क्षेत्र के ग्राम रमना फॉर्म स्थित द मिलेनियम एकेडमी में निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। क्षेत्र के ग्राम रमना फॉर्म स्थित द मिलेनियम एकेडमी में निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 195 नेत्र रोगियों की जांच की गई। शनिवार को आंख अस्पताल सीतापुर के सौजन्य से एक निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन ग्राम रमना फॉर्म में द मिलेनियम एकेडमी में किया गया। जिसमें पंजीकृत 195 नेत्र रोगियों की जांच आंख अस्पताल सीतापुर की डॉक्टर अंजली व उनकी टीम के द्वारा की गयी व नेत्र रोगियों को उचित परामर्श दिया गया जांच के दौरान 75 नेत्र रोगियों को मोतियाबिंद ऑपरेशन के योग्य पाया गया जिन्हें निःशुल्क ऑपरेशन के लिए आंख अस्पताल ले जाया गया।

 इस मौक़े पर पालिया से आए समाजसेवी सरदार बहादुर सिंह ने  मरीजों से मुलाकात कर उनका मनोबल बढ़ाया और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने का संदेश भी दिया। शिविर में प्रधानाचार्य राजीव नयन श्रीवास्तव, प्रबंधक तरन जीत सिंह, अमित मिश्रा तथा विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा व विद्यालय के बच्चों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता करते हुए मरीजों की सेवा व व्यवस्था में अहम भूमिका निभाई। प्रबंधक तरनजीत सिंह ने भविष्य में भी इसी प्रकार के सामाजिक और स्वास्थ्य सेवा संबंधी अभियान जारी रखने का संकल्प व्यक्त किया।

सीएचसी के निरीक्षण में डीएम को मिली खामियां, फटकार, नोटिस व स्पस्टीकरण किया तलब

सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। जिलाधिकारी डा0 राजागणपति आर0 ने शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिसावां का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने इमरजेंसी वार्ड, ओपीडी, भर्ती वार्ड, महिला वार्ड, लेबर रूम, औषधि कक्ष, केएमसी, टीबी यूनिट कक्ष, ड्यूटी कक्ष आदि का गहनतापूर्वक निरीक्षण किया।

 जिलाधिकारी ने कड़े निर्देश दिये कि शासन की मंशानुरूप क्षेत्र की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं एवं समुचित उपचार उपलब्ध कराया जाये। चिकित्सालय में आवश्यक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाये तथा अवस्थापना सुविधाओं में सुधार किया जाये। सभी स्थलों पर सफाई का समुचित प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। 

जिलाधिकारी ने बीपीएम एवं बीसीपीएम को व्यवस्थाएं सुधारनें तथा भर्ती मरीजों को निर्धारित मेन्यू के अनुसार भोजन एवं नाश्ते का वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। चीफ फार्मासिस्ट दयाशंकर को स्पष्टीकरण जारी के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। लापरवाही पर स्टाफ नर्स रेनू देवी को कड़ी फटकार लगायी तथा फैमिली काउंसलर रामखुशी को नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिये। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि आरसीएच पोर्टल पर नियमित डाटा अद्यतन कराया जाये। शतप्रतिशत प्रसव सुनिश्चित कराने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिये। उन्होंने कहा कि ई-कवच पोर्टल की नियमित डाटा फीडिंग की जाये। सभी वार्डों में ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों का विवरण अवश्य प्रदर्शित किया जाये। रिफर किये गये मरीजों का रजिस्टर अ़द्यतन रखा जाये। उन्होंने कहा कि बेडशीट नियमित रूप से बदलवायी जाये। सभी अधिकारी एवं कर्मचारी निर्धारित यूनीफार्म में रहें। डिलीवरी रजिस्टर पर पूरा विवरण दर्ज कराया जाये तथा जन्म पंजीकरण प्रमाण-पत्र डिस्चार्ज के समय ही उनके परिवारजन को दे दिया जाये। उन्होंने मरीजों से वार्ता कर चिकित्सालय में मिल रही सेवाओं के विषय में फीडबैक भी लिया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जन्म प्रमाण-पत्र की आईडी डिलीवरी रजिस्टर अवश्य दर्ज की जाये। 

जिलाधिकारी ने कहा कि भोजन एवं नाश्ते की मात्रा एवं गुणवत्ता मानकों के अनुसार सुनिश्चित की जाये। फैमिली प्लानिंग के संबंध में प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। उन्होंने कहा कि डिलीवरी के उपरान्त समुचित काउंसलिंग की जाये। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में तैनात चिकित्सकों, फार्मासिस्टों एवं अन्य कार्मिकों का विवरण भी प्राप्त किया। उन्होंने फार्मेसी में जाकर दवाओं के रख-रखाव का भी गहनतापूर्वक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने कड़े निर्देश दिये कि मानकों के अनुरूप दवाओं का समुचित रख-रखाव सुनिश्चित किया जाये तथा दवाओं से संबंधित समस्त रिकार्ड अद्यतन रखा जाये। समय पर मांग पत्र भी प्रेषित कराया जाये, जिससे किसी प्रकार की दवाओं की कमी न हो।

व्यापार मंडल ने बुलडोजर के विरोध में नगर प्रशासन से मुलाकात की

बलरामपुर । तुलसीपुर - नगर की प्रमुख व्यापारिक एवं जन समस्याओं को लेकर व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों व अधिशासी अधिकारी प्रवीण कुमार दुबे नगर पंचायत के साथ एक बैठक हुई जिसमें उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने ज़िला महामन्त्री दिलीप कुमार गुप्ता की अगुवाई में पांच सूत्रीय मांग पत्र सौंपकर समस्याओं के निदान किए जाने की मांग की।

ज़िला महामन्त्री दिलीप गुप्ता ने बताया कि बैठक में सहालग के दौरान व्यापारी समुदाय के हितों की हर हाल में ख्याल रखे जाने व अनावश्यक रूप से परेशान न किए जाने की बात कही गई।नगर महामन्त्री रूप चन्द्र गुप्ता ने बताया कि मांग पत्र में मुख्य मार्ग जहां अत्यधिक भीड़ रहती है वहां से लावारिस सांड़ों व जानवरों को हटाया जाए,नगर में नाले नालियों की साफ सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए एवं सभी के साथ पारदर्शिता पूर्ण व पूरी निष्पक्षता अपनाते हुए कार्य किया जाए।उद्योग व्यापार संगठन के जिलाध्यक्ष अनिल लाट ने कहा कि पालीथिन के नाम पर छोटे व्यापारियों व ठेले वालों पर जुर्माना न किया जाए।कोषाध्यक्ष राधेश्याम चौरसिया मीडिया प्रभारी जय सिंह,हरविंदर सिंह,,कुंदन लाल गुप्ता,अनिल कुमार कसौधन मौजूद रहे।

