सपा समीक्षा बैठक में विधायक कमाल अख़्तर का भाजपा पर बड़ा हमला, एसआईआर, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप पर साधा निशाना

सम्भल में बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी की समीक्षा बैठक में कांठ विधायक कमाल अख़्तर ने भाजपा सरकार और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर तीखे सवाल खड़े किए। बैठक में उन्होंने चल रहे एसआईआर अभियान, दिल्ली एमसीडी उपचुनाव, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।

विधायक ने कहा कि यूपी में एसआईआर का पहला बड़ा अभियान चल रहा है, लेकिन सम्भल की चार विधानसभा क्षेत्रों में इसके क्रियान्वयन को लेकर कई गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त प्रशिक्षण के उन कर्मचारियों से फीडिंग कराई जा रही है जिन्होंने कभी लैपटॉप तक नहीं देखा। दस्तावेज़ सत्यापन के लिए लोगों को मात्र 15 दिन का समय देना बेहद अनुचित है, जबकि एक प्रमाण पत्र बनाने में पटवारी महीनों लगाता है।

दिल्ली एमसीडी उपचुनाव में भाजपा को लगी चोट पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यदि चुनाव बैलट पेपर से हों तो भाजपा को और बड़ा नुकसान होगा।

उन्होंने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि 16 करोड़ मतदाताओं वाले यूपी में चुनाव आठ चरणों में इसीलिए कराए जाते हैं कि मशीनरी और कर्मचारियों की कमी का बहाना बनाया जाता है, जबकि डेढ़ साल पहले से ही एसआईआर जैसे भारी-भरकम काम शुरू कर दिए जाते हैं।

वन नेशन वन इलेक्शन को भी उन्होंने ‘दोहरे मापदंड’ बताया। कमाल अख़्तर ने कहा कि यदि सरकार एक देश—एक चुनाव चाहती है तो फिर एक वोटर लिस्ट क्यों नहीं? एसआईआर के बाद जब मतदाता सूची एकदम क्लियर बता रहे हैं, तो प्रधानी, जिला पंचायत, बीडीसी और विधानसभा–सांसद के चुनाव अलग सूचियों से क्यों कराए जाते हैं?

संसद में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्ष पर ड्रामा करने के बयान पर विधायक ने कहा कि असल में जनता जानती है कि ड्रामा कौन कर रहा है। विपक्ष एसआईआर, बेरोजगारी, शिक्षा और बीएलओ की मौत पर बहस चाहता है। यह कोई ड्रामा नहीं है।

संचार साथी ऐप पर उन्होंने कहा कि यह लोगों की निजी जिंदगी में दखल देता है। हर आदमी अपने घर में दरवाजा इसलिए लगाता है कि उसकी प्राइवेसी बनी रहे। सरकार इस ऐप के जरिए हर नागरिक की सूचना अपने पास रखना चाहती है, जो बिल्कुल गलत है।

मौलाना तौकीर रजा के करीबियों पर बुलडोज़र एक्शन को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया दी—सरकार है, कैमरा उधर घुमा दे तो बुलडोज़र किसी पर भी चल सकता है।

सपा समीक्षा बैठक चुनावी तेवरों और सरकारी नीतियों पर सख्त सवालों के साथ संपन्न रही।

दिव्यांग बच्चों का मुख्य विकास अधिकारी ने उत्साहवर्धन किया

फर्रुखाबाद l ब्रह्मदत्त स्टेडियम में जिला स्तरीय "विश्व दिव्यागता दिवस" कार्यक्रम का आयोजन बसिक शिक्षा विभाग के समेकित शिक्षा अन्तर्गत किया गया l कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य विकास अधि‌कारी विनोद कुमार गौड़ ने उपस्थित होकर दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित किया और कहा कि यह दिन आप के लिए याद‌गार रहेगा l क्योंकि स्वछत में ही स्वस्थ मन रहना है कार्यक्रम के आयोजक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विश्वनाथ प्रताप सिंह ने कहा कि मैं जनपद में नया हूँ यदि कोई बच्चों के लिए कार्यक्रम होगा उसमें मैं पूरा सह‌योग करुगा l हमेशा मेरी इच्छा यही रहेगी कि दिख्यांग बच्चे भी समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सकें ।

इस दौरान राज कुमार यादव ने कहा कि बच्चों हित में बजट कभी भी आड़े नहीं आने दिया जाएगा l विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों में कमालगंज ब्लाक के छात्र जगमोहन ने दोनो हाँथ न होने पर भी अपने पैर से सुलेख लिखकर उपस्थित जन समुदाय को हतप्रभ कर दिया l यह छात्र शिक्षक अखिलेश कुमार वाजपेई की यूनिट का है l शिक्षक राज‌कुमार ने बच्चों को प्रतिभाग कराया l

इसी प्रकार शमसाबाद से वीरेन्द्र यादव व राजेपुर से श्रीकांत मिश्र व अनुज और बढपुर से अजय कुशवाहा, सरिता मिश्र, रुचि राठौर, अमित, ज्ञान सिंह, रामवीर, अवधेश, जानकी प्रसाद, जयप्रकाश, अतुल कार्यक्रम आयोजन में प्रभारी जिला समन्वयक जितेन्द्र सिंह व शिक्षक रोहित ने अपना पूर्ण सहयोग किया lकार्यक्रम संचालन अनुपम शुक्ल, आकाश रवि गोस्वामी ने संयुक्त रूप से किया l विकास खण्ड राजेपुर के राजीव श्रीवास्तव ने राजेपुर से प्रदर्शन हेतु बच्चों को प्रतिभाग हेतु शिक्षक कार्यक्रम के समापन तक उपस्थित रहे। इस दौरान 28 वीं जनपद स्तरीय बाल क्रीडा प्रतियोगिता 2025 में जनपद भर के जिला कीडा प्रभारी संजीव कटियार ने नेतृत्व करते हुए कई प्रतियोगिता सम्पन्न करायी है। अतुलकटियार, अरुण यादव, कुलदीप भारत, संजीव घादव, आलोक , मनीष कुमार सुभाष यादव ने सहयोग किया इस आयोजन में जनपद भर के संगठन के जिलाध्यक्ष पीयूष कटियार प्राथमिक शिक्षक संघ से भूपेश पाठक, अवनीश चौहान, रा संघ से संजय तिवारी आप अरेवा जिलाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह, जू' हा शिसंक जिलाध्यक्ष अभिनय मिश्र व बीरेन्द्र तिवारी, प्रवेश कटियार, मजहर मोहम्मद खान उपस्थित रहकर अपना सहयोग दिया।

आरोग्यम अस्पताल की ओर से निःशुल्क हृदय जांच शिविर का आयोजन 5 दिसंबर को

हजारीबाग -जिले के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों में से एक आरोग्यम अस्पताल द्वारा आगामी 5 दिसंबर, शुक्रवार को निःशुल्क हृदय जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। आरोग्यम अस्पताल परिसर में आयोजित होने वाले इस शिविर में हृदय संबंधी सभी महत्वपूर्ण जांचें ईसीजी,ब्लड शुगर,बीपी एवं एवं पल्स की जांच पूर्णतः निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा शिविर में हृदय से संबंधित रोगों का इलाज निशुल्क किया जाएगा। शिविर का समय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक निर्धारित है। शिविर का संचालन अनुभवी हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अमन सिन्हा और डॉ. रवि रंजन के मार्गदर्शन में किया जाएगा, जिससे मरीजों को सटीक जांच और उचित परामर्श प्राप्त हो सके। अस्पताल का उद्देश्य है कि हजारीबाग क्षेत्र के लोग समय रहते अपने हृदय स्वास्थ्य की जांच कर सकें और संभावित जोखिमों से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। अस्पताल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने कहा कि हृदय रोगों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में समय पर जांच और जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने 40 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों सहित सभी लोगों से इस शिविर का लाभ उठाने की अपील की। अस्पताल के प्रशासक जय सिंह ने बताया कि आरोग्यम अस्पताल लगातार जनहित से जुड़े स्वास्थ्य कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है। निःशुल्क हृदय जांच शिविर का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान करना और हृदय से संबंधित बीमारियों के प्रति जागरूक बनाना है। अस्पताल प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे स्वयं शिविर में शामिल हों और अपने परिजनों, पड़ोसियों व परिचितों को भी इस निःशुल्क जांच शिविर का लाभ उठाने हेतु प्रेरित करें, ताकि हजारीबाग जिले में स्वस्थ हृदय और स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।

