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कुबेरेश्वर धाम में भव्य महोत्सव की तैयारी जोर-शोर से, इस बार मिनी कुंभ की तर्ज पर आयोजन होने जा रहा है
डेस्क:–मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित कुबेरेश्वर धाम में होने वाले रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण कथा की तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। खास बात ये है कि, इस बार धाम में महोत्सव के बीच श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष वितरित नहीं होंगे। कार्यक्रम का आयोजन मिनी कुंभ की तर्ज पर होने जा रहा है।

कुबेरेश्वर धाम में 25 जनवरी से रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण कथा महोत्सव की शुरूआत होने जा रही है। धाम में कथा के दौरान रुद्राक्ष वितरण भी होता रहा है, पिछले वर्षों में रुद्राक्ष वितरण के दौरान भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई थी, जिसमें कई श्रद्धालु हताहत हुए थे। अब इसी हादसे को मद्देनजर रखते हुए इस साल महोत्सव के दौरान रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम नहीं किया जाएगा। धाम की ओर से बताया गया है कि, 25 जनवरी से 25 मार्च तक धाम पर रुद्राक्ष वितरण पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।

इस संबंध में कुबेरेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि, अभी उत्तर-प्रदेश में कुंभ चल रहा है, जहां से लौटते समय बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का कुबेरेश्वर धाम में आने का सिलसिला शुरु होगा। इस साल पिछले साल के अनुमान से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

कथा के दौरान पेयजल, बिजली, साफ-सफाई, अस्थाई शौचालय, पार्किंग, हेल्थ कैम्प, आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, कंट्रोल रूम, सहायता केंद्र, मार्ग मरम्मत समेत अन्य व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। रेलवे स्टेशन के साथ-साथ शहर के प्रमुख स्थानों से कुबेरेश्वर धाम तक आने-जाने का ऑटो किराया और सवारियों की संख्या निर्धारित की जाएगी।
आइए जानते हैं सकट पूजा में कैसे करें गणेश भगवान की पूजा और मंत्र जाप?

डेस्क:–माघ मास की सकट चतुर्थी के दिन गणेश भगवान की पूजा की जाती है। इस बार सकट चतुर्थी 17 जनवरी 2025 दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता है कि इस शुभ अवसर पर महिलाएं अपनी संतान के उज्जवल भविष्य और लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं।

*इन मंत्रों का करें जाप*

ॐ गण गणपतये नमः इस मंत्र का जाप करने से गणेश भगवान प्रसन्न होते हैं और जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करते हैं।

*ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।*
*निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥*

सकट चतुर्थी के दिन इस मंत्र का जाप करने से संतान के जीवन में आने वाली बाधा खत्म होती हैं। साथ ही सफलता के मार्ग खुलते हैं।

*ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥*

यह मंत्र बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने और उन्हें बुद्धि-विवेक प्रदान करने के लिए बहुत उत्तम माना गया है।

*ॐ एकदन्ताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि।
तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्॥*

यह मंत्र बच्चों की शिक्षा, बुद्धिमत्ता और मानसिक विकास के लिए अत्यंत प्रभावी है।

*पूजा के दौरान इन बातों का रखें ध्यान*

सकट पूजा के दिन व्रत के दौरान केवल फलाहार ग्रहण करें।

भगवान गणेश को मोदक, गुड़, और तिल से बनी वस्तुओं का भोग लगाएं।

पूजा के समय बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए विशेष प्रार्थना करें।

मंत्र जाप के समय मन को शांत रखें और भगवान गणेश की कृपा का अनुभव करें।

संतान की सुख-समृद्धि के लिए की जाती है गणेश पूजा धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सकट चतुर्थी के दिन गणेश भगवान की पूजा संतान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए की जाती है। गणेश जी के मंत्रों का जाप संतान के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सफलता को आकर्षित करता है। इस सकट चौथ पर आप भी इन मंत्रों का जाप करें और अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रार्थना करें।

क्योंकि इस पूजा को संतान की उन्नति, सफलता, और उनके सुखद भविष्य के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन व्रत, पूजा, और गणेश जी के मंत्रों का जाप करना अत्यंत शुभ होता है।


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संभल में बनेगी भगवान राम की 65 फीट ऊंची प्रतिमा, सीएम योगी करेंगे अनावरण

