तमिल में इंजीनियरिंग और मेडिकल शिक्षा शुरू कर दो...', भाषा विवाद के बीच अमित शाह का स्टालिन पर तंज

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भाषा को लेकर तमिलनाडु और केन्द्र सरकार आमने-सामने हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन पिछले कुछ दिनों से लगातार केंद्र सरकार पर नेशनल एजूकेशन पॉलिसी के जरिए तमिलनाडु में हिंदी को अनिवार्य करने और तमिल भाषा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने का आरोप लगा रहे हैं। अब तक शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने स्टालिन के हमले को लेकर मोर्टा समभाल रखा था। ब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन पर पलटवार किया। उन्होंने स्टालिन से राज्य में तमिल में इंजीनियरिंग और मेडिकल की शिक्षा शुरू करने की बात कही है।

भाषा के मुद्दे विशेष रूप से स्टालिन के हिंदी विरोध को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने बदलाव किए और अब यह सुनिश्चित किया है कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के उम्मीदवार अपनी-अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षा दे सकें।

शाह ने दावा किया कि एमके स्टालिन ने तमिल भाषा के विकास के संबंध में पर्याप्त काम नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के लिए अपनी भर्ती नीतियों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। शाह ने कहा, अभी तक सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) भर्ती में मातृभाषा के लिए कोई जगह नहीं थी। पीएम मोदी ने फैसला किया है कि हमारे युवा अब तमिल सहित आठवीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाओं में सीएपीएफ परीक्षा दे सकेंगे। मैं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से भी आग्रह करना चाहता हूं कि वे जल्द से जल्द तमिल भाषा में मेडिकल और इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम शुरू करने की दिशा में कदम उठाएं।

क्या है केंद्र और राज्य के बीच विवाद?

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन के बीच पिछले कई दिनों से जुबानी जंग चल रही है। बीते दिनों राष्ट्रीय शिक्षा नीति को तमिलनाडु में लागू करने से स्टालिन के इनकार पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नाराजगी जाहिर की थी। वहीं स्टालिन, केंद्र सरकार पर जबरन राज्य में इसे लागू करने का आरोप लगा रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा था कि जब तक तमिलनाडु राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) और तीन भाषा फार्मूले को स्वीकार नहीं कर लेता, तब तक केंद्र सरकार की तरफ से उसे फंड नहीं दिया जाएगा।

स्टालिन ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार जबरन तमिलनाडु पर हिंदी थोपना चाह रही है। इसके कारण कई क्षेत्रीय भाषाएं पहले ही खत्म हो चुकी हैं, हम अपने यहां की भाषाएं खत्म नहीं होने देंगे।

दिल्‍ली को क्राइम फ्री करने का प्‍लान तैयार, कानून व्यवस्था को लेकर अमित शाह से मिली सीएम रेखा गुप्ता

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देश की राजधानी दिल्‍ली में बीजेपी की अगुआई में नई सरकार का गठन भी हो चुका है। रेखा गुप्‍ता ने दिल्‍ली की नई मुख्‍यमंत्री के तौर पर पदभार ग्रहण कर लिया है। इसके साथ ही जनता के हित में फैसलों का दौर भी शुरू हो चुका है। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता, गृह विभाग के मंत्री आशीष सूद, दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा की मौजूदगी में कानून-व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को हाई -लेवल मीटिंग की। मीटिंग में दिल्ली की कानून-व्यवस्था और एक-दूसरे के साथ बेहतर कॉर्डिनेशन को लेकर चर्चा हुई। इसमें गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली पुलिस की यह प्राथमिकता होनी चाहिए कि दिल्ली में गैंगस्टरों और इंटरस्टेट गैंग्स को लेकर इनके खिलाफ सख्त से सख्त अप्रोच रखते हुए इन्हें समाप्त किया जाए।

इस दौरान अमित शाह ने दिल्‍ली को क्राइम फ्री और क्‍लीन करने के लिए पांच सूत्रीय फॉर्मूला सुझाया। उन्‍होंने इसपर तत्‍काल अमल करने को भी कहा है, ताकि दिल्‍ली की जनता की जिंदगी बेहतर हो सकेः-

1.केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस को बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को भारत में प्रवेश कराने में मदद करने वाले नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है और इससे सख्ती से निपटा जाना चाहिए।

2.अमित शाह ने राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि लगातार खराब प्रदर्शन करने वाले पुलिस थानों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

3.अमित शाह ने कहा कि शहर में इंटरस्‍टेट गिरोहों को सख्ती से खत्म करना दिल्ली पुलिस की प्राथमिकता होनी चाहिए।

4.केंद्रीय गृह मंत्री ड्रग सिंडिकेट के खिलाफ भी सख्‍त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

5. बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री ने अमित शाह ने आगे कहा कि डीसीपी स्तर के अधिकारी पुलिस स्टेशनों में जाकर जनसुनवाई शिविर लगाएं और जनता की समस्याओं का समाधान करें। दिल्ली पुलिस को उन स्थानों की पहचान करनी चाहिए जहां रोजाना ट्रैफिक जाम होता है और दिल्ली पुलिस कमिश्‍नर और मुख्य चीफ सेक्रेटरी को बैठक करनी चाहिए और इसका त्वरित समाधान निकालना चाहिए, ताकि जनता को राहत मिल सके।

पुलिस थानों के प्रदर्शन को लेकर कही ये बात

मीटिंग में केंद्रीय गृह मंत्री ने निर्देश दिए कि दिल्ली में कंस्ट्रक्शन से संबंधित मामलों में दिल्ली पुलिस की परमिशन की जरुरत नहीं होगी। साथ ही उन्होंने दिल्ली पुलिस के ऐसे पुलिस थानों को चेतावनी देते हुए कड़े शब्दों में यह भी कहा कि जिन भी पुलिस थानों का प्रदर्शन लगातार खराब होगा। ऐसे पुलिस थानों और तमाम सब-डिवीजन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। ताकि जनता को भी यह मैसेज जाए कि अगर कोई पुलिस थाना लोगों की उम्मीदों पर खरा ना उतरते हुए इलाके में कानून-व्यवस्था सामान्य रख पाने में कामयाब नहीं हो पा रहा है तो उसके पूरे थाने के खिलाफ भी एक्शन लिया जा सकता है।

शीला दीक्षित के बाद पहली बार ऐसी मीटिंग

बताया जाता है कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बाद ऐसा पहला मौका था जब दिल्ली की कानून-व्यवस्था को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री, दिल्ली की मुख्यमंत्री और दिल्ली पुलिस कमिश्नर समेत अन्य आला अधिकारियों ने इस तरह से एक मंच पर मीटिंग हुई हो। जबकि दिल्ली में बीजेपी सरकार बनने के बाद यह पहली मीटिंग थी।

