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वैज्ञानिकों की बड़ी उपलब्धि,नजदीकी तारा बर्नार्ड स्टार के चारों ओर चार छोटे ग्रह मिले
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डेस्क:–खगोलविदों ने नए सबूतों का खुलासा किया है कि बर्नार्ड स्टार, पृथ्वी के दूसरे सबसे नज़दीकी तारा तंत्र के चारों ओर सिर्फ़ एक नहीं बल्कि चार छोटे ग्रह चक्कर लगा रहे हैं। चारों ग्रह जिनमें से प्रत्येक का द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का लगभग 20 से 30% है, अपने गृह तारे के इतने नज़दीक हैं कि वे कुछ ही दिनों में पूरे तारे का चक्कर लगा लेते हैं। इसका मतलब शायद यह है कि वे रहने लायक होने के लिए बहुत गर्म हैं, लेकिन यह खोज आस-पास के सितारों के चारों ओर छोटे ग्रहों की खोज के लिए एक नया बेंचमार्क है।

शिकागो विश्वविद्यालय में पीएचडी छात्र और अध्ययन के पहले लेखक रित्विक बसंत ने कहा कि "यह वास्तव में एक रोमांचक खोज है - बर्नार्ड स्टार हमारा ब्रह्मांडीय पड़ोसी है और फिर भी हम इसके बारे में बहुत कम जानते हैं।" "यह पिछली पीढ़ियों के इन नए उपकरणों की सटीकता के साथ एक सफलता का संकेत दे रहा है।" यह खोज नवंबर में एक अलग दूरबीन का उपयोग करने वाली टीम द्वारा किए गए अध्ययन को बल देती है, जिसने बर्नार्ड के तारे के चारों ओर एक ग्रह के होने के पुख्ता सबूत पाए थे और अन्य ग्रहों के होने के संकेत दिए थे।

नया अध्ययन जिसमें जेमिनी वेधशाला/राष्ट्रीय विज्ञान फाउंडेशन NOIRLab, हीडलबर्ग विश्वविद्यालय और एम्स्टर्डम विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक शामिल थे, 11 मार्च को द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में प्रकाशित हुआ है। एक सदी से खगोलविद बर्नार्ड के तारे का अध्ययन कर रहे हैं, ताकि इसके चारों ओर ग्रह मिल सकें। 1916 में ई. ई. बर्नार्ड द्वारा पहली बार खोजा गया, यह निकटतम प्रणाली है जिसका विन्यास हमारे जैसा ही है - यानी केवल एक तारे के साथ। (हमारे सबसे निकट का तारा तंत्र, प्रॉक्सिमा सेंटॉरी में तीन तारे एक दूसरे की परिक्रमा करते हैं, जो ग्रह निर्माण और कक्षाओं की गतिशीलता को बदल देता है)।

बर्नार्ड का तारा एक प्रकार का M बौना तारा है, जिसके बारे में अब हम जानते हैं कि यह ब्रह्मांड में बहुत अधिक संख्या में है। इसलिए वैज्ञानिक इस बारे में अधिक जानना चाहेंगे कि वे किस प्रकार के ग्रहों की मेजबानी करते हैं। समस्या यह है कि ये दूर के ग्रह इतने छोटे हैं कि उन्हें अपने सितारों की चमक के आगे नहीं देखा जा सकता, यहाँ तक कि हमारी सबसे शक्तिशाली दूरबीनों से भी नहीं। इसका मतलब है कि वैज्ञानिकों को उन्हें खोजने के लिए रचनात्मक होना पड़ा है।
होली और जुमे की नमाज़ शांतिपूर्ण, पुलिस कमिश्नर ने लिया सुरक्षा का जायजा
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डेस्क:–उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में शुक्रवार को होली और जुमे की नमाज़ के मद्देनज़र पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए स्वयं क्षेत्र में भ्रमण किया। उनके साथ अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) शिवहरि मीणा और अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) अजय कुमार सहित पुलिस बल के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

पुलिस कमिश्नर ने विभिन्न थाना क्षेत्रों में पुलिस बल के साथ भ्रमण किया और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को सतर्क रहने और सीसीटीवी कैमरों एवं ड्रोन कैमरों के माध्यम से निगरानी रखने के निर्देश दिए। पुलिसकर्मियों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में मुस्तैद रहने और ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए कहा गया।

