Luxury on Wheels: Rajveer Conquers India with a Caravan & Camera

Rajveer Singh Makes History with Rajveer X India’s Luxury Drive: A 10,101 KM in a Luxury Caravan Journey Across India

Rajveer X India’s Luxury Drive has emerged as a groundbreaking digital movement and luxury travel sensation, capturing national attention and dominating online media. This historic journey, driven by Rajveer Singh is India’s first and only 10,101 km in a luxury caravan expedition where a solo content creator experienced a staycation at every single property of one hotel group—The LaLiT Group —across the country.

A Journey of Grit, Grandeur, and Glory

Flagged off from The LaLiT Mumbai on April 13, the drive remained true to its planned route even after the terrorist attack in Pahalgam on April 22. Rajveer continued his journey with undeterred spirit, visiting The LaLiT Srinagar from May 4 to 6, boldly portraying Kashmir’s beauty and hospitality to the world.

On May 7, while traveling from Kashmir toward Kartarpur, he witnessed Operation Sindoor—a strategic Indian security operation. Just a day later, in Amritsar at 2 AM on May 8, Rajveer experienced a blackout caused by Pakistan’s drone attack, which was neutralized by India's defense systems—proving again that no force could derail this record-breaking journey.

Highways That Shaped the Journey

Best Overall Route: Kerala to Goa – Stunning landscapes, perfect roads, cultural richness.

Most Challenging Route: Goa to Mumbai – Marred by congestion, poor road quality, and delays.

Best Route for Night Travel: Jaipur to Delhi Expressway – Excellent lighting, security, and smooth driving.

Unforgettable Stays at The LaLiT Properties

Rajveer rated these three properties as the most exceptional:

The LaLiT Srinagar – Hospitality that touched the soul, with breathtaking lake views.

The LaLiT Kolkata – A perfect blend of tradition, comfort, and warmth.

The LaLiT Bekal – Immersive serenity, coastal charm, and meticulous service.

Brands That Fueled the Legacy

The campaign was proudly powered by U&I Entertainment and Designistic Global pvt ltd , backed by over 20 esteemed brands, including:

Red Chief, Team Wizard Media, Being You Always, Body Profuse, Krunchillo, French Essence, Andros Food, Bright Outdoor Media, Josh Bharat Media and many more

Designistic Global Media was the post production partner who played a crucial role in transforming the journey into a cinematic experience.

Support from the Ministry of Road Transport & Highways, Kashmir Tourism, and The LaLiT Group as official hospitality partner gave this campaign national strength and significance.

People, Power, and Unprecedented Support

This journey brought together a constellation of influencers and thought leaders:

Creators like Mister Tikku, Dil Se Foodie, Bhookad_Singh and many more joined in city after city.

Entrepreneurs such as Dr. Vishal Kalra, Yukit Vora, Harmeet Singh Gupta, and MasterChef Ishijyot Surri rallied behind the initiative.

In Udaipur, Rajveer had the honor of meeting Maharaja Dr. Lakshyaraj Singh Mewar, adding royal recognition to this prestigious tour.

Numbers That Speak Volumes

10,101 km covered, 12 luxury stays at The LaLiT Group, 250+ posts and 1,500+ Instagram stories, 100+ million digital impressions.

A Legacy of Firsts

1st content creator to stay at every property of a hotel group in a single country in less than 33 days

1st to drive 10,101 km accross the country in a luxury caravan

1st to continue with a national drive plan even during a regional terror attack & National War With Pakistan.

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The Road Ahead

This is not just a story of roads and reels—this is about fearless storytelling, unmatched hospitality, and a new benchmark in luxury content experiences. The road was long, but Rajveer’s vision was longer.

For collaborations, features, and media kits, follow

ऑपरेशन सिंदूर' क्यों रखा गया मिशन का नाम? अमेरिका में शशि थरूर ने दिया ये जवाब

#whyindiachosenameoperationsindooragainstshashitharoor_answer

कांग्रेस नेता शशि थरूर अमेरिका में हैं। थरूर भारत की तरफ से दुनियाभर में भेजे गए डेलीगेशन का हिस्सा हैं। कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल का मकसद आतंकवाद पर भारत का रुख दुनिया के सामने रखना है। कांग्रेस नेता ने यूएस स्थित नेशनल प्रेस क्लब में एक बातचीत के दौरान बताया कि आखिर भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम क्यों दिया। थरूर ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम बहुत सोच-समझकर रखा गया है। उन्होंने सिंदूर के महत्व को बताते हुए कहा कि यह रंग खून से अलग नहीं है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम क्यों चुना?

बुधवार को अमेरिका में नेशनल प्रेस क्लब में एक संवाद सत्र के दौरान यह पूछे जाने पर कि भारत ने आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम क्यों चुना। कांग्रेस सांसद ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर, वास्तव में, मुझे लगा कि यह एक शानदार नाम है। सिंदूर, अगर कुछ अमेरिकी इसके बारे में नहीं जानते हैं, तो यह सिंदूर हिंदू परंपरा में विवाहित महिलाओं अपनी मांग में लगाती है। यह व्यापक रूप से प्रचलित है। कुछ गैर-हिंदू भी इसे करते हैं। सिंदूर विवाह समारोह के समय लगाया जाता है और उसके बाद हर दिन विवाहित महिलाएं इसे लगाती हैं। इसलिए, हम इन क्रूर आतंकवादियों के बारे में बहुत सचेत थे, जिन्होंने पति को उनकी पत्नियों और बच्चों के सामने गोली मार दी। आतंकियों ने महिलाओं को छोड़ दिया और जब एक पत्नी चिल्लाई, ‘मुझे भी मार दो’, तो उसे कहा गया, नहीं, ‘तुम वापस जाओ और उन्हें बताओ कि हमने क्या किया है।’ इसी कारण से महिलाएं इस जघन्य, वीभत्स कृत्य से बच गईं।

सिंदूर का रंग खून के रंग से बहुत अलग नहीं-थरूर

थरूर ने आगे कहा कि उस सिंदूर को वास्तव में 26 भारतीय महिलाओं के माथे से मिटा दिया गया था, मैं हिंदू महिलाएं कहने वाला था, लेकिन उनमें से एक वास्तव में ईसाई थी, लेकिन बाकी सभी के माथे का सिंदूर इन आतंकवादी घटना में मिटा दिया गया। इसलिए हम सबसे पहले सिंदूर मिटाने की उस घटना का बदला लेना चाहते थे। लेकिन, दूसरी बात, यह कोई संयोग नहीं है कि सिंदूर का रंग लाल है, जो खून के रंग से बहुत अलग नहीं है, और कई मायनों में एक हिंदी मुहावरा है कि ‘खून का बदला खून’; यहां यह ‘सिंदूर का बदला खून’ होगा, यानी सिंदूर के साथ जो कुछ भी किया गया है, उसके जवाब में खून।

