जब वो वक्त आएगा, तब देखा जाएगा', रूस प्रतिबंध विधेयक को लेकर बोले एस जयशंकर
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रूस के यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने के बाद से अमेरिका की कोशिश रूस को आर्थिक रूप से कमजोर करने की रही है। अमेरिका ने लगातार ऐसे देशों पर दबाव बनाने की कोशिश की है, जो रूस के साथ व्यापार करते हैं। हालांकि चीन, भारत, ईरान जैसे देशों ने अमेरिका की धमकियों को नजरअंदाज किया है। ऐसे में बीच-बीच में अमेरिकी नेता इन देशों पर खीज निकालते रहते हैं। अब अमेरिका के सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने एक बार फिर भारत को नए टैरिफ लगाने की धमकी दी है। इसी बीच अमेरिका के दौरे पर गए भारतीय विदेश मंत्रा ने अमेरिका सीनेटर की धमकी का जवाब दिया है।
अमेरिका दौरे पर गए भारतीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से बुधवार को अमेरिकी सांसद लिंडसे ग्राहम के नए विधेयक को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भारतीय दूतावास और हमारे राजदूत लिंडसे ग्राहम के संपर्क में हैं, बाकी जब विधेयक पारित होगा तो उस वक्त देखा जाएगा कि क्या करना है।
बढ़ सकती हैं भारत की मुश्किलें
अमेरिका के सीनेटर लिंडसे ग्राहम रूस प्रतिबंध विधेयक ला रहे हैं, जिसमें रूस से तेल, गैस, यूरेनियम और अन्य उत्पाद खरीदने वाले देशों से अमेरिका में आने वाले सामान पर 500 प्रतिशत टैरिफ लगाने का प्रावधान है। अगर ऐसा होता है तो भारत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि जब से रूस यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ है, तब से भारत अपनी जरूरत के तेल का बड़ा हिस्सा रूस से ही खरीद रहा है।
निशाने पर भारत और चीन
डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के नेता ग्राहम का कहना है कि भारत और चीन ऐसे देश हैं, जो लगातार रूस की मदद कर रहे हैं। अगर ये देश ऐसा करने से नहीं रुकते हैं तो फिर इन पर 500 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया जाएगा। ग्राहम ने दावा किया कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनको चीन और भारत पर प्रतिबंध लगाने वाला विधेयक (सैंक्शन बिल) तैयार करने को कहा है। उन्होंने कहा कि अब इस विधेयक पर आगे बढ़ने का समय आ गया है। इस विधेयक के निशाने पर खासतौर से भारत और चीन हैं।
Jul 03 2025, 17:43