पुलिस कमिश्नर ने भीड़भाड़ वाले बाजारों और मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में पैदल मार्च किया और वहां की सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यातायात सुचारू रूप से चलता रहे और शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, पीआरवी वाहनों की मदद से पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए।

गौतमबुद्ध नगर पुलिस सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रख रही है। भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा, अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय अजय कुमार और संबंधित जोन के डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। सभी जोन के डीसीपी, एडीसीपी और एसीपी अपने-अपने क्षेत्रों में पुलिस बल के साथ लगातार भ्रमण कर रहे हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
होली और जुमे की नमाज़ शांतिपूर्ण, पुलिस कमिश्नर ने लिया सुरक्षा का जायजा
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डेस्क:–उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में शुक्रवार को होली और जुमे की नमाज़ के मद्देनज़र पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए स्वयं क्षेत्र में भ्रमण किया। उनके साथ अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) शिवहरि मीणा और अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) अजय कुमार सहित पुलिस बल के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

पुलिस कमिश्नर ने विभिन्न थाना क्षेत्रों में पुलिस बल के साथ भ्रमण किया और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को सतर्क रहने और सीसीटीवी कैमरों एवं ड्रोन कैमरों के माध्यम से निगरानी रखने के निर्देश दिए। पुलिसकर्मियों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में मुस्तैद रहने और ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए कहा गया।

पुलिस कमिश्नर ने भीड़भाड़ वाले बाजारों और मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में पैदल मार्च किया और वहां की सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यातायात सुचारू रूप से चलता रहे और शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, पीआरवी वाहनों की मदद से पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए।

गौतमबुद्ध नगर पुलिस सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रख रही है। भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा, अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय अजय कुमार और संबंधित जोन के डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। सभी जोन के डीसीपी, एडीसीपी और एसीपी अपने-अपने क्षेत्रों में पुलिस बल के साथ लगातार भ्रमण कर रहे हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
ॐ नमः शिवाय बोलते ही हिलने लगा शिव जी का त्रिशूल, चमत्कार देख हैरान रह जाएंगे
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डेस्क:–आजकल सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें शिवजी के त्रिशूल का हिलते हुए दृश्य दिखाई दे रहा है। यह वीडियो धार्मिक आस्था से जुड़े एक चमत्कारी अनुभव को लेकर चर्चा का विषय बन गया है। वीडियो में एक व्यक्ति 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करते हुए शिवजी के मंदिर में खड़ा दिखाई दे रहा है और जैसे ही वह मंत्र का उच्चारण करता है, शिवजी का त्रिशूल हल्का सा हिलने लगता है। इसके बाद वह दोबारा से मंत्र का उच्चारण करता है और एक बार फिर से शिवलिंग का पास जमीन में एक त्रिशूल गड़ा हुआ है जो अचानक हिलने लगता है। वीडियो देखकर लोग काफी हैरान रह गए हैं। शिवभक्त वीडियो को देखकर कह रहे हैं कि ये किसी चमत्कार से कम नहीं है।

सोशल मीडिया पर इस वीडियो ने सभी को हैरान कर दिया है। वीडियो की शुरुआत में आप साफ देख सकते हैं कि एक शिव जी मंदिर में कुछ लोग मौजूद हैं और शिवलिंग की पूजा कर रहे है। इसके बाद मंदिर में मौजूद एक शख्स शिव जी के 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करता है। जैसे ही वह शख्स जाप करता है शिवलिंग के पास जमीन में गड़ा हुआ त्रिशूल अचानक हिलने लगता है। वीडियो में दिख रहा है कि त्रिशूल खुद से ही हिल रहा है और ऐसा एक-दो बार नहीं, बल्कि कई बार होता है। मंदिर में मौजूद लोग इस दृश्य को देखकर काफी दंग रह जाते हैं।