पाकिस्तान की सीमा से लगे राज्यों में मॉक ड्रिल रद्द, जानें क्या है वजह

#operationshieldmockdrillcivildefenceexercise_postponed

पाकिस्तान की सीमा से लगे चार राज्यों- गुजरात, पंजाब, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में ‘ऑपरेशन शील्ड’ के तहत नागरिक सुरक्षा अभ्यास (मॉक ड्रिल) आयोजित करने का फैसला फिलहाल रद्द कर दिया गया है। पहले यह मॉक ड्रिल 29 मई को होना था, लेकिन अब इसे टाल दिया गया है। बताया जा रहा है कि नई तारीखों का ऐलान जल्द ही कर दिया जाएगा।

आज शाम होनी थी मॉक ड्रिल

पहले बुधवार को पाकिस्तान की सीमा से सटे राज्यों में मॉक ड्रिल कराने का फैसला किया गया था। गृह मंत्रालय के निर्देश के मुताबिक दुश्मन देश के हमलों के खिलाफ नागरिक संरक्षण की तैयारियों को बढ़ाने के लिए देश के पश्चिमी सीमा से लगे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सभी जिलों में नागरिक संरक्षण अभ्यास ‘ऑपरेशन शील्ड’ आयोजित करने के निर्देश दिए गए थे। जिसके तहत गुरुवार यानी आज गुजरात, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और चंडीगढ़ समेत केंद्र शासित प्रदेशों के कई जिलों में शाम 5 बजे से मॉक ड्रिल होनी थी।

प्रशासनिक कारणों से टला अभ्यास

हालांकि, बुधवार देर शाम प्रशासनिक कारणों की वजह से फिलहाल टाल दिया गया।सरकारी आदेश में कहा गया है कि सभी संबंधित अधिकारियों और हितधारकों को सूचित किया जाए कि ऑपरेशन शील्ड सिविल डिफेंस एक्सरसाइज अगली सूचना तक स्थगित कर दी गई है। अगली तारीख बाद में जारी की जाएगी। जम्मू-कश्मीर सभी 20 जिलों में मॉक ड्रिल रद्द कर दी गई है। वहीं राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़ और अन्य राज्यों ने भी केंद्र के आदेश के बाद मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट स्थगित कर दिए हैं।

देशभर के 244 जिलों में किया गया था मॉक ड्रिल

इससे पहले इसी महीने की शुरुआत में यानी 7 मई को मॉक ड्रिल की गई थी। 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर से चंद घंटे पहले सरकार ने देशभर के 244 जिलों में पहली बार सिविल डिफेंस अभ्यास कराया था। इस दौरान ब्लैकआउट ड्रिल, हवाई हमले के सायरन, निकासी प्रक्रिया के साथ ही जनता को जागरूक करने जैसे अभ्यास किए गए थे।

पहलगाम हमले के बाद बढ़ा विवाद

दरअसल, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पीओके स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया था। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना ने भारतीय इलाकों में ड्रोन हमले किए, जिसमें 300 से 400 ड्रोन भेजे गए। हालांकि, भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन ड्रोन्स को प्रभावी ढंग से निष्क्रिय कर दिया। ये हमला जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और पंजाब के कई सीमावर्ती इलाकों को निशाना बनाकर किया गया था। ड्रोन और मिसाइलों से किए गए हमले की कोशिश के कारण जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में ब्लैकआउट और सायरन बजने लगे थे। इसके बाद भारत की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान में अफरा-तफरी मच गई थी। दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों की वार्ता के स्तर पर पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम की शुरुआत की गई, जिसके बाद सीजफायर की घोषणा की गई।

आज से शुरू हो रहा पाकिस्‍तान का पोल खोल अभियान, श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में पहला सर्वदलीय दल हो रवाना

#operation_sindoor_indian_delegation_foreign_visit

भारत ने पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब करने की मुहिम छेड़ दी है। आतंकवाद को पनाह दे रहे पाकितान के खिलाफ भारत ने कूटनीतिक कदम बढ़ाया है। पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तानी साजिश और उसके बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर पर दुनिया को भारत का रुख बताने के लिए सरकार का पहला सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आज रवाना हो रहा है। शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल बुधवार को यूएई पहुंचेगा। यह प्रतिनिधिमंडल लाइबेरिया, कांगो तथा सिएरा लियोन का भी दौरा करेगा।

प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के मामले में भारत की खींची गई नई सीमा रेखा की जानकारी देने के साथ ही पहलगाम आतंकी हमले और उसके खिलाफ की गई जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के बारे में दुनिया के देशों को परिचित कराएगा। मंगलवार को विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने शिंदे समेत तीन प्रतिनिधिमंडलों को पाकिस्तानी धरती से उत्पन्न आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई, पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद की घटनाओं तथा सरकार द्वारा खींची गई नई सीमा रेखा पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण जानकारी दी।

पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर की सबसे बड़ी ताकत ये रही कि इसको लेकर पूरा भारत राजनीतिक तौर पर भी एकजुट नजर आया। भारतीय सशस्त्र सेना ने इस ऑपरेशन में अपना लक्ष्य बहुत ही सटीकता से हासिल किया और पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवादियों के 9 बड़े ठिकानों को पूरी तरह से मिट्टी में मिलाने में सफलता भी हासिल की। आतंकवाद और पाकिस्तान के संबंधों के इस कनेक्शन की पोल दुनिया के सामने खोलने के लिए ऑल पार्टी डेलिगेशन दुनियाभर के दौरे पर जाने वाला है।

Tiranga Yatra Organized in Budhanpur










grand Tiranga Yatra (tricolor march) was organized in the Budhanpur Tehsil area, starting from Radha Krishna Temple in Koilsa. The event was graced by Bhupendra Singh Chaudhary, the State President of the Bharatiya Janata Party (BJP), who led the yatra.

The Tiranga Yatra commenced from the Radha Krishna Temple and concluded at the Shaheed Smarak (Martyrs’ Memorial) in Budhanpur, where floral tributes were paid to the martyrs. Addressing the gathering, Bhupendra Singh Chaudhary said that the successful execution of Operation Sindoor, which struck Pakistan on its own soil, is a matter of immense pride for the nation. He added that the Tiranga Yatra was organized to celebrate this victory and to boost the morale of the armed forces.

Vinod Rajbhar, District President of Lalganj, who presided over the event, encouraged all party workers and stated that whenever the pride and honor of our nation is challenged, our three armed forces give a befitting reply to the enemy.

Former District President Jayanath Singh expressed his pride in being born in a country like India and praised the bravery of Indian soldiers who risk their lives for the safety of the nation.

Budhanpur Nagar Panchayat Chairman's representative, Goodluck Singh, extended his gratitude to all the dignitaries who participated in the event.

