बेसहारा जानवरों के गाले में दो दर्जन से अधिक रेडियम बेल्ट लगाने का कार्य किया गया*
सुल्तानपुर,कटका क्लब सामाजिक संस्था ने रात्रि भ्रमण कर के बेसहारा जानवरों के गाले में दो दर्जन से अधिक रेडियम बेल्ट लगाने का कार्य किया। संस्था अध्यक्ष सौरभ मिश्र विनम्र के नेतृत्व में उन्होंने बताया कि वाहन की लाइट पड़ते ही बेल्ट चमक उठे और चालक सतर्क होकर दुर्घटना से बच सकें। यह बेल्ट मवेशियों की जान बचाने और सड़क हादसों को रोकने का एक प्रभावी तरीका है। यह एक सामाजिक पहल है जो लोगों को पशु कल्याण और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करती है. इस मौके पर बृजेन्द्र मिश्र ने बताया कि रेडियम बेल्ट वाहन की हेडलाइट या अन्य रोशनी पड़ने पर चमकती है, जिससे अंधेरे में भी मवेशी स्पष्ट दिखाई देते हैं। कथा वाचक शनि मिश्र ने बताया कि यह चमक वाहन चालकों को पहले ही सचेत करती है कि सड़क पर कोई जानवर है, जिससे वे अपनी गाड़ी की रफ्तार कम कर सकते हैं और दुर्घटना टाल सकते हैं। यह चमक वाहन चालकों को पहले ही सचेत करती है कि सड़क पर कोई जानवर है, जिससे वे अपनी गाड़ी की रफ्तार कम कर सकते हैं और दुर्घटना टाल सकते हैं। इस मौके पर संस्था से जुड़े लोग उपस्थित रहे।
चुनावी बॉन्ड खत्म होने के बाद भी बीजेपी पर बरसा पैसा, प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने अकेले दिए 2180 करोड़

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15 फरवरी 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को असंवैधानिक बताते हुए बंद करने का आदेश दिया था। अदालत का साफ कहना था कि लोकतंत्र में चंदे की गोपनीयता नहीं, बल्कि पारदर्शिता जरूरी है। हालांकि, इलेक्टोरल बॉन्ड खत्म होने के बाद भी बारतीय जनता पार्टी पर पैसों की बरसात हो रही है।

कुल चंदे का 83 फीसदी बीजेपी के पास

इलेक्टोरल बॉन्ड खत्म होने के बाद पहले वित्त वर्ष यानी 2024-25 में इलेक्टोरल ट्रस्ट ने राजनीतिक पार्टियों को करोड़ों रुपए दान दिए। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2024-25 में इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए कुल 4,276 करोड़ रुपये का चंदा मिला। इसमें से 83.6% यानी सबसे बड़ा हिस्सा बीजेपी को मिला। यह पिछले साल के मुकाबले चार गुना से भी ज्यादा है।

कांग्रेस को मिले 299 करोड़ रुपए

कांग्रेस को इस रास्ते से 7.3% चंदा मिला, जबकि तृणमूल कांग्रेस को 3.6% मिला। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को 299 करोड़ रुपए चंदा मिला। अन्य सभी पार्टियों के हिस्से में बाकी बचे 400 करोड़ रुपए आए।

किन ट्रस्टों से कितना मिला बीजेपी को?

2024-25 में बीजेपी को इलेक्टोरल ट्रस्ट से कुल 3,577.5 करोड़ रुपये मिले। इसमें से सबसे ज्यादा पैसा 'प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट' से आया, जो 2,180.7 करोड़ रुपये था। 'प्रोग्रेसिव ईटी' से 757.6 करोड़ रुपये, 'ए बी जनरल ईटी' से 460 करोड़ रुपये, 'न्यू डेमोक्रेटिक ईटी' से 150 करोड़ रुपये मिले। इसके अलावा 'हार्मनी ईटी' से 30.1 करोड़ रुपये, 'ट्रायम्फ ईटी' से 21 करोड़ रुपये, 'जयभारत ईटी' से 5 करोड़ रुपये, 'समाज ईटी' से 3 करोड़ रुपये, 'जन कल्याण ईटी' से 9.5 लाख रुपये और 'एन्जिगार्टिक ईटी' से 7.75 लाख रुपये मिले।

क्या है इलेक्टोरल ट्रस्ट

दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार चुनावी चंदे के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम लेकर आई थी। जिसे सुप्रीम कोर्ट ने साल 2024 में असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया था। अब कॉर्पोरेट कंपनियां चेक, DD या UPI के जरिए पार्टियों को डोनेशन दे सकती हैं। इसके साथ ही इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए भी चंदा दे सकती हैं। इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए कोई कंपनी या फिर व्यक्ति एक ट्रस्ट को डोनेशन दे सकता है, जो आगे पार्टियों को डोनेट करता है

झारखंड हाईकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला: रिम्स की जमीन पर अवैध निर्माण मामले में ACB जांच के आदेश

रांची: झारखंड हाईकोर्ट ने रिम्स की 9.65 एकड़ अधिग्रहित भूमि पर अवैध कब्जे और बहुमंजिला इमारतों के निर्माण को गंभीरता से लेते हुए बड़ा आदेश सुनाया है। चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस सुजीत नारायण की खंडपीठ ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार के इस खेल में निर्दोष खरीदारों को बलि का बकरा नहीं बनाया जा सकता।

फैसले के मुख्य बिंदु:

ACB जांच और FIR: अदालत ने पूरे घोटाले की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को सौंप दी है। दोषी अधिकारियों और बिल्डरों पर प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, भविष्य में CBI जांच के विकल्प को भी खुला रखा गया है।

दोषी अफसरों से वसूली: कोर्ट ने एक अभूतपूर्व मिसाल पेश करते हुए कहा कि फ्लैट खरीदारों के मुआवजे की राशि सरकारी कोष से नहीं, बल्कि दोषी अधिकारियों (सेवानिवृत्त या कार्यरत) और बिल्डरों की संपत्ति से वसूली जाएगी।

प्रशासनिक मिलीभगत पर प्रहार: 1964-65 में अधिग्रहित जमीन पर नक्शा पास करने, रजिस्ट्री करने, म्यूटेशन करने और RERA की मंजूरी देने वाले अधिकारियों की भूमिका की जांच होगी।

अतिक्रमण हटाओ अभियान: 3 दिसंबर के आदेश के बाद प्रशासन ने DIG ग्राउंड के पास बुलडोजर चलाकर अवैध इमारतों को गिराना शुरू कर दिया है। कोर्ट ने इस अभियान की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जाहिर की और तेजी लाने का निर्देश दिया।

मामले की पृष्ठभूमि:

रांची के मोरहाबादी और कोकर मौजा में रिम्स की विस्तार के लिए रखी गई करीब 9.65 एकड़ जमीन को मिलीभगत से निजी बताकर बेच दिया गया था। इस पर अपार्टमेंट, मंदिर और बाजार बन गए थे। अब हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इन अवैध ढांचों को गिराया जा रहा है।

अदालत की टिप्पणी: "यदि अधिकारी शुरू से सतर्क रहते, तो न सरकारी जमीन बिकती और न ही आम लोगों के घर उजड़ने की नौबत आती।"

प्रमुख जानकारी (Summarized Table)

विवरण जानकारी

संबंधित संस्थान रिम्स (RIMS), रांची

भूमि का विवरण 9.65 एकड़ (मोरहाबादी और कोकर मौजा)

अधिग्रहण वर्ष 1964-65

माननीय न्यायाधीश चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस सुजीत नारायण

जांच एजेंसी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB)

अगली सुनवाई 6 जनवरी, 2026

प्रभावित खरीदारों के लिए क्या है खास?

