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*सरकार की GST में छूट या फिर खेल, कौन कौन सामानों पर मिली छूट,या फिर सभी को उठानी पड़ेगी आवाज,तभी मिलेगा लाभ,जानें GST का पूरा सच*
टूथपेस्ट से ट्रैक्टर तक चमकदार मंच पर बताया गया जीएसटी उत्सव मगर असलियत कहीं और है 22 सितंबर 2025 के जीएसटी 2.0 के हेयरकट में 12 परसेंट स्लैब को बदलकर 5% 18% का नया ढांचा दिखाया गया पर यह शर्लिकरण नहीं सुनियोजित चाल है प्रचार कहता है कि दम गिरे फैक्ट्री की रसद पैकेजिंग और रॉ मैटेरियल पर ऊंचा जीएसटी वैसे का वैसा रहा,मतलब रहता कागजों पर और बोझ आपकी जेब पर,यह केवल अर्थव्यवस्था का मामला नहीं यह समय निर्धारित राजनीतिक सह है जिसमें मध्यम वर्ग की कमर चुपके से मरोड़ी जा रही है गुस्सा उठेगा सवाल खड़े होंगे और सच्चाई ढूंढने पर ही पता चलेगा कि उत्सव राहत नहीं लूट उत्सव है तो आगे चलते हैं और देखते हैं कौन-कौन सी चीज सच में सस्ती हुई किसने मुनाफा चोरी किया और सरकार किस तरह इस तमाशा की पर्दागिरी कर रही है। डॉक्टर वी.शुक्ल ने बताया कि सरकारी पहल के पीछे जो चल रहा है वह जश्न नहीं बल्कि उथल-पुथल भारी लूट का एक सुनियोजित तमाशा है और उसे अब नाम देने का वक्त आ गया है। GST बचत उत्सव के बुलंद गुलदस्ते के बीच जो कागजी राहत दिखाई जा रही है उसका असली चेहरे पर उतरना सिर्फ एक मृत सुरक्षित हुआ है जीएसटी का री डिजाइन 12% स्लैब का उन्मूलन 5% 18% के बीच के सरलीकरण की बातें और कुछ रोजमर्रा की वस्तुओं को चुनकर दिखावा यह सब केवल एक रणनीति का हिस्सा है जनता को दिखाने की राहत दी गई जबकि असल में राजस्व संरचना और बड़े उद्योगों के हितों को बचाए रखा गया जो लोग यह समझाने में सहज है कि सरकार ने राहत दी,उन्हें यह जानना होगा कि राहत का पैकेज किसके लिए बनाया गया और किसके ऊपर बोझ है चढ़ाया गया। सबसे पहले जो सीधे दिखता है वह यह स्लैबो का पुनर्विन्यास कितनी सटीक नियोजित तरीके से किया गया। कुछ बेसिक आइटमों को पांच प्रतिशत में डालकर विंडो ड्रेसिंग की गई ताकि मीडिया में बड़े विज्ञापन के साथ इस उपभोक्ताओ को राहत के रूप में परोसा जा सके,पर वही सिस्टम जो इस वस्तुओं के बनने के इस चरण को नियंत्रित करता है। रॉ मटेरियल पैकेजिंग लेबलिंग लिंक लॉजिस्टिक्स उन पर ये दरें जस की तस रखी गई या जटिल नियमों के जाल में रखा गया नतीजा यह हुआ कि फिनिश्ड प्रोडक्ट पर दिखाई गई कटौती जमीन पर कहीं गुम हो गई दुकानदार वही पुराना स्टॉक भेजते रहे छोटे निर्माता आईटीसी की उलझन में फंसे रहे और बड़ी कंपनियां धीरे-धीरे कीमतें समायोजित कर अपनी मार्जिन बरकरार रखती गई। यह फर्क केवल अकीदो का नहीं जेब का है। हर एक परिवार के मासिक खर्च में छोटे-छोटे गुड़ा जोड़कर सालाना भारी राशि बन जाती है लेकिन खेल देखिए की सबसे बड़ा सच यह बदलाव टाइमिंग के साथ एक राजनीतिक शिल्प है जब संसद में सुरक्षा अर्थव्यवस्था और जल रोज के मुद्दे सरकार के लिए संकट बनते हैं तब अचानक बड़े ऐलान कर जनता का ध्यान कहीं और मोड़ दिया जाता है उत्सव की भाषा लोग मानस पर असर करती है वह संदेश सरल और भावनात्मक होता है हमें राहत मिली पर नीति निर्णय तकनीकी वही मात्र राजनीतिक भी होता है किस वस्तु को किस स्लैब में रखा जाए या केवल अर्थशास्त्र नहीं लॉबिंग और चुनावी हिसाब और राज्य का मिला-जुला फैसला होता है इसलिए व्यस्त में जो दिखाने के काम आती है उन्हें नीचे रखा गया और वह जिसे राजस्व आता है उन्हें ऊपर स्लैब में कैसे