Prominent attendees included Suraj Prakash Srivastava, former MP Sangeeta Azad, Ramakant Mishra, Pushkar Mishra, Dheeraj Mishra, Block Pramukh Representative Santosh Yadav, Birendra Singh, Raghvendra Pandey, Dharmanand Pandey, Ashok Mishra, Prem Sagar Pandey, Prem Shankar Pandey, Manoj Kumar Singh, Rammoorat Maurya, Ashutosh Chaubey, Bindu Singh, Raju Rajbhar, Rudra Sharma, Hanumant Prasad Singh, Chandrajeet Tiwari, Harish Tiwari, Jagannath Rajbhar, Neeraj Tiwari, Harshit Singh, Anurag Singh (Block Pramukh of Palhna), Ajay Yadav, Sunil Singh Dabbbu, Deepak Modanwal, Manoj Singh, Pradeep Pandey, and many others.

ऑपरेशन सिंदूर पर मोहन भागवत का पहला बयान, बोले-सरकार सैन्यबलों का हार्दिक अभिनंदन

#rsschiefmohanbhagwatissuedstatementonoperationsindoor

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ की ओर से भी बयान जारी किया गया है।संघ की तरफ से सरसंघचालक मोहन भागवत सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले के नाम से बयान वक्तव्य जारी किया है। संघ ने पाकिस्तान के खिलाफ इस ऑपरेशन को लेकर भारत सरकार के साथ ही सैन्य बलों की तारीफ की है।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने पहलगाम की कायरतापूर्ण आतंकवादी घटना के बाद कहा है कि पाक प्रायोजित आतंकवादियों एवं उनके समर्थक पारितंत्र पर की जा रही निर्णायक कार्रवाई “ऑपरेशन सिंदूर” के लिए भारत सरकार के नेतृत्व और सैन्यबलों का हार्दिक अभिनंदन। हिंदू यात्रियों के नृशंस हत्याकांड में आहत परिवारों को एवं समस्त देश को न्याय दिलाने हेतु हो रही इस कार्रवाई ने समूचे देश के स्वाभिमान एवं हिम्मत को बढ़ाया है।

पाकिस्तानी हमलों की निंदा

आरएसएस ने बयान में कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना द्वारा भारत की सीमा पर धार्मिक स्थलों और नागरिक बस्ती क्षेत्र पर किए जा रहे हमलों की हम निंदा करते हैं और जो इन हमलों का शिकार हुए, उनके परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करते।संघ ने आगे कहा कि हमारा यह भी मानना है कि पाकिस्तान में आतंकियों, उनका ढॉंचा एवं सहयोगी तंत्र पर की जा रही सैनिक कार्रवाई देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक एवं अपरिहार्य कदम है। राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में संपूर्ण देश तन-मन-धन से देश की सरकार एवं सैन्य बलों के साथ खड़ा है।

सूचनाओं का पालन करने की अपील

आरएसएस प्रमुख ने कहा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस चुनौतीपूर्ण अवसर पर समस्त देशवासियों से आह्वान करता है कि शासन और प्रशासन द्वारा दी जा रही सभी सूचनाओं का पूर्णतः अनुपालन सुनिश्चित करे। इसके साथ-साथ इस अवसर पर हम सबको अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वहन करते हुए यह भी सावधानी रखनी है कि राष्ट्र विरोधी शक्तियों के सामाजिक एकता एवं समरसता को भंग करने के किसी भी षड्यंत्र को सफल न होने दें।

ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी’, सर्वदलीय बैठक में बोले राजनाथ सिंह, तो क्या पिक्चर अभी बाकी?

#operationsindoorisstillgoing_on

ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में हड़कंप है। पहले से ही हमले का अंदेशा लगा रहे पाकिस्तान पर भारत 6 और 7 मई की आधी रात को कहर बनकर टूटा। भारत ने पाकिस्तान के 9 ठिकानों एयर स्ट्राइक किया। देखते ही देखते जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के आंतकी ठिकाने नेस्तनाबूद हो गए। करीब 70 से अधिक आतंकवादी मिट्टी में मिल गए। फिर भी भारत ने ये इशारा कर दिया कि पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर अभी झांकी है...दरअसल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को हुई सर्वदलीय बैठक के बाद कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है और यह जारी है।

क्या है बयान के मायने?

करीब डेढ़ घंटे चली बैठक से बहार आने के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी रक्षा मंत्री के बयान को दोहराया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है। सर्वदलीय बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, 'आज सर्वदलीय बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बहुत अच्छी से हुई है। गंभीर विषय था इसलिए सभी नेताओं ने गंभीरता से अपने बात को रखा है। ऑपरेशन सिंदूर ongoing प्रोसेस है। सबसे पहले रक्षा मंत्री ने सभी नेताओं को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी और परिस्थिति, हालात के बारे में जानकारी दी। इसके बाद सभी ने अपना मत रखा और सुझाव भी दिए। सभी नेताओं ने सेनाओं को बधाई भी दी। सभी ने कहा कि हम एकजूटता से सरकार का साथ देंगे और सेना के हर कार्रवाई में साथ देंगे...मैं सभी नेताओं को धन्यवाद करता हूं और ये सकारात्मक बैठक थी।'

हर दुस्साहस का दिया जाएगा जवाब

ऑपरेशन सिंदूर के बाद ये पहली बार नहीं है कि जब ऐसा कहा जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के पूरा होने के बाद जब पूरी दुनिया को सबूत के साथ भारत ने जपाब दे दिया, तो प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भी यह इशारा किया गया कि पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर अभी झांकी है। अगर पाकिस्तान ने दुस्साहस की तो भारत पूरी तरह से तैयार है और उसे आगे भी जवाब दि जाएगा। यह वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका ने कहा था।

आर्मी के पूर्व चीफ के पोस्ट से भी खलबली

यही नहीं, आर्मी के पूर्व चीफ मनोज नरवणे ने एक्स पर एक पोस्ट कर पाकिस्तान में खलबली मचा दी। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक पोस्ट किया, जिसमें लिखा है- अभी पिक्चर बाकी है।

दरअसल, भारत ने जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर के बाद बयान दिया, उससे यह साफ है कि पाकिस्तान अगर दुस्साहस करता है तो भारत कुछ और बड़ा करेगा।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद चर्चा में आया यह श्लोक, 'धर्मो रक्षति रक्षितः' इस श्लोक का अर्थ समझे

डेस्क:–मंगलवार देर रात भारत ने Operation Sindoor के तहत पाकिस्तान में 100 किलोमीटर अंदर घुसकर हवाई हमला किया। इस ऑपरेशन के जरिए पाक के सभी आतंकी कैंप को नष्ट कर दिया और पहलगाम हमले का बदला ले लिया है। आप सोच भी नहीं सकते है कि उस वक्त हमला होता है जब पुरी दुनिया सो रही थी, आधी रात करीब 2 बजे भारतीय सेनाओं ने पाक के कई आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें बरसा दीं। इस बीच महाभारत का एक श्लोक सोशल मीडिया पर तेजी से ट्रेंड कर रहा है। हालांकि यह पूरा श्लोक नहीं है. धर्मो रक्षति रक्षितः एक लोकप्रिय संस्कृत वाक्यांश है, जिसका उल्लेख महाभारत और मनुस्मृति में देखने को मिलता है.