सोशल मीडिया पर यह वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को नाम के अकाउंट से इंस्टाग्राम पर शेयर किया गया है। वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि, आज जबरदी में नर्मदेस्वर महादेव मंदिर में महाकाल के साक्षात दर्शन हो गए। इस वीडियो को लाखों लोग देख चुके हैं और 1 लाख 34 हजार से अधिक लोग लाइक कर चुके हैं। इतना ही नहीं कई लोगों ने वीडियो पर कमेंट करके अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। वीडियो का कमेंट सेक्शन ‘हर-हर महादेव’ जैसे नारों से गूंज रहा है। वायरल वीडियो में पूजा के दौरान शिवलिंग के पास जो कुछ भी होता हुआ नजर आता है, उसे लोग चमत्कार बता रहे हैं।
डेस्क:–Vivo T4x 5G की Sale फ्लिपकार्ट पर शुरू, पाएं बैंक ऑफर और आकर्षक  डिस्काउंट
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डेस्क:–VIVO ने नया स्मार्टफोन में Vivo T4x 5G भारतीय बाजार में लॉन्च किया था। कल दोपहर 12 बजे फ्लिपकार्ट पर इस स्मार्टफोन की सेल शुरू हो गई है। इस सेल के दौरान ग्राहकों को बैंक ऑफर, एक्सचेंज ऑफर और डिस्काउंट भी मिलेगा। बता दें कि Vivo T4x 5G स्मार्टफोन को लगभग 13 हजार की कीमत में खरीदा जा सकता है।

*Vivo T4x 5G के फीचर*

Vivo T4x 5G में कई नए फीचर दिए गए है। डिस्पले की बात करें तो 6.72 इंच की बड़ी LCD डिस्पले जो 120 HZ रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करेगी। प्रोसेसर की बात करें तो MediaTek Dimensity का प्रोसेसर, 8GB रैम और 256 GB स्टोरेज का विकल्प दिया गया है।

*Vivo T4x 5G का कैमरा*

Vivo T4x 5G में नए फीचर के साथ ही बेहतर फोटो कैप्चर करने के लिए 50 MP का मेन कैमरा दिया गया है और फ्रंट में सेल्फी के लिए 8MP का कैमरा दिया गया है। वहीं बैटरी की बात करें तो इस स्मार्टफोन में बड़ी 6500mAh की बैटरी दी गई है। बैटरी को चार्ज करने के लिए 45W का फास्ट चार्जिंग सपोर्ट भी और C-TYPE चार्जिंग पोर्ट दिया गया है।

होली का पर्व भारत में रंगों, उमंग और उत्साह का प्रतीक है,लेकिन ब्रज के फालैन गांव में यह त्योहार एक अनोखे चमत्कार के साथ मनाया जाता है
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डेस्क:–होली का पर्व भारत में रंगों, उमंग और उत्साह का प्रतीक है, लेकिन ब्रज के फालैन गांव में यह त्योहार एक अनोखे चमत्कार के साथ मनाया जाता है। करीब 10 हजार की आबादी वाला यह गांव होली के लिए प्रसिद्ध है, जहां इस त्योहार पर घर और दीवारें शादी और दीपावली की तरह सजाए जाते हैं। यहां की सबसे खास बात है होलिका दहन के दौरान पुजारी का जलती आग के बीच से सकुशल निकल जाना, जो लोगों के लिए आस्था और उत्साह का सबसे बड़ा कारण है।

प्राचीन कथा के अनुसार, हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र प्रह्लाद को भगवान विष्णु की भक्ति के कारण मारने की कोशिश की थी। उसकी बहन होलिका, जिसे आग से न जलने का वरदान था, प्रह्लाद को लेकर अग्नि में बैठी। लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद बच गए और होलिका भस्म हो गई। इसी घटना की याद में होलिका दहन मनाया जाता है।

फालैन गांव के बाहर स्थित प्रह्लाद मंदिर यहां होलिका दहन के आयोजन को बहुत खास बनाते हैं। होलिका दहन के दिन फालैन में गोबर के कंडों (उपलों) का एक विशाल ढेर बनाया जाता है, जिसे "उपले का पहाड़" भी कह सकते हैं। इस ढेर में आग लगाई जाती है, जो रात भर धधकती रहती है। होलिका दहन के बाद पुजारी जलती आग के बीच से गुजरता है और उसे कुछ भी नहीं होता। पुजारी का कहना है कि इस दौरान उन्हें ऐसा लगता है जैसे स्वयं प्रह्लाद जी उनके साथ खड़े हों।

प्रह्लाद मंदिर के पुजारी के परिवार कई सौ सालों से चली आ रही इस परंपरा का हिस्सा हैं। वे होलिका दहन से पहले 40-45 दिनों तक कठोर ब्रह्मचर्य व्रत और नियमों का पालन करते हैं। उनकी आस्था और तप के बाद यह माना जाता है कि अब अग्निदेव उनके शरीर को स्पर्श नहीं कर सकते हैं। होलिका दहन की तड़के सुबह वे कुंड में स्नान करते हैं और इस दौरान उनके शरीर पर सिर्फ एक पीला गमछा होता है। फिर वह उपले के पहाड़ के बीच धधकती आग के बीच से निकल जाते हैं। आश्चर्यजनक रूप से एक चिंगारी भी उन्हें छू नहीं पाती।