महाकुंभ से संबंधित भ्रामक पोस्ट करने वाले 53 विभिन्न अकाउंट के विरुद्ध मुकदमा

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा महाकुम्भ मेला से सम्बंधित भ्रामक एवं फेक न्यूज पोस्ट करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। उक्त के क्रम में पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशान्त कुमार द्वारा इसके लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार की गई थी, जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस एवं एक्सपर्ट एजेन्सी द्वारा मिलकर सोशल मीडिया पर महाकुम्भ से सम्बन्धित भ्रामक पोस्ट करने, अफवाह फैलाने वालों एवं साइबर अपराध के प्रति निरन्तर साइबर पेट्रोलिंग की जा रही थी। इसी क्रम में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान 13-02-2025 को यह संज्ञान में आया कि कतिपय सोशल मीडिया अकाउंट से 02 भ्रामक वीडियो को महाकुम्भ से सम्बन्धित बताकर अफवाह फैलाई जा रही है । महाकुम्भ बस स्टैन्ड में लगी आग 40 से 50 गाड़ी जलकर हुई राख प्रथम वीडियो में मिस्र देश के अग्नि काण्ड से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही है कि "महाकुंभ में लगी तीसरी बार आग, महाकुम्भ बस स्टैन्ड में लगी आग 40 से 50 गाड़ी जलकर हुई राख" इस वीडियो की जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि पोस्ट में उल्लिखित वीडियो 14 जुलाई 2020 को मिस्र के काहिरा उपनगर में शुकैर-मोस्टोरोड पाइपलाइन से तेल के रिसाव के बाद लगी आग्नि काण्ड से सम्बन्धित है, जिसका खण्डन भी कुम्भ मेला एवं उत्तर प्रदेश पुलिस के सोशल मीडिया एकाउंट से भी किया गया है। 7 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित उक्त वीडियो को अपलोड करके महाकुम्भ में की गई व्यवस्था को बदनाम करने और आम जनमानस के मन में सरकार और पुलिस प्रशासन के प्रति नकारात्मक माहौल बनाकर अफवाह फैलाने वाले निम्नलिखित 07 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित करके उनके विरुद्ध कोतवाली कुम्भ मेला में अभियोग पंजीकृत कराते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है। 1- India With Congress एक्स (ट्विटर) 2- Harindra Kumar Rao इंस्टाग्राम 3- Anil Patel इंस्टाग्राम 4- Vishal Babu इंस्टाग्राम 5- Nemi Chand इंस्टाग्राम 6- Sifa Bhadoriya इंस्टाग्राम 7- Hello prayagraj यू-ट्यूब पुलिस के सोशल मीडिया अकाउन्ट से खण्डन भी किया गया दूसरे वीडियो में पटना, बिहार से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर य ह अफवाह फैलाई जा रही है कि "कुंभ में राष्ट्रवादी और सनातनी लोगों ने आर्मी वालों पर चप्पलें फेंकी! ये मुसलमान होते तो आज सभी सरकारी मीडिया चैनलों पर यही खबर होती, लेकिन इस धर्म के लोगों को ये सब अलाउड है शायद ।" इस वीडियो की जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि पोस्ट में उल्लिखित वीडियो नवम्बर 2024 को पटना के गांधी मैदान में पुष्पा-2 फिल्म के प्रमोशन से सम्बन्धित कार्यक्रम में भीड़ के बेकाबू होने एवं अभद्र व्यवहार किये जाने से सम्बन्धित है, जिसका कुम्भ मेला एवं उ0प्र0 पुलिस के सोशल मीडिया अकाउन्ट से खण्डन भी किया गया है । नकारात्मक माहौल बनाकर अफवाह फैलाने की खैर नहीं उक्त वीडियो को अपलोड करके महाकुम्भ में आने वाले लोगों को गलत तरीके से प्रस्तुत करके सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने एवं आमजन मानस के मन में उ0प्र0 सरकार और पुलिस प्रशासन के प्रति नकारात्मक माहौल बनाकर अफवाह फैलाने वाले निम्नलिखित 15 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित करके उनके विरुद्ध कोतवाली कुम्भ मेला में अभियोग पंजीकृत कराते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है। 1- Inderjeet Barak एक्स (ट्विटर) 2- SUNIL एक्स (ट्विटर) 3- Nihal Shaikh एक्स (ट्विटर) 4- Dimpi एक्स (ट्विटर) 5- Sat Sewa एक्स (ट्विटर) 6- Sandesh Vatak News एक्स (ट्विटर) 7- lokesh meena एक्स (ट्विटर) 8- राज सिंह चौधरी एक्स (ट्विटर) 9- Yunus Alam (Facebook account) 10- Aminuddin Siddiqui (Facebook account) 11- अरविंद सिंह यादव अहीरवाल (Facebook account) 12- Shivam Kumar Kushwaha (Facebook account) 13- Jain Renu (Facebook account) 14- Amit Kumar II (Facebook account) 15- मेहत्तर एक योद्धा बलिया (Facebook account) भियोग पंजीकृत करके आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही उल्लेखनीय है कि महाकुम्भ मेला के प्रारम्भ से विगत लगभग 01 माह के अन्दर महाकुम्भ से सम्बन्धित भ्रामक वीडियो/फ़ोटो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म पर पोस्ट करके अफवाह फैलाने वाले कुल 53 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध कुम्भ मेला पुलिस द्वारा अभियोग पंजीकृत करके आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है । जिनका विवरण निम्नवत है :- सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत दिनांक 13-01-2025 को 01 एक्स (ट्विटर) अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिसके द्वारा कुम्भ मेला क्षेत्र में उत्तर प्रदेश फायर सर्विस द्वारा किये गए मॉक ड्रिल को वास्तविक बताकर कुम्भ मेला क्षेत्र में आग लगने की अफवाह फैलाई जा रही थी । दिनांक 02-02-2025 को 07 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके माध्यम से नेपाल के वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि "भगदड कांड में मारे गए लोगों के शव को परिजन पोस्टमार्टम हाऊस से कंधे पर शवों को लेकर जा रहे हैं, उनको कोई वाहन भी प्रशासन द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया है ।" महाकुम्भ में मृतको के शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा दिनांक 02-02-2025 को ही 01 इंस्टाग्राम अकाउंट के विरुद्ध FIR पंजीकृत कराई गई, जिसके माध्यम से एक नाट्य रूपांतरण करके बनाए गए वीडियो में यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि, "महाकुम्भ में मृतको के शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा है और जिनकी सांस चल रही है उनकी किडनी को निकाल कर उनके शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा है ।दिनांक 07-02-2025 को 01 फेसबुक अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिसके द्वारा संगम क्षेत्र में भीड़ का अत्यधिक दबाव बढ़ने के कारण श्रद्धालुओं की सुगमता हेतु अखाड़ा मार्ग खोले जाने के समय के वीडियो को भ्रामक रूप से भगदड़ का वीडियो बताकर अफवाह फैलाई जा रही थी । भगदड़ में मरने वालों का शव बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी दिनांक 09-02-2025 को 14 एक्स (ट्विटर) अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा धनबाद, झारखण्ड के वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही है कि "महाकुंभ, प्रयागराज में अपने गुमशुदा परिजन की तलाश करने वाले श्रद्धालुओं की योगी जी की पुलिस द्वारा खूब पिटाई की जा रही है।दिनांक 12-02-2025 को 07 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा वर्ष 2021 में जनपद गाजीपुर में नदी के किनारे मिले शव से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज के भगदड़ में मरने वालों का शव बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि "एक तरफ महाकुंभ प्रयागराज का डंका बजाया जा रहा है दूसरी तरफ उसी गंगा मे लाशे तैर रही है, झूठों मक्कारो बेशर्मो की सरकार चल रही है देश में ।" प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी दिनांक 13-02-2025 को 07 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा मिस्र देश में वर्ष 2020 में हुए अग्नि काण्ड से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि "महाकुंभ में लगी तीसरी बार आग, महाकुम्भ बस स्टैन्ड में लगी आग 40 से 50 गाड़ी जलकर हुई राख"। दिनांक 13-02-2025 को 15 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा बिहार में वर्ष 2024 में पुष्पा-2 फिल्म के प्रमोशन से सम्बन्धित कार्यक्रम के वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि, "कुंभ में राष्ट्रवादी और सनातनी लोगों ने आर्मी वालों पर चप्पलें फेंकी!" साइबर पेट्रोलिंग की एक व्यापक कार्ययोजना बनाई गई: डीजीपी महाकुंभ की साइबर सुरक्षा हेतु उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा साइबर पेट्रोलिंग की एक व्यापक कार्ययोजना बनाई गई है, जिसके अन्तर्गत उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर महाकुम्भ से सम्बन्धित भ्रामक पोस्ट करने, अफवाह फैलाने वालों एवं साइबर अपराध के प्रति निरन्तर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म की 24X7 मॉनिटरिंग की जा रही है। इसी का परिणाम है कि विगत 01माह के अन्दर लगभग 53 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित कर उनके विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया है। सम्बंधित सोशल मीडिया कम्पनी से पत्राचार करके इन एकाउंट के संचालकों की जानकारी करके उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। मेरी सभी से अपील है कि सोशल मीडिया पर तथ्यों के सत्यापन किए बिना कोई भी भ्रामक पोस्ट न करें और जिम्मेदार नागरिक बनें।
महाकुंभ में आज पहुंचेंगे अमित शाह, लगाएंगे आस्था की डुबकी, सीएम योगी भी होंगे साथ

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144 साल बाद लगे महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। महाकुंभ में शामिल होने के लिए देश-दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं। अब तक करोड़ों भक्त स्नान कर चुके हैं।आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाएंगे गृहमंत्री अमित शाह आज करीब साढ़े सात घंटे महाकुंभ नगर में रहेंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे। इससे पहले रविवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गंगा स्नान किया था।

गृहमंत्री संगम स्नान एवं पूजन के साथ अक्षयवट एवं बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन करेंगे। इसके बाद वह सभी शंकराचार्य से मिलेंगे। इनके अलावा शरणानंदजी महाराज, गोविंद गिरि महाराज तथा अन्य संतों से भेंट करेंगे। जगन्नाथ ट्रस्ट शिविर में संतों संग वह भोजन करेंगे। शाम को करीब 6:50 बजे वह बमरौली एयरपोर्ट से दिल्ली रवाना होंगे।

कुंभ सद्भाव और एकता का संदेश देता है-शाह

हाल ही में गुजरात में एक कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा था कि 144 साल में एक बार ऐसा महाकुंभ का अवसर मिला है। हर किसी को इसमें जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं अपने जीवन में 9 बार कुंभ में गया हूं, अर्धकुंभ भी देखा है। उन्होंने कहा कि कुंभ सद्भाव और एकता का संदेश देता है। शाह ने गुजरात के लोगों खासकर युवा पीढ़ी से महाकुंभ में आने का भी आग्रह किया था। शाह ने कहा कि कुंभ सद्भाव और एकता का संदेश देता है क्योंकि इसमें यह नहीं पूछा जाता आप किस धर्म, संप्रदाय या जाति से हैं। बिना किसी भेदभाव के भोजन मिलता है। दुनिया में कोई भी आयोजन सद्भाव और एकता के मामले में महाकुंभ जितना शक्तिशाली संदेश नहीं देता। महाकुंभ में कोई भी व्यक्ति अपनी पहचान की परवाह किए बिना गंगा में स्नान कर सकता है।

शाह के साथ सीएम योगी भी रहेंगे मौजूद

अमित शाह के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। वह अमित शाह के साथ संगम नोज, बड़े हनुमान जी मंदिर एवं अक्षयवट का दर्शन करेंगे। सीएम योगी, गृहमंत्री के साथ जूना अखाड़ा भी जाएंगे। इसके बाद उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के मानव उत्थान सेवा समिति के शिविर का उद्घाटन करेंगे।

केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू भी महाकुंभ में लगाएंगे डुबकी

केंद्रीय गृहमंत्री के अलावा केंद्रीय संसदीय और अल्पसंख्यक मामले के मंत्री किरन रिजिजू भी प्रयागराज आएंगे। वह दोपहर करीब 2.40 बजे प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करेंगे। इसके बाद गंगा पूजन करेंगे। शाम करीब 4.30 बजे वह सेक्टर-8 में स्थित बुद्ध संगम शिविर जाएंगे और उसके बाद विश्व हिंदू परिषद के शिविर में बुद्ध सम्मेलन में शिरकत करेंगे।

दिल्ली में अमित शाह ने जारी किया बीजेपी का संकल्प पत्र पार्ट-3, बोले-केजरीवाल जैसा झूठ बोलने वाला नहीं देखा

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दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को बीजेपी के संकल्प पत्र का तीसरा भाग जारी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम जो भी वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं, दूसरों की तरह सिर्फ वादा नहीं करते हैं। इस दौरान अमित शाह ने आम आदमी पार्टी की सरकार और अरविंद केजरीवाल पर भी जमकर हमला बोला।