महीने भर में तीसरी बार धमकी स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम, जांच टीम पर उठ रहे सवालिया निशान।

मीरजापुर।ड्रमंडगंज क्षेत्र में बुधवार दोपहर स्वास्थ्य विभाग की टीम के आने की भनक लगते ही ड्रमंडगंज बाजार और रतेह चौराहा, गड़बड़ा पुल स्थित दर्जनों मेडिकल स्टोर और क्लीनिकों पर ताला लटका कर संचालक फरार हो गए। डिप्टी सीएमओ के नेतृत्व में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम के क्षेत्र में आने की भनक लगते ही मेडिकल स्टोर व क्लीनिक तथा पैथोलॉजी संचालकों में अफरातफरी मच गई। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से क्लीनिक और अस्पताल तथा पैथोलॉजी संचालित है लेकिन टीम वहां छापेमारी न कर मेडिकल स्टोरों की जांच कर रही है।टीम जांच के नाम पर दुकानदारों से सुनसान जगहों पर बुलाकर धन उगाही कर रही है। जबकि क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध क्लीनिक और अस्पतालों में झोलाछाप मरीजों का इलाज कर रहे हैं जहां सांठगांठ होने के चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम कोई छापामारी नही करती है।

क्षेत्रीय लोगों ने जांच टीम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए मामले की जांच हेतु जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट करवाया है। बीते सोमवार को भी स्वास्थ विभाग की टीम ने छापेमारी की थी और बगैर कार्यवाही के बैरंग लौट गई थी। ज्ञात हो कि एक माह में तीसरी बार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र में छापेमारी की है और कोई कार्यवाही प्रकाश में नहीं आई है। इस संबंध में डिप्टी सीएमओ अवधेश सिंह से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा और सबसे मजे की बात यह है कि तब सीएमओ मिर्जापुर के सीयूजी नंबर पर तीन बार फोन किया गया उनका भी फोन नहीं रिसीव हो सका।

संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल में दो दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य मेला में 1323 जनों का हुआ मुफ्त इलाज

हजारीबाग रविन्द्र पथ बिजली ऑफिस के विपरीत स्थित संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल में दो दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य मेला के आयोजन दिन बुधवार को संपन्न हुआ। जिसमें पहला दिन 651 और दुसरा दिन 672 जरूरतमंदों का मुफ्त उपचार किया गया। स्वास्थ्य मेले में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा कुल 1323 जनों का मुफ्त जांच एवं इलाज किया गया। इसमें निः शुल्क सेवाओं में डॉक्टर परामर्श, बी.पी.जांच, कैंसर स्क्रीनिंग, मुफ्त दवा, दंत जांच, नेत्र जांच, शुगर एवं हीमोग्लोबिन जांच, न्यूरोलॉजिस्ट परामर्श, एक समय का भोजन एवं अल्ट्रासाउंड व अन्य जांच में भारी छूट दी गई। बड़ी संख्या में बच्चे, महिला एंव पुरूष जरूरतमंद पहुंचे एवं स्वास्थ्य मेला का भरपूर लाभ उठाया। 

मौके पर संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल के संचालक डाॅ प्रवीण श्रीनिवास ने संबोधित कर कहा कि यह स्वास्थ्य मेला समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि आर्थिक स्थिति के कारण कई लोग समय पर जांच और उपचार नहीं करा पाते, इसलिए मिशन होस्पिटल द्वारा इस तरह के शिविरों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने और उनकी स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रयास निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि इस स्वास्थ्य मेला का उद्देश्य ज़रूरतमंद लोगों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। साथ ही शहर एवं ग्रामीणों को विभिन्न बीमारियों के प्रति जागरूक करना भी इसका मुख्य लक्ष्य है। 

संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ जे.के. आर्य, डॉ ए एन सिंह, डॉ सचिन कुमार गुप्ता, डॉ मिताली सोरेन, डॉ पूजा बैरवा, डॉ शिखा खंडेलवाल, डॉ बीरेंद्र कुमार, डॉ राहुल रंजन, डॉ आदर्श खंडेलवाल, डॉ रंजीत कुमार एवं डॉ रिंकी यादव सहीत स्वास्थ्य कर्मियों ने अपना सरहानीय योगदान दिया।

2030 तक 1.06 लाख करोड़ होगा भारत का जियोस्पेशियल मार्केट: अमिताभ कांत

अमरेश द्विवेदी

नई दिल्ली। नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयाेजित तीन-दिवसीय (2-4 दिसंबर) जियोस्मार्ट वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो 2025 की शुरुआत हुई, जिसमें भारत के भू-स्थानिक एवं अंतरिक्ष क्षेत्र में हुए तीव्र और परिवर्तनकारी बदलावों को रेखांकित किया गया। उद्घाटन वक्तव्य में कहा गया कि भारत की यह यात्रा “तेज़ गति से विकसित हुई है और इसने देश के विकास, संसाधन प्रबंधन और नीति-निर्माण के तरीकों को नए सिरे से परिभाषित किया है।

कार्यक्रम के पहले दिन (एलएंडटी, एचसीएल, इंडिगो, फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स), पूर्व जी20 शेरपा एवं नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि भारत का ₹50,000 करोड़ का भू-स्थानिक बाजार 2030 तक दोगुना होकर ₹1.06 लाख करोड़ तक पहुंचने की संभावना है, जबकि भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था 2033 तक 44 बिलियन डाॅलर तक पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े भारत की महत्वाकांक्षाओं को और ऊंचा स्थापित करने का संकेत हैं। उन्होंने कहा कि हमने 2021 में भारी विरोध के बावजूद भू-स्थानिक सेक्टर को खोला। आज संभावनाएँ अपार हैं, लेकिन नवाचार की गति भारत के 30-ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य के अनुरूप होनी चाहिए। भू-स्थानिक तकनीकें आधारभूत हैं—बिना इनके ‘विकसित भारत’ संभव नहीं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बंद या प्रतिबंधित डेटा नवाचार को धीमा करता है, और भारत को वैश्विक नेताओं—यूके, सिंगापुर और नॉर्डिक देशों—की तरह आगे बढ़ने के लिए ओपन, इंटरऑपरेबल और मशीन-रीडेबल डेटा अपनाना होगा।

उद्योग को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि अगले 12 महीनों में भारत का एक ऐसा वास्तविक शहर विकसित करें जो लाइव भू-स्थानिक और AI ऑपरेटिंग सिस्टम पर चले—कोई पायलट नहीं, कोई डेमो नहीं। एक वास्तविक शहर, वास्तविक सुधारों के साथ। ऐसा शहर वैश्विक मानक स्थापित कर सकता है। पंचायती राज मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने स्वामित्व कार्यक्रम की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए बताया कि कैसे सरल भू-स्थानिक उपकरणों ने ग्रामीण भारत में आर्थिक सशक्तिकरण को गति दी है।

