झारखंड में निवेश और रोजगार बढ़ाने पर जोर, सीएम सोरेन से मिले चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि।


मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से आज कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में “फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज” के प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में औद्योगिक विकास, नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन तथा औद्योगिक इकाइयों से संबंधित विभिन्न विषयों पर मुख्यमंत्री के साथ विस्तृत चर्चा की।

प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को उद्योग जगत के समक्ष उत्पन्न हो रही व्यवहारिक चुनौतियों एवं उनके संभावित समाधानों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुनते हुए कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक विकास के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि उद्योग क्षेत्र राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, और “फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज” की भूमिका राज्य के आर्थिक सशक्तिकरण में अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों और सुझावों पर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी तथा संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश प्रदान किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में व्यवसाय के वातावरण को और अधिक सरल एवं अनुकूल बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है, ताकि निवेश और रोजगार के अवसरों का विस्तार हो सके।

इस अवसर पर “फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज” के अध्यक्ष श्री आदित्य मल्होत्रा, उपाध्यक्ष श्री राम बांगड़, महासचिव श्री रोहित अग्रवाल, सह सचिव श्री नवजोत अलंग, सह सचिव श्री रोहित पोद्दार, कोषाध्यक्ष श्री अनिल अग्रवाल तथा कार्यकारिणी सदस्य श्री मुकेश अग्रवाल, श्री मनीष श्राफ एवं डॉ. अभिषेक रामाधीन उपस्थित थे।

आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का त्वरित गति से निस्तारण करें : डीएम
सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। जनता की शिकायतों एवं समस्याओं को पूर्ण गुणवत्ता के साथ निस्तारित करने के उद्देश्य से जनपद की सभी सात तहसीलों में शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया। तहसील लहरपुर जिलाधिकारी डा0 राजागणपति आर0 की अध्यक्षता में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। शिकायतकर्ताओं की शिकायतों को एक-एक करके सुना गया एवं जनता की शिकायतों एवं समस्याओं को समयान्तर्गत गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश के साथ संबंधित अधिकारियों को अन्तरित किया। सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी ने सभी विभागाध्यक्षों और अधिकारियों को निर्देश दिये कि लाभार्थीपरक योजनाओं से संबंधित प्रकरणों का तेजी से निस्तारण किया जाये, जिससे पात्रों को समय से लाभान्वित किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का त्वरित गति से निस्तारण हो। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता द्वारा जो शिकायत की गई हैं उसका निस्तारण संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंचकर गुणवत्ता पूर्ण करें। सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान उपजिलाधिकारी लहरपुर आकांक्षा गौतम सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। तहसील लहरपुर में सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर कुल 127 शिकायतों में से 04 का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। इसी प्रकार से जनपद की अन्य तहसीलों में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में तहसील बिसवां में प्राप्त 54 प्रार्थना पत्रों में से 09, तहसील मिश्रिख में प्राप्त 48 प्रार्थना पत्रों में से 05, तहसील सदर में प्राप्त 24 प्रार्थना पत्रों में से 06, तहसील महमूदाबाद में प्राप्त 48 प्रार्थना पत्रों में से 05, तहसील महोली में प्राप्त 26 प्रार्थना पत्रों में से 02, तहसील सिधौली में प्राप्त 26 प्रार्थना-पत्रों में से 05 शिकायतों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। शेष बची हुयी शिकायतों को पृष्ठांकित कर एक सप्ताह के अन्दर संबंधित अधिकारी को निस्तारित करने के निर्देश दिये गये।
भारत के शौर्य प्रतीको में शामिल होगी तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी की वीर गाथा

*राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल, लखनऊ में लिखा गया रानी ईश्वरी देवी का इतिहास,*

*25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे प्रेरणा स्थल का उद्घाटन,*

*मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर रानी ईश्वरी देवी पर शुरू कराएगा शोध कार्यक्रम,*

