Chhattisgarh

Jun 13 2024, 17:16

संवर_रहा_छत्तीसगढ़’ सोशल मीडिया पर कर रहा ट्रेंड, विष्णु देव साय सरकार के सुशासन के छह माह हुए पूरे

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार के छह महीने पूरे होने पर ‘#संवर_रहा_छत्तीसगढ़’ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (एक्स) पर ट्रेंड कर रहा है. इस हैशटैग के तहत लोग सरकार की उपलब्धियों और विकास कार्यों की तारीफ कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री साय ने 6 महीनों में ही छत्तीसगढ़ ग्रामीण विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, माओवादी समस्या का निदान और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. सोशल मीडिया पर जनता के सकारात्मक प्रतिक्रियाओं से यह स्पष्ट है कि साय के त्वरित निर्णय-सख्त प्रशासन को सराहा जा रहा है और संवरते छत्तीसगढ़ के प्रति लोग आश्वस्त हैं.

Chhattisgarh

Mar 21 2024, 13:09

सीएम साय ने कार्यकर्ताओं में भरा जोश, कहा – भाजपा में एक सामान्य कार्यकर्ता तक बन सकता है प्रधानमंत्री

दंतेवाड़ा/रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय दंतेवाड़ा में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए. उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ख्याति आज विश्वभर में है. सारा विश्व उन्हें आज अपना नेता माना रहा है. विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में हमें विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल का कार्यकर्ता होने का भी सौभाग्य हमें प्राप्त है. आज मोदीजी के नेतृत्व में देश का जैसा चारों तरफ विकास हुआ है, जिस तरह मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के सभी सपनों को साकार किया है, पार्टी के मनीषियों द्वारा लिए गए हर संकल्प की सिद्धि की है, वह अपने आप में गौरव का भाव हममें भरता है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि अयोध्या जी में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य और दिव्य मंदिर बनना, रामलला की अलौकिक प्राण प्रतिष्ठा, जम्मू-कश्मीर से 370 समाप्त होना समेत पार्टी ने उन सभी कार्यों को पूरा कर लिया है, जिसके नारे लगाते हुए हम सभी आज यहां तक पहुँचे हैं। हमारे पास आज भाजपा कार्यकर्ता के रूप में गर्व करने के सैकड़ों कारण हैं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि मोदी की गारंटी पर ही आप सभी ने छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक बहुमत से और ऐतिहासिक सीटों के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनायी है। हम सबके लिए यह संतोष का विषय है कि हमने मात्र तीन महीने के कार्यकाल में लगभग सभी बड़ी गारंटियों को पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ की खुशहाली और समृद्धि की गारंटियां दी थीं, आप लोगों ने उनकी गारंटी पर भरोसा किया था। आपने यह भी देखा है कि हमने केवल तीन महीनों के भीतर उनमें से अधिकांश गारंटियों को पूरा कर दिया है, इसीलिए तो कहते हैं मोदी की गारंटी याने गारंटी पूरा होने की गारंटी।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि मोदी ने माताओं और बहनों को गारंटी दी थी कि हमारी सरकार बनने पर उन्हें हर महीने 1000 रुपए की आर्थिक सहायता देंगे। इस गारंटी को पूरा करते हुए प्रदेश में महतारी वंदन योजना शुरू कर दी गई है। 70 लाख से ज्यादा माताओं-बहनों के बैंक खातों में पहली किश्त की राशि 655 करोड़ रुपए पहुंचा दी गई है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि मोदी ने किसानों को दो साल का बकाया धान बोनस देने की गारंटी दी थी। सुशासन दिवस पर राज्य के 12 लाख से अधिक किसानों को 3716 करोड़ रुपए का बकाया धान बोनस वितरित कर दिया गया। गारंटी के अनुरूप इस साल हम लोगों ने 3100 रुपए क्विंटल के भाव से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की खरीदी की। इस साल प्रदेश में 145 लाख टन धान की रिकॉर्ड खरीदी हुई है। उन्होंने कहा कि किसान भाइयों को धान खरीदी के समर्थन मूल्य की राशि 32 हजार करोड़ रुपए का भुगतान तत्काल कर दिया गया। इसके बाद कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत 13 हजार 320 करोड़ रुपए की अंतर की राशि का भुगतान भी कर दिया गया। इससे राज्य के 24 लाख 75 हजार किसानों को लाभ हुआ है। कुल करीब 45 हजार करोड़ रूपये किसानों के खाते में गए हैं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने गारंटी दी थी कि हमारी सरकार तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर को 4000 रुपय मानक बोरा से बढ़ाकर 5 हजार 500 रुपया मानक बोरा कर देगी। इसकी घोषणा भी कोंडागांव में कर दी है। तेंदूपत्ता संग्रहण दर में बढ़ोतरी से 12 लाख 50 हजार संग्राहक परिवारों को सीधा लाभ पहुंचेगा। संग्रहण दर में बढ़ोतरी से संग्राहक भाई-बहनों को 240 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय होने की संभावना है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि हमारी सरकार का मुख्य फोकस बस्तर और सरगुजा संभाग पर है। ये दोनों संभाग आदिवासी बहुल संभाग हैं। इन दोनों संभाग के लिए अलग से हमने मोदी की गारंटी का घोषणा पत्र निकाला था। इन दोनों संभागों में असीम संभावना होते हुए भी विकास नहीं हो पाया। वन, उर्वरा भूमि, नदी-नालों और खनिज संपदा से भरपूर होने के बाद भी इन संभागों के निवासियों का जीवन संवर नहीं पाया। विधानसभा चुनाव में बस्तर के लोगों ने भारतीय जनता पार्टी को दिल खोलकर अपना समर्थन और आशीर्वाद दिया था। आप लोगों के आशीर्वाद से ही आज प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बनी है, और बस्तर के विकास का रास्ता फिर से खुल गया है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत गांवों में आंगनवाड़ी सामुदायिक भवन, उप स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक शाला का निर्माण किया जाएगा। किसानों को सिंचाई के लिए बोरवेल सहित सिंचाई पंप दिए जाएंगे। गांवों हैंडपंप, सोलर पंप की स्थापना की जाएगी। हर गांव में खेल का मैदान बनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि श्री अटल ने आदिवासी बहुलता के कारण ही छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया। श्री अटल ने आदिवासियों के विकास के लिए अलग मंत्रालय बनाया। मोदी की सरकार ने सबसे अधिक ध्यान आदिवासियों पर दिया है। उसके बाद लगातार क्षेत्र में विकास हुए। चाहे हम पीडीएस की बात करें या पहुंचविहीन क्षत्रों को सड़क से जोड़ने की, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि समाज के अंतिम छोर तक पहुचाने की, भाजपा की सरकार ने विकास को अंतिम छोर तक पहुंचाया। नमक, चरण पादुका तक की व्यवस्था की। दंतेवाडा का एजुकेशन हब देशभर में चर्चित रहा। इसके उलट कांग्रेस लगातार साठन से अधिक वर्षों तक बस्तर समेत आदिवासी क्षेत्रों का शोषण करने का कार्य किया। पिछली सरकारों में भी कांग्रेस लगातार आदिवासियों के खिलाफ रही.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि मोदी ने विश्व की सबसे बड़ी आयुष्मान योजना की शुरुआत बीजापुर के जांगला गाँव से की। ऐसे जनजाति समूंह जो केवल टाइपिंग की गलती के कारण अनुसूचित जनजाति की मान्यता से वंचित थे, उन्हें मोदीजी ने अजजा की मान्यता दी। मोदीजी ने हमारी आदिवासी बहन द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया। आज मैं मुख्यमंत्री के रूप में आपके बीच हूँ। भाजपा में एक सामान्य कार्यकर्ता प्रधानमंत्री तक बन सकता है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार है। आप लोगों के आशीर्वाद से मोदी जी फिर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे और आगे भी यहां डबल इंजन की सरकार रहेगी। आप लोग जितना ज्यादा से ज्यादा वोट देंगे दोनों इंजनों को उतनी ही ताकत मिलेगी। हम भारतीय जनता पार्टी के लोग हैं, सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास हमारी नीति है।

मेरी आप सभी से अनुरोध है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को ज्यादा से ज्यादा वोटों से विजयी बनाएं। परिश्रम की पराकाष्ठा करते हुए अपने प्रत्याशी को जीत दिलाने में हम सभी जी-जान से जुट जाएँ। निश्चित ही मोदी के कार्यों के प्रति जनता में अपार उत्साह और समर्थन है। लेकिन हमें अति आत्मविश्वास में नहीं आना है। सावधानी पूर्वक, मनोयोग के साथ अपनी बातें जनता तक पहुँचानी है और भाजपा के 370 सीट से अधिक सीट के आह्वान में, उस यज्ञ में हमारी बस्तर की सीट का योगदान भी सुनिश्चित करना है।

 डबल इंजन की सरकार करेगी बस्तर का विकास : किरण देव 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने कहा की भाजपा की डबल इंजन की सरकार बस्तर का विकास करेगी। कांग्रेस के लोगों ने केवल बस्तर के लोगो का शोषण करने का काम किया है। भाजपा की राज्य और केंद्र की सरकारें मिलकर बस्तर के लोगो जीवन में बेहतरी के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा करेगी। पूरे देश में सभी लोगो प्रधानमंत्री मोदी को प्रचंड बहुमत से लाने संकल्पित है, बस्तर भी उसमें अपनी भूमिका निभाएगा।

 कांग्रेस को बस्तर सहित कई लोकसभा क्षेत्र में प्रत्याशी नहीं मिल रहे – केदार कश्यप 

वनमंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं को आज बस्तर सहित कई लोकसभा क्षेत्र में प्रत्याशी नहीं मिल रहे हैं। कांग्रेस पार्टी डूबती हुई नैया है जिस पर कोई सवार नहीं होना चाहता और इस नैया से सब लोग दूर भाग रहे हैं। क्योंकि लोग नहीं चाहते की डूबती हुई नैया में डूब कर अपना अस्तित्व खत्म करें। भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी घोषित कर दिया है। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में पदयात्रा करने आए थे पद यात्रा करने आए थे कि पद के लिए यात्रा करने आए थे। यह तो छत्तीसगढ़ की जनता ज्यादा अच्छे से जानती है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी के पास लोकसभा का प्रत्याशी नहीं है तो लोकसभा प्रत्याशी के लिए प्रियंका वाड्रा, राहुल गांधी, सोनिया गांधी को छत्तीसगढ से चुनाव लड़ाए। छत्तीसगढ़ वालों ने भी स्वच्छ भारत के तहत यह तय कर लिया है कि हम अपने छत्तीसगढ़ से पूरा कचरा साफ करेंगे और साथ की सफाई को बहुत अच्छे तरीके से करेंगे।

 बस्तर का विकास भाजपा की प्राथमिकता: ओपी चौधरी 

छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि बस्तर का विकास बीजेपी की प्राथमिकता में रहा है बस्तर में हमेशा भाजपा ने विकास की नई योजनाएं लाने का काम किया है आगे भी भाजपा बस्तर के लोगों के लिए शिक्षा ,स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में बड़े कदम उठाएगी बस्तर की जनता का आशीर्वाद सदैव भाजपा को मिलता रहा है इस बार भी बस्तर मोदी जी को वोट देने का निश्चय कर चुका है। इस दौरान प्रत्याशी महेश कश्यप, जिलाध्यक्ष एवं विधायक चैतराम अटामी, ओजस्वी मंडावी, सहित भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं आमजन मौजूद रहे।

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Mar 12 2024, 22:00

वनोपज संग्राहकों के संभाग स्तरीय सम्मेलन ’जंगल जतरा 2024’ में शामिल हुए मुख्यमंत्री

