पूर्वी सिंहभूम: मिशन 2024 को लेकर भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यसमिति की बैठक,लोकसभा चुनाव को लेकर दिया गया कार्यकर्ताओं को मूल मंत्र


 

 जमशेदपुर के एनएच 33 स्थित ग्रामीण क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की ओर से जिला कार्यसमिति की बैठक की गई, इस बैठक में भाजपा पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ त्रिपाठी, महामंत्री रणवीर सिंह, प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू, समेत पूर्वी सिंहभूम जिले के जिला अध्यक्ष समेत तमाम नेता कार्यकर्ता मौजूद रहे।

Image 2Image 3Image 4Image 5

इस बैठक में जिले में एक लोकसभा सीट और विधानसभा क्षेत्र में किस तरह पार्टी को मजबूत किया जाए उसको लेकर रणनीति तैयार की गई और संकल्प लिया गया कि आने वाले लोकसभा विधानसभा चुनाव में भाजपा पार्टी को मजबूती से जीत दिलाया जाये ।

इस बैठक में जो लक्ष्य कार्यकर्ताओं के लिए तय किया गया उसके अनुसार इंन बिन्दुओं पर कार्यकर्ताओं को काम करने के लिए कहा गया।

1- मिशन 2024 लोकसभा विधानसभा चुनाव कि तैयारी ।

2- पूर्वी सिंहभूम के एक लोकसभा सीट और 6 विघानसभा सीट पर भाजपा कब्जा करना ।

3- 2019 चुनाव में लोकसभा सीट पर भाजपा की जीत और विधानसभा मे 6 सीट पर भाजपा की हार हुई थी ।

4- केंद्र सरकार की ऐतिहासिक फैसले और योजना को हर एक घर तक पहुंचाने का संकल्प ।

5- राज्य में महागठबंधन की सरकार की विफलताओं को भी घर घर पहुंचाने का संकल्प ।

6- राज्य सरकार द्वारा भोले-भाले आदिवासियों को 1932 खतियान पर ठगने का काम कर रही है ।

7- 2019 में वोट प्रतिशत में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी रही, भारतीय जनता पार्टी को 33% , झारखंड मुक्ति मोर्चा को 16% वोट , कांग्रेस को 11% और आरजेडी को 5% वोट मिला था, 2 लाख वोट से महागठबंधन ने सरकार बनाई थी, 2024 में भाजपा 33% वोट बैंक को बढ़ाने का संकल्प ।

8- गुजरात की तर्ज पर झारखंड में भी विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी, पन्ना समिति और बूथ मैनेजमेंट को मजबूत करने का संकल्प ।

इस अवसर प्रण जिला कार्यसमिति की बैठक के दौरान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने जहां कार्यकर्ताओं को चुनाव को लेकर मूल मंत्र दिया तो वहीं राज्य सरकार को भी आड़े हाथों लेते नजर आए।उन्होंने कहा कि- भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता हमेशा मिशन पर चुनाव के मूड में रहते हैं, और जनता की सेवा को लेकर काम करते है। वही उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को वंशवाद और परिवारवाद की पार्टी में है भारतीय जनता पार्टी लोकतंत्र की पार्टी है हमारे यहां हर 3 महीने पर प्रदेश कार्यसमिति और जिला कार्यसमिति की बैठक होती है। 

विगत 8 सालों में केंद्र सरकार का नेतृत्व करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कई ऐतिहासिक योजनाएं लाई गई जिससे लोगों को सीधा फायदा हो रहा है। वहीं केंद्र सरकार की योजनाओं को कार्यकर्ता घर-घर तक पहुंचाएं इसकी जानकारी दें। 

उन्होंने बताया कि कार्यकर्ता वर्तमान सरकार की 3 वर्ष की जनता झारखंड की जनता अब अपने को ठगा हुआ महसूस कर रही है, झारखंड मुक्ति मोर्चा का जनाधार कमजोर हो रहा है ।इसलिए वह झारखंड में जातिवाद किया कल आना चाहती है, खतियानी नीति लागू नहीं हुई तो खतियानी जोहार यात्रा कार्यक्रम कर जनता को क्यों ढगा जा रहा है ।

झारखंड में कांग्रेस जेएमएम और आरजेडी का मिशन है कमीशन ।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी झूठ का हांडी एक बार चढ़ता है बार-बार नहीं ।

जमशेदपुर : ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल में टेंडर को लेकर अनियमितता , ठेकेदारों ने काटा बवाल