*बलरामपुर* । 1857 के स्वाधीनता संग्राम की गुमनाम वीरांगना तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी को नई पहचान मिलेगी। भारत के शौर्य प्रति में तुलसीपुर की महारानी ईश्वरी देवी की गाथा राष्ट्रीय प्रेरणास्थल लखनऊ में लगाई गई है जिसका उद्घाटन 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। तुलसीपुर की रानी लक्ष्मीबाई के रूप में विख्यात रानी ईश्वरी देवी को नई पहचान मिलने से क्षेत्र के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। *कौन है रानी ईश्वरी देवी* तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी ने प्रथम स्वाधीनता संग्राम 1857 की क्रांति में प्रमुखता से भाग लिया और अंग्रेजी हुकूमत को कड़ी चुनौती पेश की थी। इतिहासकारों का मानना है की तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी (रानी राजेश्वरी देवी) अवध मुक्ति संग्राम की एक गुमनाम वीरांगना बनकर रह गई जबकि उनका जीवन और संघर्ष अन्य क्रांतिकारियों के समान साहसपूर्ण रहा है। तुलसीपुर उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से 30 किलोमीटर दूर स्थित है। तत्कालीन तुलसीपुर रियासत भारत और नेपाल क्षेत्र में फैला हुआ था। और इसका क्षेत्र नेपाल के दांग (देवघर) जिले तक विस्तृत था। उस समय दांग (देवघर) भारतीय क्षेत्र का भू-भाग था। 1857 की क्रांति में अनुचित लगान वसूली को लेकर तुलसीपुर राज की जनता रानी के साथ विद्रोह पर उतर आई। विद्रोह होते ही अंग्रेजों ने रानी ईश्वरी देवी के पति राजा दृगनारायण सिंह को पकड़ लिया और उन्हें लखनऊ स्थित बेली गारद में कैद कर दिया। स्वाधीनता की क्रांति भड़कने पर राजा दृग नारायण सिंह की हत्या कर दी गई। राजा की मौत की खबर मिलते ही तुलसीपुर राज्य में अंग्रेजों के खिलाफ विरोध के स्वर तेज होने लगे इसके बाद रानी ईश्वरी देवी ने क्रांतिकारियों का साथ दिया और अंग्रेजी शासन का खुला विरोध शुरू कर दिया। बगावती तेवर अपना चुकी रानी ईश्वरी देवी ने अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और अपने ढाई वर्ष के मासूम बच्चे को पीठ पर बांधकर खूब लड़ी। धीरे-धीरे लड़ाई में रानी की सेना कम होती गई। अंग्रेजों की पकड़ से दूर रहने के लिए रानी अन्य क्रांतिकारियों के साथ सोनार पर्वत के दर्रे से होते हुए दांग नेपाल चली गई। 1857 की क्रांति भड़कने और अंग्रेजों के अत्याचार से बचने के लिए कई क्रांतिकारियों को रानी ईश्वरी देवी ने शरण दी। बेगम हजरत महल,राजा देवी बख्श सिंह,नाना साहब व बाला राव भी ईश्वरी देवी के साथ मिल गए थे। रानी ने कभी अंग्रेजों से याचना नहीं की। महलों में रहने वाली रानी ईश्वरी देवी जंगलों में रहने लगी थी। झांसी की रानी और महाराणा प्रताप जैसे योद्धाओं की तरह रानी ईश्वरी देवी भी जमीन पर सोई और जंगल को अपना घर बनाया। रानी ने कभी अंग्रेजों के सामने घुटने नहीं टेके। रानी के नेपाल चले जाने के बाद अंग्रेजों ने तुलसीपुर के महल को ध्वस्त कर दिया। तुलसीपुर राज परिवार से जुड़ी स्मृतियां तो अब नहीं बची है लेकिन शिव मंदिर व जोडग्गा पोखरा आज भी रानी ईश्वरी देवी के वीरता और साहस की कहानी कह रहे हैं। जंगल में छिपकर अपने राज को बचाने के लिए रानी ने घोड़े पर सवार होकर और अपने बच्चे को पीठ पर बांधकर अंग्रेजों से इस तरह लड़ी जैसे झांसी की रानी लक्ष्मीबाई लड़ी थी। इसीलिए रानी ईश्वरी देवी को तुलसीपुर की झांसी की रानी के रूप में भी जानते हैं। *माँ पाटेश्वरी विश्वविद्यालय,बलरामपुर के कुलपति प्रो.रविशंकर सिंह ने रानी ईश्वरी देवी के गौरवशाली इतिहास को राष्ट्र के प्रतीक के रूप में शामिल किए जाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह तुलसीपुर ही नहीं बल्कि संपूर्ण देवी पाटन मंडल के लिए गौरव का पल है। मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय स्वाधीनता संग्राम की इस महान वीरांगना की वीर गाथा और साहस को इतिहास के रूप में संजोने के लिए कटिबद्ध है और इस विषय पर विश्वविद्यालय शोध कार्यक्रम भी प्रारंभ करेगा। कुलपति ने यह भी कहा कि रानी ईश्वरी देवी की वीरता और शौर्य को प्रदर्शित करने के लिए तुलसीपुर में उनकी प्रतिमा लगाया जाना समीचीन होगा।* बलरामपुर फर्स्ट के संयोजक और मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय की वित्त समिति के सदस्य सर्वेश सिंह ने रानी ईश्वरी देवी के वीरता और शौर्य को नए सिरे से पहचान मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की है और यह विश्वास व्यक्त किया है कि हमें अपनी गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए रानी ईश्वरी देवी की वीरता, साहस और शौर्य को वर्तमान पीढ़ी से परिचित कराना अति आवश्यक है। तुलसीपुर में रानी ईश्वरी देवी की प्रतिमा स्थापित कराने के लिए प्रबुद्ध नागरिक समाज को आगे आने का आह्वान भी किया।
सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज ने छात्रों के लिए औद्योगिक प्रशिक्षण के द्वार खोले
रमेश दूबे

भारत सरकार की स्किल इंडिया मिशन से प्रेरित होकर सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस् jbट्रीज ने राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए अपने सभी औद्योगिक संयंत्रों में तकनीकी एवं गैर-तकनीकी छात्रों के लिए व्यापक औद्योगिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया है। ग्रुप के चेयरमैन के मार्गदर्शन एवं वाइस चेयरमैन के नेतृत्व में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम सुपीरियर ग्रुप की विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में प्रारंभ किया गया है, जिनमें शामिल हैं— सुपीरियर ड्रिंक्स प्राइवेट लिमिटेड, नागपुर उदयपुर बेवरेज लिमिटेड, जबलपुर नर्मदा ड्रिंक्स प्राइवेट लिमिटेड, बिलासपुर सुपीरियर इंडस्ट्रीज लिमिटेड, बरेली सुपीरियर पॉलिमर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, कठुआ इस औद्योगिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत बी.टेक, एमबीए, बीए, बीएससी, बीकॉम, साथ ही आईटीआई एवं डिप्लोमा के छात्र-छात्राओं को उद्योग आधारित व्यावहारिक प्रशिक्षण, तकनीकी ज्ञान और कार्यस्थल अनुभव प्रदान किया जा रहा है, जिससे वे शैक्षणिक ज्ञान और उद्योग की वास्तविक आवश्यकताओं के बीच की दूरी को कम कर सकें। इस पहल से छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर एवं महाराष्ट्र के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं। यह कार्यक्रम संबंधित राज्यों के माननीय मुख्यमंत्रियों की कौशल विकास एवं रोजगार उन्मुख दृष्टि के अनुरूप संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य युवाओं को उद्योग-तैयार बनाना एवं रोजगार क्षमता को सशक्त करना है। सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज सदैव सरकार की कौशल विकास, रोजगार सृजन एवं युवा सशक्तिकरण की नीतियों का समर्थन करता आया है और यह औद्योगिक प्रशिक्षण कार्यक्रम उसी प्रतिबद्धता का एक सशक्त उदाहरण है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम संबंधित इकाइयों के प्लांट डायरेक्टर्स— श्री विकास मित्तल, श्री नवनीत गर्ग, श्री अनूप अग्रवाल, श्री मनीष अग्रवाल, श्री अमित मिश्रा एवं श्री राजपाल चोकर के प्रत्यक्ष मार्गदर्शन एवं पर्यवेक्षण में संचालित किया जा रहा है, जिससे प्रशिक्षण की गुणवत्ता, सुरक्षा एवं संरचित शिक्षण सुनिश्चित हो सके। इस अवसर पर डॉ. सुनील कुमार मिश्रा, सीएचआरओ एवं हेड – कॉर्पोरेट अफेयर्स, सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज ने कहा कि ग्रुप के चेयरमैन एवं वाइस चेयरमैन सदैव समाज एवं राष्ट्रहित से जुड़े कार्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहे हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करने वाले सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं महाविद्यालयों के प्राचार्यों के प्रति आभार व्यक्त किया।
बांग्लादेश में हिंदू युवक की मॉब लिंचिंग मामले में 7 अरेस्ट, चौतरफा आलोचना के बाद झुके मोहम्‍मद यूनुस*

