बरवाअड्डा थाना क्षेत्र में गोली मारकर जमीन कारोबारी की हत्या, एक अन्य गम्भीर रूप से घायल


धनबाद: बुधवार को बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के संत निरंकारी चौक के समीप उस समय अफरा तफरी मच गई जब पूरा इलाका एकाएक गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजने लगा। 

इस गोली कांड में जमीन कारोबारी कुर्मिडीह निवासी राजकुमार साहू की मौत हो गयी जबकि उसका साथी नरेंद्र यादव गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों की मदद से परिजनों ने दोनों को आनन फानन में एसएनएमएमसीएच अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने राजकुमार को मृत घोषित कर दिया जबकि नरेंद्र की गम्भीर अवस्था को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद रांची स्थित रिम्स अस्पताल रेफर कर दिया।

 वहीं घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी हेडक्वॉर्टर 1 अमर पांडेय, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर अरविंद कुमार विन्हा दलबल के साथ एसएनएमएमसीएच अस्पताल पहुंचे और घायल नरेंद्र व मृतक राजकुमार के परिजनों से घटना से सम्बंधित जानकारी ली। फिलहाल पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई है। घटनास्थल ने पुलिस ने चार गोली के खोखे भी बरामद किए हैं।

क्या है पूरा मामला

आसपास के ग्रामीणों की माने तो बुधवार की सुबह जमीन को लेकर कुर्मिडीह क्षेत्र में दो गुटों में झड़प हुई थी। इसके बाद दोपहर लगभग 1 :30 बजे बाइक सवार अपराधियों ने राजकुमार और नरेंद्र पर हमला कर दिया। 

सफेद रंग की अपाची मोटरसाइकिल सवार तीन अपराधियो में से दो ने दनादन राजकुमार और नरेंद्र पर फायरिंग शुरू कर दी। वहीं नरेंद्र अपनी जान बचाने के लिए लगभग 100 मीटर दौड़ता रहा इसके बाद एक अपराधी ने उसका पीछा कर उसे भी गोली मार दी। घायल नरेंद्र के हाथ, पीठ और कमर में गोली लगी है। उसकी गंभीर स्तिथि को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे रिम्स रेफर कर दिया है।

मौत की खबर सुनते ही परिजन हुए आक्रोशित, किया हंगामा

वहीं एसएनएमएमसीएच में जब दोनों को गम्भीर अवस्था मे लाया गया तो राजकुमार को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। खबर सुनते ही राजकुमार के परिजन और परिचित अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अस्पताल में ही हंगामा करने लगे। हालांकि मौजूद पुलिस पदाधिकारियों समझाबुझा कर सभी को शान्त कराया। वहीं मृतक के भाई का कहना है कि राजकुमार की किसी से न तो कोई दुश्मनी थी और न ही वो इतना बड़ा कारोबारी था कि उसकी हत्या हो जाये। 

राजकुमार ने फरवरी में किया था लव मैरिज

मृतक राजकुमार साव बरवा अड्डा के कुर्मीडीह का रहने वाला है। फरवरी महीने में उसने अपने चचेरे भाई की साली से लव मैरिज किया था। अभी तक जो बातें सामने आ रही हैं, उस शादी में भी काफी विवाद हुआ था। पुलिस इस एंगल में भी जांच कर रही है।

दोपहर लगभग 1: 30 बजे बरवाअड्डा के संत निरंकारी चौक के समीप गोलीबारी की घटना घटी है इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी है जबकि एक घायल है। घायल को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया है। 

घटना की जांच की जा रही। पुलिस द्वारा हर एंगल पर जांच की जा रही है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जाएगा। घटना क्यों और कैसे हुई इस बात जांच की जा रही है। फिलहाल अपराधियो की पहचान नहीं कि जा सकी है।

धनबाद:कोविड संक्रमित मरीजों का सुचारू रूप से इलाज करने तथा अस्पतालों में व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के लिए उपविकास आयुक्त ने दिए निर्देश