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि तेंदूपत्ता 5500 रुपए प्रति मानक बोरा की दर से खरीदा जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने आज कोंडागांव स्थित विकास नगर स्टेडियम में आयोजित ’जंगल जतरा 2024’ महासम्मेलन को संबोधित करते हुए यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही मोदी जी की एक और गारंटी पूरी हो गई है। ’तेंदूपत्ता संग्रहण सीजन 2024’ से यह दर प्रभावशील होगी। बस्तर संभाग की प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों और संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के पदाधिकारियों और संग्राहक सदस्यों के बीच उपस्थित होकर गर्व हो रहा है, क्योंकि इस कार्यक्रम के माध्यम से मोदी जी की एक और गारंटी को हम पूरा करने जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मोदी जी ने कहा था कि यदि छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार बनी तो हम तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर 4000 रुपए मानक बोरा से बढ़ाकर 5500 रुपए मानक बोरा कर देंगे। आज इस सम्मेलन में मैं इस योजना के शुभारंभ की घोषणा करता हूं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 के लिए तेंदूपत्ता संग्रहण दर 5500 रुपए प्रति मानक बोरा होगी। साथ ही हम चरण पादुका योजना को फिर से शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता संग्रहण दर में बढ़ोतरी से 12 लाख 50 हजार संग्राहक परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा। संग्रहण दर में बढ़ोतरी से संग्राहक भाई-बहनों को 240 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय होने की संभावना है। इसके साथ ही तेंदूपत्ता संग्राहक भाई-बहनों के लिए हमारी सरकार नयी सामाजिक सुरक्षा योजना प्रारंभ कर रही है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस कार्यक्रम से पहले बालोद में भी एक कार्यक्रम हुआ। वहां पर भी मोदी जी की एक गारंटी को पूरा किया गया। मेरे बताने से पहले ही आप लोगों को इसके बारे में जानकारी मिल गई होगी। आप लोगों के मोबाइल में भी नोटिफिकेशन आ गया होगा, क्योंकि आप लोग किसान भी हैं। बालोद के कार्यक्रम में कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत 13 हजार 320 करोड़ रुपए की आदान सहायता राशि किसान भाई-बहनों के खातों में अंतरित कर दी गई है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने गारंटी दी थी कि हमारी सरकार बनी तो हम 3100 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की खरीदी करेंगे। उसी के अनुरूप आज आप लोगों को अंतर की राशि जारी की गई है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 10 मार्च को महतारी जतन योजना के अंतर्गत 70 लाख से अधिक माताओं, बहनों और बेटियों के खातों में हम लोगों ने एक-एक हजार रुपए की पहली किश्त की राशि जारी कर दी है। इस तरह कुल 655 करोड़ रुपए से अधिक राशि अंतरित की जा चुकी है। इस सभा में उपस्थित बहुत सी माताओं-बहनों के खातों में भी एक-एक हजार रुपया आ गया होगा। इसी तरह हर महीने विवाहित माताओं-बहनों को एक-एक हजार रुपए की सहायता दी जाएगी।

बस्तर की लघु वनोपजों का होगा मूल्य संवर्द्धन

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मोदी सरकार गांव, गरीब, आदिवासी, किसानों, महिलाओं और युवाओं की चिंता करने वाली सरकार है। छत्तीसगढ़ में भी हमारी सरकार को उन्होंने यही निर्देश दिया है। उन्होंने जो गारंटियां दी थी, वह छत्तीसगढ़ की समृद्धि और खुशहाली की गारंटियां हैं। हम एक-एक करके उनकी हर गारंटी को पूरा कर रहे हैं। हमारा मुख्य फोकस बस्तर और सरगुजा संभाग पर है। इन दोनों संभागों में असीम संभावना होते हुए भी विकास नहीं हो पाया। वन, उर्वरा भूमि, नदी-नालों और खनिज संपदा से भरपूर होने के बाद भी इन संभागों के निवासियों का जीवन संवर नहीं पाया। हमारी सरकार ने विकास की जो रणनीति बनाई है, उसमें स्थानीय संपदा का लाभ स्थानीय लोगों को मिलना सुनिश्चित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में 65 तरह की लघु वनोपजों का संग्रहण होता है, जिसमें इमली, महुआ, अमचूर आदि का निर्यात भी किया जाता है। इनका ज्यादा से ज्यादा प्रसंस्करण और वैल्यू एडीशन स्थानीय स्तर पर ही हो, इस दिशा में हम ठोस प्रयास करेंगे। यहां पर भरपूर मात्रा में कोदो-कुटकी-रागी की उपज होती है। आज इन मोटे अनाजों की दुनिया में बहुत मांग है। इन मोटे अनाजों के भी स्थानीय स्तर पर ज्यादा से ज्यादा प्रसंस्करण और वैल्यू एडीशन की व्यवस्था की जाएगी। मोटे अनाज के उत्पादक किसान भाई-बहनों को सरकार की ओर से पूरा प्रोत्साहन और सहयोग दिया जाएगा। बस्तर और सरगुजा संभाग में सिंचित रकबे का अधिक से अधिक विस्तार किया जाएगा, ताकि इन संभागों में भी दो फसली रकबा बढा़या जा सके। हमारी सरकार ने खनिज संसाधनों के विवेकपूर्ण दोहन की नीति अपनाई है। इससे होने वाली आय को हम शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे जनकल्याण के कार्यों में खर्च करेंगे। इससे स्थानीय विकास सुनिश्चित किया जाएगा।

नियद नेल्लानार योजना से अंदरुनी इलाकों में पहुंचेगी विकास

बस्तर के विकास में सबसे बड़ा अवरोध माओवादी आतंक है। यहां जो सुरक्षा कैंप स्थापित किए जा रहे हैं, वह विकास के कैंप भी हैं। इन कैंपों के माध्यम से बस्तर के लोगों की सुरक्षा के साथ-साथ विकास भी किया जाएगा। हाल ही में हमने नियद नेल्लानार योजना शुरू की है। इस योजना में सुरक्षा कैंपों के 05 किलोमीटर के दायरे में सभी गांवों का समग्र विकास किया जाएगा। वहां के निवासियों के 25 से ज्यादा मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही सरकार की 32 व्यक्तिमूलक योजनाओं का लाभ भी दिलाया जाएगा। इस योजना में गांवों की अधोसंरचना का विकास किया जाएगा। सभी परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के आवास दिए जाएंगे। सभी परिवारों का राशन कार्ड बनाया जाएगा, सभी परिवारों को मुफ्त चावल, नमक, गुड़ और शक्कर दिया जाएगा। सभी परिवारों का वन अधिकार पट्टा बनाया जाएगा। साल में चार गैस सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे। सभी परिवारों को मुफ्त बिजली दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत गांवों में आंगनवाड़ी सामुदायिक भवन, उप स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक शाला का निर्माण किया जाएगा। किसानों को सिंचाई के लिए बोरवेल सहित सिंचाई पंप दिए जाएंगे। गांवों हैंडपंप, सोलर पंप की स्थापना की जाएगी। हर गांव में खेल का मैदान बनाया जाएगा। बस्तर की संस्कृति में देवगुड़ियों और मड़ई मेलों का बड़ा महत्व है। देवगुड़ियों के संरक्षण के साथ-साथ हमारी सरकार मड़ई-मेलों का भी संरक्षण कर रही है। बस्तर दशहरा के लिए पहले केवल 25 लाख रुपए मिला करते थे, अब हमने इस राशि को बढ़ाकर 50 लाख रुपए कर दिया है। चित्रकोट मेला के लिए दी जाने वाली राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख कर दी गई है। इसी तरह दंतेवाड़ा की फागुन मड़ई के लिए भी 10 लाख रुपए दिए जाने का निर्णय हमारी सरकार ने लिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार है। अब छत्तीसगढ़ का विकास पूरी रफ्तार के साथ होगा। सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास हमारी नीति है और अभी मैंने जो उपलब्धि गिनाई, उसे इस डबल इंजन की सरकार ने केवल तीन महीने में हासिल की है। एक खुशखबरी और है कि गरीबों के लिए 18 लाख पक्के घर बनाने की गारंटी पर भी अमल शुरू हो गया है। कल 11 तारीख को इस योजना के हितग्राहियों के लिए राशि भी जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी का मतलब है पूरी होने वाली गारंटी। श्री मोदी ने विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य देश के सामने रखा है। इसके लिए विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण करना जरूरी है।

कोंडागांव जिले के 9 गांवों में सर्वेक्षण पूरा होने के बाद ग्रामीणों को मिला भूमि का खसरा

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में कोंडागांव जिले के 9 असर्वेक्षित गांवों का सर्वेक्षण पूरा होने के बाद ग्रामीणों को खसरों का वितरण किया जा रहा है। सर्वेक्षण के अभाव में ये ग्रामीण अनेक शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित थे। अब इन्हें भी योजनाओं का लाभ मिल पाएगा। अब ये ग्रामीण भी खेती-किसानी संबंधी, सिंचाई संबंधी, सौर ऊर्जा संबंधी, पशुपालन और मछली पालन संबंधी योजनाओं का लाभ उठा पाएंगे। वे व्यवसाय के लिए आसानी से ऋण भी ले पाएंगे।

सामुदायिक निवेश कोष, संकुल स्तरीय संगठन को राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत अनुदान स्वरूप 15 संकुल संगठनों की 1055 स्व सहायता समूहों को 6 करोड़ 33 लाख रुपए की सामुदायिक निवेश कोष राशि प्रदान की जा रही है, जिससे 11 हजार सदस्य गायपालन, बकरीपालन, शुकरपालन, मछलीपालन, कपडे की दुकान, फैंसी स्टोर एवं अन्य आजीविका गतिविधि कर अपना अपना सामाजिक एवं आर्थिक स्थित को मजबूत कर पाएंगे। आज यहां इसके साथ ही 1200 से अधिक वन अधिकार पत्र, प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति तथा बीमा योजना के तहत परिवारजनों को सहायता राशि प्रदान की गई। इस अवसर पर नक्सल पीड़ितों को शासकीय पदों पर नियुक्ति का आदेश पत्र भी प्रदान किया गया। छत्तीसगढ़ शासन की सबका साथ सबका विकास के ध्येय वाक्य के साथ यह जनकल्याणकारी कार्य निरंतर किए जा रहे हैं। आशा ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास है कि शासन के इन प्रयासों से सभी के जीवन में प्रगति की नई रोशनी आएगी।

इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, कोंडागांव विधायक लता उसेण्डी, जगदलपुर विधायक किरण देव, केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम, दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी और कांकेर विधायक आशाराम नेताम ने भी जंगल जतरा 2024 महासम्मेलन को संबोधित किया। इस अवसर पर बस्तर अंचल के जनप्रतिनिधिगण सहित अपर मुख्य सचिव वन मनोज कुमार पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रीनिवास राव, कमिश्नर श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, कलेक्टर कुणाल दुदावत, पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार सहित बड़ी संख्या में पंचायत पदाधिकारी, वनोपज सहकारी समितियों के पदाधिकारी और तेंदूपत्ता संग्राहक उपस्थित थे।

lucknow

Feb 23 2024, 12:06

युवा देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे : पीएम मोदी

वाराणसी/ लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काशी दौरे के दूसरे दिन सुबह साढ़े बजे बीएचयू पहुंचे और स्वतंत्रता भवन में काशी ज्ञान, फोटोग्राफी व संस्कृति प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान शिव के आशीर्वाद से काशी में चारों ओर विकास का डमरू बजा। पीएम ने कहा कि हम सब निमित्त मात्र हैं।आज काशी का सामर्थ फिर से संवर रहा है। काशी में सब कुछ करने वाले महादेव और उनके गण हैं। महादेव के आशीष से काशी में चारों ओर विकास हुआ। आज एक बार फिर हमरे परिवार के लोगन के लिए करोड़ों रुपये क योजना का लोकार्पण होता है।

बीएचयू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, जिस काशी को समय से भी प्राचीन कहा जाता है, जिसकी पहचान को युवा पीढ़ी जिम्मेदारी से सशक्त कर रही है। ये दृश्य हृदय में संतोष भी देता है, गौरव की अनुभूति भी कराता है और यह विश्वास भी दिलाता है कि अमृत काल में सभी युवा देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा काशी के बाद अब अयोध्या भी निखर रहा है। जिस तरह वेदों का पाठ काशी में होता है इस संस्कृत में हमें कांची में सुनाई देना पड़ता है, जिन्होंने हजारों वर्षों से भारत को राष्ट्र के रूप में एक बनाए रखा है। अगले पांच वर्षों में देश सफलता के नए कीर्तिमान करेगा। यह मोदी की गारंटी है। गारंटी पूरा होने की गारंटी है।

पिछले दस वर्ष में काशी ने विकास की जो यात्रा तय की है वह इस बुक में है। काशी में करने वाले केवल महादेव और उनके गण है। जहां पर महादेव की कृपा हो जाला वह धरती अपने आप समद्ध हो जाता है। काशी में चारों और विकास का डमरू बजा है।काशी में आज विकास का उत्सव मनाया जा रहा । होली और रंगभरी एकादशी से पहले विकास के एक और उत्सव होवे जात हौ। काशी विश्वास दिलाती है कि अमृतकाल में आप सभी युवा देश को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। काशी तो सर्वविद्या की राजधानी है। यह पूरे विश्व के लिए गर्व की बात है। आप सब काशी की ज्ञान प्रतियोगिता में शामिल हुए यह बड़े गर्व की बात है। आज प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित करने का अवसर मिला। सभी सफल प्रतिभागियों और उनके परिवार को बधाई देता हूं। जो युवा कुछ नंबर से पीछे रह गए हैं उनका अभिनंदन करता हूं।