दो दशक पुराने मामले में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष भगोड़ा घोषित

पुलिस अधीक्षक को स्वयं कुर्की व गैर जमानती वारंट का पालन कराने का आदेश

गोंडा।नगर पालिका परिषद गोंडा के पूर्व अध्यक्ष को 21 वर्ष पुराने बलबा,आगजनी व उपद्रव के एक मामले में न्यायालय ने भगोड़ा घोषित किया है।बताते चलें कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अमित सिंह की अदालत ने शुक्रवार को यह आदेश जारी किया।मुकदमे की सुनवाई के दौरान निर्मल श्रीवास्तव को कई बार तलब किये जाने के बावजूद अदालत में उपस्थित न होने पर पहले गैरजमानती वारंट जारी किया गया था।पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने में विफल रहने के बाद न्यायालय द्वारा यह आदेश दिया गया है।अदालत द्वारा पूर्व अध्यक्ष की चल एवं अचल सम्पति को कुर्क करने का भी आदेश दिया गया है तथा साथ ही पुलिस की निष्क्रियता को गंभीर लापरवाही मानते हुये अदालत ने पुलिस अधीक्षक को स्वयं गैरजमानती वारंट और कुर्की आदेश का तामीला सुनिश्चित कराने का सख्त निर्देश दिया।उक्त आदेश की एक प्रति पुलिस अधीक्षक को भेजा गया है ताकि न्यायालय द्वारा भगोड़ा घोषित रूपेश कुमार श्रीवास्तव उर्फ निर्मल श्रीवास्तव पर आवश्यक कार्रवाई की जा सके।ज्ञातव्य हो कि उक्त मामला 7 सितम्बर 2004 का है जब बिजली आपूर्ति अव्यवस्था को लेकर बड़ी संख्या में लोग इन्कैन चौराहे पर एकत्र हुए थे। आरोप है कि उग्र भीड़ ने समाजवादी पार्टी कार्यालय व एक शोरूम में तोड़फोड़ करने के साथ ही परिवहन निगम की एक बस में आग लगाने के बाद पुलिस पर पथराव किया।इस संबंध में कोतवाली में तैनात तत्कालीन वरिष्ठ उपनिरीक्षक वीरेन्द्र सिंह ने नगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराया था।पुलिस ने घटना की जांच के बाद निर्मल श्रीवास्तव, अनूप श्रीवास्तव,चुन्नू उर्फ सूरज,भोला सोनी,अविनाश श्रीवास्तव, राधेश्याम, कौशल,कैलाश श्रीवास्तव, साबिर बोरिंग वाले सहित कुल 17 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया था।जिसको लेकर न्यायालय में मामले की सुनवाई चल रही है।कई बार न्यायालय द्वारा निर्मल श्रीवास्तव को तलब किया गया परन्तु यह न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुये न्यायालय में पेश नहीं हो रहे थे।इस मामले में नगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विवेक त्रिवेदी ने बताया कि उन्हें अभी तक न्यायालय का कोई पत्र नहीं मिला है साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि न्यायालय के आदेश का पूरा पालन किया जाएगा और पुलिस द्वारा किसी भी आदेश का उल्लंघन नहीं किया जाता है।पत्र मिलने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई के संबंध में कुछ बता पाएंगे।

बिना मान्यता के चल रहे कॉलेज, खुलेआम उड़ाई जा रही नियमों की धज्जियाँ — प्रशासन मौन

बहसुमा/मेरठ।रामराज बहसुमा क्षेत्र में कॉलेज बिना मान्यता के संचालित होने का मामला सामने आया है। शिक्षा विभाग के नियमों और मानकों को दरकिनार कर यह संस्थान खुलेआम चल रहा है, लेकिन संबंधित विभागों और प्रशासन की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि बिना मान्यता के चल रहे कॉलेज छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है। इसके बावजूद अधिकारी स्तर पर चुप्पी बनी हुई है, जिससे क्षेत्रवासियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

ग्रामीणों मनोज कुमार अरुण कुमार ने प्रशासन से मांग की है कि कॉलेज की जांच कर तत्काल आवश्यक कार्रवाई की जाए, ताकि छात्रों के भविष्य और क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था सुरक्षित रह सके। A.b.s.a. राकेश अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया

दिव्यांगजन स्वास्थ्य देख-रेख पर संवेदीकरण कार्यक्रम सम्पन्न, तकनीक आधारित सेवाओं पर दिया बल
लखनऊ। राज्य आयुक्त, दिव्यांगजन कार्यालय के सभागार में दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016 की धारा-25 के अंतर्गत स्वास्थ्य देख-रेख/सर्टिफिकेशन विषयक संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भूतपूर्व आई.ए.एस. एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने दिव्यांगजनों की स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुदृढ़, तकनीक-आधारित एवं सुलभ बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह अधिनियम समाज में अधिकार-आधारित न्याय सुनिश्चित करने का महत्वपूर्ण माध्यम है, जिसे पारदर्शी एवं नागरिक-अनुकूल बनाया जाना आवश्यक है। विषय-विशेषज्ञ राहुल बजाज (अधिवक्ता, सर्वोच्च न्यायालय), आयुष्मिता सामल, प्रवीण प्रकाश अम्बष्ठ (उप मुख्य आयुक्त, दिव्यांगजन, भारत सरकार) एवं डॉ. पी.के. श्रीवास्तव (बलरामपुर अस्पताल) द्वारा दिव्यांगता मूल्यांकन के अद्यतन मानक, स्वास्थ्य संबंधी प्रावधान, मानसिक विकास पहलू एवं आवश्यक संवेदनशीलता पर विस्तृत व्याख्यान दिए गए, जिससे प्रतिभागी अधिकारियों को महत्वपूर्ण तकनीकी ज्ञान प्राप्त हुआ। अंतिम सत्र में राज्य आयुक्त प्रो. हिमांशु शेखर झा ने दिव्यांगता प्रमाण-पत्र एवं यू.डी.आई.डी. कार्ड निर्गमन प्रक्रियाओं को सरल, समयबद्ध एवं ई-गवर्नेन्स आधारित बनाने हेतु आवश्यक निर्देश दिए। कार्यक्रम में एस. गोविन्दराज (आयुक्त, दिव्यांगजन, भारत सरकार), डॉ. संदीपा श्रीवास्तव (निदेशक, चिकित्सा उपचार), डॉ. अमित कुमार राय (उपायुक्त दिव्यांगजन, उप्र), शशांक सिंह (सहायक आयुक्त/जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, लखनऊ) सहित बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित रहे। प्रदेशभर के अपर निदेशक (चिकित्सा) एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने भी उत्साहपूर्वक सहभागिता की।
2029 तक लड़ूंगा चुनाव, कोई ताकत नहीं रोक सकती-बृजभूषण शरण सिंह