रखा गया परिणाम स्वरुप गरीबों को उनसे मिलना अमीरों को कोई खास फर्क नहीं और मध्यम वर्ग को चुपचाप बोझ बढ़कर मिला, एक तहखाना एनफोर्समेंट का है सरकार ने एंटी प्रोसेसिंग का तंज चलाया शिकायत चैनल खोलें व्हाट्सएप और टोल फ्री नंबर घोषित किया और प्रवर्तन धीमा और जटिल रहा और शिकायत दर्ज होती है मामला लंबी चलता है तब तक बाजार में पैकेट का साईज घटा दिया जाता है, दाम कम कर दिए जाते है रिटेल प्रमोशंस बंद कर दिए जाते हैं ग्राहक के हाथ में बिल होते हैं और उसकी समझ नहीं होती कि उसे बिल में दर्शीईं का दर कितना सार्थक प्रभाव होना चाहिए था छोटे कार्यबारियों के पास अकाउंटिंग का इंतजाम नहीं वो पुरानी दरों पर खरीदी हुई इन्वेंटरी निपटाने को मजबूर है और बड़ी कंपनियां मार्केट शेयर बढाकर इस संक्रमण काल का मुनाफा उठाते एक और पहलू है और शायद सबसे दर्दनाक पहलू यह है कि जो लोग धर्म संस्कृति और हिंदुत्व के भाव में गहरे बह चुके हैं उन्हें यह समझना होगा कि राजनीतिक वादे और नीतिगत गणित दोनों अलग-अलग है किसी भी सरकार के बड़े-बड़े विज्ञापन और नए अंदाज में पेश निर्णय के पीछे राजनीतिक संदेश होता है उसे देखकर अपनी आस्था का ऑडिट कर लेना ही नागरिक जिम्मेदारी है भक्ति और राष्ट्रीयता की मिठास में डूबे लोग जब आर्थिक धोखे का शिकार होते हैं तो उनका भरोसा सिर्फ भावनात्मक स्तर पर तो उठता ही है साथी में अपनी वास्तविक आर्थिक हित की रक्षा करने में असमर्थ भी रह जाते हैं यही वह समय है जब नागरिक क्षेत्र की जरूरत सबसे ज्यादा दिखाई देती है अंत में यही कहेंगे कि यह कोई सहयोग नहीं है कि जीएसटी उत्सव का नाटक चुनावी संदर्भ और राजनीतिक संकट के बीच आया यह एक व्यवस्थित सुनियोजित रणनीति है बड़े मंच पर दिखाओ की सरकार ने कर घटाया जनता में उत्सव बोल दो और जमीन पर ऐसा जाल बिछा दो की वास्तविक राहत नजर ना आए यह उत्सव तभी टूटेगी जब आवाम मीडिया और न्यायिक निगरानी मिलकर उन तत्वों को उजागर करेंगे जो आज छुपे हुए नागरिकों के पास एक सहज रास्ता है हर खरीद पर बल मांगिए पुराने स्टॉक और नई दरों के बीच अंतर समझिए दुकानदार और निर्माता से खुलकर पूछिए कि किस आधार पर क़ीमत नहीं बदली। और लाभ अगर जमीन पर नहीं दिखी तो लिखित शिकायत दर्ज कराइए। साथ ही स्थानीय मीडिया और सोशल मीडिया पर इन मामलों की लगातार रिपोर्टिंग कीजिए क्योंकि सार्वजनिक दबाव ही तेजी से बदलाव लाता है हम छोटे मीडिया घरानों कि मीडिया निर्णायक है जब सरकार की राजनीति पढ़कर आगे नहीं बढ़ना, दुकानों से हकीकत कीमती इकट्ठा करना छोटे निर्माता के हाथों की पड़ताल करना इनपुट क्लास और आईटीसी के प्रभाव की गणना करना और एंटी प्रोक्टरिंग के मामले में रियल टाइम ट्रैक रखना यही फील्ड जांच की गंभीरता इस तमाशा को बेनकाब कर सकती है साथ ही नीति नियंत्रण के रूप में सुझाव स्पष्ट है अगर सरकार सचमुच जनता के हित में है तो इनपुट लेवल पर सामान कटौती लागू करें छोटे व्यापारियों के लिए आईटीसी प्रवेश आसान बनाएं एंटी प्रॉपर्टी और सार्वजनिक कार्यवाही सुनिश्चित करें और जीएसटी काउंसिल के निर्णय का राजस्व इंपैक्ट सार्वजनिक कर दे सीधी बात जीएसटी उत्सव उत्सव नहीं, यह एक पारदर्शी दिखावटी चाल है जो कुछ समुदायों को दिखाने वाला लाभ दे रही है और मध्यम वर्ग कि कुछ कमर थपथापाई जा रही है। जो कुछ लोग जश्न की मिठास में खोए हुए हैं वह जागे और अपने अधिकार मांगे साथ ही सच बताने की शक्ति रखते हैं वह मैदान में उतरे और हर दुकान हर फैक्ट्री