FirstReporter

Jun 01 2024, 11:58

Pakistan test 2 - edited
Ahead of 4th June, Additional Advocate General (Govt lawyer) of Pakistan admits in Islamabad High Court that "POK is a foreign territory"GOVT LAWYER- Kashmiri Poet Ahmed Farhad cannot be presented before the Islamabad court because POK is not ours but a foreign territory.JUDGE - If POK is a foreign territory, then how did the Pakistani Rangers enter there from PakistanBIG confession of Pakistan. Big boost to India

WestBengalBangla

Jun 01 2024, 08:24

পাকিস্তানের বড় স্বীকারোক্তি, কাশ্মীরকে বিদেশী ভূখণ্ড বলা
#pakistan_acknowledged_that_kashmir_is_foreign_territory


এ এন আই: কাশ্মীর নিয়ে বিশ্ব মঞ্চে ভারতকে হেয় করার সব সময় চেষ্টা করেছে পাকিস্তান। অবশেষে পাকিস্তান PoK সম্পর্কিত সত্য স্বীকার করেছে। ইসলামাবাদ হাইকোর্টে পাকিস্তানের একজন সরকারি আইনজীবী যা বলেছেন তা ভারতের জন্য সুখবর। বাকি বিশ্বের জন্য এটি একটি চমকপ্রদ খবর পাকিস্তান স্বীকার করেছে যে পিওকে বিদেশী অঞ্চল এবং পাকিস্তানের অংশ নয়। পাকিস্তান-অধিকৃত কাশ্মীরের (পিওকে) একজন কবি ও সাংবাদিক আহমেদ ফরহাদ শাহ প্রায় দুই সপ্তাহ আগে নিখোঁজ হয়েছিলেন। তার নিখোঁজের বিষয়ে তার পরিবার আদালতে গেলে তারা জানতে পারে সে পুলিশ হেফাজতে রয়েছে। এরপর ইসলামাবাদ হাইকোর্টে যায় তার পরিবার। শুক্রবার ইসলামাবাদ হাইকোর্টে এই মামলার শুনানি ছিল। শুনানির সময়, সরকারের পক্ষে উপস্থিত আইনজীবী পিওকে একটি বিদেশী অঞ্চল হিসাবে সম্বোধন করেছিলেন এবং পাকিস্তানের অংশ নয় বলেন। সরকারী আইনজীবী ইসলামাবাদ থেকে অপহৃত কবি আহমেদ ফরহাদ সম্পর্কে সরকারের পক্ষে ছিলেন, যখন তিনি বলেছিলেন যে তিনি ২ জুন পর্যন্ত 'আজাদ কাশ্মীরে' রিমান্ডে থাকবেন। সরকারী আইনজীবী বলেছেন যে তাকে ইসলামাবাদ আদালতে হাজির করা যাবে না কারণ আজাদ কাশ্মীর আমাদের নয়, একটি বিদেশী দেশ। আদালতের বাইরে সাংবাদিকদের সঙ্গে আলাপকালে আহমেদ ফরহাদ শাহের আইনজীবীরা এ তথ্য জানান। সরকারী আইনজীবীর দাবিতে হাইকোর্টও বিস্মিত হয়ে বলেছে যে "আজাদ কাশ্মীর" যদি একটি বিদেশী অঞ্চল হয়, তাহলে পাকিস্তান থেকে এখানে পাকিস্তানি রেঞ্জাররা কীভাবে প্রবেশ করল। এছাড়াও, বুধবার ইসলামাবাদ হাইকোর্টকে জানানো হয়েছিল যে নিখোঁজ কবি ও সাংবাদিক আহমেদ ফরহাদ শাহ আজাদ কাশ্মীরের ধীরকোট পুলিশের হেফাজতে রয়েছেন।

WestBengalBangla

May 24 2024, 11:34

লোকসভা নির্বাচনের মধ্যে, ভারতের সাথে PoK-এর একীকরণের বিষয়ে আলোচনা তীব্রতর হয়েছে, প্রশ্ন তৃতীয়বারের মতো বিজেপির প্রত্যাবর্তন থেকে কি কোন সমাধা
#pok_will_part_of_india_bjp_claims


এ এন আই: ভারত সরকার যেভাবে 370 ধারা বাতিল করে জম্মু ও কাশ্মীর ও লাদাখের দুটি কেন্দ্রশাসিত অঞ্চল তৈরি করেছে, ঠিক একইভাবে পরবর্তী ধাপে পাকিস্তান অধিকৃত জম্মু ও কাশ্মীরকে (পিওকে) ভারতের সঙ্গে একীভূত করার আলোচনা গতি পাচ্ছে। বিশেষ করে লোকসভা নির্বাচনের এই পরিবেশে বিজেপির অনেক বড় নেতা এ নিয়ে বিবৃতি দিয়েছেন।হয়। সম্প্রতি, কেন্দ্রীয় মন্ত্রী অমিত শাহ বলেছেন, পিওকে ভারতের একটি অংশ এবং আমরা এটি গ্রহণ করবো। বিদেশমন্ত্রী ড. এস. জয়শঙ্কর বলছেন, পাকিস্তান অধিকৃত কাশ্মীর অর্থাৎ পিওকে ভারতের একটি অংশ এবং সবসময়ই থাকবে। উত্তরপ্রদেশের মুখ্যমন্ত্রী যোগী আদিত্যনাথ এবং আসামের মুখ্যমন্ত্রী হিমন্ত বিশ্বাসের মতো নেতারাও পাক অধিকৃত কাশ্মীর নিয়ে ক্রমাগত বক্তব্য দিচ্ছেন এখন পাকিস্তানের পক্ষে পাকিস্তান অধিকৃত কাশ্মীরকে বাঁচানো কঠিন হবে।দেখবেন, নির্বাচনের পর মোদিজি তৃতীয়বারের মতো প্রধানমন্ত্রী হন, আগামী ছয় মাসের মধ্যে দেখবেন পাক-অধিকৃত কাশ্মীরও ভারতের অংশ হয়ে যাবে। বিজেপি নেতাদের এইসব বক্তব্যের পর প্রশ্ন উঠছে পাক অধিকৃত কাশ্মীরকে ভারতের সঙ্গে একীভূত করতে ভারত কী পদক্ষেপ নিয়েছে? দেশের নরেন্দ্র মোদি সরকার সেদিকেই চেষ্টা শুরু করেছে। ভারতের সংসদএ বিষয়ে প্রস্তাব করা হয়েছে। 2014 সালের আগে কংগ্রেস সরকারগুলি এই বিষয়ে নীরবতা বজায় রেখেছিল, কিন্তু আজকের মোদী সরকার গত 10 বছর ধরে এই বিষয়ে ক্রমাগত আক্রমণাত্মক অবস্থান গ্রহণ করছে। এই কারণেই প্রধানমন্ত্রী মোদীর সাথে তাঁর সমস্ত নেতারা 'এবার 400 পার হবে... পিওকে আমাদের' স্লোগান তুলে এক কণ্ঠে তাদের অবস্থান স্পষ্ট করেছেন। একই সঙ্গে পিওকে নিয়ে সরকারের ভবিষ্যত পদক্ষেপের বিষয়ে।ইতিমধ্যেই প্রতিরক্ষামন্ত্রী রাজনাথ সিং তার মতামত জানিয়েছেন। এই প্রশ্নে সংবাদ সংস্থা আইএএনএস-এর সঙ্গে বিশেষ কথোপকথনে রাজনাথ সিং বলেছিলেন, পিওকে আমাদের ছিল, আছে এবং থাকবে। আমি মনে করি তার অবস্থা ভবিষ্যতে আসবে না। পিওকে-র লোকেরা নিজেরাই এগিয়ে আসবে এবং দাবি করবে যে তারা ভারতের সাথে যেতে চায়। জম্মু ও কাশ্মীরের যেভাবে উন্নয়ন হচ্ছে এবং যেভাবে আন্তর্জাতিক বিশ্বে ভারতের মর্যাদা বৃদ্ধি পেয়েছে তাতে ভারতের মর্যাদাআমাদের দেশের অর্থনীতি এত দ্রুত গতিতে বৃদ্ধি পাচ্ছে যে আজ আমরা বিশ্বের শীর্ষ পাঁচটি দেশে পৌঁছেছি, যা আগে ছিল ১১তম অবস্থানে। রাজনাথ সিংয়ের এই বক্তব্য এমন সময় এসেছে যখন পাক-অধিকৃত কাশ্মীরে সরকারবিরোধী বিক্ষোভ চলছে, আসলে পাকিস্তান থেকেই আওয়াজ উঠছে যে, কাশ্মীর কখনোই পাকিস্তান হতে চায় না -অধিকৃত কাশ্মীর নিজেদের স্বাধীনতারদাবি করছে। গত ১০ বছরে সেখানকার জনগণ পাকিস্তানি সেনাবাহিনী ও পুলিশের বিরুদ্ধে আগ্রাসী অবস্থান গ্রহণ করেছে। আগে সন্ত্রাসী শিবিরের কারণে লোকজন কম সোচ্চার ছিল। কিন্তু ভারত সীমান্তের ওপারে ক্যাম্পগুলো ধ্বংস করলে সেখানকার মানুষের মনোবল বেড়ে যায়। এখন পরিস্থিতি এমন যে PoK তে পাকিস্তানের বিরুদ্ধে ক্ষোভ ও ক্ষোভ চরমে পৌঁছেছে পাকিস্তান সরকার পিওকেতে চলমান সহিংস বিক্ষোভে।