धनबाद:- कोविड संक्रमित मरीजों का सुचारू रूप से इलाज करने तथा अस्पतालों में व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के निर्देश के बाद आज धनबाद जिले के उप विकास आयुक्त ने धनबाद स्थित शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) का जायजा लिया।

इस दौरान उप विकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह ने आईसीयू, पीएसए ऑक्सीजन प्लांट, रसोईघर, ऑटोमैटिक रोटी मेकिंग मशीन, लॉन्ड्री रूम, दवाइयों का स्टोर रूम इत्यादि विभागों का बारीकी से निरीक्षण किया।

व्यवस्था ठीक करने का दिया निर्देश

निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को सभी वार्ड में लाइट, पंखा को दुरुस्त करने, जिस बेड के पास ऑक्सीजन पाइप लाइन का कनेक्शन नहीं है वहां ऑक्सीजन सिलेंडर रखने, खाली ऑक्सीजन सिलेंडरों को रिफिल कराकर रखने, पीएम केयर से आए पीएसए ऑक्सीजन प्लांट को चालू स्थिति में रखने, जहां पीएसए ऑक्सीजन प्लांट से कनेक्शन नहीं है वहां शीघ्र कनेक्शन करने का निर्देश दिया।

कैथ लैब का भी किया निरीक्षण

निरीक्षण के बाद उप विकास आयुक्त ने कहा कि राज्य सरकार से प्राप्त निर्देश के बाद आज एसएनएमएमसीएच के पूर्ण निरीक्षण के साथ कैथ लैब का निरीक्षण किया गया। 

वहीं एक मॉक ड्रिल भी कराया गया। उन्होंने कहा कि धनबाद में कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 130 ऑक्सीजन सपोर्टेड बैड, 50 वेंटिलेटर तैयार है। इसके अतिरिक्त 250 से 300 और बेड तैयार है। सभी पारा मेडिकल स्टाफ, चिकित्सक का रोस्टर भी तैयार कर लिया गया है। बेड के पास ऑक्सिजन की आपूर्ति को भी चेक किया गया।

बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन में होगा जांच

उप विकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह ने बताया कि अस्पताल के रसोईघर व ऑटोमैटिक रोटी मेकिंग मशीन का भी निरीक्षण किया। वहीं लॉन्ड्री रूम में संक्रमित मरीजों के कपड़े, बेडशीट इत्यादि को कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार साफ करने का निर्देश दिया है। 

उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमित मरीजों का इलाज करने के लिए सभी तैयारियां संतोष पूर्ण है। साथ ही कहा कि बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन इत्यादि में जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा, डॉ यूके ओझा, एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य, अधीक्षक सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

धनबाद: स्वास्थ्य विभाग ने मिजिल्स रुबेला संक्रमण की रोकथाम को लेकर निकाला जागरूकता रैली

धनबाद: मिजिल्स रुबेला संक्रमण की रोकथाम के लिए असैनिक शल्य चिकित्सा सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आलोक विश्वकर्मा की अगुवाई में जागरूकता रैली निकाली गई।

 लुबी सर्कुलर रोड स्थित स्वास्थ्य केंद्र से जागरूकता रैली शुरू करते हुए प्रमुख मार्गों का भ्रमण करती हुई सिविल सर्जन कार्यालय पहुंची।

जागरूकता रैली में भारी संख्या में स्कूली बच्चे, पारा मेडिकल कर्मी और स्वास्थ्य कर्मी शामिल हुए। इस दौरान लोगों से मीजल्स रूबेला संक्रमण की रोकथाम हेतु 12 अप्रैल से शुरू हो रहे एमआर अभियान में 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को टीका लगाने की अपील की गई।

सिविल सर्जन ने लोगो से अपील कि की अभियान को सफल बनाने में हमें सभी के सहयोग की आवश्यकता है। अगर आप सभी का सहयोग मिला तो हम अपने जिला से मीजल्स एवं रूबेला जैसी खतरनाक बीमारी से बच्चों को बचाने में कामयाब होंगे।

