दुमका : कोलकाता से 20 को शुरू होगी गौरव यात्रा, आईआरसीटीसी ने दी 33 फीसदी की छूट

दुमका : इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड कोलकाता से पहली बार देखो अपना देश के तहत भारत गौरव यात्रा शुरू करेगी। यात्रा के तहत विशेष ट्रेन 20 मई से कोलकाता से रवाना होगी। 

भारतीय रेलवे इस योजना के तहत रेल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को 33 फीसदी छूट दी जा रही है। भारत गौरव यात्रा के तहत यात्री उज्जैन, विश्वामित्री, द्वारका, सोमनाथ, शिर्डी और नासिक के प्रमुख तीर्थस्थलों का दर्शन कराया जाएगा।

 आईआरसीटीसी के जॉइन्ट जनरल मैनेजर राजेन्द्र बोर्बन ने कहा कि भारत गौरव यात्रा 20 मई से शुरू होकर 31 मई को समाप्त होगी। यात्रा के दौरान 650 यात्रियों को ले जाने की व्यवस्था की गई है जिसमें करीब 485 श्रद्धालुओं ने टिकट बुकिंग करवा ली है। कहा कि ट्रेन में भारतीय संस्कृति की झलक दिखायी देगी। श्रेणी के हिसाब से यात्रा का बजट तय किया गया है। स्लीपर क्लास का शुल्क 20 हजार 60 रुपये प्रति व्यक्ति और थर्ड एसी क्लास में 31 हजार 800 प्रति व्यक्ति तय किया गया है। श्रेणी के हिसाब से वातानुकूलित और गैर वातानुकूलित होटल में रात्रि विश्राम और घूमने की सुविधा उपलब्ध होगी।

 ट्रेन में चाय, नाश्ता और भोजन दिए जाएंगे। कहा कि कोच में सुरक्षागार्ड, सफाईकर्मी और टूर एस्कॉर्ट उपलब्ध होंगे। साथ ही सुरक्षा के लिहाज से ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए है। मौके पर आईआरसीटीसी के चीफ सुपरवाइजर दीपांकर मन्ना भी मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : संताली भाषा सीखना हुआ आसान, विवि ने शुरू की संताली स्पोकन कोर्स

दुमका :- संताली भाषा मे रुचि रखनेवालों के लिए अच्छी खबर है। अब सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय से महज तीन महीनों में ही संताली भाषा सीख सकते है पर यह भाषा सिर्फ बोलचाल के लिए सिखाया जाएगा।

सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के संताली अकादमी के तत्वावधान में सोमवार को विश्वविद्यालय के मिनी कॉन्फ्रेंस हॉल में कुलपति की अध्यक्षता में आयोजित एक कार्यक्रम में संताली स्पोकन कोर्स का शुभारंभ किया गया। 

कोर्स का उदघाटन मुख्य अतिथि उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला एवं कुलपति प्रो डॉ सोनाझारिया मिंज ने संयुक्त रूप से किया। 

इससे पूर्व अमर शहीद सिदो कान्हू मुर्मू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया गया एवं विवि का कुलगीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी। मंच का संचालन डॉ सुजीत कुमार सोरेन ने किया एवं स्वागत भाषण डॉ चंपावती सोरेन ने दिया।

डॉ0 सोरेन ने संताली स्पोकन कोर्स पर प्रकाश डाली। उन्होंने कहा कि यह कुल 90 घंटा का कोर्स है और पाठ्यक्रम बहुत ही सहज बनाया गया है। कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राएं बहुत ही सरलता से संताली सीख सकते हैं और बोल सकते हैं। 

आम बोलचाल एवं सभी जगह उपयोग में आने वाले शब्द एवं भाषा का समावेश इस सिलेबस में शामिल हैं। कहा कि यह कोर्स संताल परगना एवं झारखंड में लाभदायक साबित होगी।

कुलपति प्रो सोनाझारिया मिंज ने संबोधन की शुरुआत में उपायुक्त श्री शुक्ला का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कोर्स संताल परगाना और झारखंड के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यहां डिग्री के पढ़ाई तो होती ही है इसके साथ ही संताल अकादमी के द्वारा इसकी पहल करना यहां के संताली भाषा प्रेमियों के लिए हर्ष का विषय है। 