अमित शाह ने कहा, आज दिल्ली चुनाव के लिए बीजेपी संकल्प का अंतिम हिस्सा प्रस्तुत कर रहा हूं। अन्य पार्टी का नाम नहीं लूंगा। हमारा पार्टी जो वादे करती है पूरा करती है। हम सिर्फ वादे नहीं करते किसी से। हमने बहुत लोगों से सुझाव मांगा था जिसके बाद ये तैयार किया गया है।

इस दौरान गृह मंत्री ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि केजरीवाल बड़ी सफाई से झूठ बोलते हैं। केजरीवाल ने स्कूल-मंदिरों के पास शराब की दुकान खुलवाईं। करोड़ों रुपये का अपना घर बनाया। मोहल्ला क्लीनिक में मेडिकल टेस्ट के नाम पर घोटाला किया। दिल्ली का प्रदूषण वो कम नहीं कर पाए। उन्होंने कोई भी वादा पूरा नहीं किया। 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल ऐसी सरकार चला रहे हैं, जो वादे करते हैं, उन्हें पूरा नहीं करते हैं और फिर से झूठ के एक बहुत बड़े पुलिंदे और भोले से चेहरे के साथ जनता के सामने उपस्थित होते हैं। मैंने अपने राजनीतिक जीवन में इतनी सफाई से झूठ बोलने वाला व्यक्ति नहीं देखा है।

नए घोषणा पत्र में किए गए वादे

• 1700 अनधिकृत कॉलोनियों को संपूर्ण मालिकाना हक देंगे।

• 13000 सील दुकानों को दोबारा खोला जाएगा।

• शरणार्थी कॉलोनियों को भी मालिकाना हक देने का काम करेंगे।

• पाकिस्तान से आए हुए सभी शरणार्थियों को मालिकाना हक देंगे।

• दिल्ली के युवाओं के 50 हजार सरकारी नौकरियां देंगे।

• 20 हजार करोड़ के निवेश के माध्यम से इंटीग्रेटेड पब्लिक नेटवर्क बनाएंगे।

• टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यूपी और हरियाणा सरकार के साथ मिलकर कॉरिडोर बनाए।

• यमुना रिवर विकास फ्रंट बनाएंगे जो साबरमती के तरह होगा।

• 13000 बसों को ई बस में कन्वर्ट करके दिल्ली को 100 प्रतिशत ई बस सेवा देंगे।

• ग्रीक वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड बनाएंगे।

• टेक्सटाइल वर्कर्स को भी हम वित्तीय लाभ देंगे, 10 लाख का बीमा और 5 लाख दुर्घटना बीमा देंगे।

अमित शाह ने लॉन्च किया ‘भारतपोल’पोर्टल, जानें कैसे करेगा काम?

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अब विदेश में छिपने वाले भारत के दुश्मनों की खैर नहीं। विदेश में छिपे मोस्ट वॉन्टेड अपराधियों पर नकेस कसने के लिए भारत सरकार ने इंटरपोल की तर्ज पर अपना एक प्लेटफॉर्म बनाया है। इसके जरिए, भारत सरकार विदेश में बैठे वॉन्टेड अपराधियों की धरपकड़ के लिए दूसरे देशों की पुलिस से मदद मांग सकेगी। इस सिस्टम से इंटरपोल को सूचना देना और मदद मांगना आसान हो जाएगा।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज मंगलवार को सीबीआई की ओर से तैयार किए गए पोर्टल भारतपोल की शुरुआत कर दी। भारतपोल पोर्टल के लॉन्च पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 'भारतपोल' का लॉन्च देश की अंतरराष्ट्रीय जांच को एक नए युग में ले जाने वाली शुरुआत है। 'भारतपोल' की मदद से देश की हर जांच एजेंसी, हर राज्य की पुलिस खुद को बहुत सरलता से इंटरपोल के साथ जोड़ पाएगी और जांच को गति दे पाएगी। अमित शाह ने भारतपोल पोर्टल की तारीफ करते हुए कहा कि सीबीआई ही इंटरपोल के साथ काम करने वाली एकमात्र एजेंसी थी,लेकिन भारतपोल के लॉन्च के साथ, हर भारतीय एजेंसी और सभी राज्यों की पुलिस आसानी से इंटरपोल से जुड़ पाएगी। हम अंतराल को पाट सकेंगे और अपराध को नियंत्रित करने के लिए कुशलतापूर्वक काम कर सकेंगे।

'भारतपोल' के 5 प्रमुख मॉड्यूल

अमित शाह ने कहा, 'कनेक्ट, नोटिस, रेफरेंस, ब्रॉडकास्ट और रिसोर्स, ये पांच 'भारतपोल' के प्रमुख मॉड्यूल होंगे, जिनके माध्यम से हमारे देश की सभी लॉ एन्फोर्समेंट एजेंसियां एक प्लेटफॉर्म पर आ जाएंगी।

कनेक्ट- देश में इंटरपोल के लिए राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के रूप में सीबीआई को इंटरपोल संपर्क अधिकारियों तथा यूनिट अधिकारियों को शामिल करके देश के सभी कानून प्रवर्तन प्राधिकरणों के साथ एक ही मंच पर जोड़ता है।

नोटि- किसी भी मामले में इंटरपोल को नोटिस भेजने के लिए तेजी से अनुरोध किया जा सकेगा, साथ ही यह सुरक्षित और संरचित भी रहेगा। ये दुनियाभर की सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए वैश्विक सूचनाओं का मंच है।

रेफरेंस- इंटरपोल चैनलों के जरिए 195 देशों से आपराधिक मामलों और विदेश में जांच के लिए भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को त्वरित अंतरराष्ट्रीय मदद की सुविधा प्रदान करता है।

ब्रॉडकास्ट- मदद के लिए 195 विदेशी देशों से अनुरोध या उनके द्वारा साझा की गई आपराधिक खुफिया जानकारी को कार्रवाई या भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को जानकारी के लिए प्रेषित किया जा सकता है।

रिसोर्स- प्रासंगिक दस्तावेजों और क्षमता निर्माण संसाधनों तक पहुंच प्रदान करेगा. जांच एजेंसियों की कामयाबी की कहानियों और नए घटनाक्रम को प्रदर्शित करने के लिए भारतपोल एक अहम विंडो के रूप में काम करेगी।

कैसे काम करेगा भारतपोल?

अब तक अगर किसी भारतीय राज्य की पुलिस या किसी अन्य जांच एजेंसी को विदेश में छिपे किसी अपराधी को भारत लाना होता था,तो उन्हें सीबीआई से संपर्क करना पड़ता था। यह संपर्क आमतौर पर ईमेल या फिर पारंपरिक पत्राचार के माध्यम से होता था। इस प्रक्रिया में सूचनाओं के लीक होने का खतरा भी बना रहता था, लेकिन अब भारतपोल के आने से इस प्रक्रिया में क्रांति आ गई है। भारतपोल के माध्यम से देश के सभी राज्यों के पुलिस प्रमुख और अन्य जांच एजेंसियां सीधे इस पोर्टल से जुड़ सकेंगी। इसका मतलब है कि अब उन्हें सीबीआई के माध्यम से जाने की जरूरत नहीं होगी। अभी के सूरत-ए-हाल के हिसाब से ये वॉन्टेड भारत में आतंकवाद या अन्य किसी भी तरह का क्राइम करके देश छोड़कर विदेशों में छिप जाते हैं या फिर विदेशी धरती से भारत में आतंकवाद और अन्य किसी तरह के क्राइम में शामिल रहते हैं।

अंबेडकर मामले में गरमाई सियासत, नीली टी-शर्ट पहुंचकर संसद पहुंचे राहुल
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* संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। विपक्ष ने कल बुधवार को अंबेडकर से संबंधित केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की एक टिप्पणी को लेकर केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला और अमित शाह के इस्तीफा की भी मांग कर डाली। कांग्रेस के अलावा तृणमूल कांग्रेस पार्टी, डीएमके, आरजेडी, वाम दलों और शिवसेना (यूबीटी) सहित करीब सभी विपक्षी दलों ने इस मसले को संसद के दोनों सदनों में जोरदार ढंग से उठाया जिसके कारण कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।संसद के दोनों सदनों में आज भी हंगामे होने के आसार है। गुरुवार को इंडिया गठबंधन ने संसद परिसर में बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष विरोध मार्च निकाला। वे मकर द्वार तक गए और राज्यसभा में बाबासाहेब अंबेडकर पर की गई टिप्पणी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से माफी मांगने और इस्तीफा देने की मांग की।इस दौरान राहुल गांधी नीली टीशर्ट में नजर आए और प्रियंका गांधी नीली साड़ी में नजर आईं। अमित शाह पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "उन्होंने संसद में जिस तरह से बाबा साहेब का अपमान किया है....इन पर कौन भरोसा करेगा? ये कहते हैं कि ये आरक्षण को खत्म नहीं करना चाहते, संविधान को नहीं बदलना चाहते...वो (बाबा साहब अंबेडकर) संविधान के निर्माता हैं। आप उनके बारे में ऐसा कह रहे हैं..." वहीं, दूसरी तरफ अंबेडकर को लेकर कांग्रेस के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही यह भी बता रहे हैं कि कांग्रेस ने किस तरह से बाबा साहब का लगातार अपमान किया है।
अंबेडकर मामले में गरमाई सियासत, नीली टी-शर्ट पहुंचकर संसद पहुंचे राहुल

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संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। विपक्ष ने कल बुधवार को अंबेडकर से संबंधित केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की एक टिप्पणी को लेकर केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला और अमित शाह के इस्तीफा की भी मांग कर डाली। कांग्रेस के अलावा तृणमूल कांग्रेस पार्टी, डीएमके, आरजेडी, वाम दलों और शिवसेना (यूबीटी) सहित करीब सभी विपक्षी दलों ने इस मसले को संसद के दोनों सदनों में जोरदार ढंग से उठाया जिसके कारण कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।संसद के दोनों सदनों में आज भी हंगामे होने के आसार है।

गुरुवार को इंडिया गठबंधन ने संसद परिसर में बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष विरोध मार्च निकाला। वे मकर द्वार तक गए और राज्यसभा में बाबासाहेब अंबेडकर पर की गई टिप्पणी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से माफी मांगने और इस्तीफा देने की मांग की।इस दौरान राहुल गांधी नीली टीशर्ट में नजर आए और प्रियंका गांधी नीली साड़ी में नजर आईं।

अमित शाह पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "उन्होंने संसद में जिस तरह से बाबा साहेब का अपमान किया है....इन पर कौन भरोसा करेगा? ये कहते हैं कि ये आरक्षण को खत्म नहीं करना चाहते, संविधान को नहीं बदलना चाहते...वो (बाबा साहब अंबेडकर) संविधान के निर्माता हैं। आप उनके बारे में ऐसा कह रहे हैं..."