#bangladeshmoblynchingsevenarrested

बांग्लादेश में हिंदू युवक की पीट-पीटकर हत्या के मामले में चौतरफा आलोचना के बाद मोहम्मद यूनुस की सरकार ने कार्रवाई की है। बांग्लादेश की रैपिड एक्शन बटालियन ने मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने यह जानकारी दी है। मोहम्मद यूनुस ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की सांप्रदायिक हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार के आधिकारिक हैंडल से की गई पोस्ट में कहा गया कि सनातन धर्म के अनुयायी युवक दीपू चंद्र दास (27) की पीट-पीटकर हत्या के आरोप में रैपिड ऐक्शन बटालियन (RAB) ने सात लोगों को संदिग्ध के तौर पर गिरफ्तार किया है। पोस्ट में बताया गया है कि RAB-14 ने अलग-अलग स्थानों पर अभियान चलाकर संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।

ये सात आरोपी गिरफ्तार

जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनके नाम हैं- 1- मोहम्मद लिमोन सरकार (19) 2- मोहम्मद तारेक हुसैन (19) 3- मोहम्मद माणिक मिया (20) 4- इरशाद अली (39) 5- निजुम उद्दीन (20) 6- अलोमगीर हुसैन (38) 7- मोहम्मद मिराज हुसैन एकॉन (46)

हिंदू युवा की मॉब लिंचिंग पर यूनुस सरकार ने की निंदा

इससे पहले मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने कल एक बयान में कहा था कि नए बांग्लादेश में ऐसी हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। मुख्य सलाहकार की मीडिया टीम की ओर से जारी बयान में कहा गया- हम हिंसा, धमकी, आगजनी और संपत्ति को नष्ट करने के सभी कृत्यों की कड़ी और स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं। बयान में कहा गया था कि इस नाजुक घड़ी में, हम प्रत्येक नागरिक से हिंसा, उकसावे और नफरत को अस्वीकार करके और उनका विरोध करके हादी का सम्मान करने का आह्वान करते हैं।

हादी की मौत के बाद फैली हिंसा के बीच वारदात

दीपू चंद दास की गुरुवार को ईशनिंदा के आरोप में पीटकर हत्या कर दी गई थी और उनके शव को आग लगा दी गई। यह देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की नवीनतम घटना है। यह लिंचिंग उस समय हुई जब देश में युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद तनाव और हिंसा फैल गई थी। हादी पिछले साल हुए छात्र-नेतृत्व वाले ‘जुलाई आंदोलन’ के प्रमुख नेताओं में से थे और ‘इंकलाब मंच’ के प्रवक्ता भी थे।

श्रम एवं सेवायोजन विभाग की दो वर्षीय कार्ययोजना पर मंथन

*6 लाख युवाओं को देश में और 50 हजार को विदेश में रोजगार का लक्ष्य* लखनऊ। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर की अध्यक्षता में विधान भवन स्थित सभाकक्ष में श्रम एवं सेवायोजन विभाग की आगामी दो वर्षों की भविष्योन्मुखी कार्ययोजना को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्यमंत्री मनोहर लाल (मन्नू कोरी) भी उपस्थित रहे। मंत्री श्री राजभर ने श्रमिक कल्याणकारी योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर देते हुए निर्देश दिए कि जनपद, तहसील, विकासखंड मुख्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिंग, बैनर व स्टैंडी के माध्यम से योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाई जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्ययोजना की स्पष्ट समय-सीमा निर्धारित की जाए, जिससे योजनाओं के प्रभावी परिणाम सामने आ सकें। मंत्री ने बताया कि सरकार का लक्ष्य वर्ष 2027 तक प्रदेश को बालश्रम मुक्त बनाना है, जिसके लिए सभी संबंधित विभागों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने लेबर अड्डों के विकास, वहां जल व छाया की व्यवस्था तथा सराय योजना को गति देने के निर्देश भी दिए। बैठक में सेवायोजन विभाग की कार्ययोजना के अंतर्गत बताया गया कि अगले दो वर्षों में लगभग 6 लाख अभ्यर्थियों को देश में तथा 50 हजार अभ्यर्थियों को विदेश में रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन के तहत प्रतिष्ठित कंपनियों का इम्पैनलमेंट, विदेशी भाषाओं का प्रशिक्षण, कैंपस प्लेसमेंट, डायरेक्ट हायरिंग और ऑनलाइन इंटरव्यू जैसी व्यवस्थाएं की जाएंगी। साथ ही प्रदेश में 12 नए ईएसआई औषधालय और 5 चिकित्सालय स्थापित किए जाएंगे। प्रयागराज, फतेहपुर, अलीगढ़, वाराणसी सहित कई जनपदों में औषधालय तथा मुरादाबाद, अयोध्या, गोरखपुर समेत अन्य जिलों में चिकित्सालयों की स्थापना की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। बैठक में प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन डॉ. एम.के. शन्मुगा सुन्दरम सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि श्रमिकों और युवाओं के हित में योजनाओं को और तेजी से लागू किया जाए।
एएनटीएफ की बड़ी कार्रवाई: आगरा में 1 करोड़ का 193 किलो गांजा बरामद, एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एएनटीएफ (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स) को बड़ी सफलता मिली है। एएनटीएफ थाना झांसी की सूचना पर ऑपरेशनल यूनिट आगरा ने थाना किरावली क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए 193 किलो 200 ग्राम अवैध मादक पदार्थ गांजा बरामद किया है, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 1 करोड़ रुपये बताई जा रही है।यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध, लखनऊ के मार्गदर्शन तथा पुलिस महानिरीक्षक एएनटीएफ उत्तर प्रदेश के निर्देशन में की गई। झाड़ियों में छिपाकर रखा गया था गांजा बरामदगी 20 दिसंबर 2025 को थाना किरावली, पश्चिमी कमिश्नरेट आगरा क्षेत्र अंतर्गत लेदर पार्क में बने गेट के नीचे, कच्चे रास्ते के बाईं ओर झाड़ियों से की गई। तस्करों द्वारा गांजे को पुलिस से बचाने के लिए सुनसान स्थान पर छिपाकर रखा गया था। एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज इस संबंध में थाना किरावली, जनपद आगरा पर मु0अ0सं0 354/2025, धारा 8/20/29 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि गांजा कहां से लाया गया था और इसकी सप्लाई किन-किन स्थानों पर होनी थी। बरामदगी करने वाली टीम इस पूरी कार्रवाई को एएनटीएफ ऑपरेशनल यूनिट आगरा की टीम ने अंजाम दिया, जिसमें शामिल रहे— उप निरीक्षक गौरव शर्मा हेड कांस्टेबल सुधीर कुमार हेड कांस्टेबल आशीष शुक्ला हेड कांस्टेबल अजीत सिंह हेड कांस्टेबल लखन लाल कांस्टेबल प्रेम नारायण पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ अभियान आगे भी इसी तरह सख्ती से जारी रहेगा।
आजमगढ़:- फूलपुर बतहसील दिवस में 41 मामलों में 6 का हुआ निस्तारण