India

May 23 2024, 20:10

लोकसभा चुनाव के बीच पीओके को भारत में मिलाने की चर्चा तेज, क्या तीसरी बार बीजेपी की वापसी से निकलेगा कोई हल

#pok_will_part_of_india_bjp_claims

भारत सरकार ने जिस तरह आर्टिकल 370 निरस्त कर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शासित प्रदेश बनाए, उसी तरह अब अगले कदम में पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoK) को भारत में मिलाने की चर्चा जोर पकड़ने लगी है। खासकर लोकसभा चुनाव के इस माहौल में बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने इसको लेकर बयान दिया है। 

हाल ही में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीओके भारत का हिस्सा है और हम इसे लेकर रहेंगे।विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर भी कह रहे हैं कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर यानी पीओकेभारत का हिस्सा है और हमेशा रहेगा। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और असम के सीएम हिमंता बिस्वा जैसे नेता भी पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर पर लगातार बयान दे रहे हैं।अब तो पाकिस्तान को पाक अधिकृत कश्मीर को बचाना मुश्किल हो रहा है।आप देखना चुनाव के बाद मोदी जी को तीसरा बार प्रधानमंत्री बनने दीजिए, अगले छह महीने के अंदर आप देखेंगे कि पाक अधिकृत कश्मीर भी भारत का हिस्सा होगा।

बीजेपी नेताओं की ओर से की जा रही इन बयानबाजियों के बाद सवाल ये उठ रहे हैं कि भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत में मिलाने के लिए क्या कदम उठाया है। देश की नरेन्द्र मोदी सरकार ने इस दिशा में अपनी कोशिशें शुरू कर दी हैं। भारत की संसद में इस पर प्रस्ताव रखा जा चुका है। 2014 के पहले की कांग्रेस सरकारों ने भले ही इस पर चुप्पी साध रखी हो लेकिन आज की मोदी सरकार इसे लेकर पिछले 10 सालों से लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है। यही वजह है कि पीएम मोदी के साथ उनके सारे नेता एक सुर में 'अबकी बार 400 पार का नारा... POK हमारा' का नारा लगाकर अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं।

वहीं, पीओके को लेकर भविष्य में सरकार की ओर से कार्रवाई को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पहले ही अपनी बात रख चुके हैं। समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में इस सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा था, पीओके हमारा था, है और रहेगा। मुझे लगता है कि आगे उसकी नौबत नहीं आएगी। पीओके के लोग सामने आकर खुद मांग करेंगे कि हम भारत के साथ जाना चाहते हैं। जिस तरीके से जम्मू-कश्मीर का विकास हो रहा है और जिस तरीके से अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत का कद ऊंचा हुआ है, भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है और हमारे देश की अर्थव्यवस्था जितनी तेजी से आगे बढ़ रही है, आज हम दुनिया के देशों में टॉप पांच में पहुंच गए हैं, जो पहले 11वें स्थान पर थे।

राजनाथ सिंह का ये बयान तक आया, जब पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में विरोधी प्रदर्शन चल रहे हैं।दरअसल पाकिस्तान से ही आवाज उठ रही है कि कश्मीर कभी पाकिस्तान नहीं बनना चाहता।बलूचिस्तान के लोगों के साथ ही पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर की जनता भी खुद की आजादी की मांग कर रही है। बीते 10 सालों में वहां के लोग पाकिस्तानी फौज और पुलिस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। आतंकवादी कैंपों के चलते पहले लोग कम मुखर थे। लेकिन भारत ने जब सीमापार के कैंप तबाह किए तो वहां के लोगों का हौसला बढ़ा है। अब हालात ये हैं कि पीओके में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश और गुस्सा चरम पर है।पीओके में जारी हिंसक प्रदर्शनों से पाकिस्तान सरकार हिल गई है।

India

May 14 2024, 20:57

PoK में आधी रात को लगे ‘आजादी’ के नारे, अब तक 3 की मौत..इंडियन आर्मी से लोग लगा रहे मदद की गुहार





पाक अधिकृत कश्मीर में चौथे दिन भी हिंसक झड़पें जारी हैं। PoK की सड़कों पर आधी रात को आजादी के नारे लगे हैं तो गलियां धूं-धूं करके जलती नजर आ रही हैं। मंगलवार की सुबह PoK के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं।


हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। PoK में हिसंक हुए विरोध प्रदर्शन का आज चौथा दिन है। वहीं PoK से हिंसा के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, जिनमें लोग आजादी के लिए आवाज बुलंद करते नजर आ रहे हैं।

PoK में लगे आजादी के नारे

PoK में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कोई नई बात नहीं है। हालांकि शुक्रवार को ये प्रदर्शन हिंसा में तब्दील हो गया। अब तक एक पुलिस अफसर समेत 3 लोगों की जान चली गई तो 100 से भी ज्यादा लोग घायल हैं। पिछले चार दिनों से PoK के लोग आजादी की मांग कर रहे हैं। ऐसे में आधी रात को भी पीओके में आजादी के नारे लग रहे थे, जिसका वीडियो काफी वायरल हो रहा है।

भारतीय सेना से की गई मदद की मांग

PoK में लगातार बढ़ रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन के सामने पाकिस्तान सरकार ने भी घुटने टेक दिए हैं। पाक सरकार ने PoK के लिए फंड के रूप में 23 अरब रुपए जारी किए हैं। मगर पाकिस्तानी सरकार का ये कदम PoK पर मरहम लगाने के लिए काफी नहीं है। PoK की गलियों पर बमबारी और गोलीबारी की घटनाएं हो रहीं हैं, जिन्हें देखने के बाद कई लोग भारतीय आर्मी से एक्शन लेने की मांग कर रहे हैं। खासकर कश्मीर में बैठे लोग PoK में अपने कश्मीरी भाईयों को आजादी दिलाने के लिए भारतीय सेना से मदद की गुहार लगा रहे हैं।


आवामी एक्शन कमेटी ने रखी मांग

PoK में चौथे दिन भी चक्का जाम जारी है। इसी बीच आवामी एक्शन कमेटी ने पाकिस्तान सरकार के सामने कई मांगें रखी हैं। इन मांगों में मंगला बांध से टैक्स फ्री बिजली समेत गेहूं के आटे पर सब्सीडी जैसी चीजें शामिल हैं। बता दें कि मुजफ्फराबाद ददयाल और  मीरपुर सहित पीओके की कई जगहों पर प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच में हिंसक झड़पें देखने को मिल रही हैं।

WestBengalBangla

May 14 2024, 06:54

মুজাফফরাবাদে চলতি বিক্ষোভের মধ্যে জয়শঙ্করের বড় বক্তব্য, একদিন আমরা পিওকে অবৈধ দখলের অবসান ঘটাব
#s_jaishankar_gave_a_strong_message_to_pakistan