वहीं, दूसरी तरफ अंबेडकर को लेकर कांग्रेस के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही यह भी बता रहे हैं कि कांग्रेस ने किस तरह से बाबा साहब का लगातार अपमान किया है।

आंबेडकर का जिक्र कर अमित शाह ने ऐसा क्या कहा, भड़क गई कांग्रेस, गृह मंत्री से माफी की मांग

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संविधान पर संसद में चल रही बहस के दौरान मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणियों पर कांग्रेस ने सख़्त एतराज़ जताया है। अमित शाह अपने भाषण के दौरान डॉ बीआर आंबेडकर की विरासत पर बोल रहे थे।कांग्रेस ने राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह की आंबेडकर के बारे में टिप्पणी के लिए उनसे माफी की मांग की। विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि यह टिप्पणी दर्शाती है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं में बी आर आंबेडकर के प्रति 'काफी नफरत' है।

अमित शाह के पूरे भाषण के एक छोटे हिस्से को लेकर काफ़ी विवाद हो रहा है। दरअसल, शाह ने कहा कि आजकल आंबेडकर का नाम लेना एक फ़ैशन बन गया है। उन्होंने कहा, अब ये एक फैशन हो गया है। आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।

मनुस्मृति मानने वाले आंबेडकर से असहमत- राहुल गांधी

अमित शाह के इस बयान पर कांग्रेस पार्टी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आपत्ति जताई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी ने लिखा, "मनुस्मृति मानने वालों को आंबेडकर जी से तकलीफ़ बेशक होगी ही।"

भाजपा-आरएसएस तिरंगे के खिलाफ-खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी शाह पर निशाना साधते हुए कहा, गृहमंत्री ने जो आज भरे सदन में बाबासाहेब का अपमान किया है, उससे ये फिर एक बार सिद्ध हो गया है कि 'भाजपा-आरएसएस तिरंगे के खिलाफ थे। उनके पुरखों ने अशोक चक्र का विरोध किया। संघ परिवार के लोग पहले दिन से भारत के संविधान के बजाय मनुस्मृति लागू करना चाहते थे।कांग्रेस अध्यक्ष ने ‘एक्स’ पर कहा, बाबासाहेब डॉ आंबेडकर जी ने ये नहीं होने दिया, इसलिए उनके प्रति इतनी घृणा है। खरगे ने कहा, मोदी सरकार के मंत्रीगण ये कान खोलकर समझ लें कि मेरे जैसे करोड़ों लोगों के लिए बाबा साहेब डॉ आंबेडकर जी भगवान से कम नहीं। वह दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक व ग़रीबों के मसीहा हैं और हमेशा रहेंगे।

अमित शाह ने 90 मिनट तक झूठ बोला-जयराम रमेश

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा भाषण पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में 90 मिनट तक भाषण दिया और अन्य भाजपा नेताओं ने भी भाषण दिया। लोकसभा में 'एक राष्ट्र एक चुनाव' की बात हुई लेकिन राज्यसभा में 'एक भाषण अनेक वक्ता' की स्थिति रही। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने 90 मिनट तक झूठ बोला, यह सिर्फ कांग्रेस पार्टी पर हमला था, यह भाषण नहीं था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता का अपमान किया।

अमित शाह ने क्या कहा?

अपने भाषण में अमित शाह देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की पहली कैबिनेट से आंबेडकर के इस्तीफ़ा का ज़िक्र कर रहे थे। कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए अमित शाह ने कहा कि अब चाहे आंबेडकर का नाम सौ बार ज़्यादा लो लेकिन साथ में आंबेडकर जी के प्रति आपका भाव क्या है, ये वह बताएंगे। अमित शाह ने कहा, आंबेडकर ने देश की पहली कैबिनेट से इस्तीफ़ा क्यों दे दिया? उन्होंने कई बार कहा कि वह अनुसूचित जातियों और जनजातियों के साथ होने वाले व्यवहार से असंतुष्ट हैं। उन्होंने सरकार की विदेश नीति से असहमति जताई थी अनुच्छेद 370 से भी सहमत नहीं थे। आंबेडकर को आश्वासन दिया गया था, जो पूरा नहीं हुआ, इसलिए कैबिनेट से इस्तीफ़ा दे दिया था। अमित शाह ने कहा, जिसका विरोध करते हो उसका वोट के लिए नाम लेना कितना उचित है?

देवेंद्र फडणवीस या एकनाथ शिंदे...महाराष्ट्र सीएम पर सस्पेंस बरकरार, कब होगा पटाक्षेप?

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महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति ने प्रचंड जीत हासिल की। 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव का परिणाम भी आ गया लेकिन आज 28 नवंबर तक मुख्यमंत्री के नाम का पटाक्षेप नहीं हो सका है। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री कौन होगा? सस्पेंस अब भी बरकरार है। महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कवायद के तहत गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े के बीच अहम बैठक हुई। वहीं, आज महायुति के तीनों शीर्ष नेताओं के साथ गृहमंत्री अमित शाह की बैठक होने वाली है। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री के नाम को लेकर एलान हो सकता है।

महाराष्ट्र में भाजपा, शिवसेना और राकांपा के महायुति गठबंधन ने चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन किया और जीत हासिल की। हालांकि, इन सभी दलों में भाजपा का प्रदर्शन जबरदस्त रहा और वह अकेले ही बहुमत के करीब का आंकड़ा जुटाकर सबसे बड़ी पार्टी बनी। इसके बाद से ही भाजपा के कई नेताओं की तरफ से मुख्यमंत्री पद पार्टी के पास रखने की मांग उठने लगी।

वहीं दूसरी तरफ शिवसेना(शिंदे) के कुछ नेताओं ने भी एकनाथ शिंदे को दोबारा सीएम बनाने की मांग तेज कर दी। कई बार शिवसेना की ओर से भारतीय जनता पार्टी पर दबाव बनाया गया।हालांकि, एकनाथ शिंदे अब मुख्यमंत्री सीएम की रेस से हट गए हैं।

देवेंद्र फडणवीस के नाम पर पेच फंस

एकनाथ शिंदे के बयान के बाद ऐसा लगा जैसे देवेंद्र फडणवीस सीएम पद की रेस में बाजी मार चुके हैं। मगर ताजा घटनाक्रम सामने आए हैं, उससे ऐसा लग रहा है कि देवेंद्र फडणवीस पर फिर पेच फंस गया है। अमित शाह और विनोद तावड़े के बीच बुधवार की रात को लंबी बातचीत हुई। विनोद तावड़े ने महाराष्ट्र का जो फीडबैक दिया है, उससे ही फडणवीस के नाम पर पेच फंसता दिख रहा है। बैठक में महाराष्ट्र के राजनीतिक और सामाजिक समीकरणों पर चर्चा की गई। एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री नहीं रहने पर सूबे के राजनीतिक और सामाजिक समीकरणों पर पड़ने वाले असर पर भी चर्चा हुई. बीजेपी शीर्ष नेतृत्व महाराष्ट्र के मराठा वोटरों पर पड़ने वाले असर को लेकर लगातार मंथन कर रहा है। तावड़े से बैठक से पहले गृहमंत्री अमित शाह ने एनसीपी और शिवसेना के नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक कर फीडबैक लिया।

एकनाथ शिंदे बता चुके हैं अपनी राय

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना शिंदे गुट के प्रमुख एकनाथ शिंदे ने बुधवार को सीएम पद को लेकर चल रही चर्चाओं को विराम दे दिया। उन्होंने कहा कि मेरे मन में सीएम बनने की लालसा नहीं है। पीएम मोदी और अमित शाह जो भी निर्णय लेंगे मुझे मंजूर होगा। सरकार बनाते समय मेरी तरफ से कोई अड़चन नहीं आएगी। मैं चट्टान की तरह साथ खड़ा हूं। भाजपा की बैठक में जो भी निर्णय लिया जाएगा, हमें मान्य होगा। भाजपा का सीएम मुझे मंजूर है।

शिंदे ने कहा कि पिछले ढाई साल में पीएम मोदी और अमित शाह ने मेरा पूरा सहयोग किया। अमित शाह और पीएम मोदी ने बालासाहेब ठाकरे के एक आम शिवसैनिक को सीएम बनाने के सपने को पूरा किया है। वे हमेशा मेरे साथ खड़े रहे हैं। उन्होंने मुझ पर विश्वास किया। मुझे मुख्यमंत्री बनाया और बड़ी जिम्मेदारी दी। मैं रोने वालों और लड़ने वालों में से नहीं हूं। मैं भागने वाला नहीं समाधान करने वाला व्यक्ति हूं। हम मिलकर काम करने वाले लोग हैं। ढाई साल तक हमने खूब काम किया है। महाराष्ट्र में विकास की रफ्तार बढ़ी है। हमने हर वर्ग की भलाई के लिए काम किया।

पिक्चर अभी बाकी है...