डेस्क:–उत्तर प्रदेश के संभल जिले का चंदौसी एक बार फिर चर्चा में है। अब यहां भगवान राम की 65 फीट ऊंची विशाल प्रतिमा का निर्माण कराया जा रहा है। करीब डेढ़ साल से निर्माणाधीन भगवान श्री राम की प्रतिमा लगभग बनकर तैयार है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रामबाग धाम ट्रस्ट को पत्र भेज शुभकामनाएं दी हैं। रामबाग ट्रस्ट के पदाधिकारी अमित कुमार जनपद संभल के चंदौसी में मिनी वृंदावन रामबाग में करीब 65 फीट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा का निर्माण हो रहा है। यह 31 मई 23 से निरंतर बन रही है।

मुख्यमंत्री योगी इस प्रतिमा का अनावरण करेंगे। यह कार्य बहुत तेज गति से चल रहा है। फिलहाल धाम का सौंदर्याकरण चल रहा है। जैसे ही यहां का कार्य पूरा हो जाएगा, मुख्यमंत्री यहां आएंगे। उन्हीं के द्वारा मूर्ति का अनावरण किया जाएगा।भगवान श्री राम की विशाल प्रतिमा के निर्माण की जानकारी होने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रामबाग धाम ट्रस्ट को एक पत्र भेजा है।

पत्र में दोनों ने भगवान श्री राम की प्रतिमा के निर्माण के लिए शुभकामना संदेश भेजा है। ट्रस्ट के लोगों ने बताया कि भगवान श्री राम की यह प्रतिमा भव्य एवं अलौकिक है, क्योंकि इसमें जहां भगवान श्री राम एक हाथ में धनुष लेकर खड़े हैं, तो वही दूसरा हाथ आशीर्वाद की मुद्रा में है। यही नहीं, विशाल प्रतिमा के समीप ही अशोक वाटिका का भी निर्माण किया जा रहा है।
महाकुंभ मेले में 4 लाख करोड़ के व्यापार का अनुमान

डेस्क:–प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर महाकुंभ मेले से भारत की अर्थव्यवस्था को बड़ा बूस्ट मिल सकता है इंडस्ट्री के अनुमानों के मुताबिक, इस महाकुंभ में 4 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक का व्यापार हो सकता है। इससे देश की नॉमिनल और रियल जीडीपी एक प्रतिशत से भी अधिक बढ़ सकती है। उत्तर प्रदेश सरकार को उम्मीद है कि इस आयोजन में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों को मिलाकर करीब 40 करोड़ पर्यटक आएंगे सरकार के अनुमान के मुताबिक, अगर 40 करोड़ पर्यटकों में से हर एक औसतन 5,000 रुपये खर्च करता है, तो महाकुंभ से 2 लाख करोड़ रुपये का व्यापार हो सकता है।

इंडस्ट्री का अनुमान है कि इस मेगा इवेंट में प्रति व्यक्ति औसत खर्च 10,000 रुपये तक हो सकता है और इस दौरान कुल 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार हो सकता है। भारत के साथ-साथ विदेशी कंपनियां भी 45-दिवसीय कार्यक्रम के दौरान अपनी उपस्थिति दिखाने के लिए महाकुंभ में जगह बनाने की होड़ में हैं। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स कैक अनुसार, फास्ट सूचित कंप्यूटर मुइस (एफएमसीजी) से लेकर फार्मा सेक्टर तक और मोबिलिटी प्रगति बाइकर्स से लेकर डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म तक, कंपनियां महाकुंभ में मार्केटिंग पर 3, 000 करोड रुपये से अधिक खर्च कर करती हैं।

सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने महाकुंभ मेला 2025 में विभिन्न संरचनाओं के निर्माण के लिए लगभग 45000 टन स्टील की आपूर्ति की हैं। महारत कंपनी द्वारा जारी बयान के अनुसार कंपनी द्वारा आपूर्ति किए गए स्टील चेकार्ड प्लेट, हॉट स्ट्रिप मिल प्लेट, वाइल्ड स्टील प्लेट, एंगल और जोइस्टेट शामिल हैं। सनातन धर्म के अनुयायियों के सबसे बडे समागम से पक्षले प्रयागराज में बडे पैमाने पर बदलाव किए गए हैं। भव्य आध्यात्मिक गरमागरम में शामिल होने वाले लाखोंश्रद्धालुओं के लिए निर्बाध संपर्क सुनिश्चित करने के लिए 200 से अधिक सड़कों का निर्माण और अपग्रेड किया गया है।
राष्ट्रपति मुर्मू और उपराष्ट्रपति धनखड़ ने देशवासियों को लोहड़ी, मकर संक्रांति, माघ बिहू और पोंगल की दी शुभकामनाएं