उन्होंने बताया कि 3.5 लाख से अधिक गाँवों का सर्वेक्षण पूरा किया जा चुका है, 3 करोड़ से अधिक प्रॉपर्टी कार्ड जारी किए गए हैं और सत्यापित भू-स्थानिक मैप्स ने करोड़ों नागरिकों को विवाद समाधान, ऋण सुविधा और संपत्ति अधिकार प्रदान किए हैं। उन्होंने बताया कि यह केवल मैपिंग नहीं है—यह ग्रामीण भारत की आर्थिक और सामाजिक कहानी को नए सिरे से लिख रहा है।” भूमि संसाधन विभाग के सचिव मनोज जोशी ने भारत के लैंड स्टैक (Land Stack) की अवधारणा काे प्रस्तुत करते हुए कहा कि इसमें राष्ट्रीय बेस मैप, सत्यापित प्लॉट सीमाएँ और एकीकृत भू-खंड डेटा शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सटीक भूमि मानचित्र पारदर्शी शासन, प्रभावी योजना और नागरिक विश्वास की रीढ़ हैं।

भू-स्थानिक डेटा प्रमोशन एवं डेवलपमेंट समिति के अध्यक्ष श्रीकांत सत्री ने हाल ही में विमानन क्षेत्र में जीपीएस व्यवधान की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि विदेशी प्रणालियों पर निर्भरता जोखिमपूर्ण है। भू-स्थानिक केवल तकनीक नहीं है यह भारत की आर्थिक शक्ति और तकनीकी संप्रभुता की नींव है। उन्होंने ऑपरेशन द्रोणगिरि की सफलता साझा की, जिसमें बहु-एजेंसी समन्वय और भू-स्थानिक-स्पेस इंटेलिजेंस ने किसानों को वास्तविक लाभ प्रदान किए। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के सचिव डॉ. सौरभ गर्ग ने भू-स्थानिक डेटा के राष्ट्रीय सांख्यिकी ढाँचे से एकीकरण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इससे योजना, निगरानी और सेवा वितरण में सटीकता और प्रभावशीलता बढ़ेगी। एसरी इंडिया (Esri India) के प्रबंध निदेशक अगेन्द्र कुमार ने बताया कि पूरे देश में जीआईएस का उपयोग तेजी से बढ़ा है और आज एसरी इंडिया के प्लेटफॉर्म पर 800 से अधिक प्रामाणिक डेटासेट उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि भू-स्थानिक तकनीक अब राष्ट्रीय विकास का रणनीतिक साधन है—और भारत इसे नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार है। डिजिटल एवं आईटी, जीएमआर ग्रुप के समूह अध्यक्ष डॉ. राहुल शांडिल्य ने वेक्सेल (Vexcel) के साथ मिलकर राष्ट्रीय स्पैटियल डेटा बैंक बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उच्च-रिज़ॉल्यूशन एरियल डेटा से भू-खंड मैपिंग, अधोसंरचना निगरानी, शहरी लचीलापन, पर्यावरणीय अंतर्दृष्टियां सभी में क्रांतिकारी सुधार होंगे। सर्वे ऑफ इंडिया के अतिरिक्त सर्वेयर जनरल एसके सिन्हा ने वन नेशन-वन मैप की अवधारणा को रेखांकित करते हुए कहा कि विकेंद्रीकृत डेटा स्वामित्व और केन्द्रीय एकीकरण मिलकर एक सशक्त भू-स्थानिक ढाँचा तैयार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैप अब स्थिर दस्तावेज नहीं—वे गतिशील परिसंपत्तियाँ हैं जो सटीक शासन और राष्ट्रीय संप्रभुता को मजबूत करती हैं।

इस साल, जियोस्मार्ट इंडिया एक्सपो 2025 के लॉन्च के साथ अनुभव को और बेहतर बना रहे हैं, जो भारत के जियोस्पेशियल और स्पेस टेक्नोलॉजी के विकास को आगे बढ़ा रहा है, जो अब विजन, इनोवेशन और लीडरशिप के एक बड़े मेल में बदल रहा है। यह एडिशन एक आम इंडस्ट्री एक्सपो की सीमाओं को पार करके एक नेशनल मूवमेंट बन गया है। तीन बदलाव आने वाले दिनों में, यह इवेंट स्टेकहोल्डर्स के एक असाधारण क्रॉस-सेक्शन को इकट्ठा करेगा जिनमें केंद्रीय मंत्रालयों, रक्षा एजेंसियों और स्मार्ट सिटी अथॉरिटीज से लेकर ग्लोबल टेक्नोलॉजी फर्मों, घरेलू स्टार्टअप्स और एकेडमिक संस्थानों तक सभी भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के अगले युग की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक साथ आएंगे। बड़े एग्जिबिशन स्पेस, बेमिसाल नेटवर्किंग मौकों और नए भारत के लक्ष्यों को दिखाने वाले जबरदस्त शोकेस के साथ, जियोस्मार्ट इंडिया एक्सपो 2025 नए मापक, संप्रभुता और भविष्य की तैयारी का सबसे बड़ा सेलिब्रेशन है।

कर्णपुरा कोल माइनिंग संवेदक संघ ने एनटीपीसी सिकरी साइट कार्यालय के समक्ष दिया एक दिवसीय धरना

केरेडारी से रोहित गोस्वामी की रिपोर्ट

हजारीबाग जिले के बड़कागांव केरेडारी सीमा पर स्थित एनटीपीसी के सिकरी साइट कार्यालय के समक्ष कर्णपुरा माइनिंग संवेदक संघ ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया! धरना प्रदर्शन के दौरान कर्णपुरा कोल माइनिंग संवेदक संघ के लोगों ने एनटीपीसी प्रबंधन के ऊपर स्थानीय विस्थापित प्रभावित संवेदकों को उपेक्षा करने का आरोप लगाया! साथ हीं स्थानीय संवेदकों को नजरअंदाज कर बिहार उत्तरप्रदेश उड़ीसा समेत अन्य प्रदेशों के संवेदकों को टेंडर प्रक्रिया में मिलीभगत कर लाभ पहुंचाने का भी आरोप लगाया है! इस दौरान धरना पर बैठे संवेदकों ने एनटीपीसी प्रबंधन के मनमानी रवैया के विरोध में जमकर नारेबाजी किया और कहा कि कर्णपुरा कोल माइनिंग संवेदक संघ द्वारा एनटीपीसी पकरी बरवाडीह कोल माइंस चट्टी बरियातू कोल माइंस केरेडारी कोल माइंस और बादम कोल माइंस प्रबंधन को लिखित ज्ञापन सौंपकर स्थानीय विस्थापित प्रभावित संवेदकों को टेंडर प्रक्रिया में प्राथमिकता देने की बात कही! मांगे पूरी नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी जारी किया है!