महाराष्ट्र की जनता नए मुख्यमंत्री के नाम का बेसब्री से इंतजार कर रही है। देखना होगा कि आखिरकार किसके सिर पर मुख्यमंत्री का ताज सजता है। क्या फडणवीस फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे या शिंदे को यह जिम्मेदारी मिलेगी? या फिर कोई और चेहरा सामने आएगा? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।

तमिल में इंजीनियरिंग और मेडिकल शिक्षा शुरू कर दो...', भाषा विवाद के बीच अमित शाह का स्टालिन पर तंज

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भाषा को लेकर तमिलनाडु और केन्द्र सरकार आमने-सामने हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन पिछले कुछ दिनों से लगातार केंद्र सरकार पर नेशनल एजूकेशन पॉलिसी के जरिए तमिलनाडु में हिंदी को अनिवार्य करने और तमिल भाषा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने का आरोप लगा रहे हैं। अब तक शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने स्टालिन के हमले को लेकर मोर्टा समभाल रखा था। ब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन पर पलटवार किया। उन्होंने स्टालिन से राज्य में तमिल में इंजीनियरिंग और मेडिकल की शिक्षा शुरू करने की बात कही है।

भाषा के मुद्दे विशेष रूप से स्टालिन के हिंदी विरोध को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने बदलाव किए और अब यह सुनिश्चित किया है कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के उम्मीदवार अपनी-अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षा दे सकें।

शाह ने दावा किया कि एमके स्टालिन ने तमिल भाषा के विकास के संबंध में पर्याप्त काम नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के लिए अपनी भर्ती नीतियों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। शाह ने कहा, अभी तक सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) भर्ती में मातृभाषा के लिए कोई जगह नहीं थी। पीएम मोदी ने फैसला किया है कि हमारे युवा अब तमिल सहित आठवीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाओं में सीएपीएफ परीक्षा दे सकेंगे। मैं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से भी आग्रह करना चाहता हूं कि वे जल्द से जल्द तमिल भाषा में मेडिकल और इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम शुरू करने की दिशा में कदम उठाएं।

क्या है केंद्र और राज्य के बीच विवाद?

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन के बीच पिछले कई दिनों से जुबानी जंग चल रही है। बीते दिनों राष्ट्रीय शिक्षा नीति को तमिलनाडु में लागू करने से स्टालिन के इनकार पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नाराजगी जाहिर की थी। वहीं स्टालिन, केंद्र सरकार पर जबरन राज्य में इसे लागू करने का आरोप लगा रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा था कि जब तक तमिलनाडु राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) और तीन भाषा फार्मूले को स्वीकार नहीं कर लेता, तब तक केंद्र सरकार की तरफ से उसे फंड नहीं दिया जाएगा।

स्टालिन ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार जबरन तमिलनाडु पर हिंदी थोपना चाह रही है। इसके कारण कई क्षेत्रीय भाषाएं पहले ही खत्म हो चुकी हैं, हम अपने यहां की भाषाएं खत्म नहीं होने देंगे।

दिल्‍ली को क्राइम फ्री करने का प्‍लान तैयार, कानून व्यवस्था को लेकर अमित शाह से मिली सीएम रेखा गुप्ता

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देश की राजधानी दिल्‍ली में बीजेपी की अगुआई में नई सरकार का गठन भी हो चुका है। रेखा गुप्‍ता ने दिल्‍ली की नई मुख्‍यमंत्री के तौर पर पदभार ग्रहण कर लिया है। इसके साथ ही जनता के हित में फैसलों का दौर भी शुरू हो चुका है। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता, गृह विभाग के मंत्री आशीष सूद, दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा की मौजूदगी में कानून-व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को हाई -लेवल मीटिंग की। मीटिंग में दिल्ली की कानून-व्यवस्था और एक-दूसरे के साथ बेहतर कॉर्डिनेशन को लेकर चर्चा हुई। इसमें गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली पुलिस की यह प्राथमिकता होनी चाहिए कि दिल्ली में गैंगस्टरों और इंटरस्टेट गैंग्स को लेकर इनके खिलाफ सख्त से सख्त अप्रोच रखते हुए इन्हें समाप्त किया जाए।

इस दौरान अमित शाह ने दिल्‍ली को क्राइम फ्री और क्‍लीन करने के लिए पांच सूत्रीय फॉर्मूला सुझाया। उन्‍होंने इसपर तत्‍काल अमल करने को भी कहा है, ताकि दिल्‍ली की जनता की जिंदगी बेहतर हो सकेः-

1.केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस को बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को भारत में प्रवेश कराने में मदद करने वाले नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है और इससे सख्ती से निपटा जाना चाहिए।

2.अमित शाह ने राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि लगातार खराब प्रदर्शन करने वाले पुलिस थानों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

3.अमित शाह ने कहा कि शहर में इंटरस्‍टेट गिरोहों को सख्ती से खत्म करना दिल्ली पुलिस की प्राथमिकता होनी चाहिए।

4.केंद्रीय गृह मंत्री ड्रग सिंडिकेट के खिलाफ भी सख्‍त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

5. बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री ने अमित शाह ने आगे कहा कि डीसीपी स्तर के अधिकारी पुलिस स्टेशनों में जाकर जनसुनवाई शिविर लगाएं और जनता की समस्याओं का समाधान करें। दिल्ली पुलिस को उन स्थानों की पहचान करनी चाहिए जहां रोजाना ट्रैफिक जाम होता है और दिल्ली पुलिस कमिश्‍नर और मुख्य चीफ सेक्रेटरी को बैठक करनी चाहिए और इसका त्वरित समाधान निकालना चाहिए, ताकि जनता को राहत मिल सके।

पुलिस थानों के प्रदर्शन को लेकर कही ये बात

मीटिंग में केंद्रीय गृह मंत्री ने निर्देश दिए कि दिल्ली में कंस्ट्रक्शन से संबंधित मामलों में दिल्ली पुलिस की परमिशन की जरुरत नहीं होगी। साथ ही उन्होंने दिल्ली पुलिस के ऐसे पुलिस थानों को चेतावनी देते हुए कड़े शब्दों में यह भी कहा कि जिन भी पुलिस थानों का प्रदर्शन लगातार खराब होगा। ऐसे पुलिस थानों और तमाम सब-डिवीजन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। ताकि जनता को भी यह मैसेज जाए कि अगर कोई पुलिस थाना लोगों की उम्मीदों पर खरा ना उतरते हुए इलाके में कानून-व्यवस्था सामान्य रख पाने में कामयाब नहीं हो पा रहा है तो उसके पूरे थाने के खिलाफ भी एक्शन लिया जा सकता है।

शीला दीक्षित के बाद पहली बार ऐसी मीटिंग

बताया जाता है कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बाद ऐसा पहला मौका था जब दिल्ली की कानून-व्यवस्था को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री, दिल्ली की मुख्यमंत्री और दिल्ली पुलिस कमिश्नर समेत अन्य आला अधिकारियों ने इस तरह से एक मंच पर मीटिंग हुई हो। जबकि दिल्ली में बीजेपी सरकार बनने के बाद यह पहली मीटिंग थी।