এ এন আই: ক্রমবর্ধমান মূল্যস্ফীতি এবং বিদ্যুতের দাম নিয়ে পাকিস্তান-অধিকৃত কাশ্মীরে (পিওকে) টানা চতুর্থ দিনের মতো বিক্ষোভ অব্যাহত রয়েছে। রবিবার, পিওকে সরকারের সঙ্গে জম্মু ও কাশ্মীর আওয়ামী অ্যাকশন কমিটির আলোচনা ব্যর্থ হয়েছে। এই কারণে,JAAC-এর নেতৃত্বে বিক্ষোভকারীরা রাওয়ালাকোট থেকে PoK এর রাজধানীতে চলে গেছে।মুজাফফরাবাদ পর্যন্ত লংমার্চ। পররাষ্ট্রমন্ত্রী এস জয়শঙ্কর সোমবার বেআইনিভাবে দখলকৃত এলাকা একীভূত করার বিষয়ে ভারতের অবস্থান পুনর্ব্যক্ত করেছেন এবং বলেছেন যে একদিন আমরা PoK-এর অবৈধ দখলের অবসান ঘটাব এবং PoK ভারতে যোগ দেবে।পররাষ্ট্রমন্ত্রী এস জয়শঙ্কর আবার বলেছেন যে পাকিস্তান অধিকৃত জম্মু ও কাশ্মীর (পিওকে) আগেও ভারতের ছিল, আজও।এটি ভারতেরও অন্তর্গত এবং ভবিষ্যতেও ভারতেরই থাকবে। তিনি স্পষ্টভাবে বলেছেন যে পাকিস্তান অবৈধ দখল করেছে এবং ভারত তা মুক্ত করতে প্রতিশ্রুতিবদ্ধ। জয়শঙ্কর বলেন, 'পিওকে ভারতের অংশ ছিল, আছে এবং থাকবে।' মুম্বাইয়ের ন্যাশনাল স্টক এক্সচেঞ্জে (এনএসই) ইন্ডিয়ান ক্যাপিটাল মার্কেট 'রোডম্যাপ ফর ডেভেলপড ইন্ডিয়া' শীর্ষক সেমিনারে সাংবাদিকদের সাথে আলাপকালে তিনি এসব কথা বলেন। তিনি আরও জোর দিয়ে বলেন, ভারতের ডনীতিটি পরিষ্কার - PoK এর অবৈধ দখলকে সরিয়ে দিতে হবে এবং এটি ভারতের সাথে একীভূত করতে হবে। বিরোধী দলগুলোরও কি PoK নিয়ে একই মত আছে? এই প্রশ্নে জয়শঙ্কর বলেন, বিরোধীরা উল্টো দিকে এগোচ্ছে। পররাষ্ট্রমন্ত্রী বলেন, 'আমাদের উদ্দেশ্য দৃঢ় যে একদিন পিওকে থেকে অবৈধ দখলদারিত্ব দূর হবে এবং এটি ভারতের সাথে একীভূত হবে। আমাদের জানিয়ে দেওয়া যাক যে পাকিস্তান অধিকৃত জম্মু ও কাশ্মীরে নিত্যপ্রয়োজনীয় জিনিসপত্রের দাম বৃদ্ধি এবং বিল বৃদ্ধির বিরুদ্ধে।চলমান বিক্ষোভের জেরে পরিস্থিতি থমথমে বিরাজ করছে। নিরাপত্তা বাহিনী ও বিক্ষোভকারীদের মধ্যে সংঘর্ষের পর পাকিস্তান সরকার পরিস্থিতি শান্ত করার চেষ্টা করে। সোমবার পিওকে-তে দুর্দশার বিরুদ্ধে ধর্মঘটের চতুর্থ দিন। বিক্ষোভকারীরা সেখানে অবস্থান শুরু করে এবং মুজাফফরাবাদের দিকে লংমার্চ বের করে।

India

May 13 2024, 15:03

PoK में बिजली और आटे को लेकर फूटा जनता का गुस्सा, पाकिस्तान सरकार की उड़ी नींद


डेस्क : पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में गेहूं के आटे, बिजली की ऊंची कीमतों और अधिक कर के खिलाफ शुरू की गई पूर्ण हड़ताल सोमवार को चौथे दिन भी जारी रही। हड़ताल की वजह से पूरे क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। वहीं, सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़पों के बाद पाकिस्तान सरकार ने स्थिति पर काबू पाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। इससे पहले प्रदर्शन के दौरान हुई झड़पों में कम से कम एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे। घायलों में ज्यादातर पुलिसकर्मी थे।

क्या है मांग

शुक्रवार को पूर्ण हड़ताल की वजह से जनजीवन ठप हो गया। प्रदर्शनकारियों और राज्य सरकार के बीच बातचीत विफल हो जाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक कर सकते हैं। जम्मू कश्मीर संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी (जेएएसी) के सदस्य क्षेत्र में जलविद्युत उत्पादन लागत के अनुसार बिजली की कीमतों को तय करने, गेहूं के आटे पर सब्सिडी और कुलीन वर्ग के विशेषाधिकारों को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।

सरकार पर लगे आरोप

जेएएसी के नेतृत्व में पाक अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में एक लंबा मार्च निकाला गया। जेएएसी कोर कमेटी और क्षेत्र के मुख्य सचिव दाऊद बराच के बीच हुई बातचीत में कोई समाधान ना निकलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने मुजफ्फराबाद की ओर कूच करने का ऐलान किया। रावलकोट के एक प्रदर्शनकारी नेता ने सरकार पर टालमटोल की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया।

पाकिस्तानी अखबार डॉन में प्रकाशित खबर के मुताबिक प्रदर्शनकारी पहले ही कई स्थानों पर कोहाला-मुजफ्फराबाद रोड को बंद कर वहां धरने पर बैठ हुए हैं। खबर में बताया गया कि चौराहों और संवेदनशील स्थानों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। बाजार, व्यापार केंद्र और शैक्षणिक संस्थान बंद हैं, जबकि यातायात सेवाएं ठप्प हैं। मीरपुर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच शनिवार को झड़प होने के बाद रेंजर्स को बुलाया गया।

पीएम बोले- बर्दाश्त नहीं करेंगे

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प पर चिंता जाहिर करते हुए रविवार को कहा, ''कानून को अपने हाथ में लेने को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।" शरीफ ने कहा कि उन्होंने पीओके के तथाकथित प्रधानमंत्री चौधरी अनवारुल हक से बात की है और क्षेत्र के सभी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन पदाधिकारियों को एक्शन कमेटी के नेताओं से बात करने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, ''मैं सभी पक्षों से आग्रह करता हूं कि वो अपनी मांगों के समाधान के लिए शांतिपूर्ण तरीका अपनाएं। विरोधियों के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद उम्मीद है कि मामला जल्द ही सुलझ जाएगा।''

क्या बोले राष्ट्रपति

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सभी से संयम बरतने और बातचीत तथा आपसी परामर्श के माध्यम से मुद्दों को हल करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राजनीतिक दलों, राज्य संस्थानों और क्षेत्र के लोगों को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए ताकि विरोधी अपने लाभ के लिए स्थिति का फायदा ना उठा सकें। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि कानून के अनुसार क्षेत्र के लोगों की मांग को पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह मौजूदा स्थिति से बाहर निकलने का रास्ता तलाशने के लिए प्रधानमंत्री शरीफ से इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे। जरदारी ने वर्तमान स्थिति पर खेद व्यक्त किया रहा कि पुलिस अधिकारी की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है।

आम जनजीवन हो रहा प्रभावित

बता दें कि, प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को पुंछ-कोटली रोड पर एक मजिस्ट्रेट की कार समेत कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। इसके अलावा पूरे क्षेत्र में बाजार, व्यापार केंद्र, कार्यालय, स्कूल और रेस्तरां भी बंद रहे। पीओके के विभिन्न स्थानों में हिंसा होने के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मुजफ्फराबाद में दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया था। क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई थीं।

India

May 12 2024, 17:45

PoK में पाकिस्तानी सरकार के अत्याचार के खिलाफ कश्मीरियों ने शुरु किया विद्रोह, जमकर चली गोलियां

डेस्क: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में पाकिस्तानी सरकार के अत्याचार के खिलाफ कश्मीरियों ने विद्रोह शुरु कर दिया है. ऐसी स्थिति में पीओके में युद्ध जैसे हालात हो गए हैं. शुक्रवार को भारी संख्या में कश्मीरी पाकिस्तान के खिलाफ सड़कों पर उतर आए के लोग प्रदर्शन करते हैं, जिसके बाद पाकिस्तान की सरकार ने कश्मीरियों की आवाज को दबाने के लिए भारी फोर्स तैनात कर दी. इस दौरान कश्मीरियों के ऊपर फायरिंग करने की भी खबरें सामने आई हैं. कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पाकिस्तानी बल रायफल से गोली दाग रहे हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पीओके में पाकिस्तानी सरकार की तरफ से लगाए गए टैक्स और महंगाई के खिलाफ 11 मई को प्रदर्शन होना था. लेकिन पाकिस्तानी शासन ने एक दिन पहले ही भारी संख्या में फोर्स बुलाकर लोगों को हिरासत में लेना शुरु कर दिया, जिसके बाद जनता का गुस्सा भड़क उठा. रिपोर्ट के मुताबिक, बगैर किसी सूचना और वारंट के पाकिस्तान की पुलिस ने विरोध प्रदर्शन रोकने के लिए शुक्रवार को 70 से अधिक लोगों को मीरपुर जिले से गिरफ्तार कर लिया. 

