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May 08 2024, 10:50

लोकसभा चुनाव: तीसरे चरण में भी कम हुई वोटिंग, मात्र 64.58 फीसदी मतदान, यूपी में पड़े सबसे कम वोट

#loksabhaelections2024votingpercentageinthirdphase

लोकसभा चुनावों के तीसरे चरण में 11 राज्यों की 93 लोकसभा सीटों के लिए मंगलवार को वोटिंग हुई। चुनाव आयोग के मुताबिक तीसरे चरण में करीब 64.58% वोटिंग दर्ज की गई। इससे पहले वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 66% मतदान रिकॉर्ड किया गया था। यहां पहले दो चरणों की तरह, तीसरे दौर में भी 2019 की तुलना में कम मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया।

चुनाव आयोग के वोटर टर्नआउट ऐप पर रात 11.45 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, इस चरण में असम में 81.7% के साथ सबसे अधिक मतदान हुआ। सबसे कम उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर मतदान हुआ, जहां 2019 में 60% के मुकाबले 57.3% मतदान हुआ। इसके बाद बिहार (58.2%) और गुजरात (59.2%) का स्थान रहा। गुजरात में सूरत को छोड़कर सभी सीटों पर मतदान हुआ। सूरत सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए। जबकि पश्चिम बंगाल की चार सीटों पर 75.8% मतदान हुआ, यह पांच साल पहले हुए 81.7% से बहुत कम था।

कहां कितने पड़े वोट?

• कुल मतदान- 64.58 प्रतिशत

• उत्तर प्रदेश- 57.34 प्रतिशत

• बिहार- 58.18 प्रतिशत

• गुजरात- 59.51 प्रतिशत

• महाराष्ट्र- 61.44 प्रतिशत

• मध्य प्रदेश- 66.05 प्रतिशत

• दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव- 69.87 प्रतिशत

• कर्नाटक- 70.41 प्रतिशत

• छत्तीसगढ़- 71.06 प्रतिशत

• गोवा- 75.20 प्रतिशत

• पश्चिम बंगाल- 76.52 प्रतिशत

• असम- 81.71 प्रतिशत

तीसरे चरण के समापन के साथ अब 20 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 283 संसदीय क्षेत्रों में मतदान समाप्त हो गया है। चुनाव विश्लेषकों का कहना है कि तीनों चरणों में यूपी और बिहार में मतदान प्रतिशत सबसे कम रहा। हालांकि तीसरे चरण में छत्तीसगढ़, कर्नाटक और गोवा में मतदान प्रतिशत में वृद्धि देखी गई।जबकि अगले चार चरण 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को होंगे। मतगणना चार जून को होगी।

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May 07 2024, 09:12

पीएम मोदी ने अहमदाबाद में डाला वोट, कहा-भारत की चुनाव प्रक्रिया दुनिया के लिए उदाहरण

#loksabhapollsthirdphasevotingpmmodicasthisvote

देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए वोटिंग जारी है। तीसरे चरण में 10 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 93 सीटों पर मतदान हो रहा है। सुबह से ही मतदान केन्द्रों में लोग अपने मताधिकार के प्रयोग के लिए पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में अपना वोट डाल दिया है। उन्होंने अहमदाबाद के पोलिंग बूथ पहुंच कर मतदान किया. इस दौरान उनके साथ गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे।

दुनिया के बड़े विश्वविद्यालयों को केस स्टडी करनी चाहिए-पीएम मोदी

अहमदाबाद में अपना वोट डालने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की चुनाव प्रक्रिया और प्रबंधन दुनिया के लोकतंत्रों के लिए सीखने का एक उदाहरण है। दुनिया के सबसे बड़े विश्वविद्यालयों को एक केस स्टडी करनी चाहिए। करीब 64 देशों में चुनाव हैं और सभी की तुलना होनी चाहिए। यह वर्ष लोकतंत्र के उत्सव की तरह है। मैं देशवासियों से फिर कहता हूं कि बड़ी संख्या में मतदान करें और लोकतंत्र का त्योहार मनाएं।

पत्रकारों को अपना ध्यान रखने को कहा

वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने मीडिया कर्मियों से लोकसभा चुनाव को कवर करते समय अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने को कहा है। पीएम मोदी ने मीडियाकर्मियों से कहा कि इस गर्मी में आप लोग दिन रात मेहनत कर रहे हैं। आप अपने सेहत की चिंता करें। मीडिया में कंपीटशन है। आप लोगों को समय से आगे दौड़ना पड़ता है। पीएम मोदी ने कहा, आपको अधिक पानी पीना चाहिए और यह आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा होगा और आपको ऊर्जा भी देगा।

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May 07 2024, 08:26

तीसरे चरण में 10 केन्द्रीय मंत्री, 4 पूर्व सीएम के भाग्य का होगा फैसला, अमित शाह, सिंधिया और डिंपल समेत इनकी साख दांव पर

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देश में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव कराए जा रहे हैं। आज तीसरे चरण के लिए वोटिंग जारी है। 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 93 सीटों पर 1300 से अधिक उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। आज शाम को 1300 उम्मीदवारों का राजनीतिक भाग्य ईवीएम में कैद हो जाएगा। इनमें कई बड़े चेहरों की किस्मत दांव पर लगी है। इस चरण में मोदी सरकार के 10 मंत्री मैदान में हैं। 10 केंद्रीय मंत्रियों के अलावा चार पूर्व मुख्यमंत्री भी केंद्र की राजनीति में एंट्री लेने की तैयारी कर रहे हैं।

इन केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत दांव पर

केंद्रीय मंत्रियों की बात करें लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में कुल 10 केंद्रीय मंत्री अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नारायण राणे, एसपी सिंह बघेल, प्रह्लाद जोशी, पुरुषोत्तम रूपाला, श्रीपद नाईक, भगवंत खूबा और देवु सिंह चौहान के नाम शामिल हैं।

अमित शाह: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुजरात की गांधीनगर सीट से एक बार फिर से चुनाव मैदान में हैं। शाह 2019 में यहां से जीते थे। इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस की सोनल पटेल से है। सोनल गुजरात महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रह चुकी हैं। 2019 में गांधीनगर लोकसभा सीट पर 69.3% मतदान हुआ था। 

ज्योतिरादित्य सिंधिया: हर बार की तरह गुना लोकसभा सीट की इस चुनाव में एक चर्चित सीट बनी हुई है। गुना लोकसभा सीट से भाजपा की तरफ से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनावी मैदान में हैं। नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री सिंधिया अभी मध्य प्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सांसद हैं। इस चुनाव के लिए कांग्रेस ने सिंधिया के सामने राव यादवेंद्र सिंह यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है। 2019 लोकसभा चुनाव में गुना सीट पर भाजपा के उम्मीदवार डॉ. केपी यादव ने कांग्रेस के टिकट पर उतरे ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराया था। उस चुनाव में यहां 73% मतदान दर्ज किया गया था। 

प्रह्लाद जोशी: जिन मंत्रियों की सियासी किस्मत इस चरण में दांव पर है उनमें प्रह्लाद जोशी भी शामिल हैं। केंद्रीय कोयला एवं संसदीय कार्य मंत्री कर्नाटक की धारवाड़ सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं। यहां कांग्रेस ने पार्टी के युवा नेता विनोद आसुती को उतारा है। भाजपा के प्रह्लाद जोशी 2019 में यहां से जीतकर संसद पहुंचे थे। पिछले चुनाव में धारवाड़ सीट पर 72.1% वोटिंग दर्ज की गई थी। 

मनसुख मांडविया: महात्मा गांधी की जन्मस्थली पोरबंदर में भाजपा के उम्मीदवार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया हैं। मांडविया अभी तक गुजरात से राज्यसभा के सांसद थे। इस चुनाव में उनका मुकाबला कांग्रेस के ललितभाई वसोया से है। भाजपा के रमेशभाई लवजीभाई धाडुक 2019 में यहां से जीते थे। पिछले चुनाव में पोरबंदर सीट पर 58.9% मतदान हुआ था। 

नारायण राणे: महाराष्ट्र की रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग सीट पर भी लड़ाई रोचक है। यहां से भाजपा ने केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को उतारा है। इससे पहले राणे महाराष्ट्र से भाजपा के राज्यसभा सांसद थे। वह कोंकण के कुडाल विधानसभा क्षेत्र से कई बार विधायक भी रह चुके हैं। इस चुनाव में केंद्रीय मंत्री का मुकाबला शिवसेना (उद्धव गुट) के दो बार के सांसद विनायक राउत से है। 2019 लोकसभा चुनाव में रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग सीट पर शिवसेना के विनायक राउत ने सफलता हासिल की थी। उस चुनाव में यहां 65.6% मतदान दर्ज किया गया था।

एसपी सिंह बघेल: भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा से चुनावी मैदान में हैं।