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  फूलपुर तहसील सभागार में संपूर्ण तहसील समाधान दिवस का अयोजन शनिवार को उपजिलाधिकारी अशोक कुमार और सीओ किरन पाल सिंह के देखरेख में आयोजित किया गया । इस दौरान 41 मामले आये जिसमे 6 मामलों का तत्काल निस्तारण किया गया । विद्युत लोडिंग का निर्धारण और विलिंग ,माहुल नगर पंचायत में जलजमाव एवं रास्ते से पेड़ को हटाने का मामला प्रकाश में आया । एसडीएम अशोक कुमार ने फरियादियों की शिकायतें सुनी गई । खेतापट्टी गांव निवासी दिव्यांभु प्रताप सिंह ने विद्युत लोडिंग निर्धारण और विलिंग से सम्बंधित मामला तहसील दिवस में उठाया ,वही सभासद सोनू यादव ने माहुल नगर पंचायत के समसल्लीपुर के मुख्य सड़क पर नाबदान का गन्दा पानी बहने की तहसील दिवस में शिकायत किया है । अदमामऊ गांव निवासी ने बिनोद यादव ने आवागमन की सुविधा के लिए रास्ते मे पड़ रहे पेड़ को हटवाने के लिए शिकायत किया है । वही पवई ब्लाक के रामपुर खुर्द निवासी लाल जीत ने अपने परिवार के लोगो का परिवार रजिस्टर में नाम दर्ज न होने के कारण तहसील दिवस में शिकायत किया है । सम्पूर्ण तहसील समाधान दिवस में राजस्व से सम्बंधित 27,पुलिस से सम्बंधित 11 ,बन विभाग से सम्बंधित एक ,और विद्युत विभाग से सम्बंधित 1 मामले आये । कुल 41 मामलो में 6 मामलो का निस्तारण मौके पर तत्काल किया गया । एसडीएम अशोक कुमार ने शेष मामलों के निस्तारण के लिए टीम गठित किया गया ,और समयावधि के अंदर निष्पक्षता पूर्वक निस्तारण का आदेश दिया गया । इस अवसर पर माहुल अधिशासी अधिकारी अवधेश मिश्रा , नायब तहसीलदार राजाराम ,खण्ड विकास अधिकारी इशरत रोमिल , खण्ड शिक्षा अधिकारी फूलपुर राजीव कुमार यादव ,राजेन्द्र प्रसाद वर्मा , कुलदीप यादव ,चन्द्रकेश यादव ,तन्मय पाण्डेय ,कृष्ण कुमार यादव आदि लोग रहे ।
हजारीबाग में अवैध शराब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 6 भट्ठियां ध्वस्त, 250 लीटर चुलाई शराब जब्त

हजारीबाग उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह (IAS) के निर्देश पर जिले में अवैध शराब की बिक्री, निर्माण, संचय एवं परिवहन पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में सहायक आयुक्त उत्पाद, हजारीबाग के निर्देशन में बरही एवं बरकठा थाना क्षेत्र अंतर्गत करसो, गायपहाड़ी एवं बरसौत गांवों में अवैध महुआ चुलाई शराब के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया गया।

छापेमारी के दौरान कुल 6 अलग-अलग अवैध शराब भट्ठियों को चिन्हित कर ध्वस्त किया गया। मौके पर एवं आसपास छुपाकर रखे गए किण्वन योग्य जावा महुआ को विनष्ट करते हुए शराब बनाने में प्रयुक्त सामग्री तथा लगभग 250 लीटर अवैध चुलाई शराब को जब्त किया गया। इसके अलावा घटनास्थल से करीब 4000 किलोग्राम जावा महुआ को भी नष्ट किया गया।

इस कार्रवाई में संलिप्त अभियुक्तों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं के तहत फरार अभियोग दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही है।

छापेमारी दल में अवर निरीक्षक उत्पाद सुमितेश कुमार, सहायक अवर निरीक्षक सय्यद बसीरुद्दीन, उत्पाद आरक्षी अनूप कुमार सिंह एवं सशस्त्र गृह रक्षा वाहिनी के जवान शामिल थे।

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध शराब के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

हजारीबाग में अर्धनारीश्वर न्यूरोथैरेपी शिविर का उद्घाटन, विधायक प्रदीप प्रसाद ने बिना दवा उपचार को बताया उपयोगी

हजारीबाग विधानसभा क्षेत्र के सिंघानी, नूतन नगर में आरोग्य पीठ के अंतर्गत अर्धनारीश्वर चिकित्सा वैलनेस न्यूरोथैरेपी के दो दिवसीय उपचार सह प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन हजारीबाग विधायक श्री प्रदीप प्रसाद द्वारा किया गया। शिविर के उद्घाटन अवसर पर बिना दवा के उपचार पद्धतियों के माध्यम से विभिन्न प्रकार के दर्द एवं शारीरिक समस्याओं से राहत पाने के प्रभावी तरीकों की विस्तृत जानकारी दी गई।

शिविर में न्यूरोथैरेपी के वैज्ञानिक एवं व्यावहारिक पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए इसे जनस्वास्थ्य के लिए लाभकारी बताया गया। आयोजकों ने बताया कि यह चिकित्सा पद्धति शरीर की प्राकृतिक उपचार क्षमता को सक्रिय कर दर्द और रोगों में राहत प्रदान करती है।

इस अवसर पर विधायक श्री प्रदीप प्रसाद ने स्वयं भी न्यूरोथैरेपी उपचार कराया और अपने सकारात्मक अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि आज के समय में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियाँ आमजन के लिए उपयोगी सिद्ध हो रही हैं, विशेषकर जब उपचार बिना दवा के संभव हो।

विधायक प्रदीप प्रसाद ने इस सराहनीय पहल के लिए आयोजक डॉक्टर उज्जवल कुमार सिन्हा, सीनियर न्यूरोथैरेपिस्ट, आरोग्य पीठ हजारीबाग को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि ऐसे शिविर समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ लोगों को सुरक्षित और प्रभावी उपचार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