ऋषि जमदग्नि पार्क का उद्घाटन करने के लिए नितिन गडकरी ने दी सहमति

जौनपुर । केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से बुधवार को महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री एवं जौनपुर लोक सभा के पूर्व भाजपा प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह एवं बदलापुर के विधायक रमेश चन्द्र मिश्र ने मुलाकात की।

इस मौके पर गड‌करी ने मार्च अथवा अप्रैल में किसी तिथि पर जौनपुर में बन रहे ऋषि जमदग्नि पार्क के उद्‌घाटन के लिए बतौर मुख्य अतिथि आने की सहमति दी। उन्होंने इन नेताओं को आश्वस्त किया कि एनएचएआई द्वारा जनपद जौनपुर में चल रही लगभग पांच हजार करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं के उद्‌घाटन एवं शिलान्यास के लिए जौनपुर में होने वाले कार्यक्रम में स्वयं उपस्थित रहने का आश्वासन दिया।

सड़क परिवहन मंत्री ने जौनपुर की दो प्रमुख सड़‌कों मछलीशहर से बरईपार तेजी बाजार कलिंजरा तक जो दो राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ने का कार्य करता है, एवं प्रयागराज गोरखपुर मार्ग बाया मुंगराबादशाहपुर सुजानगंज बद‌लापुर शाहगंज को चौड़ीकरण करने के लिए सिंह एवं मिश्र की मांग पर अपनी तरफ से इसे पूर्ण करने का आश्वासन दिया।

ललितपुर का कारीपहाड़ी बना स्वच्छ ऊर्जा का मॉडल गाँव, गोवर्धन परियोजना ने बदली ग्रामीण तस्वीर
* ग्रामीण विकास में अभिनव प्रयोग-बायोगैस प्लांट से बिजली, चक्की संचालन और जैविक खाद उत्पादन


* बायोगैस संयंत्र से ग्राम पंचायत को 3 लाख से अधिक आय: ओम प्रकाश राजभर

लखनऊ ब्यूरो

लखनऊ। ग्रामीण विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए पंचायतीराज विभाग ने स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अंतर्गत गोवर्धन परियोजना को नई गति प्रदान की है। अपशिष्ट को संपदा में बदलने के उद्देश्य से जनपद ललितपुर की ग्राम पंचायत कारीपहाड़ी में 85 घनमीटर क्षमता का बायोगैस संयंत्र स्थापित कर पूर्ण रूप से संचालित किया जा रहा है, जिसने ग्रामीण आजीविका और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में उल्लेखनीय परिणाम दिए हैं। यह संयंत्र प्रदेश में सफल एवं प्रेरक मॉडल के रूप में उभर रहा है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।

बायोगैस संयंत्र से उत्पादित गैस 12 परिवारों को पाइपलाइन के माध्यम से प्रतिदिन सुबह और शाम उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे उन्हें स्वच्छ, सस्ती और सुरक्षित ऊर्जा प्राप्त हो रही है। साथ ही संयंत्र से उत्पन्न गैस के उपयोग से 15 केवीए क्षमता के जेनरेटर के माध्यम से विद्युत उत्पादन किया जा रहा है, जिसका उपयोग दो निर्मित कक्षों में स्थापित आटा चक्की के संचालन हेतु किया जा रहा है। कम लागत पर उपलब्ध पिसा  ई सुविधा के कारण आसपास के गांवों के लोग भी लाभान्वित हो रहे हैं।

संयंत्र से लाभान्वित परिवारों से ₹250 प्रतिमाह गैस शुल्क, तथा आटा पिसाई पर ₹1 प्रति किलो शुल्क निर्धारित किया गया है। संयंत्र से प्राप्त जैविक खाद (स्लरी) को क्षेत्र के कृषि किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे फसलों की उत्पादकता में सुधार के साथ ग्रामीणों को जैविक उर्वरक का विकल्प मिल रहा है।
संयंत्र से प्राप्त आय लगभग ₹3,05,990 ग्राम पंचायत के OSR खाते में जमा की जा चुकी है, जिससे पंचायत को वित्तीय स्वावलंबन प्राप्त हो रहा है। संयंत्र संचालन हेतु एक स्थानीय किसान को केयर-टेकर के रूप में नियुक्त किया गया है, जिन्हें ₹5000 मासिक मानदेय प्रदान किया जा रहा है। इस मॉडल से प्रेरित होकर अन्य ग्राम पंचायतों में भी समान परियोजनाएं स्थापित करने की दिशा में रुचि बढ़ी है।

मंत्री, पंचायतीराज विभाग ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि गोवर्धन परियोजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने, स्वच्छता को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन का महत्वपूर्ण माध्यम है। ग्राम पंचायत कारीपहाड़ी का यह सफल मॉडल पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा स्रोत है, और इसे अधिकाधिक ग्राम पंचायतों में लागू किया जाएगा।
निदेशक पंचायतीराज श्री अमित कुमार सिंह ने कहा कि यह परियोजना यह सिद्ध करती है कि सही प्रबंधन से अपशिष्ट को ऊर्जा, आजीविका और आय के अत्यंत उपयोगी स्रोत में बदला जा सकता है। पंचायतीराज विभाग ऐसी सफल पहलों को प्रदेश भर में विस्तार देने के लिए तत्पर है।
जिले में विविध कार्यक्रमों के साथ मनाया गया विश्व दिव्यांगता दिवस

आज दिनांक 03.12.2025 को हजारीबाग जिले में विश्व दिव्यांगता दिवस बड़े उत्साह एवं संवेदनशीलता के साथ मनाया गया। इस अवसर पर दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण तथा उनकी प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विभिन्न संस्थाओं एवं विशेष विद्यालयों में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए।

संत माइकल मूक-बधिर विद्यालय, दीपूगढ़ा में सांस्कृतिक कार्यक्रम, संत माइकल मूक-बधिर विद्यालय, दीपूगढ़ा में दिव्यांग बच्चों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती शिप्रा सिन्हा द्वारा किया गया। बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण पर आधारित नाट्य प्रस्तुति, शास्त्रीय नृत्य और संगीत प्रस्तुत कर उपस्थित दर्शकों को प्रभावित किया।

विद्यालय की प्रधानाचार्या सिस्टर रौशनी बारला ने अपने संबोधन में संस्थान के बच्चों द्वारा पिछले एक वर्ष में शिक्षा एवं कला के क्षेत्र में हासिल की गई उल्लेखनीय उपलब्धियों की जानकारी दी। कार्यक्रम में लगभग 230 दिव्यांग बच्चे, उनके अभिभावक एवं विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

हजारीबाग झील परिसर में खेल-कूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताएँ, दिव्यांगजनों के लिए कार्यरत संस्था साइटसेवर दिव्य ज्योति संस्था, हजारीबाग के सहयोग से एम्फीथियेटर, हजारीबाग झील परिसर में खेल-कूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में दिव्यांगजनों के लिए ट्राईसाइकिल रेस तथा दृष्टिबाधित बच्चों के लिए ब्लाइंड स्टिक रेस आयोजित हुई। संगीत प्रतियोगिता में भी दिव्यांग प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

मुख्य अतिथि श्रीमती शिप्रा सिन्हा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, हजारीबाग द्वारा दृष्टिबाधित 24 दिव्यांगजनों को ‘Saarthi Smart Cane’ वितरित किया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के दीपक शर्मा, शशि कांत भारती, रमन विश्वकर्मा, देवाशीष, मुकेश, ललिता एवं रामेश्वर महतो का सराहनीय योगदान रहा।

स्पास्टिक विद्यालय का निरीक्षण एवं बच्चों को खाद्य पैकेट वितरण, इसके अतिरिक्त श्रीमती शिप्रा सिन्हा द्वारा स्वयंसेवी संस्था सामाजिक समस्या निवारण एवं कल्याण केंद्र, हुडहुडू द्वारा संचालित स्पास्टिक विद्यालय का भ्रमण किया गया।

निरीक्षण के क्रम में उपस्थित 25 बच्चों के स्वास्थ्य, भोजन, मानसिक देखभाल व आवश्यक सुविधाओं की विस्तृत जानकारी ली गई। अंत में बच्चों के बीच पौष्टिक आहार से युक्त फूड पैकेट का वितरण किया गया।

जिला प्रशासन ने सभी कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने और उनकी प्रतिभा को सम्मान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

