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दिल्लीवालों सावधान! 40KM की रफ्तार से आ रही आफत, IMD ने जताई बारिश की संभावना


नयी दिल्ली : आईएमडी ने दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में हल्की से मध्यमा बारिश की संभावना जताई है. 30-40 किमी/घंटा की तेज हवाएं चलेंगी. 28 फरवरी और 1 मार्च को तेज तूफान और बारिश की संभावना है.

दिल्ली-एनसीआर में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना,कहां-कहां हो सकती है बारिश?

आईएमडी ने बताया कि अगले दो घंटों के दौरान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के नरेला, बवाना, अलीपुर, बुराड़ी, कंझावला, रोहिणी, बादिली, पीतमपुरा, सीमापुरी, मुंडका, जाफरपुर, नजफगढ़ में बारिश की संभावना है.

इसके अलावा उत्तर प्रदेश के लोनी देहात, हिंडन एयरफोर्स स्टेशन, सहारनपुर, गंगोह, देवबंद, नजीबाबाद, शामली, मुजफ्फरनगर, कांधला, बिजनौर, खतौली, सकौती टांडा, हस्तिनापुर, चांदपुर, बड़ौत, दौराला, बागपत, मेरठ, खेकड़ा और मोदीनगर में बारिश हो सकती है।

उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटा, 57 मजदूर बर्फ में दबे, 32 को बचाया गया


चमोली : 57 मजदूर सड़क पर से बर्फ को हटा रहे थे इसी बीच पहाड़ पर ग्लेशियर फटा और सभी 57 मजदूर बर्फ में दब गए अभी तक 32 मजदूरों को रेस्क्यू करके बचाया जा सका है और 25 मजदूर अभी भी बर्फ में दबे हैं। 

भारी बर्फबारी होने के कारण रेस्क्यू को अभी रोक दिया गया है कल से फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जाएगा।

आफत : अब UPI ट्रांजैक्शन पर लगेगा चार्ज! Google Pay ने शुरू की वसूली


नयी दिल्ली: हाल ही में गूगल पे ने यूपीआई के जरिए भुगतान करने पर "कन्वीनियंस फीस" वसूलनी शुरू कर दी है. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, गूगल पे ने एक ग्राहक से बिजली बिल के भुगतान पर 15 रुपये की अतिरिक्त फीस ली।

आज के समय में डिजिटल पेमेंट का सबसे लोकप्रिय तरीका बन चुका है. भारत में रोजाना करोड़ों यूपीआई ट्रांजैक्शन होते हैं, जिससे सैकड़ों करोड़ रुपये का लेनदेन किया जाता है. अधिकतर लोग अपने रोजमर्रा के लेनदेन के लिए यूपीआई का ही इस्तेमाल करते हैं, चाहे वह किराना सामान खरीदना हो, मोबाइल रिचार्ज कराना हो, या फिर अन्य सेवाओं का भुगतान करना हो. पेटीएम, गूगल पे और फोनपे जैसी कंपनियां यूपीआई भुगतान के सबसे बड़े प्लेटफॉर्म हैं, जिनके जरिए अधिकतर ट्रांजैक्शन किए जाते हैं.

UPI ट्रांजैक्शन पर शुल्क की शुरुआत

अब तक यूपीआई ट्रांजैक्शन के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाता था, लेकिन अब यह सुविधा जल्द ही फ्री नहीं रहेगी. हाल ही में गूगल पे ने यूपीआई के जरिए भुगतान करने पर “कन्वीनियंस फीस” वसूलनी शुरू कर दी है. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, गूगल पे ने एक ग्राहक से बिजली बिल के भुगतान पर 15 रुपये की अतिरिक्त फीस ली. रिपोर्ट के मुताबिक, इस ट्रांजैक्शन में क्रेडिट कार्ड का उपयोग किया गया था, और गूगल पे ने इसे “डेबिट और क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन के लिए प्रोसेसिंग फीस” के रूप में दर्शाया था. इस शुल्क में जीएसटी भी शामिल था.

