एससीओ समिट में बिलावल भुट्टो को जयशंकर ने दूर से किया नमस्ते, सीमापार से आतंकवाद पर सुनाई खरी-खरी
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भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो का एससीओ बैठक में दूर से ही नमस्ते कहकर स्वागत किया। एस जयशंकर ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो से एससीओ समिट के दौरान हाथ नहीं मिलाया। इसके जवाब में बिलावल भुट्टो को भी नमस्ते ही करना पड़ा। वहीं, एस जयशंकर ने एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के सामने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। जयशंकर ने पाकिस्तान, चीन समेत सभी सदस्य देशों के सामने साफ शब्दों में कहा कि भारत सीमा पर आतंकवाद बर्दाश्त नहीं करेगा।जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद को हराना है तो टेरर फंडिंग पर रोक लगानी जरूरी है।
आतंकवाद किसी सूरत में जायज नहीं-जयशंकर
बता दें कि इस साल भारत एससीओ की अध्यक्षता कर रहा है। बैठक से पहले भारत के विदेश मंत्री ने एससीओ के मंच से संबोधित किया, जिसमें आतंकवाद का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। जयशंकर ने कहा, आतंकवाद को किसी सूरत में जायज नहीं ठहराया जा सकता। आतंकवाद को हर स्वरूप में खत्म करना चाहिए।
आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं हो सकती-जयशंकर
एस जयशंकर ने पाकिस्तान को एससीओ सम्मेलन में खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि सीमा पार से आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं हो सकती। इस दौरान एससीओ देशों के सामने भारत ने पाकिस्तान को होने वाली टेरर फंडिंग पर भी गंभीर सवाल उठाए।
बता दें कि बिलावल भुट्टो-जरदारी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए बृहस्पतिवार को गोवा पहुंचे और इसके साथ ही वह करीब 12 साल में भारत की यात्रा करने वाले पाकिस्तान के पहले विदेश मंत्री बन गए। यह 2011 के बाद से पड़ोसी देश पाकिस्तान से भारत में पहली ऐसी उच्च स्तरीय यात्रा है। बिलावल 2011 के बाद से भारत की यात्रा करने वाले पाकिस्तान के पहले विदेश मंत्री हैं। उनसे पहले हिना रब्बानी खार ने 2011 में शांति वार्ता के लिए पाकिस्तान की विदेश मंत्री के रूप में भारत की यात्रा की थी। खार फिलहाल विदेश राज्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। वहीं, मई 2014 में पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे। इसके बाद दिसंबर 2015 में तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान का दौरा किया था। उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पड़ोसी देश की संक्षिप्त यात्रा पर गए थे।
May 05 2023, 14:27