*2027 विधानसभा चुनाव लड़ने का इरादा नहीं,आत्मा अभी भी भाजपा में

गोंडा।पूर्व भाजपा सांसद व भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने 2029 में चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए कहा है कि 2027 में विधानसभा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है,लेकिन 2029 में वह निश्चित रूप से चुनाव लड़ेंगे।यह बयान उन्होंने गत दिवस एक निजी चैनल से बात करते हुए दिया था जो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है।ज्ञात हो कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कैसरगंज लोकसभा सीट से बृजभूषण शरण सिंह को टिकट नहीं दिया था बल्कि उनके स्थान पर उनके छोटे पुत्र करन भूषण सिंह को उम्मीदवार बनाया था जो वर्तमान में कैसरगंज से भाजपा सांसद हैं।बातचीत के दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने स्पष्ट किया कि 2027 में वह किसी भी जगह से कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे और न ही उन्होंने इसकी कोई तैयारी की है।हालांकि, उन्होंने जोर देते हुए कहा कि 2029 में उन्हें चुनाव लड़ने से कोई ताकत नहीं रोक सकती।जब उनसे यह पूछा गया कि वह 2029 में भाजपा से चुनाव लड़ेंगे अथवा किसी अन्य राजनीतिक पार्टी से तो उन्होंने कोई सीधा जवाब न देते हुए सिर्फ इतना कहा कि वह 2029 का चुनाव अवश्य लड़ेंगे।समाजवादी पार्टी में उनके शामिल होने के अटकलों पर बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि उनका एक बेटा भाजपा से विधायक है,दूसरा बेटा सांसद है, भतीजा ब्लॉक प्रमुख है और पत्नी भाजपा से जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी है।उन्होंने कहा कि उनकी पूरी टीम और विचारधारा भारतीय जनता पार्टी की है तथा उनके सहयोगी भी भाजपा से जुड़े हैं।पूर्व सांसद ने अटकलों को यह कहते हुए खारिज किया कि कभी कभी सच बोलने पर लोगों को लगता है कि वह समाजवादी पार्टी के समर्थक हो गये हैं।उन्होंने कहा कि सच बोलना कोई अपराध नहीं है और वह अभी भारतीय जनता पार्टी में हैं,किसी अन्य पार्टी में जाने की कोई योजना नहीं है।

लाल किला ब्लास्ट जांच की आंच आईआईटी कानपुर तक, दो कश्मीरी छात्र लापता, 15 दिनों से कोई संपर्क नहीं

#iitkanpurtwokashmiriphdstudentsmissing

दिल्ली आतंकवादी हमले की जांच कर रही एजेंसियां आईआईटी कानपुर तक पहुंच गईं हैं। लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट के मामले में यूपी के कानपुर के डॉ. शाहीन और डॉ. आरिफ का कनेक्शन सामने आने के बाद से लगातार एटीएस, आईबी और पुलिस सक्रिय हैं। इसी क्रम में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। खुफिया एजेंसियों को शुक्रवार देर रात ये जानकारी मिली कि आईआईटी कानपुर से कश्मीर मूल के 2 पीचडी छात्र दिल्ली ब्लास्ट के पहले से लापता हैं।

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कश्मीरी मूल के छात्रों के सत्यापन में चौंकाने वाला खुलासा

दिल्ली हमले की आरोपी जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में पूर्व में तैनात रही डॉ. शाहीन पहले अरेस्ट की जा चुकी है। इसके बाद जांच एजेंसियां कार्डियोलॉजी से डॉक्टर मो. आरिफ को पहले ही ले जा चुकी हैं। जांच एजेंसियां इन दोनों के करीबियों की तलाश कर रही हैं। जांच के दौरान कश्मीरी मूल के नागरिक और छात्र भी जांच के दायरे में आए थे। इसी आधार पर पिछले दिनों शहर में पढ़ रहे कश्मीरी मूल के छात्र छात्राओं का ब्यौरा मांगा गया था। अब नई जानकारी आईआईटी से सामने आई है। कश्मीरी मूल के दो पीएचडी छात्र लापता हैं।

थीसिस जमा करने के बाद आईआईटी के संपर्क में नहीं

जानकारी के मुताबिक एक छात्र 18 अक्टूबर से लापता है, जबकि दूसरा छात्र बीते 10 नवंबर से लापता है। दोनों लापता छात्र इस समय कहां हैं, एजेंसियां इसकी जानकारी जुटा रही हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि दोनों ने शोध पूरी करने के बाद अपनी थीसिस जमा कर दी है। इसके बाद से वह आईआईटी के संपर्क में नहीं हैं, लेकिन दोनों छात्र कहां हैं, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। एजेंसियां पूरे मामले की जांच ने जुटी हैं।

तुर्की-चाइना मेड हथियार से दिल्ली दहलाने की थी साजिश, इंटरनेशनल हथियार तस्करी गिरोह का भंडाफोड़

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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पाकिस्तान की एक और घातक साजिश को नाकाम कर दिया है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े एक बड़े अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, ये गिरोह पाकिस्तान के रास्ते तुर्की और चीन में बने हाई एंड पिस्टल भारत में सप्लाई कर रहा था।

तस्करों के पास से क्या-क्या हुआ बरामद?