झारखंड में निवेश और रोजगार बढ़ाने पर जोर, सीएम सोरेन से मिले चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि।


मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से आज कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में “फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज” के प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में औद्योगिक विकास, नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन तथा औद्योगिक इकाइयों से संबंधित विभिन्न विषयों पर मुख्यमंत्री के साथ विस्तृत चर्चा की।

प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को उद्योग जगत के समक्ष उत्पन्न हो रही व्यवहारिक चुनौतियों एवं उनके संभावित समाधानों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुनते हुए कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक विकास के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि उद्योग क्षेत्र राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, और “फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज” की भूमिका राज्य के आर्थिक सशक्तिकरण में अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों और सुझावों पर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी तथा संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश प्रदान किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में व्यवसाय के वातावरण को और अधिक सरल एवं अनुकूल बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है, ताकि निवेश और रोजगार के अवसरों का विस्तार हो सके।

इस अवसर पर “फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज” के अध्यक्ष श्री आदित्य मल्होत्रा, उपाध्यक्ष श्री राम बांगड़, महासचिव श्री रोहित अग्रवाल, सह सचिव श्री नवजोत अलंग, सह सचिव श्री रोहित पोद्दार, कोषाध्यक्ष श्री अनिल अग्रवाल तथा कार्यकारिणी सदस्य श्री मुकेश अग्रवाल, श्री मनीष श्राफ एवं डॉ. अभिषेक रामाधीन उपस्थित थे।

आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का त्वरित गति से निस्तारण करें : डीएम
सीके सिंह(रूपम)

सीतापुर। जनता की शिकायतों एवं समस्याओं को पूर्ण गुणवत्ता के साथ निस्तारित करने के उद्देश्य से जनपद की सभी सात तहसीलों में शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया। तहसील लहरपुर जिलाधिकारी डा0 राजागणपति आर0 की अध्यक्षता में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। शिकायतकर्ताओं की शिकायतों को एक-एक करके सुना गया एवं जनता की शिकायतों एवं समस्याओं को समयान्तर्गत गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश के साथ संबंधित अधिकारियों को अन्तरित किया। सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी ने सभी विभागाध्यक्षों और अधिकारियों को निर्देश दिये कि लाभार्थीपरक योजनाओं से संबंधित प्रकरणों का तेजी से निस्तारण किया जाये, जिससे पात्रों को समय से लाभान्वित किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का त्वरित गति से निस्तारण हो। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता द्वारा जो शिकायत की गई हैं उसका निस्तारण संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंचकर गुणवत्ता पूर्ण करें। सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान उपजिलाधिकारी लहरपुर आकांक्षा गौतम सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। तहसील लहरपुर में सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर कुल 127 शिकायतों में से 04 का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। इसी प्रकार से जनपद की अन्य तहसीलों में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में तहसील बिसवां में प्राप्त 54 प्रार्थना पत्रों में से 09, तहसील मिश्रिख में प्राप्त 48 प्रार्थना पत्रों में से 05, तहसील सदर में प्राप्त 24 प्रार्थना पत्रों में से 06, तहसील महमूदाबाद में प्राप्त 48 प्रार्थना पत्रों में से 05, तहसील महोली में प्राप्त 26 प्रार्थना पत्रों में से 02, तहसील सिधौली में प्राप्त 26 प्रार्थना-पत्रों में से 05 शिकायतों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। शेष बची हुयी शिकायतों को पृष्ठांकित कर एक सप्ताह के अन्दर संबंधित अधिकारी को निस्तारित करने के निर्देश दिये गये।
भारत के शौर्य प्रतीको में शामिल होगी तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी की वीर गाथा

*राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल, लखनऊ में लिखा गया रानी ईश्वरी देवी का इतिहास,*

*25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे प्रेरणा स्थल का उद्घाटन,*

*मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर रानी ईश्वरी देवी पर शुरू कराएगा शोध कार्यक्रम,*