उनका आर्थिक नुकसान सुरक्षित करने के लिए मुआवजा सुनिश्चित किया गया है।

न्याय के लिए दोषी बिल्डरों और अफसरों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है।

यह आदेश अन्य सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले भू-माफियाओं के लिए एक बड़ी चेतावनी है।

स्तन कैंसर पर चौंकाने वाला खुलासा: युवा महिलाएं ज्यादा जोखिम में, बुजुर्गों में दिखी समय पर समझदारी
लखनऊ। स्तन कैंसर को लेकर उम्र के साथ लापरवाही नहीं बल्कि समझदारी बढ़ती दिख रही है। राजधानी लखनऊ स्थित संजय गांधी पीजीआई के इंडोक्राइन एंड ब्रेस्ट सर्जरी विभाग द्वारा किए गए एक अहम अध्ययन में सामने आया है कि 70 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं, कम उम्र की महिलाओं की तुलना में बीमारी के शुरुआती चरण में ही इलाज के लिए अस्पताल पहुंच जाती हैं। इसके उलट 40 वर्ष से कम उम्र की बड़ी संख्या में महिलाएं देर से चिकित्सकीय मदद लेती हैं, जिससे उनकी जान को ज्यादा खतरा रहता है।

स्तन कैंसर पीड़ित 737 महिलाओं पर आधारित

यह अध्ययन वर्ष 2017 से 2021 के बीच पीजीआई में इलाज के लिए पहुंची स्तन कैंसर पीड़ित 737 महिलाओं पर आधारित है। इन महिलाओं की औसत आयु करीब 50 वर्ष थी। शोधकर्ताओं ने मरीजों को उम्र के आधार पर तीन वर्गों में बांटा—40 वर्ष से कम, 41 से 69 वर्ष और 70 वर्ष से अधिक। इसके बाद यह विश्लेषण किया गया कि महिलाएं बीमारी के किस चरण में अस्पताल पहुंचीं, इलाज के बाद उनका सर्वाइवल कितना रहा और कैंसर से मृत्यु दर क्या रही।

मृत्यु दर के आंकड़ों ने भी चौंकाया

अध्ययन के अनुसार, 70 वर्ष से अधिक आयु की 70.7 प्रतिशत महिलाएं स्तन कैंसर के शुरुआती चरण में ही इलाज के लिए अस्पताल पहुंच गईं। वहीं 41 से 69 वर्ष के आयु वर्ग में यह आंकड़ा 54.5 प्रतिशत रहा। सबसे चिंताजनक स्थिति 40 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं की रही, जहां केवल 51.4 प्रतिशत मरीज ही शुरुआती अवस्था में अस्पताल पहुंच सकीं।मृत्यु दर के आंकड़ों ने भी चौंकाया। सबसे अधिक मौतें 40 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में दर्ज की गईं, जहां मृत्यु दर 12.9 प्रतिशत रही। 41 से 69 वर्ष के समूह में यह आंकड़ा 9.9 प्रतिशत और 70 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में 9.7 प्रतिशत दर्ज किया गया। हालांकि 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में औसतन जीवित रहने की अवधि कुछ कम रही, लेकिन समय पर इलाज के चलते मृत्यु दर अपेक्षाकृत कम पाई गई।

शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना सबसे बड़ी भूल साबित होती

अध्ययन से जुड़े डॉक्टरों—डॉ. रिनेले मैसकरहेनेस, डॉ. एम. मायीलवेगनन, डॉ. ज्ञान चंद, डॉ. अंजलि मिश्रा और डॉ. गौरव अग्रवाल—का कहना है कि स्तन कैंसर की समय रहते पहचान और इलाज से मरीज के पूरी तरह स्वस्थ होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। डॉ. ज्ञान चंद के अनुसार, शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना सबसे बड़ी भूल साबित होती है, खासकर युवा महिलाओं में।डॉक्टरों ने बताया कि स्तन में गांठ महसूस होना, त्वचा का सख्त या मोटा होना, निप्पल का अंदर की ओर धंसना, स्तन के रंग या आकार में बदलाव, त्वचा पर पपड़ी या छिलन जैसे लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। समय रहते जांच कराना जान बचा सकता है।

कम उम्र में मासिक धर्म शुरू होना

विशेषज्ञों के मुताबिक, स्तन कैंसर के पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं, जिनमें आनुवंशिक जोखिम, हार्मोनल बदलाव, कम उम्र में मासिक धर्म शुरू होना, देर से रजोनिवृत्ति, अधिक उम्र में पहला बच्चा होना, मोटापा, असंतुलित जीवनशैली और बढ़ता प्रदूषण प्रमुख हैं। डॉक्टरों ने महिलाओं से अपील की है कि वे जागरूक रहें, नियमित जांच कराएं और किसी भी लक्षण पर तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।
देवघर- के क्रीड़ा भारती द्वारा b.ed कॉलेज ग्राउंड में तीन दिवसीय खेल का समापन।
देवघर: क्रीड़ा भारती द्वारा बीएड कॉलेज ग्राउंड में आयोजित तीन दिवसीय 'खेल कबड्डी खेल' का समापन हुआ। इस खेल में 102 टीम ने भाग लिया। क्रीड़ा भारती के इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य 2036 में होने वाले ओलंपिक में कबड्डी को शामिल करना और ऑल इंडिया की टीम का खोज करना भी है। इस मौके पर क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष डॉ कुमार गौरव ने बताया कि क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित यह खेल पुरे भारत में पर्व की तरह मनाया जा रहा है। इसी के तहत पुरे भारत के 566 जिलों में इसका आयोजन किया गया है, जिसका लक्ष्य है कि हर जिले में कम से कम 100 टीम पार्टिसिपेट करें। उन्होंने आगे कहा कि देवघर पहला जिला है जिसने इस लक्ष्य को पुरा किया है। मुख्य अतिथि डॉ एन डी मिश्रा ने कहा कि क्रीड़ा भारती का उद्देश्य रहा है ' खेल के माध्यम से चरित्र निर्माण और चरित्र के माध्यम से राष्ट्र निर्माण'। इसी लक्ष्य को लेकर क्रीड़ा भारती द्वारा खेल कबड्डी खेल का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य कबड्डी को 2036 के ओलंपिक को शामिल कराना है। आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ जे सी राज ने कहा कि क्रीड़ा भारती भारतीय खेल को बढ़ावा देने वाला संगठन है। इसलिए कबड्डी, जो न ही राष्ट्रीय खेल है और न ही ओलंपिक में शामिल है को ओलंपिक में शामिल करने हेतु 'खेल कबड्डी खेल' का आयोजन किया जा रहा है। सभी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र दिया गया। खेल के दौरान डॉ एन डी मिश्रा(मुख्य अतिथि), डॉ जे सी राज(आयोजन समिति के अध्यक्ष), कुमार गौरव(क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष), प्रेम कुमार, विनीता मिश्रा, डॉ गौरी शंकर, डॉ अनिल बरनबाल, डॉ एन सत्यम, डॉ राजीव रंजन, डॉ पूजा राय, डॉ. अनुराधा सहित सैकड़ों खिलाड़ी उपस्थित थे।
इंसानियत को शर्मसार करने वाले अभियुक्त को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद किया गिरफ्तार