डीसीपी संजीव कुमार यादव के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच ने गुप्त सूचना के आधार पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए इस अंतरराष्ट्रीय अवैध हथियार सप्लाई मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने इस गैंग के चार मुख्य ऑपरेटिवों को गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी गिरोह के सदस्यों कोके पास से 10 विदेशी महंगी पिस्टल और 92 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। ये हथियार दिल्ली और आसपास के राज्यों में बदमाशों और गैंगस्टरों तक पहुंचाए जा रहे थे।

आईएसआई के इशारों पर कर रहे था काम

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच का कहना है कि ये पूरा नेटवर्क पाकिस्तान आईएसआई से जुड़े लोगों के इशारे पर काम कर रहा था। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में भेजी गई थी, जो बताती है कि दुश्मन कितनी आधुनिक तकनीक से आतंक फैलाने की तैयारी में था।

आरोपी पंजाब-यूपी और दिल्ली के

इन गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मनदीप, दलविंदर, रोहन और अजय उर्फ मोनू के रूप में हुई है। ये सभी आरोपी पंजाब, यूपी और दिल्ली के रहने वाले बताए जा रहे हैं। पहले हथियार पाकिस्तान पहुंचाए जाते, फिर वहां से तस्करी कर भारत की सीमा के अंदर लाए जाते थे।

लाल किला धमाके के बाद सतर्क हुईं एजेसियां

बता दें कि बीते 10 नवंबर को दिल्ली में लाल किला के पास हुए धमाके की घटना के बाद एजेसियों ने अपनी निगरानी और पैनी कर दी है। हर एक संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। आतंक से संबंध रखने वाले हर किसी की धर-पकड़ की जा रही है। लाल किला धमाके की घटना में 15 लोगों की मौत हो गई थी और 2 दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।

विद्यार्थियों के व्यवहार में वांछनीय परिवर्तन लाने में बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहा है एकीकृत ' संपूर्ण` प्रशिक्षण* :*मनीष सिंह
संजीव सिंह बलिया!राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण कार्य कर रहे शिक्षकों के क्षमता संवर्धन के दृष्टि से महत्वपूर्ण विषयों तथा बिंदुओं के प्रभावी उपयोग के दृष्टिगत गतिमान प्रशिक्षण एकीकृत " संपूर्ण " मील का पत्थर साबित होगी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के 12 वें बैच के समापन पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए संस्थान के प्राचार्य /उप शिक्षा निदेशक मनीष कुमार सिंह ने उक्त बातें कही। उन्होंने अपने उद्बोधन में आगे बताया कि संपूर्ण मॉड्यूल पर आधारित इस प्रशिक्षण में विभिन्न सत्रों के माध्यम से यह प्रयास किया जा रहा है कि विद्यार्थियों के व्यवहार में वांछनीय परिवर्तन लाते हुए इसे उपयोगी सिद्ध किया जा सके ।इस प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षक की योग्यताओं तथा प्रभावी कक्षा प्रबंधन कौशलों का विकास करना है जिसके अंतर्गत विभिन्न शैक्षिक दृष्टिकोण और शैलियों से परिचित कराना ,पाठ योजनाएं निर्मित करना तथा समावेशी एवं सतत मूल्यांकन तकनीक से परिचित होना है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर शिक्षक शिक्षा प्रशिक्षण के प्रभारी डॉ मृत्युंजय सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ही वर्तमान में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य /उप शिक्षा निदेशक के दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं तथा उनके कुशल निर्देशन में छात्र-छात्राओं के अध्यापन हेतु शिक्षकों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण बच्चों के लिए अधिक समय निकालकर गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान किए जाने में सहयोगी साबित होगा। गणित एवं भाषा शिक्षण ,पर्यावरण शिक्षा, नैतिक शिक्षा, जीवन कौशल , अनुभवात्मक शिक्षण आकलन ,कला एवं संगीत ,क्राफ्ट एवं पेपेट्री,समावेशी शिक्षा, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, स्वास्थ्य के लिए खेल के योगदान इत्यादि विषयों से शिक्षकों को मात्र पांच दिवसों के अंदर सीखने के नए-नए अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं ताकि शिक्षक अपने स्वयं के अनुभव और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों के साथ जोड़ सके। प्रशिक्षण के इस बैच में शिक्षकों ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि यह प्रशिक्षण बहुत ही आनंदमय माहौल में संपन्न हो रहा है तथा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा विकसित यह प्रशिक्षण शिक्षकों के दृष्टिकोण और शैलियों से विद्यालई वातावरण में अपेक्षित परिवर्तन ला सकेगा। प्रशिक्षण में सक्रिय सहभागिता तथा अनुशासन हेतु विभिन्न शिक्षकों को संस्थान के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक मनीष कुमार सिंह द्वारा अलग से पुरस्कृत किया गया जिनमें मुख्य रूप से प्रिया गुप्ता, अमरनाथ यादव ,गरिमा श्रीवास्तव ,शैलेश कुमार सिंह, सूर्य प्रकाश सिंह ,दिवाकर सिंह यादव ,रजनीश कुमार यादव ,सभ्य मौर्य ,प्रियंका राज ,योगेश कुमार साहनी ,प्रतिमा यादव, विपिन कुमार यादव तथा जिया उल हक शामिल रहे। इस प्रशिक्षण के प्रभारी रविरंजन खरे प्रवक्ता जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया ने बताया कि यह प्रशिक्षण माह जून 2025 से संचालित है जिसमें प्रत्येक पांच दिवसीय बैच में 100 अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, तथा उनकी उपस्थिति एवं फीडबैक फॉर्म ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लिए जा रहे हैं। संस्थान के प्रवक्ता डॉक्टर जितेंद्र गुप्ता, अविनाश सिंह, राम प्रकाश ,देवेंद्र सिंह, जानू राम , डा अशफ़ाक ,हलचल चौधरी, किरण सिंह तथा डॉक्टर शाइस्ता अंजुम द्वारा प्रशिक्षण को रोचक बनाते हुए गतिविधियों के माध्यम से शिक्षकों को पूर्ण मनोयोग से प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग हेतु पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा की भूमिका की भी प्राचार्य द्वारा प्रशंसा की गई।
क्षेत्र के ग्राम रमना फॉर्म स्थित द मिलेनियम एकेडमी में निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। क्षेत्र के ग्राम रमना फॉर्म स्थित द मिलेनियम एकेडमी में निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 195 नेत्र रोगियों की जांच की गई। शनिवार को आंख अस्पताल सीतापुर के सौजन्य से एक निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन ग्राम रमना फॉर्म में द मिलेनियम एकेडमी में किया गया। जिसमें पंजीकृत 195 नेत्र रोगियों की जांच आंख अस्पताल सीतापुर की डॉक्टर अंजली व उनकी टीम के द्वारा की गयी व नेत्र रोगियों को उचित परामर्श दिया गया जांच के दौरान 75 नेत्र रोगियों को मोतियाबिंद ऑपरेशन के योग्य पाया गया जिन्हें निःशुल्क ऑपरेशन के लिए आंख अस्पताल ले जाया गया।

