/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif StreetBuzz मुंह के कैंसर की शुरुआती लक्षण काफी सामान्य होते हैं, जिसपर ध्यान देकर आप अपना इलाज शुरू करा सकते हैं,दांतों में नजर आता है सबसे पहला लक्षण Swarup
मुंह के कैंसर की शुरुआती लक्षण काफी सामान्य होते हैं, जिसपर ध्यान देकर आप अपना इलाज शुरू करा सकते हैं,दांतों में नजर आता है सबसे पहला लक्षण

डेस्क:–मुंह का कैंसर, मुंह के किसी भी हिस्से में होने वाला कैंसर है। ओरल कैंसर यानि मुंह के कैंसर की शुरुआत आपके लिप्स, मसूड़ों, जीभ, मुंह की छत (Roof of the mouth), गालों की अंदरूनी परत या फिर जीभ के नीचे से हो सकती है। मुंह के अंदर होने वाले कैंसर को कभी-कभी ओरल कैंसर और ओरल कैविटी कैंसर के नाम (What is oral cavity cancer) से भी जाना जाता है।

मुंह के कैंसर कई तरह के कैंसरों में से एक है, जिसे सिर और गर्दन के कैंसर की श्रेणी में रखा जाता है।  मुंह के कैंसर और सिर और गर्दन के अन्य कैंसरों का इलाज लगभग एक ही तरह से होता है। मुंह का कैंसर होने पर हमारा शरीर कई तरह के संकेत देता है, जिसपर समय रहते ध्यान देने की जरूरत होती है। क्योंकि अक्सर मुंह के अंदर होने वाले छालों या फिर दांतों में होने वाली परेशानी को हम अनदेखा कर देते हैं, जो आगे चलकर गंभीर हो सकता है।  मुंह के कैंसर की पहचान इसके लक्षणों से की जा सकती है, जिससे आप समय पर अपना इलाज शुरू करा सकते हैं।

पटपड़गंज स्थित मैक्स हॉस्पिटल की कंसल्टेंट हेड एंड नेक सर्जन डॉ. ख्याति ग्रोवर भाटिया (Consultant Head and neck surgeon, Max Hospital, Patparganj) का कहना है कि ध्यान रखें कि कोई भी ओरल घाव या घाव जो 3 सप्ताह के अंदर ठीक नहीं होता, वो ओरल कैंसर की ओर इशारा कर सकता है। हालांकि, इस स्थिति में डरने की जरूरत नहीं आप बायोप्सी से ओरल कैंसर का पता लगा सकते हैं, ताकि समय पर इलाज हो सके और कैंसर को बढ़ने से रोका जा सके।

ओरल कैंसर यानि मुंह के कैंसर के शुरुआत होते ही मरीजों को होंठ या फिर मुंह के आसपास घाव होने लगता है, जो लंबे समय तक ठीक नहीं होता है। अगर आपके मुंह के आसपास भी कोई घाव लंबे समय से है, तो इस स्थिति में तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। ताकि आपका इलाज समय पर किया जा सके।  

मुंह का कैंसर होने पर मरीजों को मुंह के अंदर सफेद या लाल धब्बे नजर आने लगते हैं, जिसे अक्सर लोग सामान्य छाला समझकर इग्नोर कर देते हैं। अगर आपको इस तरह के संकेत लंबे समय तक दिखे, तो फौरन डॉक्टर की मदद लें। ताकि स्थिति को गंभीर होने से रोका जा सके।

मुंह के कैंसर की शुरुआत होने पर मरीजों का दांत ढीला होने ( First Symptom of Oral Cancer) लगता है। अक्सर ढीले होते दांत को हम नजरअंदाज कर देते हैं, जो आगे चलकर काफी गंभीर हो सकती है। ऐसे में अगर आपको दांत काफी ढीले और दर्द जैसा महसूस हो, तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करें।

खाते-खाते या फिर किसी तरह की हल्की फुल्की चोट लगने पर मुंह के अंदर दर्द होना काफी सामान्य है। लेकिन अगर आपको बिना कारण मुंह में दर्द हो रहा है, तो इस स्थिति में एक बार अपने डॉक्टर की सलाह लें। क्योंकि इस तरह के लक्षण मुंह के कैंसर के हो सकते हैं, जिसे नजरअंदाज करना भारी हो सकता है।