जानें श्लोक का अर्थ

तो चलिए जानते है इस श्लोक का अर्थ क्या है। श्लोक का अर्थ है, "धर्मो रक्षति रक्षितः एक लोकप्रिय संस्कृत वाक्यांश है, जिसका उल्लेख महाभारत और मनुस्मृति में देखने को मिलता है." पूरा श्लोक इस प्रकार है... धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः। तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत्। अर्थात इस श्लोक का अर्थ है धर्म को नष्ट करने से वह नष्ट करने वालों का भी नाश कर देता है और रक्षित धर्म रक्षक की रक्षा करता है। इसलिए कभी भी धर्म का उल्लंघन नहीं करना चाहिए, ताकि नष्ट हुआ धर्म हमारा कभी नाश न कर सके।

पहलगाम आतंकी हमले पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे और ऑपरेशन सिंदूर आतंकियों की इस कायराना हरकत का कड़ा जवाब है। आतंकियों के इस हमले में माताओं-बहनों के सिंदूर को नष्ट किया गया था, इसलिए भारत की इस कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान में स्थित जैश, लश्कर, हिजबुल मुजाहिदीन के 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया और कम से कम 70 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया। इस ऑपरेशन के तहत माताओं-बहनों के सिंदूर का बदला लिया गया।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद केन्द्र ने आज बुलाई सर्वदलीय बैठक, विपक्ष को देगी मिशन की जानकारी

#operationsindoorallpartymeeting

केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सुबह 11 बजे संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग में ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई गई है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद यह दूसरी सर्वदलीय बैठक है। मीटिंग में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी जाएगी। इससे पहले 24 अप्रैल को पार्लियामेंट एनेक्सी में 2 घंटे तक सर्वदलीय बैठक हुई थी। इसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी।

संवेदनशील मामलों में सबको साथ लेकर चल रही सरकार

भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालयों समेत आतंकी प्रशिक्षण के नौ मरकजों को हमला किया। इस हमले में 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है। हमले के एक दिन बाद सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद रहेंगे। सरकार का उद्देश्य ऐसे संवेदनशील मामलों पर सबको साथ लेकर चलने का है। पाकिस्तान स्थित आतंकी सेंटरों को ध्वस्त करने के बाद सभी दलों ने सेना के इस अभियान का समर्थन किया है। बैठक में भाग लेने के लिए सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों को बुलाया गया।

बैठक में पीएम मोदी के शामिल होने की मांग

वहीं, कांग्रेस ने इस बैठक में पीएम मोदी के भी शामिल होने की मांग की है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हमने 24 अप्रैल को भी प्रधानमंत्री से मीटिंग में शामिल होने की मांग की थी, लेकिन वे नहीं आए। इस बार कम से कम उन्हें आना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत की राष्ट्रीय नीति पाकिस्तान और पीओके से आने वाले सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट और मजबूत है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस बैठक में शामिल होंगे।

13 दिन पहले हुई थी पिछली बैठक

13 दिन पहले हुई सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार ने माना था कि पहलगाम हमले में सुरक्षा में चूक हुई है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया था कि आईबी और गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने मीटिंग में विपक्षी नेताओं को सुरक्षा में हुई चूक के बारे में जानकारी दी।

वहीं, विपक्ष ने कहा कि वे सरकार के साथ हैं। विपक्षी सांसदों ने आतंकी कैंपों को नष्ट करने की मांग की। कहा कि सरकार आतंक के खिलाफ कड़े कदम उठाए। बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा- हर एक्शन पर हमारा सरकार को पूरा सपोर्ट है। सर्वदलीय बैठक दो घंटे चली थी

महिला अधिकारियों ने सुनाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कहानी, दुनिया को बताया 25 मिनट चले पाकिस्तान पर प्रहार का सच

#operationsindoor25minuteraid

पहलगाम हमले के 15 दिन बाद देश का इंतजार खत्म हो गया। भारत ने एक बार फिर दुश्मने के घर में घुसकर मारा। भारत की ओर से पाकिस्‍तान पर एयर स्‍ट्राइक किया गया। भारत ने पाकिस्तान और पीओके के अंदर आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। भारत ने मुजफ्फराबाद, बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट, कोटली और मुजफ्फराबाद में आतंक के ठिकानों को निशाना बनाया। देश की तीनों सेनाओं ने मिलकर इस मिशन को अंजाम दिया। भारत की इस कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया है।

ऑपरेशन सिंदूर की कहानी

पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की पूरी जानकारी कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दुनिया के सामने रखी है। आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की कहानी सुनाने के लिए भारत ने अपनी दो महिला अधिकारियों को चुना। सोफिया कुरैशी इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं, वहीं व्योमिका सिंह इंडियन एयरफोर्स में विंग कमांडर।

25 मिनट और 9 आतंकी कैम्प तबाह

कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया 7 मई की रात को 1.05 बजे भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान और POK में घुस कर ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और ये ऑपरेशन करीब 25 मिनट तक चला, उन्होंने बताया कि कैसे भारतीय वायु सेना ने सिलसिलेवार तरीके से पाकिस्तान में मौजूद आतंकी कैम्पों को तबाह किया।

आतंकी ठिकाने नेस्तनाबूद

कर्नल सोफिया कुरैशी ने ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए पीओके के आतंकी शिविरों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, 'मुजफ्फराबाद में शवाई नाला कैंप लश्कर-ए-तैयबा का कैंप है। 20 अक्तूबर, 2024 को सोनमर्ग, 24 अक्तूबर, 2024 को गुलमर्ग और 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए हमलों के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को यहीं प्रशिक्षित किया गया था।' उन्होंने मुजफ्फराबाद में सैयदना बिलाल कैंप पर स्ट्राइक की भी जानकारी दी, यह जैश-ए-मोहम्मद का कैंप है, जो हथियार, विस्फोटक और प्रशिक्षण केंद्र के रूप में काम करता है। इसके साथ ही नियंत्रण रेखा (एलओसी) से 30 किलोमीटर दूर कोटली में गुलपुर कैंप को भी टारगेट किया गया। यह 20 अप्रैल, 2023 को पुंछ हमले और 9 जून, 2024 को तीर्थयात्रा बस हमले से जुड़े लश्कर आतंकियों का ठिकाना था। इसके अलावा भिमबेर में बरनाला कैंप को भी ध्वस्त किया गया, यह हथियारों और आईईडी की सप्लाई का केंद्र और ट्रेनिंग सेंटर था। ऐसे ही एलओसी से 13 किमी दूर एक अन्य कोटली कैंप में 15 आतंकवादियों की क्षमता वाले लश्कर के फिदायीन को प्रशिक्षित किया जाता था। इसे भी ध्वस्त किया गया।

Luxury on Wheels: Rajveer Conquers India with a Caravan & Camera

Rajveer Singh Makes History with Rajveer X India’s Luxury Drive: A 10,101 KM in a Luxury Caravan Journey Across India

Rajveer X India’s Luxury Drive has emerged as a groundbreaking digital movement and luxury travel sensation, capturing national attention and dominating online media. This historic journey, driven by Rajveer Singh is India’s first and only 10,101 km in a luxury caravan expedition where a solo content creator experienced a staycation at every single property of one hotel group—The LaLiT Group —across the country.