नव्य भव्य श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के अवसर पर मैंने कहा था। काशी जैसे हमारे तीर्थ और विश्वनाथ धाम जैसे हमारे मंदिर ही भारत की श्रेष्ठता हैं। भारत ने जितने भी नए विचार दिए उनका संबंध किसी न किसी सांस्कृतिक केंद्र से है। काशी शिव की नगरी है तो बुद्ध के उपदेशों और जैन तीर्थंकरों की नगरी भी है। यहां दुनिया के कोने-कोने से लोग शांति की तलाश में आते हैं। हर भाषा, हर बोली, हर प्रांत, हर रिवाज के लोग आते हैं। जिस भी नगर में ऐसी विविधता होती है, वहीं पर नए विचारों का जन्म होता है। जहां नए विचार पहनते हैं वहीं से प्रगति की संभावनाएं पनपती हैं।

विश्वनाथ धाम पूरे भारत को एक निर्णायक दिशा देगा, उज्जवल भविष्य की ओर लेकर जाएगा और ऐसा ही हो रहा है विश्वनाथ धाम देश को एक निर्णायक भविष्य की ओर ले जाने में निर्णायक भूमिका निभा रहा है। संस्कृत ही शास्त्रीय बोध की भाषा है। मेडिकल कालेज, साइंस, गणितीय सूत्र यह सब संस्कृत में लिखे गए थे। साहित्य,संगीत, कला की विधाएं भी संस्कृत से ही निकली हैं। आज काशी को विकास और विरासत के माडल के रूप में देखा जाता है। राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज अयोध्या भी निखर रही है। यूपी को कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लाभ मिल रहा है। देश सफलताओं के नए प्रतिमान गढ़ेगा यह मोदी की गारंटी है। आप भी जानते हैं कि मोदी की गारंटी माने गारंटी पूरी होने की गारंटी।

Jharkhand_News

Jan 22 2024, 21:00

बैंक वाली दीदी: झारखंड में घर बैठे बैंकिंग सेवाएं दे रहीं बीसी सखियां, बैंकों का चक्कर लगाने से मिली मुक्ति |

29-08-2023 | Ranchi

रांची: ग्रामीण महिलाओं को बैंकिंग सेवाओं को लेकर प्रशिक्षित किया गया. प्रशिक्षण के बाद अब ये महिलाएं बीसी सखी बनकर गांवों में ही बैंकिंग सेवाएं दे रही हैं. | रांची: झारखंड के 24 जिलों में ऐसे कई गांव हैं, जहां अभी भी बैंकों की पहुंच नहीं है. लिहाजा बैंकिंग सेवाओं के लिए सुदूरवर्ती क्षेत्रों के लोगों को बैंकों का चक्कर लगाना पड़ता है. इससे ग्रामीणों को मुक्ति दिलाने के लिए झारखंड सरकार की ओर से ग्रामीण महिलाओं को बैंकिंग सेवाओं को लेकर प्रशिक्षित किया गया. प्रशिक्षण के बाद अब ये महिलाएं बीसी सखी बनकर गांवों में ही बैंकिंग सेवाएं दे रही हैं. इससे न सिर्फ उनकी जिंदगी संवर गयी, बल्कि नयी पहचान भी मिली. इसके साथ ही गांव के लोगों की परेशानी भी दूर हो गयी. इन्हीं बीसी सखियों में से एक हैं चिंतामणि देवी. रांची की चिंतामणि के चेहरे पर बिखरी मुस्कान उनकी कामयाबी की कहानी कह रही है.

lucknow

Dec 06 2023, 15:31

*बसपा सुप्रीमो मायावती ने डॉ. भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धाजंलि दी*

लखनऊ । बसपा सुप्रीमो मायावती ने बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धाजंलि दी। इस मौके पर उन्होंने सोशल मीडिया साइट पर कहा कि लगभग 140 करोड़ की विशाल आबादी वाले भारत के गरीबों, मजदूरों, दलितों, आदिवासियों, अतिपिछड़ों सहित उपेक्षित बहुजनों के मसीहा व देश के मानवतावादी समतामूलक संविधान के निर्माता भारतरत्न परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर को आज उनके परिनिर्वाण दिवस पर अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित।

उन्होंने आगे कहा कि किन्तु देश के 81 करोड़ से अधिक गरीब लोगों को पेट पालने के लिए सरकारी अन्न के मोहताज का जीवन बना देने जैसी दुर्दशा न यह आजादी का सपना था और न ही उनके लिए कल्याणकारी संविधान बनाते समय बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर ने सोचा था, यह स्थिति अति-दुःखद है। देश में रोटी-रोजी के अभाव एवं महंगाई की मार के कारण आमदनी अठन्नी भी नहीं पर खर्चा रुपया होने के कारण गरीब, मजदूर, छोटे व्यापारी, किसान, मध्यम वर्ग सहित सभी मेहनतकश समाज की हालत त्रस्त व चिन्तनीय है जबकि संविधान को सही से लागू करके उनकी हालत अब तक काफी संवर जानी चाहिए थी।

Gorakhpur

Nov 23 2023, 19:44

त्याग से तपस्या की ओर जाने का मार्ग:-राघव ऋषि जी

खजनी गोरखपुर।जीव यदि प्रेम से प्रभु को वंदन करता है तो वे उसके बंधन में आते है। परीक्षित को श्राप हुआ अत: उसे भयमुक्त करने के लिए शुकदेव जी आते है। प्रभु से मिलन की आतुरता के कारण ही सन्त मिलन होता है। जीव जब परमात्मा से मिलने के लिए आतुर होता है तब प्रभु की कृपा से सन्त मिलते हैं।

संसार में रहते हुए हमें संत अर्थात सज्जनता की वृत्ति जागृत करनी चाहिए।

क्षेत्र के गांव धोबौली गहरवार (माल्हनपार) में ऋषि सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन व्यास पीठ से पूज्य राघव ऋषि ने कहा कि जन्म मृत्यु-जरा,व्याधि के दुःखों का विचार करेंगे तो वैराग्य उत्पन्न होगा और पाप छूटेंगे। निद्रा और विलास में रात्रि गुजर जाती है और धन प्राप्ति तथा कुटुम्ब पालन में दिन गुजर जाते हैं।

कपिल भगवान ने अपनी माता देवहुति को उपदेश देते हुए कहा था कि जो समय बीत गया उसका विचार मत करो वर्तमान को सुधारो ताकि भविष्य सँवर सके। जो सोया रहता है वह लक्ष्य से भटक जाता है। जागे हुए को ही कन्हैया मिलते हैं। ध्रुव-चरित्र की चर्चा करते हुए बताया की यह जीव ही उत्तानपाद है इसकी दो पत्नियां हैं 'सुरुचि और सुनीति। मनुष्य को भी सुरुचि अच्छी लगती है। रूचि का मतलब है मनपसन्द इच्छानुसार सुनीति से ध्रुव मिलते हैं ध्रुव अर्थात अविनाशी।

जब तक नारद रूपी संत हमें नहीं मिलते तब तक प्रभु की प्राप्ति नहीं होती। संत ही कंत अर्थात प्रभु से मिलाते हैं। भगवान ने ध्रुव को दर्शन दिया तो उत्तानपाद भी स्वागत के लिए दौड़ता है। यदि हम परमात्मा के पीछे लगेंगे तो संसार हमारे पीछे लग जायेगा। उन्होंने कहा कि बाल्यावस्था से जो भगवान की भक्ति करता है उसे प्रभु कृपा अवश्य मिलती है।

जप से पाप जलते है

जप के बिना जीवन नहीं सुधरता

''जकारो जन्मविच्छेद: पकारो पापनाशक:'' जप में दो अक्षर है ज और प पूर्व जन्म के संचित पापों को जलाता है। मनुष्य को प्रतिदिन अपने इष्टदेवता और इष्टदेवी महालक्ष्मी का जप करना चाहिए। साथ ही जो भी कर्म या व्यापार करे वह प्रभु को अर्पण करे इससे कर्म करने का अभिमान नष्ट होता है। और भगवान उसका अनन्त गुना वापस कर जीव को सुखी करते हैं।

जड़भरत के प्रसंग बताते हुए कहा कि भगवान ने 6 वस्तुओं में माया रखी है जिनमें मन फँसता रहता है। ऐ भोजन,धन,वस्त्र,स्त्री,घर और पुस्तक हैं। भरत जी के नाम पर हमारे देश का नाम भारत पड़ा है,वे राज्य छोड़कर वन में तपस्या करने आए परन्तु एक मृगबाल से स्नेह हो गया जिसके कारण हरिचिंतन घटता गया और उनका हरिण चिंतन बढ़ता गया |

संसार समुद्र है जिसमें विषय और वासना रूपी जल है,जीव शरीर रूपी नौका पर सवार होकर यात्रा में लगा हुआ है। जल पर रहने से नौका तैरती रहेगी,यदि नौका में पानी आ जाये तो वह डूब जाएगी। इसी प्रकार संसार में रहो किन्तु उसे अपने भीतर मत रहने दो।

विषयों का चिंतन करने से आत्मशक्ति नष्ट होती है,भरत जी बहुत कम बोलते थे सृष्टि में ईश्वर ने हर एक काम के लिए दो इन्द्रियाँ दी हैं। एक आँख से भी देखा जा सकता है फिर भी दो आँखें दी हैं। किन्तु जीभ एक ही है और उसे दो के काम करने पड़ते हैं बोलने और स्वाद खाने का अत: जीभ पर अधिक अंकुश की आवश्यकता होती है।

व्यासपीठ का पूजन कथा के मुख्य यजमान नरेन्द्र सिंह ने सपरिवार किया। संगीतमय कथा में सौरभ ऋषि ने''तुम ढूंढो मुझे गोपाल'' भजन गाते हुए उपस्थित सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध आनन्द विभोर कर दिया। इस दौरान बहुत से लोग आत्ममुग्ध हो कर नृत्य करने लगे।

Bhadohi

Nov 18 2023, 14:44

व्रती महिलाओं की आगवानी में संवारे घाट, खरना आज

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- लोक आस्था का महापर्व डाला छठ शुक्रवार को नहाय-खाय शुरू हो गया। पहले दिन व्रती महिलाओं पूरे घर की साफ-सफाई की और गंगाजल से धोकर शुद्ध किया। इसके बाद विधिवत पूजा पाठ शुरू की। दूसरी तरफ व्रती महिलाओं की आगवानी को छठ घाट सज-संवर कर तैयार हो गए हैं। रंग-बिरंगी लाइटों से सजे घाटों को देखकर ऐसा लग रहा है कि मानों घाट किनारे स्वर्ग उतर आया हो।

जिले में लोक आस्था का महापर्व डाला छठ शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ ही शुरुआत हो गई है। वैसे तो छठ पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है, परन्तु दो दिन पहले से ही इसकी शुरुआत हो जाती है। शनिवार को खरना होगा और रविवार को अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। वहीं उसके अगले दिन सोमवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही महापर्व का समापन हो जाएगा।

खरना के दिन से 36 घंटों का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है, जो पारण के दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ खत्म होता है। जिले में 12 गंगा घाटों के साथ-साथ 134 तालाब और कुंडों पर छठ महाव्रत किया जाता है। प्रमुख रामपुर, सीतामढ़ी और डेंगूरपुर गंगा घाटों के अलावा सुरियावां के बावन बीघा तालाब के अलावा ज्ञानपुर के हरिहरनाथ स्थित ज्ञानसरोवर और औराई के कैयरमऊ, राजापुर, कंसापुर सहसेपुर पर हजारों की भीड़ जुटती है।

शुक्रवार को चार दिवसीय महोत्सव की शुरूआत हो गई। पहले दिन महिलाओं ने पूरे घर को गंगाजल व शुद्ध पानी से धोकर साफ-सफाई की। इसके बाद शुद्ध जल से महिलाओं ने लौकी-चावल बनाया और विधिवत छठी मइया की अराधना की प्रसाद ग्रहण किया। अब व्रती महिलाएं शनिवार की शाम खरना के दौरान खीर का प्रसाद ग्रहण कर 36 घंटे का कठिन व्रत शुरू करती हैं। ज्ञानपुर के ज्ञान सरोवर पर बाबा बर्फानी ग्रुप के सदस्यों ने पूरे घाट का रंगे-रोगन कर दिया गया है।

Gorakhpur

Nov 12 2023, 15:15

व्यर्थ नहीं जाता सकारात्मक भाव से किया गया संघर्ष : मुख्यमंत्री

गोरखपुर। शनिवार को अयोध्या में दीपोत्सव का नया विश्व कीर्तिमान रचने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को करीब डेढ़ दशक पहले खुद द्वारा शुरू की गई परंपरा को अटूट रखते हुए वनवासियों के बीच दीपावली मनाई।

 कुसम्ही जंगल के तिकोनिया नंबर तीन में वनटांगिया समाज के लोगों के बीच दीपपर्व की खुशियां बांटते हुए मुख्यमंत्री ने वनटांगियों के हक के लिए किए गए संघर्ष को भी याद किया। 