 इस मौक़े पर पालिया से आए समाजसेवी सरदार बहादुर सिंह ने  मरीजों से मुलाकात कर उनका मनोबल बढ़ाया और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने का संदेश भी दिया। शिविर में प्रधानाचार्य राजीव नयन श्रीवास्तव, प्रबंधक तरन जीत सिंह, अमित मिश्रा तथा विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा व विद्यालय के बच्चों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता करते हुए मरीजों की सेवा व व्यवस्था में अहम भूमिका निभाई। प्रबंधक तरनजीत सिंह ने भविष्य में भी इसी प्रकार के सामाजिक और स्वास्थ्य सेवा संबंधी अभियान जारी रखने का संकल्प व्यक्त किया।

सीएचसी के निरीक्षण में डीएम को मिली खामियां, फटकार, नोटिस व स्पस्टीकरण किया तलब

सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। जिलाधिकारी डा0 राजागणपति आर0 ने शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिसावां का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने इमरजेंसी वार्ड, ओपीडी, भर्ती वार्ड, महिला वार्ड, लेबर रूम, औषधि कक्ष, केएमसी, टीबी यूनिट कक्ष, ड्यूटी कक्ष आदि का गहनतापूर्वक निरीक्षण किया।

 जिलाधिकारी ने कड़े निर्देश दिये कि शासन की मंशानुरूप क्षेत्र की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं एवं समुचित उपचार उपलब्ध कराया जाये। चिकित्सालय में आवश्यक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाये तथा अवस्थापना सुविधाओं में सुधार किया जाये। सभी स्थलों पर सफाई का समुचित प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। 

जिलाधिकारी ने बीपीएम एवं बीसीपीएम को व्यवस्थाएं सुधारनें तथा भर्ती मरीजों को निर्धारित मेन्यू के अनुसार भोजन एवं नाश्ते का वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। चीफ फार्मासिस्ट दयाशंकर को स्पष्टीकरण जारी के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। लापरवाही पर स्टाफ नर्स रेनू देवी को कड़ी फटकार लगायी तथा फैमिली काउंसलर रामखुशी को नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिये। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि आरसीएच पोर्टल पर नियमित डाटा अद्यतन कराया जाये। शतप्रतिशत प्रसव सुनिश्चित कराने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिये। उन्होंने कहा कि ई-कवच पोर्टल की नियमित डाटा फीडिंग की जाये। सभी वार्डों में ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों का विवरण अवश्य प्रदर्शित किया जाये। रिफर किये गये मरीजों का रजिस्टर अ़द्यतन रखा जाये। उन्होंने कहा कि बेडशीट नियमित रूप से बदलवायी जाये। सभी अधिकारी एवं कर्मचारी निर्धारित यूनीफार्म में रहें। डिलीवरी रजिस्टर पर पूरा विवरण दर्ज कराया जाये तथा जन्म पंजीकरण प्रमाण-पत्र डिस्चार्ज के समय ही उनके परिवारजन को दे दिया जाये। उन्होंने मरीजों से वार्ता कर चिकित्सालय में मिल रही सेवाओं के विषय में फीडबैक भी लिया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जन्म प्रमाण-पत्र की आईडी डिलीवरी रजिस्टर अवश्य दर्ज की जाये। 

जिलाधिकारी ने कहा कि भोजन एवं नाश्ते की मात्रा एवं गुणवत्ता मानकों के अनुसार सुनिश्चित की जाये। फैमिली प्लानिंग के संबंध में प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। उन्होंने कहा कि डिलीवरी के उपरान्त समुचित काउंसलिंग की जाये। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में तैनात चिकित्सकों, फार्मासिस्टों एवं अन्य कार्मिकों का विवरण भी प्राप्त किया। उन्होंने फार्मेसी में जाकर दवाओं के रख-रखाव का भी गहनतापूर्वक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने कड़े निर्देश दिये कि मानकों के अनुरूप दवाओं का समुचित रख-रखाव सुनिश्चित किया जाये तथा दवाओं से संबंधित समस्त रिकार्ड अद्यतन रखा जाये। समय पर मांग पत्र भी प्रेषित कराया जाये, जिससे किसी प्रकार की दवाओं की कमी न हो।

व्यापार मंडल ने बुलडोजर के विरोध में नगर प्रशासन से मुलाकात की

बलरामपुर । तुलसीपुर - नगर की प्रमुख व्यापारिक एवं जन समस्याओं को लेकर व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों व अधिशासी अधिकारी प्रवीण कुमार दुबे नगर पंचायत के साथ एक बैठक हुई जिसमें उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने ज़िला महामन्त्री दिलीप कुमार गुप्ता की अगुवाई में पांच सूत्रीय मांग पत्र सौंपकर समस्याओं के निदान किए जाने की मांग की।