Image 2Image 3Image 4Image 5

जमशेदपुर के साकची स्थित ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता के कार्यालय के द्वारा बीते कुछ दिनों पूर्व निविदा आमंत्रण सूचना 04 / 2022-23 का अखबार में प्रकाशन किया गया था l 

जिसके मुताबिक 8 फरवरी और 9 फरवरी 2023 को निविदा की बिक्री कार्यालय के द्वारा की जानी थी , परंतु जमशेदपुर के कुछ चुनिंदा संवेदक (ठेकेदार ) जिसमें सांठगांठ करने वाले कुछ ठेकेदारों के द्वारा कार्यपालक अभियंता आर. के. मुरारी के साथ सांठगांठ कर सेटिंग किए गए ठेकेदार को निविदा प्रपत्र दिया जाने लगा l 

इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र के कई ठेकेदार के द्वारा निविदा के लिए आवश्यक दस्तावेज के साथ आवेदन दिया गया , परंतु कार्यपालक अभियंता कार्यालय के लिपिक अमित और आशीष के द्वारा ठेकेदार को निविदा देने से मना कर दिया गया l

 इस दौरान सेटिंग करने वाले ठेकेदारों के द्वारा निविदा से वंचित ठेकेदारों के साथ बहस और दुर्व्यवहार भी की गई l साथ ही ठेकेदारों को निविदा देने से भी मना कर दिया गया और टेबल पर रखे ठेकेदार के आवेदन और बैंक ड्राफ्ट को एक ठेकेदार के द्वारा जबरन उठाकर ले लिया गया l इस दौरान कार्यालय में हंगामा भी हुआ l अंत तक मनमानी चलती रही l साथ ही ठेकेदारों को निविदा भी नहीं दिया गया l

 हंगामा की सूचना मिलने पर जांच करने पहुंचे विशेष शाखा के अधिकारियों के साथ भी सांठगांठ करने वाले ठेकेदारों के द्वारा दुर्व्यवहार किया गया l इस मामले को लेकर युवा कांग्रेस के नेता विक्रम सिंह चौहान के द्वारा मुख्यमंत्री , मुख्यमंत्री कार्यालय और जिला की उपायुक्त को ट्वीट करते हुए जांच की मांग भी की गई है l

झारखंड के बड़े वन क्षेत्र दलमा के जंगलों में मिली मानवीय शक्ल की मकड़ी

Image 2Image 3Image 4Image 5

लोगों ने दूसरे ग्रह का बताया, वन विभाग ने बताया पूरा सच

झारखंड के सबसे बड़े जंगलों के रेंज दलमा में एक अनोखी चीज वन विभाग के हाथ लगी है। जहां जीव जंतुओं पर शोध करने वाले राजा घोष नाम के एक व्यक्ति ने दलमा के जंगलों से मानवीय शक्ल के मकड़ी की खोज की है। 

खबर के वायरल होने के बाद आसपास के लोगों ने कहा है कि यह दूसरे ग्रह से आया कोई जीव है जो मानवता को खतरे में ला सकता है। वहीं वन विभाग की टीम से जानकारी मिलने के बाद जीव-जंतुओं पर शोध करने वाले टीम के साथ जेड एस आई से संबंधित टीम ने जंगल की ओर अपना रुख अख्तियार कर लिया है। 

जानकारी देते हुए दलमा रेंज के आई एफ एस डॉक्टर अभिषेक कुमार ने उस जंतु की पहचान क्रैब स्पाइडर के रूप में बताई है और बताया है कि जीव जंतुओं से लेकर कई जानवरों में जंगल के अंदर मिमिक्री करने का एक गुण होता है जो अपनी सुरक्षा के लिए वह इस्तेमाल करते हैं ताकि उन्हें सामने वाले जंतु या जानवर से नुकसान न पहुंच सके। 

हालांकि यह दलमा के जंगलों में पहली बार पाया गया है, इसकी जानकारी अब जेड एस आई को दी जाएगी और राजा घोष के द्वारा पाए गए इस क्रैब स्पाइडर की जांच की जाएगी। 

यह एक बहुत अनोखी बात है और अच्छी बात है कि दलमा के जंगलों को सिर्फ हाथियों को ही जाना जाता था, लेकिन इस तरह की चीज सामने आने से अन्य भी विशेष जंतुओं की जानकारी लोगों को मिल रही है और यह बहुत अच्छी बात है कि प्रकृति से जुड़ाव रखने वाले लोगों में अब दलमा को लेकर काफी ज्यादा उत्साह बनेगा ज्यादातर लोग जो दलमा की ओर जाते हुए सिर्फ करीब क्षेत्रों में जाकर हाथियों को देखकर ही आ जाते हैं अब सैंक्चुअरी घूमने में लोगों में और भी ज्यादा उत्साह देखे जाने की आशंका है।