मोबाइल रिचार्ज पर पहले से ही लग रही है फीस

यूपीआई के जरिए मोबाइल रिचार्ज करने पर पहले से ही कुछ कंपनियां अलग-अलग नामों से चार्ज वसूल रही हैं. हालांकि, अब यह शुल्क केवल मोबाइल रिचार्ज तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि अन्य सेवाओं पर भी लागू हो सकता है. इसका मतलब यह हुआ कि आने वाले समय में बिजली बिल, इंश्योरेंस प्रीमियम, डीटीएच रिचार्ज, रेलवे और फ्लाइट टिकट बुकिंग, मेट्रो कार्ड रिचार्ज, फास्टैग, और अन्य सेवाओं के लिए यूपीआई से भुगतान करने पर भी शुल्क लिया जा सकता है.

यूपीआई ट्रांजैक्शन का बढ़ता उपयोग

यूपीआई (UPI) का इस्तेमाल न सिर्फ दुकानों और ऑनलाइन शॉपिंग के लिए किया जा रहा है, बल्कि पेट्रोल-डीजल, मूवी टिकट, गैस बुकिंग, और मनी ट्रांसफर जैसी सेवाओं के लिए भी इसका उपयोग तेजी से बढ़ा है. सरकार और बैंकों ने अब तक यूपीआई ट्रांजैक्शन को मुफ्त रखा था, जिससे डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिला. लेकिन, अब कंपनियां इस पर प्रोसेसिंग फीस लगाना शुरू कर रही हैं, जिससे आम उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ सकता है.

टोरंटो एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा: लैंडिंग के दौरान विमान पलटा, 19 लोग घायल


नयी दिल्ली: कनाडा केपीयरसन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बड़ा हादसा देखने को मिला है। लैंडिंग के दौरान डेल्टा एयरलाइंस का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दरअसल, विमान जैसे ही लैंडिंग के लिए उतरा बर्फीली जमीन होने के कारण वो पलट गया।

19 घायल, कई लोगों की हालत गंभीर

हादसे में 19 लोग घायल हो गए, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है। एयरपोर्ट ने एक्स पर पुष्टि की कि मिनियापोलिस से डेल्टा की उड़ान के साथ एक "घटना" हुई और 76 यात्री और चार चालक दल के सदस्य घायल हैं।

हादसे में आठ लोग हुए घायल

पुलिस ने बताया कि इस घटना में 19 लोग घायल हुए हैं। घायलों में से एक की हालत गंभीर बताई गई है, जबकि अन्य सात को हल्की चोटें आई हैं।

मिनियापोलिस से आई इस फ्लाइट में सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित निकाल लिया गया। 

सूत्रों के अनुसार, विमान के पलटने और आग लगने के कारणों सहित दुर्घटना के कारणों की अभी भी जांच की जा रही है।

आज का इतिहास:1911 में आज ही के दिन भारत में विमान से पहली बार डाक पहुंचाने का हुआ था काम


नयी दिल्ली : 18 फरवरी का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 1911 में आज ही के दिन भारत में विमान से पहली बार डाक पहुंचाने का काम हुआ था। 

2014 में आज ही के दिन आंध्र प्रदेश का विभाजन कर तेलंगाना के रूप में देश के 29वें राज्य की स्थापना का प्रस्ताव लोकसभा में पारित किया गया था।

2008 में 18 फरवरी के दिन ही भारतीय रिजर्व बैंक ने स्विस बैंक यूडीएक एजी को देश में कारोबार करने की अनुमति दी थी।

2006 में आज ही के दिन भारत व पाकिस्तान के बीच थार एक्सप्रेस शुरू हुई थी।

2006 में 18 फरवरी के दिन ही महाराष्ट्र के पोल्ट्री फार्म में भारत का पहला फ़्लू केस दर्ज हुआ था।

1999 में आज ही के दिन बांग्लादेश और भारत के बीच बस सेवा पर समझौता हुआ था।

1998 में 18 फरवरी के दिन ही सी. सुब्रह्मणयम भारत रत्न से सम्मानित हुए थे।

1989 में आज ही के दिन अफ़ग़ान सरकार ने आपात स्थिति की घोषणा की थी।

1979 में 18 फरवरी के दिन ही सहारा रेगिस्तान में पहली और अब तक के रिकार्ड में अंतिम बार हिमपात की घटना हुई थी।