सपा समीक्षा बैठक में विधायक कमाल अख़्तर का भाजपा पर बड़ा हमला, एसआईआर, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप पर साधा निशाना

सम्भल में बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी की समीक्षा बैठक में कांठ विधायक कमाल अख़्तर ने भाजपा सरकार और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर तीखे सवाल खड़े किए। बैठक में उन्होंने चल रहे एसआईआर अभियान, दिल्ली एमसीडी उपचुनाव, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।

विधायक ने कहा कि यूपी में एसआईआर का पहला बड़ा अभियान चल रहा है, लेकिन सम्भल की चार विधानसभा क्षेत्रों में इसके क्रियान्वयन को लेकर कई गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त प्रशिक्षण के उन कर्मचारियों से फीडिंग कराई जा रही है जिन्होंने कभी लैपटॉप तक नहीं देखा। दस्तावेज़ सत्यापन के लिए लोगों को मात्र 15 दिन का समय देना बेहद अनुचित है, जबकि एक प्रमाण पत्र बनाने में पटवारी महीनों लगाता है।

दिल्ली एमसीडी उपचुनाव में भाजपा को लगी चोट पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यदि चुनाव बैलट पेपर से हों तो भाजपा को और बड़ा नुकसान होगा।

उन्होंने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि 16 करोड़ मतदाताओं वाले यूपी में चुनाव आठ चरणों में इसीलिए कराए जाते हैं कि मशीनरी और कर्मचारियों की कमी का बहाना बनाया जाता है, जबकि डेढ़ साल पहले से ही एसआईआर जैसे भारी-भरकम काम शुरू कर दिए जाते हैं।

वन नेशन वन इलेक्शन को भी उन्होंने ‘दोहरे मापदंड’ बताया। कमाल अख़्तर ने कहा कि यदि सरकार एक देश—एक चुनाव चाहती है तो फिर एक वोटर लिस्ट क्यों नहीं? एसआईआर के बाद जब मतदाता सूची एकदम क्लियर बता रहे हैं, तो प्रधानी, जिला पंचायत, बीडीसी और विधानसभा–सांसद के चुनाव अलग सूचियों से क्यों कराए जाते हैं?

संसद में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्ष पर ड्रामा करने के बयान पर विधायक ने कहा कि असल में जनता जानती है कि ड्रामा कौन कर रहा है। विपक्ष एसआईआर, बेरोजगारी, शिक्षा और बीएलओ की मौत पर बहस चाहता है। यह कोई ड्रामा नहीं है।

संचार साथी ऐप पर उन्होंने कहा कि यह लोगों की निजी जिंदगी में दखल देता है। हर आदमी अपने घर में दरवाजा इसलिए लगाता है कि उसकी प्राइवेसी बनी रहे। सरकार इस ऐप के जरिए हर नागरिक की सूचना अपने पास रखना चाहती है, जो बिल्कुल गलत है।

मौलाना तौकीर रजा के करीबियों पर बुलडोज़र एक्शन को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया दी—सरकार है, कैमरा उधर घुमा दे तो बुलडोज़र किसी पर भी चल सकता है।

सपा समीक्षा बैठक चुनावी तेवरों और सरकारी नीतियों पर सख्त सवालों के साथ संपन्न रही।

दिव्यांग बच्चों का मुख्य विकास अधिकारी ने उत्साहवर्धन किया

फर्रुखाबाद l ब्रह्मदत्त स्टेडियम में जिला स्तरीय "विश्व दिव्यागता दिवस" कार्यक्रम का आयोजन बसिक शिक्षा विभाग के समेकित शिक्षा अन्तर्गत किया गया l कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य विकास अधि‌कारी विनोद कुमार गौड़ ने उपस्थित होकर दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित किया और कहा कि यह दिन आप के लिए याद‌गार रहेगा l क्योंकि स्वछत में ही स्वस्थ मन रहना है कार्यक्रम के आयोजक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विश्वनाथ प्रताप सिंह ने कहा कि मैं जनपद में नया हूँ यदि कोई बच्चों के लिए कार्यक्रम होगा उसमें मैं पूरा सह‌योग करुगा l हमेशा मेरी इच्छा यही रहेगी कि दिख्यांग बच्चे भी समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सकें ।

इस दौरान राज कुमार यादव ने कहा कि बच्चों हित में बजट कभी भी आड़े नहीं आने दिया जाएगा l विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों में कमालगंज ब्लाक के छात्र जगमोहन ने दोनो हाँथ न होने पर भी अपने पैर से सुलेख लिखकर उपस्थित जन समुदाय को हतप्रभ कर दिया l यह छात्र शिक्षक अखिलेश कुमार वाजपेई की यूनिट का है l शिक्षक राज‌कुमार ने बच्चों को प्रतिभाग कराया l

इसी प्रकार शमसाबाद से वीरेन्द्र यादव व राजेपुर से श्रीकांत मिश्र व अनुज और बढपुर से अजय कुशवाहा, सरिता मिश्र, रुचि राठौर, अमित, ज्ञान सिंह, रामवीर, अवधेश, जानकी प्रसाद, जयप्रकाश, अतुल कार्यक्रम आयोजन में प्रभारी जिला समन्वयक जितेन्द्र सिंह व शिक्षक रोहित ने अपना पूर्ण सहयोग किया lकार्यक्रम संचालन अनुपम शुक्ल, आकाश रवि गोस्वामी ने संयुक्त रूप से किया l विकास खण्ड राजेपुर के राजीव श्रीवास्तव ने राजेपुर से प्रदर्शन हेतु बच्चों को प्रतिभाग हेतु शिक्षक कार्यक्रम के समापन तक उपस्थित रहे। इस दौरान 28 वीं जनपद स्तरीय बाल क्रीडा प्रतियोगिता 2025 में जनपद भर के जिला कीडा प्रभारी संजीव कटियार ने नेतृत्व करते हुए कई प्रतियोगिता सम्पन्न करायी है। अतुलकटियार, अरुण यादव, कुलदीप भारत, संजीव घादव, आलोक , मनीष कुमार सुभाष यादव ने सहयोग किया इस आयोजन में जनपद भर के संगठन के जिलाध्यक्ष पीयूष कटियार प्राथमिक शिक्षक संघ से भूपेश पाठक, अवनीश चौहान, रा संघ से संजय तिवारी आप अरेवा जिलाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह, जू' हा शिसंक जिलाध्यक्ष अभिनय मिश्र व बीरेन्द्र तिवारी, प्रवेश कटियार, मजहर मोहम्मद खान उपस्थित रहकर अपना सहयोग दिया।

आरोग्यम अस्पताल की ओर से निःशुल्क हृदय जांच शिविर का आयोजन 5 दिसंबर को

हजारीबाग -जिले के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों में से एक आरोग्यम अस्पताल द्वारा आगामी 5 दिसंबर, शुक्रवार को निःशुल्क हृदय जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। आरोग्यम अस्पताल परिसर में आयोजित होने वाले इस शिविर में हृदय संबंधी सभी महत्वपूर्ण जांचें ईसीजी,ब्लड शुगर,बीपी एवं एवं पल्स की जांच पूर्णतः निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा शिविर में हृदय से संबंधित रोगों का इलाज निशुल्क किया जाएगा। शिविर का समय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक निर्धारित है। शिविर का संचालन अनुभवी हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अमन सिन्हा और डॉ. रवि रंजन के मार्गदर्शन में किया जाएगा, जिससे मरीजों को सटीक जांच और उचित परामर्श प्राप्त हो सके। अस्पताल का उद्देश्य है कि हजारीबाग क्षेत्र के लोग समय रहते अपने हृदय स्वास्थ्य की जांच कर सकें और संभावित जोखिमों से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। अस्पताल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने कहा कि हृदय रोगों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में समय पर जांच और जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने 40 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों सहित सभी लोगों से इस शिविर का लाभ उठाने की अपील की। अस्पताल के प्रशासक जय सिंह ने बताया कि आरोग्यम अस्पताल लगातार जनहित से जुड़े स्वास्थ्य कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है। निःशुल्क हृदय जांच शिविर का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान करना और हृदय से संबंधित बीमारियों के प्रति जागरूक बनाना है। अस्पताल प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे स्वयं शिविर में शामिल हों और अपने परिजनों, पड़ोसियों व परिचितों को भी इस निःशुल्क जांच शिविर का लाभ उठाने हेतु प्रेरित करें, ताकि हजारीबाग जिले में स्वस्थ हृदय और स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।