*बलरामपुर* । 1857 के स्वाधीनता संग्राम की गुमनाम वीरांगना तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी को नई पहचान मिलेगी। भारत के शौर्य प्रति में तुलसीपुर की महारानी ईश्वरी देवी की गाथा राष्ट्रीय प्रेरणास्थल लखनऊ में लगाई गई है जिसका उद्घाटन 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। तुलसीपुर की रानी लक्ष्मीबाई के रूप में विख्यात रानी ईश्वरी देवी को नई पहचान मिलने से क्षेत्र के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। *कौन है रानी ईश्वरी देवी* तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी ने प्रथम स्वाधीनता संग्राम 1857 की क्रांति में प्रमुखता से भाग लिया और अंग्रेजी हुकूमत को कड़ी चुनौती पेश की थी। इतिहासकारों का मानना है की तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी (रानी राजेश्वरी देवी) अवध मुक्ति संग्राम की एक गुमनाम वीरांगना बनकर रह गई जबकि उनका जीवन और संघर्ष अन्य क्रांतिकारियों के समान साहसपूर्ण रहा है। तुलसीपुर उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से 30 किलोमीटर दूर स्थित है। तत्कालीन तुलसीपुर रियासत भारत और नेपाल क्षेत्र में फैला हुआ था। और इसका क्षेत्र नेपाल के दांग (देवघर) जिले तक विस्तृत था। उस समय दांग (देवघर) भारतीय क्षेत्र का भू-भाग था। 1857 की क्रांति में अनुचित लगान वसूली को लेकर तुलसीपुर राज की जनता रानी के साथ विद्रोह पर उतर आई। विद्रोह होते ही अंग्रेजों ने रानी ईश्वरी देवी के पति राजा दृगनारायण सिंह को पकड़ लिया और उन्हें लखनऊ स्थित बेली गारद में कैद कर दिया। स्वाधीनता की क्रांति भड़कने पर राजा दृग नारायण सिंह की हत्या कर दी गई। राजा की मौत की खबर मिलते ही तुलसीपुर राज्य में अंग्रेजों के खिलाफ विरोध के स्वर तेज होने लगे इसके बाद रानी ईश्वरी देवी ने क्रांतिकारियों का साथ दिया और अंग्रेजी शासन का खुला विरोध शुरू कर दिया। बगावती तेवर अपना चुकी रानी ईश्वरी देवी ने अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और अपने ढाई वर्ष के मासूम बच्चे को पीठ पर बांधकर खूब लड़ी। धीरे-धीरे लड़ाई में रानी की सेना कम होती गई। अंग्रेजों की पकड़ से दूर रहने के लिए रानी अन्य क्रांतिकारियों के साथ सोनार पर्वत के दर्रे से होते हुए दांग नेपाल चली गई। 1857 की क्रांति भड़कने और अंग्रेजों के अत्याचार से बचने के लिए कई क्रांतिकारियों को रानी ईश्वरी देवी ने शरण दी। बेगम हजरत महल,राजा देवी बख्श सिंह,नाना साहब व बाला राव भी ईश्वरी देवी के साथ मिल गए थे। रानी ने कभी अंग्रेजों से याचना नहीं की। महलों में रहने वाली रानी ईश्वरी देवी जंगलों में रहने लगी थी। झांसी की रानी और महाराणा प्रताप जैसे योद्धाओं की तरह रानी ईश्वरी देवी भी जमीन पर सोई और जंगल को अपना घर बनाया। रानी ने कभी अंग्रेजों के सामने घुटने नहीं टेके। रानी के नेपाल चले जाने के बाद अंग्रेजों ने तुलसीपुर के महल को ध्वस्त कर दिया। तुलसीपुर राज परिवार से जुड़ी स्मृतियां तो अब नहीं बची है लेकिन शिव मंदिर व जोडग्गा पोखरा आज भी रानी ईश्वरी देवी के वीरता और साहस की कहानी कह रहे हैं। जंगल में छिपकर अपने राज को बचाने के लिए रानी ने घोड़े पर सवार होकर और अपने बच्चे को पीठ पर बांधकर अंग्रेजों से इस तरह लड़ी जैसे झांसी की रानी लक्ष्मीबाई लड़ी थी। इसीलिए रानी ईश्वरी देवी को तुलसीपुर की झांसी की रानी के रूप में भी जानते हैं। *माँ पाटेश्वरी विश्वविद्यालय,बलरामपुर के कुलपति प्रो.रविशंकर सिंह ने रानी ईश्वरी देवी के गौरवशाली इतिहास को राष्ट्र के प्रतीक के रूप में शामिल किए जाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह तुलसीपुर ही नहीं बल्कि संपूर्ण देवी पाटन मंडल के लिए गौरव का पल है। मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय स्वाधीनता संग्राम की इस महान वीरांगना की वीर गाथा और साहस को इतिहास के रूप में संजोने के लिए कटिबद्ध है और इस विषय पर विश्वविद्यालय शोध कार्यक्रम भी प्रारंभ करेगा। कुलपति ने यह भी कहा कि रानी ईश्वरी देवी की वीरता और शौर्य को प्रदर्शित करने के लिए तुलसीपुर में उनकी प्रतिमा लगाया जाना समीचीन होगा।* बलरामपुर फर्स्ट के संयोजक और मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय की वित्त समिति के सदस्य सर्वेश सिंह ने रानी ईश्वरी देवी के वीरता और शौर्य को नए सिरे से पहचान मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की है और यह विश्वास व्यक्त किया है कि हमें अपनी गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए रानी ईश्वरी देवी की वीरता, साहस और शौर्य को वर्तमान पीढ़ी से परिचित कराना अति आवश्यक है। तुलसीपुर में रानी ईश्वरी देवी की प्रतिमा स्थापित कराने के लिए प्रबुद्ध नागरिक समाज को आगे आने का आह्वान भी किया।
सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज ने छात्रों के लिए औद्योगिक प्रशिक्षण के द्वार खोले
रमेश दूबे

भारत सरकार की स्किल इंडिया मिशन से प्रेरित होकर सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस् jbट्रीज ने राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए अपने सभी औद्योगिक संयंत्रों में तकनीकी एवं गैर-तकनीकी छात्रों के लिए व्यापक औद्योगिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया है। ग्रुप के चेयरमैन के मार्गदर्शन एवं वाइस चेयरमैन के नेतृत्व में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम सुपीरियर ग्रुप की विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में प्रारंभ किया गया है, जिनमें शामिल हैं— सुपीरियर ड्रिंक्स प्राइवेट लिमिटेड, नागपुर उदयपुर बेवरेज लिमिटेड, जबलपुर नर्मदा ड्रिंक्स प्राइवेट लिमिटेड, बिलासपुर सुपीरियर इंडस्ट्रीज लिमिटेड, बरेली सुपीरियर पॉलिमर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, कठुआ इस औद्योगिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत बी.टेक, एमबीए, बीए, बीएससी, बीकॉम, साथ ही आईटीआई एवं डिप्लोमा के छात्र-छात्राओं को उद्योग आधारित व्यावहारिक प्रशिक्षण, तकनीकी ज्ञान और कार्यस्थल अनुभव प्रदान किया जा रहा है, जिससे वे शैक्षणिक ज्ञान और उद्योग की वास्तविक आवश्यकताओं के बीच की दूरी को कम कर सकें। इस पहल से छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर एवं महाराष्ट्र के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं। यह कार्यक्रम संबंधित राज्यों के माननीय मुख्यमंत्रियों की कौशल विकास एवं रोजगार उन्मुख दृष्टि के अनुरूप संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य युवाओं को उद्योग-तैयार बनाना एवं रोजगार क्षमता को सशक्त करना है। सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज सदैव सरकार की कौशल विकास, रोजगार सृजन एवं युवा सशक्तिकरण की नीतियों का समर्थन करता आया है और यह औद्योगिक प्रशिक्षण कार्यक्रम उसी प्रतिबद्धता का एक सशक्त उदाहरण है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम संबंधित इकाइयों के प्लांट डायरेक्टर्स— श्री विकास मित्तल, श्री नवनीत गर्ग, श्री अनूप अग्रवाल, श्री मनीष अग्रवाल, श्री अमित मिश्रा एवं श्री राजपाल चोकर के प्रत्यक्ष मार्गदर्शन एवं पर्यवेक्षण में संचालित किया जा रहा है, जिससे प्रशिक्षण की गुणवत्ता, सुरक्षा एवं संरचित शिक्षण सुनिश्चित हो सके। इस अवसर पर डॉ. सुनील कुमार मिश्रा, सीएचआरओ एवं हेड – कॉर्पोरेट अफेयर्स, सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज ने कहा कि ग्रुप के चेयरमैन एवं वाइस चेयरमैन सदैव समाज एवं राष्ट्रहित से जुड़े कार्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहे हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करने वाले सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं महाविद्यालयों के प्राचार्यों के प्रति आभार व्यक्त किया।
बांग्लादेश में हिंदू युवक की मॉब लिंचिंग मामले में 7 अरेस्ट, चौतरफा आलोचना के बाद झुके मोहम्‍मद यूनुस*