1971 में आज ही के दिन भारत ने अरवी सैटेलाइट स्टेशन के जरिये ब्रिटेन के साथ पहला उपग्रह संपर्क किया था।

1954 में 18 फरवरी के दिन ही पहले चर्च आफ साइंटोलॉजी की स्थापना लॉस एंजिलिस में की गई थी।

1946 में आज ही के दिन मुंबई में रॉयल इंडियन नेवी (नौसेना) का विद्रोह हुआ था।

1946 में आज ही के दिन मुंबई में रॉयल इंडियन नेवी (नौसेना) का विद्रोह हुआ था।

1943 में 18 फरवरी के दिन ही नाजी सेना ने व्हाइट रोज आंदोलन के सदस्यों को गिरफ्तार किया था।

1915 में आज ही के दिन प्रथम विश्वयुद्ध में जर्मनी ने इंग्लैंड की नाकेबन्दी की थी।

1911 में 18 फरवरी के दिन ही विमान से पहली बार डाक पहुंचाने का काम भारत में हुआ था।

1905 में आज ही के दिन श्यामजी कृष्णवर्मा ने इंडिया होमरूल सोसायटी की स्थापना लंदन में की थीं.

18 फरवरी को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1986 में आज ही के दिन भारतीय अभिनेत्री जिया माणेक का जन्म हुआ था।

1941 में 18 फरवरी के दिन ही अमेरिका के गायक इमा थॉमस का जन्म हुआ था।

1933 में आज ही के दिन भारतीय हिंदी फिल्मों की प्रसिद्ध अभिनेत्रियों में से एक निम्मी का जन्म हुआ था।

1927 में 18 फरवरी के दिन ही बॉलीवुड के प्रसिद्ध संगीतकार ख़य्याम का जन्म हुआ था।

1925 में आज ही के दिन साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हिंदी की कथाकार और निबंध लेखिका कृष्णा सोबती का जन्म हुआ था।

1899 में 18 फरवरी के दिन स्वतंत्रता सेनानी जयनारायण व्यास का जन्म हुआ था।

1894 में आज ही के दिन स्वतंत्रता सेनानी और राजनीतिज्ञ रफ़ी अहमद क़िदवई का जन्म हुआ था।

1883 में 18 फरवरी के दिन भारतीय क्रांतिकारी मदन लाल ढींगरा का जन्म हुआ था।

1836 में आज ही के दिन भारत के महान संत और स्वामी विवेकानन्द के गुरु रामकृष्ण परमहंस उर्फ गदाधर चटर्जी का जन्म हुआ था।

18 फरवरी को हुए निधन

2016 में आज ही के दिन पद्म भूषण से सम्मानित हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक अब्दुल राशिद ख़ान का निधन हुआ था।

1977 में 18 फरवरी के दिन ही अमेरिकी अभिनेता एंडी डिवाइन का निधन हुआ था। 

1546 में आज ही के दिन जर्मन धर्मसुधारक मार्टिन लूथर का निधन हुआ था।

दिल्ली एनसीआर में भूकंप के तेज झटके किए गए महसूस, लोग अपने- अपने घरों से निकले बाहर

दिल्ली में सोमवार सुबह 5 बजकर 36 मिनट में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए. कई सेकंड तक धरती डोलती रही. लोग दशहत में अपने - अपने घरों से बाहर निकल गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई,इसका केंद्र दिल्ली के आसपास ही बताया जा रहा हैं इसीलिए झटके इतने तेज महसूस किए गए।

बीएड कोर्स अब केवल 1 साल का, जानें क्या हैं नए नियम


नयी दिल्ली :- भारत में शिक्षक बनने के लिए B.Ed, कोर्स करना अनिवार्य है। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत, नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने 10 साल बाद एक बार फिर से B.Ed, कोर्स की अवधि को 1 साल करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, 1 साल का एमएड कोर्स भी शुरू किया जाएगा। हालांकि, 1 साल के बीएड कोर्स में प्रवेश के लिए कुछ विशेष शर्तें निर्धारित की गई हैं।

योग्यता :

