एसएनएमसीएच के सिटी स्कैन विभाग में शॉर्ट सर्किट से लगी आग, हादसा टला


धनबाद : सरकारी अस्पताल स्वर्गीय निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एन्ड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में रविवार की दोपहर आग लग गई। आग अस्पताल के सिटी स्कैन रूम में लगी थी। आग से कमरे में लगे लाखो रुपये के मशीन सहित अन्य बिजली सामग्री जल गए है। कस अगलगी में किसी के हताहत या घायल होने की सूचना नही है।

घटना के संबंध में बताया जाता है कि आज दोपहर अचानक सिटी स्कैन वाले कमरे से तेज धुंआ निकलने लगा। जो देखते ही देखते अन्य मरीज वाले वार्डो में फैल गया। जिससे मरीजों को सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगी। इसके बाद मरीज और उसके परिजन अपनी अपनी जान बचाने के लिए अस्पताल से बाहर खुले मैदान की ओर भागने लगे।

 जिससे कुछ समय के लिए अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

वहीं धुंआ निकलता देख अस्पताल के कर्मचारी और टेक्नीशियन सिटी स्कैन वाले कमरे की ओर भागे। साथ ही अस्पताल के पावर को कट किया गया। ताकि शॉर्ट सर्किट से आग ज्यादा न भड़क सके।

 अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। स्थिति सामान्य है। सिटी स्कैन मशीन से ही धुंआ उठी थी। फिलहाल सिटी स्कैन मशीन को बंद कर दिया गया है और मशीन की जांच के लिए इंजीनियर को सूचना दे दी गई है।

बोकारो डीपीएस के बच्चे ब्रह्मांड की खगोलीय दुनिया से हुए अवगत


 बोकारो : अंतरिक्ष-विज्ञान के प्रति विद्यार्थियों में रुझान को बढ़ावा देकर उनकी प्रतिभा निखारने के उद्देश्य से डीपीएस बोकारो ने विशेष शैक्षणिक शिविर का आयोजन किया.

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के कुशल पल्ली अयोध्या पहाड़ पर बुधवार की रात आयोजित शिविर के दौरान अत्याधुनिक दूरबीनों की मदद से बच्चों को ब्रह्मांड के रहस्य बताये गए. 

यह कैम्प बुधवार देर शाम 7 बजे से गुरुवार अहले सुबह 5 बजे तक जारी रहा. कक्षा 6 से 11 वीं तक के लगभग 100 विद्यार्थियों व शिक्षकों ने ग्रह-उपग्रह, तारा का अवलोकन किया और रोमांचकारी खगोलीय दुनिया से रू-ब-रू हुए.

संजीव सिंह की नींद की दवा की डोज घटाई गई, संजीव सिंह की जांच के लिए बोकारो से मनोरोग विशेषज्ञ बुलाए गए


धनबाद : चचेरे भाई नीरज सिंह की हत्या के मामले में धनबाद मंडल कारा में बंद झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह की मेडिकल बोर्ड ने जांच की. तीन डॉक्टरों की टीम ने संजीव सिंह की नींद की दवा की डोज कम करने का निर्णय लिया है.

सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा की अध्यक्षता में गठित बोर्ड में बोकारो के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ प्रशांत कुमार मिश्रा, सदर अस्पताल के मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञ डॉ राजीव सिंह और सर्जन डॉ रोहित गौतम शामिल थे. बता दें कि संजीव सिंह ने स्वास्थ्य संबंधी शिकायत को लेकर बेहतर इलाज की मांग की थी. 

इसको लेकर जेल प्रबंधन ने सिविल सर्जन को पत्र लिखकर मेडिकल बोर्ड से संजीव सिंह की जांच कराने का आग्रह किया था. जिले में मनोरोग विशेषज्ञ नहीं होने के कारण मामला टल रहा था. सिविल सर्जन के आग्रह पर बोकारो से मनोराग विशेषज्ञ डॉ प्रशांत धनबाद आए.

इसके बाद चार डॉक्टरों के बोर्ड ने जांच की. जानकारी के अनुसार जांच में संजीव सिंह ने अधिक नींद आने की शिकायत की. बोर्ड के सदस्यों ने उनकी दवा की जांच की. वे डॉक्टर की सलाह पर नींद की दवा ले रहे थे. नींद की दवा की डोज कम की गई है. संजीव सिंह के अलावा मेडिकल बोर्ड ने मंडल कारा में इम्तियाज नामक बंदी की भी जांच की. इसका पहले से रिनपास से दवा चल रही है. उसे भी कुछ दवाएं दी गई हैं.