श्रीपद नाइक: तीसरे चरण में जिन केंद्रीय मंत्रियों का चुनावी भविष्य दांव पर है, उनमें केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग और पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपद येस्सो नाइक भी शामिल हैं। नाइक भाजपा के टिकट पर उत्तर गोवा से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने कांग्रेस ने रमाकांत खलप को उतारा है। पूर्व लोकसभा सदस्य खलप गोवा के उप-मुख्यमंत्री रह चुके हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में उत्तर गोवा सीट से श्रीपद येस्सो नाइक को जीत मिली थी। उस चुनाव में यहां 79.9% मतदान दर्ज किया गया था।

ये बड़े चेहरे भी मैदान में

केन्द्रीय मंत्रियों के अलावा लोकसभा के तीसरे चरण मेंकई बड़े चेहरे चुनावी मैदान में हैं। ये वो चेहरे हैं, जिन पर अधिकांश लोगों की निगाहें टिकी हैं। उनमें उत्तर प्रदेश की मैनपुरी से सपा उम्मीदवार डिंपल यादव, फ़िरोज़ाबाद सीट से रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव, शिवपाल यादव के बेटे बदायूं से आदित्य यादव, एटा से पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह, छत्तीसगढ़ के दुर्ग से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे विजय बघेल, महाराष्ट्र की बारामती लोकसभा सीट पर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले, इसी सीट पर सुप्रिया सुले की भाभी और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार, महाराष्ट्र की सोलापुर सीट से पूर्व मुख्यमंत्री सुशील शिंदे की बेटी प्रणीति शिंदे, कर्नाटक की गुलबर्गा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दामाद राधाकृष्ण डोड्डामणि, कर्नाटक की शिवमोगा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस येडियुरप्पा के बेटे बी.वाई. राघवेंद्र जैसे नाम शामिल हैं।

Hazaribagh

May 02 2024, 18:44

लोक सभा आम निर्वाचन-2024 के तहत् पॉंचवे चरण के अन्तर्गत हजारीबाग जिला में होम वोटिंग कराये जाने की तिथि 09 मई से 14 मई तक निर्धारित

लोक सभा आम निर्वाचन-2024 के तहत् पॉंचवे चरण के अन्तर्गत वरिष्ठ मतदाताओं (AVSC 85+ आयुवर्ग) एवं वैसे विकलांग मतदाताओं (AVPD) को जिनकी विकलांगता का प्रतिशत 40 से अधिक है तथा वें मतदान केन्द्र पर जाकर मतदान के अधिकार का उपयोग कर पाने में सक्षम नहीं है उन मतदाताओं के लिए Home Voting (होम वोटिंग) की सुविधा उपलब्ध कराये जाने हेतु हजारीबाग जिला में 22 मतदान दल का गठन किया जा चुका है, जो दिनांक 09 मई से 14 मई तक विभिन्न प्रखण्डों में चिन्ह्ति मतदाताओं के घर जाकर मतदान की प्रक्रिया को सम्पादित करेंगें।

उक्त टीम में माइक्रों ऑर्ब्जबर, मतदान पदाधिकारियों के साथ विडियोग्राफर एंव सुरक्षा कर्मी रहेंगें। उक्त कार्य हेतु मतदाताओं की सूची तैयार की जा रही है, जिसे मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों/उम्मीदवारों/उनके प्रतिनिधियों को भी उपलब्ध कराया जायेगा।

WestBengalBangla

May 01 2024, 10:36

জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল ভ্রমণে ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত সহ পাঁচ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল
# A five-member_ delegation_ including _the Ambassador of France _visited _the Garumara forest _in Duars, _Jalpaiguri



এসবি নিউজ ব্যুরো: জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের জঙ্গলের যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতে ফ্রান্সের এক প্রতিনিধি দল ঘুরলেন জঙ্গলে। মঙ্গলবার ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত থিয়ারি ম্যাথিউয়ের নেতৃত্বে ৫ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল গরুমারায় এসেছিলেন। তাঁরা জানান,ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল কীভাবে পরিচালিত হচ্ছে? জঙ্গলের বন ও বুনোরা কেমন আছে? বন দপ্তরের সঙ্গে জঙ্গল লাগোয়া এলাকার বাসিন্দাদের সম্পর্কই বা কেমন? এইসব যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতেই তাদের এই সফর।ফ্রান্সের এই প্রতিনিধি দল ডুয়ার্সের মূর্তি ও জলঢাকা নদী দেখার পাশাপাশি সেখানে থাকা কুনকিদের পর্যবেক্ষণ ও তাদের সারাদিনের বিভিন্ন কাজকর্ম সম্পর্কে বন দপ্তরের আধিকারিক ও মাহুতদের কাছ থেকে তথ্য সংগ্রহ করেন। ফ্রান্সের এই দলের সঙ্গে উত্তরবঙ্গ বন্যপ্রাণী বিভাগের বনপাল ভাস্কর জেভি, গরুমারা ও জলপাইগুড়ি বনবিভাগের দুই ডিএফও দ্বিজপ্রতীম সেন, বিকাশ ভি, গরুমারা সাউথ রেঞ্জের রেঞ্জার সুদীপ দে ছাড়াও বন দপ্তরের অন্যান্য আধিকারিকরা উপস্থিত ছিলেন। মেদলার পর, গরুমারা যাত্রা প্রসাদ নজর মিনার হয়ে এই প্রতিনিধি দলটি বিকেলে চলে আসে গরুমারার ধূপঝোরা এলিফ্যান্ট ক্যাম্পে। সেখানে বন দপ্তরের আধিকারিকরা এই প্রতিনিধি দলকে কুনকি হাতির পিঠে চাপিয়ে জঙ্গলের আনাচে-কানাচে ঘোরান। এখান থেকে ফিরে তাঁরা স্থানীয় আদিবাসী নৃত্যগোষ্ঠীর নৃত্যও উপভোগ করেন। সেইসাথে কথা বলেন জয়েন্ট ফরেস্ট ম্যানেজমেন্ট কমিটির সদস্যদের সঙ্গেও। ভবিষ্যতে গরুমারার উন্নয়নে তাঁরা সহযোগিতা করবেন বলে আশ্বাস দিয়েছেন বলে বনদপ্তর সূত্রে জানা গিয়েছে।

WestBengalBangla

May 01 2024, 10:35

জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল ভ্রমণে ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত সহ পাঁচ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল
# A five-member_ delegation_ including _the Ambassador of France _visited _the Garumara forest _in Duars, _Jalpaiguri



এসবি নিউজ ব্যুরো: জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের জঙ্গলের যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতে ফ্রান্সের এক প্রতিনিধি দল ঘুরলেন জঙ্গলে। মঙ্গলবার ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত থিয়ারি ম্যাথিউয়ের নেতৃত্বে ৫ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল গরুমারায় এসেছিলেন। তাঁরা জানান,ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল কীভাবে পরিচালিত হচ্ছে? জঙ্গলের বন ও বুনোরা কেমন আছে? বন দপ্তরের সঙ্গে জঙ্গল লাগোয়া এলাকার বাসিন্দাদের সম্পর্কই বা কেমন? এইসব যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতেই তাদের এই সফর।ফ্রান্সের এই প্রতিনিধি দল ডুয়ার্সের মূর্তি ও জলঢাকা নদী দেখার পাশাপাশি সেখানে থাকা কুনকিদের পর্যবেক্ষণ ও তাদের সারাদিনের বিভিন্ন কাজকর্ম সম্পর্কে বন দপ্তরের আধিকারিক ও মাহুতদের কাছ থেকে তথ্য সংগ্রহ করেন। ফ্রান্সের এই দলের সঙ্গে উত্তরবঙ্গ বন্যপ্রাণী বিভাগের বনপাল ভাস্কর জেভি, গরুমারা ও জলপাইগুড়ি বনবিভাগের দুই ডিএফও দ্বিজপ্রতীম সেন, বিকাশ ভি, গরুমারা সাউথ রেঞ্জের রেঞ্জার সুদীপ দে ছাড়াও বন দপ্তরের অন্যান্য আধিকারিকরা উপস্থিত ছিলেন। মেদলার পর, গরুমারা যাত্রা প্রসাদ নজর মিনার হয়ে এই প্রতিনিধি দলটি বিকেলে চলে আসে গরুমারার ধূপঝোরা এলিফ্যান্ট ক্যাম্পে। সেখানে বন দপ্তরের আধিকারিকরা এই প্রতিনিধি দলকে কুনকি হাতির পিঠে চাপিয়ে জঙ্গলের আনাচে-কানাচে ঘোরান। এখান থেকে ফিরে তাঁরা স্থানীয় আদিবাসী নৃত্যগোষ্ঠীর নৃত্যও উপভোগ করেন। সেইসাথে কথা বলেন জয়েন্ট ফরেস্ট ম্যানেজমেন্ট কমিটির সদস্যদের সঙ্গেও। ভবিষ্যতে গরুমারার উন্নয়নে তাঁরা সহযোগিতা করবেন বলে আশ্বাস দিয়েছেন বলে বনদপ্তর সূত্রে জানা গিয়েছে।

India

Apr 29 2024, 11:51

लोकसभा चुनावः दूसरे फेज में पहले से भी कम रही वोटिंग, क्या है वजह और इस ट्रेंड का किस पर पड़ेगा असर?