की गहराई खोलें तभी यह उत्सव नाटक अपने असली नाम पर दिखेगा और लूट का जश्न और तभी जनता का सच सामने आएगा। कुल मिलाकर पीएम जी की अपनी GST रिफार्म वाली यात्रा हो सकता है कि उन लोगों को खबर बड़ी दिखे और जीएसटी उत्सव की पूरी की पूरी महायात्रा चल रही होगी तब आपके दुकान मकान के पास किनारे खड़े हुए लोग जो इनका गुणगान करेंगे,लेकिन तब उन लोगों के पास कोई जीएसटी नंबर नहीं होगा,अगर आपको लगता है कि जीएसटी की बचत सिर्फ दिखावा है,आपको लगता है कि टूथपेस्ट का दाम मतलब GST घटा कर रॉ मटेरियल पर GST बढ़ा कर या वही रखकर सरकार ने आपको कोई राहत दी है। तो अपना कमेंट जरुर करें क्योंकि आप लिखेंगे नहीं तो कौन सुनेगा और पड़ेगा कौन हमारे साथ ही ने अलग-अलग जगह जाकर आपको बताने और जताने का प्रयास किया है। कि आखिर असली खेल क्या है।
*गांव से शहर तक अंधेरे में कौन और कहां से उड़ा रहा ड्रोन? डिप्टी एसपी ने बताईं सच्चाई,तब भी दहशत में क्यों है लोग*
गांव हो या शहर,लेकिन लोग परेशान और है दहशत में,लोगों के मन में अफवाहों का है दौर और दिल में दहशत,आखिर कैसे हो उपचार, खैर अब शहर से उठी डिप्टी एसपी की आवाज। शहर के बीचो बीच दिखा ड्रोन। घने सर्राफा बाजार मंडी में ड्रोन नजर आने से व्यापारियों में मचा हड़कम्प। सर्राफा कारोबारियों ने बनाया ड्रोन का वीडियो, वीडियो किया सोशल मीडिया पर वायरल। चौक इलाके घंटाघर के बीच "लाल हरी लाइट" जलता हुआ नजर आया ड्रोन। इनदिनों पूरे प्रदेश में ड्रोन की बड़ी दहशत है। यूपी के कई जिलों से होते हुए ये अब सुल्तानपुर भी पहुंची ड्रोन की दहशत। जहां गुरुवार शाम शहर और ग्रामीण इलाकों में उस समय हड़कंप मच गया जब शहर के बीचों बीच घनी आबादी और शहर की शान और जान कहे जाने वाले चौक में एक सर्राफा कारोबारी की छत के ऊपर आसमान में लाल,हरे रंग की लाइट छोड़ती कोई चीज दिखाई दी। जल्द ही लोगों को समझ आ गया कि ये कोई आसमान में उड़ता ड्रोन है,जो हमारी गतिविधियों पर नज़र रख रहा है। इन ड्रोनों को देख कर खास कर सर्राफा व्यवसायियों में दहशत देखने को मिली। उन्होंने अपने मोबाइल से इसका वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। और यह वायरल मामला पुलिस तक जा पहुंचा। इस क्षेत्र में आस पास के लोगों में इस कदर डर का माहौल रहा कि लोग अपने घरों को छोड़कर कहीं जाने से डर रहे है।ड्रोन उड़ता देख सर्राफा मंडल के अध्यक्ष गोपाल सोनी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।वहीं इस मामले पर पुलिस के आलाधिकारियों की माने तो इस तरह की सूचना डॉयल 112 पर और थानों पर आ रही है।लेकिन ये सब महज एक अफवाह है। इस समय सरकार और सरकारी योजनाओं के मद्देनजर कई विकास कार्यो का काम चल रहा है।जिसका निरीक्षण ड्रोन द्वारा किया जा रहा है। इस तरह के ड्रोन जहां भी दिखाई पड़े है,वहां किसी तरह की कोई घटना रिपोर्ट नही हुई है,अब तक ऐसे किन्ही लोगों ने शिकायत भी नही दर्ज करायी है। पुलिस की जनता से अपील है कि लोग इस तरह की अफवाहों से डरे नही,किसी भी तरह से अगर उन्हें कोई समस्या हो तो वो तुरंत पुलिस को सूचना दें। लेकिन वही लोगों की माने तो इन दिख रही लाइटों के द्वारा कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ तो गड़बड़ है मामला जिसके कारण लोग दहशत और रातों की अपनी नींद हराम कर रखे हैं इसके लिए पुलिस के अधिकारियों को इस तरह की अफवाहों को दूर करने के लिए कोई जागरूकता अभियान चलनी चाहिए जिससे लोगों के दिलों से दहशत दूर हो लेकिन एक बात यह तो है इस समय चोरी की घटनाओं ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है आप यह सब खबरें सोशल मीडिया और अखबारों में देख रहे हैं परंतु पुलिस विभाग क्यों नहीं चल रहा कोई अभियान।