महीने भर में तीसरी बार धमकी स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम, जांच टीम पर उठ रहे सवालिया निशान।

मीरजापुर।ड्रमंडगंज क्षेत्र में बुधवार दोपहर स्वास्थ्य विभाग की टीम के आने की भनक लगते ही ड्रमंडगंज बाजार और रतेह चौराहा, गड़बड़ा पुल स्थित दर्जनों मेडिकल स्टोर और क्लीनिकों पर ताला लटका कर संचालक फरार हो गए। डिप्टी सीएमओ के नेतृत्व में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम के क्षेत्र में आने की भनक लगते ही मेडिकल स्टोर व क्लीनिक तथा पैथोलॉजी संचालकों में अफरातफरी मच गई। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से क्लीनिक और अस्पताल तथा पैथोलॉजी संचालित है लेकिन टीम वहां छापेमारी न कर मेडिकल स्टोरों की जांच कर रही है।टीम जांच के नाम पर दुकानदारों से सुनसान जगहों पर बुलाकर धन उगाही कर रही है। जबकि क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध क्लीनिक और अस्पतालों में झोलाछाप मरीजों का इलाज कर रहे हैं जहां सांठगांठ होने के चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम कोई छापामारी नही करती है।

क्षेत्रीय लोगों ने जांच टीम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए मामले की जांच हेतु जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट करवाया है। बीते सोमवार को भी स्वास्थ विभाग की टीम ने छापेमारी की थी और बगैर कार्यवाही के बैरंग लौट गई थी। ज्ञात हो कि एक माह में तीसरी बार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र में छापेमारी की है और कोई कार्यवाही प्रकाश में नहीं आई है। इस संबंध में डिप्टी सीएमओ अवधेश सिंह से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा और सबसे मजे की बात यह है कि तब सीएमओ मिर्जापुर के सीयूजी नंबर पर तीन बार फोन किया गया उनका भी फोन नहीं रिसीव हो सका।

संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल में दो दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य मेला में 1323 जनों का हुआ मुफ्त इलाज

हजारीबाग रविन्द्र पथ बिजली ऑफिस के विपरीत स्थित संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल में दो दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य मेला के आयोजन दिन बुधवार को संपन्न हुआ। जिसमें पहला दिन 651 और दुसरा दिन 672 जरूरतमंदों का मुफ्त उपचार किया गया। स्वास्थ्य मेले में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा कुल 1323 जनों का मुफ्त जांच एवं इलाज किया गया। इसमें निः शुल्क सेवाओं में डॉक्टर परामर्श, बी.पी.जांच, कैंसर स्क्रीनिंग, मुफ्त दवा, दंत जांच, नेत्र जांच, शुगर एवं हीमोग्लोबिन जांच, न्यूरोलॉजिस्ट परामर्श, एक समय का भोजन एवं अल्ट्रासाउंड व अन्य जांच में भारी छूट दी गई। बड़ी संख्या में बच्चे, महिला एंव पुरूष जरूरतमंद पहुंचे एवं स्वास्थ्य मेला का भरपूर लाभ उठाया। 

मौके पर संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल के संचालक डाॅ प्रवीण श्रीनिवास ने संबोधित कर कहा कि यह स्वास्थ्य मेला समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि आर्थिक स्थिति के कारण कई लोग समय पर जांच और उपचार नहीं करा पाते, इसलिए मिशन होस्पिटल द्वारा इस तरह के शिविरों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने और उनकी स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रयास निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि इस स्वास्थ्य मेला का उद्देश्य ज़रूरतमंद लोगों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। साथ ही शहर एवं ग्रामीणों को विभिन्न बीमारियों के प्रति जागरूक करना भी इसका मुख्य लक्ष्य है। 

संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ जे.के. आर्य, डॉ ए एन सिंह, डॉ सचिन कुमार गुप्ता, डॉ मिताली सोरेन, डॉ पूजा बैरवा, डॉ शिखा खंडेलवाल, डॉ बीरेंद्र कुमार, डॉ राहुल रंजन, डॉ आदर्श खंडेलवाल, डॉ रंजीत कुमार एवं डॉ रिंकी यादव सहीत स्वास्थ्य कर्मियों ने अपना सरहानीय योगदान दिया।

2030 तक 1.06 लाख करोड़ होगा भारत का जियोस्पेशियल मार्केट: अमिताभ कांत

अमरेश द्विवेदी

नई दिल्ली। नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयाेजित तीन-दिवसीय (2-4 दिसंबर) जियोस्मार्ट वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो 2025 की शुरुआत हुई, जिसमें भारत के भू-स्थानिक एवं अंतरिक्ष क्षेत्र में हुए तीव्र और परिवर्तनकारी बदलावों को रेखांकित किया गया। उद्घाटन वक्तव्य में कहा गया कि भारत की यह यात्रा “तेज़ गति से विकसित हुई है और इसने देश के विकास, संसाधन प्रबंधन और नीति-निर्माण के तरीकों को नए सिरे से परिभाषित किया है।

कार्यक्रम के पहले दिन (एलएंडटी, एचसीएल, इंडिगो, फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स), पूर्व जी20 शेरपा एवं नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि भारत का ₹50,000 करोड़ का भू-स्थानिक बाजार 2030 तक दोगुना होकर ₹1.06 लाख करोड़ तक पहुंचने की संभावना है, जबकि भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था 2033 तक 44 बिलियन डाॅलर तक पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े भारत की महत्वाकांक्षाओं को और ऊंचा स्थापित करने का संकेत हैं। उन्होंने कहा कि हमने 2021 में भारी विरोध के बावजूद भू-स्थानिक सेक्टर को खोला। आज संभावनाएँ अपार हैं, लेकिन नवाचार की गति भारत के 30-ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य के अनुरूप होनी चाहिए। भू-स्थानिक तकनीकें आधारभूत हैं—बिना इनके ‘विकसित भारत’ संभव नहीं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बंद या प्रतिबंधित डेटा नवाचार को धीमा करता है, और भारत को वैश्विक नेताओं—यूके, सिंगापुर और नॉर्डिक देशों—की तरह आगे बढ़ने के लिए ओपन, इंटरऑपरेबल और मशीन-रीडेबल डेटा अपनाना होगा।

उद्योग को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि अगले 12 महीनों में भारत का एक ऐसा वास्तविक शहर विकसित करें जो लाइव भू-स्थानिक और AI ऑपरेटिंग सिस्टम पर चले—कोई पायलट नहीं, कोई डेमो नहीं। एक वास्तविक शहर, वास्तविक सुधारों के साथ। ऐसा शहर वैश्विक मानक स्थापित कर सकता है। पंचायती राज मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने स्वामित्व कार्यक्रम की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए बताया कि कैसे सरल भू-स्थानिक उपकरणों ने ग्रामीण भारत में आर्थिक सशक्तिकरण को गति दी है।