उन्होंने कहा कि सकारात्मक भाव से किया गया कोई भी संघर्ष कभी व्यर्थ नहीं जाता है। वनटांगिया समाज के लिए इसी भाव से संघर्ष किया गया था और आज यह सार्थक रूप में दिख रहा है। वंचितों को शासन की सभी सुविधाएं व नागरिक अधिकार मिलना ही सही मायने में दीपावली और रामराज्य जैसा है। 

रविवार सुबह अयोध्या से गोरखपुर के वनटांगिया गांव तिकोनिया नंबर तीन में दीपावली मनाने पहुंचे सीएम योगी ने जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों को 153 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का दीपावली गिफ्ट भी दिया। उन्होंने कुल 52 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।

 इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वनटांगिया गांव में गरीबों के पक्के मकान, पेयजल की सुविधा, बिजली, अच्छे विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र देखकर उन्हें बेहद प्रसन्नता होती है। उन्होंने कहा कि कल अयोध्या के भव्य दीपोत्सव को सभी लोगों ने देखा होगा। जैसे अयोध्या सज संवर रही है, वैसे ही उत्तर प्रदेश, गोरखपुर और वनटांगिया गांव भी सज संवर रहे हैं। 

वंचितों को साथ लेकर चलने वाले प्रयास होते हैं फलीभूत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों को दीपपर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दीपावली का पावन पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर, बुराई से अच्छाई, अधर्म से धर्म, नकारात्मकता से सकारात्मकता, अन्याय से न्याय और अकर्मण्यता से कर्मशिलाता की ओर ले जाने की प्रेरणा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि कार्य करने का एक जज्बा होना चाहिए। भाव ऐसा होना चाहिए कि हम किसी का अहित किए बिना, अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से जो प्राप्त हो उसे समाज से भी जोड़ें। हर गरीब, वंचित, दीन-दुखी को गले लगाकर, साथ लेकर चलने वाले प्रयास फलीभूत होते हैं। 

ईमानदारी से किए प्रयास के परिणाम सकरात्मक

सीएम योगी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सबने बदलते हुए उत्तर प्रदेश और देश को देखा है। जब ईमानदारी के साथ जब कोई प्रयास किया जाता है तो उसके परिणाम भी ईश्वरीय कृपा से सकारात्मक ही होते हैं। उन्होंने कहा कि आज से छह वर्ष पहले क्या कोई सोचता था अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन पाएगा। 

यह एक सपना था। पर, आज राम मंदिर के निर्माण के साथ रामलला के विराजमान होने की तिथि भी तय हो गई। संपूर्ण भारत में ही नहीं, दुनिया के सभी सनातन धर्मावलंबियों के लिए गौरव की अनुभूति कराने वाली है।

रामलला के विराजमान होने की तिथि पर हर घर जले पांच दीपक

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा दायित्व बनता है कि जब रामलला, अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे, तब उस तिथि से एक सप्ताह पहले से ही राम नाम का संकीर्तन और अखंड रामायण के साथ अपने-अपने घरों से जुड़ें। प्रभु रामलला के विराजमान होने के 500 वर्षों की प्रतीक्षा को याद कर अपने-अपने घरों पर पांच-पांच दीपक प्रज्वलित करें। इस संकल्प से व्यवस्था करने में अभी से जुट जाना चाहिए।

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला के विराजमान होने का क्षण अद्भुत होगा। संपूर्ण भारतवर्ष के लिए यह दुनिया को बताने का अवसर होगा हम शांति से भी और क्रांति से भी अपने हक को लेने का सामर्थ्य रखते हैं। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि का आंदोलन इसका उदाहरण है। 

रामराज्य की भावना से काम कर रही डबल इंजन की सरकार

सीएम योगी ने विकास कार्यों से गोरखपुर में विगत छह सालों में आए बदलाव और इससे पूर्व की स्थिति की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से गोरखपुर विकास की दृष्टि से लगातार उपेक्षित रहा। 

कुछ लोगों ने तो जानबूझकर इस उपेक्षित किया। पर, आज गोरखपुर में वह सब कुछ है जो गोरखपुर की आवश्यकता है। पहले खुद बीमार रहा मेडिकल कॉलेज स्वस्थ हो गया है तो यहां यहां एम्स भी सेवा दे रहा है। चमचमाती सड़कें, भव्य रामगढ़ताल सबको अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। गोरखपुर का चिड़ियाघर अलग ही आकर्षण पैदा कर रहा है।

 रोजगार के नए सृजन की दृष्टि से गीडा का विकास हम सबके सामने है। बंद खाद कारखाना, पिपराइच की चीनी मिल का दोबारा चलना अकल्पनीय था लेकिन आज हकीकत है। भटहट में आयुष विश्वविद्यालय खुलेगा, कोई सोच भी नहीं सकता था। आज यह सब साकार हो रहा है क्योंकि डबल इंजन की सरकार रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने के लिए सामूहिकता की भावना से कार्य कर रही है। 

कुछ सालों में गोरखपुर में जलमार्ग कनेक्टिविटी भी

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गोरखपुर में रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी शानदार है। कुछ वर्षों के बाद यहां जल मार्ग (वाटर वे) की कनेक्टिविटी को भी आगे बढ़ाया जाएगा। इस तरह अनेक सुविधाएं एक साथ विकसित होकर इस क्षेत्र को अत्यंत समृद्ध और खुशहाल के क्षेत्र के रूप में बदलने के लिए कार्य करेंगी।

अब भय नहीं, अधिकार की बात करते हैं वनटांगिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि वनटांगिया समाज के लोग पहले भयभीत रहते थे। उन्हें वन विभाग की तरफ से बेदखली, फर्जी एफआईआर, गिरफ्तारी का भय रहता था। पर, डबल इंजन की सरकार में उनका भय समाप्त हो गया। उन्हें अपना अधिकार मिल गया है। वनटांगिया अब भय नहीं अपने अधिकार की बात करते हैं। आज वनटांगिया लोगों के पास भी पक्का मकान, शौचालय, रसोई गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, आयुष्मान कार्ड, की सुविधा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके साथ साथ ही उपेक्षित जनजातियों मुसहर, थारू, चेरु, बुक्सा, कोल आदि को भी आवास, बिजली, रसोई, आयुष्मान जैसी सुविधाओं से आच्छादित किया जा रहा है। उपेक्षित लोगों को बुनियादी सुविधाओं का लाभ और उनका अधिकार मिलना ही असली दीपावली है। 

वनवासियों को नकारात्मक ताकतों के खिलाफ खड़ा किया प्रभु श्रीराम ने

दीपावली मनाए जाने के महात्म्य क्या वर्णन करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया की प्रभु श्रीराम ने अपने वनवास कालखंड के दौरान ऋषि-मुनियों को अभय प्रदान करते हुए वनवासियों और गिरिवासियों को नकारात्मक ताकतों के खिलाफ खड़ा किया। इन्हें एकजुट करते हुए आर्यावर्त और दुनिया को रावण के आतंक से मुक्त कराया। 

अयोध्या दीपोत्सव में शामिल हुए 54 देश के राजनीतिक

अयोध्या में शनिवार को संपूर्ण हुए भव्य दीपोत्सव का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 22 लाख से अधिक दीपकों ने जगमगाते हुए नया विश्व कीर्तिमान बनाया है। 54 देश के राजदूतों व राजनीतिकों ने दीपोत्सव के भाग लेकर पूरे कार्यक्रम को वैश्विक मान्यता प्रदान करने में योगदान दिया है।

वंचितों की मदद का किया आह्वान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों आया आह्वान किया कि वे वंचित और गरीबों को साथ लेकर चलें। उन्हें शासन की योजनाओं से जोड़ने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन 'सबका साथ सबका विकास' के अनुरूप कार्य कर रही है। सरकार की मंशा है कि कोई भी व्यक्ति खुद को उपेक्षित न महसूस करे और न ही किसी अभाव से ग्रसित रहे।  

विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के साथ वनटांगियों को सम्मानित किया सीएम ने

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से आयुष्मान योजना, कृषि विभाग की योजनाओं, मुख्यमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र व मिष्ठान का उपहार देकर सम्मानित किया।

 इस दौरान आयुष्मान योजना की एक महिला लाभार्थी अपने शिशु को गोद मे लेकर मंच पर पहुंची थी। बच्चों पर स्नेह लुटाने के लिए मशहूर मुख्यमंत्री ने मासूम को अपनी गोद में ले लिया और खूब दुलारकर आशीर्वाद दिया। 

स्टालों का किया अवलोकन अन्नप्राशन व गोदभराई कराई

 जंगल तिकोनिया नंबर तीन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंचीय कार्यक्रम के बाद यहां विभिन्न विभागों (उद्यान, वन, शिक्षा, ओडीओपी, खादी ग्रामोद्योग, कृषि आदि) की तरफ से स्टालों के माध्यम से लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी के जरिये लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही थी। वनटांगिया महिलाओं को फैशन शो तक ले जाने वाली सुगम शेखावत ने भी परिधानों पर आधारित स्टाल लगाया था।

 मुख्यमंत्री ने कुछ स्टालों पर रुककर वहां मौजूद लोगों से जानकारी भी ली। इस दौरान उन्होंने नौनिहालों को दुलारकर उनका अन्नप्राशन कराया और गर्भवती महिलाओं को पोषण किट उपहार देकर गोदभराई की। 

दीप जलाकर दीपोत्सव का शुभारंभ, किया गांव का भ्रमण

स्टालों का अवलोकन करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गांव के भ्रमण पर निकले। वह सबसे पहले वनटांगिया समाज के मुखिया राम गणेश के घर पहुंचे। घर के बाहर सजाई रंगोली के बीच दीप प्रज्वलित कर समूचे गांववासियों के लिए दीपोत्सव का शुभारंभ किया। 

 इसके बाद गांव का भ्रमण करते हुए लोगों से मिले और उनका अभिवादन स्वीकार कर उनसे संवाद भी किया। कई बच्चों संग उन्होंने ठिठोली भी की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान गांव में स्थित हिन्दू विद्यापीठ के बच्चों से मुलाकात कर मिठाई व अन्य उपहार दिए।

वनटांगिया दीपावली समारोह में स्वागत संबोधन पिपराइच के विधायक महेंद्रपाल सिंह व गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह ने किया।

 इस अवसर पर प्रमुख रूप से महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक श्रीराम चौहान, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, वरिष्ठ नेता रमेश सिंह, इंजीनियर पीके मल्ल, चरगांवा की ब्लॉक प्रमुख वंदना सिंह, प्रमुख प्रतिनिधि रणविजय सिंह, काशी से आए महामंडलेश्वर संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा आदि भी उपस्थित रहे।

Gorakhpur

Nov 10 2023, 17:07

*कररिया के एनजी पब्लिक स्कूल में मनाया गया दिवाली का पर्व*

घघसरा/गोरखपुर । सहजनवा तहसील अंतर्गत ग्राम कररिया के एनजी पब्लिक स्कूल में मनाया गया धूम धाम से दीपावली का पर्व

एनजी पब्लिक स्कूल कररिया के बच्चों ने स्कूल में शुक्रवार को दीपावली सेलिब्रेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस मौके पर कई प्रतियोगिताएं हुई। बच्चों ने अपने शिक्षकों के साथ रंगोली बनाई। स्कूल के प्रबंधक प्रभात श्रीवास्तव ने बताया कि नर्सरी से कक्षा आठ तक के बच्चों द्वारा दीपावली सेलिब्रेशन किया ।

इसमें सभी बच्चे विभिन्न परिधानों में सज-संवर कर आए थे।बच्चों ने सुंदर रंगोली, कागज पर दिए बनाई। दीया डेकोरेशन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इस उत्सव पर दीपावली का त्योहार सुरक्षित तरीके से मनाने की सलाह दी।

पर्यावरण बचाने के लिए दिवाली पर तेज आतिशबाजी नहीं कर सुखद व स्वच्छ दीवाली मनाने का सभी को संदेश दिया। शिक्षकों ने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई का मानसिक तनाव न हो इसलिए इस तरह के आयोजन से बच्चों में क्रिएटिविटी वर्क को निखारने के साथ पढ़ाई के बोझ को कम करने का प्रयास किया जाता है।

इस कार्यक्रम प्रधानाचार्य श्रीनिवास त्रिपाठी अध्यापक उत्सव श्रीवास्तव,आलोक मौर्य, रोहन वर्मा श्रवण गुप्ता,तनु श्रीवास्तव,अंशिका पूजा पांडे ,सुप्रिया ,नीलम सहित समस्त स्टॉफ मौजूद रहें।

Chhattisgarh

Jun 13 2024, 17:16

संवर_रहा_छत्तीसगढ़’ सोशल मीडिया पर कर रहा ट्रेंड, विष्णु देव साय सरकार के सुशासन के छह माह हुए पूरे

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार के छह महीने पूरे होने पर ‘#संवर_रहा_छत्तीसगढ़’ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (एक्स) पर ट्रेंड कर रहा है. इस हैशटैग के तहत लोग सरकार की उपलब्धियों और विकास कार्यों की तारीफ कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री साय ने 6 महीनों में ही छत्तीसगढ़ ग्रामीण विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, माओवादी समस्या का निदान और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. सोशल मीडिया पर जनता के सकारात्मक प्रतिक्रियाओं से यह स्पष्ट है कि साय के त्वरित निर्णय-सख्त प्रशासन को सराहा जा रहा है और संवरते छत्तीसगढ़ के प्रति लोग आश्वस्त हैं.