*लंभुआ रेलवे क्रासिंग पर मालगाड़ी का अचानक इंजन हुआ खराब,घंटेभर क्रॉसिंग रही जाम, लोग रहे परेशान*
सुल्तानपुर जिले के लंभुआ रेलवे स्टेशन क्रासिंग पर लखनऊ से वाराणसी की तरफ मालगाड़ी का अचानक इंजन खराब होने से लगभग एक घंटे रेलवे फाटक क्रॉसिंग पर खड़ी रही। वहीं सूचना के बाद दूसरा इंजन मौके पर पहुंचा तों मालगाड़ी को आगे के लिए रवाना किया गया। इस बीच रेलवे फाटक के पूरब और पश्चिम में वाहनों की लंबी कटारे लग गई। सूत्र की माने तों जहां वाराणसी की तरफ जा रही मालगाड़ी लंभुआ रेलवे क्रॉसिंग से थोड़ा आगे ही बढ़ी थी कि पूरा रोड ब्लॉक हो गया और घंटेभर स्थिति जैसी की तैसी बनी रही। यह मामला उस समय हुआ, जब मालगाड़ी का इंजन अचानक तकनीकी कारण से खराब हो गया, जिसके कारण मालगाड़ी वहीं खड़ी हो गई, यह मालगाड़ी लगभग 3 बजे से 4 बजे तक वही खड़ी रही। काफी मशक्कत के बाद सूचना पर पहुंचा दूसरा इंजन,तो वह आगे की ओर रवाना हुई। तब वहां जाम में फंसे लोगों ने राहत की सांस ली और तब लोग अपने गंतव्य की तरफ रवाना हुए।
*18 लाख की लागत से बन रही सड़क निर्माण,नपालिका ठेकेदार पर लगा भ्रष्टाचार का आरोप,इंटरलाकिंग निर्माण में मानक की उड़ाई धज्जियां*
सुल्तानपुर नगर पालिका परिषद के ठेकेदार का भ्रष्टाचार,सुल्तानपुर में इंटर लाकिंग रोड निर्माण में मानक की उड़ाई धज्जियां,18 लाख की लागत से बन रही सड़क सुल्तानपुर नगर पालिका परिषद के ठेकेदार का भ्रष्टाचार सामने आया है। यहां अट्ठारह लाख की कार्य योजना में अधिकारी व ठेकेदार ने मिलकर बंदर बांट किया है। जिसका नतीजा यह हुआ है कि इंटर लाकिंग कार्य में गिट्टी के स्थान पर बालू नुमा मिट्टी डालकर इंटर लाकिंग की जा रही है। ये पूरा मामला शहर के वार्ड नंबर 9 दरियापुर का है। स्थानीय लोगों का कहना है कि भाजपा नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष के चहेते ठेकेदार ने इस कार्य योजना का ठेका लिया है। सूरज टाकीज चौराहे से शुक्लाना चौराहे तक इंटर लाकिंग का कार्य होना है। पहले यहां पर मिट्टी डालकर एक सप्ताह तक अधूरा कार्य छोड़ दिया गया जिससे बरसात में लोग दुश्वारियों भरा सफर करते रहे। अब जब ठेकेदार ने काम शुरू कराया तो मानक की धज्जियां उड़ा कर रख दिया। स्थानीय मोहल्ले वासियों के अनुसार डामर रोड पर पूर्व में पड़ी गिट्टी को हटाए बिना ही ठेकेदार द्वारा मिट्टी युक्त बालू उसी गिट्टी पर बिछा कर इंटर लाकिंग बैठा दे रहे हैं। जबकि मानक ये है कि ईंट की गिट्टी तीन इंच तक बिछाया जाए उसके ऊपर बालू डालकर इंटर लाकिंग बैठाया जाए। लेकिन इस मानक को तार तार कर दिया गया। इसका वीडियो सामने आने के बाद न तो ईओ ने यहां पहुंच कर जांच करना बेहतर समझा न ही किसी अन्य जिम्मेदार ने। ऐसे में मोहल्ले वालों का कहना है अगर इस प्रकार सड़क का निर्माण हुआ तो बरसात में सड़क बह जाएगी।
*चोरी की संदिग्ध वारदात मामले में सिपाही की मां ने कुछ घंटो में बदले कई बयान, पुलिस को दी लाख के जेवरात की तहरीर*