धनबाद: बीआइटी सिंदरी में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा सेमिनार का आयोजन

सिंदरी : बी.आई.टी. सिंदरी में आज ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा एक सेमिनार का आयोजन कराया गया। सेमिनार के मुख्य अतिथि एवं वक्ता प्राइस वाटरहाउस कूपर्स के सीनियर निर्देशक श्री रोहित कुमार थे। सभा को उनके विषय मे बताते हुए करिअर एंड डेवलपमेंट सेंटर के चेयरमैन डॉ घनश्याम ने उनका स्वागत किया।

कैम्पस के सी-५१ हॉल मे छात्रों की उमङी भीड़ को अपने परिचय देने के साथ श्री रोहित कुमार ने सेमिनार के विषय " सिक्स इमर्जिंग टेक्नोलॉजीस एंड ट्रांसफॉरमेसन ऑफ इंडिया युजिंग एडवांस्ड टेक्नोलॉजीस " पर अपना वक्तव्य रखा। 

सेमिनार मे क्लाउड, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, औगमेंटेड एंड वर्चुअल रियल्टी, ड्रोन, इन्टरनेट ओवर थिंग्स, इंटेलिजेंस इन कौगनिटीव ऑटोमेशन विषयों पर छात्रों को अवगत कराया गया। श्री रोहित ने छात्रों को बताया कि कैसे टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के युग मे आज विश्व-भर की कंपनीयों ने इन छह विषयों पर प्रगति की हैं।अंत मे छात्रों के मन मे उठे विभिन्न प्रश्नों का उत्तर देते हुए सभागार ने अपने शब्दों को विराम दिया। तत्पश्चात आदरणीय डायरेक्टर डॉ. डी. के सिंह के द्वारा मुख्य अतिथि का पुष्पों और स्मृति चिन्ह के साथ सम्मान किया गया। 

कार्यक्रम के अंत मे छात्रों के चेहरे पर कुछ नया जानने की खुशी दिखी।

धनबाद: प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह समस्याओं के निराकरण को लेकर नगर आयुक्त से मिले


धनबाद: एआईसीसी सदस्य,झारखंड प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के चेयरमैन सह झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह ने धनबाद नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न समस्याओं के निराकरण को लेकर नगर आयुक्त से मिले।

नगर आयुक्त द्वारा नगर निगम क्षेत्र में किए जा रहे सराहनीय कार्यो की सराहना करते हुए झारखंड सरकार के द्वारा धनबाद नगर निगम को 818 करोड़ दिए जाने पर हर्ष जताते हुए झारखण्ड महागठबंन की हेमंत सरकार को शुभकामनाओं के साथ बधाई दी।

 

मौके पर एआईसीसी सदस्य, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सह झारखंड प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के चेयरमैन ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा की देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी ने सपना था की सरकार के कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम लोगों तक मिले और इसी कड़ी में झारखंड की महागठबंधन हेमंत सरकार ने धनबाद नगर निगम को 818 करोड राशि भेज कर राजीव गांधी जी के सपनों को साकार करने का काम किया है।

और निश्चित रूप से नगर निगम से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित होंगे धनबाद नगर निगम को सशक्त व मजबूत बनाने में वर्तमान नगर आयुक्त का उल्लेखनीय योगदान रहा है और वे धन्यवाद के पात्र हैं।

आगे श्री सिंह ने कहा कि झारखंड सरकार राज्य की सर्वांगीण विकास के लिए दृढ़ संकल्प है,राज्य की कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतार कर इतने कम समय में एक मिसाल कायम किया है, पूर्व की बीजेपी सरकार ने राज्य की समुचित खजाने को खाली करके रख दिया था ,राज्य सरकार को झारखंड की जनता ने जिस उम्मीद और विश्वास के साथ महागठबंधन की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

