाधिकारियों ने मेहनत करके यहां के लोगों के दिल में अपनी जगह स्थापित किया था‌। संताली भाषा सीखा था। विदेश से आए शोधार्थियों ने भी संताली भाषा सीखने के बाद कई महत्वपूर्ण पुस्तकें लिखी जिसमें रॉबर्ट कास्टियर्स एवं पी ओ बोडिंग जैसा महत्वपूर्ण नाम शामिल है। यहां का भाषा और संस्कृति बहुत ही धनी है इसको सीख करते बाकी लोग भी महसूस कर सकते हैं और इस कोर्स की शुरुआत से भाषा के साथ-साथ साहित्य का भी उत्थान होगा। 

कार्यक्रम को कुलसचिव डॉ संजय कुमार सिन्हा ने भी संबोधित किया एवं संताल अकादमी के सचिव डॉ सुशील टुडू ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में डॉ हशमत अली, डॉ विजय कुमार, डीन डॉ आरकेएस चौधरी, डॉ शर्मिला सोरेन, प्रो होलिका मरांडी, विश्वविद्यालय जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ शंभू कुमार सिंह, डॉ विनोद शर्मा, डॉ विनोद मुर्मू, निर्मल मुर्मू, सिद्धौर हांसदा, अधिवक्ता मिलू रजक एवं राजकुमार उपाध्याय, इग्नासियस मराण्डी, अमित मुर्मू एवं संताली तथा कॉमर्स के कई छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

झारखण्ड में 272 पुलिस थाने PSP सिस्टम से जुड़े, पासपोर्ट सत्यापन की प्रक्रिया में आएगी तेजी, अवांछित तत्वों के लिए पासपोर्ट लेना नहीं होगा आसान


दुमका : झारखण्ड में अवांछित तत्वों एवं आपराधिक किस्म के लोगों को पासपोर्ट मिलना अब आसान नहीं होगा तो वहीं पासपोर्ट से संबंधित पुलिस सत्यापन प्रक्रिया में तेजी लायी जाएगी। रांची स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय और झारखण्ड पुलिस के संयुक्त प्रयासों के बाद अब तक 272 पुलिस थानों को पासपोर्ट सेवा प्रोजेक्ट के तहत जोड़ा जा चुका हैं। 

शनिवार को कन्वेंशन सेंटर में प्रमंडल स्तरीय पासपोर्ट पुलिस सत्यापन प्रक्रिया पर आयोजित एक कार्यशाला में पासपोर्ट सत्यापन के मुद्दे पर चर्चा की गयी। क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय और संथाल परगना प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस कार्यशाला में दुमका सहित साहिबगंज, पाकुड़, जामताड़ा, गोड्डा एवं देवघर के पुलिस पदाधिकारी शामिल हुए। 

कार्यशाला में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी मनिता के0 ने पासपोर्ट से संबंधित पुलिस सत्यापन की प्रक्रिया को जल्द पूरा करने पर जोर दिया। उन्होंने पुलिस सत्यापन की जरूरत, सत्यापन के दौरान पालन की जानेवाली सटीक प्रक्रिया और मौजूदा साधनों का प्रयोग कर उसे त्वरित गति से सम्पन्न करने की जरूरत पर विस्तार से चर्चा की ताकि राज्य के पासपोर्ट आवेदकों को बेहतर सेवा प्रदान की जा सके। डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने पुलिस जांच प्रक्रिया को सुव्यवस्थित ढंग से करने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि पासपोर्ट अवांछित तत्वों को जारी नही हो इसका भी ध्यान रखा जाना जरूरी है। 

कार्यशाला में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी सुधीर कुमार, जगनारायण प्रसाद, दीपेंद्र कुमार और उमाशंकर दुबे ने पासपोर्ट सत्यापन पर अपनी प्रस्तुति दी। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)