उन्होंने कहा कि यह संताल बहुल इलाका है। यहां कई पदाधिकारी ऐसे हैं जो संताली में संवाद नहीं कर सकते हैं उनके लिए यह सबसे अच्छा अवसर है कि संताली भाषा कोर्स में दाखिला प्राप्त करके संताली भाषा सीखे और यहां के लोगों के साथ संताली भाषा में बात करें।

विवि के पदाधिकारी और शिक्षक भी इस कोर्स का लाभ उठा सकते हैं। कहा कि ऐसे कोर्स की शुरुआत होने से संताली भाषा के साथ-साथ साहित्य और संस्कृति का भी विकास होगा। इसलिए इस कोर्स को निरंतर और सुचारु रूप से चलाना जरूरी है। 

मुख्य अतिथि डीसी श्री शुक्ला ने कहा कि संताल अकादमी और यूनिवर्सिटी ने संताली भाषा क्षेत्र में बहुत बड़ा काम किया है, जिस चीज की आवश्यकता थी। उन्होंने इस चीज का शुरुआत करके निश्चित तौर पर ऐतिहासिक काम किया होगा। कहा कि यह संताली अकादमी का बहुत बड़ा उपलब्धि साबित होगा। 

इस कोर्स की शुरुआत से जो संताली भाषा नहीं जानते हैं उनके लिए सीखने का एक अच्छा अवसर साबित होगी साथ ही साथ संताल परगाना में जितने भी पदाधिकारी और कर्मचारी है, यहां के लोगों के साथ संताली से संवाद करने में परेशानी होती है वह इस कोर्स में दाखिला प्राप्त करके अपनी कठिनाई दूर कर सकते हैं और सहजता के साथ यहां के लोगों के साथ संताली भाषा में संवाद स्थापित कर सकेंगे। 

उन्होंने कहा कि मैं अपने स्तर से जिला स्तर के कर्मचारी को इस कोर्स में दाखिला लेने के लिए प्रेरित करूंगा और समय-समय में मैं भी इस कक्षा का लाभ प्राप्त करने का कोशिश करूंगा।

उन्होंने कहा कि यहां के भूतपूर्व पदाधिकारियों ने मेहनत करके यहां के लोगों के दिल में अपनी जगह स्थापित किया था‌। संताली भाषा सीखा था। विदेश से आए शोधार्थियों ने भी संताली भाषा सीखने के बाद कई महत्वपूर्ण पुस्तकें लिखी जिसमें रॉबर्ट कास्टियर्स एवं पी ओ बोडिंग जैसा महत्वपूर्ण नाम शामिल है। यहां का भाषा और संस्कृति बहुत ही धनी है इसको सीख करते बाकी लोग भी महसूस कर सकते हैं और इस कोर्स की शुरुआत से भाषा के साथ-साथ साहित्य का भी उत्थान होगा। 

कार्यक्रम को कुलसचिव डॉ संजय कुमार सिन्हा ने भी संबोधित किया एवं संताल अकादमी के सचिव डॉ सुशील टुडू ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में डॉ हशमत अली, डॉ विजय कुमार, डीन डॉ आरकेएस चौधरी, डॉ शर्मिला सोरेन, प्रो होलिका मरांडी, विश्वविद्यालय जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ शंभू कुमार सिंह, डॉ विनोद शर्मा, डॉ विनोद मुर्मू, निर्मल मुर्मू, सिद्धौर हांसदा, अधिवक्ता मिलू रजक एवं राजकुमार उपाध्याय, इग्नासियस मराण्डी, अमित मुर्मू एवं संताली तथा कॉमर्स के कई छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

झारखण्ड में 272 पुलिस थाने PSP सिस्टम से जुड़े, पासपोर्ट सत्यापन की प्रक्रिया में आएगी तेजी, अवांछित तत्वों के लिए पासपोर्ट लेना नहीं होगा आसान