जागरूकता रैली के माध्यम से लोगो को बताया गया कि खसरा एक जानलेवा रोग है। यह वायरस द्वारा फैलता है। इसके कारण बच्चों में दिव्यांगता तथा असमय मृत्यु हो सकती है।

 वहीं रूबैला भी एक संक्रामक रोग है। यह भी वायरस द्वारा फैलता है। इसके लक्षण खसरा रोग जैसे होते हैं। यह लड़के या लड़की दोनों को संक्रमित कर सकता है। यदि कोई महिला गर्भावस्था के शुरुआती चरण में इससे संक्रमित हो जाए तो कंजेनिटल रूबैला सिंड्रोम (सीआरएस) हो सकता है जो उसके भ्रूण तथा नवजात शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। खसरा रूबैला का टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। बच्चों को यह टीका एक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी द्वारा लगाया जाएगा।

हम सब ने ठाना है मिजल्स रूबैला से झारखंड को बचाना है.

गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे आनंद वर्मा हत्याकांड की पुलिस ने सुलझायी गुत्थी



हत्या में शामिल मित्र सूरज का शव भी फंदे से लटकता पाया गया , दूसरा हत्यारा दोस्त डोमा गिरफ्तार

धनबाद। गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे आनन्द वर्मा की हत्या की गुत्थी धनबाद पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले के आनंद के हत्यारे मित्र डोमा भुईयां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि हत्या में शामिल दूसरे मित्र सूरज भुईयां ने हत्या करने के बाद पेड़ से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। 

इस बाबत धनबाद एसएसपी संजीव कुमार ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय स्थित अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हत्या की पूरी जानकारी दी। एसएसपी में पत्रकारों को बताया कि 21 मार्च को आनंद अपने घर से बाहर निकला था। कई दिनों जब घर नहीं लौटा तो उसके परिजनों द्वारा स्थानीय पुलिस से शिकायत की गई थी। 

वहीं 3 अप्रैल को एक बंद खदान के मुहाने से सड़ी गली लाश मिली थी जिसके पंचनामे के दौरान उसकी पहचान आनंद वर्मा के रूप की गई थी। अनुसंधान के क्रम में पुलिस को पता चला कि आनंद वर्मा, डोमा भुईयां और सूरज भुईयां तीनों मित्र थे। जिस दिन से आनंद लापता हुआ उसी दिन डोमा ने उसे घर से बुलाया था और तीनों मिलकर कहीं कोयला की चोरी करने गए थे जिसमें असफल हुए।

 इसके बाद आनंद बैठकर नशे का सेवन कर रहा था तभी वहां डोमा और सूरज भी पहुंचे और फिर तीनों में मजकिये लहजे में गाली गलौज शुरू हुई जो कि बाद में सीरियस होकर हाथा पाई तक पहुंच गई। डोमा और सूरज एक पत्थर से आनंद के सर पर मार दिया जिससे उसकी मौत हो गयी। साक्ष्य छुपाने के लिए पहले शव को बंद खदान में फेंका गया बाद किसी की नजर पड़ जाने के डर से उसे अवैध खनन के मुहाने के अंदर लगभग 15 फिर अंदर ले जाकर छुपा दिया गया था।

 घटना को अंजाम देने के बाद डोमा भुईयां अयोध्या भाग गया था। पुलिस ने डोमा को अयोध्या से गिरफ्तार धनबाद लायी और उसे जेल भेज दिया। 

दूसरे साथी सूरज का शव पेड़ से मिला था लटका हुआ

हत्या के लगभग एक हफ्ते बाद ही सूरज भुईयां का शव घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर ओबी डंप के समीप पेड़ से लटका पाया गया था। एसएसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद सूरज भुईयां ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी थी जिसके बाद परिजनों ने उसे धुत्कार कर खुद इस मामले को सलटने को कहा था सम्भवतः इसके बाद सूरज को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने पेड़ पर फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी। 