डेस्क:–राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल, माघ बिहू त्योहारों की देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल और माघ बिहु के शुभ अवसर पर मैं देश और विदेश में रहने वाले सभी भारतीय लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। ये पर्व हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत तथा विविधता में एकता के प्रतीक हैं। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में मनाए जाने वाले ये त्योहार प्रकृति के प्रति सम्मान को व्यक्त करते हैं। कृषि से जुड़े ये पर्व हमारे अन्नदाता किसानों के अथक परिश्रम के लिए उनका आभार व्यक्त करने के भी अवसर हैं। मेरी कामना है कि ये पावन पर्व प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में खुशहाली और समृद्धि का संचार करें।"

वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एक्स पोस्ट पर लिखा, "लोहड़ी, मकर संक्रांति, माघ बिहु और पोंगल के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं। ये पर्व हमारे देश के विविध क्षेत्रों में अनोखे ढंग से मनाए जाते हैं। फसल के मौसम का सम्मान करने की हमारी सदियों पुरानी परंपरा का प्रतिनिधित्व करते हैं। लोहड़ी और माघ बिहू की पवित्र लपटें सभी प्रतिकूलताओं को दूर कर दें, मकर संक्रांति की उड़ती पतंगें हमारे दिलों को उल्लास से भर दें, और पोंगल की पारंपरिक मिठास उत्सव और खुशी के क्षण लाए।"

फसल के मौसम का एक जीवंत उत्सव लोहड़ी का हर साल बेसब्री से इंतजार किया जाता है। यह पारंपरिक पंजाबी त्योहार मकर संक्रांति से एक दिन पहले आता है। लोहड़ी सिखों और हिंदुओं दोनों के बीच समान रूप से मनाया जाने वाला त्योहार है। इस साल लोहड़ी 13 जनवरी को मनाई जा रही है। इसे लोहड़ी या लाल लोई के नाम से भी जाना जाता है।

मकर संक्रांति, जिसे उत्तरायण के नाम से भी जाना जाता है, सूर्य के धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करने का प्रतीक है। हर साल 14 जनवरी (या लीप वर्ष में 15 जनवरी) को मनाया जाने वाला यह त्योहार सूर्य के उत्तर की ओर बढ़ने को दर्शाता है।

इस त्योहार को रंग-बिरंगी सजावट, पतंगबाजी और सामुदायिक समारोहों के साथ मनाया जाता है। कुछ क्षेत्रों में ग्रामीण बच्चे घर-घर जाकर गीत गाते हैं और मिठाइयां इकट्ठा करते हैं। यह त्योहार ऋतुओं में बदलाव का भी प्रतीक है, जो सर्दियों के जाने और वसंत के आगमन का संकेत देता है, जो दिलों को आशा और खुशी से भर देता है।

नेशनल हाइवे 30 मार्ग में एक ट्रक में लगी भीषण आग,ड्राइवर और कंडक्टर बाल-बाल बचे

डेस्क:–रायपुर-जबलपुर नेशनल हाइवे 30 मार्ग में सरिया से लदी एक ट्रक में भीषण आग लग गई. देखते ही देखते ट्रक आग के गोले में बदल गया।चालक और परिचालक ने ट्रक से कूदकर अपनी जान बचाई। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे दमकलकर्मी ट्रक में लगी आग पर काबू पाया। पूरा मामला चिल्फी थाना क्षेत्र का है।

बताया जा रहा है कि यह ट्रक रायपुर से सरिया लेकर मध्यप्रदेश जा रही थी। जब ट्रक चिल्फी घाटी पहुंची तो अचानक शॉर्ट सर्किट हो गया, जिससे आग लग गई। ट्रक जलकर खाक हो गया है। ट्रक ड्राइवर और कंडक्टर की सतर्कता से एक बड़ा हादसा टल गया।