A Journey of Grit, Grandeur, and Glory

Flagged off from The LaLiT Mumbai on April 13, the drive remained true to its planned route even after the terrorist attack in Pahalgam on April 22. Rajveer continued his journey with undeterred spirit, visiting The LaLiT Srinagar from May 4 to 6, boldly portraying Kashmir’s beauty and hospitality to the world.

On May 7, while traveling from Kashmir toward Kartarpur, he witnessed Operation Sindoor—a strategic Indian security operation. Just a day later, in Amritsar at 2 AM on May 8, Rajveer experienced a blackout caused by Pakistan’s drone attack, which was neutralized by India's defense systems—proving again that no force could derail this record-breaking journey.

Highways That Shaped the Journey

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Most Challenging Route: Goa to Mumbai – Marred by congestion, poor road quality, and delays.

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Unforgettable Stays at The LaLiT Properties

Rajveer rated these three properties as the most exceptional:

The LaLiT Srinagar – Hospitality that touched the soul, with breathtaking lake views.

The LaLiT Kolkata – A perfect blend of tradition, comfort, and warmth.

The LaLiT Bekal – Immersive serenity, coastal charm, and meticulous service.

Brands That Fueled the Legacy

The campaign was proudly powered by U&I Entertainment and Designistic Global pvt ltd , backed by over 20 esteemed brands, including:

Red Chief, Team Wizard Media, Being You Always, Body Profuse, Krunchillo, French Essence, Andros Food, Bright Outdoor Media, Josh Bharat Media and many more

Designistic Global Media was the post production partner who played a crucial role in transforming the journey into a cinematic experience.

Support from the Ministry of Road Transport & Highways, Kashmir Tourism, and The LaLiT Group as official hospitality partner gave this campaign national strength and significance.

People, Power, and Unprecedented Support

This journey brought together a constellation of influencers and thought leaders:

Creators like Mister Tikku, Dil Se Foodie, Bhookad_Singh and many more joined in city after city.

Entrepreneurs such as Dr. Vishal Kalra, Yukit Vora, Harmeet Singh Gupta, and MasterChef Ishijyot Surri rallied behind the initiative.

In Udaipur, Rajveer had the honor of meeting Maharaja Dr. Lakshyaraj Singh Mewar, adding royal recognition to this prestigious tour.

Numbers That Speak Volumes

10,101 km covered, 12 luxury stays at The LaLiT Group, 250+ posts and 1,500+ Instagram stories, 100+ million digital impressions.

A Legacy of Firsts

1st content creator to stay at every property of a hotel group in a single country in less than 33 days

1st to drive 10,101 km accross the country in a luxury caravan

1st to continue with a national drive plan even during a regional terror attack & National War With Pakistan.

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The Road Ahead

This is not just a story of roads and reels—this is about fearless storytelling, unmatched hospitality, and a new benchmark in luxury content experiences. The road was long, but Rajveer’s vision was longer.

For collaborations, features, and media kits, follow

ऑपरेशन सिंदूर' क्यों रखा गया मिशन का नाम? अमेरिका में शशि थरूर ने दिया ये जवाब

#whyindiachosenameoperationsindooragainstshashitharoor_answer

कांग्रेस नेता शशि थरूर अमेरिका में हैं। थरूर भारत की तरफ से दुनियाभर में भेजे गए डेलीगेशन का हिस्सा हैं। कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल का मकसद आतंकवाद पर भारत का रुख दुनिया के सामने रखना है। कांग्रेस नेता ने यूएस स्थित नेशनल प्रेस क्लब में एक बातचीत के दौरान बताया कि आखिर भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम क्यों दिया। थरूर ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम बहुत सोच-समझकर रखा गया है। उन्होंने सिंदूर के महत्व को बताते हुए कहा कि यह रंग खून से अलग नहीं है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम क्यों चुना?

बुधवार को अमेरिका में नेशनल प्रेस क्लब में एक संवाद सत्र के दौरान यह पूछे जाने पर कि भारत ने आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम क्यों चुना। कांग्रेस सांसद ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर, वास्तव में, मुझे लगा कि यह एक शानदार नाम है। सिंदूर, अगर कुछ अमेरिकी इसके बारे में नहीं जानते हैं, तो यह सिंदूर हिंदू परंपरा में विवाहित महिलाओं अपनी मांग में लगाती है। यह व्यापक रूप से प्रचलित है। कुछ गैर-हिंदू भी इसे करते हैं। सिंदूर विवाह समारोह के समय लगाया जाता है और उसके बाद हर दिन विवाहित महिलाएं इसे लगाती हैं। इसलिए, हम इन क्रूर आतंकवादियों के बारे में बहुत सचेत थे, जिन्होंने पति को उनकी पत्नियों और बच्चों के सामने गोली मार दी। आतंकियों ने महिलाओं को छोड़ दिया और जब एक पत्नी चिल्लाई, ‘मुझे भी मार दो’, तो उसे कहा गया, नहीं, ‘तुम वापस जाओ और उन्हें बताओ कि हमने क्या किया है।’ इसी कारण से महिलाएं इस जघन्य, वीभत्स कृत्य से बच गईं।

सिंदूर का रंग खून के रंग से बहुत अलग नहीं-थरूर

थरूर ने आगे कहा कि उस सिंदूर को वास्तव में 26 भारतीय महिलाओं के माथे से मिटा दिया गया था, मैं हिंदू महिलाएं कहने वाला था, लेकिन उनमें से एक वास्तव में ईसाई थी, लेकिन बाकी सभी के माथे का सिंदूर इन आतंकवादी घटना में मिटा दिया गया। इसलिए हम सबसे पहले सिंदूर मिटाने की उस घटना का बदला लेना चाहते थे। लेकिन, दूसरी बात, यह कोई संयोग नहीं है कि सिंदूर का रंग लाल है, जो खून के रंग से बहुत अलग नहीं है, और कई मायनों में एक हिंदी मुहावरा है कि ‘खून का बदला खून’; यहां यह ‘सिंदूर का बदला खून’ होगा, यानी सिंदूर के साथ जो कुछ भी किया गया है, उसके जवाब में खून।