क्या है पूरा मामला

बीते 3 अप्रैल को झरिया के अलकडीहा ओपी अंतर्गत जयरामपुर मोड़ के आटा चक्की के समीप अवैध खनन के मुहाने से एक सड़ी गली लाश मिली थी। शव के पोस्टमार्टम के बाद वे परिजनों की पहचान के बाद शव की शिनाख्त पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के आरोप में जेल के बन्द गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे के रूप में हुई। जिसकी बाद मामले को हाई प्रोफाइल मानते हुए पुलिस ने अनुसन्धान जारी किया था।आनंद वर्मा एमओसीपी ठाकुर मोड़ निवासी राजमिस्री राजेश वर्मा का पुत्र था।

पूर्व में आनंद का रहा है अपराधिक इतिहास

आनंद वर्मा की इंट्री कम उम्र से ही आपराध की दुनिया हो गयी थी। उस पर तीसरा, सुदामडीह, धनसार, झरिया सहित कई थानों में कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। पांच वर्ष पूर्व आनंद किसी मामले में धनबाद जेल गया था। यही उसकी मुलाकात पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्या के आरोप में जेल में बंद शूटर अमन सिंह से हुई थी। जेल से निकलने के बाद आनंद ने रंगदारी के लिए आसपास के इलाके के कोलियरी लोडिंग बाबू, लोडिंग पॉइंट के नेताओं सहित एक आउटसोर्सिंग परियोजना के संचालक को फोन कर रंगदारी के लिए धमकी दी थी। जिसके बाद से क्षेत्र में वह आतंक का पर्याय बन चुका था। वहीं वर्तमान में तीसरा थाने की पुलिस भी आनंद को दो मामले में लगातार खोज रही थी।

गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे आनंद वर्मा हत्याकांड की पुलिस ने सुलझायी गुत्थी

हत्या में शामिल मित्र सूरज का शव भी फंदे से लटकता पाया गया , दूसरा हत्यारा दोस्त डोमा गिरफ्तार


धनबाद। गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे आनन्द वर्मा की हत्या की गुत्थी धनबाद पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले के आनंद के हत्यारे मित्र डोमा भुईयां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि हत्या में शामिल दूसरे मित्र सूरज भुईयां ने हत्या करने के बाद पेड़ से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। 

इस बाबत धनबाद एसएसपी संजीव कुमार ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय स्थित अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हत्या की पूरी जानकारी दी। एसएसपी में पत्रकारों को बताया कि 21 मार्च को आनंद अपने घर से बाहर निकला था। कई दिनों जब घर नहीं लौटा तो उसके परिजनों द्वारा स्थानीय पुलिस से शिकायत की गई थी। 

वहीं 3 अप्रैल को एक बंद खदान के मुहाने से सड़ी गली लाश मिली थी जिसके पंचनामे के दौरान उसकी पहचान आनंद वर्मा के रूप की गई थी। अनुसंधान के क्रम में पुलिस को पता चला कि आनंद वर्मा, डोमा भुईयां और सूरज भुईयां तीनों मित्र थे। जिस दिन से आनंद लापता हुआ उसी दिन डोमा ने उसे घर से बुलाया था और तीनों मिलकर कहीं कोयला की चोरी करने गए थे जिसमें असफल हुए।

 इसके बाद आनंद बैठकर नशे का सेवन कर रहा था तभी वहां डोमा और सूरज भी पहुंचे और फिर तीनों में मजकिये लहजे में गाली गलौज शुरू हुई जो कि बाद में सीरियस होकर हाथा पाई तक पहुंच गई। डोमा और सूरज एक पत्थर से आनंद के सर पर मार दिया जिससे उसकी मौत हो गयी। साक्ष्य छुपाने के लिए पहले शव को बंद खदान में फेंका गया बाद किसी की नजर पड़ जाने के डर से उसे अवैध खनन के मुहाने के अंदर लगभग 15 फिर अंदर ले जाकर छुपा दिया गया था।

