मणिपुर में हिंसा पर सरकार सख्त, दंगाइयों को देखते ही गोली मार देने का आदेश

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मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है। इस बीच राज्य सरकार ने हिंसा पर काबू पाने के लिए ‘शूट एट साइट’ का ऑर्डर दिया है। हालांकि यह केवल एक्ट्रीम केस में ही इस्तेमाल किया जाएगा। दरअसल, मणिपुर में मैतेई समुदाय को एसटी कैटेगरी में शामिल करने के खिलाफ एक आदिवासी स्टूडेंट यूनियन ने मार्च बुलाया था। इसमें हिंसा भड़क गई थी। फिलहाल मणिपुर में स्थिति तनावपूर्ण है।

मणिपुर के राज्यपाल ने हिंसाग्रस्त इलाकों में दंगाइयों को देखते ही गोली मार देने के राज्य सरकार के फैसले को मंजूरी दे दी है।राज्यपाल की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जब समझाना-बुझाना, चेतावनी और उचित बल का प्रयोग की सीमा पार हो गई हो और स्थिति को नियंत्रित नहीं किया जा सके, तो देखते ही गोली मारने का सहारा लिया जा सकता है। अधिसूचना राज्य सरकार के आयुक्त (गृह) के हस्ताक्षर हैं। अधिसूचना आपराधिक प्रक्रिया संहिता 1973 के प्रावधानों के तहत जारी की गई है।

इस बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने वीडियो जारी कर लोगों से अपील की है कि शांति के लिए सरकार का सहयोग करें। राज्य में दो समुदायों के बीच हिंसा गलतफहमी के कारण हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि जो भी तोड़फोड़ या हिंसा करेंगे उसके खिलाफ हम कार्रवाई करेंगे।

इधर बुधवार को भड़की हिंसा के बाद राज्य में स्थिति तनावपूर्ण है। भारतीय सेना और असम राइफल्स के जवानों ने हिंसाग्रस्त इलाकों से अब तक 7500 से अधिक नागरिकों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। बताया जा रहा है कि नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।

दरअसल, ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर ने बुधवार को चुराचांदपुर के तोरबंग में मैतेई समुदाय को एसटी में शामिल करने के लिए आदिवासी एकता मार्च निकाला था। आदिवासी एकता मार्च में हजारों प्रदर्शनकारी शामिल हुए। इस दौरान ट्राइबल और नन-ट्राइबल के बीच हिंसा भड़क उठी। इसके बाद कई जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया था। इतना ही नहीं पूरे मणिपुर में 5 दिनों के लिए इंटरनेट सर्विस को सस्पेंट कर दिया गया है। कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई थी। स्थिति को काबू में करने के लिए भारतीय सेना के जवानों ने फ्लैग मार्च भी निकाला था।

शराब घोटाला मामले में ईडी की चौथी सप्लीमेंट्री चार्जशीट, मनीष सिसोदिया को बनाया आरोपी

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दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब दिल्‍ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के केस में आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया को आरोपी बनाया गया है। गुरुवार को प्रवर्तन निदेशायलय (ईडी) ने राउज़ एवेन्यु कोर्ट में 2100 पन्‍नों की सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है।इसमें ईडी ने आप नेता मनीष सिसोदिया को आरोपी बनाया है। आबकारी नीति मामले में मनीष सिसोदिया 29 वें आरोपी हैं।इससे पहले आबकारी नीति में मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई भी चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।

मनी लांड्रिंग के मामले में ईडी ने राउज एवेन्यु कोर्ट में मनीष सिसोदिया के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है। जहां ईडी ने चार्जशीट में मनीष सिसोदिया सिसोदिया को आरोपी बनाया है। हालांकि, राउज एवेन्यू कोर्ट के स्पेशल जज एमके नागपाल की कोर्ट मामले पर शनिवार को सुनवाई करेगी।बता दें कि ईडी ने सिसोदिया को आबकारी नीति मामले में 9 मार्च को गिरफ्तार किया था। इससे पहले सीबीआई ने उन्हें 26 फरवरी को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था।