#voting_percentage_low_in_india

देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। सात चरणों में होने वाले चुनाव के दो चरण की वोटिंग पूरी हो चुकी है। कुल 543 सीटों में से 190 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। 19 अप्रैल को पहले चरण में 102 सीटों पर वोटिंग हुई। इनमें औसत मतदान 65.5% रहा, जो 2019 में इन्हीं सीटों के औसत वोटर टर्नआउट से 4.4% कम है। वहीं, 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 88 सीटों पर 61% वोटिंग हुई, जो 2019 के मुकाबले 7% कम है। दोनों चरण में इस बार मतदान घटने का ट्रेंड साफ तौर पर दिख रहा है।गिरते वोट प्रतिशत ने सभी दलों को बेचैन कर दिया है।

लोकसभा चुनाव के पहले चरण की तरह दूसरे चरण में भी वोटिंग 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले कम हुई है। पहले चरण में 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर 64 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। जबकि पिछले लोकसभा चुनाव में उन सीटों पर भी 70 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुए थे। ऐसे ही इस बार दूसरे चरण में 13 राज्यों की 88 लोकसभा सीटों पर करीब 63 फीसदी वोट पड़े। यह 2019 के लोकसभा चुनाव में 70.09% मतदान के मुकाबले काफी कम रहा। यूपी, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे बड़े राज्यों में वोटिंग उम्मीद से काफी कम रही। यूपी में 54.85%, बिहार में 55.08% , महाराष्ट्र में 57.83% , एमपी में 57.88 % वोटिंग हुई। सबसे अधिक वोट त्रिपुरा, मणिपुर, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में पड़े।त्रिपुरा और मणिपुर में मतदान प्रतिशत सबसे अधिक - 75 प्रतिशत से अधिक रहा। पहले चरण में भी दोनों राज्यों में अपेक्षाकृत अधिक मतदान हुआ।

वोट करने के लिए लोगों के घरों से बाहर नहीं निकलने को लेकर राजनीतिक दलों को साथ-साथ चुनाव आयोग की भी चिंता बढ़ा दी है। खासकर हिंदी भाषी राज्यों में तो मतदाता वोटिंग को लेकर जैसे नीरस हो गए हैं। पूरे उत्तर भारत में इन दिनों मौसम का तापमान काफी बढ़ गया है। लू और गर्म हवाओं ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त किया हुआ है। लोगों के वोट करने को लेकर घर से बाहर नहीं निकलने की ये भी एक वजह बताई जा रही है। वहीं चुनाव में विपक्षी पार्टियों की कम सक्रियता से भी कम वोटिंग प्रतिशत को जोड़कर देखा जा रहा है।

मौसम विभाग का कहना है कि इस साल अप्रैल से जून तक देश के अधिकांश हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। विशेष रूप से मध्य भारत और पश्चिमी प्रायद्वीपीय भारत में इस बार अधिक गर्मी पड़ेगी। लोकसभा चुनाव के दो चरण पूरे हो चुके हैं। अब 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को क्रमश: तीसरा, चौथे, पांचवे, छठे और सातवें चरण का चुनाव होना है। इस दौरान देश के अधिकतर हिस्सों में गर्मी के साथ लू का असर बना रहेगा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के मुताबिक लोकसभा चुनाव के दौरान, लगभग 72% निर्वाचन क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 35°C या इससे अधिक हो सकता है। विशेष रूप से, 59 सीटों पर 40-42 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान का सामना करना पड़ सकता है। जबकि 194 सीटों पर 37.5-40 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान देखा जा सकता है।

हालांकि, एक्सपर्ट का मानना है कि मौसम के साथ ही विपक्षी दलों की कम सक्रियता भी वोटिंग प्रतिशत में कमी की एक वजह है। इसके अलावा आजकल जमीन से अधिक प्रचार सोशल मीडिया पर ही चल रहा है। इससे भी वोटिंग में पहले जैसा उत्साह नहीं दिख रहा है। कई लोगों का मानना है कि बीजेपी वोटरों और कार्यकर्ताओं के बीच अति आत्मविश्वास भी कम वोटिंग की वजह हो सकता है। उनको लग रहा है कि चुनाव परिणाम तो लगभग तय ही है। दूसरी तरफ आएगा तो मोदी ही, नारे विपक्षी मतदाताओं में उत्साह कम हो सकता है। इसके अलावा राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राजपूत/जाट जैसे जाति समूहों का असंतोष भी कम वोटिंग की वजह हो सकती है।

अब सवाल है कि इस बार कम वोटिंग परसेंटेज से किसे नुकसान होने वाला है।कुछ जानकारों का कहना है कि कम मतदान से सत्ताधारी दलों को फायदा हो सकता है, क्योंकि लोगों की सोच होती है कि सरकार अच्छा काम कर रही है और वो बदलाव नहीं चाहते। इसीलिए वो वोट के लिए घर से बाहर नहीं निकलते।पिछले 12 में से 5 चुनावों में वोटिंग प्रतिशत कम हुए हैं और इनमें से चार बार सरकार बदली है। 1980 के चुनाव में मतदान प्रतिशत कम हुआ और जनता पार्टी को हटाकर कांग्रेस ने सरकार बनाई। वहीं 1989 में मत प्रतिशत गिरने से कांग्रेस की सरकार चली गयी। केंद्र में बीपी सिंह के नेतृत्व में सरकार बनी। 1991 में भी मतदान में गिरावट के बाद केंद्र में कांग्रेस की वापसी हुई। हालांकि 1999 में वोटिंग प्रतिशत में गिरावट के बाद भी सत्ता नहीं बदली। वहीं 2004 में एक बार फिर मतदान में गिरावट का फायदा विपक्षी दलों को मिला।

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Apr 26 2024, 19:14

दूसरे चरण की वोटिंग खत्म, बंगाल में 5 बजे तक 72 फीसदी वोटिंग, यूपी-बिहार में 53 प्रतिशत मतदान

#loksabhaelection2024phase2voting

18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए सेकेंड फेज की 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर वोटिंग का समय शाम 6 बजे खत्म हो गया। 5 बजे तक त्रिपुरा में सबसे ज्यादा करीब 76.23% वोटिंग हुई। महाराष्ट्र, बिहार और उत्तर प्रदेश मे सबसे कम 53% के आसपास मतदान हुआ। आम चुनाव के लिए दूसरे दौर के मतदान में केरल की सभी 20 सीटों, कर्नाटक की 28 सीटों में से 14 सीटों, राजस्थान की 13 सीटों, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की आठ-आठ सीटों, मध्य प्रदेश की छह सीटों और पांच-पांच सीटों पर मतदान हुआ।

शाम पांच बजे तक का मतदान प्रतिशत

 

राज्य शाम पांच बजे तक मतदान %   

असम 70.66

बिहार 53.03

छत्तीसगढ़ 72.13

जम्मू् कश्मीर 67.22

कर्नाटक 63.90

केरल 63.97

मध्य प्रदेश 54.58

महाराष्ट्र 53.51

मणिपुर 76.06

राजस्थान 59.19

त्रिपुरा 76.23

यूपी 52.64

पश्चिम बंगाल 71.84

WestBengalBangla

Apr 24 2024, 08:52

না মাটি, না পাথর, না কাঠ.. 8.5 ফুট উঁচু এবং 350 কেজি ওজনের বজরংবলীর মূর্তি বসছে গুজরাটের গোধরায়
#Bajrangbali _idol _in _Godhra Gujarat