ज्यादातर मामलों में वन विभाग छोटे-छोटे पंछियों के लिए वॉटरहोल्स बनाते हैं जहां दूसरे जंगलों से आ रहे शरणार्थी पंछियों के लिए पानी-पीने की व्यवस्था की जाती है, लेकिन प्राकृतिक रूप से उन छोटे-छोटे गड्ढों में कई जीव जंतुओं के पनपने की आशंका होती है हालांकि दलमा रेंज में गर्मी ज्यादा होता है और पानी की किल्लत होती है, जो जानवर और पंछियों को भी बराबर के रूप में एहसास कराता है।

दलमा में सैकड़ों ऐसे कीड़े मकोड़े हैं जो अभी तक अनदेखें हैं। शोधकर्ताओं के बढ़ते उत्सुकता के कारण दलमा के वन्य प्राणी जीवो के प्रति भी रूझान बढ़ा है जोकि वन विभाग एवं जैविक विभाग के लिए एक अच्छी पहल है।

गोदरेज एण्ड बॉयस ने पूर्वी भारत में अपने ग्रीन प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को किया मजबूत


Image 2Image 3Image 4Image 5

जमशेदपुर: भारत की मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में लगातार बदलाव हो रहा है और इसकी वजह से हम न केवल महत्वपूर्ण औद्योगिक विकास होते देख रहे हैं, बल्कि हमने देखा है कि कॉर्पोरेट भारत भी उत्पादन की ऐसी प्रक्रियाओं को सचेत होकर अपना रहा है जोकि पर्यावरण के अनुकूल हैं। 

गोदरेज ग्रुप की प्रमुख कंपनी गोदरेज एण्ड बॉयस ने यह घोषणा की है कि इसके व्यवसाय गोदरेज मैटेरियल हैण्डलिंग ने अपनी पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद (ग्रीन प्रोडक्ट) श्रेणी में अपने पोर्टफोलियो को मजबूत किया है और कंपनी की नजर वित्त वर्ष 2024 तक भारत में इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट्स के बाजार में 28% हिस्सेदारी हासिल करने पर है। जमशेदपुर में कुछ सबसे बड़े स्टील और आयरन के संयंत्र हैं, और इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट को अपनाकर मैन्युफैक्चरर्स पूर्वी भारत में स्थायी उत्पादन की ओर आसानी से बढ़ने में सक्षम होंगे।

 गोदरेज मैटेरियल हैण्डलिंग भारत में 5 टन इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट का उत्पादन करने वाली पहली कंपनी है और इसकी इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट की 10% बिक्री भारत के पूर्वी क्षेत्र में होती है।कंपनी का हर व्यवसाय पर्यावरण के संदर्भ में जिम्मेदार उत्पादों एवं समाधानों से अपना राजस्व अर्जित करे, यह सुनिश्चित करने वाली कंपनी की 'गुड एण्ड ग्रीन' पहल के तहत, गोदरेज मैटेरियल हैण्डलिंग अपना 20% से ज्यादा बिजनेस ऐसे उत्पादों से जनरेट करती है।

 इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट की नई डिजाइन की गई यूएनओ सीरीज इस पोर्टफोलियो में एक संकलन है और उपभोक्ता को ऐसा अनुभव देने के लिये प्रतिबद्ध है, जो टेक्नोलॉजी के मामले में ज्यादा समृद्ध और सक्षम हो। इलेक्ट्रिक पावर्ड फोर्कलिफ्ट्स के परिचालन की लागत 20% तक कम होती है और ये बहुत कुशल तथा बहुपयोगी होते हैं, इसलिये ये डीजल फोर्कलिफ्ट ट्रकों से बेहतर हैं। 

ब्रावो इलेक्ट्रिक सीरीज में ट्विन मोटर टेक्नोलॉजी और वेट डिस्क ब्रेक्स लगे हुए हैं, जो डीजल का परफॉर्मेंस और इलेक्ट्रिक के फायदे देते हैं और इससे मांग वाले प्रयोगों और संकरी जगहों में उत्पादकता मिलती है। इसकी मशीनरी चलाने में आसान होती है और यह पर्यावरण के लिये सुरक्षित भी है। गोदरेज पीआरओ सीरीज का रीच ट्रक दो शिफ्टों में काम कर सकता है, इसमें सिंगल हायर कैपिसिटी बैटरी होती है, जो कार्यस्थल पर ज्यादा सुरक्षा सुनिश्चित करती है।