Chhattisgarh

Mar 21 2024, 13:09

सीएम साय ने कार्यकर्ताओं में भरा जोश, कहा – भाजपा में एक सामान्य कार्यकर्ता तक बन सकता है प्रधानमंत्री

दंतेवाड़ा/रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय दंतेवाड़ा में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए. उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ख्याति आज विश्वभर में है. सारा विश्व उन्हें आज अपना नेता माना रहा है. विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में हमें विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल का कार्यकर्ता होने का भी सौभाग्य हमें प्राप्त है. आज मोदीजी के नेतृत्व में देश का जैसा चारों तरफ विकास हुआ है, जिस तरह मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के सभी सपनों को साकार किया है, पार्टी के मनीषियों द्वारा लिए गए हर संकल्प की सिद्धि की है, वह अपने आप में गौरव का भाव हममें भरता है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि अयोध्या जी में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य और दिव्य मंदिर बनना, रामलला की अलौकिक प्राण प्रतिष्ठा, जम्मू-कश्मीर से 370 समाप्त होना समेत पार्टी ने उन सभी कार्यों को पूरा कर लिया है, जिसके नारे लगाते हुए हम सभी आज यहां तक पहुँचे हैं। हमारे पास आज भाजपा कार्यकर्ता के रूप में गर्व करने के सैकड़ों कारण हैं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि मोदी की गारंटी पर ही आप सभी ने छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक बहुमत से और ऐतिहासिक सीटों के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनायी है। हम सबके लिए यह संतोष का विषय है कि हमने मात्र तीन महीने के कार्यकाल में लगभग सभी बड़ी गारंटियों को पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ की खुशहाली और समृद्धि की गारंटियां दी थीं, आप लोगों ने उनकी गारंटी पर भरोसा किया था। आपने यह भी देखा है कि हमने केवल तीन महीनों के भीतर उनमें से अधिकांश गारंटियों को पूरा कर दिया है, इसीलिए तो कहते हैं मोदी की गारंटी याने गारंटी पूरा होने की गारंटी।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि मोदी ने माताओं और बहनों को गारंटी दी थी कि हमारी सरकार बनने पर उन्हें हर महीने 1000 रुपए की आर्थिक सहायता देंगे। इस गारंटी को पूरा करते हुए प्रदेश में महतारी वंदन योजना शुरू कर दी गई है। 70 लाख से ज्यादा माताओं-बहनों के बैंक खातों में पहली किश्त की राशि 655 करोड़ रुपए पहुंचा दी गई है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि मोदी ने किसानों को दो साल का बकाया धान बोनस देने की गारंटी दी थी। सुशासन दिवस पर राज्य के 12 लाख से अधिक किसानों को 3716 करोड़ रुपए का बकाया धान बोनस वितरित कर दिया गया। गारंटी के अनुरूप इस साल हम लोगों ने 3100 रुपए क्विंटल के भाव से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की खरीदी की। इस साल प्रदेश में 145 लाख टन धान की रिकॉर्ड खरीदी हुई है। उन्होंने कहा कि किसान भाइयों को धान खरीदी के समर्थन मूल्य की राशि 32 हजार करोड़ रुपए का भुगतान तत्काल कर दिया गया। इसके बाद कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत 13 हजार 320 करोड़ रुपए की अंतर की राशि का भुगतान भी कर दिया गया। इससे राज्य के 24 लाख 75 हजार किसानों को लाभ हुआ है। कुल करीब 45 हजार करोड़ रूपये किसानों के खाते में गए हैं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने गारंटी दी थी कि हमारी सरकार तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर को 4000 रुपय मानक बोरा से बढ़ाकर 5 हजार 500 रुपया मानक बोरा कर देगी। इसकी घोषणा भी कोंडागांव में कर दी है। तेंदूपत्ता संग्रहण दर में बढ़ोतरी से 12 लाख 50 हजार संग्राहक परिवारों को सीधा लाभ पहुंचेगा। संग्रहण दर में बढ़ोतरी से संग्राहक भाई-बहनों को 240 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय होने की संभावना है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि हमारी सरकार का मुख्य फोकस बस्तर और सरगुजा संभाग पर है। ये दोनों संभाग आदिवासी बहुल संभाग हैं। इन दोनों संभाग के लिए अलग से हमने मोदी की गारंटी का घोषणा पत्र निकाला था। इन दोनों संभागों में असीम संभावना होते हुए भी विकास नहीं हो पाया। वन, उर्वरा भूमि, नदी-नालों और खनिज संपदा से भरपूर होने के बाद भी इन संभागों के निवासियों का जीवन संवर नहीं पाया। विधानसभा चुनाव में बस्तर के लोगों ने भारतीय जनता पार्टी को दिल खोलकर अपना समर्थन और आशीर्वाद दिया था। आप लोगों के आशीर्वाद से ही आज प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बनी है, और बस्तर के विकास का रास्ता फिर से खुल गया है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत गांवों में आंगनवाड़ी सामुदायिक भवन, उप स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक शाला का निर्माण किया जाएगा। किसानों को सिंचाई के लिए बोरवेल सहित सिंचाई पंप दिए जाएंगे। गांवों हैंडपंप, सोलर पंप की स्थापना की जाएगी। हर गांव में खेल का मैदान बनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि श्री अटल ने आदिवासी बहुलता के कारण ही छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया। श्री अटल ने आदिवासियों के विकास के लिए अलग मंत्रालय बनाया। मोदी की सरकार ने सबसे अधिक ध्यान आदिवासियों पर दिया है। उसके बाद लगातार क्षेत्र में विकास हुए। चाहे हम पीडीएस की बात करें या पहुंचविहीन क्षत्रों को सड़क से जोड़ने की, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि समाज के अंतिम छोर तक पहुचाने की, भाजपा की सरकार ने विकास को अंतिम छोर तक पहुंचाया। नमक, चरण पादुका तक की व्यवस्था की। दंतेवाडा का एजुकेशन हब देशभर में चर्चित रहा। इसके उलट कांग्रेस लगातार साठन से अधिक वर्षों तक बस्तर समेत आदिवासी क्षेत्रों का शोषण करने का कार्य किया। पिछली सरकारों में भी कांग्रेस लगातार आदिवासियों के खिलाफ रही.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि मोदी ने विश्व की सबसे बड़ी आयुष्मान योजना की शुरुआत बीजापुर के जांगला गाँव से की। ऐसे जनजाति समूंह जो केवल टाइपिंग की गलती के कारण अनुसूचित जनजाति की मान्यता से वंचित थे, उन्हें मोदीजी ने अजजा की मान्यता दी। मोदीजी ने हमारी आदिवासी बहन द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया। आज मैं मुख्यमंत्री के रूप में आपके बीच हूँ। भाजपा में एक सामान्य कार्यकर्ता प्रधानमंत्री तक बन सकता है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार है। आप लोगों के आशीर्वाद से मोदी जी फिर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे और आगे भी यहां डबल इंजन की सरकार रहेगी। आप लोग जितना ज्यादा से ज्यादा वोट देंगे दोनों इंजनों को उतनी ही ताकत मिलेगी। हम भारतीय जनता पार्टी के लोग हैं, सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास हमारी नीति है।

मेरी आप सभी से अनुरोध है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को ज्यादा से ज्यादा वोटों से विजयी बनाएं। परिश्रम की पराकाष्ठा करते हुए अपने प्रत्याशी को जीत दिलाने में हम सभी जी-जान से जुट जाएँ। निश्चित ही मोदी के कार्यों के प्रति जनता में अपार उत्साह और समर्थन है। लेकिन हमें अति आत्मविश्वास में नहीं आना है। सावधानी पूर्वक, मनोयोग के साथ अपनी बातें जनता तक पहुँचानी है और भाजपा के 370 सीट से अधिक सीट के आह्वान में, उस यज्ञ में हमारी बस्तर की सीट का योगदान भी सुनिश्चित करना है।

 डबल इंजन की सरकार करेगी बस्तर का विकास : किरण देव 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने कहा की भाजपा की डबल इंजन की सरकार बस्तर का विकास करेगी। कांग्रेस के लोगों ने केवल बस्तर के लोगो का शोषण करने का काम किया है। भाजपा की राज्य और केंद्र की सरकारें मिलकर बस्तर के लोगो जीवन में बेहतरी के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा करेगी। पूरे देश में सभी लोगो प्रधानमंत्री मोदी को प्रचंड बहुमत से लाने संकल्पित है, बस्तर भी उसमें अपनी भूमिका निभाएगा।

 कांग्रेस को बस्तर सहित कई लोकसभा क्षेत्र में प्रत्याशी नहीं मिल रहे – केदार कश्यप 

वनमंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं को आज बस्तर सहित कई लोकसभा क्षेत्र में प्रत्याशी नहीं मिल रहे हैं। कांग्रेस पार्टी डूबती हुई नैया है जिस पर कोई सवार नहीं होना चाहता और इस नैया से सब लोग दूर भाग रहे हैं। क्योंकि लोग नहीं चाहते की डूबती हुई नैया में डूब कर अपना अस्तित्व खत्म करें। भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी घोषित कर दिया है। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में पदयात्रा करने आए थे पद यात्रा करने आए थे कि पद के लिए यात्रा करने आए थे। यह तो छत्तीसगढ़ की जनता ज्यादा अच्छे से जानती है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी के पास लोकसभा का प्रत्याशी नहीं है तो लोकसभा प्रत्याशी के लिए प्रियंका वाड्रा, राहुल गांधी, सोनिया गांधी को छत्तीसगढ से चुनाव लड़ाए। छत्तीसगढ़ वालों ने भी स्वच्छ भारत के तहत यह तय कर लिया है कि हम अपने छत्तीसगढ़ से पूरा कचरा साफ करेंगे और साथ की सफाई को बहुत अच्छे तरीके से करेंगे।

 बस्तर का विकास भाजपा की प्राथमिकता: ओपी चौधरी 

छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि बस्तर का विकास बीजेपी की प्राथमिकता में रहा है बस्तर में हमेशा भाजपा ने विकास की नई योजनाएं लाने का काम किया है आगे भी भाजपा बस्तर के लोगों के लिए शिक्षा ,स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में बड़े कदम उठाएगी बस्तर की जनता का आशीर्वाद सदैव भाजपा को मिलता रहा है इस बार भी बस्तर मोदी जी को वोट देने का निश्चय कर चुका है। इस दौरान प्रत्याशी महेश कश्यप, जिलाध्यक्ष एवं विधायक चैतराम अटामी, ओजस्वी मंडावी, सहित भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं आमजन मौजूद रहे।

Chhattisgarh

Mar 12 2024, 22:00

वनोपज संग्राहकों के संभाग स्तरीय सम्मेलन ’जंगल जतरा 2024’ में शामिल हुए मुख्यमंत्री