#bangladeshmoblynchingsevenarrested

बांग्लादेश में हिंदू युवक की पीट-पीटकर हत्या के मामले में चौतरफा आलोचना के बाद मोहम्मद यूनुस की सरकार ने कार्रवाई की है। बांग्लादेश की रैपिड एक्शन बटालियन ने मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने यह जानकारी दी है। मोहम्मद यूनुस ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की सांप्रदायिक हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार के आधिकारिक हैंडल से की गई पोस्ट में कहा गया कि सनातन धर्म के अनुयायी युवक दीपू चंद्र दास (27) की पीट-पीटकर हत्या के आरोप में रैपिड ऐक्शन बटालियन (RAB) ने सात लोगों को संदिग्ध के तौर पर गिरफ्तार किया है। पोस्ट में बताया गया है कि RAB-14 ने अलग-अलग स्थानों पर अभियान चलाकर संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।

ये सात आरोपी गिरफ्तार

जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनके नाम हैं- 1- मोहम्मद लिमोन सरकार (19) 2- मोहम्मद तारेक हुसैन (19) 3- मोहम्मद माणिक मिया (20) 4- इरशाद अली (39) 5- निजुम उद्दीन (20) 6- अलोमगीर हुसैन (38) 7- मोहम्मद मिराज हुसैन एकॉन (46)

हिंदू युवा की मॉब लिंचिंग पर यूनुस सरकार ने की निंदा

इससे पहले मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने कल एक बयान में कहा था कि नए बांग्लादेश में ऐसी हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। मुख्य सलाहकार की मीडिया टीम की ओर से जारी बयान में कहा गया- हम हिंसा, धमकी, आगजनी और संपत्ति को नष्ट करने के सभी कृत्यों की कड़ी और स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं। बयान में कहा गया था कि इस नाजुक घड़ी में, हम प्रत्येक नागरिक से हिंसा, उकसावे और नफरत को अस्वीकार करके और उनका विरोध करके हादी का सम्मान करने का आह्वान करते हैं।

हादी की मौत के बाद फैली हिंसा के बीच वारदात

दीपू चंद दास की गुरुवार को ईशनिंदा के आरोप में पीटकर हत्या कर दी गई थी और उनके शव को आग लगा दी गई। यह देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की नवीनतम घटना है। यह लिंचिंग उस समय हुई जब देश में युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद तनाव और हिंसा फैल गई थी। हादी पिछले साल हुए छात्र-नेतृत्व वाले ‘जुलाई आंदोलन’ के प्रमुख नेताओं में से थे और ‘इंकलाब मंच’ के प्रवक्ता भी थे।

श्रम एवं सेवायोजन विभाग की दो वर्षीय कार्ययोजना पर मंथन

*6 लाख युवाओं को देश में और 50 हजार को विदेश में रोजगार का लक्ष्य* लखनऊ। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर की अध्यक्षता में विधान भवन स्थित सभाकक्ष में श्रम एवं सेवायोजन विभाग की आगामी दो वर्षों की भविष्योन्मुखी कार्ययोजना को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्यमंत्री मनोहर लाल (मन्नू कोरी) भी उपस्थित रहे। मंत्री श्री राजभर ने श्रमिक कल्याणकारी योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर देते हुए निर्देश दिए कि जनपद, तहसील, विकासखंड मुख्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिंग, बैनर व स्टैंडी के माध्यम से योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाई जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्ययोजना की स्पष्ट समय-सीमा निर्धारित की जाए, जिससे योजनाओं के प्रभावी परिणाम सामने आ सकें। मंत्री ने बताया कि सरकार का लक्ष्य वर्ष 2027 तक प्रदेश को बालश्रम मुक्त बनाना है, जिसके लिए सभी संबंधित विभागों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने लेबर अड्डों के विकास, वहां जल व छाया की व्यवस्था तथा सराय योजना को गति देने के निर्देश भी दिए। बैठक में सेवायोजन विभाग की कार्ययोजना के अंतर्गत बताया गया कि अगले दो वर्षों में लगभग 6 लाख अभ्यर्थियों को देश में तथा 50 हजार अभ्यर्थियों को विदेश में रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन के तहत प्रतिष्ठित कंपनियों का इम्पैनलमेंट, विदेशी भाषाओं का प्रशिक्षण, कैंपस प्लेसमेंट, डायरेक्ट हायरिंग और ऑनलाइन इंटरव्यू जैसी व्यवस्थाएं की जाएंगी। साथ ही प्रदेश में 12 नए ईएसआई औषधालय और 5 चिकित्सालय स्थापित किए जाएंगे। प्रयागराज, फतेहपुर, अलीगढ़, वाराणसी सहित कई जनपदों में औषधालय तथा मुरादाबाद, अयोध्या, गोरखपुर समेत अन्य जिलों में चिकित्सालयों की स्थापना की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। बैठक में प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन डॉ. एम.के. शन्मुगा सुन्दरम सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि श्रमिकों और युवाओं के हित में योजनाओं को और तेजी से लागू किया जाए।
एएनटीएफ की बड़ी कार्रवाई: आगरा में 1 करोड़ का 193 किलो गांजा बरामद, एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एएनटीएफ (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स) को बड़ी सफलता मिली है। एएनटीएफ थाना झांसी की सूचना पर ऑपरेशनल यूनिट आगरा ने थाना किरावली क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए 193 किलो 200 ग्राम अवैध मादक पदार्थ गांजा बरामद किया है, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 1 करोड़ रुपये बताई जा रही है।यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध, लखनऊ के मार्गदर्शन तथा पुलिस महानिरीक्षक एएनटीएफ उत्तर प्रदेश के निर्देशन में की गई। झाड़ियों में छिपाकर रखा गया था गांजा बरामदगी 20 दिसंबर 2025 को थाना किरावली, पश्चिमी कमिश्नरेट आगरा क्षेत्र अंतर्गत लेदर पार्क में बने गेट के नीचे, कच्चे रास्ते के बाईं ओर झाड़ियों से की गई। तस्करों द्वारा गांजे को पुलिस से बचाने के लिए सुनसान स्थान पर छिपाकर रखा गया था। एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज इस संबंध में थाना किरावली, जनपद आगरा पर मु0अ0सं0 354/2025, धारा 8/20/29 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि गांजा कहां से लाया गया था और इसकी सप्लाई किन-किन स्थानों पर होनी थी। बरामदगी करने वाली टीम इस पूरी कार्रवाई को एएनटीएफ ऑपरेशनल यूनिट आगरा की टीम ने अंजाम दिया, जिसमें शामिल रहे— उप निरीक्षक गौरव शर्मा हेड कांस्टेबल सुधीर कुमार हेड कांस्टेबल आशीष शुक्ला हेड कांस्टेबल अजीत सिंह हेड कांस्टेबल लखन लाल कांस्टेबल प्रेम नारायण पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ अभियान आगे भी इसी तरह सख्ती से जारी रहेगा।
आजमगढ़:- फूलपुर बतहसील दिवस में 41 मामलों में 6 का हुआ निस्तारण