इस पर अपनी बात रखते हुए, गोदरेज मैटेरियल हैण्डलिंग, गोदरेज एण्ड बॉयस में सेल्स एवं मार्केटिंग प्रमुख नेविले मेवावाला ने कहा, “गोदरेज मैटेरियल हैण्डलिंग में हम अपने 'गुड एण्ड ग्रीन' उत्पादों की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिये लगातार काम कर रहे हैं। हमरा मानना है कि यह न केवल एक सही विकल्प हैं, बल्कि इसका बड़ा आर्थिक महत्व भी है। इसके साथ हमारा लक्ष्य बाजार में ऐसे उत्पाद एवं समाधान लेकर आना है, जो भारत में आपूर्ति श्रृंखला और लॉजिस्टिक्स सेगमेंट को ज्यादा सक्षम और स्थायी बनाएं। 

यूनो इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट ट्रक अधिकतम आउटपुट देने के लिये बनाया गया है। नया यूनो प्लेटफॉर्म पुराने वर्जन से 10% ज्यादा ऊर्जा दक्ष है, क्योंकि इसमें ऊर्जा का कम नुकसान होता है और इसमें उच्च वोल्ट सिस्टम भी दिया गया है।

 इसके इस्तेमाल से कार्बन फुटप्रिंट में उल्लेखनीय कमी आएगी और मैटेरियल हैण्डलिंग का काम ज्यादा बढ़िया होगा।”जमशेदपुर में औद्योगिक संयंत्रों के तीव्र विकास और मैन्युफैक्चरसर्स द्वारा शुरू की गई स्थायी पहलों के कारण पूर्वी भारत में डीजल से इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट ट्रकों की ओर महत्वपूर्ण ढंग से कदम बढ़ाए गये हैं। आज बाजार इलेक्ट्रिक ट्रकों की हिस्सेदारी 65% है, जोकि चार साल पहले 57% थी।

इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट, जिनका उत्पादन गोदरेज मैटेरियल हैंडलिंग द्वारा किया जाता है, 1.5 से लेकर 5 टन तक की फोर्कलिफ्ट श्रेणी में एक शक्तिशाली संपत्ति है। इसमें अत्याधुनिक एर्गोनॉमिक्स, ज्यादा सुरक्षा, बेहतर विजिबिलिटी और हर चार्ज के साथ परिचालन का ज्यादा लंबा समय मिलता है। 

ऐसे आधुनिक उत्पादों के साथ, गोदरेज एण्ड बॉयस हमेशा वैश्विक टेक्नोलॉजी को भारतीय उपभोक्ताओं के लिए व्यावहारिक बनाने में आगे रही है।

सिंहभूम चैम्बर के नेतृत्व में खाद्यान्न व्यवसायी करेंगे रांची कूच, फेडरेशन चैम्बर के साथ होगी राज्य के सभी खाद्यान्न व्यवसायियों की बैठक


Image 2Image 3Image 4Image 5

सिंहभूम चैम्बर आफ काॅमर्स एंड इंडस्ट्री के नेतृत्व में कल बुधवार दिनांक 8 फरवरी, 2023 को परसुडीह कृषि उत्पादन बाजार समिति तथा जिले के अन्य खाद्यान्न व्यवसायी प्रातः रांची कूच करेंगे तथा फेडरेशन चैम्बर में राज्यभर के व्यवसायिक संस्थाओं तथा खाद्यान्न व्यवसायियों के साथ आयोजित बैठक में हिस्सा लेंगे।

 यह जानकारी अनिल मोदी, सचिव, व्यापार एवं वाणिज्य उपसमिति, सिंहभूम चैम्बर आॅफ काॅमर्स एंड इंडस्ट्री ने दी। उन्होंने बताया कि जिले के खाद्यान्न व्यवसायी चैम्बर में आयोजित बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार अध्यक्ष विजय आनंद मूनका के नेतृत्व में प्रातः रांची के लिये कूच करेंगे तथा वहां फेडरेशन चैम्बर में आयोजित बैठक में हिस्सा लेंगे जहां झारखण्ड सरकार द्वारा कृषि बाजार उत्पादन समिति पर दो प्रतिशत बाजार शुल्क लगाये जाने वाले विधेयक को पारित किये जाने के विरोध में आगे आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जायेगी और पुरजोर आंदोलन करते हुये सरकार को इसके लिये बाध्य करेगी।  

अगर सरकार इसके बाद भी इस काले विधेयक को वापस नहीं लेती है तो व्यापारी गण पूरे राज्यभर में खाद्यान्न के आवक को भी बंद करने का निर्णय ले सकती है। 