दुमका : झारखण्ड में अवांछित तत्वों एवं आपराधिक किस्म के लोगों को पासपोर्ट मिलना अब आसान नहीं होगा तो वहीं पासपोर्ट से संबंधित पुलिस सत्यापन प्रक्रिया में तेजी लायी जाएगी। रांची स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय और झारखण्ड पुलिस के संयुक्त प्रयासों के बाद अब तक 272 पुलिस थानों को पासपोर्ट सेवा प्रोजेक्ट के तहत जोड़ा जा चुका हैं। 

शनिवार को कन्वेंशन सेंटर में प्रमंडल स्तरीय पासपोर्ट पुलिस सत्यापन प्रक्रिया पर आयोजित एक कार्यशाला में पासपोर्ट सत्यापन के मुद्दे पर चर्चा की गयी। क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय और संथाल परगना प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस कार्यशाला में दुमका सहित साहिबगंज, पाकुड़, जामताड़ा, गोड्डा एवं देवघर के पुलिस पदाधिकारी शामिल हुए। 

कार्यशाला में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी मनिता के0 ने पासपोर्ट से संबंधित पुलिस सत्यापन की प्रक्रिया को जल्द पूरा करने पर जोर दिया। उन्होंने पुलिस सत्यापन की जरूरत, सत्यापन के दौरान पालन की जानेवाली सटीक प्रक्रिया और मौजूदा साधनों का प्रयोग कर उसे त्वरित गति से सम्पन्न करने की जरूरत पर विस्तार से चर्चा की ताकि राज्य के पासपोर्ट आवेदकों को बेहतर सेवा प्रदान की जा सके। डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने पुलिस जांच प्रक्रिया को सुव्यवस्थित ढंग से करने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि पासपोर्ट अवांछित तत्वों को जारी नही हो इसका भी ध्यान रखा जाना जरूरी है। 

कार्यशाला में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी सुधीर कुमार, जगनारायण प्रसाद, दीपेंद्र कुमार और उमाशंकर दुबे ने पासपोर्ट सत्यापन पर अपनी प्रस्तुति दी। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : अमीषा नर्सिंग होम में जमकर बवाल, महिला की मौत से गुस्साए परिजनों का हंगामा, मौके पर पहुँची पुलिस


दुमका : नगर थाना क्षेत्र के बगान पाड़ा मोहल्ले में स्थित एक निजी नर्सिंग होम में शुक्रवार को इलाज के दौरान एक महिला की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने नर्सिंग होम में जमकर बवाल काटा। महिला की मौत से गुस्साए परिजनों ने नर्सिंग होम के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ की और संबंधित डॉक्टर और नर्सिग होम प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। 

मौके पर पहुँची नगर थाना पुलिस ने मृतका के परिजनों को शांत कराया और आरोपी डॉक्टर को अपने कब्जे में लेकर पूछताछ कर रही है। 

मामला बागानपाड़ा स्थित अमीषा नर्सिंग होम का है। 

परिजनों के मुताबिक शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के गंद्रकपुर गांव की रहने वाली एक महिला के पेट में ट्यूमर का ऑपरेशन के लिए अमीषा नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। मृतका के भाई निमाय ने कहा कि नर्सिंग होम के डॉ शशि कुमार द्वारा उसकी बहन का गुरुवार को ऑपरेशन किया किया गया था लेकिन शुक्रवार को दोपहर बाद अचानक उसकी तबियत बिगड़ने लगी। 

बहन का लगातार रक्त स्त्राव हो रहा था। बहन को तीन यूनिट खून भी चढ़ाया गया। कहा कि डॉक्टर से संपर्क किया लेकिन डॉक्टर ने कोई रिस्पॉन्स नही दिया। बाद में बहन को डॉक्टर और नर्सिंग होम के अन्य कर्मी उसी स्थिति में छोड़कर वहाँ से भाग गए। निमाय ने डॉक्टर एवं नर्सिंग होम के अन्य कर्मियों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। 

इधर मामले में डॉक्टर शशि कुमार से मीडिया द्वारा सवाल किए जाने के बावजूद उन्होंने कोई जवाब नही दिया। वही नगर थाना प्रभारी सह पुनि अरविंद कुमार ने कहा कि महिला की सर्जरी के दौरान मौत की सूचना मिलने पर मौके पर पहुँचे। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।   