1 साल के B.Ed, कोर्स में प्रवेश के लिए सभी ग्रेजुएट छात्रों को योग्य नहीं माना जाएगा।

एनसीटीई के अनुसार, केवल वे छात्र जो विशेष विषयों में स्नातक की डिग्री प्राप्त कर चुके हैं, उन्हें इस कोर्स में एडमिशन मिलेगा।

इसके लिए आवश्यक है कि उम्मीदवार ने अपनी ग्रेजुएशन किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से की हो और वह उन विषयों में ग्रेजुएट हो, जिनमें वह शिक्षक बनना चाहता है, जैसे विज्ञान, गणित, या सामाजिक विज्ञान।

कोर्स की शुरुआत :

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 1 साल का बीएड कोर्स और 1 साल का एमएड कोर्स अगले शैक्षणिक सत्र 2026-27 से शुरू होगा। 

2025 में जो कैंडिडेट्स बीएड करना चाहते हैं, उन्हें 2 साल के कोर्स में भी एडमिशन मिलेगा।

2026 में बीएड एडमिशन के फॉर्म में 1 साल के बीएड और 1 साल के एमएड कोर्स में एडमिशन का विकल्प उपलब्ध होगा।

निष्कर्ष :

यदि आप 1 साल का बीएड कोर्स करने की योजना बना रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप एनसीटीई द्वारा निर्धारित योग्यताओं को पूरा करते हैं। समय पर आवेदन करना और सभी आवश्यक दस्तावेज तैयार रखना भी महत्वपूर्ण है।

सावधान! साइबर ठगों का नया हथकंडा: बिना ओटीपी के खाता खाली कर रहे हैं ठग

नयी दिल्ली :- साइबर ठगों ने अब एक नया हथकंडा अपनाया है। वे पीएम किसान सम्मान निधि के नाम से एक फर्जी एप बनाकर लोगों को ठग रहे हैं। इस एप को इंस्टॉल करते ही आपके सभी निजी मैसेज एक अज्ञात नंबर पर फॉरवर्ड होने लगते हैं। अब तक कई लोग इस ठगी का शिकार हो चुके हैं। ठगों से बचने के लिए किसी भी अनजान एप को डाउनलोड न करें।

बदलते समय के साथ ही साइबर ठगों के तरीके भी तेजी से बदले। साइबर ठग पीएम किसान सम्मान निधि के नाम से फर्जी मैसेज फारवर्डिंग एप डेवलप कर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। कुछ दिनों पहले एक वाट्सएप ग्रुप में मुख्य कृषि अधिकारी के नंबर से यह एप वायरल किया गया था।

इसे इन्स्टाल करते ही सभी निजी मैसेजे अज्ञात नंबर पर फारवर्ड हो रहे हैं। इसका पता तब चल रहा है,जब अकाउंट खाली हो रहा है। अब तक नगर आयुक्त सहित अन्य लोग इसका शिकार बन चुके हैं। ऐसे में किसी अंजान एप को डाउनलोड करना खतरे से खाली नहीं है।

बदले साइबर ठगी के तरीके

बदलते समय के साथ ही साइबर ठगों के तरीके भी तेजी से बदल रहे हैं। एटीएम बदलकर, फिर ओटीपी पूछकर और लिंक भेजकर ठगी का तौर तरीका सार्वजनिक हुआ तो अब साइबर ठग अब एक्सपर्ट्स को भी अपने गिरोह में शामिल कर रहे हैं।

सुअर की किडनी इंसान में प्रत्यारोपित, मरीज ठीक नई तकनीक से किडनी फेल्योर के मरीजों को मिली उम्मीद


दुनिया में इस वक्त 'विज्ञान' की दिन दूनी रात चौगुनी गति से प्रगति हो रही है. कुछ वक्त पहले तक असंभव सी लगने वाली चीजें आज बढ़ती आधुनिकता की सहायता से आसानी से अच्छे परिणाम तक पहुंच रही हैं. खास तौर पर चिकित्सा के क्षेत्र में वैज्ञानिक हर रोज असंभव चीजों को संभव करने में लगे हुए हुए हैं. वहीं, हाल ही में वैज्ञानिकों ने सुअर के जीन में बदलाव कर उसकी किडनी इंसान में सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित की है.

