/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634728306751622.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634728306751622.png StreetBuzz विश्व दिव्यंका दिवस अवसर पर दिव्यांगजन एवं उत्कृष्ट कार्य करने वालों को किया जाएगा सम्मानित mirzapur
विश्व दिव्यंका दिवस अवसर पर दिव्यांगजन एवं उत्कृष्ट कार्य करने वालों को किया जाएगा सम्मानित

मीरजापुर। जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, राजेश सोनकर ने विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया है कि प्रत्येक वर्ष 3 दिसम्बर विश्व दिव्यांगता दिवस के अवसर पर दिव्यांगजन व्यक्तियों एवं दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत स्वैच्छिक संस्थाओं, सेवायोजकों को निम्नलिखित श्रेणी में उत्कृष्ट कार्य करने पर राज्य स्तरीय स्तरीय पुरस्कार प्रदान किया जाता है।

इनमें दक्ष दिव्यांग कर्मचारी, स्वनियोजित दिव्यांगजन के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार। दिव्यांगजन हेतु सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता तथा सर्वश्रेष्ठ प्लेसमेन्ट अधिकारी या एजेंसी के लिए सेवायोजकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार। दिव्यांगजन के निमित्त कार्यरत सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति तथा सर्वश्रेष्ठ संस्था के लिये राज्य स्तरीय पुरस्कार।

प्रेरणास्त्रोत हेतु राज्य स्तरीय पुरस्कार। दिव्यांगजन के जीवन सुधारने के निमित्त सर्वश्रेष्ठ नवीन अनुसंधान या उत्पाद विकास के लिये राज्य स्तरीय पुरस्कार।

दिव्यांगजन हेतु बाधामुक्त वातावरण के सृजन हेतु सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार।दिव्यांगजन को पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने वाले सर्वश्रेष्ठ जिला के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार। सर्वश्रेष्ठ सृजनशील दिव्यांग वयस्क व्यक्तियों एवं सर्वश्रेष्ठ बालक, बालिका हेतु राज्य स्तरीय पुरस्कार। सर्वश्रेष्ठ ब्रेल प्रेस के लिये राज्य पुरस्कार दिव्यांगजन के लिए सर्वोत्तम अनुकल बेबसाइट हेतु राज्य, राष्ट्रीय स्तरीय पुरस्कार।सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के लिये राज्य स्तरीय पुरस्कार।

दिव्यांगजन के सशक्तीकरण हेतु कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार उन्होंने बताया है कि उक्त पुरस्कार के लिए इच्छुक पात्र दिव्यांग व्यक्तियों, दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत स्वैच्छिक संगठनों, सस्थाओं एवं सेवायोजकों को अपने आवेदन पत्र की समस्त औपचारिकता पूर्ण कर तीन प्रतियों में दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग में यथाशीघ्र जमा करायें, ताकि नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही कर पत्रावली निदेशालय को प्रेषित किया जा सके।

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि के एफएसडीए ने छापामार कर जाॅच किया नमूना संग्रह किया

मीरजापुर। आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, लखनऊ के आदेश एवं जिलाधिकारी के निर्देशन में मंगलवार को मण्डलीय सहायक आयुक्त (खाद्य), प्रभुनाथ सिंह के नेतृत्व में आगामी पर्व रक्षाबन्धन के दृष्टिगत आम जनमानस को गुणवत्तापूर्ण खाद्य एवं पेय पदार्थ यथा बूंदी के लड्डू, खोया, दूध एवं दुग्ध उत्पाद से निर्मित मिठाइयां, समस्त प्रकार की मिठाइयां एवं अन्य खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराये जाने के लिए मिलावट पर प्रभावी रोकथाम हेतु प्रवर्तन कार्यवाही के तहत जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिष्ठानों का सघन निरीक्षण करते हुए पड़री व मुहंकुचवां क्षेत्र से कुल 16 प्रतिष्ठानों से नमूने संग्रहित किया गया।