महाकुंभ से संबंधित भ्रामक पोस्ट करने वाले 53 विभिन्न अकाउंट के विरुद्ध मुकदमा

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा महाकुम्भ मेला से सम्बंधित भ्रामक एवं फेक न्यूज पोस्ट करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। उक्त के क्रम में पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशान्त कुमार द्वारा इसके लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार की गई थी, जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस एवं एक्सपर्ट एजेन्सी द्वारा मिलकर सोशल मीडिया पर महाकुम्भ से सम्बन्धित भ्रामक पोस्ट करने, अफवाह फैलाने वालों एवं साइबर अपराध के प्रति निरन्तर साइबर पेट्रोलिंग की जा रही थी। इसी क्रम में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान 13-02-2025 को यह संज्ञान में आया कि कतिपय सोशल मीडिया अकाउंट से 02 भ्रामक वीडियो को महाकुम्भ से सम्बन्धित बताकर अफवाह फैलाई जा रही है । महाकुम्भ बस स्टैन्ड में लगी आग 40 से 50 गाड़ी जलकर हुई राख प्रथम वीडियो में मिस्र देश के अग्नि काण्ड से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही है कि "महाकुंभ में लगी तीसरी बार आग, महाकुम्भ बस स्टैन्ड में लगी आग 40 से 50 गाड़ी जलकर हुई राख" इस वीडियो की जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि पोस्ट में उल्लिखित वीडियो 14 जुलाई 2020 को मिस्र के काहिरा उपनगर में शुकैर-मोस्टोरोड पाइपलाइन से तेल के रिसाव के बाद लगी आग्नि काण्ड से सम्बन्धित है, जिसका खण्डन भी कुम्भ मेला एवं उत्तर प्रदेश पुलिस के सोशल मीडिया एकाउंट से भी किया गया है। 7 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित उक्त वीडियो को अपलोड करके महाकुम्भ में की गई व्यवस्था को बदनाम करने और आम जनमानस के मन में सरकार और पुलिस प्रशासन के प्रति नकारात्मक माहौल बनाकर अफवाह फैलाने वाले निम्नलिखित 07 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित करके उनके विरुद्ध कोतवाली कुम्भ मेला में अभियोग पंजीकृत कराते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है। 1- India With Congress एक्स (ट्विटर) 2- Harindra Kumar Rao इंस्टाग्राम 3- Anil Patel इंस्टाग्राम 4- Vishal Babu इंस्टाग्राम 5- Nemi Chand इंस्टाग्राम 6- Sifa Bhadoriya इंस्टाग्राम 7- Hello prayagraj यू-ट्यूब पुलिस के सोशल मीडिया अकाउन्ट से खण्डन भी किया गया दूसरे वीडियो में पटना, बिहार से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर य ह अफवाह फैलाई जा रही है कि "कुंभ में राष्ट्रवादी और सनातनी लोगों ने आर्मी वालों पर चप्पलें फेंकी! ये मुसलमान होते तो आज सभी सरकारी मीडिया चैनलों पर यही खबर होती, लेकिन इस धर्म के लोगों को ये सब अलाउड है शायद ।" इस वीडियो की जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि पोस्ट में उल्लिखित वीडियो नवम्बर 2024 को पटना के गांधी मैदान में पुष्पा-2 फिल्म के प्रमोशन से सम्बन्धित कार्यक्रम में भीड़ के बेकाबू होने एवं अभद्र व्यवहार किये जाने से सम्बन्धित है, जिसका कुम्भ मेला एवं उ0प्र0 पुलिस के सोशल मीडिया अकाउन्ट से खण्डन भी किया गया है । नकारात्मक माहौल बनाकर अफवाह फैलाने की खैर नहीं उक्त वीडियो को अपलोड करके महाकुम्भ में आने वाले लोगों को गलत तरीके से प्रस्तुत करके सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने एवं आमजन मानस के मन में उ0प्र0 सरकार और पुलिस प्रशासन के प्रति नकारात्मक माहौल बनाकर अफवाह फैलाने वाले निम्नलिखित 15 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित करके उनके विरुद्ध कोतवाली कुम्भ मेला में अभियोग पंजीकृत कराते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है। 1- Inderjeet Barak एक्स (ट्विटर) 2- SUNIL एक्स (ट्विटर) 3- Nihal Shaikh एक्स (ट्विटर) 4- Dimpi एक्स (ट्विटर) 5- Sat Sewa एक्स (ट्विटर) 6- Sandesh Vatak News एक्स (ट्विटर) 7- lokesh meena एक्स (ट्विटर) 8- राज सिंह चौधरी एक्स (ट्विटर) 9- Yunus Alam (Facebook account) 10- Aminuddin Siddiqui (Facebook account) 11- अरविंद सिंह यादव अहीरवाल (Facebook account) 12- Shivam Kumar Kushwaha (Facebook account) 13- Jain Renu (Facebook account) 14- Amit Kumar II (Facebook account) 15- मेहत्तर एक योद्धा बलिया (Facebook account) भियोग पंजीकृत करके आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही उल्लेखनीय है कि महाकुम्भ मेला के प्रारम्भ से विगत लगभग 01 माह के अन्दर महाकुम्भ से सम्बन्धित भ्रामक वीडियो/फ़ोटो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म पर पोस्ट करके अफवाह फैलाने वाले कुल 53 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध कुम्भ मेला पुलिस द्वारा अभियोग पंजीकृत करके आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है । जिनका विवरण निम्नवत है :- सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत दिनांक 13-01-2025 को 01 एक्स (ट्विटर) अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिसके द्वारा कुम्भ मेला क्षेत्र में उत्तर प्रदेश फायर सर्विस द्वारा किये गए मॉक ड्रिल को वास्तविक बताकर कुम्भ मेला क्षेत्र में आग लगने की अफवाह फैलाई जा रही थी । दिनांक 02-02-2025 को 07 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके माध्यम से नेपाल के वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि "भगदड कांड में मारे गए लोगों के शव को परिजन पोस्टमार्टम हाऊस से कंधे पर शवों को लेकर जा रहे हैं, उनको कोई वाहन भी प्रशासन द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया है ।" महाकुम्भ में मृतको के शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा दिनांक 02-02-2025 को ही 01 इंस्टाग्राम अकाउंट के विरुद्ध FIR पंजीकृत कराई गई, जिसके माध्यम से एक नाट्य रूपांतरण करके बनाए गए वीडियो में यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि, "महाकुम्भ में मृतको के शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा है और जिनकी सांस चल रही है उनकी किडनी को निकाल कर उनके शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा है ।दिनांक 07-02-2025 को 01 फेसबुक अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिसके द्वारा संगम क्षेत्र में भीड़ का अत्यधिक दबाव बढ़ने के कारण श्रद्धालुओं की सुगमता हेतु अखाड़ा मार्ग खोले जाने के समय के वीडियो को भ्रामक रूप से भगदड़ का वीडियो बताकर अफवाह फैलाई जा रही थी । भगदड़ में मरने वालों का शव बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी दिनांक 09-02-2025 को 14 एक्स (ट्विटर) अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा धनबाद, झारखण्ड के वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही है कि "महाकुंभ, प्रयागराज में अपने गुमशुदा परिजन की तलाश करने वाले श्रद्धालुओं की योगी जी की पुलिस द्वारा खूब पिटाई की जा रही है।दिनांक 12-02-2025 को 07 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा वर्ष 2021 में जनपद गाजीपुर में नदी के किनारे मिले शव से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज के भगदड़ में मरने वालों का शव बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि "एक तरफ महाकुंभ प्रयागराज का डंका बजाया जा रहा है दूसरी तरफ उसी गंगा मे लाशे तैर रही है, झूठों मक्कारो बेशर्मो की सरकार चल रही है देश में ।" प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी दिनांक 13-02-2025 को 07 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा मिस्र देश में वर्ष 2020 में हुए अग्नि काण्ड से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि "महाकुंभ में लगी तीसरी बार आग, महाकुम्भ बस स्टैन्ड में लगी आग 40 से 50 गाड़ी जलकर हुई राख"। दिनांक 13-02-2025 को 15 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा बिहार में वर्ष 2024 में पुष्पा-2 फिल्म के प्रमोशन से सम्बन्धित कार्यक्रम के वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि, "कुंभ में राष्ट्रवादी और सनातनी लोगों ने आर्मी वालों पर चप्पलें फेंकी!" साइबर पेट्रोलिंग की एक व्यापक कार्ययोजना बनाई गई: डीजीपी महाकुंभ की साइबर सुरक्षा हेतु उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा साइबर पेट्रोलिंग की एक व्यापक कार्ययोजना बनाई गई है, जिसके अन्तर्गत उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर महाकुम्भ से सम्बन्धित भ्रामक पोस्ट करने, अफवाह फैलाने वालों एवं साइबर अपराध के प्रति निरन्तर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म की 24X7 मॉनिटरिंग की जा रही है। इसी का परिणाम है कि विगत 01माह के अन्दर लगभग 53 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित कर उनके विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया है। सम्बंधित सोशल मीडिया कम्पनी से पत्राचार करके इन एकाउंट के संचालकों की जानकारी करके उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। मेरी सभी से अपील है कि सोशल मीडिया पर तथ्यों के सत्यापन किए बिना कोई भी भ्रामक पोस्ट न करें और जिम्मेदार नागरिक बनें।
महाकुंभ में आज पहुंचेंगे अमित शाह, लगाएंगे आस्था की डुबकी, सीएम योगी भी होंगे साथ

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144 साल बाद लगे महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। महाकुंभ में शामिल होने के लिए देश-दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं। अब तक करोड़ों भक्त स्नान कर चुके हैं।आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाएंगे गृहमंत्री अमित शाह आज करीब साढ़े सात घंटे महाकुंभ नगर में रहेंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे। इससे पहले रविवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गंगा स्नान किया था।

गृहमंत्री संगम स्नान एवं पूजन के साथ अक्षयवट एवं बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन करेंगे। इसके बाद वह सभी शंकराचार्य से मिलेंगे। इनके अलावा शरणानंदजी महाराज, गोविंद गिरि महाराज तथा अन्य संतों से भेंट करेंगे। जगन्नाथ ट्रस्ट शिविर में संतों संग वह भोजन करेंगे। शाम को करीब 6:50 बजे वह बमरौली एयरपोर्ट से दिल्ली रवाना होंगे।

कुंभ सद्भाव और एकता का संदेश देता है-शाह

हाल ही में गुजरात में एक कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा था कि 144 साल में एक बार ऐसा महाकुंभ का अवसर मिला है। हर किसी को इसमें जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं अपने जीवन में 9 बार कुंभ में गया हूं, अर्धकुंभ भी देखा है। उन्होंने कहा कि कुंभ सद्भाव और एकता का संदेश देता है। शाह ने गुजरात के लोगों खासकर युवा पीढ़ी से महाकुंभ में आने का भी आग्रह किया था। शाह ने कहा कि कुंभ सद्भाव और एकता का संदेश देता है क्योंकि इसमें यह नहीं पूछा जाता आप किस धर्म, संप्रदाय या जाति से हैं। बिना किसी भेदभाव के भोजन मिलता है। दुनिया में कोई भी आयोजन सद्भाव और एकता के मामले में महाकुंभ जितना शक्तिशाली संदेश नहीं देता। महाकुंभ में कोई भी व्यक्ति अपनी पहचान की परवाह किए बिना गंगा में स्नान कर सकता है।

शाह के साथ सीएम योगी भी रहेंगे मौजूद

अमित शाह के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। वह अमित शाह के साथ संगम नोज, बड़े हनुमान जी मंदिर एवं अक्षयवट का दर्शन करेंगे। सीएम योगी, गृहमंत्री के साथ जूना अखाड़ा भी जाएंगे। इसके बाद उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के मानव उत्थान सेवा समिति के शिविर का उद्घाटन करेंगे।

केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू भी महाकुंभ में लगाएंगे डुबकी

केंद्रीय गृहमंत्री के अलावा केंद्रीय संसदीय और अल्पसंख्यक मामले के मंत्री किरन रिजिजू भी प्रयागराज आएंगे। वह दोपहर करीब 2.40 बजे प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करेंगे। इसके बाद गंगा पूजन करेंगे। शाम करीब 4.30 बजे वह सेक्टर-8 में स्थित बुद्ध संगम शिविर जाएंगे और उसके बाद विश्व हिंदू परिषद के शिविर में बुद्ध सम्मेलन में शिरकत करेंगे।

दिल्ली में अमित शाह ने जारी किया बीजेपी का संकल्प पत्र पार्ट-3, बोले-केजरीवाल जैसा झूठ बोलने वाला नहीं देखा

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दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को बीजेपी के संकल्प पत्र का तीसरा भाग जारी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम जो भी वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं, दूसरों की तरह सिर्फ वादा नहीं करते हैं। इस दौरान अमित शाह ने आम आदमी पार्टी की सरकार और अरविंद केजरीवाल पर भी जमकर हमला बोला।

अमित शाह ने कहा, आज दिल्ली चुनाव के लिए बीजेपी संकल्प का अंतिम हिस्सा प्रस्तुत कर रहा हूं। अन्य पार्टी का नाम नहीं लूंगा। हमारा पार्टी जो वादे करती है पूरा करती है। हम सिर्फ वादे नहीं करते किसी से। हमने बहुत लोगों से सुझाव मांगा था जिसके बाद ये तैयार किया गया है।

