इस वर्ष भव्य होगी रामलीला और पंचमी भरत मिलाप: अशोक सिंह
मिर्ज़ापुर। पांच सौ वर्ष पुरानी प्रतिष्ठित हमारी संस्था आध्यत्मिक परंपराओं को जीवंत रखने के सजग प्रहरी के रूप में लगातार काम कर रही है। प्रतिवर्ष सदस्यों के बीच कमेटी का चुनाव संपन्न होता है। इसके उपरांत भगवान राम की जीवन की भिन्न भिन्न लीलाओं को कलाकारों के माध्यम से आम जन के बीच प्रस्तुत किया जाता है। विभिन्न मोहल्लों में घूम कर राम वन गमन मार्ग को मूर्तरूप दिया जाता रहा है। जिसे देख आज की पीढ़ी भी भाव विभोर होती है। राजगद्दी की पारम्परिक व्यवस्था हो या रावण वध हो अथवा पंचमी का भारत मिलाप आज भी मर्यादापुरुषोत्तम के जीवन चरित्र से लोगों को अवगत कराते हुए युवा पीढ़ी को सीख देने का काम करते हैं। उक्त बातें श्री रामलीला पुरानी दशमी पंचायती के अध्यक्ष अशोक सिंह ने पत्रकार वार्ता में कहीं।
उन्होने कहाकि इस वर्ष पंचमी भरत मिलाप के लिए नहीं लिया जायेगा सार्वजनिक चंदा, कमेटी ने इस बारे में सर्वसम्मति से निर्णय लिया है। हिसाब किताब में गड़बड़ी के चलते पूर्व अध्यक्ष, मंत्री की सदस्यता निलंबित की गयी है। पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से मुलाक़ात कर रामलीला समिति में पूर्व में हिसाब-किताब में हुई अस्पष्टता, हेरा फेरी और रामलीला की संपत्तियों के साथ की जा रही गड़बड़ी की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है। पिछले वर्षों में लाखों रुपये का हेर फेर सामने आया है उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व के अध्यक्ष गोपाल अग्रहरि व मंत्री ज्ञान शंकर गुप्ता द्वारा लम्बे समय से पदों पर जमे रह अनियमितता की जा रही है। उनके कार्य व्यवहार से समिति के सदस्यों में आक्रोश था उनके द्वारा बिना चुनाव कराये खुद को स्वयं नविनिकृत कर लिया गया जो विधिसंवत नहीं है। जिसके चलते रामलीला समिति के सदस्यों ने आम सभा बुला कर प्रक्रिय परक चुनाव किया और कमेटी सृजित कर कार्य प्रारम्भ किया। पूर्व अध्यक्ष व मंत्री रामलीला भवन पर जबरन कब्ज़ा करने की नीति के तहत पदलोलुप्ता से ग्रसित हैं। जिसके चलते उनको रामभक्तों के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने असामाजिक तत्वों व गैर सदस्यों के माध्यम से अपनी अनियमितता छिपाने की कोशिश की है।
इन पर वित्तीय अनियमितता की लिखित शिकायत मिलने के बाद प्रथम दृष्टया हेरा फेरी की आशंका स्पष्ट दिखती है,कमेटी के सर्वसम्मति से लिए गए निर्णय में तत्काल प्रभाव से पूर्व अध्यक्ष गोपाल अग्रहरि व लम्बे समय से मंत्री पद पर कब्ज़ा जमाये बैठे ज्ञान शंकर गुप्ता की सदस्यता निलंबित कर दी गयी है और मामले की आंतरिक जांच करा कानूनी कार्यवाही करायी जाएगी।
कमेटी ने जिले के उच्च प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाक़ात कर सभी मामलों से उन्हें भी अवगत कराया गया है। उन्होंने गड़बड़ी करने वालों पर विधिक कार्यवाही का ठोस आश्वासन दिया। श्री सिंह ने कहा कि इस वर्ष कमेटी पंचमी भरत मिलाप के लिये सार्वजनिक चंदा नहीं लेगी। कमेटी अपने सदस्यों के सहयोग से ही भव्य व आकर्षक भरत मिलाप उठाएगी।
इस दौरान नव निर्वाचित मंत्री अतिन गुप्ता, पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, शैलेन्द्र अग्रहरि, श्यामा प्रसाद जायसवाल, विनोद केशरवानी उपस्थित रहे।
Sep 14 2025, 17:22