14 जनवरी को सबसे पहले संगम में कौन लगाएगा डुबकी? अमृत स्नान का समय जारी

डेस्क:–महाकुंभ के दौरान कुल छह स्नान आयोजित होंगे, जिनमें से तीन स्नान अमृत (शाही) स्नान होंगे, जिन्हें अखाड़े विशेष रूप से करते हैं। पहले अमृत स्नान का आयोजन मकर संक्रांति के दिन 14 जनवरी को होगा, दूसरा मौनी अमावस्या पर 29 जनवरी को और तीसरा वसंत पंचमी के दिन 3 फरवरी को होगा। प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने अखाड़ों के अमृत स्नान की तिथि का क्रम जारी कर दिया है। सबसे पहले, महानिर्वाणी और अटल अखाड़े के संत-महंत, महामंडलेश्वर अमृत स्नान करेंगे। परंपरानुसार, पहले सातों संन्यासी स्नान करेंगे, इसके बाद तीनों वैरागी और अंत में तीनों उदासीन अखाड़े स्नान करेंगे।

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने रविवार को तीनों शाही स्नान के लिए अखाड़ों का क्रम जारी कर दिया। प्रत्येक अखाड़े को स्नान के लिए 30 मिनट से लेकर एक घंटे तक का समय निर्धारित किया गया है। सबसे अंत में निर्मल अखाड़े के संत पुण्य की डुबकी लगाएंगे। स्नान के लिए अखाड़ों के संत सुबह 5:15 बजे से बैंड बाजा और डीजे के साथ रथों पर सवार होकर यात्रा शुरू करेंगे।

अमृत स्नान के लिए निकली इस यात्रा में संतों के शिष्य और अनुयायी चंवर, छत्र और दंड लिए पुष्प वर्षा करते हुए साथ चलेंगे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने अखाड़ों से अनुरोध किया है कि उनके साथ स्नान के लिए जाने वाले खालसों और महामंडलेश्वरों की संख्या मेला प्रशासन द्वारा प्रेषित सूची के अनुसार ही सीमित रखी जाए।

स्नान के लिए जाने वाले रथों और वाहनों की संख्या मेला पुलिस द्वारा जारी पास के अनुसार ही निर्धारित की जाएगी। अखाड़ों का संगम क्षेत्र (सेक्टर तीन) में अमृत स्नान के लिए आगमन त्रिवेणी मार्ग सेक्टर 20 से पीपा पुल संख्या छह (त्रिवेणी दक्षिणी) और पीपा पुल संख्या सात (त्रिवेणी मध्य) के जरिए गंगा पार करके होगा। वहां त्रिवेणी मार्ग और अखाड़ा मार्ग के क्रॉसिंग पर बाएं मुड़कर निर्धारित संगम घाट पर स्नान की व्यवस्था की गई है। संगम क्षेत्र में अखाड़ों के वाहनों के लिए विशेष पार्किंग व्यवस्था भी की गई है।

संगम में स्नान के बाद, अखाड़ों के संत और अनुयायी सेक्टर तीन के अखाड़ा वापसी मार्ग से दाहिने मुड़कर पीपा पुल संख्या तीन (महावीर दक्षिणी) और पीपा पुल संख्या चार (महावीर उत्तरी) के जरिए गंगा पार करेंगे। इसके बाद वे महावीर मार्ग, महावीर संगम लोवर और महावीर संगम लोवर मार्ग क्रॉसिंग से बाएं (उत्तर मुड़कर) अखाड़ा वापसी मार्ग से होते हुए अपने-अपने शिविरों में जाएंगे। संन्यासी अखाड़े अपने शिविर में प्रवेश के लिए काली मार्ग का उपयोग करेंगे।

गाजियाबाद रेस्टोरेंट में रोटी पर थूकने वाला कर्मचारी गिरफ्तार
डेस्क:–एक अधिकारी ने बताया कि गाजियाबाद के एक रेस्टोरेंट में काम करने वाले एक व्यक्ति को ऑनलाइन वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें वह ग्राहक की रोटी पर थूकता हुआ दिखाई दे रहा है। संवाददाताओं से बात करते हुए, सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा, सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो के संबंध में, यह ध्यान में लाया गया है कि वीडियो सोमबाजार के एक रेस्टोरेंट का है।