मानद महासचिव मानव केडिया ने कहा कि सिंहभूम चैम्बर हमेषा व्यापारीहित एवं जनहित के साथ खड़ी है। इस विधेयक के लागू होने से व्यापारी ही नहीं आम जनता पर भी इसका सीधा असर होगा। और इंस्पेक्टर राज को बढ़ावा मिलेगा।  बाजार शुल्क के लगाये जाने के उपरांत सीमावर्ती राज्य के थोक विक्रेता झारखण्ड राज्य में प्रचुर मात्रा में माल बेचेंगे जिससे कि झारखण्ड सरकार को जीएसटी से हो रहे राजस्व की प्राप्ति में भारी क्षति होगी।

उपाध्यक्ष, व्यापार एवं वाणिज्य नितेष धूत ने बताया कि इस काले विधेयक को लेकर खाद्यान्न व्यापारियों के बीच काफी रोष उत्पन्न हुआ है। पूर्व में सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों के द्वारा व्यापारियों को आष्वासन दिया गया था कि कृषि बाजार विपणन समिति पर प्रस्तावित दो प्रतिषत मंडी शुल्क को लागू नहीं किया जायेगा। लेकिन दोबारा से लागू कर दिया गया है यह व्यापारियों के साथ ही नहीं आम जनता के साथ भी धोखा है। इसके विरोध के लिये खाद्यान्न व्यवसायियों को एकजुट किया जायेगा और पूरे राज्यभर में आंदोलन किया जायेगा। इसके लिये आज व्यवसायियों ने चैम्बर भवन में एकजुटता का परिचय देते हुये नारे भी लगाये।

जिला मारवाड़ी सम्मेलन के नये अध्यक्ष बने मुकेश मित्तल, अशोक चैधरी को 77 वोट से हराया, तीसरे नंबर पर रहे पवन अग्रवाल

Image 2Image 3Image 4Image 5

जमशेदपुर। मंगलवार को बिष्टुपुर स्थित सिंहभूम चेम्बर भवन के प्रथम तल्ले पर पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष पद (2022-24) हेतु मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। 

सुबह 10.30 से शाम 04.30 बजे तक हुए मतदान में कुल 657 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया। 77 वोट से विजयी हुए मुकेश मित्तल को कुल 285 वोट मिले। दूसरे नंबर पर 208 वोट लाकर अशोक चैधरी और तीसरे नंबर पर रहे पवन अग्रवाल को 192 वोट मिले। दो वोट रदद हुआ। 

कुल 813 वोटरों में से 657 ने वोट दिया। सबसे पहले राम रतन खंडेलवाल ने वोट डाला। हारे हुए दोनों प्रत्याशी अशोक चैधरी और पवन अग्रवाल ने मुकेश मित्तल को जीत की बधाई दी। मुकेश मित्तल ने भी समाज हित में काम करने के लिए हमेशा उनका साथ मांगा और कहा कि सबके सहयोग के बिना समाज को आगे नहीं बढा़या जा सकता।  

मुख्य चुनाव पदाधिकारी विजय खेमका, सहायक चुनाव पदाधिकारी महावीर प्रसाद अग्रवाल (अधिवक्ता) के नेतृत्व और जिलाध्यक्ष अशोक मूोदी, जिला महामंत्री अरूण गुप्ता की देखरेख में 13 सदस्यीय चुनाव संचालन समिति ने मतदान संपन्न कराया। चुनाव संचालन समिति में मनीषा संघी, कविता अग्रवाल, बजरंग लाल अग्रवाल, सौरभ सन्नी संघी, महावीर प्रसाद अग्रवाल, दीपक रामुका अग्रवाल, सीमांत अग्रवाल, रमेश अग्रवाल, संतोष अग्रवाल, मनोज पलसानिया, कमलेश अग्रवाल, आनन्द अग्रवाल, सज्जन खेमका शामिल थे। 

मतदान का परिणाम आते ही मुकेश मित्तल के समर्थक खुशी मनाते हुए एक-दूसरे को बधाई देने लगे। अशोक चैधरी और पवन अग्रवाल के समर्थक भी चुनाव से पहले की गुटबाजी को भूलकर बधाई और शुभकामनाएं देने वालों में शामिल हो गये।

टेल्को लोयोला स्कूल को अत्याधुनिक बास्केटबॉल कोर्ट और वाटर सॉफ़्टनर प्लांट की सौगात


Image 2Image 3Image 4Image 5

*जमशेदपुर: टेल्को स्थित लोयोला स्कूल एक मॉडल स्कूल के तौर पर विकसित किया जा रहा है, जहां हर अत्याधुनिक सुविधा विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध होगी.

