पर्यटकों को लखनऊ भ्रमण कराने के लिए 1090 चौराहे से इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस की जाएगी संचालित
*निर्माणाधीन परियोजनाओं को 31 दिसंबर, 2025 तक हर हाल में पूरा किया जाए*
*निर्माण कार्यों में वित्तीय अनुशासन, गुणवत्ता एवं पारदर्शिता का पालन जरूरी-जयवीर सिंह*
लखनऊ ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की निर्माणाधीन परियोजनाओं के अवशेष कार्यों को 31 दिसंबर, 2025 तथा फरवरी, 2026 तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए है। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2025-26 की कार्ययोजना पर शीघ्रता से कार्य करते हुए सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के लिए हिदायत दी है। इसके साथ ही विभिन्न विकास परिषदो के क्षेत्र में पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर बल दिया है। उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि निर्माण कार्यों में वित्तीय अनुशासन, समयबद्धता तथा गुणवत्ता अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए।
पर्यटन मंत्री आज गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन सभागार में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के कार्यकलापों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजधानी आने वाले पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं को लखनऊ के प्रमुख दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कराने के लिए 1090 चौराहे से इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस संचालित की जाएगी। इस बस में प्रशिक्षित गाइड की व्यवस्था होगी, जो ऐतिहासिक एवं प्राचीन धार्मिक स्थलों के इतिहास पृष्ठ भूमि मान्यताओं एवं विरासत के बारे में जानकारी देंगें। बस के रूट एवं किराया आदि के बारे में विचार-विमर्श करके निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस डबल डेकर बस का शुभारंभ भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को किया जाना प्रस्तावित है।
मंत्री जयवीर सिंह ने समीक्षा के दौरान यह भी निर्देश दिए कि जहां पर भी पर्यटन एवं संस्कृति की परियोजनाएं संचालित की जा रही है उस स्थल पर एक बोर्ड लगाया जाए, जिसमें परियोजना का नाम, अनुमानित लागत, पूर्ण होने की तिथि तथा अधिशासी अभियंता एवं सहायक अभियंता का मोबाइल नंबर अंकित हो। इसके साथ ही आम जनता परियोजना की पृष्ठभूमि, आस्था एवं ऐतिहासिक महत्व के बारे में जान सके।
जयवीर सिंह ने संस्कृति निदेशालय तथा उप्र संग्रहालय निदेशालय के निर्माण कार्यों की अद्यतन प्रगति गहन समीक्षा की। उन्होंने हरदोई, एटा, अलीगढ़, पीलीभीत, फिरोजाबाद, फिरोजाबाद, मैनपुरी, अमरोहा में निर्माणाधीन रामलीला चारदीवारीयों को 31 दिसंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही बड़े रामलीला मैदान में आंगतुकों के लिए टॉयलेट कॉपलेक्स बनाने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश की निर्माणाधीन रामलीला चारदीवारी में एकरूपता होनी चाहिए। इसके साथ ही दीवारों पर सनातन परंपरा की झलक दिखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यही स्टैंडर्ड पूरे प्रदेश के रामलीला स्थलों पर लागू होगा।
मंत्री जयवीर सिंह ने जनपद चित्रकूट स्थित रामलीला स्थल व रामायण मेला परिसर के शुद्धिकरण का कार्य विलंब से चलने पर अप्रशंता व्यक्त की। इसके अलावा अवध केसरी राणा बेनी माधव सिंह की स्मृति में निर्माणाधीन सभागार एवं पुस्ताकालय का निर्माण, बंदायू में ऑडिटोरियम, जनपद कन्नौज में रोमा समुदाय को समर्पित स्मारक एवं मुक्ताकाशी मंच का निर्माण, चित्रकूट में महर्षि बाल्मिकी सांस्कृतिक केन्द्र, लखनऊ में डॉ भीमराव अंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र के संग्रहालय के आंतरिक कार्य के निर्माण कार्य की गति तेज करने के निर्देश दिए ताकि इन महापुरूषों से जुड़े स्थलों का शीघ्र लोकार्पण किया जा सके। इसके अलावा उन्होंने उप्र संग्रहालय निदेशालय के निर्माणाधीन नवीन संग्रहालयों की अद्यतन प्रगति की समीक्षा की।
जयवीर सिंह ने विगत बैठकों में लिए गए निर्णयों के अनुपालन की अद्यतन स्थिति, अब तक स्वीकृत कार्ययोजनााओं के आगणन एवं प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति की स्थिति, अब तक शुरू न की गई परियोजनाओं की समीक्षा तथा भारत सरकार में लंबित प्रकरणों की गहन समीक्षा की। इस अवरसर पर प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात, महानिदेशक पर्यटन राजेश कुमार, द्वितीय पर्यटन विकास निगम के एमडी आशीष कुमार, विशेष सचिव संस्कृति संजय कुमार सिंह, पर्यटन सलाहाकार जेपी सिंह, अपर निदेशक संस्कृति डॉ सृष्टि धवन, निदेशक पुरातत्व श्रीमती रेनु द्विवेदी के अतिरिक्त मुख्यालय के संयुक्त निदेशक एवं उपनिदेशक उपस्थित थे।
8 sec ago
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