*सूर्यकुण्ड धाम पर वैदिक पुस्तकालय को तोड़ने का मुकदमा दर्ज*
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गोरखपुर- सूर्यकुण्डधाम सरोवर परिसर में वैदिक पुस्तकालय की दिवाल को ध्वस्त करने वालों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत हुआ। सूर्यकुण्डधाम जीर्णोंद्धार समिति द्धारा विगत दिनों में सूर्यकुण्डधाम सरोवर परिसर में एक वैदिक पुस्तकालय का निर्माण कार्य कराया जा रहा था। जिसका भूमिपूजन 11 जनवरी को विधान परिषद के सदस्य डा0 धर्मेन्द्र सिंह द्धारा किया गया।
वैदिक पुस्तकालय के नवनिर्मित दिवाल को 06 मार्च की मध्य रात्रि के पश्चात सन्तोष मणि त्रिपाठी पुत्र सुभाष मणि त्रिपाठी, अरविन्द चैरसिया पुत्र स्व. रामनाथ चैरसिया, मदन राजभर पुत्र मिठाईलाल राजभर, प्रणय श्रीवास्तव पुत्र स्व. पुरुषोत्तम श्रीवास्तव एवं अज्ञात लोगों द्धारा हरवा हथियार की सहायता से पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया। प्रातःकाल इसकी जानकारी मिलने पर समिति के लोगों ने पूरी घटना की जानकारी एक आवेदन पत्र के माध्यम से थानाध्यक्ष तिवारीपुर को दी। घटना का संज्ञान लेते हुए थानाध्यक्ष ने जांच की जिम्मेदारी चौकी प्रभारी सूर्यविहार को सौपी। जाॅच के दौरान जब चैकी प्रभारी अखिलेश तिवारी द्धारा आस-पास के सी सी टी वी फूटेज को खंगालने पर रात्रि 01ः15 बजे उपरोक्त लोग हाथ में सब्बल, खनती इत्यादि लेकर निर्माणाधीन पुस्तकालय की ओर जाते हुए पाये गये तथा रात्रि 01ः30 बजे हाथों में हरवा हथियार लेकर उसी रास्ते से भागते हुए पाये गये।
जिसके आधार पर 08 मार्च को थानाध्यक्ष के निर्देश पर सन्तोष मणि त्रिपाठी पुत्र सुभाष मणि त्रिपाठी, अरविन्द चैरसिया पुत्र स्व. रामनाथ चैरसिया, मदन राजभर पुत्र मिठाईलाल राजभर, प्रणय श्रीवास्तव पुत्र स्व. पुरुषोत्तम श्रीवास्तव एवं अज्ञात के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 189(2), 324(4), 351(3) के अन्तर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया। घटना स्थल से गायब हुई सामग्रियों की जांच भी पूलिस द्धारा किया जा रहा है। पूलिस ने जीर्णोद्धार समिति के पादाधिकारियों को उक्त अभियुक्तों द्धारा मिल रही जान माल की धमकी को भी संज्ञान में लिया है।
Mar 08 2025, 20:11