मरीज पूरी तरह से सेहतमंद है और हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने वाले हैं. इस कामयाबी से न सिर्फ मेडिकल के क्षेत्र में, बल्कि दुनिया भर में किडनी फेल्योर का सामना कर रहे लाखों मरीजों के लिए उम्मीद की एक किरण जगी

दरअसल, न्यू हैम्पशायर के 66 साल के टिम एंड्रयूज़ ने सुअर की किडनी प्रत्यारोपण करवाने के लिए महीनों तक कड़ी मेहनत की और आखिरकार उन्हें इसमें सफलता भी मिली मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल ने शुक्रवार को घोषणा की कि एंड्रयूज़ अब डायलिसिस से मुक्त हैं और उनकी सर्जरी 25 जनवरी को हुई . सर्जरी के बाद, वह तेजी से ठीक हुए कि एक हफ्ते के भीतर अस्पताल से छुट्टी मिल गई.

एंड्रयूज़ ने कहा, 'जब मैं ऑपरेशन के बाद होश में आया, तो मैं खुद को एक नया इंसान महसूस कर रहा था.'

सुअर के अंगों से जीवनदान की नई उम्मीद

जानवरों से इंसानों में अंग प्रत्यारोपण (ज़ेनोट्रांसप्लांटेशन) को लेकर वैज्ञानिक सालों से रिसर्च कर रहे हैं, ताकि मानव अंगों की कमी को दूर किया जा सके. अमेरिका में 1 लाख से ज्यादा लोग प्रत्यारोपण लिस्ट में हैं, जिनमें से ज्यादातर को किडनी की 9जरूरत है, लेकिन अंग न मिलने की वजह से हजारों लोग हर साल मर जाते हैं.

हालांकि, अब तक चार लोगों में सूअर के अंग प्रत्यारोपित किए गए थे, जिनेमें दो दिल और दो किडनी, लेकिन ये प्रत्यारोपण ज्यादा वक्त तक नहीं टिक सके. हालांकि, न्यूयॉर्क की 54 साल टोवाना लूनी को नवंबर में सूअर की किडनी लगाई गई थी, और वह 2.5 महीने से सेहतमंद हैं. यह संकेत देता है कि यह तकनीक सफल हो सकती है.

अब, एंड्रयूज़ पर प्रयोग के बाद, अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने मैस जनरल हॉस्पिटल को दो और मरीजों पर यह प्रयोग करने की इजाजत दी है. इसके अलावा, यूनाइटेड थेरेप्यूटिक्स नामक कंपनी को भी इसी साल 6 मरीजों पर सूअर की किडनी ट्रांसप्लांट करने की अनुमति दी गई है. अगर इसके बाद वे छह महीने तक स्वस्थ रहते हैं, तो 50 और मरीजों को यह प्रत्यारोपण करने के लिए मिलेगा.

एंड्रयूज़ की संघर्ष भरी कहानी

एंड्रयूज़ की किडनी दो साल पहले अचानक खराब हो गई थी और डायलिसिस पर निर्भर थे. डॉक्टरों ने बताया कि उनके खून के समूह (ब्लड ग्रुप) के कारण इंसानी किडनी मिलने में 7 साल तक का वक्त लग सकता है, जबकि डायलिसिस पर इंसानों के जीवीत रहने की संभावना सिर्फ 50 फीसदी है. बावजूद इसके उन्होंने हार नहीं मानी और सुअर की किडनी अपने शरीर में प्रत्यारोपण करवाने के लिए जद्दोजहद करने लगे.

आखिरकार डॉक्टरों ने इसके लिए उनकी फिटनेस की जांच की और पाया कि वह बहुत कमजोर थे, साथ ही उन्हें डायबिटीज़ और दिल की भी बीमारी थी. लेकिन एंड्रयूज़ ने हिम्मत नहीं हारी. उन्होंने छह महीने तक कड़ी मेहनत की, 30 पाउंड (लगभग 13 किलो) वजन कम किया, और अपनी फिटनेस में सुधार किया. डॉक्टरों ने जब फिर से टेस्ट किया तो पाया कि वे अब प्रत्यारोपण करवा सकते हैं.