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : उपायुक्त पहुँचे घासीपुर, आंगनबाड़ी केंद्र का लिया जायजा, ग्रामीणों की समस्याओं से हुए रूबरू

दुमका : उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने गुरुवार को जिले के घासीपुर गांव के मोहली टोला में बने बांस शिल्पकारी शेड एवं आंगनबाड़ी केंद्र का जायजा लिया।

इस दौरान उपायुक्त ने बांस शिल्पकारी शेड में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था तथा पंखे की व्यवस्था करने के लिए संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया।

निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने गांव के लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना। ग्रामीणों द्वारा बताए गए समस्याओं को दूर करने के लिए उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया। इसके बाद उपायुक्त ने आँगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों के पढ़ने के लिए की गई व्यवस्था का जायजा लिया तथा उपस्थित आंगनबाड़ी सेविका को निर्देशित भी किया।

आंगनबाड़ी परिसर में मूलभूत समस्याओं से अवगत होकर अधिकारियों को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : नाटक की बारीकियों की सीख रहे छात्र, कुलपति ने कहा - नाटक मात्र अभिनय नहीं बल्कि विचारों की प्रमुखता

दुमका : संताल परगना महाविद्यालय में आईएडब्ल्यूएस रांची के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय नाट्य कार्यशाला में गुरुवार को एसकेएमयू की कुलपति प्रो डॉ0 सोना झरिया मिंज भी पहुँची। कुलपति ने नाट्य कार्यशाला में प्रशिक्षण ले रहे छात्रों को प्रोत्साहित किया।

कार्यशाला में कॉलेज के छात्रों को नाटक के विभिन्न तकनीकी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विशेष तौर पर समाज में व्याप्त जेंडर भेदभाव पर आधारित विषय पर नाटक की विभिन्न तकनीकी व प्रशिक्षण से अवगत कराया गया ताकि नाटक के माध्यम से जेंडर भेदभाव को दूर कर समाज मे एक बेहतर संदेश दिया जा सके।

कुलपति प्रो सोना झरिया मिंज ने कहा कि समाज में व्याप्त जेंडर विभेद को नाटक के माध्यम से बहुत आसानी से दूर किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि नाटक मात्र अभिनय नहीं होता बल्कि उसमें विचार की प्रमुखता भी होती है। प्राचार्य डॉ खिरोधर प्रसाद यादव ने कहा कि नाटक के माध्यम से हम चेतना को स्थाई रूप में प्रभावित कर सकते हैं। लैंगिक असमानता का एक व्यापक पक्ष हमारी चेतना में ही निर्मित होता है, इसलिए यही सशक्त माध्यम है जिससे व्याप्त कुरीतियों को दूर किया जा सकता है। आईएडब्ल्यूएस रांची की संयोजिका ममता सिंह ने कहा कि नाटक एक दूसरे को जानने की महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसके माध्यम से हम जेंडर संबंधी अनेक दुर्भावनाओं को दूर कर सकते हैं।

कार्यशाला में प्रशिक्षु के रूप में जेएनयू के धर्म प्रकाश उपस्थित रहे जिन्होंने शारीरिक और वाचिक अभ्यास के माध्यम से छात्रों को कुशल बनने की तकनीकी सिखाई। मौके पर कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कुमार सौरभ तथा संयोजक डॉ यदुवंश यादव उपस्थित रहे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : सरकारी कर्मियों के शोषण से महासंघ नाराज, जनसेवकों के ग्रेड पे कम करने का विरोध


दुमका : अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर सोमवार को झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की जिला इकाई द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कर्मचारियों की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की गई।

कार्यक्रम की अध्यक्षता महासंघ के जिला अध्यक्ष प्राण मोहन मुर्मू ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष प्राण मोहन मुर्मू ने कहा कि कठोर परिश्रम और बलिदान के बाद हमें हमारा अधिकार मिला। 

महासंघ के जिला सचिव राजीव नयन तिवारी ने कहा कि आज कर्मचारी शोषण-दमन, दोहन के शिकार हो रहे हैं। आठ घंटे काम की जगह 12 घंटे काम लिया जा रहा है। अवकाश के दिन भी अनेक कर्मियों को काम करना पड़ रहा है और यह चिंताजनक है। कर्मचारियों की नियमित बहाली नहीं हो रही है। 