मुंह में कैंसर होने पर मरीजों को न सिर्फ मुंह के आसपास इसके लक्षण दिखाई देते हैं, बल्कि इसकी वजह से कान में दर्द भी हो सकता है। कुछ लोगों को निगलने में काफी कठिनाई या दर्द महसूस हो सकती है। यह दर्द कान के साथ-साथ गले में भी हो सकता है। अगर आपको ऐसे लक्षण नजर आए, तो एक बार जांच जरूर करा लें।
सुबह उठते ही पैरों के तलवों में दर्द होने के पीछे कई वजह हो सकती हैं, जिसपर ध्यान देना बहुत ही जरूरी

डेस्क:–रात को अच्छी नींद के बाद सुबह उठना एक सुखद अनुभव होता है। लेकिन कुछ लोगों के लिए यह अनुभव सुखद नहीं होता है, क्योंकि कई ऐसे लोग हैं जिन्हें सुबह उठने के बाद अलग-अलग तरह की समस्याएं होती हैं, जिसमें उठने के बाद पैरों के तलवों में दर्द होना शामिल है। जी हां, कुछ लोगों को सुबह बिस्तर से उठते ही पैरों के तलवों में तेज दर्द होता है। कई लोग इसे सामान्य समझ लेते हैं, लेकिन हमेशा यह परेशानी सामान्य हो यह जरूरी नहीं होता है। कई बार गंभीर परेशानियों की वजह से पैरों के तलवों में लगातार दर्द की शिकायत रहती है।

सुबह के समय पैरों के तलवों में दर्द का कारण प्लांटर फेसिटिस हो सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें पैरों में सूजन आ जाती है, जो धीरे-धीरे पैरों के तलवों तक पहुंचने लगता है। इस स्थिति में दर्द और चुभन जैसा महसूस होता है। मुख्य रूप से दर्द बिस्तर के उठने के बाद होता है। हालांकि, दिन में यह दर्द ठीक हो जाता है, लेकिन अगर आप लंबे समय तक खड़े रहते हैं या बैठते हैं, तो इस स्थिति में दर्द वापस आ सकता है।

सुबह उठते ही पैरों के तलवों में दर्दहोने के पीछे अर्थराइटिस की समस्या हो सकती है। हालांकि, यह दर्द दिन के समय कभी भी हो सकता है। अर्थराइटिस की स्थिति में आराम करने के बाद भी अकड़न और दर्द होता है, जिसकी वजह से चलने-फिरने में दिक्कत हो सकती है। बता दें कि अर्थराइटिस कई तरह के होते हैं, जिसमें ऑस्टियोआर्थराइटिस, रुमेटीइड अर्थराइटिस, सोरियाटिक, गाउट इत्यादि शामिल है।

तलवों में दर्द का कारण हील स्पर हो सकता है। इस स्थिति में कैल्शियम जमा होने से एड़ी की हड्डी के नीचे की ओर एक हड्डी जैसा उभार हो जाता है। इसकी वजह से सोकर जब आप उठते हैं, तो इस स्थिति में काफी तेज और असहनीय दर्द हो सकता है।

*सुबह उठते ही पैरों के तलवों में दर्द के अन्य कारण?*

मॉर्टन न्यूरोमा
मोच या खिंचाव
फ्लैट पैर
कॉर्न्स और कॉलस
बर्साइटिस
पेरिफेरल न्यूरोपैथी, इत्यादि।

पैरों के तलवों में दर्द होने पर कौन सा टेस्ट कराएं?
अगर आपके पैरों के तलवों में दर्द हो रहा है, तो इस स्थिति में डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर से सलाह लेने पर डॉक्टर आपको कुछ जरूरी टेस्ट की सलाह दे सकते हैं, जिसमें मेडिकल इमेजिंग टेस्ट शामिल है। इसमें कुछ जरूरी टेस्ट निम्न हैं।
Realme 14 Proऔर Realme 14 Pro Plus भारत में होगा लॉन्च, कुछ ही देर में बदल जाएंगे रंग