এসবি নিউজ ব্যুরো: মধ্যপ্রদেশের ইন্দোরের শিল্পী স্ক্র্যাপ মেটাল থেকে হনুমানজির অনন্য মূর্তি তৈরি করছেন। গতকাল  সারাদেশে পালিত হয়েছে হনুমান জন্মোৎসব। সকাল থেকেই হনুমানজির মন্দিরে ভক্তদের উপচে পড়া ভিড় লক্ষ্য করা যায়। জানা গিয়েছে,8.5 ফুট উঁচু এবং 350 কেজি ওজনের বজরংবলী মূর্তি তৈরি হচ্ছে সম্পূর্ণ স্ক্র্যাপ মেটালে। ইন্দোরের শিল্পী দেবল ভার্মার তৈরি এঈ মূর্তিটি আগামী মাসে গুজরাটের গোধরায় স্থাপন করা হবে। দেবাল ভার্মা বলেন, 'আমরা গত 7-8 বছর ধরে স্ক্র্যাপ-মেটাল আর্ট নিয়ে কাজ করছি। আমরা স্ক্র্যাপ ধাতু থেকে প্রত্নবস্তু তৈরি সহ অর্ডার অনুযায়ী মূর্তি তৈরি করুন। গোধরা থেকে একটা অর্ডার এসেছিল। সাধারণত ক্লায়েন্ট আমাদের স্থান দেখায় এবং সেখানে কী থাকা উচিত সে সম্পর্কে পরামর্শ চায়।তাকে ঈশ্বরের মূর্তি স্থাপন করতে বলা হয়েছিল। তারা আমাদের কাছে জানতে চেয়েছিল কোন মূর্তি তৈরি করা উচিত এবং কীভাবে তৈরি করা উচিত। আমরা তাকে হনুমানজির মূর্তি বসানোর পরামর্শ দিয়েছিলাম। তারপর হনুমানজির মূর্তির নকশা করি।" দেবল ভার্মা আরও বলেন, 'প্রথমত, এটি বজরঙ্গবলীর মূর্তি এবং আমরা স্ক্র্যাপ থেকে কাজ করছি। মানে এটি শুধুমাত্র স্ক্র্যাপ থেকে তৈরি করা উচিত ছিল। কিন্তু এটি এমন ছিল, আমরা সাধারণত যা করি তার থেকে ভিন্ন কিছু করতে হয়েছে ।তার মানে আমরা মূর্তিটা একটু অন্যরকম করব। আমরা এটিতে প্রচুর পিতল এবং স্টেইনলেস স্টিল রাখি। ডিজাইন করতে  2-3 মাস লেগেছে বজরঙ্গবলীজির এই মূর্তিটি ডিজাইন করতে আমাদের 2-3 মাস লেগেছে। প্রস্তাবনা-মাত্রা নকশা সেট. নকশা চূড়ান্ত হওয়ার পর, আমরা মূর্তিটি যে উপাদান থেকে তৈরি করা হবে তা অনুসন্ধান শুরু করেছি। স্ক্র্যাপ খুঁজে পেতে অনেক সময় লাগে। মূর্তিটিতে আছে পিতলের প্যান, প্লেট এবং স্টেইনলেস স্টিলের পাইপ। এসএস শিটও স্থাপন করা হয়। গাড়ির স্প্রিং এবং গিয়ার বিয়ারিং বিভিন্ন ধরনের স্ক্র্যাপ থেকে তৈরি করা হয়। হনুমান চালিসা হনুমানজির মূর্তি বানাতে আমরা হনুমান চালিসার অনুবাদও করেছি। তাদের বৈশিষ্ট্য কি? যেমন, 'কান্ধে মুঞ্জ জেনেউ সাজাই', অর্থাৎ কীভাবে পবিত্র সুতো পরানো হয়। তাহলে কানে দুল কেন? সে রকম ডিটেইলিং করা হয়েছে। প্রায়ই বলেন কথিত আছে, শ্রী রাম জানকী বজরঙ্গবলী জির বুকে বসে আছেন। তাই আমরা একটি অনুরূপ স্কেচ তৈরি করেছি, ডিজিটালভাবে এটি পিতলের মধ্যে খোদাই করেছি, একটি দুল তৈরি করে তার বুকে স্থাপন করেছি। এই ধরনের ডিটেইলিং করা হয়েছে। হনুমানজির মূর্তি তৈরির ক্ষেত্রে সবচেয়ে বড় চ্যালেঞ্জটি হল বজরঙ্গবলী জির শরীর একেবারে সুস্থ। হনুমানজি শক্তিশালী। সেই সঙ্গে হনুমানজির মুখও খুব কোমল। মুখে সেই স্নিগ্ধতা ওভদ্রতা আনা ছিল একটি বড় চ্যালেঞ্জ। স্টেইনলেস স্টিল, ব্রাস, মাইল্ড স্টিল ব্যবহার করা হয়েছে। উদাহরণস্বরূপ, যদি এটি একটি পিতলের প্লেট হয় তবে এটি কোথায় ব্যবহার করা হবে এবং কীভাবে এটি ব্যবহার করা হবে তা কেটে কেটে লাগানো হয়েছে। মূর্তিটি তৈরি করতে কত সময় লেগেছে? বজরংবলী জির এই মূর্তিটি তৈরি করতে মোট 1 বছর সময় লেগেছে। ডিজাইন থেকে উপাদান সংগ্রহ থেকে চূড়ান্ত উত্পাদন পর্যন্ত। অর্ডারটি গত ফেব্রুয়ারিতে আমাদের কাছে এসেছিল এবং চলতি বছরের মার্চে মূর্তিটি তৈরি হয়। এই মূর্তি তৈরিতে আমাদের ৪ জনের দল কাজ করেছে। আমি দেবল ভার্মা, চিফ মেকানিক্যাল ইঞ্জিনিয়ার ফাইজান খান, চিফ ওয়েল্ডার রাজেশ ঝা এবং হেল্পার অর্জুন। ইন্দোরে আমাদের ডিজাইন স্টুডিওতে এই মূর্তিটি তৈরি করা হয়েছে। গোধরায় বাসস্ট্যান্ডের কাছে শ্রীসারভাত রেস্তোরাঁয় এই মূর্তি স্থাপন করা হবে। এই মূর্তি তৈরি করার সময় হনুমানজির সামনে সবচেয়ে বড় চ্যালেঞ্জ ছিল আবেগ আনতে হয়েছে। কারণ, স্ক্র্যাপ উপাদান থেকে কিছু তৈরি করা এবং তার মধ্যে অভিব্যক্তি আনা সবচেয়ে চ্যালেঞ্জিং কাজ। লোকেরা যখন এই মূর্তিটি দেখে, তখন তাদের মনে হয় যেন বজরঙ্গবলী জি তাদের দেখছেন। মানুষ আমাদের তাই বলেছে। প্রিভিউ দেখে অনেকেই বজরঙ্গবলীজির মূর্তির সামনে কেঁদেছিলেন। হনুমানজির দাড়িতে স্টেইনলেস স্টিলের তার লাগানো আছে। গদাটি পিতলের মাথা দিয়ে তৈরি। মুকুট উপর ঘূর্ণিত। নিচে চশমা পিতলের তৈরি। মুকুটের পিছনে সেলাই মেশিনের চাকা।

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Apr 19 2024, 20:09

लोकसभा चुनाव 2024 :पहले फेज का मतदान खत्म, जानिए कहां हुई कितने प्रतिशत वोटिंग

#oksabhaelection2024firstphasevoting

लोकसभा चुनाव का पहला चरण शुक्रवार को संपन्न हो गया। हालांकि अभी फाइनल प्रतिशत आना बाकी है।पहले चरण में 102 सीटों पर मतदान हुआ। इसके साथ ही 8 केंद्रीय मंत्रियों व विपक्ष के कई बड़े नेताओं की किस्मत का फैसला वोटिंग मशीन में बंद हो गया। इन 102 सीटों पर कुल 1,625 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। चुनाव आयोग के मुताबिक पहले चरण के मतदान के लिए देश भर में 1.87 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे। इन मतदान केद्रों पर कुल 16.63 करोड़ से अधिक मतदाता थे।

शाम पांच बजे तक करीब 60% मतदान

पहले चरण में जिन सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें तमिलनाडु की सभी 39 सीटें, राजस्थान की 12, उत्तर प्रदेश की आठ, मध्य प्रदेश की छह, उत्तराखंड की सभी पांच, महाराष्ट्र की पांच, असम और बिहार की चार-चार, पश्चिम बंगाल की तीन, मणिपुर, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश की दो-दो, छत्तीसगढ़, मिजोरम और त्रिपुरा की एक-एक सीट शामिल है।चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, शाम पांच बजे तक 102 सीटों पर करीब 60% मतदान दर्ज किया गया है। तीन बजे तक 49.78% मतदान दर्ज किया गया था। 

राज्यवार पांच बजे तक का मतदान प्रतिशत

अंडमान और निकोबार: 56.87%

अरुणाचल प्रदेश: 63.26 %

असम: 70.77 %

बिहार: 46.32 %

छत्तीसगढ़: 63.41 %

जम्मू और कश्मीर: 65.08%

लक्षदीप: 59.02 %

मध्य प्रदेश: 63.25 %

महाराष्ट्र: 54.85 %

मणिपुर: 67.46 %

मेघालय: 69.91 %

मिजोरम: 52.62 %

नागालैंड: 55.75 %

पुडुचेरी: 72.84 %

राजस्थान: 50.27 %

सिक्किम: 67.58 %

तमिलनाडु: 62.02 %

त्रिपुरा: 76.10 %

उत्तर प्रदेश: 57.54 %

उत्तराखंड: 53.56 %

पश्चिम बंगाल: 77.57

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May 08 2024, 10:50

लोकसभा चुनाव: तीसरे चरण में भी कम हुई वोटिंग, मात्र 64.58 फीसदी मतदान, यूपी में पड़े सबसे कम वोट