 घटना को अंजाम देने के बाद डोमा भुईयां अयोध्या भाग गया था। पुलिस ने डोमा को अयोध्या से गिरफ्तार धनबाद लायी और उसे जेल भेज दिया। 

दूसरे साथी सूरज का शव पेड़ से मिला था लटका हुआ

हत्या के लगभग एक हफ्ते बाद ही सूरज भुईयां का शव घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर ओबी डंप के समीप पेड़ से लटका पाया गया था। एसएसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद सूरज भुईयां ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी थी जिसके बाद परिजनों ने उसे धुत्कार कर खुद इस मामले को सलटने को कहा था सम्भवतः इसके बाद सूरज को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने पेड़ पर फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी। 

क्या है पूरा मामला

बीते 3 अप्रैल को झरिया के अलकडीहा ओपी अंतर्गत जयरामपुर मोड़ के आटा चक्की के समीप अवैध खनन के मुहाने से एक सड़ी गली लाश मिली थी। शव के पोस्टमार्टम के बाद वे परिजनों की पहचान के बाद शव की शिनाख्त पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के आरोप में जेल के बन्द गैंगस्टर अमन सिंह के गुर्गे के रूप में हुई। जिसकी बाद मामले को हाई प्रोफाइल मानते हुए पुलिस ने अनुसन्धान जारी किया था।आनंद वर्मा एमओसीपी ठाकुर मोड़ निवासी राजमिस्री राजेश वर्मा का पुत्र था।

पूर्व में आनंद का रहा है अपराधिक इतिहास

आनंद वर्मा की इंट्री कम उम्र से ही आपराध की दुनिया हो गयी थी। उस पर तीसरा, सुदामडीह, धनसार, झरिया सहित कई थानों में कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। पांच वर्ष पूर्व आनंद किसी मामले में धनबाद जेल गया था। यही उसकी मुलाकात पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्या के आरोप में जेल में बंद शूटर अमन सिंह से हुई थी। जेल से निकलने के बाद आनंद ने रंगदारी के लिए आसपास के इलाके के कोलियरी लोडिंग बाबू, लोडिंग पॉइंट के नेताओं सहित एक आउटसोर्सिंग परियोजना के संचालक को फोन कर रंगदारी के लिए धमकी दी थी। जिसके बाद से क्षेत्र में वह आतंक का पर्याय बन चुका था। वहीं वर्तमान में तीसरा थाने की पुलिस भी आनंद को दो मामले में लगातार खोज रही थी।

धनबाद: स्वास्थ्य विभाग ने मिजिल्स रुबेला संक्रमण की रोकथाम को लेकर निकाला जागरूकता रैली

धनबाद: मिजिल्स रुबेला संक्रमण की रोकथाम के लिए असैनिक शल्य चिकित्सा सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आलोक विश्वकर्मा की अगुवाई में जागरूकता रैली निकाली गई।

 लुबी सर्कुलर रोड स्थित स्वास्थ्य केंद्र से जागरूकता रैली शुरू करते हुए प्रमुख मार्गों का भ्रमण करती हुई सिविल सर्जन कार्यालय पहुंची।

जागरूकता रैली में भारी संख्या में स्कूली बच्चे, पारा मेडिकल कर्मी और स्वास्थ्य कर्मी शामिल हुए। इस दौरान लोगों से मीजल्स रूबेला संक्रमण की रोकथाम हेतु 12 अप्रैल से शुरू हो रहे एमआर अभियान में 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को टीका लगाने की अपील की गई।

सिविल सर्जन ने लोगो से अपील कि की अभियान को सफल बनाने में हमें सभी के सहयोग की आवश्यकता है। अगर आप सभी का सहयोग मिला तो हम अपने जिला से मीजल्स एवं रूबेला जैसी खतरनाक बीमारी से बच्चों को बचाने में कामयाब होंगे।

जागरूकता रैली के माध्यम से लोगो को बताया गया कि खसरा एक जानलेवा रोग है। यह वायरस द्वारा फैलता है। इसके कारण बच्चों में दिव्यांगता तथा असमय मृत्यु हो सकती है।