संग्रहित नमूनों को विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला प्रेषित कर दिया गया है‌ जिसकी प्रयोगशाला से जाॅच रिपोर्ट प्राप्त होने के पश्चात खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अन्तर्गत अग्रिम कार्यवाही संचालित की जाएगी। इस दौरान सभी खाद्य कारोबारकर्ताओं को प्रतिष्ठान में साफ-सफाई का उचित व्यवस्था रखने एवं लाईसेंस, पंजीकरण प्रतिष्ठान में सामने प्रदर्शित करने, वातायान की उचित व्यवस्था, ढक्कनदार डस्टबिन का प्रयोग करने, एवं प्रतिष्ठान में एक्सपायरी खाद्य पदार्थो कों न रखने हेतु निर्देशित किया गया।

नमूना संग्रहण कार्यवाही के दौरान सहायक आयुक्त खाद्य, विन्ध्याचल मण्डल, प्रभुनाथ सिंह सहायक आयुक्त (खाद्य) डाक्टर मंजुला सिंह, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी नरेश नारायन झा व खाद्य सुरक्षा अधिकारीगण राजेश मौर्य, संदीप कुमार श्रीवास्तव, भइयालाल प्रजापति, रविशेखर कुशवाहा, ओंकार नाथ यादव व संदीप कुमार सिंह एवं मण्डलीय खाद्य सुरक्षा अधिकारी सरोज कुमार उपस्थित रहें।

वरिष्ठ पत्रकार के निधन पर परिवार को सहायता की मांग, प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

मीरजापुर। जनपद के वरिष्ठ पत्रकार स्व. दिनेश उपाध्याय के निधन के बाद उनके परिवार को आर्थिक सहायता और उनकी पत्नी को विधवा पेंशन की मांग को लेकर वीआईपी प्रेस सोशल क्लब के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में एडीएम (भू एवं राजस्व) डी के सिंह को ज्ञापन सौंपकर बताया गया कि स्व. दिनेश उपाध्याय के निधन से उनका परिवार निराश्रित हो गया है। उनकी पुत्री, जो इंटरमीडिएट की छात्रा है, के अध्ययन में व्यवधान की आशंका है।

प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि स्व. दिनेश की विधवा पत्नी को तत्काल सहायता राशि प्रदान की जाए और विधवा पेंशन को प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृत किया जाए। इस अवसर पर क्लब से जुड़ें हुए पत्रकार साथी उपस्थित रहे।

मिर्जापुर: गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, 346 गांव बाढ़ से प्रभावित, राहत व बचाव कार्य जारी

मिर्जापुर।जिले में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। 4 अगस्त 2025 को शाम 5 बजे तक गंगा नदी का जलस्तर 78.46 मीटर पहुंच गया है, जो खतरे के जलस्तर 77.724 मीटर से 73.6 सेमी ऊपर है। नदी की प्रवृत्ति 1 सेमी प्रति घंटा की दर से बढ़ती हुई दर्ज की गई है, जिससे जनपद में बाढ़ का व्यापक असर देखा जा रहा है।

बाढ़ से तहसील सदर में 183 और तहसील चुनार में 163 गांव, कुल मिलाकर 346 गांव प्रभावित हुए हैं। इनमें तहसील सदर के 15 गांवों में आबादी, फसल और आवागमन तीनों प्रभावित हैं, जबकि 153 गांव केवल फसल प्रभावित हैं। तहसील चुनार में 36 गांवों में तीनों तरह का प्रभाव है, और 99 गांवों में सिर्फ फसल प्रभावित हुई है।

प्रशासन द्वारा राहत व बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं। SDRF और PAC की टीमें सक्रिय हैं। अब तक 129 नावें (52 मोटरबोट और 77 सामान्य नावें) बाढ़ग्रस्त इलाकों में तैनात की गई हैं। जनपद में कुल 3 राहत शिविर (सदर में 2, चुनार में 1) संचालित हैं।

अब तक 5125 लंच पैकेट और 110 खाद्यान्न किट वितरित की जा चुकी हैं। राहत शिविरों में पीने के स्वच्छ पानी, बिजली, सामुदायिक किचन और शौचालय की अलग-अलग व्यवस्था की गई है।

बाढ़ नियंत्रण के लिए 37 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई है, जहां राजस्व, स्वास्थ्य, पशुपालन और पुलिस विभाग के अधिकारी तैनात हैं। प्रशासन ने जरूरत पड़ने पर और भी राहत शिविर सक्रिय करने की योजना बनाई है।