#loksabhaelections2024votingpercentageinthirdphase

लोकसभा चुनावों के तीसरे चरण में 11 राज्यों की 93 लोकसभा सीटों के लिए मंगलवार को वोटिंग हुई। चुनाव आयोग के मुताबिक तीसरे चरण में करीब 64.58% वोटिंग दर्ज की गई। इससे पहले वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 66% मतदान रिकॉर्ड किया गया था। यहां पहले दो चरणों की तरह, तीसरे दौर में भी 2019 की तुलना में कम मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया।

चुनाव आयोग के वोटर टर्नआउट ऐप पर रात 11.45 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, इस चरण में असम में 81.7% के साथ सबसे अधिक मतदान हुआ। सबसे कम उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर मतदान हुआ, जहां 2019 में 60% के मुकाबले 57.3% मतदान हुआ। इसके बाद बिहार (58.2%) और गुजरात (59.2%) का स्थान रहा। गुजरात में सूरत को छोड़कर सभी सीटों पर मतदान हुआ। सूरत सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए। जबकि पश्चिम बंगाल की चार सीटों पर 75.8% मतदान हुआ, यह पांच साल पहले हुए 81.7% से बहुत कम था।

कहां कितने पड़े वोट?

• कुल मतदान- 64.58 प्रतिशत

• उत्तर प्रदेश- 57.34 प्रतिशत

• बिहार- 58.18 प्रतिशत

• गुजरात- 59.51 प्रतिशत

• महाराष्ट्र- 61.44 प्रतिशत

• मध्य प्रदेश- 66.05 प्रतिशत

• दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव- 69.87 प्रतिशत

• कर्नाटक- 70.41 प्रतिशत

• छत्तीसगढ़- 71.06 प्रतिशत

• गोवा- 75.20 प्रतिशत

• पश्चिम बंगाल- 76.52 प्रतिशत

• असम- 81.71 प्रतिशत

तीसरे चरण के समापन के साथ अब 20 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 283 संसदीय क्षेत्रों में मतदान समाप्त हो गया है। चुनाव विश्लेषकों का कहना है कि तीनों चरणों में यूपी और बिहार में मतदान प्रतिशत सबसे कम रहा। हालांकि तीसरे चरण में छत्तीसगढ़, कर्नाटक और गोवा में मतदान प्रतिशत में वृद्धि देखी गई।जबकि अगले चार चरण 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को होंगे। मतगणना चार जून को होगी।

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May 07 2024, 09:12

पीएम मोदी ने अहमदाबाद में डाला वोट, कहा-भारत की चुनाव प्रक्रिया दुनिया के लिए उदाहरण

#loksabhapollsthirdphasevotingpmmodicasthisvote

देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए वोटिंग जारी है। तीसरे चरण में 10 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 93 सीटों पर मतदान हो रहा है। सुबह से ही मतदान केन्द्रों में लोग अपने मताधिकार के प्रयोग के लिए पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में अपना वोट डाल दिया है। उन्होंने अहमदाबाद के पोलिंग बूथ पहुंच कर मतदान किया. इस दौरान उनके साथ गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे।

दुनिया के बड़े विश्वविद्यालयों को केस स्टडी करनी चाहिए-पीएम मोदी

अहमदाबाद में अपना वोट डालने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की चुनाव प्रक्रिया और प्रबंधन दुनिया के लोकतंत्रों के लिए सीखने का एक उदाहरण है। दुनिया के सबसे बड़े विश्वविद्यालयों को एक केस स्टडी करनी चाहिए। करीब 64 देशों में चुनाव हैं और सभी की तुलना होनी चाहिए। यह वर्ष लोकतंत्र के उत्सव की तरह है। मैं देशवासियों से फिर कहता हूं कि बड़ी संख्या में मतदान करें और लोकतंत्र का त्योहार मनाएं।

पत्रकारों को अपना ध्यान रखने को कहा

वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने मीडिया कर्मियों से लोकसभा चुनाव को कवर करते समय अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने को कहा है। पीएम मोदी ने मीडियाकर्मियों से कहा कि इस गर्मी में आप लोग दिन रात मेहनत कर रहे हैं। आप अपने सेहत की चिंता करें। मीडिया में कंपीटशन है। आप लोगों को समय से आगे दौड़ना पड़ता है। पीएम मोदी ने कहा, आपको अधिक पानी पीना चाहिए और यह आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा होगा और आपको ऊर्जा भी देगा।

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May 07 2024, 08:26

तीसरे चरण में 10 केन्द्रीय मंत्री, 4 पूर्व सीएम के भाग्य का होगा फैसला, अमित शाह, सिंधिया और डिंपल समेत इनकी साख दांव पर

#loksabhaelection2024phase3voting

देश में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव कराए जा रहे हैं। आज तीसरे चरण के लिए वोटिंग जारी है। 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 93 सीटों पर 1300 से अधिक उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। आज शाम को 1300 उम्मीदवारों का राजनीतिक भाग्य ईवीएम में कैद हो जाएगा। इनमें कई बड़े चेहरों की किस्मत दांव पर लगी है। इस चरण में मोदी सरकार के 10 मंत्री मैदान में हैं। 10 केंद्रीय मंत्रियों के अलावा चार पूर्व मुख्यमंत्री भी केंद्र की राजनीति में एंट्री लेने की तैयारी कर रहे हैं।

इन केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत दांव पर

केंद्रीय मंत्रियों की बात करें लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में कुल 10 केंद्रीय मंत्री अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नारायण राणे, एसपी सिंह बघेल, प्रह्लाद जोशी, पुरुषोत्तम रूपाला, श्रीपद नाईक, भगवंत खूबा और देवु सिंह चौहान के नाम शामिल हैं।

अमित शाह: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुजरात की गांधीनगर सीट से एक बार फिर से चुनाव मैदान में हैं। शाह 2019 में यहां से जीते थे। इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस की सोनल पटेल से है। सोनल गुजरात महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रह चुकी हैं। 2019 में गांधीनगर लोकसभा सीट पर 69.3% मतदान हुआ था। 

ज्योतिरादित्य सिंधिया: हर बार की तरह गुना लोकसभा सीट की इस चुनाव में एक चर्चित सीट बनी हुई है। गुना लोकसभा सीट से भाजपा की तरफ से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनावी मैदान में हैं। नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री सिंधिया अभी मध्य प्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सांसद हैं। इस चुनाव के लिए कांग्रेस ने सिंधिया के सामने राव यादवेंद्र सिंह यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है। 2019 लोकसभा चुनाव में गुना सीट पर भाजपा के उम्मीदवार डॉ. केपी यादव ने कांग्रेस के टिकट पर उतरे ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराया था। उस चुनाव में यहां 73% मतदान दर्ज किया गया था। 

प्रह्लाद जोशी: जिन मंत्रियों की सियासी किस्मत इस चरण में दांव पर है उनमें प्रह्लाद जोशी भी शामिल हैं। केंद्रीय कोयला एवं संसदीय कार्य मंत्री कर्नाटक की धारवाड़ सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं। यहां कांग्रेस ने पार्टी के युवा नेता विनोद आसुती को उतारा है। भाजपा के प्रह्लाद जोशी 2019 में यहां से जीतकर संसद पहुंचे थे। पिछले चुनाव में धारवाड़ सीट पर 72.1% वोटिंग दर्ज की गई थी। 

मनसुख मांडविया: महात्मा गांधी की जन्मस्थली पोरबंदर में भाजपा के उम्मीदवार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया हैं। मांडविया अभी तक गुजरात से राज्यसभा के सांसद थे। इस चुनाव में उनका मुकाबला कांग्रेस के ललितभाई वसोया से है। भाजपा के रमेशभाई लवजीभाई धाडुक 2019 में यहां से जीते थे। पिछले चुनाव में पोरबंदर सीट पर 58.9% मतदान हुआ था। 

नारायण राणे: महाराष्ट्र की रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग सीट पर भी लड़ाई रोचक है। यहां से भाजपा ने केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को उतारा है। इससे पहले राणे महाराष्ट्र से भाजपा के राज्यसभा सांसद थे। वह कोंकण के कुडाल विधानसभा क्षेत्र से कई बार विधायक भी रह चुके हैं। इस चुनाव में केंद्रीय मंत्री का मुकाबला शिवसेना (उद्धव गुट) के दो बार के सांसद विनायक राउत से है। 2019 लोकसभा चुनाव में रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग सीट पर शिवसेना के विनायक राउत ने सफलता हासिल की थी। उस चुनाव में यहां 65.6% मतदान दर्ज किया गया था।

एसपी सिंह बघेल: भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा से चुनावी मैदान में हैं।