मंदिर के पास स्थित कुंड इस परंपरा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। ऐसा माना जाता है कि इस कुंड से प्रह्लाद जी की मूर्ति और माला प्रकट हुई थी। होलिका दहन के दिन पुजारी इस माला को पहनकर आग के बीच से गुजरता है और सकुशल बाहर आ जाता है। यह मंदिर और कुंड गांव वालों के लिए श्रद्धा का केंद्र है।

इस तरह फालैन में होली सिर्फ रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि आस्था और चमत्कार का संगम है। प्रह्लाद मंदिर और पुजारी की यह परंपरा इसे देशभर में अनोखा बनाती है। गांव वाले इस चमत्कार को देखने के लिए उत्साहित रहते हैं और इसे प्रह्लाद की भक्ति और भगवान की कृपा का प्रतीक मानते हैं। यहां की होली न केवल रंगों से सराबोर होती है, बल्कि आस्था की उस अग्नि से भी प्रकाशित होती है, जो भक्त प्रह्लाद की भक्ति की कहानी को जीवित रखती है।
दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे CM Yogi, रोपवे परियोजना का लिया जायजा
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डेस्क:–उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। उन्होंने शहर में हो रहे विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण किया। सीएम योगी का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है।

सीएम योगी ने खासतौर पर सिगरा स्थित निर्माणाधीन अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे का जायजा लिया। यह रोपवे देश के पहले अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे के रूप में स्थापित हो रहा है, जो वाराणसी में परिवहन की सुविधा को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। परियोजना के पूरा होने के बाद पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों के लिए यात्रा करना और भी सुविधाजनक होगा। अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे के निर्माण के बाद वाराणसी में पर्यटन के क्षेत्र में भी वृद्धि की उम्मीद जताई जा रही है।

अपने इस दौरे पर सीएम योगी ने वाराणसी के राजा तालाब के गंजरी स्थित अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का भी निरीक्षण किया। वह अलग-अलग धार्मिक स्थलों पर पूजा-अर्चना भी करेंगे। इस दौरान, वह काशी विश्वनाथ के दर्शन करने भी जा सकते हैं। जानकारी के अनुसार, सीएम योगी वाराणसी के सर्किट हाउस पहुंचेंगे, जहां वह अलग-अलग विभाग के अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था और विभिन्न परियोजनाओं को लेकर अहम बैठक करेंगे।

वाराणसी पहुंचने से पहले, सीएम योगी ने जौनपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागी कलाकारों को सम्मानित किया। सीएम ने इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए एक्स पर लिखा, "डबल इंजन की भाजपा सरकार, बिना भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ हर गांव, गरीब, किसान, युवा और महिलाओं के साथ समाज के प्रत्येक तबके को उपलब्ध करवा रही है।

जनपद जौनपुर में आज 'जौनपुर महोत्सव' के प्रतिभागी कलाकारों को सम्मानित किया। साथ ही, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 1,001 जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान कर प्रभु श्री राम से उनके सुखी दांपत्य जीवन हेतु कामना की। सभी नव दंपतियों एवं आयोजकों को हृदय से बधाई और होली की मंगलमय शुभकामनाएं!"
वृंदावन में Holi का उल्लास, राधा वल्लभ मंदिर में भक्तों का सैलाब
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डेस्क:–उत्तर प्रदेश के ब्रज में होली का उल्लास चरम पर पहुंच चुका है। राधा-कृष्ण की प्रेम भक्ति में डूबे श्रद्धालु हर ओर रंगों की बौछार में सराबोर नजर आ रहे हैं। इस पावन अवसर पर वृंदावन के प्रसिद्ध राधा वल्लभ मंदिर में विशेष उत्सव का आयोजन किया गया, जहां ठाकुर जी पर चढ़ाए गए प्रसाद का रंग भक्तों पर बरसाया गया।