मीरपुर में लगाई गई धारा 144

मीरपुर जिले में हुई भारी संख्या में गिरफ्तारी के बाद पीओके की जनता सड़कों पर उतर आई. इस दौरान सुरक्षा बलों और प्रदर्शन कारियों में काफी तनाव देखने को मिला. गिरफ्तारी के खिलाफ गुस्साए लोगों ने सुरक्षा बलों के ऊपर पत्थर फेंके, इस दौरान कई जगहों पर झड़प हुई. एएनआई के मुताबिक, झड़प के बाद कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है. प्रदर्शन को कुचलने के लिए पाकिस्तान हिंसा का सहारा ले रहा है. प्रांतीय प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त बलों की तैनाती की है, जिसमें पाकिस्तान रेंजर्स और फ्रंटियर कोर के जवानों को भी लगाया गया है.

स्कूल में गिरे आंसू गैस के गोले

पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, जम्मू कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी ने पाकिस्तान के खिलाफ लंबा मार्च निकालने का ऐलान किया था. इसे रोकने के लिए कमेटी के 70 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया. पाकिस्तानी बलों ने बच्चों को भी नहीं बख्शा है. पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं, जो एक स्कूल के अंदर गिरे हैं. इसमें कई लड़कियों के घायल होने की खबर है.

India

May 12 2024, 11:16

Pok में पुलिसकर्मी की पीट-पीटकर हत्या, नागरिक में क्यों भड़का हिंसक विरोध प्रदर्शन?

पीओके में विरोध प्रदर्शन: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में तनाव बरकरार है क्योंकि शनिवार को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प के बाद सामान्य जनजीवन और व्यापार बाधित हो गया है। मुजफ्फराबाद में हिंसा भड़कने के बाद आजाद जम्मू और कश्मीर (एजेके) के मीरपुर में बाजार, स्कूल और कार्यालय लगातार दूसरे दिन बंद रहे। अवामी एक्शन कमेटी (एएसी) ने शुक्रवार को मुद्रास्फीति के खिलाफ पीओके के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई। 10 मई को मुजफ्फराबाद में पहिया जाम और शटर-डाउन हड़ताल ने शहर को ठप कर दिया, साथ ही एएसी ने उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में व्यवधान के खिलाफ और अधिक विरोध प्रदर्शन करने की कसम खाई।

शुक्रवार को एएसी ने उच्च करों, बिजली बिलों और मुद्रास्फीति में अचानक वृद्धि के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध का आह्वान किया। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, झड़पें तब भड़कीं जब पुलिस ने लोगों के घरों और मस्जिदों के आसपास आंसू गैस के गोले दागे। इसके चलते पीओके के कई हिस्सों जैसे समाहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी और हट्टियन बाला में हड़ताल बुलाई गई।

 Pok में क्या हो रहा है?

शुक्रवार को, अवामी एक्शन कमेटी ने बिजली बिलों पर लगाए गए "अन्यायपूर्ण" करों के विरोध में पीओके के मुजफ्फराबाद में शांतिपूर्ण मार्च की एक श्रृंखला का नेतृत्व किया, जिसके कारण मुद्रास्फीति आसमान छू गई। विरोध प्रदर्शन जल्द ही हिंसक हो गया जब इस्लाम गढ़ के पास प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई।

एएसी ने मुजफ्फराबाद में शटर-डाउन और पहिया-जाम विरोध का आह्वान किया, जिससे व्यापार ठप हो गया। पुलिस ने मार्च करने वालों को रोकने के लिए शहर की ओर जाने वाली सड़कों पर बैरिकेड्स लगा दिए, जिससे झड़पें हुईं। बाद में समिति ने शनिवार को हड़ताल का आह्वान किया जब पुलिस ने रात भर की छापेमारी के दौरान कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।

पीओके सरकार ने 10 और 11 मई को इलाके में धारा 144 लागू करते हुए शैक्षणिक संस्थान और कार्यालय बंद कर दिए, वहीं शनिवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के सभी जिलों में हजारों की संख्या में लोग बाहर आ गए।

सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरों में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाते हुए, आंसू गैस का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास करते हुए दिखाया गया है। जियो न्यूज ने बताया कि शुक्रवार को हिंसक झड़प के बाद दर्जनों पुलिस कर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीओके कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना निहत्थे नागरिकों पर गोलीबारी कर रही है और झड़पों में कम से कम दो लोग मारे गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा में एक पुलिस SHO की मौत हो गई, जिसे कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों ने पीट-पीटकर मार डाला।

मिर्जा ने भारत सरकार से हस्तक्षेप का आह्वान करते हुए कहा कि स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है और केंद्र "अलग नहीं रह सकता।" उन्होंने कहा, ''स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है. यह वास्तव में पहले से ही हाथ से बाहर है। और भारत को अब अपना सारा ध्यान पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर पर केंद्रित करना चाहिए और गिलगित-बाल्टिस्तान सहित इस कब्जे वाले क्षेत्र की स्वतंत्रता में मदद और सुविधा प्रदान करनी चाहिए।

WestBengalBangla

May 06 2024, 10:16

'PoK ভারতের সাথে একীভূত হবে' রাজনাথ সিংয়ের বক্তব্যে পরিপ্রেক্ষিতে ফারুক আবদুল্লাহ বলেছেন - 'পাকিস্তান চুড়ি পরে না'

এসবি নিউজ ব্যুরো: প্রতিরক্ষা মন্ত্রী রাজনাথ সিং রবিবার পিটিআই-কে দেওয়া এক সাক্ষাৎকারে বলেছেন যে ভারত কখনই পাকিস্তান-অধিকৃত কাশ্মীর (পিওকে) এর উপর তার দাবি ছাড়বে না। তবে তিনি বলেন, ভারতকে শক্তি প্রয়োগ করে দখল করতে হবে না কারণ জম্মু ও কাশ্মীরের উন্নয়ন দেখে সেখানকার মানুষ পাকিস্তান ছাড়তে চায়। তার বক্তব্যের প্রতিক্রিয়ায় ন্যাশনাল কনফারেন্স নেতা ফারুক আবদুল্লাহ বলেছেন যে পাকিস্তান "চুড়ি পরে না" এবং তার কাছে পারমাণবিক বোমাও রয়েছে। রাজনাথ সিং বলেছেন যে জম্মু ও কাশ্মীরে যেভাবে শান্তি ও উন্নয়ন ফিরে এসেছে, খুব শীঘ্রই পিওকে ভারতের সাথে একীভূত করার দাবি উঠবে। তিনি বলেছিলেন, “পিওকে নিতে আমাদের শক্তি প্রয়োগ করতে হবে না।কারণ মানুষ বলবে ভারতের সাথে মিশে যেতে হবে। এমন দাবি এখন আসছে। PoK ভারতের ভূখণ্ড ছিল, আছে এবং থাকবে।" জম্মু ও কাশ্মীরে শীঘ্রই নির্বাচন হবে- বললেন রাজনাথ। শীঘ্রই জম্মু ও কাশ্মীরে নির্বাচন হবে বলেও দাবি করেন রাজনাথ সিং। তবে এর জন্য কোনো সময় দেননি তিনি। তিনি আরও বলেন, শীঘ্রই জম্মু ও কাশ্মীরে AFSPA-এর প্রয়োজন হবে না। তিনি পাকিস্তান থেকে সীমান্ত সন্ত্রাস বন্ধ করেনপ্রচার বন্ধ করতেও বলা হয়েছে। তার মন্তব্যের জবাবে ফারুক আবদুল্লাহ রাজনাথ সিংকে পাক অধিকৃত কাশ্মীর ফিরিয়ে নেওয়ার চ্যালেঞ্জ জানান। ফারুক আবদুল্লাহ খোঁড়াখুঁড়ি করলেন আবদুল্লাহ বলেন, "প্রতিরক্ষামন্ত্রী যদি বলছেন তাহলে এগিয়ে যান। আমরা কে থামানোর। কিন্তু মনে রাখবেন, তারা (পাকিস্তান)ও চুড়ি পরেনি। তাদের কাছে পারমাণবিক বোমা আছে, এবং দুর্ভাগ্যবশত, তারা।পারমাণবিক বোমা আমাদের উপর পড়বে।" ফারুক আবদুল্লাহ ভবিষ্যদ্বাণী করেছিলেন যে অমরনাথ যাত্রার পরে জম্মু ও কাশ্মীর বিধানসভা নির্বাচন ঘোষণা করা হবে। কাশ্মীরে নিরাপত্তা বাহিনীর ওপর গতকালের হামলার প্রতিক্রিয়ায় ফারুক আবদুল্লাহ ক্ষমতাসীন ভারতীয় জনতা পার্টিকে নিশানা করে বলেন যে 370 অনুচ্ছেদ অপসারণ সত্ত্বেও সন্ত্রাস অব্যাহত রয়েছে। তিনি বলেন, "মূল সমস্যা হল ভারত ও পাকিস্তানের মধ্যে উত্তেজনা।আমাদের একে অপরের সাথে কথা বলা উচিত এবং সমস্যার সমাধান করা উচিত।"

