नेमरा में दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने उमड़ा जनसैलाब, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर लोगों ने व्यक्त की संवेदना
रामगढ़, झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के श्राद्ध कर्म के आठवें दिन भी उनके पैतृक गांव नेमरा, गोला में श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर हजारों की संख्या में आम और खास लोग पहुंचे और दिवंगत "गुरुजी" की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
![]()
![]()
'नेमरा की भूमि धन्य है'
श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे लोगों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, "नेमरा की भूमि धन्य है, जहां गुरुजी जैसे महान विभूति का जन्म हुआ।"
लोगों ने कहा कि नेमरा में उमड़ा यह जनसैलाब अपने प्रिय नेता के प्रति लोगों के अपार प्यार और स्नेह को दर्शाता है। अपने जननेता को खोने का दुख लोगों के चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था।
झारखंडी अस्मिता के प्रहरी
लोगों ने शिबू सोरेन को याद करते हुए कहा कि वह झारखंडी चेतना के सच्चे प्रहरी थे। उन्होंने न केवल जल, जंगल और जमीन के लिए, बल्कि पूरे झारखंड वासियों की अस्मिता की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी।
![]()
"गुरुजी" ने आदिवासी, दलित, शोषित और वंचित समुदायों को उनके हक-अधिकार के लिए जागरूक किया और अपना पूरा जीवन जनहित के कार्यों में समर्पित कर दिया।
लोगों ने कहा कि शिबू सोरेन का परलोक गमन एक अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती। उन्होंने अलग झारखंड राज्य के निर्माता को शत-शत नमन किया।
![]()
श्रद्धांजलि देने वालों में मंत्री, सांसद, विधायक, गणमान्य लोग और राज्य के विभिन्न जिलों से आए हजारों की संख्या में महिला-पुरुष उपस्थित थे।
![]()
Aug 13 2025, 11:41