इसी के तहत मंगलवार की सुबह स्कूल को अत्याधुनिक बास्केटबॉल कोर्ट की सौगात मिली है. 10 लाख रुपए की लागत से बने इस बास्केटबॉल कोर्ट का उद्घाटन मंगलवार की सुबह लोयोला स्कूल बिष्टुपुर के रेक्टर फादर कालाथुर जोसेफ ने सायुंक्त रूप से किया गया ।

बताते चले कि पूरे झारखंड, बिहार में ऐसा कोई बास्केटबॉल कोर्ट नहीं है. इस बास्केटबॉल कोर्ट की खासियत यह है कि इसमें खिलाड़ियों को चोट बहुत कम आएगी. गिरने की स्थिति में भी खिलाड़ियों को खरोच नहीं आएगी।

इस बास्केटबॉल कोर्ट को पुणे स्थिति जेम्कोन कंपनी ने निर्माण किया है. क़रीब एक महीने से इस कोर्ट का नवीनीकरण का काम हुआ था । कंपनी ने इसके निर्माण के लिए ई फ्रॉक्सी मेटेरियल का इस्तेमाल किया है, जो इसे इतना खास बनाती है. इस मेटेरियल की सहायता से ही खिलाड़ियों को चोट से बचाया जाता है. 3 जनवरी से शुरु हुई इसके निर्माण को कंपनी ने काफी तेजी से पूरा किया।

साथ ही स्कूल में स्वच्छ पानी की उपलब्धि करवाने के लिए स्कूल प्रबंधन ने क़रीब दो लाख की लागत खर्च करके वाटर सॉफ़्टनर प्लांट लगाया है ।

स्कूल के प्रशासक फादर जेरी जिनकी देख रेख में इसका काम हुआ है बताते है की यह वाटर सॉफ़्टनर प्लांट से स्कूल के बच्चों और स्कूल के सभी लोगों को स्वच्छ पानी के साथ अच्छे स्वास्थ्य बनाये रखना मुख्य उद्देश्य है।

बताते चलें की क़रीब चार साले से स्कूल प्रबंधन ने सारे सरकारी एवं कॉर्पोरेट विभाग में स्वच्छ पानी के उपलब्धि कराने के लिए गुहार लगा चुकें हैं और अभी तक कोई विभाग से सकारात्मक करवायी नहीं की गई है।

इन सारे अत्याधुनिक सौगात के लिये लोयोला जमशेदपुर के प्रबंधन श्रेय के पत्र हैं ।

उद्घाटन समारोह में मुख्य रुप से प्राचार्य चरणजीत ओहसन, उपप्रचार्य जीनत, प्रशासक फादर जेरी, कई लोयोला बिस्तूपुर के पूर्ववर्ती छात्र और स्कूल के बच्चे मौजूद थे।उद्घाटन के बाद स्कूल के ही बच्चों के बीच एक प्रतियोगिता मैच की गई और विजेताओं को प्रोत्साहित किया।

कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत आज पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी ने एसबीआई बैंक और एलआईसी कार्यालय के समक्ष दिया धरना

Image 2Image 3Image 4Image 5

जमशेदपुर :अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के आह्वान पर पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा एलआईसी कार्यालय एवं एसबीआई कार्यालय पर विरोध मार्च एवं धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे के नेतृत्व में सैकड़ो कांग्रेसजन इस कार्यक्रम में शामिल हुए।जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अडानी समुह में एलआईसी के 29 करोड़ पॉलिसी धारकों एवं एसबीआई के 45 करोड खाताधारकों के पैसे को बेहद जोखिम भरे लेनदेन और निवेश के कारण प्रतिकूल प्रभाव हो रहा है। 

हम जानते हैं कि एलआईसी और एसबीआई जैसे पीएसयू हमारे देश का गौरव है और करोड़ों भारतीयों की गाढ़ी कमाई से बने हैं। अपने सबसे अच्छे दोस्त की मदद करने के इरादे से मोदी सरकार ने जबरदस्ती एलआईसी एवं एसबीआई और अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को अदानी समूह में निवेश कराया है।