FirstReporter

Jun 01 2024, 11:58

Pakistan test 2 - edited
Ahead of 4th June, Additional Advocate General (Govt lawyer) of Pakistan admits in Islamabad High Court that "POK is a foreign territory"GOVT LAWYER- Kashmiri Poet Ahmed Farhad cannot be presented before the Islamabad court because POK is not ours but a foreign territory.JUDGE - If POK is a foreign territory, then how did the Pakistani Rangers enter there from PakistanBIG confession of Pakistan. Big boost to India

WestBengalBangla

Jun 01 2024, 08:24

পাকিস্তানের বড় স্বীকারোক্তি, কাশ্মীরকে বিদেশী ভূখণ্ড বলা
#pakistan_acknowledged_that_kashmir_is_foreign_territory


এ এন আই: কাশ্মীর নিয়ে বিশ্ব মঞ্চে ভারতকে হেয় করার সব সময় চেষ্টা করেছে পাকিস্তান। অবশেষে পাকিস্তান PoK সম্পর্কিত সত্য স্বীকার করেছে। ইসলামাবাদ হাইকোর্টে পাকিস্তানের একজন সরকারি আইনজীবী যা বলেছেন তা ভারতের জন্য সুখবর। বাকি বিশ্বের জন্য এটি একটি চমকপ্রদ খবর পাকিস্তান স্বীকার করেছে যে পিওকে বিদেশী অঞ্চল এবং পাকিস্তানের অংশ নয়। পাকিস্তান-অধিকৃত কাশ্মীরের (পিওকে) একজন কবি ও সাংবাদিক আহমেদ ফরহাদ শাহ প্রায় দুই সপ্তাহ আগে নিখোঁজ হয়েছিলেন। তার নিখোঁজের বিষয়ে তার পরিবার আদালতে গেলে তারা জানতে পারে সে পুলিশ হেফাজতে রয়েছে। এরপর ইসলামাবাদ হাইকোর্টে যায় তার পরিবার। শুক্রবার ইসলামাবাদ হাইকোর্টে এই মামলার শুনানি ছিল। শুনানির সময়, সরকারের পক্ষে উপস্থিত আইনজীবী পিওকে একটি বিদেশী অঞ্চল হিসাবে সম্বোধন করেছিলেন এবং পাকিস্তানের অংশ নয় বলেন। সরকারী আইনজীবী ইসলামাবাদ থেকে অপহৃত কবি আহমেদ ফরহাদ সম্পর্কে সরকারের পক্ষে ছিলেন, যখন তিনি বলেছিলেন যে তিনি ২ জুন পর্যন্ত 'আজাদ কাশ্মীরে' রিমান্ডে থাকবেন। সরকারী আইনজীবী বলেছেন যে তাকে ইসলামাবাদ আদালতে হাজির করা যাবে না কারণ আজাদ কাশ্মীর আমাদের নয়, একটি বিদেশী দেশ। আদালতের বাইরে সাংবাদিকদের সঙ্গে আলাপকালে আহমেদ ফরহাদ শাহের আইনজীবীরা এ তথ্য জানান। সরকারী আইনজীবীর দাবিতে হাইকোর্টও বিস্মিত হয়ে বলেছে যে "আজাদ কাশ্মীর" যদি একটি বিদেশী অঞ্চল হয়, তাহলে পাকিস্তান থেকে এখানে পাকিস্তানি রেঞ্জাররা কীভাবে প্রবেশ করল। এছাড়াও, বুধবার ইসলামাবাদ হাইকোর্টকে জানানো হয়েছিল যে নিখোঁজ কবি ও সাংবাদিক আহমেদ ফরহাদ শাহ আজাদ কাশ্মীরের ধীরকোট পুলিশের হেফাজতে রয়েছেন।

WestBengalBangla

May 24 2024, 11:34

লোকসভা নির্বাচনের মধ্যে, ভারতের সাথে PoK-এর একীকরণের বিষয়ে আলোচনা তীব্রতর হয়েছে, প্রশ্ন তৃতীয়বারের মতো বিজেপির প্রত্যাবর্তন থেকে কি কোন সমাধা
#pok_will_part_of_india_bjp_claims


এ এন আই: ভারত সরকার যেভাবে 370 ধারা বাতিল করে জম্মু ও কাশ্মীর ও লাদাখের দুটি কেন্দ্রশাসিত অঞ্চল তৈরি করেছে, ঠিক একইভাবে পরবর্তী ধাপে পাকিস্তান অধিকৃত জম্মু ও কাশ্মীরকে (পিওকে) ভারতের সঙ্গে একীভূত করার আলোচনা গতি পাচ্ছে। বিশেষ করে লোকসভা নির্বাচনের এই পরিবেশে বিজেপির অনেক বড় নেতা এ নিয়ে বিবৃতি দিয়েছেন।হয়। সম্প্রতি, কেন্দ্রীয় মন্ত্রী অমিত শাহ বলেছেন, পিওকে ভারতের একটি অংশ এবং আমরা এটি গ্রহণ করবো। বিদেশমন্ত্রী ড. এস. জয়শঙ্কর বলছেন, পাকিস্তান অধিকৃত কাশ্মীর অর্থাৎ পিওকে ভারতের একটি অংশ এবং সবসময়ই থাকবে। উত্তরপ্রদেশের মুখ্যমন্ত্রী যোগী আদিত্যনাথ এবং আসামের মুখ্যমন্ত্রী হিমন্ত বিশ্বাসের মতো নেতারাও পাক অধিকৃত কাশ্মীর নিয়ে ক্রমাগত বক্তব্য দিচ্ছেন এখন পাকিস্তানের পক্ষে পাকিস্তান অধিকৃত কাশ্মীরকে বাঁচানো কঠিন হবে।দেখবেন, নির্বাচনের পর মোদিজি তৃতীয়বারের মতো প্রধানমন্ত্রী হন, আগামী ছয় মাসের মধ্যে দেখবেন পাক-অধিকৃত কাশ্মীরও ভারতের অংশ হয়ে যাবে। বিজেপি নেতাদের এইসব বক্তব্যের পর প্রশ্ন উঠছে পাক অধিকৃত কাশ্মীরকে ভারতের সঙ্গে একীভূত করতে ভারত কী পদক্ষেপ নিয়েছে? দেশের নরেন্দ্র মোদি সরকার সেদিকেই চেষ্টা শুরু করেছে। ভারতের সংসদএ বিষয়ে প্রস্তাব করা হয়েছে। 2014 সালের আগে কংগ্রেস সরকারগুলি এই বিষয়ে নীরবতা বজায় রেখেছিল, কিন্তু আজকের মোদী সরকার গত 10 বছর ধরে এই বিষয়ে ক্রমাগত আক্রমণাত্মক অবস্থান গ্রহণ করছে। এই কারণেই প্রধানমন্ত্রী মোদীর সাথে তাঁর সমস্ত নেতারা 'এবার 400 পার হবে... পিওকে আমাদের' স্লোগান তুলে এক কণ্ঠে তাদের অবস্থান স্পষ্ট করেছেন। একই সঙ্গে পিওকে নিয়ে সরকারের ভবিষ্যত পদক্ষেপের বিষয়ে।ইতিমধ্যেই প্রতিরক্ষামন্ত্রী রাজনাথ সিং তার মতামত জানিয়েছেন। এই প্রশ্নে সংবাদ সংস্থা আইএএনএস-এর সঙ্গে বিশেষ কথোপকথনে রাজনাথ সিং বলেছিলেন, পিওকে আমাদের ছিল, আছে এবং থাকবে। আমি মনে করি তার অবস্থা ভবিষ্যতে আসবে না। পিওকে-র লোকেরা নিজেরাই এগিয়ে আসবে এবং দাবি করবে যে তারা ভারতের সাথে যেতে চায়। জম্মু ও কাশ্মীরের যেভাবে উন্নয়ন হচ্ছে এবং যেভাবে আন্তর্জাতিক বিশ্বে ভারতের মর্যাদা বৃদ্ধি পেয়েছে তাতে ভারতের মর্যাদাআমাদের দেশের অর্থনীতি এত দ্রুত গতিতে বৃদ্ধি পাচ্ছে যে আজ আমরা বিশ্বের শীর্ষ পাঁচটি দেশে পৌঁছেছি, যা আগে ছিল ১১তম অবস্থানে। রাজনাথ সিংয়ের এই বক্তব্য এমন সময় এসেছে যখন পাক-অধিকৃত কাশ্মীরে সরকারবিরোধী বিক্ষোভ চলছে, আসলে পাকিস্তান থেকেই আওয়াজ উঠছে যে, কাশ্মীর কখনোই পাকিস্তান হতে চায় না -অধিকৃত কাশ্মীর নিজেদের স্বাধীনতারদাবি করছে। গত ১০ বছরে সেখানকার জনগণ পাকিস্তানি সেনাবাহিনী ও পুলিশের বিরুদ্ধে আগ্রাসী অবস্থান গ্রহণ করেছে। আগে সন্ত্রাসী শিবিরের কারণে লোকজন কম সোচ্চার ছিল। কিন্তু ভারত সীমান্তের ওপারে ক্যাম্পগুলো ধ্বংস করলে সেখানকার মানুষের মনোবল বেড়ে যায়। এখন পরিস্থিতি এমন যে PoK তে পাকিস্তানের বিরুদ্ধে ক্ষোভ ও ক্ষোভ চরমে পৌঁছেছে পাকিস্তান সরকার পিওকেতে চলমান সহিংস বিক্ষোভে।