रमेश दूबे

संतकबीरनगर । वादी द्वारा अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर के विरुद्ध वादी की 07 वर्षीय नाबालिग पुत्री को बहलाफुसलाकर उसके साथ दुष्कर्म करने के सम्बन्ध में सूचना दिया गया था । उक्त सूचना के आधार पर थाना धनघटा पर मु0अ0स0 657/2025 धारा 137(2) 65(2) बीएनएस व 5m/6 पाक्सो एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया था । आज दिनाँक 22.10.2025 को उक्त घटना से सम्बन्धित अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर को ग्राम सीयरकला के पास बाग में पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया । मुठभेड़ के दौरान अभियुक्त के दाहिने पैर में घुटने से नीचे गोली लगी । अभियुक्त के पास से 01 अदद अवैध तमंचा .12 बोर, 01 अदद मिस फायर कारतूस .12 बोर व 01 अदद खाली खोखा .12 बोर बरामद हुआ है ।

पुलिस अधीक्षक जनपद संतकबीरनगर श्री संदीप कुमार मीना के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक संतकबीरनगर श्री सुशील कुमार सिंह के मार्गदर्शन व क्षेत्राधिकारी धनघटा श्री अभयनाथ मिश्रा के पर्यवेक्षण में जनपद संतकबीरनगर मे अपराध एवं अपराधियो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में प्रभारी निरीक्षक थाना  धनघटा श्री जयप्रकाश दूबे तथा एसओजी प्रभारी निरीक्षक श्री अजय सिंह द्वारा संयुक्त रुप कार्यवाही करते हुए आज दिनाँक 22.12.2025 को दुष्कर्म की घटना से सम्बन्धित अभियुक्त को ग्राम सीयरकला के पास बाग में पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया ।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम व पताः-
सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर ।

बरामदगी का विवरणः-
01- एक अदद अवैध तमंचा .12 बोर
02- एक अदद मिसफायर कारतूस .12 बोर
03- एक अदद खाली खोखा .12 बोर

घटना का विवरणः-
आज दिनांक 22.12.2025 को समय 03.35 बजे अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर के ग्राम सियर कला बाग में  छिपने की सूचना मिली थी । पुलिस पार्टी द्वारा उक्त स्थान पर पहुचकर अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे उपरोक्त को पकड़ने का प्रयास किया गया, तो अभियुक्त द्वारा अपने को गिरफ्तारी से बचाने के लिए पुलिस पार्टी को गाली देते हुए, जान से मारने की धमकी देते हुए अबैध असलहे से फायर करने की बात कही गयी तब पुलिस पार्टी द्वारा चेतावनी देते हुए आत्म समर्पण हेतु कहा गया परन्तु अभियुक्त द्वारा आत्मसमपर्ण न करते हुए पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नीयत से फायर कर दिया गया । पुलिस पार्टी द्वारा सतर्कता से अपना बचाव किया गया तथा आत्मसुरक्षार्थ पुलिस पार्टी द्वारा फायर किया गया । जिसमें एक गोली अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र के दाहिन पैर के घुटने के नीचे लग गयी । पुलिस पार्टी द्वारा सावधानीपूर्वक अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया गया । जामा तलाशी से अभियुक्त के पास से एक अदद नाजायज तमंचा .12 बोर जिसमें चैम्बर में एक मिस कारतूस पडा हुआ बरामद हुआ तथा बगल में एक खोखा कारतूस .12 बोर पडा मिला । अभियुक्त को तत्काल पुलिस फोर्स द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मलौली पहुँचाया गया । जहाँ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा प्राथमिक इलाज के बाद संयुक्त जिला चिकित्सालय संतकबीरनगर रेफर किया गया है । जहाँ पर अभियुक्त उपरोक्त का इलाज चल रहा है व अन्य विधिक कार्यवाही प्रचलित है ।

गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर थाना धनघटा पर मु0अ0सं0 658/2025 धारा 109(1), 352, 351(3) बीएनएस व 3/ 25/27 शस्त्र अधिनियम पंजीकृत किया गया

गिरफ्तार करने वाले अधिकारी / कर्मचारीगणः-

1. प्रभारी निरीक्षक थाना धनघटा श्री जयप्रकाश दूबे, नि0अ0 श्री रामेश्वर यादव, उ0नि0 श्री विनोद कुमार यादव, का0 रजनीश यादव, का0 महेन्द्र निषाद, का0 जितेन्द्र यादव, का0 मुकेश थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर ।

2. एसओजी प्रभारी निरीक्षक श्री अजय सिंह, हे0का0 अनुप कुमार राय, का0 दीपक सिंह, का0 अभिषेक सिंह, का0 सर्वेश मिश्रा, का0 वीर बहादुर यादव, का0 विवेक मिश्रा, का0 अरुण हलवाई एसओजी संतकबीरनगर ।
फर्जी डिग्री–मार्कशीट बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़,तीन गिरफ्तार
लखनऊ। राजधानी में पुलिस उपायुक्त पूर्वी की क्राइम, सर्विलांस और गोमतीनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़े और सनसनीखेज फर्जी शैक्षिक दस्तावेज रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने फर्जी मार्कशीट और डिग्री बनाकर भोले-भाले छात्रों से लाखों रुपये ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 923 फर्जी मार्कशीट व प्रमाणपत्र, 15 फर्जी मुहरें, 65 मार्कशीट प्रिंटिंग पेपर, एक कार, 6 लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, चेकबुक और करीब 2 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं।

लंबे समय से चला रहे थे फर्जी डिग्री-मार्कशीट बनाने का रैकेट

डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि पूर्वी जोन की क्राइम व सर्विलांस टीम तथा गोमतीनगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर ब्रजेश तिवारी की संयुक्त टीम ने रविवार को कार्रवाई करते हुए अयोध्या जिले के थाना पूरा कलंदर क्षेत्र के पलिया निवासी सत्येन्द्र द्विवेदी, उन्नाव के घाटमपुर निवासी अखिलेश कुमार और लखीमपुर-खीरी के ईशानगर निवासी सौरभ शर्मा को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी बेहद शातिर हैं और लंबे समय से अंतरराज्यीय स्तर पर फर्जी डिग्री–मार्कशीट का रैकेट चला रहे थे।

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों के नामी-गिरामी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के नाम पर फर्जी डिग्री और मार्कशीट तैयार करते थे। गिरोह भोले-भाले छात्रों को बिना पढ़ाई और मेहनत के डिग्री दिलाने का लालच देता था और इंजीनियरिंग, बीटेक, बीसीए, एमसीए, एमएससी, बीए समेत अन्य कोर्स की फर्जी डिग्री उपलब्ध कराता था। इसके लिए वे स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सहित कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों के नाम का दुरुपयोग करते थे।

इस गिरोह के जरिए सैकड़ों छात्र ठगी का शिकार हो चुके

डीसीपी पूर्वी के मुताबिक, आरोपी एक फर्जी मार्कशीट या डिग्री के बदले छात्रों से 25 हजार रुपये से लेकर 4 लाख रुपये तक की रकम वसूलते थे। कई छात्र तब ठगी का शिकार होने का एहसास करते थे, जब वे निजी कंपनियों या सरकारी विभागों में नौकरी के लिए आवेदन करते थे और दस्तावेज सत्यापन के दौरान उनकी डिग्री फर्जी पाई जाती थी। पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह के जरिए सैकड़ों छात्र ठगी का शिकार हो चुके हैं।

दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही

फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस रैकेट में और कितने लोग शामिल हैं और फर्जी डिग्री तैयार करने का नेटवर्क किन-किन राज्यों तक फैला हुआ है। बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है, जिससे कई और नाम सामने आने की उम्मीद है।इस बड़ी सफलता पर डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने पुलिस टीम को शाबाशी दी।

इस कार्रवाई से फर्जी डिग्री कारोबारियों में हड़कंप

इस कार्रवाई में इंस्पेक्टर गोमतीनगर ब्रजेश तिवारी, उपनिरीक्षक प्रेम कुमार, मोहम्मद जसीम रज़ा, कमलेश कुमार यादव, अरविंद कुमार, हेड कांस्टेबल बब्बन यादव, कांस्टेबल अंकुर चौधरी, आकाश यादव सहित पूर्वी जोन की क्राइम सर्विलांस टीम के उपनिरीक्षक अमरनाथ चौरसिया, हेड कांस्टेबल संदीप पाण्डेय, अमित सिंह, कांस्टेबल तरनजीत सिंह, शिवानंद खरवार, अजय यादव और प्रदीप कुमार शामिल रहे। पुलिस की इस कार्रवाई से फर्जी डिग्री कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।
कड़ाके की ठंड से कांपा पूरा उत्तर भारत में, घने कोहरे ने सड़क से लेकर रेल यातायात को किया बाधित

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उत्तर भारतीय राज्यों में कड़ाके की ठंड और शीतलहर का दौर जारी है। घना से बहुत घने कोहरे की वजह से सामान्‍य जनजीवन अस्‍तव्‍यस्‍त हो गया है। दिल्ली और उत्तर भारत में घने कोहरे ने लगातार सातवें दिन भी जनजीवन और यातायात को प्रभावित किया है।

अगले 48 घंटे राहत के आसार नहीं

जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है। वहीं उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा जैसे मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 से 48 घंटों तक देश के बड़े हिस्से में बर्फबारी, बारिश और कोहरे का पूर्वानुमान जताया है। आईएमडी की भविष्यवाणी के मुताबिक, अगले 48 घंटों में कड़ाके की ठंड से राहत की उम्मीद कम है।

पश्चिमी विक्षोभ ने बढ़ाई परेशानी

कोहरे का कारण एक पश्चिमी विक्षोभ है, जिसके चलते जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और बारिश हुई। गुलमर्ग, सोनमर्ग और साधना टॉप जैसे इलाकों में ताजा बर्फ जमी है। मौसम विभाग का कहना है कि यह पश्चिमी विक्षोभ मंगलवार 23 दिसंबर तक कमजोर पड़ जाएगा।

'चिल्लई-कलां' की शुरुआत

जम्मू-कश्मीर में ताजा बर्फबारी के साथ ही 40 दिनों तक चलने वाली 'चिल्लई-कलां' की शुरुआत हो गई है। गुलमर्ग में करीब दो इंच बर्फ गिरी है और यह घाटी का एकमात्र ऐसा मौसम केंद्र रहा जहां तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया, जो माइनस 1.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। सोनमर्ग में सुबह से दोपहर तक लगातार बर्फबारी होती रही। हालांकि, श्रीनगर में रात का तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक, 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन की सबसे गर्म रात रही।

दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.3 डिग्री अधिक रहा। अधिकतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस रहा। हरियाणा में नारनौल और पंजाब में गुरदासपुर सबसे ठंडे स्थान रहे, जहां न्यूनतम तापमान क्रमशः 5.2 और 6.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री रहा।

ट्रेनों और उड़ानों पर असर

रविवार को भी कोहरे और धुंध के कारण ट्रेनों और उड़ानों में भारी बाधा आई। खासकर दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कोहरे की वजह से डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स के ऑपरेशन पर बुरा असर पड़ा है। दिल्ली एयरपोर्ट पर 100 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि 500 से अधिक उड़ानें देरी से चलीं।

देवघर- सांसद खेल महोत्सव का देवघर कॉलेज मैदान आगाज।
देवघर: सांसद खेल महोत्सव का देवघर कॉलेज मैदान में आयोजित हुआ, इसका भव्य उद्घाटन देवघर मैराथन से शुरू हुआ। मैराथन दौड़ की शुरुआत निशिकांत दुबे और सभी गणमान्य अतिथियों द्वारा झंडा दिखा कर किया गया। उद्घाटन समारोह में सांसद डॉ निशिकांत दुबे, भाजपा जिला अध्यक्ष सचिन रमानी, एम्स के डिप्टी डायरेक्टर, देवघर ओलिंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील खवाड़े समेत काफी लोग मौजूद रहे। लड़कों का मैराथन दौड़ 10किलो मीटर आयोजित किया गया,जिसमें प्रथम स्थान जानकी कुमार, द्वितीय स्थान दीपक कुमार यादव, तृतीय स्थान दीपक कुमार को प्राप्त हुआ। लड़कियों का मैराथन दौड़ 5किलोमीटर का आयोजित किया गया। जिसमें प्रथम स्थान मनाली सिंह ने प्राप्त किया। प्रथम स्थान पाने वाले प्रतिभागी को 25000नकद और द्वितीय स्थान को 15000नकद, तृतीय स्थान को 10000, और चतुर्थ और पांचवे स्थान को 5000 नकद पुरस्कार दिया गया। डॉ निशिकांत दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि आज खेल के तरफ युवाओं को प्रेरित करने हेतु प्रधानमंत्री का ये अमूल्य पहल है, क्योंकि खेल में जो युवा भाग लेते हैं उन्हें खेल में कोई भी समय बर्बाद करने वाली ख्याल दिमाग में नहीं आता। अगले साल से किसी भी खेल में भाग लेने वाले प्रतिभागी को सारी सुविधाएं सांसद खुद प्रदान करेंगे। अगले वर्ष 1-7नवंबर को सांसद खेल महोत्सव का आयोजन होगा। खेल और संगीत आज के युवा और समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा है, सांसद ने अपने संबोधन में ये सारी बात कहीं।
आजमगढ़: सीएचसी तहबरपुुुुर में खड़ी एम्बुलेंस में लगी आग,मची अफरातफरी
आजमगढ़। जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तहबरपुुुुर में पुरानी खड़ी एम्बुलेंस में आग लग गयी। आग लगने के फलस्वरूप एम्बुलेंस जलकर नष्ट हो गयी। जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तहबरपुुुुर में 102 की दो और 108 की एक पुरानी एम्बुलेंस खड़ी थी। एम्बुलेंस 2019 से प्रयोग में नहीं थी। रविवार को अचानक 11,40 मिनट पर जलने लगी। एम्बुलेंस जलती देख लोग हैरत में पड़ गये। आस पास भीड़ इकट्ठा हो गयी। लोगों ने अग्निशमन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलने पर फायर बिग्रेड ने पहुंचकर कर आग को बुझाया। लेकिन एम्बुलेंस जलकर नष्ट हो गयी। आग कैसे लगी स्पष्ट नहीं हो पाया। कयास लगाया जा रहा है कि आस पास कूड़ा है और कूड़े की वजह आग लग गयी होगी। इस संबंध में प्रभारी चिकित्साधिकारी डाक्टर सुशील अग्रहरी ने बताया कि एम्बुलेंस जलने की सूचना विभाग को दे दी गई है ।
बेसहारा जानवरों के गाले में दो दर्जन से अधिक रेडियम बेल्ट लगाने का कार्य किया गया*
सुल्तानपुर,कटका क्लब सामाजिक संस्था ने रात्रि भ्रमण कर के बेसहारा जानवरों के गाले में दो दर्जन से अधिक रेडियम बेल्ट लगाने का कार्य किया। संस्था अध्यक्ष सौरभ मिश्र विनम्र के नेतृत्व में उन्होंने बताया कि वाहन की लाइट पड़ते ही बेल्ट चमक उठे और चालक सतर्क होकर दुर्घटना से बच सकें। यह बेल्ट मवेशियों की जान बचाने और सड़क हादसों को रोकने का एक प्रभावी तरीका है। यह एक सामाजिक पहल है जो लोगों को पशु कल्याण और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करती है. इस मौके पर बृजेन्द्र मिश्र ने बताया कि रेडियम बेल्ट वाहन की हेडलाइट या अन्य रोशनी पड़ने पर चमकती है, जिससे अंधेरे में भी मवेशी स्पष्ट दिखाई देते हैं। कथा वाचक शनि मिश्र ने बताया कि यह चमक वाहन चालकों को पहले ही सचेत करती है कि सड़क पर कोई जानवर है, जिससे वे अपनी गाड़ी की रफ्तार कम कर सकते हैं और दुर्घटना टाल सकते हैं। यह चमक वाहन चालकों को पहले ही सचेत करती है कि सड़क पर कोई जानवर है, जिससे वे अपनी गाड़ी की रफ्तार कम कर सकते हैं और दुर्घटना टाल सकते हैं। इस मौके पर संस्था से जुड़े लोग उपस्थित रहे।
चुनावी बॉन्ड खत्म होने के बाद भी बीजेपी पर बरसा पैसा, प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने अकेले दिए 2180 करोड़