पाकिस्तान की सीमा से लगे राज्यों में मॉक ड्रिल रद्द, जानें क्या है वजह

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पाकिस्तान की सीमा से लगे चार राज्यों- गुजरात, पंजाब, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में ‘ऑपरेशन शील्ड’ के तहत नागरिक सुरक्षा अभ्यास (मॉक ड्रिल) आयोजित करने का फैसला फिलहाल रद्द कर दिया गया है। पहले यह मॉक ड्रिल 29 मई को होना था, लेकिन अब इसे टाल दिया गया है। बताया जा रहा है कि नई तारीखों का ऐलान जल्द ही कर दिया जाएगा।

आज शाम होनी थी मॉक ड्रिल

पहले बुधवार को पाकिस्तान की सीमा से सटे राज्यों में मॉक ड्रिल कराने का फैसला किया गया था। गृह मंत्रालय के निर्देश के मुताबिक दुश्मन देश के हमलों के खिलाफ नागरिक संरक्षण की तैयारियों को बढ़ाने के लिए देश के पश्चिमी सीमा से लगे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सभी जिलों में नागरिक संरक्षण अभ्यास ‘ऑपरेशन शील्ड’ आयोजित करने के निर्देश दिए गए थे। जिसके तहत गुरुवार यानी आज गुजरात, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और चंडीगढ़ समेत केंद्र शासित प्रदेशों के कई जिलों में शाम 5 बजे से मॉक ड्रिल होनी थी।

प्रशासनिक कारणों से टला अभ्यास

हालांकि, बुधवार देर शाम प्रशासनिक कारणों की वजह से फिलहाल टाल दिया गया।सरकारी आदेश में कहा गया है कि सभी संबंधित अधिकारियों और हितधारकों को सूचित किया जाए कि ऑपरेशन शील्ड सिविल डिफेंस एक्सरसाइज अगली सूचना तक स्थगित कर दी गई है। अगली तारीख बाद में जारी की जाएगी। जम्मू-कश्मीर सभी 20 जिलों में मॉक ड्रिल रद्द कर दी गई है। वहीं राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़ और अन्य राज्यों ने भी केंद्र के आदेश के बाद मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट स्थगित कर दिए हैं।

देशभर के 244 जिलों में किया गया था मॉक ड्रिल

इससे पहले इसी महीने की शुरुआत में यानी 7 मई को मॉक ड्रिल की गई थी। 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर से चंद घंटे पहले सरकार ने देशभर के 244 जिलों में पहली बार सिविल डिफेंस अभ्यास कराया था। इस दौरान ब्लैकआउट ड्रिल, हवाई हमले के सायरन, निकासी प्रक्रिया के साथ ही जनता को जागरूक करने जैसे अभ्यास किए गए थे।

पहलगाम हमले के बाद बढ़ा विवाद

दरअसल, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पीओके स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया था। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना ने भारतीय इलाकों में ड्रोन हमले किए, जिसमें 300 से 400 ड्रोन भेजे गए। हालांकि, भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन ड्रोन्स को प्रभावी ढंग से निष्क्रिय कर दिया। ये हमला जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और पंजाब के कई सीमावर्ती इलाकों को निशाना बनाकर किया गया था। ड्रोन और मिसाइलों से किए गए हमले की कोशिश के कारण जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में ब्लैकआउट और सायरन बजने लगे थे। इसके बाद भारत की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान में अफरा-तफरी मच गई थी। दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों की वार्ता के स्तर पर पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम की शुरुआत की गई, जिसके बाद सीजफायर की घोषणा की गई।

आज से शुरू हो रहा पाकिस्‍तान का पोल खोल अभियान, श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में पहला सर्वदलीय दल हो रवाना

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भारत ने पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब करने की मुहिम छेड़ दी है। आतंकवाद को पनाह दे रहे पाकितान के खिलाफ भारत ने कूटनीतिक कदम बढ़ाया है। पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तानी साजिश और उसके बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर पर दुनिया को भारत का रुख बताने के लिए सरकार का पहला सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आज रवाना हो रहा है। शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल बुधवार को यूएई पहुंचेगा। यह प्रतिनिधिमंडल लाइबेरिया, कांगो तथा सिएरा लियोन का भी दौरा करेगा।

प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के मामले में भारत की खींची गई नई सीमा रेखा की जानकारी देने के साथ ही पहलगाम आतंकी हमले और उसके खिलाफ की गई जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के बारे में दुनिया के देशों को परिचित कराएगा। मंगलवार को विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने शिंदे समेत तीन प्रतिनिधिमंडलों को पाकिस्तानी धरती से उत्पन्न आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई, पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद की घटनाओं तथा सरकार द्वारा खींची गई नई सीमा रेखा पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण जानकारी दी।

पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर की सबसे बड़ी ताकत ये रही कि इसको लेकर पूरा भारत राजनीतिक तौर पर भी एकजुट नजर आया। भारतीय सशस्त्र सेना ने इस ऑपरेशन में अपना लक्ष्य बहुत ही सटीकता से हासिल किया और पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवादियों के 9 बड़े ठिकानों को पूरी तरह से मिट्टी में मिलाने में सफलता भी हासिल की। आतंकवाद और पाकिस्तान के संबंधों के इस कनेक्शन की पोल दुनिया के सामने खोलने के लिए ऑल पार्टी डेलिगेशन दुनियाभर के दौरे पर जाने वाला है।

Tiranga Yatra Organized in Budhanpur










grand Tiranga Yatra (tricolor march) was organized in the Budhanpur Tehsil area, starting from Radha Krishna Temple in Koilsa. The event was graced by Bhupendra Singh Chaudhary, the State President of the Bharatiya Janata Party (BJP), who led the yatra.

The Tiranga Yatra commenced from the Radha Krishna Temple and concluded at the Shaheed Smarak (Martyrs’ Memorial) in Budhanpur, where floral tributes were paid to the martyrs. Addressing the gathering, Bhupendra Singh Chaudhary said that the successful execution of Operation Sindoor, which struck Pakistan on its own soil, is a matter of immense pride for the nation. He added that the Tiranga Yatra was organized to celebrate this victory and to boost the morale of the armed forces.

Vinod Rajbhar, District President of Lalganj, who presided over the event, encouraged all party workers and stated that whenever the pride and honor of our nation is challenged, our three armed forces give a befitting reply to the enemy.

Former District President Jayanath Singh expressed his pride in being born in a country like India and praised the bravery of Indian soldiers who risk their lives for the safety of the nation.

Budhanpur Nagar Panchayat Chairman's representative, Goodluck Singh, extended his gratitude to all the dignitaries who participated in the event.