India

May 23 2024, 20:10

लोकसभा चुनाव के बीच पीओके को भारत में मिलाने की चर्चा तेज, क्या तीसरी बार बीजेपी की वापसी से निकलेगा कोई हल

#pok_will_part_of_india_bjp_claims

भारत सरकार ने जिस तरह आर्टिकल 370 निरस्त कर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शासित प्रदेश बनाए, उसी तरह अब अगले कदम में पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoK) को भारत में मिलाने की चर्चा जोर पकड़ने लगी है। खासकर लोकसभा चुनाव के इस माहौल में बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने इसको लेकर बयान दिया है। 

हाल ही में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीओके भारत का हिस्सा है और हम इसे लेकर रहेंगे।विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर भी कह रहे हैं कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर यानी पीओकेभारत का हिस्सा है और हमेशा रहेगा। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और असम के सीएम हिमंता बिस्वा जैसे नेता भी पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर पर लगातार बयान दे रहे हैं।अब तो पाकिस्तान को पाक अधिकृत कश्मीर को बचाना मुश्किल हो रहा है।आप देखना चुनाव के बाद मोदी जी को तीसरा बार प्रधानमंत्री बनने दीजिए, अगले छह महीने के अंदर आप देखेंगे कि पाक अधिकृत कश्मीर भी भारत का हिस्सा होगा।

बीजेपी नेताओं की ओर से की जा रही इन बयानबाजियों के बाद सवाल ये उठ रहे हैं कि भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत में मिलाने के लिए क्या कदम उठाया है। देश की नरेन्द्र मोदी सरकार ने इस दिशा में अपनी कोशिशें शुरू कर दी हैं। भारत की संसद में इस पर प्रस्ताव रखा जा चुका है। 2014 के पहले की कांग्रेस सरकारों ने भले ही इस पर चुप्पी साध रखी हो लेकिन आज की मोदी सरकार इसे लेकर पिछले 10 सालों से लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है। यही वजह है कि पीएम मोदी के साथ उनके सारे नेता एक सुर में 'अबकी बार 400 पार का नारा... POK हमारा' का नारा लगाकर अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं।

वहीं, पीओके को लेकर भविष्य में सरकार की ओर से कार्रवाई को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पहले ही अपनी बात रख चुके हैं। समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में इस सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा था, पीओके हमारा था, है और रहेगा। मुझे लगता है कि आगे उसकी नौबत नहीं आएगी। पीओके के लोग सामने आकर खुद मांग करेंगे कि हम भारत के साथ जाना चाहते हैं। जिस तरीके से जम्मू-कश्मीर का विकास हो रहा है और जिस तरीके से अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत का कद ऊंचा हुआ है, भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है और हमारे देश की अर्थव्यवस्था जितनी तेजी से आगे बढ़ रही है, आज हम दुनिया के देशों में टॉप पांच में पहुंच गए हैं, जो पहले 11वें स्थान पर थे।

राजनाथ सिंह का ये बयान तक आया, जब पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में विरोधी प्रदर्शन चल रहे हैं।दरअसल पाकिस्तान से ही आवाज उठ रही है कि कश्मीर कभी पाकिस्तान नहीं बनना चाहता।बलूचिस्तान के लोगों के साथ ही पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर की जनता भी खुद की आजादी की मांग कर रही है। बीते 10 सालों में वहां के लोग पाकिस्तानी फौज और पुलिस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। आतंकवादी कैंपों के चलते पहले लोग कम मुखर थे। लेकिन भारत ने जब सीमापार के कैंप तबाह किए तो वहां के लोगों का हौसला बढ़ा है। अब हालात ये हैं कि पीओके में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश और गुस्सा चरम पर है।पीओके में जारी हिंसक प्रदर्शनों से पाकिस्तान सरकार हिल गई है।

India

May 14 2024, 20:57

PoK में आधी रात को लगे ‘आजादी’ के नारे, अब तक 3 की मौत..इंडियन आर्मी से लोग लगा रहे मदद की गुहार





पाक अधिकृत कश्मीर में चौथे दिन भी हिंसक झड़पें जारी हैं। PoK की सड़कों पर आधी रात को आजादी के नारे लगे हैं तो गलियां धूं-धूं करके जलती नजर आ रही हैं। मंगलवार की सुबह PoK के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं।


हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। PoK में हिसंक हुए विरोध प्रदर्शन का आज चौथा दिन है। वहीं PoK से हिंसा के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, जिनमें लोग आजादी के लिए आवाज बुलंद करते नजर आ रहे हैं।

PoK में लगे आजादी के नारे

PoK में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कोई नई बात नहीं है। हालांकि शुक्रवार को ये प्रदर्शन हिंसा में तब्दील हो गया। अब तक एक पुलिस अफसर समेत 3 लोगों की जान चली गई तो 100 से भी ज्यादा लोग घायल हैं। पिछले चार दिनों से PoK के लोग आजादी की मांग कर रहे हैं। ऐसे में आधी रात को भी पीओके में आजादी के नारे लग रहे थे, जिसका वीडियो काफी वायरल हो रहा है।

भारतीय सेना से की गई मदद की मांग

PoK में लगातार बढ़ रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन के सामने पाकिस्तान सरकार ने भी घुटने टेक दिए हैं। पाक सरकार ने PoK के लिए फंड के रूप में 23 अरब रुपए जारी किए हैं। मगर पाकिस्तानी सरकार का ये कदम PoK पर मरहम लगाने के लिए काफी नहीं है। PoK की गलियों पर बमबारी और गोलीबारी की घटनाएं हो रहीं हैं, जिन्हें देखने के बाद कई लोग भारतीय आर्मी से एक्शन लेने की मांग कर रहे हैं। खासकर कश्मीर में बैठे लोग PoK में अपने कश्मीरी भाईयों को आजादी दिलाने के लिए भारतीय सेना से मदद की गुहार लगा रहे हैं।


आवामी एक्शन कमेटी ने रखी मांग

PoK में चौथे दिन भी चक्का जाम जारी है। इसी बीच आवामी एक्शन कमेटी ने पाकिस्तान सरकार के सामने कई मांगें रखी हैं। इन मांगों में मंगला बांध से टैक्स फ्री बिजली समेत गेहूं के आटे पर सब्सीडी जैसी चीजें शामिल हैं। बता दें कि मुजफ्फराबाद ददयाल और  मीरपुर सहित पीओके की कई जगहों पर प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच में हिंसक झड़पें देखने को मिल रही हैं।

WestBengalBangla

May 14 2024, 06:54

মুজাফফরাবাদে চলতি বিক্ষোভের মধ্যে জয়শঙ্করের বড় বক্তব্য, একদিন আমরা পিওকে অবৈধ দখলের অবসান ঘটাব
#s_jaishankar_gave_a_strong_message_to_pakistan