श्रीपद नाइक: तीसरे चरण में जिन केंद्रीय मंत्रियों का चुनावी भविष्य दांव पर है, उनमें केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग और पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपद येस्सो नाइक भी शामिल हैं। नाइक भाजपा के टिकट पर उत्तर गोवा से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने कांग्रेस ने रमाकांत खलप को उतारा है। पूर्व लोकसभा सदस्य खलप गोवा के उप-मुख्यमंत्री रह चुके हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में उत्तर गोवा सीट से श्रीपद येस्सो नाइक को जीत मिली थी। उस चुनाव में यहां 79.9% मतदान दर्ज किया गया था।

ये बड़े चेहरे भी मैदान में

केन्द्रीय मंत्रियों के अलावा लोकसभा के तीसरे चरण मेंकई बड़े चेहरे चुनावी मैदान में हैं। ये वो चेहरे हैं, जिन पर अधिकांश लोगों की निगाहें टिकी हैं। उनमें उत्तर प्रदेश की मैनपुरी से सपा उम्मीदवार डिंपल यादव, फ़िरोज़ाबाद सीट से रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव, शिवपाल यादव के बेटे बदायूं से आदित्य यादव, एटा से पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह, छत्तीसगढ़ के दुर्ग से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे विजय बघेल, महाराष्ट्र की बारामती लोकसभा सीट पर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले, इसी सीट पर सुप्रिया सुले की भाभी और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार, महाराष्ट्र की सोलापुर सीट से पूर्व मुख्यमंत्री सुशील शिंदे की बेटी प्रणीति शिंदे, कर्नाटक की गुलबर्गा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दामाद राधाकृष्ण डोड्डामणि, कर्नाटक की शिवमोगा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस येडियुरप्पा के बेटे बी.वाई. राघवेंद्र जैसे नाम शामिल हैं।

Hazaribagh

May 02 2024, 18:44

लोक सभा आम निर्वाचन-2024 के तहत् पॉंचवे चरण के अन्तर्गत हजारीबाग जिला में होम वोटिंग कराये जाने की तिथि 09 मई से 14 मई तक निर्धारित

लोक सभा आम निर्वाचन-2024 के तहत् पॉंचवे चरण के अन्तर्गत वरिष्ठ मतदाताओं (AVSC 85+ आयुवर्ग) एवं वैसे विकलांग मतदाताओं (AVPD) को जिनकी विकलांगता का प्रतिशत 40 से अधिक है तथा वें मतदान केन्द्र पर जाकर मतदान के अधिकार का उपयोग कर पाने में सक्षम नहीं है उन मतदाताओं के लिए Home Voting (होम वोटिंग) की सुविधा उपलब्ध कराये जाने हेतु हजारीबाग जिला में 22 मतदान दल का गठन किया जा चुका है, जो दिनांक 09 मई से 14 मई तक विभिन्न प्रखण्डों में चिन्ह्ति मतदाताओं के घर जाकर मतदान की प्रक्रिया को सम्पादित करेंगें।

उक्त टीम में माइक्रों ऑर्ब्जबर, मतदान पदाधिकारियों के साथ विडियोग्राफर एंव सुरक्षा कर्मी रहेंगें। उक्त कार्य हेतु मतदाताओं की सूची तैयार की जा रही है, जिसे मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों/उम्मीदवारों/उनके प्रतिनिधियों को भी उपलब्ध कराया जायेगा।

WestBengalBangla

May 01 2024, 10:36

জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল ভ্রমণে ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত সহ পাঁচ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল
# A five-member_ delegation_ including _the Ambassador of France _visited _the Garumara forest _in Duars, _Jalpaiguri



এসবি নিউজ ব্যুরো: জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের জঙ্গলের যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতে ফ্রান্সের এক প্রতিনিধি দল ঘুরলেন জঙ্গলে। মঙ্গলবার ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত থিয়ারি ম্যাথিউয়ের নেতৃত্বে ৫ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল গরুমারায় এসেছিলেন। তাঁরা জানান,ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল কীভাবে পরিচালিত হচ্ছে? জঙ্গলের বন ও বুনোরা কেমন আছে? বন দপ্তরের সঙ্গে জঙ্গল লাগোয়া এলাকার বাসিন্দাদের সম্পর্কই বা কেমন? এইসব যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতেই তাদের এই সফর।ফ্রান্সের এই প্রতিনিধি দল ডুয়ার্সের মূর্তি ও জলঢাকা নদী দেখার পাশাপাশি সেখানে থাকা কুনকিদের পর্যবেক্ষণ ও তাদের সারাদিনের বিভিন্ন কাজকর্ম সম্পর্কে বন দপ্তরের আধিকারিক ও মাহুতদের কাছ থেকে তথ্য সংগ্রহ করেন। ফ্রান্সের এই দলের সঙ্গে উত্তরবঙ্গ বন্যপ্রাণী বিভাগের বনপাল ভাস্কর জেভি, গরুমারা ও জলপাইগুড়ি বনবিভাগের দুই ডিএফও দ্বিজপ্রতীম সেন, বিকাশ ভি, গরুমারা সাউথ রেঞ্জের রেঞ্জার সুদীপ দে ছাড়াও বন দপ্তরের অন্যান্য আধিকারিকরা উপস্থিত ছিলেন। মেদলার পর, গরুমারা যাত্রা প্রসাদ নজর মিনার হয়ে এই প্রতিনিধি দলটি বিকেলে চলে আসে গরুমারার ধূপঝোরা এলিফ্যান্ট ক্যাম্পে। সেখানে বন দপ্তরের আধিকারিকরা এই প্রতিনিধি দলকে কুনকি হাতির পিঠে চাপিয়ে জঙ্গলের আনাচে-কানাচে ঘোরান। এখান থেকে ফিরে তাঁরা স্থানীয় আদিবাসী নৃত্যগোষ্ঠীর নৃত্যও উপভোগ করেন। সেইসাথে কথা বলেন জয়েন্ট ফরেস্ট ম্যানেজমেন্ট কমিটির সদস্যদের সঙ্গেও। ভবিষ্যতে গরুমারার উন্নয়নে তাঁরা সহযোগিতা করবেন বলে আশ্বাস দিয়েছেন বলে বনদপ্তর সূত্রে জানা গিয়েছে।

WestBengalBangla

May 01 2024, 10:35

জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল ভ্রমণে ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত সহ পাঁচ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল
# A five-member_ delegation_ including _the Ambassador of France _visited _the Garumara forest _in Duars, _Jalpaiguri



এসবি নিউজ ব্যুরো: জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের জঙ্গলের যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতে ফ্রান্সের এক প্রতিনিধি দল ঘুরলেন জঙ্গলে। মঙ্গলবার ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত থিয়ারি ম্যাথিউয়ের নেতৃত্বে ৫ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল গরুমারায় এসেছিলেন। তাঁরা জানান,ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল কীভাবে পরিচালিত হচ্ছে? জঙ্গলের বন ও বুনোরা কেমন আছে? বন দপ্তরের সঙ্গে জঙ্গল লাগোয়া এলাকার বাসিন্দাদের সম্পর্কই বা কেমন? এইসব যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতেই তাদের এই সফর।ফ্রান্সের এই প্রতিনিধি দল ডুয়ার্সের মূর্তি ও জলঢাকা নদী দেখার পাশাপাশি সেখানে থাকা কুনকিদের পর্যবেক্ষণ ও তাদের সারাদিনের বিভিন্ন কাজকর্ম সম্পর্কে বন দপ্তরের আধিকারিক ও মাহুতদের কাছ থেকে তথ্য সংগ্রহ করেন। ফ্রান্সের এই দলের সঙ্গে উত্তরবঙ্গ বন্যপ্রাণী বিভাগের বনপাল ভাস্কর জেভি, গরুমারা ও জলপাইগুড়ি বনবিভাগের দুই ডিএফও দ্বিজপ্রতীম সেন, বিকাশ ভি, গরুমারা সাউথ রেঞ্জের রেঞ্জার সুদীপ দে ছাড়াও বন দপ্তরের অন্যান্য আধিকারিকরা উপস্থিত ছিলেন। মেদলার পর, গরুমারা যাত্রা প্রসাদ নজর মিনার হয়ে এই প্রতিনিধি দলটি বিকেলে চলে আসে গরুমারার ধূপঝোরা এলিফ্যান্ট ক্যাম্পে। সেখানে বন দপ্তরের আধিকারিকরা এই প্রতিনিধি দলকে কুনকি হাতির পিঠে চাপিয়ে জঙ্গলের আনাচে-কানাচে ঘোরান। এখান থেকে ফিরে তাঁরা স্থানীয় আদিবাসী নৃত্যগোষ্ঠীর নৃত্যও উপভোগ করেন। সেইসাথে কথা বলেন জয়েন্ট ফরেস্ট ম্যানেজমেন্ট কমিটির সদস্যদের সঙ্গেও। ভবিষ্যতে গরুমারার উন্নয়নে তাঁরা সহযোগিতা করবেন বলে আশ্বাস দিয়েছেন বলে বনদপ্তর সূত্রে জানা গিয়েছে।

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Apr 29 2024, 11:51

लोकसभा चुनावः दूसरे फेज में पहले से भी कम रही वोटिंग, क्या है वजह और इस ट्रेंड का किस पर पड़ेगा असर?