जिस पर निश्चित रुप से झारखण्ड सरकार राज्य की जनता के विश्वास पर खरा उतरेगी, इसी कड़ी में झारखंड की हेमंत सरकार राज्य के कल्याणकारी कार्यों को धरातल पर उतारने के लिए दृढ़ संकल्पित है ,राज्य हित में की जा रही कार्यो एवं कृषि ,पेयजल, स्वास्थ्य,शिक्षा, किसानों से संबंधित योजनाओं, महिलाओं का सशक्तिकरण जैसे अनगिनत कार्यों के प्रति राज्य सरकार गंभीर है ,सरकार के कल्याणकारी योजनाओं का लाभ निश्चित रूप से राज्य की जनताओं को मिलेगी, पिछले लॉकडाउन के समय भी जनता के बीच सरकार ने उत्कृष्ट व सराहनीय कार्य किया है।

झारखंड सरकार द्वारा गत 18 नवंबर 2021 को स्थापना दिवस पर "आपके अधिकार,आपकी सरकार,आपके द्वार " कार्यक्रम कि शुभारंभ की गई,राज्यहित में झारखंड सरकार की ऐतिहासिक पहल हैं,झारखंड सरकार उक्त कार्यक्रम के माध्यम से राज्य के सभी प्रखंड,पंचायत एवं वार्ड स्तर पर निरंतर शिविर का आयोजन कर जरुरतमंदमंदों को विभिन्न योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं,राज्य सरकार के 3 वर्ष पूरा होने पर साल भर चलने वाले इस कार्यक्रम में बिरसा हरित ग्राम योजना,पोटो हो खेल विकास योजना,फूलों-झानों आशीर्वाद अभियान, मुख्यमंत्री सृजन योजना,मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना,हरा राशन कार्ड ,सोना सोबरन धोती साडी वितरण योजना,मरङ गोमके जयपाल मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना, वृद्धा पेंशन,श्रमिक कार्ड,आवास योजना सहित दर्जनों ककल्याणकारी योजनाओं से राज्य सभी जरुरतमंद लोगो निश्चित रुप से लाभांवित होंगे।झारखण्ड सरकार द्वारा कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों को सुनिश्चित रूप से देने का संकल्प लिया है।

    आशा और उम्मीद है कि आगे भी आने वाले समय जनताओं के बीच कल्याणकारी कार्यों को धरातल पर उतारने में झारखंड सरकार तत्पर रहेगी।

झारखंड सरकार द्वारा जनहित में किए जा रहे उत्कृष्ट व सराहनीय कार्य के लिए माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सरकार की पूरी टीम को उन्होंने शुभकामनाओं के साथ बधाई दी।

धनबाद में बनेगा रविंद्र रंगमंच भवन और साइंस सेंटर या साइंस पार्क, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने की घोषणा


धनबाद : केंद्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने धनबाद के लिए दो बड़ी घोषणा की। उन्होंने धनबाद में रविंद्र रंगमंच भवन, साइंस सेंटर या साइंस पार्क बनवाने की घोषणा की।

वे शनिवार को जियलगोरा स्टेडियम में सांसद खेल महोत्सव का उद्घाटन कर रहे थे।

इस दौरान, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि धनबाद में कलाकारों के लिए एक बड़ा मंच प्रदान किया जाएगा। इसके लिए यहां एक रविंद्र रंगमंच भवन बनाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि संविधान में कहा गया है कि साइंस के प्रति लोगों में रुझान बढ़ाई जाए। सांस्कृतिक मंत्रालय भारत में विज्ञान के प्रति लोगों को रुचि बढ़ाने का काम कर रहा है। इसी के तहत उन्होंने धनबाद में साइंस पार्क और साइंस सेंटर स्थापित करने का आश्वासन दिया।

आप प्रस्ताव भेजें, मैं राशि भेजूंगा

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधि और राज्य सरकार साइंस पार्क या साइंस सेंटर, जो भी धनबाद वासियों को चाहिए, उसके लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजे। आप राज्य सरकार के माध्यम से प्रस्ताव भेजें, हम केंद्र सरकार की ओर से तत्काल राशि मुहैया करा देंगे।

इसके साथ ही, उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि यदि राज्य सरकार (हेमंत सरकार) ने प्रस्ताव नहीं भेजा, तो आप लोग सरकार मत गिरा देना बल्कि सरकार को समझा कर प्रस्ताव भेजना है।