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  फूलपुर तहसील सभागार में संपूर्ण तहसील समाधान दिवस का अयोजन शनिवार को उपजिलाधिकारी अशोक कुमार और सीओ किरन पाल सिंह के देखरेख में आयोजित किया गया । इस दौरान 41 मामले आये जिसमे 6 मामलों का तत्काल निस्तारण किया गया । विद्युत लोडिंग का निर्धारण और विलिंग ,माहुल नगर पंचायत में जलजमाव एवं रास्ते से पेड़ को हटाने का मामला प्रकाश में आया । एसडीएम अशोक कुमार ने फरियादियों की शिकायतें सुनी गई । खेतापट्टी गांव निवासी दिव्यांभु प्रताप सिंह ने विद्युत लोडिंग निर्धारण और विलिंग से सम्बंधित मामला तहसील दिवस में उठाया ,वही सभासद सोनू यादव ने माहुल नगर पंचायत के समसल्लीपुर के मुख्य सड़क पर नाबदान का गन्दा पानी बहने की तहसील दिवस में शिकायत किया है । अदमामऊ गांव निवासी ने बिनोद यादव ने आवागमन की सुविधा के लिए रास्ते मे पड़ रहे पेड़ को हटवाने के लिए शिकायत किया है । वही पवई ब्लाक के रामपुर खुर्द निवासी लाल जीत ने अपने परिवार के लोगो का परिवार रजिस्टर में नाम दर्ज न होने के कारण तहसील दिवस में शिकायत किया है । सम्पूर्ण तहसील समाधान दिवस में राजस्व से सम्बंधित 27,पुलिस से सम्बंधित 11 ,बन विभाग से सम्बंधित एक ,और विद्युत विभाग से सम्बंधित 1 मामले आये । कुल 41 मामलो में 6 मामलो का निस्तारण मौके पर तत्काल किया गया । एसडीएम अशोक कुमार ने शेष मामलों के निस्तारण के लिए टीम गठित किया गया ,और समयावधि के अंदर निष्पक्षता पूर्वक निस्तारण का आदेश दिया गया । इस अवसर पर माहुल अधिशासी अधिकारी अवधेश मिश्रा , नायब तहसीलदार राजाराम ,खण्ड विकास अधिकारी इशरत रोमिल , खण्ड शिक्षा अधिकारी फूलपुर राजीव कुमार यादव ,राजेन्द्र प्रसाद वर्मा , कुलदीप यादव ,चन्द्रकेश यादव ,तन्मय पाण्डेय ,कृष्ण कुमार यादव आदि लोग रहे ।
हजारीबाग में अवैध शराब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 6 भट्ठियां ध्वस्त, 250 लीटर चुलाई शराब जब्त

हजारीबाग उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह (IAS) के निर्देश पर जिले में अवैध शराब की बिक्री, निर्माण, संचय एवं परिवहन पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में सहायक आयुक्त उत्पाद, हजारीबाग के निर्देशन में बरही एवं बरकठा थाना क्षेत्र अंतर्गत करसो, गायपहाड़ी एवं बरसौत गांवों में अवैध महुआ चुलाई शराब के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया गया।

छापेमारी के दौरान कुल 6 अलग-अलग अवैध शराब भट्ठियों को चिन्हित कर ध्वस्त किया गया। मौके पर एवं आसपास छुपाकर रखे गए किण्वन योग्य जावा महुआ को विनष्ट करते हुए शराब बनाने में प्रयुक्त सामग्री तथा लगभग 250 लीटर अवैध चुलाई शराब को जब्त किया गया। इसके अलावा घटनास्थल से करीब 4000 किलोग्राम जावा महुआ को भी नष्ट किया गया।

इस कार्रवाई में संलिप्त अभियुक्तों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं के तहत फरार अभियोग दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही है।

छापेमारी दल में अवर निरीक्षक उत्पाद सुमितेश कुमार, सहायक अवर निरीक्षक सय्यद बसीरुद्दीन, उत्पाद आरक्षी अनूप कुमार सिंह एवं सशस्त्र गृह रक्षा वाहिनी के जवान शामिल थे।

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध शराब के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

हजारीबाग में अर्धनारीश्वर न्यूरोथैरेपी शिविर का उद्घाटन, विधायक प्रदीप प्रसाद ने बिना दवा उपचार को बताया उपयोगी

हजारीबाग विधानसभा क्षेत्र के सिंघानी, नूतन नगर में आरोग्य पीठ के अंतर्गत अर्धनारीश्वर चिकित्सा वैलनेस न्यूरोथैरेपी के दो दिवसीय उपचार सह प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन हजारीबाग विधायक श्री प्रदीप प्रसाद द्वारा किया गया। शिविर के उद्घाटन अवसर पर बिना दवा के उपचार पद्धतियों के माध्यम से विभिन्न प्रकार के दर्द एवं शारीरिक समस्याओं से राहत पाने के प्रभावी तरीकों की विस्तृत जानकारी दी गई।

शिविर में न्यूरोथैरेपी के वैज्ञानिक एवं व्यावहारिक पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए इसे जनस्वास्थ्य के लिए लाभकारी बताया गया। आयोजकों ने बताया कि यह चिकित्सा पद्धति शरीर की प्राकृतिक उपचार क्षमता को सक्रिय कर दर्द और रोगों में राहत प्रदान करती है।

इस अवसर पर विधायक श्री प्रदीप प्रसाद ने स्वयं भी न्यूरोथैरेपी उपचार कराया और अपने सकारात्मक अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि आज के समय में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियाँ आमजन के लिए उपयोगी सिद्ध हो रही हैं, विशेषकर जब उपचार बिना दवा के संभव हो।

विधायक प्रदीप प्रसाद ने इस सराहनीय पहल के लिए आयोजक डॉक्टर उज्जवल कुमार सिन्हा, सीनियर न्यूरोथैरेपिस्ट, आरोग्य पीठ हजारीबाग को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि ऐसे शिविर समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ लोगों को सुरक्षित और प्रभावी उपचार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।