Prominent attendees included Suraj Prakash Srivastava, former MP Sangeeta Azad, Ramakant Mishra, Pushkar Mishra, Dheeraj Mishra, Block Pramukh Representative Santosh Yadav, Birendra Singh, Raghvendra Pandey, Dharmanand Pandey, Ashok Mishra, Prem Sagar Pandey, Prem Shankar Pandey, Manoj Kumar Singh, Rammoorat Maurya, Ashutosh Chaubey, Bindu Singh, Raju Rajbhar, Rudra Sharma, Hanumant Prasad Singh, Chandrajeet Tiwari, Harish Tiwari, Jagannath Rajbhar, Neeraj Tiwari, Harshit Singh, Anurag Singh (Block Pramukh of Palhna), Ajay Yadav, Sunil Singh Dabbbu, Deepak Modanwal, Manoj Singh, Pradeep Pandey, and many others.

ऑपरेशन सिंदूर पर मोहन भागवत का पहला बयान, बोले-सरकार सैन्यबलों का हार्दिक अभिनंदन

#rsschiefmohanbhagwatissuedstatementonoperationsindoor

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ की ओर से भी बयान जारी किया गया है।संघ की तरफ से सरसंघचालक मोहन भागवत सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले के नाम से बयान वक्तव्य जारी किया है। संघ ने पाकिस्तान के खिलाफ इस ऑपरेशन को लेकर भारत सरकार के साथ ही सैन्य बलों की तारीफ की है।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने पहलगाम की कायरतापूर्ण आतंकवादी घटना के बाद कहा है कि पाक प्रायोजित आतंकवादियों एवं उनके समर्थक पारितंत्र पर की जा रही निर्णायक कार्रवाई “ऑपरेशन सिंदूर” के लिए भारत सरकार के नेतृत्व और सैन्यबलों का हार्दिक अभिनंदन। हिंदू यात्रियों के नृशंस हत्याकांड में आहत परिवारों को एवं समस्त देश को न्याय दिलाने हेतु हो रही इस कार्रवाई ने समूचे देश के स्वाभिमान एवं हिम्मत को बढ़ाया है।

पाकिस्तानी हमलों की निंदा

आरएसएस ने बयान में कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना द्वारा भारत की सीमा पर धार्मिक स्थलों और नागरिक बस्ती क्षेत्र पर किए जा रहे हमलों की हम निंदा करते हैं और जो इन हमलों का शिकार हुए, उनके परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करते।संघ ने आगे कहा कि हमारा यह भी मानना है कि पाकिस्तान में आतंकियों, उनका ढॉंचा एवं सहयोगी तंत्र पर की जा रही सैनिक कार्रवाई देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक एवं अपरिहार्य कदम है। राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में संपूर्ण देश तन-मन-धन से देश की सरकार एवं सैन्य बलों के साथ खड़ा है।

सूचनाओं का पालन करने की अपील

आरएसएस प्रमुख ने कहा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस चुनौतीपूर्ण अवसर पर समस्त देशवासियों से आह्वान करता है कि शासन और प्रशासन द्वारा दी जा रही सभी सूचनाओं का पूर्णतः अनुपालन सुनिश्चित करे। इसके साथ-साथ इस अवसर पर हम सबको अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वहन करते हुए यह भी सावधानी रखनी है कि राष्ट्र विरोधी शक्तियों के सामाजिक एकता एवं समरसता को भंग करने के किसी भी षड्यंत्र को सफल न होने दें।

ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी’, सर्वदलीय बैठक में बोले राजनाथ सिंह, तो क्या पिक्चर अभी बाकी?

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ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में हड़कंप है। पहले से ही हमले का अंदेशा लगा रहे पाकिस्तान पर भारत 6 और 7 मई की आधी रात को कहर बनकर टूटा। भारत ने पाकिस्तान के 9 ठिकानों एयर स्ट्राइक किया। देखते ही देखते जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के आंतकी ठिकाने नेस्तनाबूद हो गए। करीब 70 से अधिक आतंकवादी मिट्टी में मिल गए। फिर भी भारत ने ये इशारा कर दिया कि पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर अभी झांकी है...दरअसल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को हुई सर्वदलीय बैठक के बाद कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है और यह जारी है।

क्या है बयान के मायने?

करीब डेढ़ घंटे चली बैठक से बहार आने के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी रक्षा मंत्री के बयान को दोहराया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है। सर्वदलीय बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, 'आज सर्वदलीय बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बहुत अच्छी से हुई है। गंभीर विषय था इसलिए सभी नेताओं ने गंभीरता से अपने बात को रखा है। ऑपरेशन सिंदूर ongoing प्रोसेस है। सबसे पहले रक्षा मंत्री ने सभी नेताओं को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी और परिस्थिति, हालात के बारे में जानकारी दी। इसके बाद सभी ने अपना मत रखा और सुझाव भी दिए। सभी नेताओं ने सेनाओं को बधाई भी दी। सभी ने कहा कि हम एकजूटता से सरकार का साथ देंगे और सेना के हर कार्रवाई में साथ देंगे...मैं सभी नेताओं को धन्यवाद करता हूं और ये सकारात्मक बैठक थी।'

हर दुस्साहस का दिया जाएगा जवाब

ऑपरेशन सिंदूर के बाद ये पहली बार नहीं है कि जब ऐसा कहा जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के पूरा होने के बाद जब पूरी दुनिया को सबूत के साथ भारत ने जपाब दे दिया, तो प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भी यह इशारा किया गया कि पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर अभी झांकी है। अगर पाकिस्तान ने दुस्साहस की तो भारत पूरी तरह से तैयार है और उसे आगे भी जवाब दि जाएगा। यह वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका ने कहा था।

आर्मी के पूर्व चीफ के पोस्ट से भी खलबली

यही नहीं, आर्मी के पूर्व चीफ मनोज नरवणे ने एक्स पर एक पोस्ट कर पाकिस्तान में खलबली मचा दी। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक पोस्ट किया, जिसमें लिखा है- अभी पिक्चर बाकी है।

दरअसल, भारत ने जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर के बाद बयान दिया, उससे यह साफ है कि पाकिस्तान अगर दुस्साहस करता है तो भारत कुछ और बड़ा करेगा।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद चर्चा में आया यह श्लोक, 'धर्मो रक्षति रक्षितः' इस श्लोक का अर्थ समझे

डेस्क:–मंगलवार देर रात भारत ने Operation Sindoor के तहत पाकिस्तान में 100 किलोमीटर अंदर घुसकर हवाई हमला किया। इस ऑपरेशन के जरिए पाक के सभी आतंकी कैंप को नष्ट कर दिया और पहलगाम हमले का बदला ले लिया है। आप सोच भी नहीं सकते है कि उस वक्त हमला होता है जब पुरी दुनिया सो रही थी, आधी रात करीब 2 बजे भारतीय सेनाओं ने पाक के कई आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें बरसा दीं। इस बीच महाभारत का एक श्लोक सोशल मीडिया पर तेजी से ट्रेंड कर रहा है। हालांकि यह पूरा श्लोक नहीं है. धर्मो रक्षति रक्षितः एक लोकप्रिय संस्कृत वाक्यांश है, जिसका उल्लेख महाभारत और मनुस्मृति में देखने को मिलता है.