संघ सरकार से सभी विभागों के कर्मियों की प्रोन्नति की मांग करता आ रहा है लेकिन कृषि निदेशालय झारखंड रांची के पत्रांक 55 दिनांक 25 अप्रैल 2023 द्वारा जन सेवकों का ग्रेड पे 2400 से घटाकर 2000 कर दिया गया है। यह किसी भी शर्त पर स्वीकार करने योग्य नहीं है क्योंकि यह कर्मियो के हित में नहीं है। 

कहा कि आज जनसेवकों का ग्रेड पे घटा है। भविष्य में किसी अन्य विभाग के कर्मियों का वेतनादि घट सकता है। महासंघ इसका विरोध करता है और सरकार से मांग करता है कि उक्त पत्र को निरस्त किया जाए।

इस अवसर पर जिला महासंघ, अनुमंडल महासंघ, प्रखण्ड महासंघ एवं सभी इकाई संघों के सक्रिय सदस्य उपस्थित थे। 

मौके पर महासंघ के कोषाध्यक्ष माधव कुमार सिंह, तपन कुमार ठाकुर, ओमप्रकाश चौबे, नीरज कुमार घोष, श्यामा देवी यादव, गीता कुमारी, सोनाली रूज, ममता मुर्मू, राजेश कुमार वाजपेई, मनमोहन, सेराजुल हसन, सुरेन्द्र नारायण यादव, राजेन्द्र पाण्डेय, दिनेश पाण्डेय, उमाकांत सिंह, पंकज कुमार सिंह, गोपाल चन्द्र झा, अरविन्द कुमार सिंह, राजेश कुमार राय, अजितेश राय, दिलीप कुमार राउत, विजय कुमार, प्राण गोपाल मंडल, अरूण कुमार राउत, मयंक उपाध्याय, कुमार सत्येन्द्र, आनन्द कुमार मंडल, कृषेन्दु मिश्र, मनोज कुमार, विशाल कुमार, पवन कुमार, पंकज कुमार, संतोष, पार्थ सारथी सेन, मोहम्मद अनुल, प्रदीप कुमार, आशीष रंजन, तनजीम आलम, मुराद आलम, भवानी शंकर, रामपत रविदास, खुर्शीद आलम आदि उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : कृषि मंत्री का एक्शन, सुलगते सवालों के बीच आज बनेगी जांच टीम, सीएस ने जुटाई कई अहम जानकारियां

 

दुमका :- जरमुंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत पुराने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टोर रूम में बीते शनिवार को हुई आगलगी की घटना की जांच एक स्पेशल टीम करेगी। घटना की जांच के लिए आज टीम का गठन किया जाएगा। 

आगलगी की घटना की शुरुआती जांच के बाद सिविल सर्जन डॉ0 बच्चा प्रसाद सिंह ने पूरे मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम बनाने की बात कही है। वही कृषि मंत्री और जरमुंडी से कांग्रेस विधायक बादल पत्रलेख ने भी मामले को गंभीरता से लिया है। मंत्री बादल पत्रलेख ने अधिकारियों को पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। 

गौरतलब है कि 22 अप्रैल की सुबह जरमुंडी के पुराने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टोर रूम में अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गयी थी जिसे फायर ब्रिगेड की टीम ने काफी मशक्कत के बाद काबू किया था। 

स्टोर रूम में अटल मोहल्ला क्लिनिक के साथ ही सरकारी अस्पताल की कई दवा, ऑक्सीजन सिलेंडर, जरूरी कागजात, मास्क, पीपीई किट सहित अन्य सामान मौजूद था जो आग की चपेट में आने से जलकर राख हो गयी जबकि किसी बड़ी अप्रिय घटना की आशंका से वहाँ रखे गए ऑक्सीजन सिलेंडर को हटा लिया गया। 

