गणितीय चक्र, भौगोलिक प्रक्रिया के साथ प्रदर्शनी में दिखा विज्ञान का विकास, साई कॉलेज में विद्यार्थियों ने मॉडलों से लिखी भविष्य की इबारत
अम्बिकापुर- प्रकाश परावर्तन, ऊर्जा की खपत, ऊर्जा का परार्वतन, ध्वनि ऊर्जा का वैद्युत ऊर्जा में बदलना, गणित की गणनायें, भौगोलिक परिवर्तन, पर्यावरण सरंक्षण, जैविक प्रदूषण, एसिड रेन की भयावहता, चर-अचर राशि, जीवन में प्रमेय-निर्मेय का का यह दृश्य श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रदर्शनी में परिलक्षित हुआ।
विभिन्न शालाओं में अभ्यास शिक्षण के दौरान प्रशिक्षण के लिये तैयार मॉडलों की प्रदर्शनी बी.एससी. बी.एड के विद्यार्थियों द्वारा लगायी गयी। प्रदर्शनी में जहां विद्यार्थियों ने पाचन तंत्र के माध्यम से भोज्य पदार्थ और उसके पचने की प्रक्रिया को दिखाया तो वहीं किडनी के कार्य से वर्ज्य पदार्थ के निस्तारण की स्थिति भी दिखी।
हृदय के चारो वाल्ब और रक्त परिसंचरण की प्रक्रिया कौतूहल का विषय रही तो पानी का शुद्धिकरण सभी को भाया। जैविक, रासायनिक प्रदूषण चिंता का विषय रहा तो पवन ऊर्जा, ऊर्जा संरक्षण विकास की इबारत बनती दिखी। क्षारीय और अम्लीय द्रव का शरीर पर पड़ने वाला प्रभाव शरीर क्रिया विज्ञान पर आधारित रहा। अल्पना तिर्की का बनाया मॉडल प्रदूषण नियंत्रण सभी को जैव विविधता के साथ पृथ्वी को बचाने का संदेश दे गया। ध्वनि, वायु, रासायनिक, जैविक सभी प्रदूषणों का निस्तारण और उससे बचाव का रास्ता दिखा गया। थ्री डायमेंशन से वस्तुओं के निर्माण की स्थिति भी दिखी।
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प्रदशर्नी को डॉ. राजेश श्रीवास्तव, आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. आर.एन शर्मा, कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता, शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डॉ. दिनेेश शाक्य, लाइफ साईंस विभाग के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी, फिजीकल साईंस विभाग के अध्यक्ष शैलेष देवांगन, डॉ. अजय कुमार तिवारी, दीपक तिवारी तथा सभी प्राध्यापक, आगंतुक और विद्यार्थियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
Feb 12 2025, 17:02