*Mirzapur: खदानों से उत्पन्न होने वाले पर्यावरणीय प्रभावों पर कोई अंकुश न होने से मानव जीवन पर बढ़ रहा बुरा प्रभाव, खदान मजदूर यूनियन ने जताई चि
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मीरजापुर। खदान मजदूर यूनियन की बैठक उर्मिला विश्वकर्मा की अध्यक्षता में हुई, जिसमें खदान मजदूों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा करते हुए अहरौरा क्षेत्र के ग्राम पंचायत महोली में प्रदूषण से फैल रहे बीमारियों पर लोगों को जागरूक किया गया। कहां गया कि खदानों से उत्पन्न होने वाले पर्यावरणीय प्रभावों पर कोई अंकुश न होने से मानव जीवन के साथ-साथ पेड़ पौधों, जीव-जंतुओं पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
मानक विहीन होते आए अंधाधुंध खनन और पर्यावरणीय अनदेखी का असर यह है कि इसका खामियाजा सभी को भुगतना पड़ रहा है, ख़ासकर आस-पास के रहवासियों का सर्वाधिक बुराहाल हो गया है। निरीक्षण के नाम पर संबंधित विभाग के अधिकारियों ने भी नोटों की गड्डियों से आंखों पर पर्दा डाल रखा है जिससे मजदूरों को और आस-पास के ग्रामीणों की आवाज़ दबकर रह जाती है। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि पूर्वांचल के मीरजापुर जिले के जमालपुर ब्लाक में अहरौरा विद्युत वितरण सब स्टेशन पर हो रहे मनमानी वसूली खदान मजदूर यूनियन के दलित समुदाय के साथियों का बिना डिस्कनेक्ट सूचना दिये कनेक्शन काटने और एक साथी सोना देवी के सात वर्ष पूर्व पीडी होने के बावजूद हर महीने बिजली बिल आने पर गहरी चिंता जताई गई। कहा कि बिजली विभाग की मनमानी चरम पर है, जिसपर कोई नियंत्रण न होने से गरीब, मध्यमवर्गीय उपभोक्ताओं का आर्थिक शोषण किया जा रहा है।
बैठक में उर्मिला, रामआसरे, रेखा, अरुण सिंह, विंध्यवासिनी, आरती, चंद्रकला, रीता कुमारी, शीला, शिव कुमारी, शकुंतला, मालती आदि शामिल रही हैं।











Oct 22 2025, 17:28
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