इस दौरान गृह मंत्री ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि केजरीवाल बड़ी सफाई से झूठ बोलते हैं। केजरीवाल ने स्कूल-मंदिरों के पास शराब की दुकान खुलवाईं। करोड़ों रुपये का अपना घर बनाया। मोहल्ला क्लीनिक में मेडिकल टेस्ट के नाम पर घोटाला किया। दिल्ली का प्रदूषण वो कम नहीं कर पाए। उन्होंने कोई भी वादा पूरा नहीं किया। 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल ऐसी सरकार चला रहे हैं, जो वादे करते हैं, उन्हें पूरा नहीं करते हैं और फिर से झूठ के एक बहुत बड़े पुलिंदे और भोले से चेहरे के साथ जनता के सामने उपस्थित होते हैं। मैंने अपने राजनीतिक जीवन में इतनी सफाई से झूठ बोलने वाला व्यक्ति नहीं देखा है।

नए घोषणा पत्र में किए गए वादे

• 1700 अनधिकृत कॉलोनियों को संपूर्ण मालिकाना हक देंगे।

• 13000 सील दुकानों को दोबारा खोला जाएगा।

• शरणार्थी कॉलोनियों को भी मालिकाना हक देने का काम करेंगे।

• पाकिस्तान से आए हुए सभी शरणार्थियों को मालिकाना हक देंगे।

• दिल्ली के युवाओं के 50 हजार सरकारी नौकरियां देंगे।

• 20 हजार करोड़ के निवेश के माध्यम से इंटीग्रेटेड पब्लिक नेटवर्क बनाएंगे।

• टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यूपी और हरियाणा सरकार के साथ मिलकर कॉरिडोर बनाए।

• यमुना रिवर विकास फ्रंट बनाएंगे जो साबरमती के तरह होगा।

• 13000 बसों को ई बस में कन्वर्ट करके दिल्ली को 100 प्रतिशत ई बस सेवा देंगे।

• ग्रीक वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड बनाएंगे।

• टेक्सटाइल वर्कर्स को भी हम वित्तीय लाभ देंगे, 10 लाख का बीमा और 5 लाख दुर्घटना बीमा देंगे।

अमित शाह ने लॉन्च किया ‘भारतपोल’पोर्टल, जानें कैसे करेगा काम?

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अब विदेश में छिपने वाले भारत के दुश्मनों की खैर नहीं। विदेश में छिपे मोस्ट वॉन्टेड अपराधियों पर नकेस कसने के लिए भारत सरकार ने इंटरपोल की तर्ज पर अपना एक प्लेटफॉर्म बनाया है। इसके जरिए, भारत सरकार विदेश में बैठे वॉन्टेड अपराधियों की धरपकड़ के लिए दूसरे देशों की पुलिस से मदद मांग सकेगी। इस सिस्टम से इंटरपोल को सूचना देना और मदद मांगना आसान हो जाएगा।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज मंगलवार को सीबीआई की ओर से तैयार किए गए पोर्टल भारतपोल की शुरुआत कर दी। भारतपोल पोर्टल के लॉन्च पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 'भारतपोल' का लॉन्च देश की अंतरराष्ट्रीय जांच को एक नए युग में ले जाने वाली शुरुआत है। 'भारतपोल' की मदद से देश की हर जांच एजेंसी, हर राज्य की पुलिस खुद को बहुत सरलता से इंटरपोल के साथ जोड़ पाएगी और जांच को गति दे पाएगी। अमित शाह ने भारतपोल पोर्टल की तारीफ करते हुए कहा कि सीबीआई ही इंटरपोल के साथ काम करने वाली एकमात्र एजेंसी थी,लेकिन भारतपोल के लॉन्च के साथ, हर भारतीय एजेंसी और सभी राज्यों की पुलिस आसानी से इंटरपोल से जुड़ पाएगी। हम अंतराल को पाट सकेंगे और अपराध को नियंत्रित करने के लिए कुशलतापूर्वक काम कर सकेंगे।

'भारतपोल' के 5 प्रमुख मॉड्यूल

अमित शाह ने कहा, 'कनेक्ट, नोटिस, रेफरेंस, ब्रॉडकास्ट और रिसोर्स, ये पांच 'भारतपोल' के प्रमुख मॉड्यूल होंगे, जिनके माध्यम से हमारे देश की सभी लॉ एन्फोर्समेंट एजेंसियां एक प्लेटफॉर्म पर आ जाएंगी।

कनेक्ट- देश में इंटरपोल के लिए राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के रूप में सीबीआई को इंटरपोल संपर्क अधिकारियों तथा यूनिट अधिकारियों को शामिल करके देश के सभी कानून प्रवर्तन प्राधिकरणों के साथ एक ही मंच पर जोड़ता है।

नोटि- किसी भी मामले में इंटरपोल को नोटिस भेजने के लिए तेजी से अनुरोध किया जा सकेगा, साथ ही यह सुरक्षित और संरचित भी रहेगा। ये दुनियाभर की सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए वैश्विक सूचनाओं का मंच है।

रेफरेंस- इंटरपोल चैनलों के जरिए 195 देशों से आपराधिक मामलों और विदेश में जांच के लिए भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को त्वरित अंतरराष्ट्रीय मदद की सुविधा प्रदान करता है।

ब्रॉडकास्ट- मदद के लिए 195 विदेशी देशों से अनुरोध या उनके द्वारा साझा की गई आपराधिक खुफिया जानकारी को कार्रवाई या भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को जानकारी के लिए प्रेषित किया जा सकता है।

रिसोर्स- प्रासंगिक दस्तावेजों और क्षमता निर्माण संसाधनों तक पहुंच प्रदान करेगा. जांच एजेंसियों की कामयाबी की कहानियों और नए घटनाक्रम को प्रदर्शित करने के लिए भारतपोल एक अहम विंडो के रूप में काम करेगी।

कैसे काम करेगा भारतपोल?

अब तक अगर किसी भारतीय राज्य की पुलिस या किसी अन्य जांच एजेंसी को विदेश में छिपे किसी अपराधी को भारत लाना होता था,तो उन्हें सीबीआई से संपर्क करना पड़ता था। यह संपर्क आमतौर पर ईमेल या फिर पारंपरिक पत्राचार के माध्यम से होता था। इस प्रक्रिया में सूचनाओं के लीक होने का खतरा भी बना रहता था, लेकिन अब भारतपोल के आने से इस प्रक्रिया में क्रांति आ गई है। भारतपोल के माध्यम से देश के सभी राज्यों के पुलिस प्रमुख और अन्य जांच एजेंसियां सीधे इस पोर्टल से जुड़ सकेंगी। इसका मतलब है कि अब उन्हें सीबीआई के माध्यम से जाने की जरूरत नहीं होगी। अभी के सूरत-ए-हाल के हिसाब से ये वॉन्टेड भारत में आतंकवाद या अन्य किसी भी तरह का क्राइम करके देश छोड़कर विदेशों में छिप जाते हैं या फिर विदेशी धरती से भारत में आतंकवाद और अन्य किसी तरह के क्राइम में शामिल रहते हैं।

अंबेडकर मामले में गरमाई सियासत, नीली टी-शर्ट पहुंचकर संसद पहुंचे राहुल
#amit_shah_ambedkar_remarks_congress_protest_opposition
* संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। विपक्ष ने कल बुधवार को अंबेडकर से संबंधित केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की एक टिप्पणी को लेकर केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला और अमित शाह के इस्तीफा की भी मांग कर डाली। कांग्रेस के अलावा तृणमूल कांग्रेस पार्टी, डीएमके, आरजेडी, वाम दलों और शिवसेना (यूबीटी) सहित करीब सभी विपक्षी दलों ने इस मसले को संसद के दोनों सदनों में जोरदार ढंग से उठाया जिसके कारण कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।संसद के दोनों सदनों में आज भी हंगामे होने के आसार है। गुरुवार को इंडिया गठबंधन ने संसद परिसर में बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष विरोध मार्च निकाला। वे मकर द्वार तक गए और राज्यसभा में बाबासाहेब अंबेडकर पर की गई टिप्पणी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से माफी मांगने और इस्तीफा देने की मांग की।इस दौरान राहुल गांधी नीली टीशर्ट में नजर आए और प्रियंका गांधी नीली साड़ी में नजर आईं। अमित शाह पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "उन्होंने संसद में जिस तरह से बाबा साहेब का अपमान किया है....इन पर कौन भरोसा करेगा? ये कहते हैं कि ये आरक्षण को खत्म नहीं करना चाहते, संविधान को नहीं बदलना चाहते...वो (बाबा साहब अंबेडकर) संविधान के निर्माता हैं। आप उनके बारे में ऐसा कह रहे हैं..." वहीं, दूसरी तरफ अंबेडकर को लेकर कांग्रेस के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही यह भी बता रहे हैं कि कांग्रेस ने किस तरह से बाबा साहब का लगातार अपमान किया है।
अंबेडकर मामले में गरमाई सियासत, नीली टी-शर्ट पहुंचकर संसद पहुंचे राहुल

#amit_shah_ambedkar_remarks_congress_protest_opposition

संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। विपक्ष ने कल बुधवार को अंबेडकर से संबंधित केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की एक टिप्पणी को लेकर केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला और अमित शाह के इस्तीफा की भी मांग कर डाली। कांग्रेस के अलावा तृणमूल कांग्रेस पार्टी, डीएमके, आरजेडी, वाम दलों और शिवसेना (यूबीटी) सहित करीब सभी विपक्षी दलों ने इस मसले को संसद के दोनों सदनों में जोरदार ढंग से उठाया जिसके कारण कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।संसद के दोनों सदनों में आज भी हंगामे होने के आसार है।

गुरुवार को इंडिया गठबंधन ने संसद परिसर में बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष विरोध मार्च निकाला। वे मकर द्वार तक गए और राज्यसभा में बाबासाहेब अंबेडकर पर की गई टिप्पणी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से माफी मांगने और इस्तीफा देने की मांग की।इस दौरान राहुल गांधी नीली टीशर्ट में नजर आए और प्रियंका गांधी नीली साड़ी में नजर आईं।

अमित शाह पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "उन्होंने संसद में जिस तरह से बाबा साहेब का अपमान किया है....इन पर कौन भरोसा करेगा? ये कहते हैं कि ये आरक्षण को खत्म नहीं करना चाहते, संविधान को नहीं बदलना चाहते...वो (बाबा साहब अंबेडकर) संविधान के निर्माता हैं। आप उनके बारे में ऐसा कह रहे हैं..."