 वहीं रूबैला भी एक संक्रामक रोग है। यह भी वायरस द्वारा फैलता है। इसके लक्षण खसरा रोग जैसे होते हैं। यह लड़के या लड़की दोनों को संक्रमित कर सकता है। यदि कोई महिला गर्भावस्था के शुरुआती चरण में इससे संक्रमित हो जाए तो कंजेनिटल रूबैला सिंड्रोम (सीआरएस) हो सकता है जो उसके भ्रूण तथा नवजात शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। खसरा रूबैला का टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। बच्चों को यह टीका एक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी द्वारा लगाया जाएगा।

हम सब ने ठाना है मिजल्स रूबैला से झारखंड को बचाना है.

मासस ने 13 सूत्री मांगों को लेकर रणधीर वर्मा चौक पर दिया एक दिवसीय धरना

धनबाद: मंगलवार को मार्क्सवादी समन्वय समिति ने आज 13 सूत्री मांगों को लेकर रणधीर वर्मा चौक पर एक दिवसीय धरना दिया l     धरना की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष बिंदा पासवान एवं संचालन सुभाष चटर्जी ने किया l 

 धरना मुख्य रूप से केंद्र सरकार के जनविरोधी नीति,तानाशाही रवैया, महंगाई, बेरोजगारी, बिजली-पानी की नियमित आपूर्ति, किसानों की समस्याओं का समाधान, नगर निगम टैक्स की बढ़ोतरी, विद्यालय में शिक्षा की बढ़ोतरी, सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने के खिलाफ एक दिवसीय धरना दिया।  

धरना को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि मासस के केंद्रीय महासचिव हलधर महतो ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार जनता से किए गए वादे के खिलाफ एक-एक करके जनविरोधी नीति आम जनताओं को थोप रही है। 

तमाम सार्वजनिक उद्योग कोयला, बैंक, एलआईसी जैसी प्रमुख संस्थानों को कौड़ी के भाव कॉरर्पोरेट घरानों को बेच रही है। आज उनकी तानाशाही रवैया देश की सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की साजिश रच रही है। जनता से जुड़ी हुई महंगाई बेलगाम है l बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है l शिक्षा का निजीकरण कर जनता की तमाम मौलिक अधिकारों को कुचला जा रहा हैं।इनकी अमीर प्रस्त निति देश को फिर से एक नई गुलामी की ओर ले जा रही है। जिसके खिलाफ आम जनता को गोलबंद होने की जरूरत है। 

 मासस के केंद्रीय सचिव हरिप्रसाद पप्पू ने कहा कि आज देश के अंदर में आम जनता अपने को ठगी महसूस करते हुए असुरक्षित महसूस कर रही है। इस भाजपा सरकार के खिलाफ मासस सड़क पर उतरकर संघर्ष करेगी।

धरना के बाद एक 13 सूत्री मांग पत्र उपायुक्त धनबाद को सौंपा। धरना में मुख्य रूप से केंद्रीय सचिव बबलू महतो,शेख रहीम, सुभाष सिंह,रुस्तम अंसारी,पवन महतो,गणेश महतो,देवाशीष पासवान,नरेश पासवान,भगत राम महतो,विजय पासवान, देवाशीष पांडे,गोपाल महतो, राणा चटराज,मोहम्मद अख्तर हुसैन, मुक्तेश्वर महतो,अजय महतो,सत्यनारायण सिंह,लाल मोहन महतो, सारथी मंडल, नीलू मुखर्जी,अरविंद तिवारी,दुलाल चंद्र बाउरी, रामप्रकाश महतो, भोला चौहान,रामप्रवेश यादव,हरे मुरारी महतो, धर्म बाउरी, मनीष यादव, सुनील महतो,हीरालाल महतो,भूषण महतो,अखिलेश महतो, संजीव महतो,देवीलाल महतो,निरंजन महतो,कृष्णा दा, विश्वजीत राय, बुटन सिंह,हरेंद्र निषाद,फटिक चंद्र मंडल,याकूब अंसारी,चौधरी भुइँया, सुभाष बाउरी, सीमा देवी,औरंगजेब खान, भोला कर्मकार,एके राय, शिव बालक पासवान,भगवान पासवान,चिंटू कुमार,संजय पासवान आदि शामिल थे।