सुल्तानपुर में चोरी की संदिग्ध वारदात सिपाही की मां ने कुछ घंटो में बदले तीन बयान,पुलिस को दी तीन लाख के जेवरात की तहरीर। सुल्तानपुर के शिवगढ़ थाना अंतर्गत जमुवावा में चोरी की संदिग्ध वारदात प्रकाश में आई है। जिस महिला ने स्वयं के साथ वारदात होना बताया,उसने कुछ ही घंटो में चोरों की संख्या में अलग-अलग बयान दिया है। वीडियो सामने आया जिसमें महिला दस लाख के जेवरात चोरी होने का आरोप लगा रही है जबकि पुलिस को दी तहरीर में उसने महज तीन लाख के जेवरात का उल्लेख किया है। ऐसे में घटना की कहानी पर सवाल खडे हो रहे हैं। जमुवावा निवासी जीतलाल वर्मा बहराइच में सिपाही हैं। उनकी पत्नी लखनऊ में अपने परिवार के साथ रहती है। घर पर मां रतिवर्मा (62) अकेले रहती हैं। आरोप है कि बीती रात चोरों ने घर पर धावा बोलकर यहां ताला तोड़ा और दस लाख के जेवरात पार कर दिए। मौके पर डायल 112 की टीम पहुंची तो रतिवर्मा ने दो चोर घर में घुसने की बात कही। कुछ देर बात उसने तीन चोर के आने और अब पुलिस में दी तहरीर में चार चोर होने की बात दर्शाई गई है। वही मीडिया में दस लाख के जेवरात की बात कही गई जबकि तहरीर में मात्र तीन लाख के जेवरात के जाने की बात लिखी गई है। महिला का एक और बेटा है दशरथ वर्मा जो रामगंज बाजार में पान की दुकान चलाता है। रामरति के अनुसार वो बाहर लेटी थी वहां चोरों ने उसे मारपीट कर हाथ, पैर नाक से जेवरात उतार लिए लेकिन यहां संदेह इसलिए खड़ा हो गया कि शरीर पर छीना झपटी के दौरान एक भी स्केच नहीं हैं। बताया जा रहा चोर ताला तोड़कर घर के अंदर घुसे और दो कमरों का ताला तोड़कर बॉक्स व आलमारी से जेवरात निकाल ले गए। लेकिन यहां भी बॉक्स का ढक्कन खुला हुआ था। पुलिस ने जांच किया बताया गया कि पुलिस वालों ने कहा रात में जागिए थोड़ा इधर-उधर देखिए। बाकी तहरीर दीजिये जांच करेंगे। इस बाबत एसओ ज्ञानेश दुबे ने बताया घटना संदिग्ध है। महिला और परिवार वाले बार बार बयान बदल रहे हैं। हम पूरे मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं। जल्द ही सच्चाई सामने होगी।
*फर्जी डिग्री से ठगी का लगाया आरोप, छात्राओं ने की गिरफ्तारी की मांग, पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट पर धोखाधड़ी का आरोप*
सुलतानपुर में एक छात्र ने फर्जी डिग्री और मार्कशीट देकर धोखाधड़ी करने वाले एक पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। छात्र प्रसंग सिंह ने आरोप लगाया है कि इंस्टीट्यूट ने उनसे 1.5 लाख रुपये ठगे हैं और अब आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर तिकोनिया पार्क में प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रसंग सिंह,जो बिरसिंहपुर, मोतिगरपुर के निवासी हैं,ने बताया कि उन्होंने राम बरन स्नातकोत्तर महाविद्यालय विभारपुर,जयसिंहपुर स्थित एमएस पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट से श्री धर यूनिवर्सिटी,पिलानी,राजस्थान की मार्कशीट और प्रमाण पत्र प्राप्त किए थे। जब उन्होंने यूपी फार्मेसी काउंसिल, लखनऊ में पंजीकरण के लिए आवेदन किया,तो उन्हें बताया गया कि उनके दस्तावेज फर्जी हैं। प्रसंग सिंह को तब पता चला कि एमएस पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट एक फर्जी संस्था है और वह धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। उन्होंने संस्था के प्रबंधक अजय कुमार सिंह, प्रशासक संजय सिंह, डायरेक्टर अमर सिंह और बड़े बाबू प्रज्जवल मिश्रा से संपर्क किया। प्रसंग सिंह के अनुसार, संजय सिंह ने उन्हें धमकी दी कि यदि उन्होंने इस मामले में ज्यादा 'उछल-कूद' की तो उनका जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा। इस धोखाधड़ी के संबंध में, प्रसंग