এ এন আই: ক্রমবর্ধমান মূল্যস্ফীতি এবং বিদ্যুতের দাম নিয়ে পাকিস্তান-অধিকৃত কাশ্মীরে (পিওকে) টানা চতুর্থ দিনের মতো বিক্ষোভ অব্যাহত রয়েছে। রবিবার, পিওকে সরকারের সঙ্গে জম্মু ও কাশ্মীর আওয়ামী অ্যাকশন কমিটির আলোচনা ব্যর্থ হয়েছে। এই কারণে,JAAC-এর নেতৃত্বে বিক্ষোভকারীরা রাওয়ালাকোট থেকে PoK এর রাজধানীতে চলে গেছে।মুজাফফরাবাদ পর্যন্ত লংমার্চ। পররাষ্ট্রমন্ত্রী এস জয়শঙ্কর সোমবার বেআইনিভাবে দখলকৃত এলাকা একীভূত করার বিষয়ে ভারতের অবস্থান পুনর্ব্যক্ত করেছেন এবং বলেছেন যে একদিন আমরা PoK-এর অবৈধ দখলের অবসান ঘটাব এবং PoK ভারতে যোগ দেবে।পররাষ্ট্রমন্ত্রী এস জয়শঙ্কর আবার বলেছেন যে পাকিস্তান অধিকৃত জম্মু ও কাশ্মীর (পিওকে) আগেও ভারতের ছিল, আজও।এটি ভারতেরও অন্তর্গত এবং ভবিষ্যতেও ভারতেরই থাকবে। তিনি স্পষ্টভাবে বলেছেন যে পাকিস্তান অবৈধ দখল করেছে এবং ভারত তা মুক্ত করতে প্রতিশ্রুতিবদ্ধ। জয়শঙ্কর বলেন, 'পিওকে ভারতের অংশ ছিল, আছে এবং থাকবে।' মুম্বাইয়ের ন্যাশনাল স্টক এক্সচেঞ্জে (এনএসই) ইন্ডিয়ান ক্যাপিটাল মার্কেট 'রোডম্যাপ ফর ডেভেলপড ইন্ডিয়া' শীর্ষক সেমিনারে সাংবাদিকদের সাথে আলাপকালে তিনি এসব কথা বলেন। তিনি আরও জোর দিয়ে বলেন, ভারতের ডনীতিটি পরিষ্কার - PoK এর অবৈধ দখলকে সরিয়ে দিতে হবে এবং এটি ভারতের সাথে একীভূত করতে হবে। বিরোধী দলগুলোরও কি PoK নিয়ে একই মত আছে? এই প্রশ্নে জয়শঙ্কর বলেন, বিরোধীরা উল্টো দিকে এগোচ্ছে। পররাষ্ট্রমন্ত্রী বলেন, 'আমাদের উদ্দেশ্য দৃঢ় যে একদিন পিওকে থেকে অবৈধ দখলদারিত্ব দূর হবে এবং এটি ভারতের সাথে একীভূত হবে। আমাদের জানিয়ে দেওয়া যাক যে পাকিস্তান অধিকৃত জম্মু ও কাশ্মীরে নিত্যপ্রয়োজনীয় জিনিসপত্রের দাম বৃদ্ধি এবং বিল বৃদ্ধির বিরুদ্ধে।চলমান বিক্ষোভের জেরে পরিস্থিতি থমথমে বিরাজ করছে। নিরাপত্তা বাহিনী ও বিক্ষোভকারীদের মধ্যে সংঘর্ষের পর পাকিস্তান সরকার পরিস্থিতি শান্ত করার চেষ্টা করে। সোমবার পিওকে-তে দুর্দশার বিরুদ্ধে ধর্মঘটের চতুর্থ দিন। বিক্ষোভকারীরা সেখানে অবস্থান শুরু করে এবং মুজাফফরাবাদের দিকে লংমার্চ বের করে।

India

May 13 2024, 15:03

PoK में बिजली और आटे को लेकर फूटा जनता का गुस्सा, पाकिस्तान सरकार की उड़ी नींद


डेस्क : पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में गेहूं के आटे, बिजली की ऊंची कीमतों और अधिक कर के खिलाफ शुरू की गई पूर्ण हड़ताल सोमवार को चौथे दिन भी जारी रही। हड़ताल की वजह से पूरे क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। वहीं, सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़पों के बाद पाकिस्तान सरकार ने स्थिति पर काबू पाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। इससे पहले प्रदर्शन के दौरान हुई झड़पों में कम से कम एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे। घायलों में ज्यादातर पुलिसकर्मी थे।

क्या है मांग

शुक्रवार को पूर्ण हड़ताल की वजह से जनजीवन ठप हो गया। प्रदर्शनकारियों और राज्य सरकार के बीच बातचीत विफल हो जाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक कर सकते हैं। जम्मू कश्मीर संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी (जेएएसी) के सदस्य क्षेत्र में जलविद्युत उत्पादन लागत के अनुसार बिजली की कीमतों को तय करने, गेहूं के आटे पर सब्सिडी और कुलीन वर्ग के विशेषाधिकारों को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।

सरकार पर लगे आरोप

जेएएसी के नेतृत्व में पाक अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में एक लंबा मार्च निकाला गया। जेएएसी कोर कमेटी और क्षेत्र के मुख्य सचिव दाऊद बराच के बीच हुई बातचीत में कोई समाधान ना निकलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने मुजफ्फराबाद की ओर कूच करने का ऐलान किया। रावलकोट के एक प्रदर्शनकारी नेता ने सरकार पर टालमटोल की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया।

पाकिस्तानी अखबार डॉन में प्रकाशित खबर के मुताबिक प्रदर्शनकारी पहले ही कई स्थानों पर कोहाला-मुजफ्फराबाद रोड को बंद कर वहां धरने पर बैठ हुए हैं। खबर में बताया गया कि चौराहों और संवेदनशील स्थानों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। बाजार, व्यापार केंद्र और शैक्षणिक संस्थान बंद हैं, जबकि यातायात सेवाएं ठप्प हैं। मीरपुर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच शनिवार को झड़प होने के बाद रेंजर्स को बुलाया गया।

पीएम बोले- बर्दाश्त नहीं करेंगे

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प पर चिंता जाहिर करते हुए रविवार को कहा, ''कानून को अपने हाथ में लेने को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।" शरीफ ने कहा कि उन्होंने पीओके के तथाकथित प्रधानमंत्री चौधरी अनवारुल हक से बात की है और क्षेत्र के सभी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन पदाधिकारियों को एक्शन कमेटी के नेताओं से बात करने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, ''मैं सभी पक्षों से आग्रह करता हूं कि वो अपनी मांगों के समाधान के लिए शांतिपूर्ण तरीका अपनाएं। विरोधियों के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद उम्मीद है कि मामला जल्द ही सुलझ जाएगा।''

क्या बोले राष्ट्रपति

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सभी से संयम बरतने और बातचीत तथा आपसी परामर्श के माध्यम से मुद्दों को हल करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राजनीतिक दलों, राज्य संस्थानों और क्षेत्र के लोगों को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए ताकि विरोधी अपने लाभ के लिए स्थिति का फायदा ना उठा सकें। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि कानून के अनुसार क्षेत्र के लोगों की मांग को पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह मौजूदा स्थिति से बाहर निकलने का रास्ता तलाशने के लिए प्रधानमंत्री शरीफ से इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे। जरदारी ने वर्तमान स्थिति पर खेद व्यक्त किया रहा कि पुलिस अधिकारी की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है।

आम जनजीवन हो रहा प्रभावित

बता दें कि, प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को पुंछ-कोटली रोड पर एक मजिस्ट्रेट की कार समेत कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। इसके अलावा पूरे क्षेत्र में बाजार, व्यापार केंद्र, कार्यालय, स्कूल और रेस्तरां भी बंद रहे। पीओके के विभिन्न स्थानों में हिंसा होने के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मुजफ्फराबाद में दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया था। क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई थीं।

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May 12 2024, 17:45

PoK में पाकिस्तानी सरकार के अत्याचार के खिलाफ कश्मीरियों ने शुरु किया विद्रोह, जमकर चली गोलियां

डेस्क: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में पाकिस्तानी सरकार के अत्याचार के खिलाफ कश्मीरियों ने विद्रोह शुरु कर दिया है. ऐसी स्थिति में पीओके में युद्ध जैसे हालात हो गए हैं. शुक्रवार को भारी संख्या में कश्मीरी पाकिस्तान के खिलाफ सड़कों पर उतर आए के लोग प्रदर्शन करते हैं, जिसके बाद पाकिस्तान की सरकार ने कश्मीरियों की आवाज को दबाने के लिए भारी फोर्स तैनात कर दी. इस दौरान कश्मीरियों के ऊपर फायरिंग करने की भी खबरें सामने आई हैं. कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पाकिस्तानी बल रायफल से गोली दाग रहे हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पीओके में पाकिस्तानी सरकार की तरफ से लगाए गए टैक्स और महंगाई के खिलाफ 11 मई को प्रदर्शन होना था. लेकिन पाकिस्तानी शासन ने एक दिन पहले ही भारी संख्या में फोर्स बुलाकर लोगों को हिरासत में लेना शुरु कर दिया, जिसके बाद जनता का गुस्सा भड़क उठा. रिपोर्ट के मुताबिक, बगैर किसी सूचना और वारंट के पाकिस्तान की पुलिस ने विरोध प्रदर्शन रोकने के लिए शुक्रवार को 70 से अधिक लोगों को मीरपुर जिले से गिरफ्तार कर लिया. 