डेस्क:–नया फोन खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो आज आप लोगों के लिए Realme 14 Pro Series लॉन्च होने वाली है. इस सीरीज में Realme 14 Pro और Realme 14 Pro Plus दो नए स्मार्टफोन्स को उतारा जा सकता है. कंपनी ने लॉन्च से पहले ही इस सीरीज में मिलने वाली खूबियों से जुड़ी जानकारी का खुलासा कर दिया है।

रियलमी की इस नई सीरीज को आज यानी 16 जनवरी 2025 दोपहर 12 बजे ग्राहकों के लिए लॉन्च किया जाएगा. इस अपकमिंग सीरीज के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Flipkart पर अलग से माइक्रोसाइट तैयार की गई है जिससे फोन में मिलने वाले खास फीचर्स कंफर्म हो गए हैं|

रियलमी 14 प्रो सीरीज दुनिया की पहली ऐसी स्मार्टफोन सीरीज होगी जिसमें आप लोगों को ट्रिपल फ्लैश कैमरा सेटअप, क्वाड कर्व्ड डिस्प्ले, स्नैपड्रैगन 7एस जेनरेशन 3 प्रोसेसर और कलर चेजिंग टेक्नोलॉजी के साथ उतारा जाएगा. 6000mAh की दमदार बैटरी इस फोन में जान फूंकने के लिए दी गई है. कंपनी का कहना है कि जैसे ही टेंपरेचर 16 डिग्री से नीचे जाता है, फोन का पर्ल व्हाइट कलर वेरिएंट अपना रंग बदल देता है| संभावित फीचर्स

रियलमी 14 प्रो यानी इस सीरीज के बेस मॉडल में 45 वॉट फास्ट चार्ज सपोर्ट तो वहीं रियलमी 14 प्रो प्लस वेरिएंट में 80 वॉट फास्ट चार्ज सपोर्ट जैसी खूबियां देखने को मिल सकती है. कैमरा को लेकर फिलहाल कोई भी जानकारी नहीं है लेकिन रिपोर्ट्स की माने तो फोन के पिछले हिस्से में 50 मेगापिक्सल प्राइमरी कैमरा, 50 मेगापिक्सल अल्ट्रावाइड कैमरा दिया जा सकता है. सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए फोन के फ्रंट में 16 मेगापिक्सल कैमरा सेंसर मिल सकता है|

रिपोर्ट्स के मुताबिक, रियलमी 14 प्रो प्लस के 12 जीबी/256 जीबी वेरिएंट की कीमत लगभग 30 हजार रुपये हो सकती है. वहीं, 12 जीबी/512 जीबी वाले टॉप वेरिएंट का दाम लगभग 33 हजार रुपये हो सकता है|




Oppo का शानदार 5G फोन,32MP का सेल्फी कैमरा के साथ मिलेंगे यह फीचर
डेस्क:–32MP के सेल्फी कैमरा वाले फोन की तलाश कर रहे हैं, तो Oppo F27 5G आपके लिए एक धांसू ऑप्शन है। खास बात है कि आप इस फोन को फ्लिपकार्ट की मॉन्युमेंटल सेल में डिस्काउंट के साथ खरीद सकते हैं। 8जीबी रैम और 128जीबी के इंटरनल स्टोरेज वाले इस फोन की कीमत 22,999 रुपये है। 19 जनवरी तक चलने वाली इस सेल में आप इसे 2 हजार रुपये के बैंक डिस्काउंट के साथ खरीद सकते हैं।

यह डिस्काउंट सभी बैंक के क्रेडिट कार्ड से किए जाने वाले ईएमआई ट्रांजैक्शन के लिए वैलिड है।अगर आप HDFC बैंक के क्रेडिट कार्ड से ईएमआई ट्रांजैक्शन करेंगे, तो आपको 1500 रुपये तक की छूट मिलेगी। एक्सचेंज ऑफर में यह फोन 22,300 रुपये तक सस्ता हो सकता है। ध्यान रहे कि एक्सचेंज ऑफर में मिलने वाला डिस्काउंट आपके पुराने फोन की कंडीशन, ब्रैंड और कंपनी की एक्सचेंज पॉलिसी पर निर्भर करेगा।