ईडी की गिरफ्तारी के मामले में जमानत के लिए सिसोदिया ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इस याचिका पर गुरुवार (4 मई) को सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी किया और मामले की अगली सुनवाई के लिए 11 मई की तारीख तय की। सिसोदिया ने अपनी पत्नी की बीमारी के आधार पर मामले में नियमित जमानत अर्जी के साथ-साथ अंतरिम जमानत याचिका भी दाखिल की है। पूर्व उप मुख्यमंत्री की पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन और मोहित माथुर ने हाई कोर्ट में दलील दी कि ‘आप’ नेता की पत्नी पिछले 20 सालों से मल्टीपल स्क्लेरोसिस से जूझ रही हैं, जो तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) से जुड़ी एक गंभीर दीर्घकालिक बीमारी है और उनकी स्थिति और बिगड़ने की आशंका है।

केदारनाथ यात्रा : केदारनाथ में मौसम साफ, हेलीकॉप्टर सेवा भी शुरू, दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालु, भारी बर्फबारी और बारिश के कारण रोकी गई थी यात्र

 केदारनाथ धाम में मौसम आज साफ बना हुआ है। जिसके बाद धाम में यात्रा सुचारू हो गई है। सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए यात्री भेजे गए। वहीं, हेली सेवा भी शुरू हो गई है। वहीं, पुलिस ने यात्रियों से मौसम का पूर्वानुमान लेकर ही यात्रा पर आने की अपील की है। किसी भी विषम स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर ठहरने की सलाह दी गई है।

बुधवार को बारिश व बर्फबारी के कारण केदारनाथ यात्रा रोकी गई थी। प्रशासन और पुलिस ने सोनप्रयाग, गौरीकुंड से किसी यात्री को आगे नहीं जाने दिया। शाम पांच बजे के बाद मौसम में सुधार को देेखते हुए प्रशासन व पुलिस ने बृहस्पतिवार को सुबह 11 बजे से सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए पैदल यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया है।

पुलिस अधीक्षक डा. विशाखा अशोक भदाणे ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही यात्रा का संचालन किया जाएगा। सोनप्रयाग, गौरीकुंड से सीमित संख्या में यात्री भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि पैदल मार्ग पर तैनात पुलिस, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ के जवानों को भी पूरी तरह से सतर्क रहने को कहा गया है।

पुलिस महानिदेशक व पुलिस अधीक्षक केदारनाथ में डेरा जमाए हुए है। बर्फबारी के बीच उन्होंने धाम में यात्रियों से संवाद कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। साथ ही व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। इस दौरान बाबा के दर्शन करने वाले यात्रियों को निचले इलाकों के लिए भेजा गया। अपराह्न 3 बजे तक 2090 श्रद्धालु सोनप्रयाग लौट आए थे जबकि रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक जगह-जगह अब भी 18,000 से अधिक श्रद्धालु रोके गए हैं।

बुधवार को तड़के से ही केदारनाथ में बर्फबारी होती रही। सुबह करीब आठ बजे पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, एसपी डाॅ. विशाखा अशोक भदाणे ने मंदिर परिसर, मार्ग सहित जीएमवीएन परिसर में यात्रियों से संवाद किया। उन्होंने यात्रियों से मौसम को देखते हुए धाम में पर्याप्त गर्म कपड़ों का उपयोग करने को कहा। पुलिस महानिदेशक ने देशवासियों से मौसम के हिसाब से चारधाम यात्रा का कार्यक्रम बनाने की अपील की। साथ ही कहा कि मौसम के अनुसार ही बृहस्पतिवार की यात्रा को लेकर निर्णय लिया जाएगा। इधर, पुलिस अधीक्षक ने बताया कि केदारनाथ में 600 से अधिक श्रद्धालु रुके हुए हैं। इसके अलावा हक-हकूकधारी, कारोबारी, तीर्थपुरोहित, यात्रा ड्यूटी पर तैनात अधिकारी-कर्मचारी व पुलिस जवान हैं।

गंगोत्री यमुनोत्री यात्रा सुचारू

वहीं, कहीं दिनों बाद मौसम साफ होने से गंगोत्री यमुनोत्री धाम में चटख धूप खिली। जिसके बाद यमुनोत्री धाम सहित जानकीचट्टी से यमुनोत्री तक श्रद्धालुओं की चहल-पहल है।

उत्तराखंड में डोली धरती, चमोली और रुद्रप्रयाग में महसूस हुए भूकंप के झटके

उत्तराखंड में गुरुवार को भूकंप से धरती डोल गई। चमोली और रुद्रप्रयाग में सुबह करीब दस बजे भूकंप के तेज झटके महसूस हुए हैं। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग घरों व दुकानों से बाहर निकल आए।