जानें श्लोक का अर्थ

तो चलिए जानते है इस श्लोक का अर्थ क्या है। श्लोक का अर्थ है, "धर्मो रक्षति रक्षितः एक लोकप्रिय संस्कृत वाक्यांश है, जिसका उल्लेख महाभारत और मनुस्मृति में देखने को मिलता है." पूरा श्लोक इस प्रकार है... धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः। तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत्। अर्थात इस श्लोक का अर्थ है धर्म को नष्ट करने से वह नष्ट करने वालों का भी नाश कर देता है और रक्षित धर्म रक्षक की रक्षा करता है। इसलिए कभी भी धर्म का उल्लंघन नहीं करना चाहिए, ताकि नष्ट हुआ धर्म हमारा कभी नाश न कर सके।

पहलगाम आतंकी हमले पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे और ऑपरेशन सिंदूर आतंकियों की इस कायराना हरकत का कड़ा जवाब है। आतंकियों के इस हमले में माताओं-बहनों के सिंदूर को नष्ट किया गया था, इसलिए भारत की इस कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान में स्थित जैश, लश्कर, हिजबुल मुजाहिदीन के 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया और कम से कम 70 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया। इस ऑपरेशन के तहत माताओं-बहनों के सिंदूर का बदला लिया गया।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद केन्द्र ने आज बुलाई सर्वदलीय बैठक, विपक्ष को देगी मिशन की जानकारी

#operationsindoorallpartymeeting

केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सुबह 11 बजे संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग में ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई गई है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद यह दूसरी सर्वदलीय बैठक है। मीटिंग में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी जाएगी। इससे पहले 24 अप्रैल को पार्लियामेंट एनेक्सी में 2 घंटे तक सर्वदलीय बैठक हुई थी। इसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी।

संवेदनशील मामलों में सबको साथ लेकर चल रही सरकार

भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालयों समेत आतंकी प्रशिक्षण के नौ मरकजों को हमला किया। इस हमले में 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है। हमले के एक दिन बाद सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद रहेंगे। सरकार का उद्देश्य ऐसे संवेदनशील मामलों पर सबको साथ लेकर चलने का है। पाकिस्तान स्थित आतंकी सेंटरों को ध्वस्त करने के बाद सभी दलों ने सेना के इस अभियान का समर्थन किया है। बैठक में भाग लेने के लिए सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों को बुलाया गया।

बैठक में पीएम मोदी के शामिल होने की मांग

वहीं, कांग्रेस ने इस बैठक में पीएम मोदी के भी शामिल होने की मांग की है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हमने 24 अप्रैल को भी प्रधानमंत्री से मीटिंग में शामिल होने की मांग की थी, लेकिन वे नहीं आए। इस बार कम से कम उन्हें आना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत की राष्ट्रीय नीति पाकिस्तान और पीओके से आने वाले सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट और मजबूत है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस बैठक में शामिल होंगे।

13 दिन पहले हुई थी पिछली बैठक

13 दिन पहले हुई सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार ने माना था कि पहलगाम हमले में सुरक्षा में चूक हुई है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया था कि आईबी और गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने मीटिंग में विपक्षी नेताओं को सुरक्षा में हुई चूक के बारे में जानकारी दी।

वहीं, विपक्ष ने कहा कि वे सरकार के साथ हैं। विपक्षी सांसदों ने आतंकी कैंपों को नष्ट करने की मांग की। कहा कि सरकार आतंक के खिलाफ कड़े कदम उठाए। बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा- हर एक्शन पर हमारा सरकार को पूरा सपोर्ट है। सर्वदलीय बैठक दो घंटे चली थी

महिला अधिकारियों ने सुनाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कहानी, दुनिया को बताया 25 मिनट चले पाकिस्तान पर प्रहार का सच

#operationsindoor25minuteraid

पहलगाम हमले के 15 दिन बाद देश का इंतजार खत्म हो गया। भारत ने एक बार फिर दुश्मने के घर में घुसकर मारा। भारत की ओर से पाकिस्‍तान पर एयर स्‍ट्राइक किया गया। भारत ने पाकिस्तान और पीओके के अंदर आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। भारत ने मुजफ्फराबाद, बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट, कोटली और मुजफ्फराबाद में आतंक के ठिकानों को निशाना बनाया। देश की तीनों सेनाओं ने मिलकर इस मिशन को अंजाम दिया। भारत की इस कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया है।

ऑपरेशन सिंदूर की कहानी

पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की पूरी जानकारी कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दुनिया के सामने रखी है। आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की कहानी सुनाने के लिए भारत ने अपनी दो महिला अधिकारियों को चुना। सोफिया कुरैशी इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं, वहीं व्योमिका सिंह इंडियन एयरफोर्स में विंग कमांडर।

25 मिनट और 9 आतंकी कैम्प तबाह

कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया 7 मई की रात को 1.05 बजे भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान और POK में घुस कर ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और ये ऑपरेशन करीब 25 मिनट तक चला, उन्होंने बताया कि कैसे भारतीय वायु सेना ने सिलसिलेवार तरीके से पाकिस्तान में मौजूद आतंकी कैम्पों को तबाह किया।

आतंकी ठिकाने नेस्तनाबूद

कर्नल सोफिया कुरैशी ने ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए पीओके के आतंकी शिविरों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, 'मुजफ्फराबाद में शवाई नाला कैंप लश्कर-ए-तैयबा का कैंप है। 20 अक्तूबर, 2024 को सोनमर्ग, 24 अक्तूबर, 2024 को गुलमर्ग और 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए हमलों के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को यहीं प्रशिक्षित किया गया था।' उन्होंने मुजफ्फराबाद में सैयदना बिलाल कैंप पर स्ट्राइक की भी जानकारी दी, यह जैश-ए-मोहम्मद का कैंप है, जो हथियार, विस्फोटक और प्रशिक्षण केंद्र के रूप में काम करता है। इसके साथ ही नियंत्रण रेखा (एलओसी) से 30 किलोमीटर दूर कोटली में गुलपुर कैंप को भी टारगेट किया गया। यह 20 अप्रैल, 2023 को पुंछ हमले और 9 जून, 2024 को तीर्थयात्रा बस हमले से जुड़े लश्कर आतंकियों का ठिकाना था। इसके अलावा भिमबेर में बरनाला कैंप को भी ध्वस्त किया गया, यह हथियारों और आईईडी की सप्लाई का केंद्र और ट्रेनिंग सेंटर था। ऐसे ही एलओसी से 13 किमी दूर एक अन्य कोटली कैंप में 15 आतंकवादियों की क्षमता वाले लश्कर के फिदायीन को प्रशिक्षित किया जाता था। इसे भी ध्वस्त किया गया।