कंपनी इस फोन में 6.67 इंच का फुल एचडी+ डिस्प्ले दे रही है। यह डिस्प्ले 120Hz के रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करता है। डिस्प्ले का पीक ब्राइटनेस लेवल 2100 निट्स का है। फोन 8जीबी LPDDR4x रैम और 256जीबी तक के UFS 2.2 स्टोरेज के साथ आता है। प्रोसेसर के तौर पर फोन में कंपनी मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 चिपसेट दे रही है। फोन के रियर में फोटोग्राफी के लिए एलईडी फ्लैश के साथ दो कैमरे दे रही है।

इनमें 50 मेगापिक्सल के मेन लेंस के साथ एक 2 मेगापिक्सल का पोर्ट्रेट कैमरा शामिल है। वहीं, सेल्फी के लिए कंपनी इस फोन में 32 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा ऑफर कर रही है। फोन को पावर देने के लिए इसमें 5000mAh की बैटरी दी गई है। यह बैटरी 45 वॉट की फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। बायोमेट्रिक सिक्योरिटी के लिए फोन में इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है। ओएस की बात करें, तो यह फोन ऐंड्रॉयड 14 पर बेस्ड ColorOS 14 पर काम करता है। फोन में आपको IP64 डस्ट और वॉटर रेजिस्टेंट रेटिंग भी मिलेगी।



पद्मश्री डॉ. आनंद कुमार ने ‘विकसित भारत’ के लिए ‘विकसित त्रिपुरा’ पहल में योगदान देने की इच्छा व्यक्त की
डेस्क:–महान गणितज्ञ पद्मश्री डॉ. आनंद कुमार ने ‘विकसित भारत’ के लिए ‘विकसित त्रिपुरा’ पहल में योगदान देने की इच्छा व्यक्त की। यह रुचि भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एनसीएसटीसी विभाग से विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार 2022-23 के एकमात्र प्राप्तकर्ता और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनबा बानिक के पिता अंजन बानिक के साथ उनकी बातचीत के दौरान प्रकट हुई।

अंजन बानिक ने कहा, “आनंद कुमार जी ने त्रिपुरा के युवाओं के विकास में योगदान देने में गहरी रुचि दिखाई है।” “उनकी दृष्टि राज्य के प्रतिभाशाली युवाओं को बदलने और उनके भविष्य को संभावित रूप से बदलने के बड़े सपने के साथ मेल खाती है। हालांकि, यह तभी साकार हो सकता है जब राज्य सरकार, खासकर मुख्यमंत्री और युवा मामलों के मंत्री, पूरे विभाग के साथ मिलकर इन संभावनाओं को तलाशने की योजना बनाएं।”

अंजन बानिक ने जोर देकर कहा कि आनंद कुमार का दृष्टिकोण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए नैतिक निर्देशों का परिणाम है। बानिक ने याद करते हुए कहा, "2021 के राष्ट्रीय गणित दिवस के दौरान, राष्ट्रीय शोधकर्ता शिक्षक वैज्ञानिक भारत परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मेरे संरक्षण में, आनंद कुमार ने अगरतला का दौरा किया और तत्कालीन मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के साथ राज्य के युवाओं के लिए विभिन्न संभावनाओं और गणित को लोकप्रिय बनाने पर चर्चा की।"


करंट की चपेट में आकर झुलसा लाइनमैन,विभागीय लापरवाही आई सामने

डेस्क:–बुधवार दोपहर बिजली विभाग का एक संविदा कर्मचारी (लाइनमैन) करंट की चपेट में आकर झुलस गया। पूरे मामले में विभागीय लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है कि काम के दौरान अचानक सप्लाई शुरू कर दी गई। करंट लगने के बाद संविदा कर्मचारी पोल पर उल्टा लटक गया। फिलहाल अस्पताल में भर्ती कर्मचारी की हालत गंभीर बताई जा रही है। पूरा मामला रामपुर रोड स्थित स्वालेनगर का है।

बुधवार दोपहर सीबीगंज बिजली घर पर तैनात संविदा कर्मचारी लाइनमैन विनोद राठौर 11 हजार केवी की हाईटेंशन लाइन की मरम्मत करने गया था। उसने बिजली घर से शटडाउन लिया था, विनोद पोल पर चढ़कर अपना काम शुरू कर दिया। वह काम कर रहा था तभी अचानक सप्लाई शुरू कर दी गई। उसे जोरदार करंट लगा और वह बुरी तरह झुलस गया। बिना सुरक्षा उपकरण के चढ़ा पोल पर बड़ी विभागीय लापरवाही सामने आई कि लाइनमैन को बिना सुरक्षा उपकरण के पोल पर चढ़ा दिया गया।