मीरपुर में लगाई गई धारा 144

मीरपुर जिले में हुई भारी संख्या में गिरफ्तारी के बाद पीओके की जनता सड़कों पर उतर आई. इस दौरान सुरक्षा बलों और प्रदर्शन कारियों में काफी तनाव देखने को मिला. गिरफ्तारी के खिलाफ गुस्साए लोगों ने सुरक्षा बलों के ऊपर पत्थर फेंके, इस दौरान कई जगहों पर झड़प हुई. एएनआई के मुताबिक, झड़प के बाद कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है. प्रदर्शन को कुचलने के लिए पाकिस्तान हिंसा का सहारा ले रहा है. प्रांतीय प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त बलों की तैनाती की है, जिसमें पाकिस्तान रेंजर्स और फ्रंटियर कोर के जवानों को भी लगाया गया है.

स्कूल में गिरे आंसू गैस के गोले

पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, जम्मू कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी ने पाकिस्तान के खिलाफ लंबा मार्च निकालने का ऐलान किया था. इसे रोकने के लिए कमेटी के 70 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया. पाकिस्तानी बलों ने बच्चों को भी नहीं बख्शा है. पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं, जो एक स्कूल के अंदर गिरे हैं. इसमें कई लड़कियों के घायल होने की खबर है.

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May 12 2024, 11:16

Pok में पुलिसकर्मी की पीट-पीटकर हत्या, नागरिक में क्यों भड़का हिंसक विरोध प्रदर्शन?

पीओके में विरोध प्रदर्शन: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में तनाव बरकरार है क्योंकि शनिवार को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प के बाद सामान्य जनजीवन और व्यापार बाधित हो गया है। मुजफ्फराबाद में हिंसा भड़कने के बाद आजाद जम्मू और कश्मीर (एजेके) के मीरपुर में बाजार, स्कूल और कार्यालय लगातार दूसरे दिन बंद रहे। अवामी एक्शन कमेटी (एएसी) ने शुक्रवार को मुद्रास्फीति के खिलाफ पीओके के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई। 10 मई को मुजफ्फराबाद में पहिया जाम और शटर-डाउन हड़ताल ने शहर को ठप कर दिया, साथ ही एएसी ने उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में व्यवधान के खिलाफ और अधिक विरोध प्रदर्शन करने की कसम खाई।

शुक्रवार को एएसी ने उच्च करों, बिजली बिलों और मुद्रास्फीति में अचानक वृद्धि के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध का आह्वान किया। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, झड़पें तब भड़कीं जब पुलिस ने लोगों के घरों और मस्जिदों के आसपास आंसू गैस के गोले दागे। इसके चलते पीओके के कई हिस्सों जैसे समाहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी और हट्टियन बाला में हड़ताल बुलाई गई।

 Pok में क्या हो रहा है?

शुक्रवार को, अवामी एक्शन कमेटी ने बिजली बिलों पर लगाए गए "अन्यायपूर्ण" करों के विरोध में पीओके के मुजफ्फराबाद में शांतिपूर्ण मार्च की एक श्रृंखला का नेतृत्व किया, जिसके कारण मुद्रास्फीति आसमान छू गई। विरोध प्रदर्शन जल्द ही हिंसक हो गया जब इस्लाम गढ़ के पास प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई।

एएसी ने मुजफ्फराबाद में शटर-डाउन और पहिया-जाम विरोध का आह्वान किया, जिससे व्यापार ठप हो गया। पुलिस ने मार्च करने वालों को रोकने के लिए शहर की ओर जाने वाली सड़कों पर बैरिकेड्स लगा दिए, जिससे झड़पें हुईं। बाद में समिति ने शनिवार को हड़ताल का आह्वान किया जब पुलिस ने रात भर की छापेमारी के दौरान कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।

पीओके सरकार ने 10 और 11 मई को इलाके में धारा 144 लागू करते हुए शैक्षणिक संस्थान और कार्यालय बंद कर दिए, वहीं शनिवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के सभी जिलों में हजारों की संख्या में लोग बाहर आ गए।

सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरों में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाते हुए, आंसू गैस का इस्तेमाल कर भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास करते हुए दिखाया गया है। जियो न्यूज ने बताया कि शुक्रवार को हिंसक झड़प के बाद दर्जनों पुलिस कर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीओके कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना निहत्थे नागरिकों पर गोलीबारी कर रही है और झड़पों में कम से कम दो लोग मारे गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा में एक पुलिस SHO की मौत हो गई, जिसे कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों ने पीट-पीटकर मार डाला।

मिर्जा ने भारत सरकार से हस्तक्षेप का आह्वान करते हुए कहा कि स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है और केंद्र "अलग नहीं रह सकता।" उन्होंने कहा, ''स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है. यह वास्तव में पहले से ही हाथ से बाहर है। और भारत को अब अपना सारा ध्यान पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर पर केंद्रित करना चाहिए और गिलगित-बाल्टिस्तान सहित इस कब्जे वाले क्षेत्र की स्वतंत्रता में मदद और सुविधा प्रदान करनी चाहिए।

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May 06 2024, 10:16

'PoK ভারতের সাথে একীভূত হবে' রাজনাথ সিংয়ের বক্তব্যে পরিপ্রেক্ষিতে ফারুক আবদুল্লাহ বলেছেন - 'পাকিস্তান চুড়ি পরে না'

এসবি নিউজ ব্যুরো: প্রতিরক্ষা মন্ত্রী রাজনাথ সিং রবিবার পিটিআই-কে দেওয়া এক সাক্ষাৎকারে বলেছেন যে ভারত কখনই পাকিস্তান-অধিকৃত কাশ্মীর (পিওকে) এর উপর তার দাবি ছাড়বে না। তবে তিনি বলেন, ভারতকে শক্তি প্রয়োগ করে দখল করতে হবে না কারণ জম্মু ও কাশ্মীরের উন্নয়ন দেখে সেখানকার মানুষ পাকিস্তান ছাড়তে চায়। তার বক্তব্যের প্রতিক্রিয়ায় ন্যাশনাল কনফারেন্স নেতা ফারুক আবদুল্লাহ বলেছেন যে পাকিস্তান "চুড়ি পরে না" এবং তার কাছে পারমাণবিক বোমাও রয়েছে। রাজনাথ সিং বলেছেন যে জম্মু ও কাশ্মীরে যেভাবে শান্তি ও উন্নয়ন ফিরে এসেছে, খুব শীঘ্রই পিওকে ভারতের সাথে একীভূত করার দাবি উঠবে। তিনি বলেছিলেন, “পিওকে নিতে আমাদের শক্তি প্রয়োগ করতে হবে না।কারণ মানুষ বলবে ভারতের সাথে মিশে যেতে হবে। এমন দাবি এখন আসছে। PoK ভারতের ভূখণ্ড ছিল, আছে এবং থাকবে।" জম্মু ও কাশ্মীরে শীঘ্রই নির্বাচন হবে- বললেন রাজনাথ। শীঘ্রই জম্মু ও কাশ্মীরে নির্বাচন হবে বলেও দাবি করেন রাজনাথ সিং। তবে এর জন্য কোনো সময় দেননি তিনি। তিনি আরও বলেন, শীঘ্রই জম্মু ও কাশ্মীরে AFSPA-এর প্রয়োজন হবে না। তিনি পাকিস্তান থেকে সীমান্ত সন্ত্রাস বন্ধ করেনপ্রচার বন্ধ করতেও বলা হয়েছে। তার মন্তব্যের জবাবে ফারুক আবদুল্লাহ রাজনাথ সিংকে পাক অধিকৃত কাশ্মীর ফিরিয়ে নেওয়ার চ্যালেঞ্জ জানান। ফারুক আবদুল্লাহ খোঁড়াখুঁড়ি করলেন আবদুল্লাহ বলেন, "প্রতিরক্ষামন্ত্রী যদি বলছেন তাহলে এগিয়ে যান। আমরা কে থামানোর। কিন্তু মনে রাখবেন, তারা (পাকিস্তান)ও চুড়ি পরেনি। তাদের কাছে পারমাণবিক বোমা আছে, এবং দুর্ভাগ্যবশত, তারা।পারমাণবিক বোমা আমাদের উপর পড়বে।" ফারুক আবদুল্লাহ ভবিষ্যদ্বাণী করেছিলেন যে অমরনাথ যাত্রার পরে জম্মু ও কাশ্মীর বিধানসভা নির্বাচন ঘোষণা করা হবে। কাশ্মীরে নিরাপত্তা বাহিনীর ওপর গতকালের হামলার প্রতিক্রিয়ায় ফারুক আবদুল্লাহ ক্ষমতাসীন ভারতীয় জনতা পার্টিকে নিশানা করে বলেন যে 370 অনুচ্ছেদ অপসারণ সত্ত্বেও সন্ত্রাস অব্যাহত রয়েছে। তিনি বলেন, "মূল সমস্যা হল ভারত ও পাকিস্তানের মধ্যে উত্তেজনা।আমাদের একে অপরের সাথে কথা বলা উচিত এবং সমস্যার সমাধান করা উচিত।"