ज़िला महामन्त्री दिलीप गुप्ता ने बताया कि बैठक में सहालग के दौरान व्यापारी समुदाय के हितों की हर हाल में ख्याल रखे जाने व अनावश्यक रूप से परेशान न किए जाने की बात कही गई।नगर महामन्त्री रूप चन्द्र गुप्ता ने बताया कि मांग पत्र में मुख्य मार्ग जहां अत्यधिक भीड़ रहती है वहां से लावारिस सांड़ों व जानवरों को हटाया जाए,नगर में नाले नालियों की साफ सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए एवं सभी के साथ पारदर्शिता पूर्ण व पूरी निष्पक्षता अपनाते हुए कार्य किया जाए।उद्योग व्यापार संगठन के जिलाध्यक्ष अनिल लाट ने कहा कि पालीथिन के नाम पर छोटे व्यापारियों व ठेले वालों पर जुर्माना न किया जाए।कोषाध्यक्ष राधेश्याम चौरसिया मीडिया प्रभारी जय सिंह,हरविंदर सिंह,,कुंदन लाल गुप्ता,अनिल कुमार कसौधन मौजूद रहे।

दो दशक पुराने मामले में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष भगोड़ा घोषित

पुलिस अधीक्षक को स्वयं कुर्की व गैर जमानती वारंट का पालन कराने का आदेश

गोंडा।नगर पालिका परिषद गोंडा के पूर्व अध्यक्ष को 21 वर्ष पुराने बलबा,आगजनी व उपद्रव के एक मामले में न्यायालय ने भगोड़ा घोषित किया है।बताते चलें कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अमित सिंह की अदालत ने शुक्रवार को यह आदेश जारी किया।मुकदमे की सुनवाई के दौरान निर्मल श्रीवास्तव को कई बार तलब किये जाने के बावजूद अदालत में उपस्थित न होने पर पहले गैरजमानती वारंट जारी किया गया था।पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने में विफल रहने के बाद न्यायालय द्वारा यह आदेश दिया गया है।अदालत द्वारा पूर्व अध्यक्ष की चल एवं अचल सम्पति को कुर्क करने का भी आदेश दिया गया है तथा साथ ही पुलिस की निष्क्रियता को गंभीर लापरवाही मानते हुये अदालत ने पुलिस अधीक्षक को स्वयं गैरजमानती वारंट और कुर्की आदेश का तामीला सुनिश्चित कराने का सख्त निर्देश दिया।उक्त आदेश की एक प्रति पुलिस अधीक्षक को भेजा गया है ताकि न्यायालय द्वारा भगोड़ा घोषित रूपेश कुमार श्रीवास्तव उर्फ निर्मल श्रीवास्तव पर आवश्यक कार्रवाई की जा सके।ज्ञातव्य हो कि उक्त मामला 7 सितम्बर 2004 का है जब बिजली आपूर्ति अव्यवस्था को लेकर बड़ी संख्या में लोग इन्कैन चौराहे पर एकत्र हुए थे। आरोप है कि उग्र भीड़ ने समाजवादी पार्टी कार्यालय व एक शोरूम में तोड़फोड़ करने के साथ ही परिवहन निगम की एक बस में आग लगाने के बाद पुलिस पर पथराव किया।इस संबंध में कोतवाली में तैनात तत्कालीन वरिष्ठ उपनिरीक्षक वीरेन्द्र सिंह ने नगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराया था।पुलिस ने घटना की जांच के बाद निर्मल श्रीवास्तव, अनूप श्रीवास्तव,चुन्नू उर्फ सूरज,भोला सोनी,अविनाश श्रीवास्तव, राधेश्याम, कौशल,कैलाश श्रीवास्तव, साबिर बोरिंग वाले सहित कुल 17 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया था।जिसको लेकर न्यायालय में मामले की सुनवाई चल रही है।कई बार न्यायालय द्वारा निर्मल श्रीवास्तव को तलब किया गया परन्तु यह न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुये न्यायालय में पेश नहीं हो रहे थे।इस मामले में नगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विवेक त्रिवेदी ने बताया कि उन्हें अभी तक न्यायालय का कोई पत्र नहीं मिला है साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि न्यायालय के आदेश का पूरा पालन किया जाएगा और पुलिस द्वारा किसी भी आदेश का उल्लंघन नहीं किया जाता है।पत्र मिलने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई के संबंध में कुछ बता पाएंगे।

बिना मान्यता के चल रहे कॉलेज, खुलेआम उड़ाई जा रही नियमों की धज्जियाँ — प्रशासन मौन

बहसुमा/मेरठ।रामराज बहसुमा क्षेत्र में कॉलेज बिना मान्यता के संचालित होने का मामला सामने आया है। शिक्षा विभाग के नियमों और मानकों को दरकिनार कर यह संस्थान खुलेआम चल रहा है, लेकिन संबंधित विभागों और प्रशासन की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि बिना मान्यता के चल रहे कॉलेज छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है। इसके बावजूद अधिकारी स्तर पर चुप्पी बनी हुई है, जिससे क्षेत्रवासियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

ग्रामीणों मनोज कुमार अरुण कुमार ने प्रशासन से मांग की है कि कॉलेज की जांच कर तत्काल आवश्यक कार्रवाई की जाए, ताकि छात्रों के भविष्य और क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था सुरक्षित रह सके। A.b.s.a. राकेश अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया

दिव्यांगजन स्वास्थ्य देख-रेख पर संवेदीकरण कार्यक्रम सम्पन्न, तकनीक आधारित सेवाओं पर दिया बल
लखनऊ। राज्य आयुक्त, दिव्यांगजन कार्यालय के सभागार में दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016 की धारा-25 के अंतर्गत स्वास्थ्य देख-रेख/सर्टिफिकेशन विषयक संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भूतपूर्व आई.ए.एस. एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने दिव्यांगजनों की स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुदृढ़, तकनीक-आधारित एवं सुलभ बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह अधिनियम समाज में अधिकार-आधारित न्याय सुनिश्चित करने का महत्वपूर्ण माध्यम है, जिसे पारदर्शी एवं नागरिक-अनुकूल बनाया जाना आवश्यक है। विषय-विशेषज्ञ राहुल बजाज (अधिवक्ता, सर्वोच्च न्यायालय), आयुष्मिता सामल, प्रवीण प्रकाश अम्बष्ठ (उप मुख्य आयुक्त, दिव्यांगजन, भारत सरकार) एवं डॉ. पी.के. श्रीवास्तव (बलरामपुर अस्पताल) द्वारा दिव्यांगता मूल्यांकन के अद्यतन मानक, स्वास्थ्य संबंधी प्रावधान, मानसिक विकास पहलू एवं आवश्यक संवेदनशीलता पर विस्तृत व्याख्यान दिए गए, जिससे प्रतिभागी अधिकारियों को महत्वपूर्ण तकनीकी ज्ञान प्राप्त हुआ। अंतिम सत्र में राज्य आयुक्त प्रो. हिमांशु शेखर झा ने दिव्यांगता प्रमाण-पत्र एवं यू.डी.आई.डी. कार्ड निर्गमन प्रक्रियाओं को सरल, समयबद्ध एवं ई-गवर्नेन्स आधारित बनाने हेतु आवश्यक निर्देश दिए। कार्यक्रम में एस. गोविन्दराज (आयुक्त, दिव्यांगजन, भारत सरकार), डॉ. संदीपा श्रीवास्तव (निदेशक, चिकित्सा उपचार), डॉ. अमित कुमार राय (उपायुक्त दिव्यांगजन, उप्र), शशांक सिंह (सहायक आयुक्त/जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, लखनऊ) सहित बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित रहे। प्रदेशभर के अपर निदेशक (चिकित्सा) एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने भी उत्साहपूर्वक सहभागिता की।
2029 तक लड़ूंगा चुनाव, कोई ताकत नहीं रोक सकती-बृजभूषण शरण सिंह