विशेष रूप से, 3 अगस्त को ग्राम धरौरा में PAC और एसडीएम की अगुवाई में दो बुजुर्गों को गहरे पानी से सुरक्षित निकालकर रेस्क्यू किया गया, जो प्रशासन की तत्परता का उदाहरण है।

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और अनावश्यक रूप से जलमग्न क्षेत्रों में न जाएं। परिस्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।

मिर्जापुर : गंगा नदी में आया उफ़ान, सैकड़ों गांवों का सम्पर्क मुख्यालय से टूटा, नाराज़ बाढ़ प्रभावितों ने किया प्रदर्शन

मिर्ज़ापुर। गंगा नदी में लगातार पानी का बढ़ता दायरा तटवर्तीय गांवों में हड़कंप मचा रखा है। लोगों को पलायन करना पड़ रहा है तो कई गांवों का एक दूसरे से सम्पर्क टूट गया है। मिर्जापुर कछवां होते हुए वाराणसी जाने वाले मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है। गंगा नदी पर बने भटौली पुल के दोनों पहुंच मार्ग बाढ़ के पानी की चपेट में आ जाने से दोनों ओर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है।

दूसरी ओर गंगा नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर से बाढ़ में फंसे लोगों को राशन पानी सहित सुरक्षित जगहों तक पहुंचाने का भी काम सदर एसडीएम द्वारा लगातार जारी है। 24 घंटे राहत बचाव कार्य जारी है लगातार क्षेत्र में भ्रमणशील रहते हुए प्रशासनिक राहत टीम बाढ़ पीड़ितों के फंसे होने की सूचना पर बारिश में भींगते हुए पहुंच रही है। हालांकि कुछ गांव में राहत सामाग्री सहित अन्य समस्याओं को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश भी देखा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधि फोटो खिंचवाने तक सीमित हैं। वह कुछेक इलाकों का निरीक्षण कर चलते बन रहें हैं।

दूसरी ओर कोन विकास खंड क्षेत्र के श्रीपट्टी, मवैया गांव में बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों ने व्यवस्था से खिन्न होकर सोमवार को गांव में प्रर्दशन कर सड़क पर उतर आए।जानकारी होते ही पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। बाढ़ और आपदा से परेशान ग्रामीणों ने धरना-प्रदर्शन करते हुए बाढ़ के बाद प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था न करने का आरोप लगाते हुए नाराज सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने धरना शुरू कर दिया। बीच सड़क चक्का जाम कर धरने पर बैठे ग्रामीण भोजन पानी तथा मोटर बोट चलाने की मांग कर रहे थे।

ग्रामीणों का कहना रहा है कि मवेशियों को चारा पानी तथा अन्य जरूरी सामानों की आपूर्ति की जाए। व्यवस्था की मांग कर रहे ग्रामीण बाढ़ की विभिषिका के साथ ही राहत के नाम पर खानापूर्ति किए जाने से नाराज़ दिखाई दिए हैं। फिर क्या था ग्रामीणों के धरने की सूचना पर हरकत में आया प्रशासन, तत्काल व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए तब जाकर ग्रामीण पीछे हटे हैं।

वाराणसी-मिर्जापुर मार्ग पर आवागमन बंद

गंगा नदी पर बने भटौली पक्के पुल पर सोमवार की रात से पानी आ जाने से पुल के दोनों ओर का सम्पर्क मार्ग डूब गया है इससे दोनों ओर का आवागमन बाधित हो गया है। सुरक्षा की दृष्टि से पुल के ओर पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है। बताते चलें कि बाढ़ के चलते भटौली पक्का पुल पर आवागमन बंद कर दिया गया है। गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, इससे मझवां विकास खंड क्षेत्र के तटवर्ती गांव जहां पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गए हैं वहीं सैकड़ों गांवों का सम्पर्क पूरी तरह से जिला मुख्यालय से टूट गया है।