उन्होंने बताया कि 3.5 लाख से अधिक गाँवों का सर्वेक्षण पूरा किया जा चुका है, 3 करोड़ से अधिक प्रॉपर्टी कार्ड जारी किए गए हैं और सत्यापित भू-स्थानिक मैप्स ने करोड़ों नागरिकों को विवाद समाधान, ऋण सुविधा और संपत्ति अधिकार प्रदान किए हैं। उन्होंने बताया कि यह केवल मैपिंग नहीं है—यह ग्रामीण भारत की आर्थिक और सामाजिक कहानी को नए सिरे से लिख रहा है।” भूमि संसाधन विभाग के सचिव मनोज जोशी ने भारत के लैंड स्टैक (Land Stack) की अवधारणा काे प्रस्तुत करते हुए कहा कि इसमें राष्ट्रीय बेस मैप, सत्यापित प्लॉट सीमाएँ और एकीकृत भू-खंड डेटा शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सटीक भूमि मानचित्र पारदर्शी शासन, प्रभावी योजना और नागरिक विश्वास की रीढ़ हैं।

भू-स्थानिक डेटा प्रमोशन एवं डेवलपमेंट समिति के अध्यक्ष श्रीकांत सत्री ने हाल ही में विमानन क्षेत्र में जीपीएस व्यवधान की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि विदेशी प्रणालियों पर निर्भरता जोखिमपूर्ण है। भू-स्थानिक केवल तकनीक नहीं है यह भारत की आर्थिक शक्ति और तकनीकी संप्रभुता की नींव है। उन्होंने ऑपरेशन द्रोणगिरि की सफलता साझा की, जिसमें बहु-एजेंसी समन्वय और भू-स्थानिक-स्पेस इंटेलिजेंस ने किसानों को वास्तविक लाभ प्रदान किए। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के सचिव डॉ. सौरभ गर्ग ने भू-स्थानिक डेटा के राष्ट्रीय सांख्यिकी ढाँचे से एकीकरण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इससे योजना, निगरानी और सेवा वितरण में सटीकता और प्रभावशीलता बढ़ेगी। एसरी इंडिया (Esri India) के प्रबंध निदेशक अगेन्द्र कुमार ने बताया कि पूरे देश में जीआईएस का उपयोग तेजी से बढ़ा है और आज एसरी इंडिया के प्लेटफॉर्म पर 800 से अधिक प्रामाणिक डेटासेट उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि भू-स्थानिक तकनीक अब राष्ट्रीय विकास का रणनीतिक साधन है—और भारत इसे नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार है। डिजिटल एवं आईटी, जीएमआर ग्रुप के समूह अध्यक्ष डॉ. राहुल शांडिल्य ने वेक्सेल (Vexcel) के साथ मिलकर राष्ट्रीय स्पैटियल डेटा बैंक बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उच्च-रिज़ॉल्यूशन एरियल डेटा से भू-खंड मैपिंग, अधोसंरचना निगरानी, शहरी लचीलापन, पर्यावरणीय अंतर्दृष्टियां सभी में क्रांतिकारी सुधार होंगे। सर्वे ऑफ इंडिया के अतिरिक्त सर्वेयर जनरल एसके सिन्हा ने वन नेशन-वन मैप की अवधारणा को रेखांकित करते हुए कहा कि विकेंद्रीकृत डेटा स्वामित्व और केन्द्रीय एकीकरण मिलकर एक सशक्त भू-स्थानिक ढाँचा तैयार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैप अब स्थिर दस्तावेज नहीं—वे गतिशील परिसंपत्तियाँ हैं जो सटीक शासन और राष्ट्रीय संप्रभुता को मजबूत करती हैं।

इस साल, जियोस्मार्ट इंडिया एक्सपो 2025 के लॉन्च के साथ अनुभव को और बेहतर बना रहे हैं, जो भारत के जियोस्पेशियल और स्पेस टेक्नोलॉजी के विकास को आगे बढ़ा रहा है, जो अब विजन, इनोवेशन और लीडरशिप के एक बड़े मेल में बदल रहा है। यह एडिशन एक आम इंडस्ट्री एक्सपो की सीमाओं को पार करके एक नेशनल मूवमेंट बन गया है। तीन बदलाव आने वाले दिनों में, यह इवेंट स्टेकहोल्डर्स के एक असाधारण क्रॉस-सेक्शन को इकट्ठा करेगा जिनमें केंद्रीय मंत्रालयों, रक्षा एजेंसियों और स्मार्ट सिटी अथॉरिटीज से लेकर ग्लोबल टेक्नोलॉजी फर्मों, घरेलू स्टार्टअप्स और एकेडमिक संस्थानों तक सभी भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के अगले युग की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक साथ आएंगे। बड़े एग्जिबिशन स्पेस, बेमिसाल नेटवर्किंग मौकों और नए भारत के लक्ष्यों को दिखाने वाले जबरदस्त शोकेस के साथ, जियोस्मार्ट इंडिया एक्सपो 2025 नए मापक, संप्रभुता और भविष्य की तैयारी का सबसे बड़ा सेलिब्रेशन है।

कर्णपुरा कोल माइनिंग संवेदक संघ ने एनटीपीसी सिकरी साइट कार्यालय के समक्ष दिया एक दिवसीय धरना

केरेडारी से रोहित गोस्वामी की रिपोर्ट

हजारीबाग जिले के बड़कागांव केरेडारी सीमा पर स्थित एनटीपीसी के सिकरी साइट कार्यालय के समक्ष कर्णपुरा माइनिंग संवेदक संघ ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया! धरना प्रदर्शन के दौरान कर्णपुरा कोल माइनिंग संवेदक संघ के लोगों ने एनटीपीसी प्रबंधन के ऊपर स्थानीय विस्थापित प्रभावित संवेदकों को उपेक्षा करने का आरोप लगाया! साथ हीं स्थानीय संवेदकों को नजरअंदाज कर बिहार उत्तरप्रदेश उड़ीसा समेत अन्य प्रदेशों के संवेदकों को टेंडर प्रक्रिया में मिलीभगत कर लाभ पहुंचाने का भी आरोप लगाया है! इस दौरान धरना पर बैठे संवेदकों ने एनटीपीसी प्रबंधन के मनमानी रवैया के विरोध में जमकर नारेबाजी किया और कहा कि कर्णपुरा कोल माइनिंग संवेदक संघ द्वारा एनटीपीसी पकरी बरवाडीह कोल माइंस चट्टी बरियातू कोल माइंस केरेडारी कोल माइंस और बादम कोल माइंस प्रबंधन को लिखित ज्ञापन सौंपकर स्थानीय विस्थापित प्रभावित संवेदकों को टेंडर प्रक्रिया में प्राथमिकता देने की बात कही! मांगे पूरी नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी जारी किया है!