जोन चार और पांच में है उत्तराखंड का ज्यादातर इलाका

वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के भूकंप विज्ञानियों की मानें तो उत्तराखंड भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है। उत्तराखंड का ज्यादातर इलाका भूकंप के लिहाज से जोन चार और पांच में हैं। इसलिए बार-बार भूकंप की घटनाएं देखने को मिल रही हैं।

यूपी में एक और गैंगस्टर मुठभेड़ में ढेर, कुख्‍यात अपराधी अनिल दुजाना को एसटीएफ नेमेरठ में मार गिराया

#gangsteranildujanashotdeadbypoliceinencounterinmeerut 

उत्तर प्रदेश में एक और कुख्यात अपराधी मुठभेड़ मे मारा गया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना एसटीएफ की मुठभेड़ में ढेर हो गया है। अनिल दुजाना को एसटीएफ ने मेरठ जिले में मार गिराया है। दुजाना की गिरफ्तारी के लिए नोएडा पुलिस की स्पेशल सेल टीम और एसटीएफ टीम लगी हुई थी। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों के दौरान 7 टीमों ने 20 से भी ज्यादा स्थानों पर लगातार छापेमारी कर रही थी। आज उसका एनकाउंटर कर दिया गया।

तिहाड़ से आया था बाहर

कुख्यात दुजाना लंबे समय से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद चल रहा था, लेकिन हाल ही में उसे जमानत मिली और वह छूट गया। बताया जाता है कि जब वह जेल से बाहर आया था तो उसने सबसे पहले जयचंद प्रधान की हत्‍या के मामले में उसकी पत्नी और गवाह महिला को धमकी दी। जब ये बात पुलिस के संज्ञान में आई तो उन्‍होंने अनिल के खिलाफ 2 मुकदमे दर्ज किए।

दुजाना पर 62 से ज्यादा केस दर्ज

अनिल दुजाना ग्रेटर नोएडा के बादलपुर गांव का रहने वाला था।दुजाना पर 62 से ज्यादा केस दर्ज हैं। गैंगस्टर अनिल दुजाना पर 18 मर्डर समेत रंगदारी, लूटपाट, जमीनों पर कब्जा, और आर्म्स एक्ट जैसी गंभीर धाराओं में 62 मुकदमें दर्ज हैं। उस पर यूपी पुलिस ने रासुका और गैंगस्टर एक्ट भी लगाया था। हाल ही में पुलिस की ओर से गौतमबुद्ध नगर में जो गैंगस्टर्स की लिस्ट सामने आई थी। उसमें इसका नाम भी शामिल था। दुजाना की गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 75 हजार रुपए का इनाम रखा था।

धरने पर बैठे पहलवानों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका, आगे की सुनवाई से इनकार, निचली अदालत जाने का निर्देश दिया

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सुप्रीम कोर्ट की ओर से धरने पर बैठी महिला पहलवानों को तगड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को मामले में आगे की सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। अदालत ने कहा कि पहलवानों की ओर से एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर याचिका दायर की गई थी। अब इस मामले में पुलिस दो एफआईआर दर्ज कर चुकी है, ऐसे में आगे की सुनवाई बंद की जाती है।

कोर्ट ने कहा- याचिका का उद्देश्य FIR को लेकर था जो दर्ज हो चुकी है

पहलवानों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई। भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की पीठ ने मामले पर सुनवाई की। कोर्ट में दिल्ली पुलिस एफआईआर का स्टेटस बताना था। बृजभूषण की ओर से हरीश साल्वे दलीलें पेश कर रहे थे, जबकि दिल्ली पुलिस की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता दलीलें दे रहे थे। मामले पर हरीश साल्वे ने कहा कि ये पूरा मामला पॉलिटिकल है। कोई भी आदेश से पहले बृजभूषण का पक्ष सुना जाए। वहीं, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा सभी शिकायकर्ताओं को कोई खतरा नहीं है। हम शिकायत की जांच कर रहे हैं। हर चीज की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। पूरे मामले में पहले ही एफआईआर दर्ज हो चुकी है।