भटौली गंगा नदी पुल बंद होने से इससे रोजी-रोटी के लिए मजदूरी करने वाले श्रमिकों, कोर्ट-कचहरी जाने वाले लोगों सहित नौकरी पेशा इत्यादि कार्य से रोज जिला मुख्यालय जाने वाले लोगों की परेशानियों में इज़ाफ़ा हुआ है उन्हें अब कछवां रोड,औराई के रास्ते मिर्जापुर आना होगा। बताते चलें कि भटौली पक्के पुल के एप्रोच मार्ग के करीब एक फीट उपर से गंगा के बाढ़ का पानी बह रहा है। गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखने वालों की पुल के दोनों तरफ जहां भारी भीड़ लग रही है तो वहीं पुलिस की चौकसी तेज़ की गई है। कछवां थानाध्यक्ष अमरजीत ने बताया है कि सुरक्षा के दृष्टिगत दल बल के साथ पुलिस बल तैनात किया गया है।

लापरवाही पर होगी कार्रवाई: डीएम

जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने कलेक्ट्रेट स्थित बाढ़, आपदा कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण कर प्राप्त शिकायतों के रजिस्टर का अवलोकन किया है। उन्होंने उपस्थिति कर्मचारियों को समय से उपस्थित होकर फोन रिसीव करने व सम्बंधित को सही जवाब देने का दिया निर्देश। कहा कन्ट्रोल रूम पर रात्रि में भी सक्रिय व क्रियाशील रहे कर्मचारी वरना लापरवाही पर कार्रवाई होगी। जिलाधिकारी ने बाढ़ से जुड़े समस्याओं से सम्बंधित टोल फ्री नंबर 1077 पर अथवा 05442-357 सूचना देने की अपील के साथ ही कहा है कि जिला प्रशासन द्वारा तत्काल मदद/राहत प्रदान की जाएगी।

कलेक्ट्रेट में स्थापित बाढ़ कन्ट्रोल रूम

नम्बर- 05442-256357

टोल फ्री नंबर- 1077

तहसील सदर-05442-220188,

तहसील चुनार-05443222413

मुख्य चिकित्साधिकारी -05442-252337

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी -9696148805

सिंचाई विभाग -05542-252589

विद्युत- 8004932170

ताकि समय पर राहत और बचाव कार्य हेतु टीम को भेजा जा सके। ये कंट्रोल रूम सप्ताह के सभी सातों दिन 24 घंटे कार्यरत हैं।

Mirzapur: सर्प दंश से महिला की मौत

मीरजापुर। जिले के हलिया थाना क्षेत्र के मतवार पुलिस चौकी क्षेत्र के रामपुर नौडिहा गांव में सर्पदंश से महिला की सोमवार सुबह मौत हो गई। महिला की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। रामपुर नौडिहा गांव निवासी अवधेश अग्रहरि उर्फ डाक्टर की 35 वर्षीया पत्नी आशा देवी अग्रहरि अपने पक्के मकान के कमरे में तख्त पर सो रही थी। रविवार की देर रात सोते समय सर्प तख्त पर चढ़ गया और महिला के कान के पास डस लिया।

महिला को सर्प काटने की आशंका हुई तो बगल में रखी टार्च जलाकर देखा तो बिस्तर पर सर्प था। तत्काल पति को जगाते हुए सर्पदंश की घटना बताई। कुछ देर बाद महिला अचेत हो गई।आनन-फानन में स्वजन उपचार हेतु दवा पिलाने वैद्य के यहां ले गए लेकिन हालत में कोई सुधार नही होने पर सोमवार सुबह पांच बजे के करीब मंडलीय अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सक ने देखते ही महिला को मृत घोषित कर दिया।

महिला की मौत के बाद परिजन रोते-बिलखते हुए शव को लेकर घर चले आये। महिला को दो पुत्र और एक पुत्री है।पति दुकान चलाकर परिवार का जीविकोपार्जन करता है।

इस संबंध में थानाध्यक्ष राजीव कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रामपुर नौडिहा गांव में सर्पदंश से महिला की मौत हो गई है। परिजनों को पोस्टमार्टम कराने के लिए कहा गया है। परिजनों की सूचना पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा।

