मिर्जापुर : गंगा नदी में आया उफ़ान, सैकड़ों गांवों का सम्पर्क मुख्यालय से टूटा, नाराज़ बाढ़ प्रभावितों ने किया प्रदर्शन
मिर्ज़ापुर। गंगा नदी में लगातार पानी का बढ़ता दायरा तटवर्तीय गांवों में हड़कंप मचा रखा है। लोगों को पलायन करना पड़ रहा है तो कई गांवों का एक दूसरे से सम्पर्क टूट गया है। मिर्जापुर कछवां होते हुए वाराणसी जाने वाले मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है। गंगा नदी पर बने भटौली पुल के दोनों पहुंच मार्ग बाढ़ के पानी की चपेट में आ जाने से दोनों ओर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है।
दूसरी ओर गंगा नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर से बाढ़ में फंसे लोगों को राशन पानी सहित सुरक्षित जगहों तक पहुंचाने का भी काम सदर एसडीएम द्वारा लगातार जारी है। 24 घंटे राहत बचाव कार्य जारी है लगातार क्षेत्र में भ्रमणशील रहते हुए प्रशासनिक राहत टीम बाढ़ पीड़ितों के फंसे होने की सूचना पर बारिश में भींगते हुए पहुंच रही है। हालांकि कुछ गांव में राहत सामाग्री सहित अन्य समस्याओं को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश भी देखा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधि फोटो खिंचवाने तक सीमित हैं। वह कुछेक इलाकों का निरीक्षण कर चलते बन रहें हैं।
दूसरी ओर कोन विकास खंड क्षेत्र के श्रीपट्टी, मवैया गांव में बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों ने व्यवस्था से खिन्न होकर सोमवार को गांव में प्रर्दशन कर सड़क पर उतर आए।जानकारी होते ही पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। बाढ़ और आपदा से परेशान ग्रामीणों ने धरना-प्रदर्शन करते हुए बाढ़ के बाद प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था न करने का आरोप लगाते हुए नाराज सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने धरना शुरू कर दिया। बीच सड़क चक्का जाम कर धरने पर बैठे ग्रामीण भोजन पानी तथा मोटर बोट चलाने की मांग कर रहे थे।
ग्रामीणों का कहना रहा है कि मवेशियों को चारा पानी तथा अन्य जरूरी सामानों की आपूर्ति की जाए। व्यवस्था की मांग कर रहे ग्रामीण बाढ़ की विभिषिका के साथ ही राहत के नाम पर खानापूर्ति किए जाने से नाराज़ दिखाई दिए हैं। फिर क्या था ग्रामीणों के धरने की सूचना पर हरकत में आया प्रशासन, तत्काल व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए तब जाकर ग्रामीण पीछे हटे हैं।
वाराणसी-मिर्जापुर मार्ग पर आवागमन बंद
गंगा नदी पर बने भटौली पक्के पुल पर सोमवार की रात से पानी आ जाने से पुल के दोनों ओर का सम्पर्क मार्ग डूब गया है इससे दोनों ओर का आवागमन बाधित हो गया है। सुरक्षा की दृष्टि से पुल के ओर पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है। बताते चलें कि बाढ़ के चलते भटौली पक्का पुल पर आवागमन बंद कर दिया गया है। गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, इससे मझवां विकास खंड क्षेत्र के तटवर्ती गांव जहां पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गए हैं वहीं सैकड़ों गांवों का सम्पर्क पूरी तरह से जिला मुख्यालय से टूट गया है।
भटौली गंगा नदी पुल बंद होने से इससे रोजी-रोटी के लिए मजदूरी करने वाले श्रमिकों, कोर्ट-कचहरी जाने वाले लोगों सहित नौकरी पेशा इत्यादि कार्य से रोज जिला मुख्यालय जाने वाले लोगों की परेशानियों में इज़ाफ़ा हुआ है उन्हें अब कछवां रोड,औराई के रास्ते मिर्जापुर आना होगा। बताते चलें कि भटौली पक्के पुल के एप्रोच मार्ग के करीब एक फीट उपर से गंगा के बाढ़ का पानी बह रहा है। गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखने वालों की पुल के दोनों तरफ जहां भारी भीड़ लग रही है तो वहीं पुलिस की चौकसी तेज़ की गई है। कछवां थानाध्यक्ष अमरजीत ने बताया है कि सुरक्षा के दृष्टिगत दल बल के साथ पुलिस बल तैनात किया गया है।
लापरवाही पर होगी कार्रवाई: डीएम
जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने कलेक्ट्रेट स्थित बाढ़, आपदा कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण कर प्राप्त शिकायतों के रजिस्टर का अवलोकन किया है। उन्होंने उपस्थिति कर्मचारियों को समय से उपस्थित होकर फोन रिसीव करने व सम्बंधित को सही जवाब देने का दिया निर्देश। कहा कन्ट्रोल रूम पर रात्रि में भी सक्रिय व क्रियाशील रहे कर्मचारी वरना लापरवाही पर कार्रवाई होगी। जिलाधिकारी ने बाढ़ से जुड़े समस्याओं से सम्बंधित टोल फ्री नंबर 1077 पर अथवा 05442-357 सूचना देने की अपील के साथ ही कहा है कि जिला प्रशासन द्वारा तत्काल मदद/राहत प्रदान की जाएगी।
कलेक्ट्रेट में स्थापित बाढ़ कन्ट्रोल रूम
नम्बर- 05442-256357
टोल फ्री नंबर- 1077
तहसील सदर-05442-220188,
तहसील चुनार-05443222413
मुख्य चिकित्साधिकारी -05442-252337
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी -9696148805
सिंचाई विभाग -05542-252589
विद्युत- 8004932170
ताकि समय पर राहत और बचाव कार्य हेतु टीम को भेजा जा सके। ये कंट्रोल रूम सप्ताह के सभी सातों दिन 24 घंटे कार्यरत हैं।

6 hours ago