#voting_percentage_low_in_india

देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। सात चरणों में होने वाले चुनाव के दो चरण की वोटिंग पूरी हो चुकी है। कुल 543 सीटों में से 190 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। 19 अप्रैल को पहले चरण में 102 सीटों पर वोटिंग हुई। इनमें औसत मतदान 65.5% रहा, जो 2019 में इन्हीं सीटों के औसत वोटर टर्नआउट से 4.4% कम है। वहीं, 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 88 सीटों पर 61% वोटिंग हुई, जो 2019 के मुकाबले 7% कम है। दोनों चरण में इस बार मतदान घटने का ट्रेंड साफ तौर पर दिख रहा है।गिरते वोट प्रतिशत ने सभी दलों को बेचैन कर दिया है।

लोकसभा चुनाव के पहले चरण की तरह दूसरे चरण में भी वोटिंग 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले कम हुई है। पहले चरण में 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर 64 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। जबकि पिछले लोकसभा चुनाव में उन सीटों पर भी 70 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुए थे। ऐसे ही इस बार दूसरे चरण में 13 राज्यों की 88 लोकसभा सीटों पर करीब 63 फीसदी वोट पड़े। यह 2019 के लोकसभा चुनाव में 70.09% मतदान के मुकाबले काफी कम रहा। यूपी, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे बड़े राज्यों में वोटिंग उम्मीद से काफी कम रही। यूपी में 54.85%, बिहार में 55.08% , महाराष्ट्र में 57.83% , एमपी में 57.88 % वोटिंग हुई। सबसे अधिक वोट त्रिपुरा, मणिपुर, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में पड़े।त्रिपुरा और मणिपुर में मतदान प्रतिशत सबसे अधिक - 75 प्रतिशत से अधिक रहा। पहले चरण में भी दोनों राज्यों में अपेक्षाकृत अधिक मतदान हुआ।

वोट करने के लिए लोगों के घरों से बाहर नहीं निकलने को लेकर राजनीतिक दलों को साथ-साथ चुनाव आयोग की भी चिंता बढ़ा दी है। खासकर हिंदी भाषी राज्यों में तो मतदाता वोटिंग को लेकर जैसे नीरस हो गए हैं। पूरे उत्तर भारत में इन दिनों मौसम का तापमान काफी बढ़ गया है। लू और गर्म हवाओं ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त किया हुआ है। लोगों के वोट करने को लेकर घर से बाहर नहीं निकलने की ये भी एक वजह बताई जा रही है। वहीं चुनाव में विपक्षी पार्टियों की कम सक्रियता से भी कम वोटिंग प्रतिशत को जोड़कर देखा जा रहा है।

मौसम विभाग का कहना है कि इस साल अप्रैल से जून तक देश के अधिकांश हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। विशेष रूप से मध्य भारत और पश्चिमी प्रायद्वीपीय भारत में इस बार अधिक गर्मी पड़ेगी। लोकसभा चुनाव के दो चरण पूरे हो चुके हैं। अब 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को क्रमश: तीसरा, चौथे, पांचवे, छठे और सातवें चरण का चुनाव होना है। इस दौरान देश के अधिकतर हिस्सों में गर्मी के साथ लू का असर बना रहेगा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के मुताबिक लोकसभा चुनाव के दौरान, लगभग 72% निर्वाचन क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 35°C या इससे अधिक हो सकता है। विशेष रूप से, 59 सीटों पर 40-42 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान का सामना करना पड़ सकता है। जबकि 194 सीटों पर 37.5-40 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान देखा जा सकता है।

हालांकि, एक्सपर्ट का मानना है कि मौसम के साथ ही विपक्षी दलों की कम सक्रियता भी वोटिंग प्रतिशत में कमी की एक वजह है। इसके अलावा आजकल जमीन से अधिक प्रचार सोशल मीडिया पर ही चल रहा है। इससे भी वोटिंग में पहले जैसा उत्साह नहीं दिख रहा है। कई लोगों का मानना है कि बीजेपी वोटरों और कार्यकर्ताओं के बीच अति आत्मविश्वास भी कम वोटिंग की वजह हो सकता है। उनको लग रहा है कि चुनाव परिणाम तो लगभग तय ही है। दूसरी तरफ आएगा तो मोदी ही, नारे विपक्षी मतदाताओं में उत्साह कम हो सकता है। इसके अलावा राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राजपूत/जाट जैसे जाति समूहों का असंतोष भी कम वोटिंग की वजह हो सकती है।

अब सवाल है कि इस बार कम वोटिंग परसेंटेज से किसे नुकसान होने वाला है।कुछ जानकारों का कहना है कि कम मतदान से सत्ताधारी दलों को फायदा हो सकता है, क्योंकि लोगों की सोच होती है कि सरकार अच्छा काम कर रही है और वो बदलाव नहीं चाहते। इसीलिए वो वोट के लिए घर से बाहर नहीं निकलते।पिछले 12 में से 5 चुनावों में वोटिंग प्रतिशत कम हुए हैं और इनमें से चार बार सरकार बदली है। 1980 के चुनाव में मतदान प्रतिशत कम हुआ और जनता पार्टी को हटाकर कांग्रेस ने सरकार बनाई। वहीं 1989 में मत प्रतिशत गिरने से कांग्रेस की सरकार चली गयी। केंद्र में बीपी सिंह के नेतृत्व में सरकार बनी। 1991 में भी मतदान में गिरावट के बाद केंद्र में कांग्रेस की वापसी हुई। हालांकि 1999 में वोटिंग प्रतिशत में गिरावट के बाद भी सत्ता नहीं बदली। वहीं 2004 में एक बार फिर मतदान में गिरावट का फायदा विपक्षी दलों को मिला।

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Apr 26 2024, 19:14

दूसरे चरण की वोटिंग खत्म, बंगाल में 5 बजे तक 72 फीसदी वोटिंग, यूपी-बिहार में 53 प्रतिशत मतदान

#loksabhaelection2024phase2voting

18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए सेकेंड फेज की 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर वोटिंग का समय शाम 6 बजे खत्म हो गया। 5 बजे तक त्रिपुरा में सबसे ज्यादा करीब 76.23% वोटिंग हुई। महाराष्ट्र, बिहार और उत्तर प्रदेश मे सबसे कम 53% के आसपास मतदान हुआ। आम चुनाव के लिए दूसरे दौर के मतदान में केरल की सभी 20 सीटों, कर्नाटक की 28 सीटों में से 14 सीटों, राजस्थान की 13 सीटों, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की आठ-आठ सीटों, मध्य प्रदेश की छह सीटों और पांच-पांच सीटों पर मतदान हुआ।

शाम पांच बजे तक का मतदान प्रतिशत

 

राज्य शाम पांच बजे तक मतदान %   

असम 70.66

बिहार 53.03

छत्तीसगढ़ 72.13

जम्मू् कश्मीर 67.22

कर्नाटक 63.90

केरल 63.97

मध्य प्रदेश 54.58

महाराष्ट्र 53.51

मणिपुर 76.06

राजस्थान 59.19

त्रिपुरा 76.23

यूपी 52.64

पश्चिम बंगाल 71.84

WestBengalBangla

Apr 24 2024, 08:52

না মাটি, না পাথর, না কাঠ.. 8.5 ফুট উঁচু এবং 350 কেজি ওজনের বজরংবলীর মূর্তি বসছে গুজরাটের গোধরায়
#Bajrangbali _idol _in _Godhra Gujarat