ऋषि जमदग्नि पार्क का उद्घाटन करने के लिए नितिन गडकरी ने दी सहमति

जौनपुर । केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से बुधवार को महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री एवं जौनपुर लोक सभा के पूर्व भाजपा प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह एवं बदलापुर के विधायक रमेश चन्द्र मिश्र ने मुलाकात की।

इस मौके पर गड‌करी ने मार्च अथवा अप्रैल में किसी तिथि पर जौनपुर में बन रहे ऋषि जमदग्नि पार्क के उद्‌घाटन के लिए बतौर मुख्य अतिथि आने की सहमति दी। उन्होंने इन नेताओं को आश्वस्त किया कि एनएचएआई द्वारा जनपद जौनपुर में चल रही लगभग पांच हजार करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं के उद्‌घाटन एवं शिलान्यास के लिए जौनपुर में होने वाले कार्यक्रम में स्वयं उपस्थित रहने का आश्वासन दिया।

सड़क परिवहन मंत्री ने जौनपुर की दो प्रमुख सड़‌कों मछलीशहर से बरईपार तेजी बाजार कलिंजरा तक जो दो राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ने का कार्य करता है, एवं प्रयागराज गोरखपुर मार्ग बाया मुंगराबादशाहपुर सुजानगंज बद‌लापुर शाहगंज को चौड़ीकरण करने के लिए सिंह एवं मिश्र की मांग पर अपनी तरफ से इसे पूर्ण करने का आश्वासन दिया।

ललितपुर का कारीपहाड़ी बना स्वच्छ ऊर्जा का मॉडल गाँव, गोवर्धन परियोजना ने बदली ग्रामीण तस्वीर
* ग्रामीण विकास में अभिनव प्रयोग-बायोगैस प्लांट से बिजली, चक्की संचालन और जैविक खाद उत्पादन


* बायोगैस संयंत्र से ग्राम पंचायत को 3 लाख से अधिक आय: ओम प्रकाश राजभर

लखनऊ ब्यूरो

लखनऊ। ग्रामीण विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए पंचायतीराज विभाग ने स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अंतर्गत गोवर्धन परियोजना को नई गति प्रदान की है। अपशिष्ट को संपदा में बदलने के उद्देश्य से जनपद ललितपुर की ग्राम पंचायत कारीपहाड़ी में 85 घनमीटर क्षमता का बायोगैस संयंत्र स्थापित कर पूर्ण रूप से संचालित किया जा रहा है, जिसने ग्रामीण आजीविका और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में उल्लेखनीय परिणाम दिए हैं। यह संयंत्र प्रदेश में सफल एवं प्रेरक मॉडल के रूप में उभर रहा है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।

बायोगैस संयंत्र से उत्पादित गैस 12 परिवारों को पाइपलाइन के माध्यम से प्रतिदिन सुबह और शाम उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे उन्हें स्वच्छ, सस्ती और सुरक्षित ऊर्जा प्राप्त हो रही है। साथ ही संयंत्र से उत्पन्न गैस के उपयोग से 15 केवीए क्षमता के जेनरेटर के माध्यम से विद्युत उत्पादन किया जा रहा है, जिसका उपयोग दो निर्मित कक्षों में स्थापित आटा चक्की के संचालन हेतु किया जा रहा है। कम लागत पर उपलब्ध पिसा  ई सुविधा के कारण आसपास के गांवों के लोग भी लाभान्वित हो रहे हैं।

संयंत्र से लाभान्वित परिवारों से ₹250 प्रतिमाह गैस शुल्क, तथा आटा पिसाई पर ₹1 प्रति किलो शुल्क निर्धारित किया गया है। संयंत्र से प्राप्त जैविक खाद (स्लरी) को क्षेत्र के कृषि किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे फसलों की उत्पादकता में सुधार के साथ ग्रामीणों को जैविक उर्वरक का विकल्प मिल रहा है।
संयंत्र से प्राप्त आय लगभग ₹3,05,990 ग्राम पंचायत के OSR खाते में जमा की जा चुकी है, जिससे पंचायत को वित्तीय स्वावलंबन प्राप्त हो रहा है। संयंत्र संचालन हेतु एक स्थानीय किसान को केयर-टेकर के रूप में नियुक्त किया गया है, जिन्हें ₹5000 मासिक मानदेय प्रदान किया जा रहा है। इस मॉडल से प्रेरित होकर अन्य ग्राम पंचायतों में भी समान परियोजनाएं स्थापित करने की दिशा में रुचि बढ़ी है।

मंत्री, पंचायतीराज विभाग ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि गोवर्धन परियोजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने, स्वच्छता को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन का महत्वपूर्ण माध्यम है। ग्राम पंचायत कारीपहाड़ी का यह सफल मॉडल पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा स्रोत है, और इसे अधिकाधिक ग्राम पंचायतों में लागू किया जाएगा।
निदेशक पंचायतीराज श्री अमित कुमार सिंह ने कहा कि यह परियोजना यह सिद्ध करती है कि सही प्रबंधन से अपशिष्ट को ऊर्जा, आजीविका और आय के अत्यंत उपयोगी स्रोत में बदला जा सकता है। पंचायतीराज विभाग ऐसी सफल पहलों को प्रदेश भर में विस्तार देने के लिए तत्पर है।
जिले में विविध कार्यक्रमों के साथ मनाया गया विश्व दिव्यांगता दिवस

आज दिनांक 03.12.2025 को हजारीबाग जिले में विश्व दिव्यांगता दिवस बड़े उत्साह एवं संवेदनशीलता के साथ मनाया गया। इस अवसर पर दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण तथा उनकी प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विभिन्न संस्थाओं एवं विशेष विद्यालयों में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए।

संत माइकल मूक-बधिर विद्यालय, दीपूगढ़ा में सांस्कृतिक कार्यक्रम, संत माइकल मूक-बधिर विद्यालय, दीपूगढ़ा में दिव्यांग बच्चों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती शिप्रा सिन्हा द्वारा किया गया। बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण पर आधारित नाट्य प्रस्तुति, शास्त्रीय नृत्य और संगीत प्रस्तुत कर उपस्थित दर्शकों को प्रभावित किया।

विद्यालय की प्रधानाचार्या सिस्टर रौशनी बारला ने अपने संबोधन में संस्थान के बच्चों द्वारा पिछले एक वर्ष में शिक्षा एवं कला के क्षेत्र में हासिल की गई उल्लेखनीय उपलब्धियों की जानकारी दी। कार्यक्रम में लगभग 230 दिव्यांग बच्चे, उनके अभिभावक एवं विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

हजारीबाग झील परिसर में खेल-कूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताएँ, दिव्यांगजनों के लिए कार्यरत संस्था साइटसेवर दिव्य ज्योति संस्था, हजारीबाग के सहयोग से एम्फीथियेटर, हजारीबाग झील परिसर में खेल-कूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में दिव्यांगजनों के लिए ट्राईसाइकिल रेस तथा दृष्टिबाधित बच्चों के लिए ब्लाइंड स्टिक रेस आयोजित हुई। संगीत प्रतियोगिता में भी दिव्यांग प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

मुख्य अतिथि श्रीमती शिप्रा सिन्हा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, हजारीबाग द्वारा दृष्टिबाधित 24 दिव्यांगजनों को ‘Saarthi Smart Cane’ वितरित किया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के दीपक शर्मा, शशि कांत भारती, रमन विश्वकर्मा, देवाशीष, मुकेश, ललिता एवं रामेश्वर महतो का सराहनीय योगदान रहा।

स्पास्टिक विद्यालय का निरीक्षण एवं बच्चों को खाद्य पैकेट वितरण, इसके अतिरिक्त श्रीमती शिप्रा सिन्हा द्वारा स्वयंसेवी संस्था सामाजिक समस्या निवारण एवं कल्याण केंद्र, हुडहुडू द्वारा संचालित स्पास्टिक विद्यालय का भ्रमण किया गया।

निरीक्षण के क्रम में उपस्थित 25 बच्चों के स्वास्थ्य, भोजन, मानसिक देखभाल व आवश्यक सुविधाओं की विस्तृत जानकारी ली गई। अंत में बच्चों के बीच पौष्टिक आहार से युक्त फूड पैकेट का वितरण किया गया।

जिला प्रशासन ने सभी कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने और उनकी प्रतिभा को सम्मान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।