सफल प्रत्यारोपण और नई उम्मीद

डॉक्टरों के सर्जरी के दौरान जैसे ही सुअर की किडनी को उनके शरीर में प्रत्यारोपण किया, तुरंत वह गुलाबी हो गई और यूरिन बनाने लगी. सफलर सर्जरी के बाद अब तक उनकी किडनी सही तरीके से काम कर रही है. एंड्रयूज़ अब जल्द ही अपने घर लौटने वाले हैं.

भविष्य की संभावनाएं

मैस जनरल के डॉक्टरों का कहना है कि अभी देखना होगा कि एंड्रयूज़ की किडनी कितने वक्त तक काम करती है. अगर किसी कारण से यह किडनी फेल होती है, तो एंड्रयूज़ के शरीर में इंसानी किडनी प्रत्यारोपित की जाएगी.

न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के डॉक्टर रॉबर्ट मोंटगोमरी का मानना है कि इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा उन मरीजों को मिलेगा जो बहुत ज्यादा बीमार नहीं हैं, लेकिन इंसानी किडनी के लिए ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते. अगर यह प्रयोग सफल रहा, तो यह लाखों लोगों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आएगा, जिससे अंग प्रत्यारोपण की समस्या हल हो सकती है.

बिहारी सबपे भारी : दिल्ली विधानसभा चुनाव में बिहार का परचम,5 बिहारी प्रत्याशी बने विधायक


नयी दिल्ली :- दिल्ली विधानसभा चुनाव में बिहार निवासी पांच प्रत्याशियों ने परचम लहराया है। इनमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से तीन और आम आदमी पार्टी (आप) से दो विधायक बने हैं। भाजपा से अभय वर्मा (दरभंगा), डॉ. पंकज कुमार सिंह (बक्सर) और चंदन कुमार चौधरी (खगड़िया) ने जीत दर्ज की है।

वहीं, आप से अनिल झा (मधुबनी) और संजीव झा (मधुबनी) को सफलता मिली है। बुराड़ी से संजीव झा चौथी बार विधायक चुने गए। हालांकि आप के विनय मिश्रा द्वारका सीट से हार गए। वह दिग्गज नेता महाबल मिश्र के बेटे हैं।

दिल्ली की लक्ष्मी नगर विधानसभा सीट से जीतने वाले अभय वर्मा मूल रूप से दरभंगा के रहने वाले हैं। वह पेशे से वकील और दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष भी हैं। उन्हें लक्ष्मी नगर विधानसभा में 65858 वोट मिले। वर्मा ने आप के बीबी त्यागी को 11,542 मतों से हराया।

मधुबनी जिले के बेनीपट्टी के बरहा गांव के निवासी अनिल झा (आप) ने किरारी विधानसभा सीट पर भाजपा के बजरंग शुक्ला को 21 हजार 871 वोटों से हराया। वह तीसरी बार जीते हैं। इससे पूर्व वह बीजेपी से दो बार इसी विधानसभा से विजयी हुए थे।

पिछले चुनाव में पराजित होने के बाद इस बार आप पार्टी की टिकट पर किरारी विधानसभा से ही चुनाव लड़े।

चंदन की जीत पर खगड़िया में जश्न

खगड़िया के परबत्ता प्रखंड के चकप्रयाग निवासी चंदन कुमार चौधरी ने संगम विहार विधानसभा सीट पर भाजपा के टिकट पर 54049 वोट हासिल किए। उन्होंने आम आदमी पार्टी के दिनेश मोहनिया को 344 वोट से हराया। उनके परबत्ता प्रखंड स्थित पैतृक गांव चकप्रयाग में जश्न का माहौल है। 

गांव के लोगों ने स्थानीय महावीर मंदिर में मिठाई चढ़ाई और एक-दूसरे को अबीर लगाकर खुशी का इजहार किया। चंदन चौधरी, स्व. रासो चौधरी व कृष्णा देवी के इकलौते पुत्र हैं। चंदन की पत्नी नीलू चौधरी दिल्ली में ही भाजपा महिला मोर्चा की प्रवक्ता हैं।