31 जनवरी से शुरू हो रहा बजट सत्र, हंगामे के आसार, शाह-राहुल और भागवत के बयानों पर तकरार तय
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संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो रहा है। इस बार भी सत्र हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं। 1 फरवरी को बजट पेश होने के बाद संसद को दोनों सदनों में कुल 62 विधेयक पेश किए जाने की तैयारी है। इनमें वक्फ संसोधन और एक राष्ट्र, एक चुनाव जैसे विधेयक भी शामिल हो सकते हैं जिनके जरिए मोदी सरकार अपना दम दिखाएगी तो विपक्ष भी पूरी ताकत झोंकने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगा।
संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से प्रारंभ होगा और यह 4 अप्रैल तक प्रस्तावित है। संसद के बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को पार्लियामेंट के जॉइंट सेशन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी। अगले दिन 1 फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का आम बजट पेश करेंगी। सोमवार से लोकसभा और राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा शुरू हो जाएगी।
इन मुद्दों पर हंगामे के आसार
संसद के शीतकालीन सत्र में हुए हंगामे की चर्चा अब तक हो रही है। इसके चलते सरकार बजट सत्र को लेकर आशंकित है। कांग्रेस समेत विपक्ष संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर पर गृह मंत्री अमित शाह का बयान, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयानों पर बीजेपी को घेर सकता है। वहीं लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को स्टेट ऑफ इंडिया से लड़ाई वाले बयान पर उनको घेरने की रणनीति बन गई है। दोनों ही पक्षों ने अपने तेवर दिखाकर संकेत दे दिए हैं कि कोई किसी से कम नहीं रहने वाला है, ऐसे में बजट सत्र हंगामेदार हो सकता है।
सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक
वहीं, संसद को सुचारू चलाने के लिए सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में सरकार के विधायी एजेंडे के बारे में जानकारी दी गई। वहीं, विपक्ष से उन मुद्दों के बारे में जानकारी ली गई, जो वे संसद में सत्र के दौरान उठाने वाले हैं।
10 hours ago