राधा वल्लभ मंदिर का प्रांगण रंगों से गूंज उठा। मंदिर में अबीर और गुलाल की छटा बिखरी हुई थी, और हर दिशा से श्रद्धालु रंगों में रंगते हुए श्री राधा और श्री कृष्ण की भक्ति में लीन थे। सेवायत गोस्वामियों ने जब रंगों की वर्षा शुरू की, तो मंदिर परिसर में उपस्थित भक्तगण आनंदित हो उठे और राधारानी तथा श्री कृष्ण के नाम पर नृत्य करने लगे। 'राधे-राधे' और 'बांके बिहारी लाल की जय' के उद्घोष से पूरा वातावरण भक्ति और उल्लास से भर गया।

इस दौरान देश-विदेश से आए भक्तगण इस अनोखी होली का आनंद ले रहे थे। उनकी आंखों में दिव्य प्रेम और उल्लास की झलक साफ नजर आ रही थी। श्रद्धालुओं का मानना है कि वृंदावन की होली का रंग ईश्वरीय प्रेम से जुड़ा होता है, जो उन्हें एक अद्वितीय आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति कराता है।

वृंदावन की होली को केवल एक पर्व के रूप में नहीं, बल्कि एक गहरी भक्ति और प्रेम के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। इस अवसर पर मंदिर में संकीर्तन, भजन-कीर्तन और नृत्य की भी विशेष व्यवस्था की गई थी, जिसमें भक्तगण भाग लेकर अपनी भक्ति को नृत्य और गायन के माध्यम से व्यक्त कर रहे थे। वहीं, सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासन पूरी तरह सतर्क था। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर प्रशासन ने सभी आवश्यक प्रबंध किए थे, ताकि भक्तगण बिना किसी परेशानी के इस पवित्र उत्सव का हिस्सा बन सकें।

ब्रज की होली की यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और हर साल भक्तों के लिए एक अनोखा अनुभव लेकर आती है। राधा वल्लभ मंदिर में आयोजित इस होली उत्सव ने भक्तों को ईश्वरीय प्रेम और रंगों के संगम में पूरी तरह डुबो दिया, जिससे हर कोई राधा-कृष्ण की भक्ति में पूरी तरह रमा हुआ महसूस कर रहा था।

गौरांगी शरण दास महाराज ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "राधा वल्लभ लाल की तो बसंत पंचमी से होली शुरू हो गई है और वह धीरे-धीरे अपने चरम पर पहुंच गई है। जिस दिन होली जलती है, वह हमारा अंतिम दिन होता है। होली के दिन रात्रि में समाज में जो पद चल रहे होते हैं, उसमें फाग की विदाई होती है। इस समय टेसू के रंगों से बनाया हुआ रंग सभी पर डाला जाता है। देखने में यह रंग ऐसा लगता है मानो प्रिया लाल राधा वल्लभ लाल अपना प्यार और प्रेम भक्तों पर बरसा रहे हों। होली प्रेम का त्योहार है, यहां प्रेम ही लुटाया जाता है और प्रेम ही लूटा जाता है।"
देवकीनंदन महाराज की हाइड्रोलिक पिचकारी से वृंदावन में होली की धूम
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डेस्क:–उत्तर प्रदेश के वृंदावन स्थित श्री प्रियाकान्त जू मंदिर में गुरुवार को हाइड्रोलिक होली खेली जाएगी। देश में होली की धूम है। 13 मार्च को होलिका दहन है। मथुरा वृंदावन में बसंत पंचमी के बाद से ही रंग-अबीर-गुलाल से लोग होली मना रहे हैं। वहीं श्री प्रियाकांत जू मंदिर में लड्डू-जलेबी होली, रसिया होली, लट्ठमार होली, छड्डीमार होली और गुलाल होली के बाद आज प्रमुख धार्मिक नेता देवकीनंदन महाराज हाइड्रोलिक पिचकारी का उपयोग करके भक्तों पर रंगों की वर्षा करेंगे, जो इस मंदिर में होली उत्सव की एक विशेष विशेषता बन गई है।

मंदिर के अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस कार्यक्रम के लिए रंग प्राकृतिक टेसू के फूलों से तैयार किए गए हैं, ताकि पर्यावरण के अनुकूल उत्सव सुनिश्चित किया जा सके।

विगत आठ दिनों से श्री प्रियाकांत जू मंदिर में होली खेली जा रही है। मंदिर में होली उत्सव की शुरुआत विश्व शांति प्रार्थना और श्रीमद्भागवत कथा के शुभारंभ के साथ हुई। कार्यक्रम के पहले दिन प्रमुख आध्यात्मिक नेताओं ने भाग लिया, जिसमें हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास महाराज और सत्यमित्रानंद महाराज शामिल थे, जिन्होंने व्यासपीठ पूजन किया और भक्तों को संबोधित किया।