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15 फरवरी 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को असंवैधानिक बताते हुए बंद करने का आदेश दिया था। अदालत का साफ कहना था कि लोकतंत्र में चंदे की गोपनीयता नहीं, बल्कि पारदर्शिता जरूरी है। हालांकि, इलेक्टोरल बॉन्ड खत्म होने के बाद भी बारतीय जनता पार्टी पर पैसों की बरसात हो रही है।

कुल चंदे का 83 फीसदी बीजेपी के पास

इलेक्टोरल बॉन्ड खत्म होने के बाद पहले वित्त वर्ष यानी 2024-25 में इलेक्टोरल ट्रस्ट ने राजनीतिक पार्टियों को करोड़ों रुपए दान दिए। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2024-25 में इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए कुल 4,276 करोड़ रुपये का चंदा मिला। इसमें से 83.6% यानी सबसे बड़ा हिस्सा बीजेपी को मिला। यह पिछले साल के मुकाबले चार गुना से भी ज्यादा है।

कांग्रेस को मिले 299 करोड़ रुपए

कांग्रेस को इस रास्ते से 7.3% चंदा मिला, जबकि तृणमूल कांग्रेस को 3.6% मिला। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को 299 करोड़ रुपए चंदा मिला। अन्य सभी पार्टियों के हिस्से में बाकी बचे 400 करोड़ रुपए आए।

किन ट्रस्टों से कितना मिला बीजेपी को?

2024-25 में बीजेपी को इलेक्टोरल ट्रस्ट से कुल 3,577.5 करोड़ रुपये मिले। इसमें से सबसे ज्यादा पैसा 'प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट' से आया, जो 2,180.7 करोड़ रुपये था। 'प्रोग्रेसिव ईटी' से 757.6 करोड़ रुपये, 'ए बी जनरल ईटी' से 460 करोड़ रुपये, 'न्यू डेमोक्रेटिक ईटी' से 150 करोड़ रुपये मिले। इसके अलावा 'हार्मनी ईटी' से 30.1 करोड़ रुपये, 'ट्रायम्फ ईटी' से 21 करोड़ रुपये, 'जयभारत ईटी' से 5 करोड़ रुपये, 'समाज ईटी' से 3 करोड़ रुपये, 'जन कल्याण ईटी' से 9.5 लाख रुपये और 'एन्जिगार्टिक ईटी' से 7.75 लाख रुपये मिले।

क्या है इलेक्टोरल ट्रस्ट

दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार चुनावी चंदे के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम लेकर आई थी। जिसे सुप्रीम कोर्ट ने साल 2024 में असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया था। अब कॉर्पोरेट कंपनियां चेक, DD या UPI के जरिए पार्टियों को डोनेशन दे सकती हैं। इसके साथ ही इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए भी चंदा दे सकती हैं। इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए कोई कंपनी या फिर व्यक्ति एक ट्रस्ट को डोनेशन दे सकता है, जो आगे पार्टियों को डोनेट करता है

झारखंड हाईकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला: रिम्स की जमीन पर अवैध निर्माण मामले में ACB जांच के आदेश

रांची: झारखंड हाईकोर्ट ने रिम्स की 9.65 एकड़ अधिग्रहित भूमि पर अवैध कब्जे और बहुमंजिला इमारतों के निर्माण को गंभीरता से लेते हुए बड़ा आदेश सुनाया है। चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस सुजीत नारायण की खंडपीठ ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार के इस खेल में निर्दोष खरीदारों को बलि का बकरा नहीं बनाया जा सकता।

फैसले के मुख्य बिंदु:

ACB जांच और FIR: अदालत ने पूरे घोटाले की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को सौंप दी है। दोषी अधिकारियों और बिल्डरों पर प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, भविष्य में CBI जांच के विकल्प को भी खुला रखा गया है।

दोषी अफसरों से वसूली: कोर्ट ने एक अभूतपूर्व मिसाल पेश करते हुए कहा कि फ्लैट खरीदारों के मुआवजे की राशि सरकारी कोष से नहीं, बल्कि दोषी अधिकारियों (सेवानिवृत्त या कार्यरत) और बिल्डरों की संपत्ति से वसूली जाएगी।

प्रशासनिक मिलीभगत पर प्रहार: 1964-65 में अधिग्रहित जमीन पर नक्शा पास करने, रजिस्ट्री करने, म्यूटेशन करने और RERA की मंजूरी देने वाले अधिकारियों की भूमिका की जांच होगी।

अतिक्रमण हटाओ अभियान: 3 दिसंबर के आदेश के बाद प्रशासन ने DIG ग्राउंड के पास बुलडोजर चलाकर अवैध इमारतों को गिराना शुरू कर दिया है। कोर्ट ने इस अभियान की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जाहिर की और तेजी लाने का निर्देश दिया।

मामले की पृष्ठभूमि:

रांची के मोरहाबादी और कोकर मौजा में रिम्स की विस्तार के लिए रखी गई करीब 9.65 एकड़ जमीन को मिलीभगत से निजी बताकर बेच दिया गया था। इस पर अपार्टमेंट, मंदिर और बाजार बन गए थे। अब हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इन अवैध ढांचों को गिराया जा रहा है।

अदालत की टिप्पणी: "यदि अधिकारी शुरू से सतर्क रहते, तो न सरकारी जमीन बिकती और न ही आम लोगों के घर उजड़ने की नौबत आती।"

प्रमुख जानकारी (Summarized Table)

विवरण जानकारी

संबंधित संस्थान रिम्स (RIMS), रांची

भूमि का विवरण 9.65 एकड़ (मोरहाबादी और कोकर मौजा)

अधिग्रहण वर्ष 1964-65

माननीय न्यायाधीश चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस सुजीत नारायण

जांच एजेंसी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB)

अगली सुनवाई 6 जनवरी, 2026

प्रभावित खरीदारों के लिए क्या है खास?