दिल्ली हाईकोर्ट जाने का निर्देश

पहलवानों के वकील ने कहा कि दिल्ली पुलिस मामले की ठीक से जांच नहीं कर रही है। इसके बाद कोर्ट ने कहा कि जो याचिका दायर की गई थी उसमें एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई थी और इसे दर्ज करने के साथ ही याचिका का उद्देश्य पूरा हो गया है। जजों की पीठ ने आगे और राहत के लिए याचिकाकर्ताओं को मजिस्ट्रेट से संपर्क करने या किसी भी अन्य शिकायत के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट के सामने पेश होने की स्वतंत्रता दी।

गो फर्स्ट के यात्रियों की मुश्किलें बढ़ी, अब 9 मई तक कैसिंल रहेगी फ्लाइट्स, डीजीसीए ने दिया रिफंड प्रक्रिया शुरू करने का आदेश

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गो-फर्स्ट एयरलाइंस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं।एयरलाइंस गो फर्स्ट ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया है और इस पर आधिकारिक मुहर के लिए उसे एनसीएलटी के फैसले का इंतजार है। इस बीच कंपनी ने पहले अपनी सभी फ्लाइट्स 3 दिन यानी 3 से 5 मई तक के लिए कैंसिल की थी। अब इसकी तारीख बढ़कर 9 मई हो गई है। जिसने यात्रियों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है।इधर, लोगों की परेशानियों को देखते हुए एविएशन रेग्युलेटर नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कंपनी को कैंसिल फ्लाइट्स का पैसा रिफंड करने के लिए कहा है।

टिकटों की बिक्री पर 15 मई तक रोक

वित्तीय संकट झेल रही गो फर्स्ट ने अब 9 मई तक के लिए अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी है। एयरलाइंस ने ट्विटर के माध्यम से ये जानकारी दी है।गो फर्स्ट ने बयान जारी कर कहा है कि ऑपरेशनल कारणों की वजह से उसने अपनी सभी फ्लाइट्स को 9 मई तक के लिए कैंसिल कर दिया है। वहीं डीजीसीए के कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए कंपनी ने जानकारी दी है कि उसने 15 मई तक के लिए एयर टिकट की बुकिंग भी रोक दी है। इस बीच डीजीसीए के रिफंड के आदेश पर कंपनी का कहना है कि वह जल्द ही लोगों को पैसा लौटाने का काम करेगी।

डीजीसीए ने रिफंड को लेकर दिया निर्देश

इधर, डीजीसीए ने इससे पहले एयरलाइन को तीन मई से पांच मई तक के लिए उड़ानें रद्द करने को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इस नोटिस का जवाब मिलने के बाद डीजीसीए ने कहा कि गो फर्स्ट की ओर से अचानक ही ऑपरेशन बंद किए जाने के बाद वह यात्रियों की समस्याओं को कम से कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी ने दिवालिया कार्रवाई के तहत सरकार से संकट से निकालने की भी मांग रख दी है। ऐसे में यात्रियों ने अपने टिकट रिफंड की मांग का मुद्दा उठाया है। अब विमानन नियामक डीजीसीए ने इसे लेकर एक आदेश जारी किया है। डीजीसीए ने कहा है कि गो फर्स्ट यात्रियों को रिफंड की प्रक्रिया शुरू कर दे।

एनसीएलटी के फैसले का इंतजार

बता दें कि कंपनी को ‘दिवालिया घोषित’ करने के लिए एनसीएलटी में किए गए आवेदन पर फैसला आने का इंतजार है। कंपनी को उम्मीद है कि अगर बुधवार को उसकी दिवाला याचिका को स्वीकार नहीं किया जाता है, तो एनसीएलटी से उसे पेमेंट इत्यादि करने के लिए अंतरिम रोक (मोरेटोरियम) की राहत मिल जाएगी। इस बीच कंपनी ने एनसीएलटी को सूचना दी है कि कंपनी समूह के बैंक अकाउंट फ्रीज हो गए हैं।

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश, चिनाब नदी में गिरा, 3 लोग थे सवार

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में भारतीय सेना का एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है। इसमें तीन लोग सवार थे, जिनमें दो पायलट और एक कमांडिंग ऑफिस शामिल हैं। इस हादसे के बाद तीनों ही जवान पूरी तरह सुरक्षित हैं। रेस्क्यू के लिए टीमों को घटनास्थल पर रवाना कर दिया गया है। अभी तक उनसे संपर्क नहीं हो पाया है। 

बताया जा रहा है कि जहां ये हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है, वो किश्तवाड़ का काफी दुर्गम इलाका है। यहां बीते दो-तीन दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही थी। सेना के तीन अधिकारी हेलिकॉप्टर पर जा रहे थे, यहीं पर हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है। हालांकि सेना की ओर से पता लगाया जा रहा है कि उनकी तबीयत कैसी है। इसके लिए रेस्क्यू की टीमों को रवाना कर दिया गया है। अभी तक उन अधिकारियों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।

भारतीय सेना ने क्या बताया?