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि तेंदूपत्ता 5500 रुपए प्रति मानक बोरा की दर से खरीदा जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने आज कोंडागांव स्थित विकास नगर स्टेडियम में आयोजित ’जंगल जतरा 2024’ महासम्मेलन को संबोधित करते हुए यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही मोदी जी की एक और गारंटी पूरी हो गई है। ’तेंदूपत्ता संग्रहण सीजन 2024’ से यह दर प्रभावशील होगी। बस्तर संभाग की प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों और संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के पदाधिकारियों और संग्राहक सदस्यों के बीच उपस्थित होकर गर्व हो रहा है, क्योंकि इस कार्यक्रम के माध्यम से मोदी जी की एक और गारंटी को हम पूरा करने जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मोदी जी ने कहा था कि यदि छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार बनी तो हम तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर 4000 रुपए मानक बोरा से बढ़ाकर 5500 रुपए मानक बोरा कर देंगे। आज इस सम्मेलन में मैं इस योजना के शुभारंभ की घोषणा करता हूं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 के लिए तेंदूपत्ता संग्रहण दर 5500 रुपए प्रति मानक बोरा होगी। साथ ही हम चरण पादुका योजना को फिर से शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता संग्रहण दर में बढ़ोतरी से 12 लाख 50 हजार संग्राहक परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा। संग्रहण दर में बढ़ोतरी से संग्राहक भाई-बहनों को 240 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय होने की संभावना है। इसके साथ ही तेंदूपत्ता संग्राहक भाई-बहनों के लिए हमारी सरकार नयी सामाजिक सुरक्षा योजना प्रारंभ कर रही है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस कार्यक्रम से पहले बालोद में भी एक कार्यक्रम हुआ। वहां पर भी मोदी जी की एक गारंटी को पूरा किया गया। मेरे बताने से पहले ही आप लोगों को इसके बारे में जानकारी मिल गई होगी। आप लोगों के मोबाइल में भी नोटिफिकेशन आ गया होगा, क्योंकि आप लोग किसान भी हैं। बालोद के कार्यक्रम में कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत 13 हजार 320 करोड़ रुपए की आदान सहायता राशि किसान भाई-बहनों के खातों में अंतरित कर दी गई है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने गारंटी दी थी कि हमारी सरकार बनी तो हम 3100 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की खरीदी करेंगे। उसी के अनुरूप आज आप लोगों को अंतर की राशि जारी की गई है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 10 मार्च को महतारी जतन योजना के अंतर्गत 70 लाख से अधिक माताओं, बहनों और बेटियों के खातों में हम लोगों ने एक-एक हजार रुपए की पहली किश्त की राशि जारी कर दी है। इस तरह कुल 655 करोड़ रुपए से अधिक राशि अंतरित की जा चुकी है। इस सभा में उपस्थित बहुत सी माताओं-बहनों के खातों में भी एक-एक हजार रुपया आ गया होगा। इसी तरह हर महीने विवाहित माताओं-बहनों को एक-एक हजार रुपए की सहायता दी जाएगी।

बस्तर की लघु वनोपजों का होगा मूल्य संवर्द्धन

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मोदी सरकार गांव, गरीब, आदिवासी, किसानों, महिलाओं और युवाओं की चिंता करने वाली सरकार है। छत्तीसगढ़ में भी हमारी सरकार को उन्होंने यही निर्देश दिया है। उन्होंने जो गारंटियां दी थी, वह छत्तीसगढ़ की समृद्धि और खुशहाली की गारंटियां हैं। हम एक-एक करके उनकी हर गारंटी को पूरा कर रहे हैं। हमारा मुख्य फोकस बस्तर और सरगुजा संभाग पर है। इन दोनों संभागों में असीम संभावना होते हुए भी विकास नहीं हो पाया। वन, उर्वरा भूमि, नदी-नालों और खनिज संपदा से भरपूर होने के बाद भी इन संभागों के निवासियों का जीवन संवर नहीं पाया। हमारी सरकार ने विकास की जो रणनीति बनाई है, उसमें स्थानीय संपदा का लाभ स्थानीय लोगों को मिलना सुनिश्चित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में 65 तरह की लघु वनोपजों का संग्रहण होता है, जिसमें इमली, महुआ, अमचूर आदि का निर्यात भी किया जाता है। इनका ज्यादा से ज्यादा प्रसंस्करण और वैल्यू एडीशन स्थानीय स्तर पर ही हो, इस दिशा में हम ठोस प्रयास करेंगे। यहां पर भरपूर मात्रा में कोदो-कुटकी-रागी की उपज होती है। आज इन मोटे अनाजों की दुनिया में बहुत मांग है। इन मोटे अनाजों के भी स्थानीय स्तर पर ज्यादा से ज्यादा प्रसंस्करण और वैल्यू एडीशन की व्यवस्था की जाएगी। मोटे अनाज के उत्पादक किसान भाई-बहनों को सरकार की ओर से पूरा प्रोत्साहन और सहयोग दिया जाएगा। बस्तर और सरगुजा संभाग में सिंचित रकबे का अधिक से अधिक विस्तार किया जाएगा, ताकि इन संभागों में भी दो फसली रकबा बढा़या जा सके। हमारी सरकार ने खनिज संसाधनों के विवेकपूर्ण दोहन की नीति अपनाई है। इससे होने वाली आय को हम शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे जनकल्याण के कार्यों में खर्च करेंगे। इससे स्थानीय विकास सुनिश्चित किया जाएगा।

नियद नेल्लानार योजना से अंदरुनी इलाकों में पहुंचेगी विकास

बस्तर के विकास में सबसे बड़ा अवरोध माओवादी आतंक है। यहां जो सुरक्षा कैंप स्थापित किए जा रहे हैं, वह विकास के कैंप भी हैं। इन कैंपों के माध्यम से बस्तर के लोगों की सुरक्षा के साथ-साथ विकास भी किया जाएगा। हाल ही में हमने नियद नेल्लानार योजना शुरू की है। इस योजना में सुरक्षा कैंपों के 05 किलोमीटर के दायरे में सभी गांवों का समग्र विकास किया जाएगा। वहां के निवासियों के 25 से ज्यादा मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही सरकार की 32 व्यक्तिमूलक योजनाओं का लाभ भी दिलाया जाएगा। इस योजना में गांवों की अधोसंरचना का विकास किया जाएगा। सभी परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के आवास दिए जाएंगे। सभी परिवारों का राशन कार्ड बनाया जाएगा, सभी परिवारों को मुफ्त चावल, नमक, गुड़ और शक्कर दिया जाएगा। सभी परिवारों का वन अधिकार पट्टा बनाया जाएगा। साल में चार गैस सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे। सभी परिवारों को मुफ्त बिजली दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत गांवों में आंगनवाड़ी सामुदायिक भवन, उप स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक शाला का निर्माण किया जाएगा। किसानों को सिंचाई के लिए बोरवेल सहित सिंचाई पंप दिए जाएंगे। गांवों हैंडपंप, सोलर पंप की स्थापना की जाएगी। हर गांव में खेल का मैदान बनाया जाएगा। बस्तर की संस्कृति में देवगुड़ियों और मड़ई मेलों का बड़ा महत्व है। देवगुड़ियों के संरक्षण के साथ-साथ हमारी सरकार मड़ई-मेलों का भी संरक्षण कर रही है। बस्तर दशहरा के लिए पहले केवल 25 लाख रुपए मिला करते थे, अब हमने इस राशि को बढ़ाकर 50 लाख रुपए कर दिया है। चित्रकोट मेला के लिए दी जाने वाली राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख कर दी गई है। इसी तरह दंतेवाड़ा की फागुन मड़ई के लिए भी 10 लाख रुपए दिए जाने का निर्णय हमारी सरकार ने लिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार है। अब छत्तीसगढ़ का विकास पूरी रफ्तार के साथ होगा। सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास हमारी नीति है और अभी मैंने जो उपलब्धि गिनाई, उसे इस डबल इंजन की सरकार ने केवल तीन महीने में हासिल की है। एक खुशखबरी और है कि गरीबों के लिए 18 लाख पक्के घर बनाने की गारंटी पर भी अमल शुरू हो गया है। कल 11 तारीख को इस योजना के हितग्राहियों के लिए राशि भी जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी का मतलब है पूरी होने वाली गारंटी। श्री मोदी ने विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य देश के सामने रखा है। इसके लिए विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण करना जरूरी है।

कोंडागांव जिले के 9 गांवों में सर्वेक्षण पूरा होने के बाद ग्रामीणों को मिला भूमि का खसरा

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में कोंडागांव जिले के 9 असर्वेक्षित गांवों का सर्वेक्षण पूरा होने के बाद ग्रामीणों को खसरों का वितरण किया जा रहा है। सर्वेक्षण के अभाव में ये ग्रामीण अनेक शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित थे। अब इन्हें भी योजनाओं का लाभ मिल पाएगा। अब ये ग्रामीण भी खेती-किसानी संबंधी, सिंचाई संबंधी, सौर ऊर्जा संबंधी, पशुपालन और मछली पालन संबंधी योजनाओं का लाभ उठा पाएंगे। वे व्यवसाय के लिए आसानी से ऋण भी ले पाएंगे।

सामुदायिक निवेश कोष, संकुल स्तरीय संगठन को राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत अनुदान स्वरूप 15 संकुल संगठनों की 1055 स्व सहायता समूहों को 6 करोड़ 33 लाख रुपए की सामुदायिक निवेश कोष राशि प्रदान की जा रही है, जिससे 11 हजार सदस्य गायपालन, बकरीपालन, शुकरपालन, मछलीपालन, कपडे की दुकान, फैंसी स्टोर एवं अन्य आजीविका गतिविधि कर अपना अपना सामाजिक एवं आर्थिक स्थित को मजबूत कर पाएंगे। आज यहां इसके साथ ही 1200 से अधिक वन अधिकार पत्र, प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति तथा बीमा योजना के तहत परिवारजनों को सहायता राशि प्रदान की गई। इस अवसर पर नक्सल पीड़ितों को शासकीय पदों पर नियुक्ति का आदेश पत्र भी प्रदान किया गया। छत्तीसगढ़ शासन की सबका साथ सबका विकास के ध्येय वाक्य के साथ यह जनकल्याणकारी कार्य निरंतर किए जा रहे हैं। आशा ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास है कि शासन के इन प्रयासों से सभी के जीवन में प्रगति की नई रोशनी आएगी।

इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, कोंडागांव विधायक लता उसेण्डी, जगदलपुर विधायक किरण देव, केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम, दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी और कांकेर विधायक आशाराम नेताम ने भी जंगल जतरा 2024 महासम्मेलन को संबोधित किया। इस अवसर पर बस्तर अंचल के जनप्रतिनिधिगण सहित अपर मुख्य सचिव वन मनोज कुमार पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रीनिवास राव, कमिश्नर श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, कलेक्टर कुणाल दुदावत, पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार सहित बड़ी संख्या में पंचायत पदाधिकारी, वनोपज सहकारी समितियों के पदाधिकारी और तेंदूपत्ता संग्राहक उपस्थित थे।

lucknow

Feb 23 2024, 12:06

युवा देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे : पीएम मोदी

वाराणसी/ लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काशी दौरे के दूसरे दिन सुबह साढ़े बजे बीएचयू पहुंचे और स्वतंत्रता भवन में काशी ज्ञान, फोटोग्राफी व संस्कृति प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान शिव के आशीर्वाद से काशी में चारों ओर विकास का डमरू बजा। पीएम ने कहा कि हम सब निमित्त मात्र हैं।आज काशी का सामर्थ फिर से संवर रहा है। काशी में सब कुछ करने वाले महादेव और उनके गण हैं। महादेव के आशीष से काशी में चारों ओर विकास हुआ। आज एक बार फिर हमरे परिवार के लोगन के लिए करोड़ों रुपये क योजना का लोकार्पण होता है।

बीएचयू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, जिस काशी को समय से भी प्राचीन कहा जाता है, जिसकी पहचान को युवा पीढ़ी जिम्मेदारी से सशक्त कर रही है। ये दृश्य हृदय में संतोष भी देता है, गौरव की अनुभूति भी कराता है और यह विश्वास भी दिलाता है कि अमृत काल में सभी युवा देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा काशी के बाद अब अयोध्या भी निखर रहा है। जिस तरह वेदों का पाठ काशी में होता है इस संस्कृत में हमें कांची में सुनाई देना पड़ता है, जिन्होंने हजारों वर्षों से भारत को राष्ट्र के रूप में एक बनाए रखा है। अगले पांच वर्षों में देश सफलता के नए कीर्तिमान करेगा। यह मोदी की गारंटी है। गारंटी पूरा होने की गारंटी है।

पिछले दस वर्ष में काशी ने विकास की जो यात्रा तय की है वह इस बुक में है। काशी में करने वाले केवल महादेव और उनके गण है। जहां पर महादेव की कृपा हो जाला वह धरती अपने आप समद्ध हो जाता है। काशी में चारों और विकास का डमरू बजा है।काशी में आज विकास का उत्सव मनाया जा रहा । होली और रंगभरी एकादशी से पहले विकास के एक और उत्सव होवे जात हौ। काशी विश्वास दिलाती है कि अमृतकाल में आप सभी युवा देश को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। काशी तो सर्वविद्या की राजधानी है। यह पूरे विश्व के लिए गर्व की बात है। आप सब काशी की ज्ञान प्रतियोगिता में शामिल हुए यह बड़े गर्व की बात है। आज प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित करने का अवसर मिला। सभी सफल प्रतिभागियों और उनके परिवार को बधाई देता हूं। जो युवा कुछ नंबर से पीछे रह गए हैं उनका अभिनंदन करता हूं।

