सरायकेला : प्राचीन कालीन जयदा बूढ़ा बाबा मंदिर परिसर उमड़ी भक्तों की भीड़ , मैले में देखा रौनक...
सरायकेला: जिला के चांडिल अनुमंडल स्थित प्राचीन कालीन जयदा मंदिर जहां बूढ़ा बाबा के नाम से प्रसिद्ध और प्रचलित हे, बाबा की दरबार में मांगे गए मन्नत सभी श्रद्धालू एंब भक्तों का मनोकामना बाबा पूरी करती हे।
झारखंड राज्य के सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत चांडिल अनुमंडल स्थित स्वर्ण रेखा नदी के तट पर एवं दलमा जंगल से सटे जंगल की तराई में बसे हैं। देवों का देव महादेव (बूढ़ा बाबा) मंदिर परिसर में झारखंड राज्य के साथ- साथ पश्चिम बंगाल ,उड़ीसा, बिहार ,छत्तीसगढ़ आदि राज्य से श्रद्धालु भक्तों पहुंचते हे।
14 जनवरी के मकर संक्रांति के दिन से जयदा मंदिर परिसर लगने वाले टुसू मेला जो पांच दिन चलता हे । प्रत्येक दिन सुबह स्वर्ण रेखा नदी में स्नान करने के प्रश्चात मंदिर परिसर में सैंकड़ों की तादात में श्रद्धालु पूजा अर्चना करते हे। उसके बाद नदी की तट पर लगे मेला में ,घूमने ओर विभिन्न प्रकार की दुकान से अपने प्रसंद की सामग्री खरीदारी करते हे, मंदिर परिसर में दूरदराज से शैलानी लाखों की तादात में पहुंच रहा हे।
यह मंदिर टाटा रांची मुख्य राज्य मार्ग स्थित एनएच 33 से महज एक किलोमीटर दूरी बाबा भोले नाथ बिराजमान हे। जो विक्रम आदित्यदेव की कार्यकाल के समय यह मंदिर बनाया गया । यह मंदिर में एक अलग ही महत्व्य हे जो बूढ़ा बाबा की मंदिर में बारों महीना पर्यटक पहुंचते हे । जिला प्रशासन की कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की तैनात किया गया।
Jan 19 2025, 15:34