धनबाद बार एसोसिएशन में स्पेशल कमेटी की बैठक संपन्न

धनबाद : धनबाद बार एसोसिएशन में चुनाव की विगुल बज चुकी है और पिछले दिनों धनबाद बार एसोसिएशन के चुनाव के चलते उच्च न्यायालय को भी आदेश पारित करना पड़ा था। मंगलवार को धनबाद बार एसोसिएशन में उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार स्पेशल कमेटी की बैठक बार लाइब्रेरी परिसर में हुई।

 जिसमें सुमिरन पाल,ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, अरुण कुमार सिंह,भागीरथ राय और पी सी महतो अधिवक्ताओं ने स्पेशल कमेटी के सदस्य के रूप में भाग लिया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया किस सत्र 17 अप्रैल को सुबह 10:30 बजे बार परिसर में जनरल बॉडी की मीटिंग बुलाई गई है। 

जिसमें धनबाद बार के सभी सदस्यों से निवेदन किया गया है के सभी सदस्य समय पर पहुंचकर जनरल बॉडी की मीटिंग में भाग लें । इसके लिए निवर्तमान कमेटी को कहा गया है कि आप बैठक की समुचित व्यवस्था जल्द से जल्द कर सूचित करें।साथ-साथ सदस्यों ने वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के लिए भी निर्णय लिया है।कहा गया की बैठक हर हाल में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराई जाएगी।

जनरल बॉडी की बैठक में इलेक्शन कमिटी के लिए नाम मांगी जाएगी जिसे स्पेशल कमिटी बार काउंसिल झारखंड को नामों की सूची भेज देगी।

कोरोना के संभावित खतरे को देख डीडीसी ने किया एसएनएमएमसीएच कैथ लैब का किया निरीक्षण

मौक ड्रिल कर की गई तैयारी की समीक्षा,130 से अधिक मरीजों की एक साथ इलाज करने की जिला प्रशासन ने की है तैयारी

धनबाद। देश में एक बार फिर कोरोना तेजी से अपना पांव पसार रहा है। लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को एक बार फिर रेस कर दिया है। इसी कड़ी में सोमवार को कोविड संक्रमित मरीजों का सुचारू रूप से इलाज करने तथा अस्पतालों में व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लेने की लिए डीडीसी शशि प्रकाश सिंह ने आज शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के कैथ लैब का निरीक्षण किया। 

इस दौरान उन्होंने आईसीयू, पीएसए ऑक्सीजन प्लांट, रसोईघर, ऑटोमैटिक रोटी मेकिंग मशीन, लॉन्ड्री रूम, दवाइयों का स्टोर रूम इत्यादि विभागों का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को सभी वार्ड में लाइट, पंखा को दुरुस्त करने, जिस बेड के पास ऑक्सीजन पाइप लाइन का कनेक्शन नहीं है वहां ऑक्सीजन सिलेंडर रखने, खाली ऑक्सीजन सिलेंडरों को रिफिल कराकर रखने, पीएम केयर से आए पीएसए ऑक्सीजन प्लांट को चालू स्थिति में रखने, जहां पीएसए ऑक्सीजन प्लांट से कनेक्शन नहीं है वहां शीघ्र कनेक्शन करने का निर्देश दिया। 

निरीक्षण के बाद डीडीसी ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश के पर आज एसएनएमएमसीएच कैथ लैब का निरीक्षण किया और एक मॉक ड्रिल भी कराया गया। उन्होंने बताया कि धनबाद में कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 130 ऑक्सीजन सपोर्टेड बैड, 50 वेंटिलेटर तैयार है। इसके अतिरिक्त 250 से 300 और बैड तैयार हैं। सभी पारा मेडिकल स्टाफ, चिकित्सक का रोस्टर भी तैयार कर लिया गया है। बैड के पास ऑक्सिजन की आपूर्ति को भी चेक किया गया। वहीं लॉन्ड्री रूम में संक्रमित मरीजों के कपड़े, बेडशीट इत्यादि को कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार साफ करने का निर्देश दिया है। 