वहीं, दूसरी तरफ अंबेडकर को लेकर कांग्रेस के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही यह भी बता रहे हैं कि कांग्रेस ने किस तरह से बाबा साहब का लगातार अपमान किया है।

आंबेडकर का जिक्र कर अमित शाह ने ऐसा क्या कहा, भड़क गई कांग्रेस, गृह मंत्री से माफी की मांग

#congressdemandsapologyfromamitshahforremarksregarding_ambedkar

संविधान पर संसद में चल रही बहस के दौरान मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणियों पर कांग्रेस ने सख़्त एतराज़ जताया है। अमित शाह अपने भाषण के दौरान डॉ बीआर आंबेडकर की विरासत पर बोल रहे थे।कांग्रेस ने राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह की आंबेडकर के बारे में टिप्पणी के लिए उनसे माफी की मांग की। विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि यह टिप्पणी दर्शाती है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं में बी आर आंबेडकर के प्रति 'काफी नफरत' है।

अमित शाह के पूरे भाषण के एक छोटे हिस्से को लेकर काफ़ी विवाद हो रहा है। दरअसल, शाह ने कहा कि आजकल आंबेडकर का नाम लेना एक फ़ैशन बन गया है। उन्होंने कहा, अब ये एक फैशन हो गया है। आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर… इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।

मनुस्मृति मानने वाले आंबेडकर से असहमत- राहुल गांधी

अमित शाह के इस बयान पर कांग्रेस पार्टी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आपत्ति जताई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी ने लिखा, "मनुस्मृति मानने वालों को आंबेडकर जी से तकलीफ़ बेशक होगी ही।"

भाजपा-आरएसएस तिरंगे के खिलाफ-खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी शाह पर निशाना साधते हुए कहा, गृहमंत्री ने जो आज भरे सदन में बाबासाहेब का अपमान किया है, उससे ये फिर एक बार सिद्ध हो गया है कि 'भाजपा-आरएसएस तिरंगे के खिलाफ थे। उनके पुरखों ने अशोक चक्र का विरोध किया। संघ परिवार के लोग पहले दिन से भारत के संविधान के बजाय मनुस्मृति लागू करना चाहते थे।कांग्रेस अध्यक्ष ने ‘एक्स’ पर कहा, बाबासाहेब डॉ आंबेडकर जी ने ये नहीं होने दिया, इसलिए उनके प्रति इतनी घृणा है। खरगे ने कहा, मोदी सरकार के मंत्रीगण ये कान खोलकर समझ लें कि मेरे जैसे करोड़ों लोगों के लिए बाबा साहेब डॉ आंबेडकर जी भगवान से कम नहीं। वह दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक व ग़रीबों के मसीहा हैं और हमेशा रहेंगे।

अमित शाह ने 90 मिनट तक झूठ बोला-जयराम रमेश

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा भाषण पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में 90 मिनट तक भाषण दिया और अन्य भाजपा नेताओं ने भी भाषण दिया। लोकसभा में 'एक राष्ट्र एक चुनाव' की बात हुई लेकिन राज्यसभा में 'एक भाषण अनेक वक्ता' की स्थिति रही। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने 90 मिनट तक झूठ बोला, यह सिर्फ कांग्रेस पार्टी पर हमला था, यह भाषण नहीं था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता का अपमान किया।

अमित शाह ने क्या कहा?

अपने भाषण में अमित शाह देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की पहली कैबिनेट से आंबेडकर के इस्तीफ़ा का ज़िक्र कर रहे थे। कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए अमित शाह ने कहा कि अब चाहे आंबेडकर का नाम सौ बार ज़्यादा लो लेकिन साथ में आंबेडकर जी के प्रति आपका भाव क्या है, ये वह बताएंगे। अमित शाह ने कहा, आंबेडकर ने देश की पहली कैबिनेट से इस्तीफ़ा क्यों दे दिया? उन्होंने कई बार कहा कि वह अनुसूचित जातियों और जनजातियों के साथ होने वाले व्यवहार से असंतुष्ट हैं। उन्होंने सरकार की विदेश नीति से असहमति जताई थी अनुच्छेद 370 से भी सहमत नहीं थे। आंबेडकर को आश्वासन दिया गया था, जो पूरा नहीं हुआ, इसलिए कैबिनेट से इस्तीफ़ा दे दिया था। अमित शाह ने कहा, जिसका विरोध करते हो उसका वोट के लिए नाम लेना कितना उचित है?

देवेंद्र फडणवीस या एकनाथ शिंदे...महाराष्ट्र सीएम पर सस्पेंस बरकरार, कब होगा पटाक्षेप?

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महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति ने प्रचंड जीत हासिल की। 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव का परिणाम भी आ गया लेकिन आज 28 नवंबर तक मुख्यमंत्री के नाम का पटाक्षेप नहीं हो सका है। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री कौन होगा? सस्पेंस अब भी बरकरार है। महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कवायद के तहत गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े के बीच अहम बैठक हुई। वहीं, आज महायुति के तीनों शीर्ष नेताओं के साथ गृहमंत्री अमित शाह की बैठक होने वाली है। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री के नाम को लेकर एलान हो सकता है।

महाराष्ट्र में भाजपा, शिवसेना और राकांपा के महायुति गठबंधन ने चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन किया और जीत हासिल की। हालांकि, इन सभी दलों में भाजपा का प्रदर्शन जबरदस्त रहा और वह अकेले ही बहुमत के करीब का आंकड़ा जुटाकर सबसे बड़ी पार्टी बनी। इसके बाद से ही भाजपा के कई नेताओं की तरफ से मुख्यमंत्री पद पार्टी के पास रखने की मांग उठने लगी।

वहीं दूसरी तरफ शिवसेना(शिंदे) के कुछ नेताओं ने भी एकनाथ शिंदे को दोबारा सीएम बनाने की मांग तेज कर दी। कई बार शिवसेना की ओर से भारतीय जनता पार्टी पर दबाव बनाया गया।हालांकि, एकनाथ शिंदे अब मुख्यमंत्री सीएम की रेस से हट गए हैं।

देवेंद्र फडणवीस के नाम पर पेच फंस

एकनाथ शिंदे के बयान के बाद ऐसा लगा जैसे देवेंद्र फडणवीस सीएम पद की रेस में बाजी मार चुके हैं। मगर ताजा घटनाक्रम सामने आए हैं, उससे ऐसा लग रहा है कि देवेंद्र फडणवीस पर फिर पेच फंस गया है। अमित शाह और विनोद तावड़े के बीच बुधवार की रात को लंबी बातचीत हुई। विनोद तावड़े ने महाराष्ट्र का जो फीडबैक दिया है, उससे ही फडणवीस के नाम पर पेच फंसता दिख रहा है। बैठक में महाराष्ट्र के राजनीतिक और सामाजिक समीकरणों पर चर्चा की गई। एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री नहीं रहने पर सूबे के राजनीतिक और सामाजिक समीकरणों पर पड़ने वाले असर पर भी चर्चा हुई. बीजेपी शीर्ष नेतृत्व महाराष्ट्र के मराठा वोटरों पर पड़ने वाले असर को लेकर लगातार मंथन कर रहा है। तावड़े से बैठक से पहले गृहमंत्री अमित शाह ने एनसीपी और शिवसेना के नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक कर फीडबैक लिया।

एकनाथ शिंदे बता चुके हैं अपनी राय

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना शिंदे गुट के प्रमुख एकनाथ शिंदे ने बुधवार को सीएम पद को लेकर चल रही चर्चाओं को विराम दे दिया। उन्होंने कहा कि मेरे मन में सीएम बनने की लालसा नहीं है। पीएम मोदी और अमित शाह जो भी निर्णय लेंगे मुझे मंजूर होगा। सरकार बनाते समय मेरी तरफ से कोई अड़चन नहीं आएगी। मैं चट्टान की तरह साथ खड़ा हूं। भाजपा की बैठक में जो भी निर्णय लिया जाएगा, हमें मान्य होगा। भाजपा का सीएम मुझे मंजूर है।

शिंदे ने कहा कि पिछले ढाई साल में पीएम मोदी और अमित शाह ने मेरा पूरा सहयोग किया। अमित शाह और पीएम मोदी ने बालासाहेब ठाकरे के एक आम शिवसैनिक को सीएम बनाने के सपने को पूरा किया है। वे हमेशा मेरे साथ खड़े रहे हैं। उन्होंने मुझ पर विश्वास किया। मुझे मुख्यमंत्री बनाया और बड़ी जिम्मेदारी दी। मैं रोने वालों और लड़ने वालों में से नहीं हूं। मैं भागने वाला नहीं समाधान करने वाला व्यक्ति हूं। हम मिलकर काम करने वाले लोग हैं। ढाई साल तक हमने खूब काम किया है। महाराष्ट्र में विकास की रफ्तार बढ़ी है। हमने हर वर्ग की भलाई के लिए काम किया।

पिक्चर अभी बाकी है...

महाराष्ट्र की जनता नए मुख्यमंत्री के नाम का बेसब्री से इंतजार कर रही है। देखना होगा कि आखिरकार किसके सिर पर मुख्यमंत्री का ताज सजता है। क्या फडणवीस फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे या शिंदे को यह जिम्मेदारी मिलेगी? या फिर कोई और चेहरा सामने आएगा? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।