स्टोर रूम में रखी गयी कई दवाएँ एक्सपायरी थी तो कई नई दवाएं भी थी जिसकी अनुमानित कीमत लाखों में बतायी जा रही है हालांकि आगलगी की इस घटना में कितने का नुकसान हुआ, इसे लेकर रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। आगलगी की इस घटना के बाद एक नया मोड़ तब आया जब 22 अप्रैल की रात को ही विभाग द्वारा घटनास्थल में जली हुई दवाएं, कागजात एवं अन्य सामानों के अवशेष और स्टोर रूम में बची कई दवाओं को अस्पताल के नए परिसर में स्थित एक पुराने गड्ढे में डिस्पोजल करने का प्रयास किया गया। 

हालांकि बाद में जब विभाग को अपनी गलतियों का अहसास हुआ तो आनन-फानन में गड्ढे से सभी अवशेषों को उठाकर सुरक्षित रखा गया। रात के अंधेरे में जली हुई दवाओं और कागजात के अवशेषों के डिस्पोजल को लेकर कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हालांकि स्ट्रीटबज न्यूज इन वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता।

इधर इस पूरे घटनाक्रम पर सवाल उठ रहे है। स्थानीय लोगों ने पूरी घटना को विभागीय लापरवाही का अंजाम बताया है और किसी बड़ी गड़बड़ी की ओर संकेत दिया है। स्थानीय लोग मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे है। 

हालांकि अब जांच टीम के गठन और टीम की जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि आखिर स्टोर रूम में आग कैसे लगी, किसने लगायी, किस मंशा से लगायी गयी और दवा एवं जले हुए अवशेषों को रात के अंधेरे में डिस्पोजल करने की ऐसी क्या जरूरत आ पड़ी। ऐसे कई सवाल है जिसपर सबकी नजर टिकी हुई है।

दुमका के सिविल सर्जन डॉ0 बच्चा प्रसाद सिंह ने घटनास्थल की जांच के बाद कहा कि जांच के दौरान कई जरूरी जानकारियां जुटाई गयी है। मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया जाएगा। जांच टीम की रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि हमारी पूरी नजर इस मामले में है। मामला संदिग्ध है लेकिन जांच के बाद ही कुछ साफ हो पायेगा।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका: ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलन को धारदार बनाने की तैयारी, सीएम व राज्यपाल का पुतला दहन की तैयारी

दुमका :- ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलन को धारदार बनाने के लिए रविवार को पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा संथाल परगना का गठन किया गया। इससे पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष माधव चंद्र महतो ने तत्काल प्रभाव से पुरानी केंद्रीय कमेटी को भंग कर देने की घोषणा की। 

केंद्रीय अध्यक्ष माधव चंद्र महतो की अध्यक्षता में शहर के बंदरजोरी में संगठन की हुई बैठक में संगठन को मजबूत बनाने और नए लोगों को संगठन में भागीदारी देने के लिए कई निर्णय लिए गए जिसमें तत्काल प्रभाव से केंद्रीय कमेटी को भंग कर देने का निर्णय भी शामिल है।  

संगठन ने नए कमेटी का खाका तैयार करते हुए 21 सदस्यीय कमेटी का गठन किया। नई कमेटी में पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष असीम मंडल को केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेवारी सौपीं गयी। 

साथ ही अध्यक्ष की ओर से श्री मंडल को कमेटी गठन का दायित्व भी सौंपा गया। जिला के संगठन के लिए जयप्रकाश यादव को अध्यक्ष और जयकांत कुमार को प्रधान महासचिव की जिम्मेवारी दी गयी। 

ओबीसी छात्रों को संगठित करने के लिए ओबीसी छात्र मोर्चा का गठन किया गया जिसमें अध्यक्ष आशीष कुमार, उपाध्यक्ष अमित कुमार मधुकर , मृत्युंजय यादव व पांडव कुमार मरीक और महासचिव कपिलदेव मंडल को चुना गया।

अध्यक्ष माधव चंद्र महतो ने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा दुमका जिला में ओबीसी का आरक्षण शून्य कर दिया गया है। सरकार द्वारा राज्यपाल के पास एसटी एससी ओबीसी का आरक्षण बढ़ाने का विधायक भेजा जाता है। राजभवन द्वारा उसे वापस कर दिया जाता है। वहीं कर्नाटक में ओबीसी आरक्षण बढ़ाने वाला विधेयक को राज्यपाल पारित कर देते हैं। 