ड्रमंडगंड घाटी में भूस्खलन होने से एक लेन बंद कर हटाया जा रहा मलबा

ड्रमंड गंज मिर्जापुर । क्षेत्र में शनिवार रात से हो रही बारिश से ड्रमंडगंज घाटी में रविवार दोपहर भूस्खलन होने से घाटी में पत्थरों और मिट्टी का मलबा गिर पड़ा। कार्यदाई संस्था डीबीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी और एनएचएआई की टीम ने मलबा हटाने के लिए वाहनों का आवागमन एक लेन से बंद कराते हुए मलबा हटाने में जुटी हुई है। भारी बारिश के चलते ड्रमंडगंज घाटी में इस वर्ष तीसरी बार भूस्खलन हुआ है। 

भूस्खलन के चलते पत्थरों और मिट्टी मलबा राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह-जगह बिखरा हुआ है।टीम जेसीबी मशीन व डंफर से मलबा साफ करने में लगी हुई है। बारिश के मौसम में ड्रमंडगंज घाटी में भूस्खलन का खतरा बना रहता है। एनएचएआई के सहायक अभियंता अशोक कुमार सिंह ने बताया कि भारी बारिश से ड्रमंडगंज घाटी में भूस्खलन होने से पहाड़ का मलबा गिरकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बिखर गया है।टीम मलबा को हटाने में तेजी से जुटी हुई है।देर शाम तक मलबा साफ कर लेने पर बंद लेन को आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा।

पावस महिला काव्य गोष्ठी का हुआ आयोजन

मिर्जापुर। राष्ट्र कवि मैथिली शरण गुप्त की जयंती पर हिंदी श्री साहित्य संस्थान के तत्वावधान में अनगढ़ स्थिति एक हाल में पावस महिला काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित साहित्यकार डॉ उषा कनक पाठक रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता गाजीपुर से आयी हिंदी श्री की संरक्षक नीलम देवी ने किया। संचालन कवयित्री व लेखिका सृष्टि राज ने किया।

मुख्य अतिथि व अध्यक्ष ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सरस्वती वंदना की प्रस्तुति वंदना गुप्ता ने की। मुख्य अतिथि डॉ उषा कनक पाठक ने अपने वक्तव्य में कहा कि पावस काव्य गोष्ठी में आकर प्रसन्नता हुई। कार्यक्रम उच्चकोटी का था। कजरी मिर्जापुर की पहचान है और विशेष रूप से सावन में गाई जाती है। मुख्य अतिथि ने सुनाया कइसे खेलन जइबू सावन में कजरिया। अध्यक्षता कर रही नीलम देवी ने कहा कि सावन माह धार्मिक और प्राकृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। ऐसे में पावस महिला काव्य गोष्ठी के माध्यम से सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखना सराहनीय है।

नंदिनी वर्मा ने सुनाया चला देखी आई सावन के मेला सखी। बड़ा मन करेला सखी। इला जायसवाल ने सुनाया हरे रामा रिमझिम बरसे पनिया, कि झूले राधा रनिया ए हरी। कल्पना गुप्ता ने सुनाया बहुतय दर्द होला कृष्ण कन्हैया, कलाई जिन मरोड़ा हे बनवारी।

कार्यक्रम में सुमन, सावित्री कुमारी, अमिका सिंह, दिव्या सिंह, उर्मिला, साधना पाठक, मोहिनी, तान्या कुलश्रेष्ठ, नुसरत जमाल, पूनम सिंह, पूनम, प्रीति सोनकर, चंदा देवी, साधना वर्मा ने कजरी गीत सुनाया। कार्यक्रम के अंत में सावित्री कुमारी ने सभी का धन्यवाद प्रकट किया।

डाक्टर के नही आने पर मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला में एलटी और एएनएम ने किया मरीजों का उपचार

ड्रमंड गंज मिर्जापुर,सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी जिम्मेदार लापरवाही करने से बाज नही आ रहे हैं। मरीजों को बेहतर उपचार के लिए अस्पतालों में आयोजित होने वाला मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला जिम्मेदारों की उदासीनता से महज मजाक बनता जा रहा है।न्यू पीएचसी ड्रमंडगंज में रविवार को आयोजित मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला में बारिश के चलते डाक्टर के नही आने पर अस्पताल में आए मरीजों का एलटी राकेश पटेल व एएनएम आरती सिंह व माधुरी ने उपचार किया।