 एलआईसी ने अदानी समूह में भारी निवेश किया है और पिछले कुछ दिनों में एलआईसी के 39 करोड़ पॉलिसी धारकों और निवेशकों को 33,060 करोड का नुकसान हुआ है। भारतीय स्टेट बैंक और अन्य भारतीय बैंकों ने अदानी समूह को भारी मात्रा में ऋण दिया है। अदानी समूह पर भारतीय बैंकों का लगभग 8,000 करोड़ बकाया है। कांग्रेस पार्टी कभी भी किसी खास भारतीय कारपोरेट घराने के खिलाफ नहीं रही है। हम क्रॉनी कैपिटिलिज्म (घोर पूंजीवाद) के खिलाफ हैं।

 हम चुनिंदा अरबपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए नियम बदलने के विचार के खिलाफ हैं। हम हमेशा गरीब और आम आदमी के साथ खड़े हैं और रहेंगे। हम एलआईसी, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा बाजार मूल्य खोने वाली कंपनियों में करोड़ों भारतीयों की गाढ़ी कमाई को खतरे में डालने के मुद्दे पर चर्चा शुरू करने के लिए पार्टी के सांसद संसद में लड़ रहे हैं। 

इसके अलावा पार्टी ने जमीन पर आंदोलन करने का फैसला किया है। इसी के तहत पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा सोमवार 6 फरवरी 2023 को जिले के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ निम्नलिखित मांगों को लेकर जिला मुख्यालयों में एलआईसी कार्यालय एवं एसबीआई कार्यालय के सामने बड़े पैमाने पर मार्च और विरोध प्रदर्शन किया है।

और बैंकों एवं एलआईसी के माध्यम से अपनी निम्नलिखित मांगों को महामहिम राष्ट्रपति महोदया के सम्मुख मजबूती एवं संवैधानिक तरीके से प्रेषित किया है कि :

1) सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश या एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के तहत एक निष्पक्ष जांच हिडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में विस्तार से जांच की जाए ।

2)  एलआईसी एसबीआई और अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों के जबरदस्त निवेश पर संसद में चर्चा की जाए और निवेशकों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाएं।

उपरोक्त मांगों को क्षेत्रीय प्रबंधक एसबीआई जमशेदपुर पूर्वी सिंहभूम एवं वरीय मण्डल प्रबंधक, जीवन विमा निगम, जमशेदपुर मण्डल के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदया भारत सरकार, राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली को प्रेषित किया गया।

आंदोलन में सर्वश्री जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे, प्रदेश सचिव राकेश कुमार तिवारी, के के शुक्ला, अशोक कुमार सिंह, प्रदेश आमंत्रित सदस्य अमरजीत नाथ मिश्रा, ब्रजेन्द्र तिवारी, कोल्हान प्रवक्ता अतुल गुप्ता, ऊषा यादव अध्यक्ष महिला, कार्यकारीअध्यक्ष नगर धर्मेन्द्र सोनकर, आनन्द मय पात्रा, शफीअहमद खान, रूहुल जमील अहमद, सुदर्शन तिवारी, सैलेन्द्र सिंह, अरूण सिंह, जितेन्द्र सिंह, संजय घोष, अपर्णा गुहा, सुमित्रा पाण्डा, सीमा मोहंती, नलनी सिन्हा, इंतिखाब वास्ती, मो शब्बीर ऊर्फ लालबाबू, रानी राव, दिबेश राज अध्यक्ष ओबीसी विभाग, सुरेश मुखी, सुरेन्द्र शर्मा, अजय मिश्रा, रंजीत सिंह, रंजीत झा, दुर्गा प्रसाद, अजितेश सिंह उज्जैन, राजा सिंह, सुल्तान अहमद, भरत सिंह, आशीष ठाकुर, राजेन्द्र सिंह, अशोक सिंह, रमन खान, बादशाह खान, मो रिजवान, हरिहर प्रसाद, राकेश गुप्ता, संध्या दास, गौरव कुमार शामिल हुए।

कार्यक्रम में शामिल सभी सदस्यों को धन्यावाद ज्ञापन संजय सिंह आजाद ने दिया।

टाटा स्टील एडवेंचर द्वारा जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कांपलेक्स में तीन दिवसीय क्लाइंबिंग चैंपियनशिप का आयोजन


Image 2Image 3Image 4Image 5

टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन के तत्वाधान में JRD स्पोर्ट्स कॉन्प्लेक्स में तीन दिवसीय क्लाइंबिंग चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है जिसमे विभिन्न राज्यो से 265 प्रतिभागी भाग ले रहे है।

JRD स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में आयोजित टाटा स्टील स्पोर्ट क्लाइम्बिंग प्रतियोगिता आज भली-भांति संपन्न जिसमे लीड क्लाइम्बिंग ,स्पीड क्लाइम्बिंग,टॉप रोप, बोल्ड्रिंगऔर स्पीडरिले प्रतियोगिता में13 राज्यो से 265 प्रतिभागी शामिल हो रहे है जिनकी आयु सीमा 6 वर्ष से 30 वर्ष तक रखी गयी है ।

