कमांडो की हत्या के बाद एक्शन में सीआरपीएफ, छुट्टी पर गए जवानों को सिक्योरिटी बेस पहुंचने का निर्देश
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मणिपुर में इस हफ्ते भड़की हिंसा अब धीरे-धीरे शांत हो रही है। हिंसा प्रभावित मणिपुर में सुरक्षा बलों के हस्तक्षेप के बाद स्थिति में सुधार हुआ है। हालांकि, इस बीच हमलावरों ने शुक्रवार दोपहर को कोबरा कमांडो की गोली मारकर हत्या कर दी, जिसके बाद से स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।ऐसे में अब छुट्टी पर दगए सीआरपीएफ के जवानों को करीबी सिक्योरिटी बेस में रिपोर्ट करने को कहा है। सीआरपीएफ ने अपने उन जवानों को परिवार के साथ सिक्योरिटी बेस में रिपोर्ट करने को कहा है जो मणिपुर में रहते हैं और अपने होम टाउन छुट्टी पर गए हैं।
छट्टी पर गए जवानों को कैंप पहुंचने का निर्देश
बता दें, सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो की हत्या उस वक्त हुई जब वह छुट्टि पर थे। इस दौरान शुक्रवार दोपहर को हमलावरों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। ऐसे में अब सीआरपीएफ के मुख्यालय ने फील्ड कमांडर्स को आदेश जारी किया है कि वह मणिपुर से आने वाले ऑफ ड्यूटी कमांडरों से तुरंत संपर्क करें और उन्हें सिक्योरिटी बेस में आने का मैसेज दें।
54 लोगों की मौत की पुष्टि
इस बीच मणिपुर सरकार ने हिंसा में जान गंवाने वालों का आधिकारिक आंकड़ा जारी किया है। बताया गया है कि अलग-अलग हिंसा की घटनाओं में 54 लोगों की मौत हुई है।बताया गया है कि हिंसा में जिन 54 लोगों की मौत हुई है, उनमें से 16 के शव चुराचांदपुर के जिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखे गए हैं। वहीं 15 शव जवाहरलाल नेहरु इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में रखे गए। इसके अलावा इंफाल के पश्विम में स्थित लाम्फेल में रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की ओर से 23 की मौत की पुष्टि की गई है।
आरएएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ समेत अन्य बल तैनात
बता दें कि हिंसा प्रभावित मणिपुर में सुरक्षा बलों के हस्तक्षेप के बाद स्थिति में सुधार हुआ है। प्रदेश के डीजीपी पी डोंगल ने कहा कि मणिपुर में आरएएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ आदि सहित विभिन्न प्रकार के बलों को तैनात किया गया है। कुल 10 और कंपनियों (करीब 1,000 कर्मियों) को भी गृह मंत्रालयके आदेशों के बाद शुक्रवार को हिंसा प्रभावित राज्य में भेजा गया। गुरुवार को शाह ने वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये दो बैठकें कीं और नागालैंड, मिजोरम और असम सहित मणिपुर और पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बात की। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 5 रैपिड एक्शन।
करीब 13,000 लोगों का हुआ रेसक्यू
सेना के बयान के अनुसार, पिछले 12 घंटों में, इंफाल पूर्व और पश्चिम जिलों में आगजनी की छिटपुट घटनाएं और शत्रु तत्वों द्वारा नाकाबंदी स्थापित करने का प्रयास देखा गया। एक्टिव बचाव अभियान, फ्लैग मार्च का संचालन, क्षेत्र में वर्चस्व, और स्थानीय लोगों/प्रभावशाली लोगों के साथ उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा को आश्वस्त करने के लिए बातचीत कुछ प्रमुख गतिविधियां थीं और की जा रही हैं। सेना के बयान के अनुसार, कुल करीब 13,000 नागरिकों को बचाया गया है और वर्तमान में विभिन्न तदर्थ बोर्डिंग सुविधाओं में रह रहे हैं।
May 07 2023, 09:18