उन्होंने कहा कि देश एक है संविधान एक है लेकिन अलग-अलग प्रांतों में दोरंगी नीति सही नहीं है। उन्होंने कहा कि ओबीसी ही ओबीसी की बात करेगा और ओबीसी ही राज करेगा। जिला आरक्षण रोस्टर में ईडब्ल्यूएस को 10% आरक्षण देने के विरोध में उसके नोटिफिकेशन की प्रतियां जलाई जाएंगी और गाँव गाँव में राज्यपाल और मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया जाएगा। हर पंचायत मुख्यालय में धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 

उसके बाद दसों प्रखंड मुख्यालय में एक साथ धरना प्रदर्शन के बाद जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उसके बाद भी सरकार मांग पूरा नहीं करती है तो जेल भरो अभियान की शुरुआत किया जाएगा। इसके पूर्व 15 दिनों के अंदर सभी कमेटी को अंतिम रूप दिया जाएगा। मौके पर असीम कुमार मंडल, डॉ अमरेंद्र यादव, सुधीर कुमार मंडल, रंजीत जयसवाल, वरुण यादव, दिवाकर महतो, शिव नारायण दर्वे, जयप्रकाश यादव, अजीत कुमार मांझी, लालमोहन राय, दयामय माजी, जयकांत कुमार, चंद्रशेखर यादव, सुरेंद्र यादव विजय कापरी, सीताराम मंडल, श्यामसुंदर मोदी, महादेव यादव, पवित्र कुमार मंडल, मनोज कुमार पंडित, संजय जयसवाल, जितेंद्र कुमार, दशरथ मांझी, कंचन यादव, बिहारी यादव जितेंद्र प्रसाद साह, बालेश्वर सिंह, जितेश कुमार दास, अरुण पंजियारा, कपिल देव मंडल, अमरनाथ साह, संतोष यादव, दिव्येंदु सील, जनसंघ मंडल जनार्दन पंडित सहित अन्य मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : स्टोर रूम में लगी आग, दवाइयां व अन्य जरूरतमंद सामान जलकर राख, सवालों के घेरे में विभाग


दुमका :- जिले के जरमुंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत पुराने अस्पताल के स्टोर रूम में शनिवार को अचानक आग लग गई। आगलगी की इस घटना में स्टोर रूम में रखी कई दवाइयां, कागजात एवं अन्य सामान जलकर राख हो गया। 

हालांकि बाद में मौके पर पहुँची अग्निशामक की टीम ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। स्टोर रूम में आग कैसी लगी, फिलहाल वजह अब तक पता नही चल पाया है लेकिन स्थानीय लोगों ने आगलगी की इस घटना पर सवाल उठाया है।

स्थानीय लोगों के मुताबिक आगलगी की यह घटना कही ना कही विभागीय लापरवाही की वजह से घटी है हालांकि पुलिस के मुताबिक जांच के बाद ही आग लगने की वजह साफ हो पायेगा। 

बता दे कि करीब छह महीने पहले पुराने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को बासुकिनाथ स्थित नए भवन में शिफ्ट किया गया था।पूरे मामले में बासुकिनाथ नगर पंचायत की अध्यक्ष पूनम देवी ने कहा कि स्टोर रूम और उसके आसपास अलग अलग जगह पर आग लगी है जो सवाल खड़ा करता है। 

उन्होंने कहा कि यह घटना विभागीय लापरवाही की वजह से हुई है। इन दवाओं से कई मरीजों की जान बच सकती थी। सामाजिक कार्यकर्ता निरंजन मण्डल में कहा कि आग खुद लगी है या फिर किसी ने जानबूझकर लगाया है इसकी पूरी तरह से निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। 

कई दवाएं एक्सपायरी थी। मरीज दवा के लिए भटकते रहते है और इन दवाओं को मरीजों को देने की बजाय स्टोर रूम में रखा गया था और फिर आग लग जाती है जो कही ना कही किसी गड़बड़ी की ओर इशारा करता है। वही एएसआई योगेंद्र शर्मा ने कहा कि आग लगने की सूचना मिलते ही वो दल बल के साथ मौके पर पहुँचे। आग पर काबू तो पा लिया गया है लेकिन आग कैसे लगी यह जांच का विषय है। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)