वृंदावन में बड़ा हादसा, खड़ी बस में आग लगने से एक की मौत, कई घायल

डेस्क:–उत्तर प्रदेश में मथुरा के वृंदावन में मंगलवार को पर्यटक सुविधा केंद्र में खड़ी एक बस में अचानक आग लग गई। इससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई यात्री बुरी तरह से झुलस गए। हादसा उस समय हुआ, जब बस तेलंगाना के श्रद्धालुओं को महाकुंभ में स्नान कराकर वापस लौट रही थी। आग लगने के कारणों की अभी तक पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है, लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि यह हादसा सिगरेट जलाने से हुआ। बस में खाना बनाने के लिए गैस सिलेंडर रखे गए थे, जिससे आग ने विकराल रूप ले लिया। हादसे के समय बस में 50 यात्री सवार थे।

यह बस दोपहर बाद करीब 2:30 बजे वृंदावन के पर्यटक सुविधा केंद्र पहुंची थी और कुछ श्रद्धालु दर्शन करने के लिए बस से उतर गए थे। लगभग साढ़े पांच बजे खड़ी बस में अचानक आग लग गई, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। बस में मौजूद यात्रियों ने शीशा तोड़कर अपनी जान बचाई, लेकिन एक व्यक्ति की जलने से मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी।

घटना की जानकारी मिलने के बाद तुरंत जिले के बड़े-बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आग लगने के कारण की जांच करने के लिए पुलिस और दमकल विभाग को निर्देशित किया है। पुलिस और दमकल विभाग की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। फिलहाल पुलिस अधिकारी मामले की जांच करने में जुटे हैं।
गाजियाबाद के विजयनगर में हटेगी अवैध बस्तियां, पुलिस ने शुरू किया अतिक्रमण विरोधी अभियान

डेस्क –गाजियाबाद के विजयनगर इलाके में सेना की जमीन पर अवैध बस्तियों को हटाने के लिए पुलिस ने अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरु कर दिया। डीसीपी सिटी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जब तक इलाके से सभी अवैध बस्तियां नहीं हटा दी जाती, तब तक अतिक्रमण विरोधी अभियान जारी रहेगा। बता दें कि विजयनगर इलाके में कई लोगों ने सेना की जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, पिछले साल दिसंबर में लखनऊ में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान नगर निगम की एक टीम पर हमला किया गया था। लखनऊ के संयुक्त पुलिस आयुक्त अमित वर्मा ने कहा कि नगर निगम की टीम अभियान चला रही थी, तभी कुछ लोगों ने उनकी टीम पर हमला कर दिया। नगर निगम ने शिकायत दर्ज कराई है और उसके आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है।

नगर निगम की टीम अभियान चला रही थी, इसी दौरान कुछ लोगों ने उनकी टीम पर हमला कर दिया। नगर निगम की ओर से एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करेगी और जो भी लोग इसमें दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस घटना की जांच कर रही है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सुबह के समय खाली पेट सेवन करें सिरके में भिगोए प्याज , जानें इसके अद्भुत फायदे


डेस्क:–प्याज, जिसे भारत में प्‍याज के नाम से जाना जाता है, हर रसोई में एक आम सामग्री है। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है। अगर इसे सिरके में भिगोकर सेवन किया जाए, तो इसके लाभ और बढ़ जाते हैं। आइए जानते हैं इस जादुई मिश्रण के फायदे और इसे बनाने का सही तरीका।

यदि आप पेट की समस्याओं जैसे गैस, अपच या सूजन से परेशान हैं, तो सिरके में भीगा प्याज एक बेहतरीन उपाय हो सकता है। प्याज में प्रीबायोटिक्स होते हैं जो आंतों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं, और सिरके का एसिटिक एसिड पाचन प्रक्रिया को तेज करता है।