नव्य भव्य श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के अवसर पर मैंने कहा था। काशी जैसे हमारे तीर्थ और विश्वनाथ धाम जैसे हमारे मंदिर ही भारत की श्रेष्ठता हैं। भारत ने जितने भी नए विचार दिए उनका संबंध किसी न किसी सांस्कृतिक केंद्र से है। काशी शिव की नगरी है तो बुद्ध के उपदेशों और जैन तीर्थंकरों की नगरी भी है। यहां दुनिया के कोने-कोने से लोग शांति की तलाश में आते हैं। हर भाषा, हर बोली, हर प्रांत, हर रिवाज के लोग आते हैं। जिस भी नगर में ऐसी विविधता होती है, वहीं पर नए विचारों का जन्म होता है। जहां नए विचार पहनते हैं वहीं से प्रगति की संभावनाएं पनपती हैं।

विश्वनाथ धाम पूरे भारत को एक निर्णायक दिशा देगा, उज्जवल भविष्य की ओर लेकर जाएगा और ऐसा ही हो रहा है विश्वनाथ धाम देश को एक निर्णायक भविष्य की ओर ले जाने में निर्णायक भूमिका निभा रहा है। संस्कृत ही शास्त्रीय बोध की भाषा है। मेडिकल कालेज, साइंस, गणितीय सूत्र यह सब संस्कृत में लिखे गए थे। साहित्य,संगीत, कला की विधाएं भी संस्कृत से ही निकली हैं। आज काशी को विकास और विरासत के माडल के रूप में देखा जाता है। राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज अयोध्या भी निखर रही है। यूपी को कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लाभ मिल रहा है। देश सफलताओं के नए प्रतिमान गढ़ेगा यह मोदी की गारंटी है। आप भी जानते हैं कि मोदी की गारंटी माने गारंटी पूरी होने की गारंटी।

Jharkhand_News

Jan 22 2024, 21:00

बैंक वाली दीदी: झारखंड में घर बैठे बैंकिंग सेवाएं दे रहीं बीसी सखियां, बैंकों का चक्कर लगाने से मिली मुक्ति |

29-08-2023 | Ranchi

रांची: ग्रामीण महिलाओं को बैंकिंग सेवाओं को लेकर प्रशिक्षित किया गया. प्रशिक्षण के बाद अब ये महिलाएं बीसी सखी बनकर गांवों में ही बैंकिंग सेवाएं दे रही हैं. | रांची: झारखंड के 24 जिलों में ऐसे कई गांव हैं, जहां अभी भी बैंकों की पहुंच नहीं है. लिहाजा बैंकिंग सेवाओं के लिए सुदूरवर्ती क्षेत्रों के लोगों को बैंकों का चक्कर लगाना पड़ता है. इससे ग्रामीणों को मुक्ति दिलाने के लिए झारखंड सरकार की ओर से ग्रामीण महिलाओं को बैंकिंग सेवाओं को लेकर प्रशिक्षित किया गया. प्रशिक्षण के बाद अब ये महिलाएं बीसी सखी बनकर गांवों में ही बैंकिंग सेवाएं दे रही हैं. इससे न सिर्फ उनकी जिंदगी संवर गयी, बल्कि नयी पहचान भी मिली. इसके साथ ही गांव के लोगों की परेशानी भी दूर हो गयी. इन्हीं बीसी सखियों में से एक हैं चिंतामणि देवी. रांची की चिंतामणि के चेहरे पर बिखरी मुस्कान उनकी कामयाबी की कहानी कह रही है.

lucknow

Dec 06 2023, 15:31

*बसपा सुप्रीमो मायावती ने डॉ. भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धाजंलि दी*

लखनऊ । बसपा सुप्रीमो मायावती ने बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धाजंलि दी। इस मौके पर उन्होंने सोशल मीडिया साइट पर कहा कि लगभग 140 करोड़ की विशाल आबादी वाले भारत के गरीबों, मजदूरों, दलितों, आदिवासियों, अतिपिछड़ों सहित उपेक्षित बहुजनों के मसीहा व देश के मानवतावादी समतामूलक संविधान के निर्माता भारतरत्न परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर को आज उनके परिनिर्वाण दिवस पर अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित।

उन्होंने आगे कहा कि किन्तु देश के 81 करोड़ से अधिक गरीब लोगों को पेट पालने के लिए सरकारी अन्न के मोहताज का जीवन बना देने जैसी दुर्दशा न यह आजादी का सपना था और न ही उनके लिए कल्याणकारी संविधान बनाते समय बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर ने सोचा था, यह स्थिति अति-दुःखद है। देश में रोटी-रोजी के अभाव एवं महंगाई की मार के कारण आमदनी अठन्नी भी नहीं पर खर्चा रुपया होने के कारण गरीब, मजदूर, छोटे व्यापारी, किसान, मध्यम वर्ग सहित सभी मेहनतकश समाज की हालत त्रस्त व चिन्तनीय है जबकि संविधान को सही से लागू करके उनकी हालत अब तक काफी संवर जानी चाहिए थी।

Gorakhpur

Nov 23 2023, 19:44

त्याग से तपस्या की ओर जाने का मार्ग:-राघव ऋषि जी

खजनी गोरखपुर।जीव यदि प्रेम से प्रभु को वंदन करता है तो वे उसके बंधन में आते है। परीक्षित को श्राप हुआ अत: उसे भयमुक्त करने के लिए शुकदेव जी आते है। प्रभु से मिलन की आतुरता के कारण ही सन्त मिलन होता है। जीव जब परमात्मा से मिलने के लिए आतुर होता है तब प्रभु की कृपा से सन्त मिलते हैं।

संसार में रहते हुए हमें संत अर्थात सज्जनता की वृत्ति जागृत करनी चाहिए।

क्षेत्र के गांव धोबौली गहरवार (माल्हनपार) में ऋषि सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन व्यास पीठ से पूज्य राघव ऋषि ने कहा कि जन्म मृत्यु-जरा,व्याधि के दुःखों का विचार करेंगे तो वैराग्य उत्पन्न होगा और पाप छूटेंगे। निद्रा और विलास में रात्रि गुजर जाती है और धन प्राप्ति तथा कुटुम्ब पालन में दिन गुजर जाते हैं।

कपिल भगवान ने अपनी माता देवहुति को उपदेश देते हुए कहा था कि जो समय बीत गया उसका विचार मत करो वर्तमान को सुधारो ताकि भविष्य सँवर सके। जो सोया रहता है वह लक्ष्य से भटक जाता है। जागे हुए को ही कन्हैया मिलते हैं। ध्रुव-चरित्र की चर्चा करते हुए बताया की यह जीव ही उत्तानपाद है इसकी दो पत्नियां हैं 'सुरुचि और सुनीति। मनुष्य को भी सुरुचि अच्छी लगती है। रूचि का मतलब है मनपसन्द इच्छानुसार सुनीति से ध्रुव मिलते हैं ध्रुव अर्थात अविनाशी।

जब तक नारद रूपी संत हमें नहीं मिलते तब तक प्रभु की प्राप्ति नहीं होती। संत ही कंत अर्थात प्रभु से मिलाते हैं। भगवान ने ध्रुव को दर्शन दिया तो उत्तानपाद भी स्वागत के लिए दौड़ता है। यदि हम परमात्मा के पीछे लगेंगे तो संसार हमारे पीछे लग जायेगा। उन्होंने कहा कि बाल्यावस्था से जो भगवान की भक्ति करता है उसे प्रभु कृपा अवश्य मिलती है।

जप से पाप जलते है

जप के बिना जीवन नहीं सुधरता

''जकारो जन्मविच्छेद: पकारो पापनाशक:'' जप में दो अक्षर है ज और प पूर्व जन्म के संचित पापों को जलाता है। मनुष्य को प्रतिदिन अपने इष्टदेवता और इष्टदेवी महालक्ष्मी का जप करना चाहिए। साथ ही जो भी कर्म या व्यापार करे वह प्रभु को अर्पण करे इससे कर्म करने का अभिमान नष्ट होता है। और भगवान उसका अनन्त गुना वापस कर जीव को सुखी करते हैं।

जड़भरत के प्रसंग बताते हुए कहा कि भगवान ने 6 वस्तुओं में माया रखी है जिनमें मन फँसता रहता है। ऐ भोजन,धन,वस्त्र,स्त्री,घर और पुस्तक हैं। भरत जी के नाम पर हमारे देश का नाम भारत पड़ा है,वे राज्य छोड़कर वन में तपस्या करने आए परन्तु एक मृगबाल से स्नेह हो गया जिसके कारण हरिचिंतन घटता गया और उनका हरिण चिंतन बढ़ता गया |

संसार समुद्र है जिसमें विषय और वासना रूपी जल है,जीव शरीर रूपी नौका पर सवार होकर यात्रा में लगा हुआ है। जल पर रहने से नौका तैरती रहेगी,यदि नौका में पानी आ जाये तो वह डूब जाएगी। इसी प्रकार संसार में रहो किन्तु उसे अपने भीतर मत रहने दो।

विषयों का चिंतन करने से आत्मशक्ति नष्ट होती है,भरत जी बहुत कम बोलते थे सृष्टि में ईश्वर ने हर एक काम के लिए दो इन्द्रियाँ दी हैं। एक आँख से भी देखा जा सकता है फिर भी दो आँखें दी हैं। किन्तु जीभ एक ही है और उसे दो के काम करने पड़ते हैं बोलने और स्वाद खाने का अत: जीभ पर अधिक अंकुश की आवश्यकता होती है।

व्यासपीठ का पूजन कथा के मुख्य यजमान नरेन्द्र सिंह ने सपरिवार किया। संगीतमय कथा में सौरभ ऋषि ने''तुम ढूंढो मुझे गोपाल'' भजन गाते हुए उपस्थित सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध आनन्द विभोर कर दिया। इस दौरान बहुत से लोग आत्ममुग्ध हो कर नृत्य करने लगे।

Bhadohi

Nov 18 2023, 14:44

व्रती महिलाओं की आगवानी में संवारे घाट, खरना आज

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- लोक आस्था का महापर्व डाला छठ शुक्रवार को नहाय-खाय शुरू हो गया। पहले दिन व्रती महिलाओं पूरे घर की साफ-सफाई की और गंगाजल से धोकर शुद्ध किया। इसके बाद विधिवत पूजा पाठ शुरू की। दूसरी तरफ व्रती महिलाओं की आगवानी को छठ घाट सज-संवर कर तैयार हो गए हैं। रंग-बिरंगी लाइटों से सजे घाटों को देखकर ऐसा लग रहा है कि मानों घाट किनारे स्वर्ग उतर आया हो।

जिले में लोक आस्था का महापर्व डाला छठ शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ ही शुरुआत हो गई है। वैसे तो छठ पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है, परन्तु दो दिन पहले से ही इसकी शुरुआत हो जाती है। शनिवार को खरना होगा और रविवार को अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। वहीं उसके अगले दिन सोमवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही महापर्व का समापन हो जाएगा।

खरना के दिन से 36 घंटों का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है, जो पारण के दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ खत्म होता है। जिले में 12 गंगा घाटों के साथ-साथ 134 तालाब और कुंडों पर छठ महाव्रत किया जाता है। प्रमुख रामपुर, सीतामढ़ी और डेंगूरपुर गंगा घाटों के अलावा सुरियावां के बावन बीघा तालाब के अलावा ज्ञानपुर के हरिहरनाथ स्थित ज्ञानसरोवर और औराई के कैयरमऊ, राजापुर, कंसापुर सहसेपुर पर हजारों की भीड़ जुटती है।

शुक्रवार को चार दिवसीय महोत्सव की शुरूआत हो गई। पहले दिन महिलाओं ने पूरे घर को गंगाजल व शुद्ध पानी से धोकर साफ-सफाई की। इसके बाद शुद्ध जल से महिलाओं ने लौकी-चावल बनाया और विधिवत छठी मइया की अराधना की प्रसाद ग्रहण किया। अब व्रती महिलाएं शनिवार की शाम खरना के दौरान खीर का प्रसाद ग्रहण कर 36 घंटे का कठिन व्रत शुरू करती हैं। ज्ञानपुर के ज्ञान सरोवर पर बाबा बर्फानी ग्रुप के सदस्यों ने पूरे घाट का रंगे-रोगन कर दिया गया है।

Gorakhpur

Nov 12 2023, 15:15

व्यर्थ नहीं जाता सकारात्मक भाव से किया गया संघर्ष : मुख्यमंत्री

गोरखपुर। शनिवार को अयोध्या में दीपोत्सव का नया विश्व कीर्तिमान रचने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को करीब डेढ़ दशक पहले खुद द्वारा शुरू की गई परंपरा को अटूट रखते हुए वनवासियों के बीच दीपावली मनाई।

 कुसम्ही जंगल के तिकोनिया नंबर तीन में वनटांगिया समाज के लोगों के बीच दीपपर्व की खुशियां बांटते हुए मुख्यमंत्री ने वनटांगियों के हक के लिए किए गए संघर्ष को भी याद किया। 