इस हादसे को लकेर सेना की ओर से बयान जारी कर दिया गया है। सेना ने अपने बयान में बताया, "4 मई को करीब 11 बजकर 15 बजे ऑपरेशनल मिशन पर निकले ALH ध्रुव हेलिकॉप्टर ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ क्षेत्र में मरुआ नदी के किनारे पर एहतियातन लैंडिंग की।  

इनपुट के मुताबिक, पायलटों ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) को तकनीकी खराबी की सूचना दी थी और एहतियाती लैंडिंग के लिए आगे बढ़े। उबड़-खाबड़ जमीन, अंडरग्रोथ और बिना तैयारी के लैंडिंग क्षेत्र के कारण, हेलिकॉप्टर ने स्पष्ट रूप से एक कठिन लैंडिंग की।

क्रेमलिन पर ड्रोन अटैक का बदला! यूक्रेन के कई बड़े शहरों में रूस का हमला तेज, खेरसन में 21 की मौत

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रूस-यूक्रेन के बीच पिछले 14 महीनों से जारी जंग जारी है।रूसी राष्ट्रपति के ऑफिस क्रेमलिन पर हुए ड्रोन अटैक के बाद ये जंग और तेज होती दिख रही है।यूक्रेन पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हत्या की कोशिश के आरोप लगाने के बाद रूस की सेना ने बुधवार को हमले तेज कर दिए।यूक्रेन की राजधानी कीव, खेरसॉन समेत कई शहरों में लगातार धमाकों की आवाज आ रही है।इस हमले में यूक्रेन के 21 लोगों की जान चली गई। वहीं 48 लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए है।

यूक्रेन के दक्षिणी खेरसॉन क्षेत्र पर रूसी हमलों में बुधवार को 21 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए। यह हमले खेरसान शहर और आसपास के गांवों में किए गए।खेरसान के अधिकारियों ने कहा, ‘3 मई की सुबह, रूसी सैनिकों ने खेरसॉन शहर और क्षेत्र की बस्तियों पर बड़े पैमाने पर गोलाबारी शुरू की।जानकारी दी कि मृतकों में से 12 शहर में और अन्य आसपास के गांवों में मारे गए।

इस बीच गुरुवार सुबह से कीव, जापोरिज्जिया और ओडेसा में धमाकों की आवाज़ सुनी गई है। सुबह के शुरुआती घंटों में कीव और अन्य शहरों में लगातार कई धमाकों की आवाज सुनी गई। जानकारी के मुताबिक यूक्रेन के अंदर और बाहर रूसी सैनिक अलर्ट मोड में है और कई शहरों ताबड़तोड़ हमले कर रही है। ओडेसा की मिलिट्री अकेडमी के पास आग लगने की खबर है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कही ये बात

रूसी हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि हमले में एक रेलवे स्टेशन, रेलवे क्रॉसिंग, घर, हार्डवेयर स्टोर, सुपरमार्केट और एक गैस स्टेशन बुरी तरह से ध्वस्त हो गया। जेलेंस्की ने इन हमलों से तबाह एक सुपरमार्केट की तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की। उन्होंने ट्वटिर पर लिखा, ‘दुनिया को यह देखने और जानने की जरूरत है। एक रेलवे स्टेशन और एक क्रॉसिंग, एक घर, एक हार्डवेयर स्टोर, एक किराना सुपरमार्केट, एक गैस स्टेशन - क्या आप जानते हैं कि इन जगहों को आपस में क्या जोड़ता है? एक खूनी निशान... जो रूस अपने बमबारी के साथ छोड़ता है, वह खेरसान और खेरसान क्षेत्र में नागरिकों की हत्या करता है।