सिंह के सहपाठी स्वपनिल सोनी ने 15 सितंबर 2024 को मोतिगरपुर थाने में एफआईआर (मु०अप०संख्या-237/24) दर्ज कराई थी। यह एफआईआर भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत दर्ज की गई थी। हालांकि, शिकायत दर्ज कराए हुए काफी समय बीत चुका है, लेकिन अब तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे छात्र न्याय से वंचित हैं। प्रसंग सिंह ने जिलाधिकारी से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और नामजद आरोपियों को 48 घंटे के भीतर गिरफ्तार करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कानूनी कार्रवाई नहीं की गई, तो वह अपने परिवार के साथ जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अन्न-जल त्यागकर आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
*डीएम व एसपी की संयुक्त अध्यक्षता में केंद्रीय पूजा समिति के पदाधिकारीगण व पूजा पंडालों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई सम्पन्न।*
         
सुलतानपुर,जिलाधिकारी कुमार हर्ष, पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह की संयुक्त अध्यक्षता, मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक, प्रशिक्षु आई.ए.एस. रिदम आनन्द, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) गौरव शुक्ला, अपर पुलिस अधीक्षक अखण्ड प्रताप सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष प्रवीन कुमार अग्रवाल, केन्द्रीय पूजा समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश पाण्डेय सहित अन्य समितियों व पूजा पंडालों के एक-एक प्रतिनिधिगण व अधिकारियों की उपस्थिति में नवीन कलेक्ट्रेट सभागार में त्यौहार-दुर्गा पूजा महोत्सव-2025, दशहरा महाष्टमी, दशहरा महानवमी, रामलीला-2025, मूर्ति विसर्जन व रथ यात्रा आदि की तैयारियों के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गई।         उक्त बैठक में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) द्वारा केन्द्रीय समिति एवं पूजा पंडालों के प्रतिनिधिगणों के साथ सभी तैयारियों जैसे- पंडालों की स्थापना, विसर्जन शोभायात्रा आदि के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा-निर्देश दिये गये। उन्होंने दुर्गा पूजा महोत्सव के दृष्टिगत सभी आधारभूत सुविधाएं जैसे- स्वच्छता, साफ-सफाई, विद्युत व्यवस्था, यातायात, परिवहन, पूजा पाण्डाल स्थापना की अनुमति, लॉ एण्ड ऑर्डर आदि से सम्बन्धित गहन चर्चा की।         बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा दूर्गा पूजा/दशहरा की तैयारियों से सम्बन्धित बिन्दुवार जिला प्रशासन के समक्ष विस्तृत रूप रेखा पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने जिला प्रशासन को दुर्गापूजा महोत्सव के दृष्टिगत शोभा  यात्रा/रथ यात्रा की ऊंचाई, मानक के अनुरूप ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग, धार्मिक गाने, रूट डायवर्जन, विद्युत, सड़क, परिवहन व्यवस्था, वॉलेन्टियर्स, साफ-सफाई, पेयजल, मूर्ति विसर्जन स्थल की साफ-सफाई आदि के सम्बन्ध में पूजा समितियों द्वारा की गई तैयारियों व दिये गये आवश्यक दिशा-निर्देशों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों की भॉति इस वर्ष भी आगामी त्यौहार को सौहार्दपूर्ण व भाईचारे के साथ सम्पन्न कराया जायेगा।             पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी समिति के पदाधिकारियों से आग्रह किया गया कि सभी अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत लगने वाले पण्डालों में अपने वालेन्टियर्स की सूची मोबाइल नम्बर व नाम सहित पुलिस प्रशासन को अवश्य उपलब्ध करा दें। उन्होंने समिति के पदाधिकारी गणों से अनुरोध किया कि शोभायात्रा में प्रयुक्त होने वाले डी.जे. स्वामी व आपरेटर का नाम, मोबाइल सहित अवश्य उपलब्ध करा दें। उन्होंने कहा कि सभी स्थानों पर सी.सी.टी.वी. कैमरा, यातायात की व्यवस्था व डी.जे. की ध्वनि मानक के अनुरूप रखें। उन्होंने सभी पुलिस क्षेत्राधिकारी को निर्देशित किया कि पर्याप्त पुलिस बल लगाए।           जिलाधिकारी द्वारा सभी उपस्थित समिति के पदाधिकारियों व पंडालों के प्रतिनिधियों को निर्देशित किया कि मूर्ति विसर्जन शोभा यात्रा में डीजे की ध्वनि व ऊंचाई मानक के अनुरूप रखें। उन्होंने कहा कि दुर्गापूजा महोत्सव कार्यक्रम को आपसी भाईचारे व शालीनता के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराना सुनिश्चित करें।
**नारी को अपनी सुरक्षा एवं अधिकार व साइबर अपराध के प्रति जागरुक कराता “मिशन शक्ति फेज-05 अभियान”*
जनपद सुलतानरपुर *नारी को अपनी सुरक्षा एवं अधिकार व साइबर अपराध के प्रति जागरुक कराता “मिशन शक्ति फेज-05 अभियान”* पुलिस अधीक्षक सुलतानपुर श्री कुँवर अनुपम सिंह के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक श्री अखण्ड प्रताप सिंह के पर्येवेक्षण में आज मिशन शक्ति फेज 5.0 अभियान के तहत थाना जयसिंहिपुर से प्र0नि0 सत्येन्द्र कुमार सिंह, उ0नि0 सुवोध कुमार त्यागी उ0नि0 परमान्द पाण्डेय हे0का0 रामराज हे0का0 अमित सिंह का0 अयोध्या शाह म0का0 सुनीता यादव म0का0 सीमा म0पीआरडी विमला द्वारा थाना क्षेत्र के संकट मोचन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट ग्राम बझना थाना जयसिंहपुर जनपद सुल्तानपुर में स्कूल के छात्र/छात्राओ के मध्य जागरुकता अभियान चलाया गया। जिसमें स्कूल के प्रधानाध्यापक, प्रंवधक, व अन्य स्कूल स्टॉप मौजूद रहा । व महिला सशक्तिकरण विषय पर निबन्ध प्रतियोगिता आयोजित की गयी । जिसमें से प्रथम ,द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली मेधावी छात्राओ को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में भाग ले रही सभी छात्र/छात्राओ को सरकार द्वारा चलाई गई विभिन्न योजना जैसे मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना व विभिन्न टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी गई, जिनमें वूमेन पॉवर लाइन 1090, महिला हेल्पलाइन 181, पुलिस सहायता नंबर 112 और चाइल्ड हेल्प लाइन 1098,साइबर हेल्प लाइन न0 1930 शामिल हैं। इन नंबरों का उद्देश्य संकट में फंसी महिलाओं और बच्चों को तुरंत सहायता प्रदान करना है। व वर्तमान में बढ़ रहे साइबर अपराध व डिजिटल अरेन्ट व AI के सम्बन्ध में बचाव के तरीकों और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग के संबंध में भी महत्वपूर्ण सावधानियां बताई गईं। यह प्रयास महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा/डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए सशक्त बनाने के लिए किया गया ।
*‘‘मिशन शक्ति-5.0 एवं स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान‘‘ के अन्तर्गत सेवा पखवाड़ा*