जन आरोग्य मेला में मौजूद एल टी राकेश कुमार पटेल ने बताया कि चिकित्साधिकारी डा॰ बाल कृष्ण मिश्र बारिश के कारण आरोग्य मेला में नही पहुंचे। एलटी ने बताया कि आरोग्य मेला कुल 35 मरीजों का उपचार कर निश्शुल्क दवाएं दी गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि न्यू पीएचसी ड्रमंडगंज में कार्यरत चिकित्साधिकारी अक्सर नदारद रहते हैं।

इस संबंध में प्रभारी चिकित्साधिकारी डा॰ बालकृष्ण मिश्र ने फोन उठाना मुनासिब नही समझा। प्रभारी चिकित्साधिकारी हलिया डा० अवधेश कुमार ने बताया कि न्यू पीएचसी ड्रमंडगंज के चिकित्साधिकारी बालकृष्ण मिश्र बारिश के चलते आरोग्य मेला में नही पहुंच सके।

*साहित्य : "अवनि से अम्बर तक" एक गहन आत्मकथात्मक रचना है, जो एक संकल्पशील आत्मा की यात्रा का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करती है*

मीरजापुर। अक्सर लोग हालात और परेशानी को बेड़ियां बनाकर सबकुछ भाग्य भरोसे बैठ जाते हैं और कहते सुने जाते हैं कि क्या करें भाग्य में यही लिखा था। लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि एक गंभीर बीमारी की जकड़ में आने के बाद भी संदीप कुमार शुक्ल ने अपनी परेशानी बीमारी को बंधन नहीं बनाया, बल्कि समाज को दशा और दिशा प्रदान करने के क्रम में स्वआत्मलोकन करते हुए 'अवनि से अंबर तक' पुस्तक का लेखन कर ग्रामीण परिवेश, पारिवारिक जीवन, शहरी आबो-हवा को रेखांकित कर अपने जीवन सफर का बड़े ही खूबसूरत ढंग से वर्णन किया है। यह पुस्तक न केवल समाज के उन लोगों को मार्गदर्शन प्रदान करती है जो जरा सी भी उंचाई पाते ही अपनों को यहां तक की अपने नैतिक मूल्यों को भी भूल बैठते हैं।

पेशे से शिक्षक संदीप कुमार

"अवनि से अम्बर" (तल तक चलता चल) संदीप कुमार शुक्ल द्वारा लिखित एक गहन आत्मकथात्मक रचना है, जो केवल एक व्यक्ति की जीवनयात्रा का दस्तावेज़ नहीं, बल्कि एक संकल्पशील आत्मा की यात्रा का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करती है। लेखक ने अपने जीवन के साठ वर्षों के अनुभवों को शब्दों में इस प्रकार पिरोया है कि यह पुस्तक एक प्रेरणा स्रोत के रूप में उभरती है।

पुस्तक की विषयवस्तु लेखक के बचपन से लेकर उनकी सेवानिवृत्ति तक की जीवन-यात्रा को समेटे हुए है। इसमें ग्रामीण परिवेश, पारिवारिक संघर्ष, शिक्षा प्राप्ति की कठिनाइयाँ, सामाजिक जागरूकता, और शिक्षकीय जीवन की घटनाओं का सिलसिलेवार उल्लेख किया गया है। लेखक न केवल अपने निजी और सांसारिक जीवन के अनुभव साझा करते हैं, बल्कि प्रत्येक पाठक को यह महसूस कराते हैं कि 'संघर्ष से ही सफलता की राह बनती है।

गौरतलब हो कि अवनि से अंबर तक पुस्तक के लेखक

संदीप कुमार शुक्ल मिर्ज़ापुर नगर के निवासी तथा राजकीय हाईस्कूल रामपुर वासिद अली लालगंज के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य रहें हैं। उनकी इस पुस्तक पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए साहित्य पत्रकारिता तथा शिक्षा विभाग से नाता रखने वाले उच्चाधिकारियों ने भी अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए संदीप कुमार शुक्ल के लेखन शैली और उनके विचारों को सराहा है।