এসবি নিউজ ব্যুরো: মধ্যপ্রদেশের ইন্দোরের শিল্পী স্ক্র্যাপ মেটাল থেকে হনুমানজির অনন্য মূর্তি তৈরি করছেন। গতকাল  সারাদেশে পালিত হয়েছে হনুমান জন্মোৎসব। সকাল থেকেই হনুমানজির মন্দিরে ভক্তদের উপচে পড়া ভিড় লক্ষ্য করা যায়। জানা গিয়েছে,8.5 ফুট উঁচু এবং 350 কেজি ওজনের বজরংবলী মূর্তি তৈরি হচ্ছে সম্পূর্ণ স্ক্র্যাপ মেটালে। ইন্দোরের শিল্পী দেবল ভার্মার তৈরি এঈ মূর্তিটি আগামী মাসে গুজরাটের গোধরায় স্থাপন করা হবে। দেবাল ভার্মা বলেন, 'আমরা গত 7-8 বছর ধরে স্ক্র্যাপ-মেটাল আর্ট নিয়ে কাজ করছি। আমরা স্ক্র্যাপ ধাতু থেকে প্রত্নবস্তু তৈরি সহ অর্ডার অনুযায়ী মূর্তি তৈরি করুন। গোধরা থেকে একটা অর্ডার এসেছিল। সাধারণত ক্লায়েন্ট আমাদের স্থান দেখায় এবং সেখানে কী থাকা উচিত সে সম্পর্কে পরামর্শ চায়।তাকে ঈশ্বরের মূর্তি স্থাপন করতে বলা হয়েছিল। তারা আমাদের কাছে জানতে চেয়েছিল কোন মূর্তি তৈরি করা উচিত এবং কীভাবে তৈরি করা উচিত। আমরা তাকে হনুমানজির মূর্তি বসানোর পরামর্শ দিয়েছিলাম। তারপর হনুমানজির মূর্তির নকশা করি।" দেবল ভার্মা আরও বলেন, 'প্রথমত, এটি বজরঙ্গবলীর মূর্তি এবং আমরা স্ক্র্যাপ থেকে কাজ করছি। মানে এটি শুধুমাত্র স্ক্র্যাপ থেকে তৈরি করা উচিত ছিল। কিন্তু এটি এমন ছিল, আমরা সাধারণত যা করি তার থেকে ভিন্ন কিছু করতে হয়েছে ।তার মানে আমরা মূর্তিটা একটু অন্যরকম করব। আমরা এটিতে প্রচুর পিতল এবং স্টেইনলেস স্টিল রাখি। ডিজাইন করতে  2-3 মাস লেগেছে বজরঙ্গবলীজির এই মূর্তিটি ডিজাইন করতে আমাদের 2-3 মাস লেগেছে। প্রস্তাবনা-মাত্রা নকশা সেট. নকশা চূড়ান্ত হওয়ার পর, আমরা মূর্তিটি যে উপাদান থেকে তৈরি করা হবে তা অনুসন্ধান শুরু করেছি। স্ক্র্যাপ খুঁজে পেতে অনেক সময় লাগে। মূর্তিটিতে আছে পিতলের প্যান, প্লেট এবং স্টেইনলেস স্টিলের পাইপ। এসএস শিটও স্থাপন করা হয়। গাড়ির স্প্রিং এবং গিয়ার বিয়ারিং বিভিন্ন ধরনের স্ক্র্যাপ থেকে তৈরি করা হয়। হনুমান চালিসা হনুমানজির মূর্তি বানাতে আমরা হনুমান চালিসার অনুবাদও করেছি। তাদের বৈশিষ্ট্য কি? যেমন, 'কান্ধে মুঞ্জ জেনেউ সাজাই', অর্থাৎ কীভাবে পবিত্র সুতো পরানো হয়। তাহলে কানে দুল কেন? সে রকম ডিটেইলিং করা হয়েছে। প্রায়ই বলেন কথিত আছে, শ্রী রাম জানকী বজরঙ্গবলী জির বুকে বসে আছেন। তাই আমরা একটি অনুরূপ স্কেচ তৈরি করেছি, ডিজিটালভাবে এটি পিতলের মধ্যে খোদাই করেছি, একটি দুল তৈরি করে তার বুকে স্থাপন করেছি। এই ধরনের ডিটেইলিং করা হয়েছে। হনুমানজির মূর্তি তৈরির ক্ষেত্রে সবচেয়ে বড় চ্যালেঞ্জটি হল বজরঙ্গবলী জির শরীর একেবারে সুস্থ। হনুমানজি শক্তিশালী। সেই সঙ্গে হনুমানজির মুখও খুব কোমল। মুখে সেই স্নিগ্ধতা ওভদ্রতা আনা ছিল একটি বড় চ্যালেঞ্জ। স্টেইনলেস স্টিল, ব্রাস, মাইল্ড স্টিল ব্যবহার করা হয়েছে। উদাহরণস্বরূপ, যদি এটি একটি পিতলের প্লেট হয় তবে এটি কোথায় ব্যবহার করা হবে এবং কীভাবে এটি ব্যবহার করা হবে তা কেটে কেটে লাগানো হয়েছে। মূর্তিটি তৈরি করতে কত সময় লেগেছে? বজরংবলী জির এই মূর্তিটি তৈরি করতে মোট 1 বছর সময় লেগেছে। ডিজাইন থেকে উপাদান সংগ্রহ থেকে চূড়ান্ত উত্পাদন পর্যন্ত। অর্ডারটি গত ফেব্রুয়ারিতে আমাদের কাছে এসেছিল এবং চলতি বছরের মার্চে মূর্তিটি তৈরি হয়। এই মূর্তি তৈরিতে আমাদের ৪ জনের দল কাজ করেছে। আমি দেবল ভার্মা, চিফ মেকানিক্যাল ইঞ্জিনিয়ার ফাইজান খান, চিফ ওয়েল্ডার রাজেশ ঝা এবং হেল্পার অর্জুন। ইন্দোরে আমাদের ডিজাইন স্টুডিওতে এই মূর্তিটি তৈরি করা হয়েছে। গোধরায় বাসস্ট্যান্ডের কাছে শ্রীসারভাত রেস্তোরাঁয় এই মূর্তি স্থাপন করা হবে। এই মূর্তি তৈরি করার সময় হনুমানজির সামনে সবচেয়ে বড় চ্যালেঞ্জ ছিল আবেগ আনতে হয়েছে। কারণ, স্ক্র্যাপ উপাদান থেকে কিছু তৈরি করা এবং তার মধ্যে অভিব্যক্তি আনা সবচেয়ে চ্যালেঞ্জিং কাজ। লোকেরা যখন এই মূর্তিটি দেখে, তখন তাদের মনে হয় যেন বজরঙ্গবলী জি তাদের দেখছেন। মানুষ আমাদের তাই বলেছে। প্রিভিউ দেখে অনেকেই বজরঙ্গবলীজির মূর্তির সামনে কেঁদেছিলেন। হনুমানজির দাড়িতে স্টেইনলেস স্টিলের তার লাগানো আছে। গদাটি পিতলের মাথা দিয়ে তৈরি। মুকুট উপর ঘূর্ণিত। নিচে চশমা পিতলের তৈরি। মুকুটের পিছনে সেলাই মেশিনের চাকা।

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Apr 19 2024, 20:09

लोकसभा चुनाव 2024 :पहले फेज का मतदान खत्म, जानिए कहां हुई कितने प्रतिशत वोटिंग

#oksabhaelection2024firstphasevoting

लोकसभा चुनाव का पहला चरण शुक्रवार को संपन्न हो गया। हालांकि अभी फाइनल प्रतिशत आना बाकी है।पहले चरण में 102 सीटों पर मतदान हुआ। इसके साथ ही 8 केंद्रीय मंत्रियों व विपक्ष के कई बड़े नेताओं की किस्मत का फैसला वोटिंग मशीन में बंद हो गया। इन 102 सीटों पर कुल 1,625 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। चुनाव आयोग के मुताबिक पहले चरण के मतदान के लिए देश भर में 1.87 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे। इन मतदान केद्रों पर कुल 16.63 करोड़ से अधिक मतदाता थे।

शाम पांच बजे तक करीब 60% मतदान

पहले चरण में जिन सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें तमिलनाडु की सभी 39 सीटें, राजस्थान की 12, उत्तर प्रदेश की आठ, मध्य प्रदेश की छह, उत्तराखंड की सभी पांच, महाराष्ट्र की पांच, असम और बिहार की चार-चार, पश्चिम बंगाल की तीन, मणिपुर, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश की दो-दो, छत्तीसगढ़, मिजोरम और त्रिपुरा की एक-एक सीट शामिल है।चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, शाम पांच बजे तक 102 सीटों पर करीब 60% मतदान दर्ज किया गया है। तीन बजे तक 49.78% मतदान दर्ज किया गया था। 

राज्यवार पांच बजे तक का मतदान प्रतिशत

अंडमान और निकोबार: 56.87%

अरुणाचल प्रदेश: 63.26 %

असम: 70.77 %

बिहार: 46.32 %

छत्तीसगढ़: 63.41 %

जम्मू और कश्मीर: 65.08%

लक्षदीप: 59.02 %

मध्य प्रदेश: 63.25 %

महाराष्ट्र: 54.85 %

मणिपुर: 67.46 %

मेघालय: 69.91 %

मिजोरम: 52.62 %

नागालैंड: 55.75 %

पुडुचेरी: 72.84 %

राजस्थान: 50.27 %

सिक्किम: 67.58 %

तमिलनाडु: 62.02 %

त्रिपुरा: 76.10 %

उत्तर प्रदेश: 57.54 %

उत्तराखंड: 53.56 %

पश्चिम बंगाल: 77.57