उनका आर्थिक नुकसान सुरक्षित करने के लिए मुआवजा सुनिश्चित किया गया है।

न्याय के लिए दोषी बिल्डरों और अफसरों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है।

यह आदेश अन्य सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले भू-माफियाओं के लिए एक बड़ी चेतावनी है।

स्तन कैंसर पर चौंकाने वाला खुलासा: युवा महिलाएं ज्यादा जोखिम में, बुजुर्गों में दिखी समय पर समझदारी
लखनऊ। स्तन कैंसर को लेकर उम्र के साथ लापरवाही नहीं बल्कि समझदारी बढ़ती दिख रही है। राजधानी लखनऊ स्थित संजय गांधी पीजीआई के इंडोक्राइन एंड ब्रेस्ट सर्जरी विभाग द्वारा किए गए एक अहम अध्ययन में सामने आया है कि 70 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं, कम उम्र की महिलाओं की तुलना में बीमारी के शुरुआती चरण में ही इलाज के लिए अस्पताल पहुंच जाती हैं। इसके उलट 40 वर्ष से कम उम्र की बड़ी संख्या में महिलाएं देर से चिकित्सकीय मदद लेती हैं, जिससे उनकी जान को ज्यादा खतरा रहता है।

स्तन कैंसर पीड़ित 737 महिलाओं पर आधारित

यह अध्ययन वर्ष 2017 से 2021 के बीच पीजीआई में इलाज के लिए पहुंची स्तन कैंसर पीड़ित 737 महिलाओं पर आधारित है। इन महिलाओं की औसत आयु करीब 50 वर्ष थी। शोधकर्ताओं ने मरीजों को उम्र के आधार पर तीन वर्गों में बांटा—40 वर्ष से कम, 41 से 69 वर्ष और 70 वर्ष से अधिक। इसके बाद यह विश्लेषण किया गया कि महिलाएं बीमारी के किस चरण में अस्पताल पहुंचीं, इलाज के बाद उनका सर्वाइवल कितना रहा और कैंसर से मृत्यु दर क्या रही।

मृत्यु दर के आंकड़ों ने भी चौंकाया

अध्ययन के अनुसार, 70 वर्ष से अधिक आयु की 70.7 प्रतिशत महिलाएं स्तन कैंसर के शुरुआती चरण में ही इलाज के लिए अस्पताल पहुंच गईं। वहीं 41 से 69 वर्ष के आयु वर्ग में यह आंकड़ा 54.5 प्रतिशत रहा। सबसे चिंताजनक स्थिति 40 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं की रही, जहां केवल 51.4 प्रतिशत मरीज ही शुरुआती अवस्था में अस्पताल पहुंच सकीं।मृत्यु दर के आंकड़ों ने भी चौंकाया। सबसे अधिक मौतें 40 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में दर्ज की गईं, जहां मृत्यु दर 12.9 प्रतिशत रही। 41 से 69 वर्ष के समूह में यह आंकड़ा 9.9 प्रतिशत और 70 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में 9.7 प्रतिशत दर्ज किया गया। हालांकि 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में औसतन जीवित रहने की अवधि कुछ कम रही, लेकिन समय पर इलाज के चलते मृत्यु दर अपेक्षाकृत कम पाई गई।

शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना सबसे बड़ी भूल साबित होती

अध्ययन से जुड़े डॉक्टरों—डॉ. रिनेले मैसकरहेनेस, डॉ. एम. मायीलवेगनन, डॉ. ज्ञान चंद, डॉ. अंजलि मिश्रा और डॉ. गौरव अग्रवाल—का कहना है कि स्तन कैंसर की समय रहते पहचान और इलाज से मरीज के पूरी तरह स्वस्थ होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। डॉ. ज्ञान चंद के अनुसार, शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना सबसे बड़ी भूल साबित होती है, खासकर युवा महिलाओं में।डॉक्टरों ने बताया कि स्तन में गांठ महसूस होना, त्वचा का सख्त या मोटा होना, निप्पल का अंदर की ओर धंसना, स्तन के रंग या आकार में बदलाव, त्वचा पर पपड़ी या छिलन जैसे लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। समय रहते जांच कराना जान बचा सकता है।

कम उम्र में मासिक धर्म शुरू होना

विशेषज्ञों के मुताबिक, स्तन कैंसर के पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं, जिनमें आनुवंशिक जोखिम, हार्मोनल बदलाव, कम उम्र में मासिक धर्म शुरू होना, देर से रजोनिवृत्ति, अधिक उम्र में पहला बच्चा होना, मोटापा, असंतुलित जीवनशैली और बढ़ता प्रदूषण प्रमुख हैं। डॉक्टरों ने महिलाओं से अपील की है कि वे जागरूक रहें, नियमित जांच कराएं और किसी भी लक्षण पर तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।
देवघर- के क्रीड़ा भारती द्वारा b.ed कॉलेज ग्राउंड में तीन दिवसीय खेल का समापन।
देवघर: क्रीड़ा भारती द्वारा बीएड कॉलेज ग्राउंड में आयोजित तीन दिवसीय 'खेल कबड्डी खेल' का समापन हुआ। इस खेल में 102 टीम ने भाग लिया। क्रीड़ा भारती के इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य 2036 में होने वाले ओलंपिक में कबड्डी को शामिल करना और ऑल इंडिया की टीम का खोज करना भी है। इस मौके पर क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष डॉ कुमार गौरव ने बताया कि क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित यह खेल पुरे भारत में पर्व की तरह मनाया जा रहा है। इसी के तहत पुरे भारत के 566 जिलों में इसका आयोजन किया गया है, जिसका लक्ष्य है कि हर जिले में कम से कम 100 टीम पार्टिसिपेट करें। उन्होंने आगे कहा कि देवघर पहला जिला है जिसने इस लक्ष्य को पुरा किया है। मुख्य अतिथि डॉ एन डी मिश्रा ने कहा कि क्रीड़ा भारती का उद्देश्य रहा है ' खेल के माध्यम से चरित्र निर्माण और चरित्र के माध्यम से राष्ट्र निर्माण'। इसी लक्ष्य को लेकर क्रीड़ा भारती द्वारा खेल कबड्डी खेल का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य कबड्डी को 2036 के ओलंपिक को शामिल कराना है। आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ जे सी राज ने कहा कि क्रीड़ा भारती भारतीय खेल को बढ़ावा देने वाला संगठन है। इसलिए कबड्डी, जो न ही राष्ट्रीय खेल है और न ही ओलंपिक में शामिल है को ओलंपिक में शामिल करने हेतु 'खेल कबड्डी खेल' का आयोजन किया जा रहा है। सभी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र दिया गया। खेल के दौरान डॉ एन डी मिश्रा(मुख्य अतिथि), डॉ जे सी राज(आयोजन समिति के अध्यक्ष), कुमार गौरव(क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष), प्रेम कुमार, विनीता मिश्रा, डॉ गौरी शंकर, डॉ अनिल बरनबाल, डॉ एन सत्यम, डॉ राजीव रंजन, डॉ पूजा राय, डॉ. अनुराधा सहित सैकड़ों खिलाड़ी उपस्थित थे।
इंसानियत को शर्मसार करने वाले अभियुक्त को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद किया गिरफ्तार