सुल्तानपुर निदेशक,महिला कल्याण उ0प्र0 लखनऊ के निर्देश के अनुपालन में एवं जिलाधिकारी (कुमार हर्ष) के कुशल निर्देशन ‘‘मिशन शक्ति-5.0 एवं स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान‘‘ के अन्तर्गत सेवा पखवाड़ा के अनुपालन में आज कार्यालय-चाइल्ड हेल्पलाइन- 1098, सुलतानपुर में पोश एक्ट एवं कार्यरत महिलाओं हेतु वित्तीय व कानूनी अधिकारों जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। वी0पी0वर्मा जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा पोश एक्ट एवं कार्यरत महिलाओं हेतु वित्तीय व कानूनी अधिकारों जागरूकता कार्यशाला में उपस्थित विभिन्न विभागों की महिला अधिकारी एवं कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा गया कि संविधान के कुछ प्रावधान हैं। जिसमें समानता, रोजगार और व्यापार करने का अधिकार, सम्मान के साथ जीवन जीने का अधिकार प्राप्त हैं। कार्यस्थल पर किसी भी महिला अधिकारी/कर्मचारी को कार्यस्थल पर महिलाओं का लैंगिक उत्पीड़न अधिनियम-2013 के अन्तर्गत किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो वह अपने विभाग के आंतरिक परिवाद समिति में शिकायत दर्ज करा सकती हैं। तथा शी-बाॅक्स पोर्टल के बारे में सभी को जानकारी प्रदान की गई। इसके साथ ही महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्रदान की गयी। इस कार्यशाला में रेखा गुप्ता जिला मिशन समन्वसयक, रूपाली सिंह संरक्षण अधिकारी, सीता सिंह केन्द्र प्रशासक, पूजा सिंह परियोजना समन्वयक चाइल्ड हेल्प लाइन, नीलम वर्मा समन्वयक, सरोज यादव, जेण्डर स्पेसलिस्ट, अर्चना, किरन, खुशबू दूबे, आदि साहित अन्य विभाग की महिला स्टाफ उपस्थित रहीं। भवदीय, जिला प्रोबेशन अधिकारी, सुलतानपुर। कार्यालय-जिला प्रोबेशन अधिकारी सुलतानपुर। पत्रांक /जि0प्रो0/भ्म्ॅ/2025-26, दिनांक- प्रतिलिपि- जिला सूचना अधिकारी, सुलतानपुर को इस अनुरोध के साथ प्रेषित है कि समस्त दैनिक समाचार पत्रों में निःशुल्क प्रकाशित कराने का कष्ट करें। जिला प्रोबेशन अधिकारी सुलतानपुर।
*महिलाओं ने काली माता मंदिर पर शुक्रवार को चट महारानी की दुरदुरिया का आयोजन किया*
सुल्तानपुर कटका बाजार स्थित गाना मिश्र के पुरवा गांव में महिलाओं ने काली माता मंदिर पर शुक्रवार को चट महारानी की दुरदुरिया का आयोजन किया गया। इस पारंपरिक कार्यक्रम में क्षेत्र की दर्जनों महिलाओं ने हिस्सा लिया। महिलाओं ने बताया कि मुख्य रूप से अवसान माता या गौर माता की पूजा है, जिसमें सुहागिन महिलाएँ अवसान माई की कथा सुनती हैं और देश-समाज की सुख-समृद्धि व परिवार की विपत्तियों को दूर करने की मनोकामना मांगती हैं। इस आयोजन में महिलाएँ समूह बनाकर पूजा करती हैं, कथा सुनाती हैं और प्रसाद ग्रहण करती हैं। यह एक सामाजिक और सामुदायिक आयोजन होता है जो बड़े सांस्कृतिक-धार्मिक आयोजनों की शुरुआत के रूप में किया जाता है। महिलाओं ने रंग-बिरंगे परिधान पहनकर चट महारानी की पूजा-अर्चना की। उन्होंने पारंपरिक गीतों और नृत्यों के साथ दुरदुरिया के गीत गाए। दुरदुरिया स्थानीय लोक संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।आयोजकों के अनुसार यह कार्यक्रम परंपरा को जीवित रखने का माध्यम है। यह समुदाय में आपसी भाईचारे को मजबूत करता है। स्थानीय लोगों ने इस आयोजन को सांस्कृतिक धरोहर बताया। I दुरदुरिया पूजन में शामिल तारा मिश्रा, गुड़िया मिश्रा, साधना मिश्रा, पूजा मिश्रा, निशा मिश्रा, सुरेखा मिश्रा, कंचन मिश्रा, इंद्रा मिश्रा, रेखा शुक्ला, पूनम, गायत्री, विद्या देवी,ममता मिश्रा, वंदन मिश्रा, दर्जनों महिलाओं ने प्रसाद को ग्रहण किया।