*2027 विधानसभा चुनाव लड़ने का इरादा नहीं,आत्मा अभी भी भाजपा में

गोंडा।पूर्व भाजपा सांसद व भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने 2029 में चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए कहा है कि 2027 में विधानसभा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है,लेकिन 2029 में वह निश्चित रूप से चुनाव लड़ेंगे।यह बयान उन्होंने गत दिवस एक निजी चैनल से बात करते हुए दिया था जो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है।ज्ञात हो कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कैसरगंज लोकसभा सीट से बृजभूषण शरण सिंह को टिकट नहीं दिया था बल्कि उनके स्थान पर उनके छोटे पुत्र करन भूषण सिंह को उम्मीदवार बनाया था जो वर्तमान में कैसरगंज से भाजपा सांसद हैं।बातचीत के दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने स्पष्ट किया कि 2027 में वह किसी भी जगह से कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे और न ही उन्होंने इसकी कोई तैयारी की है।हालांकि, उन्होंने जोर देते हुए कहा कि 2029 में उन्हें चुनाव लड़ने से कोई ताकत नहीं रोक सकती।जब उनसे यह पूछा गया कि वह 2029 में भाजपा से चुनाव लड़ेंगे अथवा किसी अन्य राजनीतिक पार्टी से तो उन्होंने कोई सीधा जवाब न देते हुए सिर्फ इतना कहा कि वह 2029 का चुनाव अवश्य लड़ेंगे।समाजवादी पार्टी में उनके शामिल होने के अटकलों पर बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि उनका एक बेटा भाजपा से विधायक है,दूसरा बेटा सांसद है, भतीजा ब्लॉक प्रमुख है और पत्नी भाजपा से जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी है।उन्होंने कहा कि उनकी पूरी टीम और विचारधारा भारतीय जनता पार्टी की है तथा उनके सहयोगी भी भाजपा से जुड़े हैं।पूर्व सांसद ने अटकलों को यह कहते हुए खारिज किया कि कभी कभी सच बोलने पर लोगों को लगता है कि वह समाजवादी पार्टी के समर्थक हो गये हैं।उन्होंने कहा कि सच बोलना कोई अपराध नहीं है और वह अभी भारतीय जनता पार्टी में हैं,किसी अन्य पार्टी में जाने की कोई योजना नहीं है।

लाल किला ब्लास्ट जांच की आंच आईआईटी कानपुर तक, दो कश्मीरी छात्र लापता, 15 दिनों से कोई संपर्क नहीं

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दिल्ली आतंकवादी हमले की जांच कर रही एजेंसियां आईआईटी कानपुर तक पहुंच गईं हैं। लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट के मामले में यूपी के कानपुर के डॉ. शाहीन और डॉ. आरिफ का कनेक्शन सामने आने के बाद से लगातार एटीएस, आईबी और पुलिस सक्रिय हैं। इसी क्रम में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। खुफिया एजेंसियों को शुक्रवार देर रात ये जानकारी मिली कि आईआईटी कानपुर से कश्मीर मूल के 2 पीचडी छात्र दिल्ली ब्लास्ट के पहले से लापता हैं।

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कश्मीरी मूल के छात्रों के सत्यापन में चौंकाने वाला खुलासा

दिल्ली हमले की आरोपी जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में पूर्व में तैनात रही डॉ. शाहीन पहले अरेस्ट की जा चुकी है। इसके बाद जांच एजेंसियां कार्डियोलॉजी से डॉक्टर मो. आरिफ को पहले ही ले जा चुकी हैं। जांच एजेंसियां इन दोनों के करीबियों की तलाश कर रही हैं। जांच के दौरान कश्मीरी मूल के नागरिक और छात्र भी जांच के दायरे में आए थे। इसी आधार पर पिछले दिनों शहर में पढ़ रहे कश्मीरी मूल के छात्र छात्राओं का ब्यौरा मांगा गया था। अब नई जानकारी आईआईटी से सामने आई है। कश्मीरी मूल के दो पीएचडी छात्र लापता हैं।

थीसिस जमा करने के बाद आईआईटी के संपर्क में नहीं

जानकारी के मुताबिक एक छात्र 18 अक्टूबर से लापता है, जबकि दूसरा छात्र बीते 10 नवंबर से लापता है। दोनों लापता छात्र इस समय कहां हैं, एजेंसियां इसकी जानकारी जुटा रही हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि दोनों ने शोध पूरी करने के बाद अपनी थीसिस जमा कर दी है। इसके बाद से वह आईआईटी के संपर्क में नहीं हैं, लेकिन दोनों छात्र कहां हैं, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। एजेंसियां पूरे मामले की जांच ने जुटी हैं।

तुर्की-चाइना मेड हथियार से दिल्ली दहलाने की थी साजिश, इंटरनेशनल हथियार तस्करी गिरोह का भंडाफोड़

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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पाकिस्तान की एक और घातक साजिश को नाकाम कर दिया है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े एक बड़े अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, ये गिरोह पाकिस्तान के रास्ते तुर्की और चीन में बने हाई एंड पिस्टल भारत में सप्लाई कर रहा था।

तस्करों के पास से क्या-क्या हुआ बरामद?