सामूहिक रूप से किया गया उद्घाटन

खेल महोत्सव का सामूहिक रूप से उद्घाटन किया गया। इसमें केंद्रीय मंत्री के अलावा सांसद पीएन सिंह, भारतीय क्रिकेटर सौरभ तिवारी, बीसीसीएल के सीएमडी समीर दत्ता समेत अन्य अधिकारी शामिल हुए।

महोत्सव का उद्देश्य खिलाड़ियों को तराशना : सांसद

सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने कहा कि खेल महोत्सव का उद्देश्य खिलाड़ियों को तराशना है। उन्हें उचित प्लेटफार्म प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि पहले ओलंपिक जैसे खेल में भारत को काफी कम मेडल मिल पाते थे लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खेलो इंडिया के कारण खिलाड़ियों ने देश- विदेश में भारत का परचम लहराया है। खेल महोत्सव में लगभग 6000 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, इसमें 8 प्रकार के खेल शामिल हैं।

जी गंगा टीबी के रियलिटी शो मेम साहब नम्बर-1 में सोनू मचा रही है धूम,ग्रैंड फिनाले में बना ली है जगह,अब डीआईडी की है तैयारी


कतरास मेहताडीह में पली बढ़ी सोनू की कामयाबी से इलाके के लोगो में खुशी

धनबाद : कतरास के मेहताडीह में पली-बढ़ी सोनू कुमारी सिंह जी गंगा बिहार/झारखंड के रियलटी शो में धूम मचा रही है.जी के शो मेम साहब नंबर-1 के सेमीफाइनल के बाद ग्रैंड फिनाले में भी जगह बना ली है.सेमीफाइनल का राउंड का एपिसोड शनिवार-रविवार रात 8 बजे जी गंगा चैनल में प्रसारण होगा. सोनू ने बातचीत करते हुए बताया कि फाइनल अगले सप्ताह होगा.

सोनू ने बताया कि उसकी नानी चारी देवी ने ही उसे पाला पोसा है.वह बीसीसीएल से रिटायर हो गयी है.वह मेहताडीह के बीसीसीएल क्वार्टर में रहती थी.प्रारंभिक शिक्षा हिंदी कन्या मध्य विद्यालय पंचगढ़ी में की. फिर 9 से इंटर की पढ़ाई डीएवी गर्ल्स स्कूल पंचगढ़ी से की.फिर ग्रेजुएशन कतरास कॉलेज से की.मैक्स कम्युनिकेशन के लिये वह पटना अपने पिता विनोद सिंह के यहां आ गयी.

पिता का साया 2020 में छूट गया.मगर वह हार नहीं मानी.पटना में कई बड़े चैनल में काम किया.अब फिनाले जीतने की तमन्ना है.इसके बाद जी का ही प्रोग्राम डांस इंडिया डांस में भाग लेने की है.जिसके लिये वे जल्द ही मुंबई जायेंगी.

गोमो में राजधानी एक्सप्रेस से कटकर तीन की मौत


धनबाद : गोमो धनबाद रेलमंडल के नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन में शुक्रवार की शाम एक भयावह दुर्घटना घटी है.

जहां राजधानी एक्सप्रेस की चपेट में आने से तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है.

घटना के संबंध में बताया जाता है कि शुक्रवार की शाम प्लेटफार्म संख्या दो पर मामलगाड़ी खड़ी थी,जबकि आसनसोल गोमो ईएमयू ट्रेन गोमो आ रही थी.

इस बीच हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस प्लेटफार्म संख्या तीन से थ्रू पार कर रही थी,जबकि ईएमयू ट्रेन प्लेटफार्म संख्या चार पर धनबाद से आ रही थी.

आशंका व्यक्त किया जा रहा की चलती ईएमयू ट्रेन से उतरने के क्रम में तीन लोग राजधानी एक्सप्रेस की चपेट में आ गए,जहां तीनों की दर्दनाक मौत मौके पर ही हो गई.

शव की पहचान नहीं हो सकी है,आशंका यह भी जताया जा रहा की मृतक गोमो या आस पास के रहने वाले थें.

राजधानी एक्सप्रेस की चपेट में आने से हुई मौत की खबर सुन आरपीएफ, गोमो रेल पुलिस सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा मामले की जानकारी ली.

फिलहाल किसी भी शव की पहचान नहीं हो सकी है,गोमो रेल पुलिस शवों को जब्त कर काजगी प्रक्रिया सहित शव की पहचान में जुट गई है.