मधुमेह के रोगियों के लिए यह मिश्रण वरदान साबित हो सकता है। सिरका इंसुलिन उत्पादन को बढ़ावा देता है और प्याज के पोषक तत्व ब्लड शुगर को संतुलित रखने में मदद करते हैं।

सर्दी-जुकाम के मौसम में इम्यूनिटी को बढ़ाना बेहद जरूरी है। प्याज और सिरका दोनों में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।

सिरके में भीगा प्याज हृदय स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। प्याज में फ्लेवोनॉइड्स होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं। सिरका, खासकर सेब का सिरका, दिल की धमनियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

जो लोग वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, उनके लिए यह ड्रिंक आदर्श है। सिरके का एसिटिक एसिड भूख को नियंत्रित करता है और प्याज में मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा महसूस कराता है। इसे खाली पेट पीने से दिनभर कैलोरी की खपत कम हो सकती है।

*कैसे बनाएं सिरके में भीगा प्याज?*

* ताजे प्याज लें और उन्हें पतले स्लाइस में काटें।

* एक कांच की जार में प्याज रखें और उन पर सेब का सिरका डालें। सिरका प्याज के टुकड़ों को पूरी तरह डुबा दे।

* जार को अच्छी तरह बंद करें और इसे फ्रिज में 24 घंटे के लिए रख दें।

* अगली सुबह इस मिश्रण को छान लें और खाली पेट इसका सेवन करें। आप चाहें तो इसमें शहद या नींबू का रस भी मिला सकते हैं।

*नियमित सेवन के लाभ*

* पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है।
* ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है।
* इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
* दिल को स्वस्थ रखता है।
* वजन घटाने में मदद करता है।

नोट: हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।
बादाम और काजू से भी पॉवरफुल होता है ये ड्राई फ्रूट, आईए जानते हैं इनके फायदे

डेस्क:–मखाना, जिसे फॉक्स सीड्स भी कहा जाता है, एक अद्भुत पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ है। यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार के फायदे भी प्रदान करता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। आइए जानें मखाने  के अनमोल फायदों के बारे में।

मखाने में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद है। फाइबर आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है। साथ ही, यह आंतों में बल्क बनाकर मल को नरम और सुगम बनाता है। घुलनशील फाइबर पाचन को धीमा कर ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है।

मखाना एंटीऑक्सीडेंट जैसे फ्लेवोनॉइड्स और पॉलीफेनोल्स का अच्छा स्रोत है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। ये फ्री रेडिकल्स को निष्क्रिय कर सेल्स को नुकसान से बचाते हैं। फ्लेवोनॉइड्स के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में सूजन को कम करते हैं और संक्रमणों से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं।

जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, उनके लिए मखाना एक बेहतरीन विकल्प है। इसमें मौजूद फाइबर लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे बार-बार खाने की आदत पर नियंत्रण होता है। इसके अलावा, मखाने में प्रोटीन की भी भरपूर मात्रा होती है, जो मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है।

मखाना त्वचा के लिए भी बेहद (Benefits of Makhana) फायदेमंद है। इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 जैसे आवश्यक फैटी एसिड्स होते हैं, जो त्वचा की नमी को बनाए रखते हैं और ड्राईनेस को कम करते हैं। मखाने में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाकर समय से पहले बुढ़ापे के लक्षणों को रोकते हैं और त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाते हैं।

मखाने में पाया जाने वाला घुलनशील फाइबर शुगर को धीरे-धीरे खून में मिलने देता है, जिससे ब्लड शुगर स्तर स्थिर रहता है। यह मधुमेह के जोखिम को कम करने और टाइप 2 डायबिटीज से बचाव में सहायक हो सकता है।

*कैसे करें मखाने को अपने आहार में शामिल?*

मखाने को अपने खाने में शामिल करना बेहद आसान है। इसे सलाद में मिलाया जा सकता है, स्मूदी में ब्लेंड किया जा सकता है, या दही में मिक्स किया जा सकता है। इसका हल्का, नट जैसा स्वाद इसे किसी भी व्यंजन के साथ जोड़ने में आसान बनाता है।

अपने दैनिक आहार में मखाने को शामिल करें और सेहतमंद जीवन की ओर कदम बढ़ाएं।

नोट: हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।