अपने प्रवचन में देवकीनंदन महाराज ने श्रीमद्भागवत कथा को ईमानदारी से सुनने के महत्व पर प्रकाश डाला और इस बात पर जोर दिया कि इसे केवल मनोरंजन के रूप में नहीं, बल्कि आध्यात्मिक रूप से समृद्ध अनुभव के रूप में देखा जाना चाहिए।

मंदिर सचिव विजय शर्मा ने बताया कि गुरुवार को होलिका दहन के दिन, आगंतुकों को विभिन्न प्रकार की पारंपरिक होली का अनुभव होगा, जिसमें उन्हें ब्रज की संपूर्ण होली परंपराओं की झलक देखने को मिलेगी।

इस उत्सव में भक्ति, मौज-मस्ती और सामुदायिक भावना का अनूठा मिश्रण होने की उम्मीद है, क्योंकि भक्त इस आनंदमय उत्सव में भाग लेंगे। श्री प्रियकांत जू मंदिर में इस साल की होली सभी के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होने का वादा करती है, जिसमें आध्यात्मिक अनुष्ठानों को भारत के सबसे प्रिय त्योहारों में से एक की जीवंतता के साथ जोड़ा जाएगा।
Airtel के बाद Jio और Starlink के बीच हुई डील, सैटेलाइट से भारत में हाई-स्पीड इंटरनेट
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डेस्क:–नई दिल्ली: Reliance Jio ने Elon Musk के SpaceX से पार्टनरशिप कर ली है, जिसके बाद Starlink सर्विस को भारत में लाया जाएगा. Starlink सेटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर है, जो लंबे समय भारत में अपनी सर्विस शुरू करने की कोशिश कर रहा है. एक दिन पहले ही Airtel ने भी SpaceX के साथ पार्टनरशिप का ऐलान किया था.

एक दिन पहले यानी मंगलवार को Airtel ने बताया था कि Airtel ने SpaceX के साथ पार्टनरशिप की है, जिसके बाद भारतीय कस्टमर को जल्द ही Starlink का हाई स्पीड इंटरनेट मिलेगा. हालांकि अभी SpaceX को भारतीय अथॉरिटीज से लाइसेंस लेना बाकी है, सभी अप्रूवल मिलने के बाद ही भारत में SpaceX की सर्विस भारत में शुरू हो सकेंगी.

Starlink, एक सेटेलाइट बेस्ड हाई स्पीड इंटरनेट सर्विस है, जिसे खुद Elon Musk की कंपनी SpaceX ने डेवलप किया है. इसके लिए मोबाइल टावर लगाने की जरूरत नहीं होता है. Starlink दुनिया भर में हाई-स्पीड इंटरनेट प्रोवाइड कराना चाहती है.ख खासकर उन इलाकों में जहां वायर ब्रॉडबैंड उपलब्ध नहीं है.

Starlink में हजारों लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) सेटेलाइट होते हैं, जो धरती से लगभग 550 किमी ऊपर होते हैं. ये सेटेलाइट लेजर लिंक की मदद से एक दूसरे से कनेक्ट होते हैं और डेटा को तेजी से ट्रांसमिट करते हैं.

Starlink की सर्विस का इस्तेमाल करने के लिए एक छोटी डिश लगानी होती है, जिसे Starlink टर्मिनल भी कहते हैं. इसको कस्टमर को घर पर सेटअप कराना पड़ता है. यह डिश आसमान में मौजूद सैटेलाइट से सिग्नल रिसीव करता है और सेंड करता है. इसके बाद यह डिश WiFi राउटर से कनेक्ट होती है, जो घर के अंदर लगा होता है .

Starlink के काम करने के तरीके को देखें तो ये भारत में इंटरनेट कनेक्टिविटी को बेहतर कर सकता है. इसका फायदा रूरल और रिमोट एरियों में देखने में मिलेगा. भारत में अभी भी बहुत से गांव और पहाड़ी इलाके हैं, जहां फाइबर इंटरनेट नहीं पहुंच पाया है, ऐसे में Starlink से उनको फायदा हो सकता है. रिमोट एरियों में मौजूद स्कूल और अस्पतालों को इससे काफी फायदा हो सकता है.