धनबाद में नगर बस सेवा ठप, 14 करोड़ के वाहन कबाड़ में तब्दील

धनबाद : 14 करोड़ की लागत से खरीदी गई 70 में 62 बसों को आज कोई कौड़ी के भाव भी खरीदने को तैयार नहीं. कोयलांचल की सड़कों पर ये बसें बमुश्किल 10-15 दिन ही चली होंगी. बरटांड़ सरकारी बस स्टैंड में वर्षों से खड़ी इन बसों के कीमती पार्ट पुर्जे अब गायब भी हो चुके हैं. लापरवाही धनबाद नगर निगम की है जिसे ‘नगर बस’ चलाने का जिम्मा दिया गया था.अभी सिर्फ 8 बसें चला रहे अलग अलग एनजीओ

धनबाद कोयलांचल की बढ़ती आबादी के मद्देनजर 12 साल पूर्व नगर बस सेवा के परिचालन के लिए 70 बसों की खरीद की गई. नगर बस सेवा की शुरुआत 9 दिसंबर 2011 को हुई. 

जेएनयूआरएम योजना के तहत 12 करोड़ की लागत से 70 बसों को आनन-फानन में खरीदा गया. प्रथम चरण में 20 और उसके बाद 50 बसों को सड़कों पर उतारा गया. परिचालन के लिए जिम्मेवारी भी सौंपी गयी. परंतु धीरे-धीरे सभी ने हाथ खड़े कर दिये. अभी सिर्फ 8 बसें अलग अलग एनजीओ द्वारा संचालित हो रही हैं. कम्पेक्टर स्टेशन के वाहन भी पड़े हैं बेकार

शेष 62 बसें राज्य पथ परिवहन के बरटांड़ बस स्टैंड में सड़ रही हैं. 

मंहगे पार्ट पुर्जे चोरी हो चुके हैं. अब लोग इनका उपयोग शौच के लिए करते हैं. सफाई एजेंसी ए टू जेड के कीमती वाहन भी बरटाड में जंग खा रहे हैं. बंद कम्पेक्टर स्टेशन के वाहन भी बेकार पड़े हैं. डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए खरीदे गए 55 ठेला बर्बाद हो चुके हैं. लेकिन इन बेकार हो चुके वाहनों की नीलामी कराना भी निगम के अधिकारी जरूरी नहीं समझते हैं.पर्यटन विभाग व पूर्व सैनिकों को मिली थी जिम्मेवारी. ज्ञात हो कि धनबाद में नगर बस सेवा की शुरुआत 9 अगस्त 2011 को गोल्फ ग्राउंड से हुई थी. 

उद्घाटन तत्कालीन मेयर इंदु सिंह ने किया था. राज्य सरकार ने इन बसों के परिचालन की जिम्मेदारी झारखंड पर्यटन विकास निगम (जेटीडीसी) और भूतपूर्व सैनिक कल्याण संघ को दी. जेटीडीसी को परिचालन और सैनिक संघ को मैन पावर का प्रबंध करने की जिम्मेदारी थी. लेकिन 10 दिन बाद ही सैनिकों ने हाथ खड़े कर दिए और बस सेवा बंद हो गई. इसके बाद भी कई बार कोशिश की गई, पर सब बेकार साबित हुआ.

 8 बसों से हर माह सिर्फ 1550 रुपये की कमाई

अभी सड़कों पर सिर्फ 8 बसे चल रही हैं. इसमें से 3 से 150, 2 से 250 और 3 से 200 रुपया हर माह निगम की आमदनी होती है. वाहन का मेंटनेंस संचालक को करना होता है, लेकिन संचालक इसमें भी लापरवाही बरतते हैं, जिस कारण ये 8 बसें भी इस साल कभी भी कबाड़ में चली जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए.

  मार्च में नई बसें भी सड़क पर नहीं उतरी

70 बसों को कबाड़ में पहुंचाने के बाद निगम के अधिकारी मार्च 2023 में 40 नई सीएनजी पर चलने वाली बसे उतारने वाले है. लेकिन अभी तक इसकी भी कोई सुगबुहाट नहीं है. ज्ञात हो कि पिछले साल नगर निगम में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में 120 नई बसों को चलाने का फैसला लिया गया था. जिसमें 12 इलेक्ट्रिक और 108 सीएनजी बसें है. इसपर अगले 10 साल में 548 करोड़ रुपया खर्च करना है.

