अयोध्या में भगवान रामलला को मिर्जापुर में निर्मित फूल के बर्तनों में लगाया जाएगा भोग
मिर्जापुर। जनपद के लिए यह गर्व का विषय है कि अयोध्या धाम में विराजमान भगवान श्रीरामलला को अब मिर्जापुर में निर्मित विशेष फूल धातु के बर्तनों में भोग अर्पित किया जाएगा। यह पहल श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री एवं विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय की इच्छा के अनुरूप की गई है।
उनकी इस मंशा को साकार करने की पहल विहिप के पूर्व प्रांत संगठन मंत्री मनोज श्रीवास्तव ने की। उन्होंने मिर्जापुर के मेटल उद्योग के प्रमुख व्यापारियों से संपर्क कर फूल धातु के बर्तन निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी। व्यापारियों ने इसे गर्व का अवसर मानते हुए तत्परता से कार्य पूर्ण किया।
रविवार को भगवान रामलला का स्मरण करते हुए विधिवत वेद मंत्रों के साथ लाल डिग्गी स्थित मनोज श्रीवास्तव के आवास पर पूजन अर्चन किया गया। आचार्य शशिकांत मालवीय, नितिन अवस्थी ने पूजन संपन्न कराया।
जिले में निर्मित फूल के बर्तनों में 24 थालियां, 72 कटोरियां, 24 गिलास, 24 प्लेटें तथा 24 चम्मच शामिल हैं। सभी बर्तनों का कुल वजन लगभग 77 किलोग्राम है। इनका निर्माण पारंपरिक तकनीक और शुद्ध फूल धातु मिश्रण से किया गया है, जिसमें आयुर्वेदिक दृष्टि से तांबा, जस्ता और टिन जैसे खनिज तत्व नियंत्रित अनुपात में सम्मिलित किए जाते हैं।
मनोज ने बताया कि आयुर्वेद के अनुसार फूल धातु में बना बर्तन शरीर में पाचन तंत्र को संतुलित करता है, त्वचा और यकृत (लीवर) को लाभ पहुंचाता है । इस पात्र में भोजन करने से ऊर्जा मिलती हैं। इस धातु में परोसा गया भोजन विषैले तत्वों को निष्क्रिय करने की क्षमता रखता है, जिससे प्रसाद अधिक पवित्र और आरोग्यवर्धक बनता है।
मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि सैकड़ों वर्षों से इस पात्र को बनाने में दक्ष कारीगरों की कुशलता और समर्पण से यह कार्य संभव हुआ है। यह हमारे जिले के लिए गर्व की बात है कि भगवान श्रीरामलला को भोग अर्पण में हमारे जनपद का योगदान रहेगा। फूल धातु के बर्तनों में भोग लगाने का उद्देश्य केवल परंपरा का निर्वहन नहीं, बल्कि आयुर्वेदिक शुद्धता और भारतीय संस्कृति का सम्मान भी है।”
उन्होंने कहा कि यह पहल स्थानीय उद्योगों के उत्थान के साथ-साथ स्वदेशी कौशल को भी नया सम्मान देगी।
कार्यक्रम में महेश तिवारी, अमरेश, अमित, रामचन्द्र शुक्ल, प्रवीण, श्रीकृष्ण सिंह,अभय, अरविंद सारस्वत, डॉ. संतोष दुबे, उमेश सिंह, गणेश तिवारी, कुँवर साहब, अभिषेक यादव, पुनम केशरी,विजय दूबे श्यामधर पाण्डेय (पप्पू), मनोज केशरी,पद्मदेव द्विवेदी, शान्तनु चतुर्वेदी, श्रीधर पाण्डेय, पवन कुमार , राम कृष्ण गुप्ता, अश्वनी श्रीवास्तव आदी प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।


Oct 12 2025, 16:45