रमेश दूबे

संतकबीरनगर । वादी द्वारा अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर के विरुद्ध वादी की 07 वर्षीय नाबालिग पुत्री को बहलाफुसलाकर उसके साथ दुष्कर्म करने के सम्बन्ध में सूचना दिया गया था । उक्त सूचना के आधार पर थाना धनघटा पर मु0अ0स0 657/2025 धारा 137(2) 65(2) बीएनएस व 5m/6 पाक्सो एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया था । आज दिनाँक 22.10.2025 को उक्त घटना से सम्बन्धित अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर को ग्राम सीयरकला के पास बाग में पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया । मुठभेड़ के दौरान अभियुक्त के दाहिने पैर में घुटने से नीचे गोली लगी । अभियुक्त के पास से 01 अदद अवैध तमंचा .12 बोर, 01 अदद मिस फायर कारतूस .12 बोर व 01 अदद खाली खोखा .12 बोर बरामद हुआ है ।

पुलिस अधीक्षक जनपद संतकबीरनगर श्री संदीप कुमार मीना के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक संतकबीरनगर श्री सुशील कुमार सिंह के मार्गदर्शन व क्षेत्राधिकारी धनघटा श्री अभयनाथ मिश्रा के पर्यवेक्षण में जनपद संतकबीरनगर मे अपराध एवं अपराधियो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में प्रभारी निरीक्षक थाना  धनघटा श्री जयप्रकाश दूबे तथा एसओजी प्रभारी निरीक्षक श्री अजय सिंह द्वारा संयुक्त रुप कार्यवाही करते हुए आज दिनाँक 22.12.2025 को दुष्कर्म की घटना से सम्बन्धित अभियुक्त को ग्राम सीयरकला के पास बाग में पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया ।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम व पताः-
सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर ।

बरामदगी का विवरणः-
01- एक अदद अवैध तमंचा .12 बोर
02- एक अदद मिसफायर कारतूस .12 बोर
03- एक अदद खाली खोखा .12 बोर

घटना का विवरणः-
आज दिनांक 22.12.2025 को समय 03.35 बजे अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर के ग्राम सियर कला बाग में  छिपने की सूचना मिली थी । पुलिस पार्टी द्वारा उक्त स्थान पर पहुचकर अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे उपरोक्त को पकड़ने का प्रयास किया गया, तो अभियुक्त द्वारा अपने को गिरफ्तारी से बचाने के लिए पुलिस पार्टी को गाली देते हुए, जान से मारने की धमकी देते हुए अबैध असलहे से फायर करने की बात कही गयी तब पुलिस पार्टी द्वारा चेतावनी देते हुए आत्म समर्पण हेतु कहा गया परन्तु अभियुक्त द्वारा आत्मसमपर्ण न करते हुए पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नीयत से फायर कर दिया गया । पुलिस पार्टी द्वारा सतर्कता से अपना बचाव किया गया तथा आत्मसुरक्षार्थ पुलिस पार्टी द्वारा फायर किया गया । जिसमें एक गोली अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र के दाहिन पैर के घुटने के नीचे लग गयी । पुलिस पार्टी द्वारा सावधानीपूर्वक अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया गया । जामा तलाशी से अभियुक्त के पास से एक अदद नाजायज तमंचा .12 बोर जिसमें चैम्बर में एक मिस कारतूस पडा हुआ बरामद हुआ तथा बगल में एक खोखा कारतूस .12 बोर पडा मिला । अभियुक्त को तत्काल पुलिस फोर्स द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मलौली पहुँचाया गया । जहाँ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा प्राथमिक इलाज के बाद संयुक्त जिला चिकित्सालय संतकबीरनगर रेफर किया गया है । जहाँ पर अभियुक्त उपरोक्त का इलाज चल रहा है व अन्य विधिक कार्यवाही प्रचलित है ।

गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर थाना धनघटा पर मु0अ0सं0 658/2025 धारा 109(1), 352, 351(3) बीएनएस व 3/ 25/27 शस्त्र अधिनियम पंजीकृत किया गया

गिरफ्तार करने वाले अधिकारी / कर्मचारीगणः-

1. प्रभारी निरीक्षक थाना धनघटा श्री जयप्रकाश दूबे, नि0अ0 श्री रामेश्वर यादव, उ0नि0 श्री विनोद कुमार यादव, का0 रजनीश यादव, का0 महेन्द्र निषाद, का0 जितेन्द्र यादव, का0 मुकेश थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर ।

2. एसओजी प्रभारी निरीक्षक श्री अजय सिंह, हे0का0 अनुप कुमार राय, का0 दीपक सिंह, का0 अभिषेक सिंह, का0 सर्वेश मिश्रा, का0 वीर बहादुर यादव, का0 विवेक मिश्रा, का0 अरुण हलवाई एसओजी संतकबीरनगर ।
फर्जी डिग्री–मार्कशीट बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़,तीन गिरफ्तार
लखनऊ। राजधानी में पुलिस उपायुक्त पूर्वी की क्राइम, सर्विलांस और गोमतीनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़े और सनसनीखेज फर्जी शैक्षिक दस्तावेज रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने फर्जी मार्कशीट और डिग्री बनाकर भोले-भाले छात्रों से लाखों रुपये ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 923 फर्जी मार्कशीट व प्रमाणपत्र, 15 फर्जी मुहरें, 65 मार्कशीट प्रिंटिंग पेपर, एक कार, 6 लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, चेकबुक और करीब 2 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं।

लंबे समय से चला रहे थे फर्जी डिग्री-मार्कशीट बनाने का रैकेट

डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि पूर्वी जोन की क्राइम व सर्विलांस टीम तथा गोमतीनगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर ब्रजेश तिवारी की संयुक्त टीम ने रविवार को कार्रवाई करते हुए अयोध्या जिले के थाना पूरा कलंदर क्षेत्र के पलिया निवासी सत्येन्द्र द्विवेदी, उन्नाव के घाटमपुर निवासी अखिलेश कुमार और लखीमपुर-खीरी के ईशानगर निवासी सौरभ शर्मा को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी बेहद शातिर हैं और लंबे समय से अंतरराज्यीय स्तर पर फर्जी डिग्री–मार्कशीट का रैकेट चला रहे थे।

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों के नामी-गिरामी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के नाम पर फर्जी डिग्री और मार्कशीट तैयार करते थे। गिरोह भोले-भाले छात्रों को बिना पढ़ाई और मेहनत के डिग्री दिलाने का लालच देता था और इंजीनियरिंग, बीटेक, बीसीए, एमसीए, एमएससी, बीए समेत अन्य कोर्स की फर्जी डिग्री उपलब्ध कराता था। इसके लिए वे स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सहित कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों के नाम का दुरुपयोग करते थे।

इस गिरोह के जरिए सैकड़ों छात्र ठगी का शिकार हो चुके

डीसीपी पूर्वी के मुताबिक, आरोपी एक फर्जी मार्कशीट या डिग्री के बदले छात्रों से 25 हजार रुपये से लेकर 4 लाख रुपये तक की रकम वसूलते थे। कई छात्र तब ठगी का शिकार होने का एहसास करते थे, जब वे निजी कंपनियों या सरकारी विभागों में नौकरी के लिए आवेदन करते थे और दस्तावेज सत्यापन के दौरान उनकी डिग्री फर्जी पाई जाती थी। पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह के जरिए सैकड़ों छात्र ठगी का शिकार हो चुके हैं।

दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही

फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस रैकेट में और कितने लोग शामिल हैं और फर्जी डिग्री तैयार करने का नेटवर्क किन-किन राज्यों तक फैला हुआ है। बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है, जिससे कई और नाम सामने आने की उम्मीद है।इस बड़ी सफलता पर डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने पुलिस टीम को शाबाशी दी।

इस कार्रवाई से फर्जी डिग्री कारोबारियों में हड़कंप

इस कार्रवाई में इंस्पेक्टर गोमतीनगर ब्रजेश तिवारी, उपनिरीक्षक प्रेम कुमार, मोहम्मद जसीम रज़ा, कमलेश कुमार यादव, अरविंद कुमार, हेड कांस्टेबल बब्बन यादव, कांस्टेबल अंकुर चौधरी, आकाश यादव सहित पूर्वी जोन की क्राइम सर्विलांस टीम के उपनिरीक्षक अमरनाथ चौरसिया, हेड कांस्टेबल संदीप पाण्डेय, अमित सिंह, कांस्टेबल तरनजीत सिंह, शिवानंद खरवार, अजय यादव और प्रदीप कुमार शामिल रहे। पुलिस की इस कार्रवाई से फर्जी डिग्री कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।
कड़ाके की ठंड से कांपा पूरा उत्तर भारत में, घने कोहरे ने सड़क से लेकर रेल यातायात को किया बाधित

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उत्तर भारतीय राज्यों में कड़ाके की ठंड और शीतलहर का दौर जारी है। घना से बहुत घने कोहरे की वजह से सामान्‍य जनजीवन अस्‍तव्‍यस्‍त हो गया है। दिल्ली और उत्तर भारत में घने कोहरे ने लगातार सातवें दिन भी जनजीवन और यातायात को प्रभावित किया है।

अगले 48 घंटे राहत के आसार नहीं

जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है। वहीं उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा जैसे मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 से 48 घंटों तक देश के बड़े हिस्से में बर्फबारी, बारिश और कोहरे का पूर्वानुमान जताया है। आईएमडी की भविष्यवाणी के मुताबिक, अगले 48 घंटों में कड़ाके की ठंड से राहत की उम्मीद कम है।

पश्चिमी विक्षोभ ने बढ़ाई परेशानी

कोहरे का कारण एक पश्चिमी विक्षोभ है, जिसके चलते जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और बारिश हुई। गुलमर्ग, सोनमर्ग और साधना टॉप जैसे इलाकों में ताजा बर्फ जमी है। मौसम विभाग का कहना है कि यह पश्चिमी विक्षोभ मंगलवार 23 दिसंबर तक कमजोर पड़ जाएगा।

'चिल्लई-कलां' की शुरुआत

जम्मू-कश्मीर में ताजा बर्फबारी के साथ ही 40 दिनों तक चलने वाली 'चिल्लई-कलां' की शुरुआत हो गई है। गुलमर्ग में करीब दो इंच बर्फ गिरी है और यह घाटी का एकमात्र ऐसा मौसम केंद्र रहा जहां तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया, जो माइनस 1.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। सोनमर्ग में सुबह से दोपहर तक लगातार बर्फबारी होती रही। हालांकि, श्रीनगर में रात का तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक, 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन की सबसे गर्म रात रही।

दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.3 डिग्री अधिक रहा। अधिकतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस रहा। हरियाणा में नारनौल और पंजाब में गुरदासपुर सबसे ठंडे स्थान रहे, जहां न्यूनतम तापमान क्रमशः 5.2 और 6.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री रहा।

ट्रेनों और उड़ानों पर असर

रविवार को भी कोहरे और धुंध के कारण ट्रेनों और उड़ानों में भारी बाधा आई। खासकर दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कोहरे की वजह से डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स के ऑपरेशन पर बुरा असर पड़ा है। दिल्ली एयरपोर्ट पर 100 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि 500 से अधिक उड़ानें देरी से चलीं।

देवघर- सांसद खेल महोत्सव का देवघर कॉलेज मैदान आगाज।
देवघर: सांसद खेल महोत्सव का देवघर कॉलेज मैदान में आयोजित हुआ, इसका भव्य उद्घाटन देवघर मैराथन से शुरू हुआ। मैराथन दौड़ की शुरुआत निशिकांत दुबे और सभी गणमान्य अतिथियों द्वारा झंडा दिखा कर किया गया। उद्घाटन समारोह में सांसद डॉ निशिकांत दुबे, भाजपा जिला अध्यक्ष सचिन रमानी, एम्स के डिप्टी डायरेक्टर, देवघर ओलिंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील खवाड़े समेत काफी लोग मौजूद रहे। लड़कों का मैराथन दौड़ 10किलो मीटर आयोजित किया गया,जिसमें प्रथम स्थान जानकी कुमार, द्वितीय स्थान दीपक कुमार यादव, तृतीय स्थान दीपक कुमार को प्राप्त हुआ। लड़कियों का मैराथन दौड़ 5किलोमीटर का आयोजित किया गया। जिसमें प्रथम स्थान मनाली सिंह ने प्राप्त किया। प्रथम स्थान पाने वाले प्रतिभागी को 25000नकद और द्वितीय स्थान को 15000नकद, तृतीय स्थान को 10000, और चतुर्थ और पांचवे स्थान को 5000 नकद पुरस्कार दिया गया। डॉ निशिकांत दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि आज खेल के तरफ युवाओं को प्रेरित करने हेतु प्रधानमंत्री का ये अमूल्य पहल है, क्योंकि खेल में जो युवा भाग लेते हैं उन्हें खेल में कोई भी समय बर्बाद करने वाली ख्याल दिमाग में नहीं आता। अगले साल से किसी भी खेल में भाग लेने वाले प्रतिभागी को सारी सुविधाएं सांसद खुद प्रदान करेंगे। अगले वर्ष 1-7नवंबर को सांसद खेल महोत्सव का आयोजन होगा। खेल और संगीत आज के युवा और समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा है, सांसद ने अपने संबोधन में ये सारी बात कहीं।
आजमगढ़: सीएचसी तहबरपुुुुर में खड़ी एम्बुलेंस में लगी आग,मची अफरातफरी
आजमगढ़। जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तहबरपुुुुर में पुरानी खड़ी एम्बुलेंस में आग लग गयी। आग लगने के फलस्वरूप एम्बुलेंस जलकर नष्ट हो गयी। जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तहबरपुुुुर में 102 की दो और 108 की एक पुरानी एम्बुलेंस खड़ी थी। एम्बुलेंस 2019 से प्रयोग में नहीं थी। रविवार को अचानक 11,40 मिनट पर जलने लगी। एम्बुलेंस जलती देख लोग हैरत में पड़ गये। आस पास भीड़ इकट्ठा हो गयी। लोगों ने अग्निशमन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलने पर फायर बिग्रेड ने पहुंचकर कर आग को बुझाया। लेकिन एम्बुलेंस जलकर नष्ट हो गयी। आग कैसे लगी स्पष्ट नहीं हो पाया। कयास लगाया जा रहा है कि आस पास कूड़ा है और कूड़े की वजह आग लग गयी होगी। इस संबंध में प्रभारी चिकित्साधिकारी डाक्टर सुशील अग्रहरी ने बताया कि एम्बुलेंस जलने की सूचना विभाग को दे दी गई है ।