 नीलामी का अभी कोई निर्णय नहीं : प्रकाश कुमार

सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार का कहना है कि पुरानी बसें जितनी चलने लायक हैं, चल रही हैं. बेकार हो चुकी बसों की नीलामी को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है. सड़क पर नई बसों का परिचालन कब शुरू होगा, अभी बताना मुश्किल है. प्रक्रिया चल रही है.

दुर्दशा :धनबाद शहर में प्रदूषण का मापांक पीएम 2.5 है, यह स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तय मानक से 10 से 12.5 गुना अधिक

धनबाद : बदलते मौसम, निर्माण कार्यों और गाड़ियों की वजह से धनबाद शहर की हवा सांसों के लिए खतरनाक हो गयी है. शहर की हृदय-स्थली लुबी सर्कुलर रोड की स्थिति बेहद चिंताजनक है.

यहां बुधवार दोपहर वायु गुणवत्ता सूचकांक 147 रिकाॅर्ड किया गया. वहीं पीएम 2.5 का स्तर 126.4 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गया था. लुबी सर्कुलर रोड में नगर निगम कार्यालय के सामने वायु प्रदूषण की निगरानी के लिए स्थापित रियल टाइम मॉनिटरिंग डिसप्ले मॉनिटर पर बुधवार शाम 6.05 बजे पीएम 2.5 का स्तर 100.4 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया. रात 7.50 बजे इसका स्तर फिर बढ़कर 100.6 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर हो गया.

धनबाद शहर में पीएम 2.5 का यह स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तय मानक से 10 से 12.5 गुना तक अधिक बताया जा रहा है. एकतरफ धनबाद की वायु गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में दिख रही है, तो दूसरी तरफ स्विट्जरलैंड की संस्था आइक्यू एयर की ताजा जारी वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2022 में धनबाद प्रदूषित शहरों की सूची से बाहर है. यह धनबाइट्स के लिए काफी राहत की बात है.

धनबाद में प्रदूषण की मुख्य वजह पीएम 10

आइक्यू एयर की ताजा रिपोर्ट में दुनिया भर के 100 सबसे अधिक प्रदूषित शहरों को शामिल किया गया है. सूची में भारत के 61 शहर शामिल हैं. आइक्यू ने इस रिपोर्ट में पीएम 2.5 से प्रदूषित शहरों को शामिल किया है. धनबाद इन प्रदूषित शहरों की सूची से बाहर है. दरअसल, यहां प्रदूषण की मुख्य वजह पीएम 10 है. पीएम 10 यहां बड़े पैमाने पर होने वाली खनन गतिविधियों के कारण बढ़ता है. धनबाद के कोल बीयरिंग क्षेत्रों में पीएम 10 का औसत स्तर हमेशा 225 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर बना रहता है. यह तय मानक 100 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर से काफी अधिक है. हालांकि अब पीएम 2.5 को लेकर भी धनबाद को सचेत होने की आवश्यकता है, क्योंकि शहर की हवा में पीएम 2.5 के स्तर में लगातार इजाफा दर्ज किया जा रहा है.

गंभीर बीमारियों का बढ़ जाता है खतरा

आइआइटी आइएसएम में एनवायरमेंटल साइंस विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो गुरदीप सिंह कहते हैं, 'पीएम 2.5 प्रदूषक कणों की उस श्रेणी को संदर्भित करता है, जिसका आकार 2.5 माइक्रोन के करीब होता है. यह मुख्य रूप से वाहनों से निकलने वाले धुआं, आग, बिजली संयंत्रों और औद्योगिक प्रक्रियाओं के कारण बढ़ता है. पीएम 2.5 के बढ़ने से कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. ये कण आसानी से सांस के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर गले में खराश, जलन और फेफड़ों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसके साथ ही आंखों में जलन, आंखों से पानी आना, खांसी और त्वचा संबंधित समस्याओं का खतरा सबसे अधिक होता है.

झारखंड के इस गांव की सीमा में हाथियों के प्रवेश करते ही बजने लगेगा हूटर, विभाग ने मशीन लगाने का भेजा प्रस्ताव