डीसीपी संजीव कुमार यादव के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच ने गुप्त सूचना के आधार पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए इस अंतरराष्ट्रीय अवैध हथियार सप्लाई मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने इस गैंग के चार मुख्य ऑपरेटिवों को गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी गिरोह के सदस्यों कोके पास से 10 विदेशी महंगी पिस्टल और 92 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। ये हथियार दिल्ली और आसपास के राज्यों में बदमाशों और गैंगस्टरों तक पहुंचाए जा रहे थे।

आईएसआई के इशारों पर कर रहे था काम

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच का कहना है कि ये पूरा नेटवर्क पाकिस्तान आईएसआई से जुड़े लोगों के इशारे पर काम कर रहा था। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में भेजी गई थी, जो बताती है कि दुश्मन कितनी आधुनिक तकनीक से आतंक फैलाने की तैयारी में था।

आरोपी पंजाब-यूपी और दिल्ली के

इन गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मनदीप, दलविंदर, रोहन और अजय उर्फ मोनू के रूप में हुई है। ये सभी आरोपी पंजाब, यूपी और दिल्ली के रहने वाले बताए जा रहे हैं। पहले हथियार पाकिस्तान पहुंचाए जाते, फिर वहां से तस्करी कर भारत की सीमा के अंदर लाए जाते थे।

लाल किला धमाके के बाद सतर्क हुईं एजेसियां

बता दें कि बीते 10 नवंबर को दिल्ली में लाल किला के पास हुए धमाके की घटना के बाद एजेसियों ने अपनी निगरानी और पैनी कर दी है। हर एक संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। आतंक से संबंध रखने वाले हर किसी की धर-पकड़ की जा रही है। लाल किला धमाके की घटना में 15 लोगों की मौत हो गई थी और 2 दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।

विद्यार्थियों के व्यवहार में वांछनीय परिवर्तन लाने में बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहा है एकीकृत ' संपूर्ण` प्रशिक्षण* :*मनीष सिंह
संजीव सिंह बलिया!राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण कार्य कर रहे शिक्षकों के क्षमता संवर्धन के दृष्टि से महत्वपूर्ण विषयों तथा बिंदुओं के प्रभावी उपयोग के दृष्टिगत गतिमान प्रशिक्षण एकीकृत " संपूर्ण " मील का पत्थर साबित होगी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के 12 वें बैच के समापन पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए संस्थान के प्राचार्य /उप शिक्षा निदेशक मनीष कुमार सिंह ने उक्त बातें कही। उन्होंने अपने उद्बोधन में आगे बताया कि संपूर्ण मॉड्यूल पर आधारित इस प्रशिक्षण में विभिन्न सत्रों के माध्यम से यह प्रयास किया जा रहा है कि विद्यार्थियों के व्यवहार में वांछनीय परिवर्तन लाते हुए इसे उपयोगी सिद्ध किया जा सके ।इस प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षक की योग्यताओं तथा प्रभावी कक्षा प्रबंधन कौशलों का विकास करना है जिसके अंतर्गत विभिन्न शैक्षिक दृष्टिकोण और शैलियों से परिचित कराना ,पाठ योजनाएं निर्मित करना तथा समावेशी एवं सतत मूल्यांकन तकनीक से परिचित होना है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर शिक्षक शिक्षा प्रशिक्षण के प्रभारी डॉ मृत्युंजय सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ही वर्तमान में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य /उप शिक्षा निदेशक के दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं तथा उनके कुशल निर्देशन में छात्र-छात्राओं के अध्यापन हेतु शिक्षकों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण बच्चों के लिए अधिक समय निकालकर गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान किए जाने में सहयोगी साबित होगा। गणित एवं भाषा शिक्षण ,पर्यावरण शिक्षा, नैतिक शिक्षा, जीवन कौशल , अनुभवात्मक शिक्षण आकलन ,कला एवं संगीत ,क्राफ्ट एवं पेपेट्री,समावेशी शिक्षा, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, स्वास्थ्य के लिए खेल के योगदान इत्यादि विषयों से शिक्षकों को मात्र पांच दिवसों के अंदर सीखने के नए-नए अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं ताकि शिक्षक अपने स्वयं के अनुभव और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों के साथ जोड़ सके। प्रशिक्षण के इस बैच में शिक्षकों ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि यह प्रशिक्षण बहुत ही आनंदमय माहौल में संपन्न हो रहा है तथा राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा विकसित यह प्रशिक्षण शिक्षकों के दृष्टिकोण और शैलियों से विद्यालई वातावरण में अपेक्षित परिवर्तन ला सकेगा। प्रशिक्षण में सक्रिय सहभागिता तथा अनुशासन हेतु विभिन्न शिक्षकों को संस्थान के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक मनीष कुमार सिंह द्वारा अलग से पुरस्कृत किया गया जिनमें मुख्य रूप से प्रिया गुप्ता, अमरनाथ यादव ,गरिमा श्रीवास्तव ,शैलेश कुमार सिंह, सूर्य प्रकाश सिंह ,दिवाकर सिंह यादव ,रजनीश कुमार यादव ,सभ्य मौर्य ,प्रियंका राज ,योगेश कुमार साहनी ,प्रतिमा यादव, विपिन कुमार यादव तथा जिया उल हक शामिल रहे। इस प्रशिक्षण के प्रभारी रविरंजन खरे प्रवक्ता जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया ने बताया कि यह प्रशिक्षण माह जून 2025 से संचालित है जिसमें प्रत्येक पांच दिवसीय बैच में 100 अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, तथा उनकी उपस्थिति एवं फीडबैक फॉर्म ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लिए जा रहे हैं। संस्थान के प्रवक्ता डॉक्टर जितेंद्र गुप्ता, अविनाश सिंह, राम प्रकाश ,देवेंद्र सिंह, जानू राम , डा अशफ़ाक ,हलचल चौधरी, किरण सिंह तथा डॉक्टर शाइस्ता अंजुम द्वारा प्रशिक्षण को रोचक बनाते हुए गतिविधियों के माध्यम से शिक्षकों को पूर्ण मनोयोग से प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग हेतु पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा की भूमिका की भी प्राचार्य द्वारा प्रशंसा की गई।