वीडियो में दिख रहे व्यक्ति की पहचान बिजनौर निवासी इरफान के रूप में हुई है, जो रेस्टोरेंट में रोटी बनाने का काम करता है। जैसा कि वीडियो में दिखाया गया है, रोटी बनाते समय वह उसमें थूक रहा है। वीडियो का संज्ञान लेने के बाद, व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया। व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
आप पार्टी में शोक गुरप्रीत गोगी की गोली लगने से मौत

डेस्क:–आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक गुरप्रीत गोगी, जिन्हें गोली लगने के बाद मृत घोषित कर दिया गया था, ने गलती से खुद को गोली मार ली, जिससे उनके सिर में चोट लग गई। मीडिया से बात करते हुए, पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) जसकरण सिंह तेजा ने कहा, परिवार के सदस्यों के अनुसार, उन्होंने गलती से खुद को गोली मार ली और उनके सिर में गोली लग गई। गुरप्रीत गोगी को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया, उनके शव को डीएमसी अस्पताल के शवगृह में रख दिया गया है।

इसके अलावा, डीसीपी ने उल्लेख किया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण निर्धारित किया जाएगा। डीसीपी ने आगे कहा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा।अधिकारियों के अनुसार, यह घटना आधी रात के आसपास हुई और विधायक को डीएमसी अस्पताल पहुंचने पर मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) जसकरन सिंह ने कहा, घटना आधी रात के आसपास हुई और जब उन्हें डीएमसी अस्पताल लाया गया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया आगे की जांच जारी है। गोगी 2022 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए और लुधियाना विधानसभा चुनाव के दौरान दो बार के पूर्व कांग्रेस विधायक भारत भूषण आशु को हराया।

विश्व चैम्पियनशिप में आमिना जेहरा का कमाल, पेनकैक सिलाट में जीता रजत पदक

डेस्क:–श्रीनगर की आमिना जेहरा ने अबू धाबी में आयोजित प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय विश्व चैम्पियनशिप में पेनकैक सिलाट में रजत पदक जीतकर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाई है। उनके असाधारण प्रदर्शन ने उनके गृहनगर को गौरवान्वित किया है और कश्मीर में मार्शल आर्ट की बढ़ती प्रमुखता को उजागर किया है। अंतर्राष्ट्रीय विश्व चैम्पियनशिप, जिसमें विभिन्न देशों के प्रतियोगी शामिल थे, पेनकैक सिलाट के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।

यह पारंपरिक इंडोनेशियाई मार्शल आर्ट आत्मरक्षा और कलात्मक अभिव्यक्ति दोनों पर जोर देती है। आमिना ने कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना किया, पूरे आयोजन में न केवल अपनी शारीरिक शक्ति बल्कि अपनी मानसिक दृढ़ता का भी प्रदर्शन किया। उनकी अविश्वसनीय यात्रा कई साल पहले शुरू हुई थी जब उन्होंने पहली बार पेनकैक सिलाट द्वारा प्रदान किए जाने वाले अनुशासन और रणनीति से प्रभावित होकर मैट पर कदम रखा था। संवाददाताओं से बात करते हुए, आमिना ने अबू धाबी में 5वीं विश्व जूनियर चैंपियनशिप में जीते गए रजत पदक के बारे में अपनी खुशी साझा की।

संवाददाताओं से जेहरा ने कहा 5वीं विश्व जूनियर चैंपियनशिप हाल ही में अबू धाबी में हुई थी, जहाँ मैंने भाग लिया था और मुझे वहाँ रजत पदक मिला था। इससे पहले, मैंने श्रीनगर और कई राज्यों में राष्ट्रीय स्तर पर खेला है। मैं नासिर सर की छात्रा हूँ। मूल रूप से, यह खेल अन्य मार्शल आर्ट से बहुत अलग है, मुझे यह बहुत आकर्षक लगा। इसलिए जब मैंने शुरुआत की तो मैं बेतरतीब ढंग से इस खेल में आ गई। फिर मैं इस खेल से बहुत प्रेरित हुई क्योंकि मैंने देखा कि मुझे अच्छा समर्थन मिल रहा है, इसलिए मैं इस खेल में शामिल हो गई।