नवंबर में रूस ने सैनिकों को खेरसॉन से पीछे हटा लिया था

बता दें कि खेरसॉन पर पिछले साल हमले के शुरुआती दिनों में ही रूसी सैनिकों ने कब्जा कर लिया था और फिर यह शहर नवंबर 2022 तक रूसी कब्जे में रहा। पिछले साल नवंबर को रूसी सेना ने अपने सैनिकों को खेरसॉन शहर से पीछे हटा लिया था। खेरसॉन शहर दक्षिणी यूक्रेन के बॉर्डर पर मौजूद है।

एससीओ बैठक के लिए आज भारत आ रहे बिलावल भुट्टो जरदारी, जयशंकर से मुलाकात पर सस्पेंस बरकरार

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भारत की मेजबानी में आज से गोवा में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक की शुरुआत हो रही है। बैठक में शामिल सदस्य देश इस सम्मेलन में क्षेत्रीय चुनौतियों और राजनीतिक उथल-पुथल पर चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रियों की बैठक में पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भारत आ रहे हैं।पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भारतीय जमीन पर करीब 24 घंटे रुकेंगे। करीब 12 बरस बाद पाकिस्तान का कोई विदेश मंत्री भारत में होगा।

बैठक में शरीक होने के लिए पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो का गल्फ-स्ट्रीम चार्टेड विमान गोवा हवाई अड्डे पर 4 मई को शाम करीब 4 बजे तक पहुंच जाएगा। उसी शाम को एससीओ देशों के विदेश मंत्रियों का एक रात्रिभोज भी आयोजित किया गया है।पाकिस्तान के विदेश मंत्री के भारत दौरे पर न केवल दोनों देशों के बीच सीमा-पार प्रायोजित आतंकवाद के पुराने विवादों का साया दिखाई देगा बल्कि चंद माह पहले पीएम मोदी को लेकर दिए बिलावल भुट्टो के आपत्तिजनक बयान की खटास का भी असर होगा।

बिलावल की इस यात्रा को ज्यादा तवज्जो नहीं

मीडिया में इस बात की भी चर्चा है कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री की इस यात्रा को भारत कोई तवज्जो नहीं दे रहा है। भारतीय विदेश मंत्री जहां एससीओ बैठक से इतर रूस, चीन एवं एससीओ के अन्य विदेश मंत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं, वहीं बिलावल के साथ उनकी मुलाकात का कोई कार्यक्रम तय नहीं है।

2016 में सरताज अजीज भारत आए थे

बीते सात सालों में यह पहला मौका है जब बहुपक्षीय बैठक के लिए पाकिस्तान के किसी विदेश मंत्री की भारत यात्रा हो रही है। इससे पहले 2016 में पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री सरताज अजीज 'हर्ट ऑफ एशिया' सम्मेलन में भाग लेने दिल्ली आए थे। बिलावल भुट्टो की भारत यात्रा को लकर मीडिया में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। कई लोग भुट्टो की इस यात्रा को भारत-पाकिस्तान रिश्तों में एक नई शुरुआत के रूप में देख रहे हैं। लोगों का कहना है कि भारत से संबंध सुधारने के लिए भुट्टो को अपनी इस यात्रा का इस्तेमाल एक अवसर के रूप में किया जाना चाहिए।

एस जयंशकर ने लिया तैयारियों का जायजा

'एससीओ विदेश मंत्री सम्मेलन 2023' की तैयारियों का जायजा लेने एस जयशंकर खुद बुधवार को गोवा पहुंचे। समरकंद सम्मेलन 2022 के बाद भारत ने एससीओ की अध्यक्षता ली थी। वह विदेश मंत्रियों सहित एससीओ की कई बैठकों व सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। शिरकत के लिए पाकिस्तान, चीन व रूस सहित सभी सदस्यों को आमंत्रित किया गया है, सभी ने भागीदारी की रजामंदी दी है।

बता दें कि साल 2001 में एससीओ की स्थापना हुई थी। एससीओ में चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। भारत इस वर्ष के लिए समूह की अध्यक्षता कर रहा है। भारत और पाकिस्तान 2017 में चीन में स्थित एससीओ के स्थायी सदस्य बने थे। समझा जाता है कि इस बैठक में आतंकवाद की चुनौतियों के अलावा यूक्रेन युद्ध के प्रभावों पर भी चर्चा हो सकती है।