डीडीसी ने तैयारियां पर संतोष जताते हुए बताया कि बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन इत्यादि में जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा जिससे कोई संक्रमित व्यक्ति किसी अन्य को संक्रमित ना कर सके। निरीक्षण के क्रम में डीडीसी के साथ सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा, डॉ यूके ओझा, एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य, अधीक्षक सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

न्यूज़ फालोअप: जेल में बंद पूर्व विधायक संजीव सिंह की बिगड़ी तबियत, कड़ी सुरक्षा के बीच एसएनएमएमसीएच में कराया गया भर्ती

सूचना मिलते ही पत्नी रागिनी सहित सैकड़ों समर्थक हाल जानने पहुंचे अस्पताल

धनबाद। धनबाद जेल में बंद झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह की सोमवार को अचानक तबियत बिगड़ गयी जिसके बाद आनन फानन में कड़ी सुरक्षा के बीच एसएनममसीएच ले जाया गया। 

फिलहाल यहां उनका इमरजेंसी वार्ड में इलाज चल रहा। बताया जा रहा है कि जेल के अंदर अचानक उनके सीने में दर्द होने लगा जिसके बाद उन्हें जेल प्रशासन द्वारा जिले के सबसे बड़े अस्पताल एसएनममसीएच ले जाया गया है पूर्व विधायक को फिलहाल सीसीयू में रखा गया है। 

यह है पूरा मामला

पूर्व डिप्टी मेयर व अपने चचेरे भाई नीरज सिंह सहित चार लोगों की हत्या के आरोप में धनबाद जेल में बंद झरिया के पूर्व विधायक सह भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रागिनी सिंह के पति संजीव सिंह को जेल में अचानक से सीने में दर्द होने लगा। 

जेल अस्पताल में चिकित्सको ने उनकी जांच की गई। इसके बाद आनन फानन में उन्हें एसएनएमएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया जहां वरीय चिकित्सकों की देखरेख में उनका इलाह चल रहा।

 इस बाबत एसएनएमएमसीएच प्रबन्धन से सम्पर्क करने की कोशिश की गई पर सम्पर्क नहीं हो पाया फिलहाल वे सीसीयू में इलाजरत हैं।

सूचना मिलते ही अस्पताल में जुटी समर्थकों की भीड़, पहुंची रागिनी सिंह

पूर्व विधायक की तबियत बिगड़ने की सूचना मिलते ही परिवार और समर्थकों में हड़कंप मच गया। अपने नेता का हाल जानने सभी एसएनएमएमसीएच अस्पताल पहुंचे। इसी बीच दर्जनों समर्थकों के साथ संजीव सिंह की पत्नी रागिनी भी अपने पति का हाल जानने अस्पताल पहुंच गईं। हालांकि संजीव की तबियत फिलहाल कैसी है इस बाबत खबर लिखे जाने तक किसी को कोई सूचना नहीं मिली। 

जेल में बंद होने के बाद से ही लगातार बीमार रह रहे हैं पूर्व विधायक

पूर्व डिप्टी मेयर की हत्या 21 मार्च 2017 में हुई थी। आरोपी बनाए जाने के बाद अप्रैल महीने में संजीव सिंह को जेल भेजा गया था। इज़के बाद से ही वे लगातार बीमार रहते हैं। पिछले दिनों दांत में तकलीफ की शिकायत के बाद उन्हें जेल से बाहर लाकर बैंकमोड़ स्थित एक दंतचिकित्सक से उनका इलाज कराया जा रहा था। इस दौरान उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच कई बार बैंक मोड़ चिकित्सक के पास ले जाया गया था। इससे पहले भी तबियत खराब होने की वजह से संजीव सिंह को एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया था।