उन्होंने कहा कि सकारात्मक भाव से किया गया कोई भी संघर्ष कभी व्यर्थ नहीं जाता है। वनटांगिया समाज के लिए इसी भाव से संघर्ष किया गया था और आज यह सार्थक रूप में दिख रहा है। वंचितों को शासन की सभी सुविधाएं व नागरिक अधिकार मिलना ही सही मायने में दीपावली और रामराज्य जैसा है। 

रविवार सुबह अयोध्या से गोरखपुर के वनटांगिया गांव तिकोनिया नंबर तीन में दीपावली मनाने पहुंचे सीएम योगी ने जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों को 153 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का दीपावली गिफ्ट भी दिया। उन्होंने कुल 52 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।

 इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वनटांगिया गांव में गरीबों के पक्के मकान, पेयजल की सुविधा, बिजली, अच्छे विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र देखकर उन्हें बेहद प्रसन्नता होती है। उन्होंने कहा कि कल अयोध्या के भव्य दीपोत्सव को सभी लोगों ने देखा होगा। जैसे अयोध्या सज संवर रही है, वैसे ही उत्तर प्रदेश, गोरखपुर और वनटांगिया गांव भी सज संवर रहे हैं। 

वंचितों को साथ लेकर चलने वाले प्रयास होते हैं फलीभूत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों को दीपपर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दीपावली का पावन पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर, बुराई से अच्छाई, अधर्म से धर्म, नकारात्मकता से सकारात्मकता, अन्याय से न्याय और अकर्मण्यता से कर्मशिलाता की ओर ले जाने की प्रेरणा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि कार्य करने का एक जज्बा होना चाहिए। भाव ऐसा होना चाहिए कि हम किसी का अहित किए बिना, अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से जो प्राप्त हो उसे समाज से भी जोड़ें। हर गरीब, वंचित, दीन-दुखी को गले लगाकर, साथ लेकर चलने वाले प्रयास फलीभूत होते हैं। 

ईमानदारी से किए प्रयास के परिणाम सकरात्मक

सीएम योगी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सबने बदलते हुए उत्तर प्रदेश और देश को देखा है। जब ईमानदारी के साथ जब कोई प्रयास किया जाता है तो उसके परिणाम भी ईश्वरीय कृपा से सकारात्मक ही होते हैं। उन्होंने कहा कि आज से छह वर्ष पहले क्या कोई सोचता था अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन पाएगा। 

यह एक सपना था। पर, आज राम मंदिर के निर्माण के साथ रामलला के विराजमान होने की तिथि भी तय हो गई। संपूर्ण भारत में ही नहीं, दुनिया के सभी सनातन धर्मावलंबियों के लिए गौरव की अनुभूति कराने वाली है।

रामलला के विराजमान होने की तिथि पर हर घर जले पांच दीपक

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा दायित्व बनता है कि जब रामलला, अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे, तब उस तिथि से एक सप्ताह पहले से ही राम नाम का संकीर्तन और अखंड रामायण के साथ अपने-अपने घरों से जुड़ें। प्रभु रामलला के विराजमान होने के 500 वर्षों की प्रतीक्षा को याद कर अपने-अपने घरों पर पांच-पांच दीपक प्रज्वलित करें। इस संकल्प से व्यवस्था करने में अभी से जुट जाना चाहिए।

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला के विराजमान होने का क्षण अद्भुत होगा। संपूर्ण भारतवर्ष के लिए यह दुनिया को बताने का अवसर होगा हम शांति से भी और क्रांति से भी अपने हक को लेने का सामर्थ्य रखते हैं। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि का आंदोलन इसका उदाहरण है। 

रामराज्य की भावना से काम कर रही डबल इंजन की सरकार

सीएम योगी ने विकास कार्यों से गोरखपुर में विगत छह सालों में आए बदलाव और इससे पूर्व की स्थिति की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से गोरखपुर विकास की दृष्टि से लगातार उपेक्षित रहा। 

कुछ लोगों ने तो जानबूझकर इस उपेक्षित किया। पर, आज गोरखपुर में वह सब कुछ है जो गोरखपुर की आवश्यकता है। पहले खुद बीमार रहा मेडिकल कॉलेज स्वस्थ हो गया है तो यहां यहां एम्स भी सेवा दे रहा है। चमचमाती सड़कें, भव्य रामगढ़ताल सबको अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। गोरखपुर का चिड़ियाघर अलग ही आकर्षण पैदा कर रहा है।

 रोजगार के नए सृजन की दृष्टि से गीडा का विकास हम सबके सामने है। बंद खाद कारखाना, पिपराइच की चीनी मिल का दोबारा चलना अकल्पनीय था लेकिन आज हकीकत है। भटहट में आयुष विश्वविद्यालय खुलेगा, कोई सोच भी नहीं सकता था। आज यह सब साकार हो रहा है क्योंकि डबल इंजन की सरकार रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने के लिए सामूहिकता की भावना से कार्य कर रही है। 

कुछ सालों में गोरखपुर में जलमार्ग कनेक्टिविटी भी

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गोरखपुर में रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी शानदार है। कुछ वर्षों के बाद यहां जल मार्ग (वाटर वे) की कनेक्टिविटी को भी आगे बढ़ाया जाएगा। इस तरह अनेक सुविधाएं एक साथ विकसित होकर इस क्षेत्र को अत्यंत समृद्ध और खुशहाल के क्षेत्र के रूप में बदलने के लिए कार्य करेंगी।

अब भय नहीं, अधिकार की बात करते हैं वनटांगिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि वनटांगिया समाज के लोग पहले भयभीत रहते थे। उन्हें वन विभाग की तरफ से बेदखली, फर्जी एफआईआर, गिरफ्तारी का भय रहता था। पर, डबल इंजन की सरकार में उनका भय समाप्त हो गया। उन्हें अपना अधिकार मिल गया है। वनटांगिया अब भय नहीं अपने अधिकार की बात करते हैं। आज वनटांगिया लोगों के पास भी पक्का मकान, शौचालय, रसोई गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, आयुष्मान कार्ड, की सुविधा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके साथ साथ ही उपेक्षित जनजातियों मुसहर, थारू, चेरु, बुक्सा, कोल आदि को भी आवास, बिजली, रसोई, आयुष्मान जैसी सुविधाओं से आच्छादित किया जा रहा है। उपेक्षित लोगों को बुनियादी सुविधाओं का लाभ और उनका अधिकार मिलना ही असली दीपावली है। 

वनवासियों को नकारात्मक ताकतों के खिलाफ खड़ा किया प्रभु श्रीराम ने

दीपावली मनाए जाने के महात्म्य क्या वर्णन करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया की प्रभु श्रीराम ने अपने वनवास कालखंड के दौरान ऋषि-मुनियों को अभय प्रदान करते हुए वनवासियों और गिरिवासियों को नकारात्मक ताकतों के खिलाफ खड़ा किया। इन्हें एकजुट करते हुए आर्यावर्त और दुनिया को रावण के आतंक से मुक्त कराया। 

अयोध्या दीपोत्सव में शामिल हुए 54 देश के राजनीतिक

अयोध्या में शनिवार को संपूर्ण हुए भव्य दीपोत्सव का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 22 लाख से अधिक दीपकों ने जगमगाते हुए नया विश्व कीर्तिमान बनाया है। 54 देश के राजदूतों व राजनीतिकों ने दीपोत्सव के भाग लेकर पूरे कार्यक्रम को वैश्विक मान्यता प्रदान करने में योगदान दिया है।

वंचितों की मदद का किया आह्वान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों आया आह्वान किया कि वे वंचित और गरीबों को साथ लेकर चलें। उन्हें शासन की योजनाओं से जोड़ने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन 'सबका साथ सबका विकास' के अनुरूप कार्य कर रही है। सरकार की मंशा है कि कोई भी व्यक्ति खुद को उपेक्षित न महसूस करे और न ही किसी अभाव से ग्रसित रहे।  

विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के साथ वनटांगियों को सम्मानित किया सीएम ने

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से आयुष्मान योजना, कृषि विभाग की योजनाओं, मुख्यमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र व मिष्ठान का उपहार देकर सम्मानित किया।

 इस दौरान आयुष्मान योजना की एक महिला लाभार्थी अपने शिशु को गोद मे लेकर मंच पर पहुंची थी। बच्चों पर स्नेह लुटाने के लिए मशहूर मुख्यमंत्री ने मासूम को अपनी गोद में ले लिया और खूब दुलारकर आशीर्वाद दिया। 

स्टालों का किया अवलोकन अन्नप्राशन व गोदभराई कराई

 जंगल तिकोनिया नंबर तीन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंचीय कार्यक्रम के बाद यहां विभिन्न विभागों (उद्यान, वन, शिक्षा, ओडीओपी, खादी ग्रामोद्योग, कृषि आदि) की तरफ से स्टालों के माध्यम से लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी के जरिये लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही थी। वनटांगिया महिलाओं को फैशन शो तक ले जाने वाली सुगम शेखावत ने भी परिधानों पर आधारित स्टाल लगाया था।

 मुख्यमंत्री ने कुछ स्टालों पर रुककर वहां मौजूद लोगों से जानकारी भी ली। इस दौरान उन्होंने नौनिहालों को दुलारकर उनका अन्नप्राशन कराया और गर्भवती महिलाओं को पोषण किट उपहार देकर गोदभराई की। 

दीप जलाकर दीपोत्सव का शुभारंभ, किया गांव का भ्रमण

स्टालों का अवलोकन करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गांव के भ्रमण पर निकले। वह सबसे पहले वनटांगिया समाज के मुखिया राम गणेश के घर पहुंचे। घर के बाहर सजाई रंगोली के बीच दीप प्रज्वलित कर समूचे गांववासियों के लिए दीपोत्सव का शुभारंभ किया। 

 इसके बाद गांव का भ्रमण करते हुए लोगों से मिले और उनका अभिवादन स्वीकार कर उनसे संवाद भी किया। कई बच्चों संग उन्होंने ठिठोली भी की। मुख्यमंत्री ने इस दौरान गांव में स्थित हिन्दू विद्यापीठ के बच्चों से मुलाकात कर मिठाई व अन्य उपहार दिए।

वनटांगिया दीपावली समारोह में स्वागत संबोधन पिपराइच के विधायक महेंद्रपाल सिंह व गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह ने किया।

 इस अवसर पर प्रमुख रूप से महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक श्रीराम चौहान, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, वरिष्ठ नेता रमेश सिंह, इंजीनियर पीके मल्ल, चरगांवा की ब्लॉक प्रमुख वंदना सिंह, प्रमुख प्रतिनिधि रणविजय सिंह, काशी से आए महामंडलेश्वर संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा आदि भी उपस्थित रहे।

Gorakhpur

Nov 10 2023, 17:07

*कररिया के एनजी पब्लिक स्कूल में मनाया गया दिवाली का पर्व*

घघसरा/गोरखपुर । सहजनवा तहसील अंतर्गत ग्राम कररिया के एनजी पब्लिक स्कूल में मनाया गया धूम धाम से दीपावली का पर्व

एनजी पब्लिक स्कूल कररिया के बच्चों ने स्कूल में शुक्रवार को दीपावली सेलिब्रेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस मौके पर कई प्रतियोगिताएं हुई। बच्चों ने अपने शिक्षकों के साथ रंगोली बनाई। स्कूल के प्रबंधक प्रभात श्रीवास्तव ने बताया कि नर्सरी से कक्षा आठ तक के बच्चों द्वारा दीपावली सेलिब्रेशन किया ।

इसमें सभी बच्चे विभिन्न परिधानों में सज-संवर कर आए थे।बच्चों ने सुंदर रंगोली, कागज पर दिए बनाई। दीया डेकोरेशन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इस उत्सव पर दीपावली का त्योहार सुरक्षित तरीके से मनाने की सलाह दी।

पर्यावरण बचाने के लिए दिवाली पर तेज आतिशबाजी नहीं कर सुखद व स्वच्छ दीवाली मनाने का सभी को संदेश दिया। शिक्षकों ने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई का मानसिक तनाव न हो इसलिए इस तरह के आयोजन से बच्चों में क्रिएटिविटी वर्क को निखारने के साथ पढ़ाई के बोझ को कम करने का प्रयास किया जाता है।

इस कार्यक्रम प्रधानाचार्य श्रीनिवास त्रिपाठी अध्यापक उत्सव श्रीवास्तव,आलोक मौर्य, रोहन वर्मा श्रवण गुप्ता,तनु श्रीवास्तव,अंशिका पूजा पांडे ,सुप्रिया ,नीलम सहित समस्त स्टॉफ मौजूद रहें।