भाजपा की स्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार को घेरने की कोशिश
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री अजय साह ने एक प्रेस वार्ता में हेमंत सोरेन सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने रिम्स-2 परियोजना को लेकर पार्टी की आधिकारिक स्थिति स्पष्ट की और वर्तमान रिम्स की बदहाली को उजागर किया।
रिम्स की बदहाली:
- डॉक्टरों और कर्मचारियों की कमी: श्री साह ने कहा कि रिम्स में डॉक्टरों, प्रोफेसरों, नर्सों और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भारी कमी है।
- बुनियादी सुविधाओं की कमी: उन्होंने कहा कि रिम्स में ज़रूरी उपकरण और बुनियादी दवाइयों की भारी कमी है।
रिम्स-2 परियोजना पर सवाल:
- कमीशनखोरी और टेंडर घोटाला: श्री साह ने आरोप लगाया कि सरकार की प्राथमिकता जनस्वास्थ्य नहीं, बल्कि हज़ारों करोड़ की इमारत बनवाकर कमीशनखोरी करना है।
- वैकल्पिक विकल्प: उन्होंने सुझाव दिया कि रांची में एक ही हज़ार करोड़ रुपये का अस्पताल बनाने के बजाय, राज्य के पाँच प्रमंडलों में दो-दो सौ करोड़ की लागत से पाँच अस्पताल खोले जा सकते हैं।
सरकार को घेरने की कोशिश:
- मोदी मॉडल अपनाने की सलाह: श्री साह ने सरकार को मोदी मॉडल अपनाने की सलाह दी, जहाँ केंद्र सरकार दिल्ली एम्स पर बढ़ते भार को कम करने के लिए देशभर में नए एम्स खोल रही है।
- ग्रामीण इलाकों में अस्पताल खोलने का सुझाव: उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक जिले में चालीस करोड़ रुपये की लागत से 24 आधुनिक अस्पताल स्थापित किए जा सकते हैं।
Jun 08 2025, 13:24