265 प्रतिभागियों ने 140 पुरुष और 120 महिला प्रतिभागी है इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में माउंट एवरेस्ट में फतह करने वाली प्रथम महिला पर्वतारोही पद्मभूषण पद्मश्री से समानित बछेंद्री पॉल मौजूद थी उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए प्रतिभागियों को खेल के प्रति उत्साहवर्धन करते हुए सपनो का शहर जमशेदपुर के विभिन्न दार्शनिक स्थलों का दर्शन करने का भी आग्रह की।

जमशेदपुर: जुगसलाई ओवरब्रिज के उद्घाटन होते हीं आने लगी कई समस्याएं


Image 2Image 3Image 4Image 5

जमशेदपुर: बरसों पुरानी मांग जुगसलाई रेलवे ओवर ब्रिज का भले ही उद्घाटन कर दिया गया हो पर जुगसलाई रेलवे ओवरब्रिज में व्याप्त खामियां आम लोगों के लिए खतरे का घर बनी हुई है कई राजनीतिक दलों के साथ-साथ सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी जुगसलाई रेलवे ओवरब्रिज का निरीक्षण कर समस्याओं से जिला प्रशासन और रेलवे को अवगत कराते हुए इन समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करने की मांग की है।

बरसों पुरानी मांग जुगसलाई रेलवे ओवर ब्रिज को 31 जनवरी को राज्य के मुख्यमंत्री ने जनता के सुपुर्द कर दिया लोगों को जाम से तो राहत मिली पर अब लोगों के समक्ष एक नई समस्या उत्पन्न हो गई है।

 फुटओवर ब्रिज नहीं होने से पैदल चलने वालों को 50 मीटर की दूरी के लिए 1 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ रहा है। 

स्पीड ब्रेकर नहीं होने से लगातार सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ रहा है, ऐसी समस्याओं को देखते हुए सिंभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि जुगसलाई रेलवे ओवरब्रिज का निरीक्षण कर इस गंभीर समस्याओं पर रेल प्रशासन और जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया है।

निरीक्षण के दौरान प्रतिनिधियों ने जुगसलाई रेलवे ओवरब्रिज में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से आवाज उठाने वाले लोगों के साथ साथ सरकार को धन्यवाद किया है पर व्याप्त समस्याओं के लिए जल्द से जल्द निदान की मांग की है ।

जानकारी देते हुए चेंबर के सचिव मानव केडिया ने कहा कि रेलवे फाटक बंद कर देने से पैदल चलने वाले लोग जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार कर रहे हैं जिससे कभी भी दुर्घटना हो सकती है इतना ही नहीं रेलवे ओवर ब्रिज के दोनों छोर में समुचित जगह है जिसका इस्तेमाल जिला प्रशासन द्वारा पार्किंग के रूप में या फिर अग्निशामक वाहन रखने के लिए किया जा सकता है ताकि किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटा जा सके ।

उन्होंने कहा कि अगर फुटओवर ब्रिज रेलवे नही बना सकती है तो कम से कम अंडर पास बना दिया जाए ताकि पैदल चलने वाले लोगों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े।

मानव केडिया सचिव चेंबर

जुगसलाई रेलवे ओवरब्रिज में स्ट्रीट लाइट नहीं होने की वजह से रात के समय राहगीरों के साथ-साथ वाहन चालकों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है महिलाएं अगर रात के वक्त पुल से पैदल जा रही हैं तो वो भी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं ।

 जानकारी देते हुए स्थानीय निवासी सतनारायण अग्रवाल ने बताया कि समस्याएं बहुत है पर तीन गंभीर समस्याएं हैं फुटओवर ब्रिज विथ एक्सीलेटर का निर्माण जल्द से जल्द हो ,स्ट्रीट लाइट जल्द से जल्द लगे और ब्रिज के दोनों छोर में जालियां लगे ताकि कोई भी व्यक्ति आत्महत्या जैसी घटनाओं को अंजाम ना दे।

राजनीतिक दलों के साथ-साथ सिंभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी आवाज बुलंद कर दी है ऐसे में वक्त रहते जिला प्रशासन और रेल प्रशासन को समुचित कदम उठाने की जरूरत है अन्यथा भविष्य में किसी भी तरह की अनहोनी का जिम्मेदार जिला प्रशासन और इन प्रशासन ही होगा।