/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png StreetBuzz राजस्थान के डूंगरपुर जिले में एचएमपीवी वायरस का पहला मामला: दो माह के बच्चे में पाया गया संक्रमण veer
राजस्थान के डूंगरपुर जिले में एचएमपीवी वायरस का पहला मामला: दो माह के बच्चे में पाया गया संक्रमण

राजस्थान के डूंगरपुर जिले के साबला क्षेत्र के रीछा गांव से एक दो महीने के बच्चे में कोरोना जैसे चीनी वायरस की पुष्टि हुई है. बच्चे में एचएमपीवी वायरस पाया गया है. बच्चा 12 दिनों से गुजरात के एक अस्पताल में भर्ती है. बच्चा अभी स्वस्थ बताया जा रहा है. डूंगरपुर के साबला क्षेत्र के एक दो महीने के बच्चे को सर्दी, खांसी की शिकायत होने पर परिवार के लोग उसे गुजरात के मोडासा लेकर गए. जहां बच्चे को आराम नहीं मिलने पर परिवार के लोग उसे गुजरात के अहमदाबाद स्थित ऑरेंज हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. बच्चे की जांच की गई, जिसमें वह एचएमपीवी वायरस पॉजिटिव मिला.

फिलहाल बच्चे का इलाज गुजरात के अहमदाबाद में चल रहा है और उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है. इधर डूंगरपुर जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के पास मामले की अधिकृत जानकारी नहीं आई है लेकिन मीडिया से मिली जानकारी पर विभाग बच्चे के परिवार को ट्रैक करने में जुटा है.

एचएमपी वायरस सामान्य रोग: खींवसर

राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि देश में कुछ राज्यों में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) के कुछ मामले सामने आए हैं, लेकिन इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है. खींवसर ने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, यह वायरस वर्ष 2001 से मौजूद है, लेकिन रोगियों पर इसका प्रभाव सामान्य रहा है. इस वायरस से मौत का कोई मामला और चिंताजनक स्थिति सामने नहीं आई है.

यह वायरस घातक नहीं’

आधिकारिक बयान में खींवसर ने कहा कि हर साल की भांति सर्दी के मौसम को देखते हुए बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्ति सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार आदि होने पर अस्पताल में चिकित्सक से परामर्श लें. उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से इस वायरस के संबंध में सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें भी स्पष्ट किया गया है कि यह वायरस घातक नहीं है.

एचएमपी वायरस का प्रसार

मंत्री ने कहा कि खांसी-जुकाम जैसे सामान्य लक्षणों के साथ सर्दी के मौसम में आमतौर पर कुछ मामले इस वायरस के सामने आते रहे हैं और मार्च से दिसम्बर तक देशभर में नौ मामले चिन्हित हुए हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि केंद्र सरकार के अनुसार एचएमपी वायरस का प्रसार वर्तमान में नगण्य है लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर प्रदेशभर में चिकित्सा अधिकारियों को सजग और सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही, जांच, उपचार सहित अन्य आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने को भी कहा गया है.

वायरस की प्रमाणिक जांच

उन्होंने बताया कि राज्य में वर्तमान में इस वायरस की प्रमाणिक जांच के लिए पांच वीआरडीएल लैब एम्स जोधपुर, सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर, आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर एवं एसएन मेडिकल कॉलेज जोधपुर में उपलब्ध हैं. मंत्री ने कहा कि किसी भी अस्पताल में इस वायरस के लक्षणों से संबंधित गंभीर रोगी के सामने आने पर इन प्रयोगशाला में जांच करवाई जा सकती है.

जांच के लिए नमूने भिजवाएं

खींवसर ने कहा है कि कोई भी प्राइवेट हॉस्पिटल किसी रोगी में इस वायरस के संभावित लक्षण पाए जाने पर प्रमाणिक जांच के लिए नमूने इन वीआरडीएल लैब में ही भिजवाएं. साथ ही, इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग को भी सूचित करें. विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि डूंगरपुर का दो माह का एक बच्चा अहमदाबाद में उपचाराधीन है.

एचएमपी वायरस के लक्षण

उन्होंने कहा कि समय पूर्व प्रसव से जन्मे इस बच्चे में एचएमपी वायरस के लक्षण सामने आए हैं, लेकिन बच्चे की स्थिति वर्तमान में सामान्य है. राठौड़ ने बताया कि सर्दी, खांसी-जुकाम से पीड़ित यह बच्चा उपचार के दौरान अहमदाबाद के प्राइवेट हॉस्पिटल में 26 दिसंबर 2024 को एचएमपी वायरस से संक्रमित पाया गया था. अधिकारी ने बताया कि वह फिलहाल ठीक है और राजस्थान में अब तक इस वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है.

छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले के बाद बड़ी कामयाबी, सीआरपीएफ ने बरामद किया 20 किलो वजनी आईईडी

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में करीब 20-22 किलोग्राम वजनी आईईडी बरामद कर उसे निष्क्रिय कर दिया. अधिकारियों ने बताया कि इससे सात घंटे पहले, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने सोमवार को लगभग 70 किलोग्राम वजनी बारूदी सुरंग का इस्तेमाल कर सुरक्षाबलों के एक वाहन को उड़ा दिया, जिसमें आठ सुरक्षाकर्मियों और उनके वाहन चालक की मौत हो गई थी.

सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एक बड़ी त्रासदी टल गई, क्योंकि आईईडी का पता लगा लिया गया और उसे निष्क्रिय कर दिया गया. छिपा कर रखे गए इस तरह के विस्फोटकों की भयावहता का अंदाजा नक्सलियों द्वारा किए गए उस विस्फोट से लगाया जा सकता है, जिसमें आज इसी जिले में नौ लोग मारे गए.

20 किलो आईईडी बरामद

दरअसल सीआरपीएफ ने बीजापुर में लगभग 20-22 किलोग्राम वजनी एक आईईडी बरामद किया और उसे लगभग सात घंटे पहले निष्क्रिय कर दिया. सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक बड़ी त्रासदी टल गई क्योंकि आईईडी का पता चल गया और वह बेकार हो गया. ऐसे छिपे हुए विस्फोटकों के खतरे का अंदाजा नक्सली विस्फोट से लगाया जा सकता है, जिसमें उसी जिले में नौ लोगों की मौत हो गई.

बता दें कि केंद्रीय बल की 196वीं बटालियन के एक गश्ती दल को मंगलवार सुबह करीब 7:30 बजे एक नीले प्लास्टिक ड्रम के अंदर रखे गए इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का पता चला, जब वह उसूर पुलिस थाना क्षेत्र में माओवादी विरोधी अभियान के लिए निकला था.

बम निरोधक दस्ते ने किया निष्क्रिय

अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ के जवानों ने एक कच्ची सड़क के नीचे से आईईडी बरामद करने के लिए भारी अर्थ मूवर मशीन (जेसीबी) का इस्तेमाल किया. आईईडी का वजन करीब 20-22 किलोग्राम था. अधिकारियों ने बताया कि बल के बम निरोधक दस्ते ने इसे कुछ ही घंटों में निष्क्रिय कर दिया और क्षेत्र में यातायात बहाल कर दिया गया.

आईईडी से किया ब्लास्ट

छत्तीसगढ़ में दो साल में सुरक्षा बलों पर अपने सबसे घातक हमले में, नक्सलियों ने सोमवार दोपहर करीब 2.15 बजे कुटरू थाना क्षेत्र के अंबेली गांव के पास 60-70 किलोग्राम मजबूत आईईडी का उपयोग करके एक वाहन को उड़ा दिया. पुलिस को संदेह है कि शक्तिशाली आईईडी को सुरक्षाकर्मियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मार्ग पर काफी समय पहले लगाया गया था.

नक्सल विरोधी अभियान

पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने कहा कि विस्फोटक उपकरण उस समय फट गया जब दंतेवाड़ा जिले के डीआरजी कर्मी नक्सल विरोधी अभियान चलाकर अपने स्कॉर्पियो वाहन में लौट रहे थे. अधिकारी ने बताया कि आठ सुरक्षाकर्मी, जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और बस्तर फाइटर्स के चार-चार-राज्य पुलिस की दोनों यूनिट्स- जो एसयूवी में यात्रा कर रहे थे और चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जो बीजापुर जिला मुख्यालय से लगभग 70 किमी दूर स्थित है.

जियो का सबसे सस्ता 5G प्लान: मात्र 198 रुपये में अनलिमिटेड 5G डेटा, जानें इसके फायदे और वैलिडिटी

हाई-स्पीड इंटरनेट तो हर किसी को चाहिए. कम बजट में 5G डेटा चाहिए, तो हम बताएंगे कि सबसे सस्ता अनलिमिटेड 5G डेटा प्लान कौन सी टेलीकॉम कंपनी दे रही है. अगर आप Jio के ग्राहक हैं, तो सबसे सस्ते 5G डेटा प्लान का फायदा उठाया जा सकता है. भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी की टेलीकॉम कंपनी जियो मात्र 198 रुपये में अनलिमिटेड 5G डेटा ऑफर करती है. यह प्लान न केवल आपको 2GB डेली डेटा देता है, बल्कि इसमें अनलिमिटेड 5G डेटा भी मिलता है.

198 रुपये का प्लान: क्या है खास?

जियो का 198 रुपये का प्लान देश का सबसे सस्ता अनलिमिटेड 5G डेटा प्लान है. इस रिचार्ज प्लान में आपको हर दिन 2GB डेटा मिलता है, जो कि ज्यादा डेटा इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के लिए बढ़िया ऑप्शन हो सकता है.

इसमें आपको अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग की सुविधा भी मिलती है. आप किसी भी नेटवर्क पर बिना किसी लिमिट के कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा 100 SMS/दिन भी आपको मिलते हैं.

ये फायदे भी दे रहा Jio

जियो के198 रुपये के प्लान में आपको JioTV, JioCinema, और JioCloud जैसी सर्विस भी मुफ्त मिलती हैं. इससे आपकी एंटरटेनमेंट की जरूरत भी पूरी होगी. सबसे बड़ी बात यह है कि यह प्लान True 5G के साथ आता है, जिससे आप जियो के नेटवर्क पर हाई-स्पीड इंटरनेट का एक्सपीरियंस ले सकते हैं.

जियो अपने 2GB डेली डेटा वाले प्लान या उससे ज्यादा कीमत के प्लान में ही अनलिमिटेड 5G की सुविधा देता है, और 198 रुपये का प्लान इस मामले में सबसे सस्ता है.

Jio ₹198 Plan: वैलिडिटी

इस प्लान की वैलिडिटी 14 दिन है, जो कि कम समय के लिए डेटा की जरूरत को पूरा करता है. अगर आप पूरे महीने के लिए यह सुविधा चाहते हैं, तो आप 349 रुपये का प्लान चुन सकते हैं, जिसमें वही सारे फायदे मिलते हैं, जो 198 रुपये वाले प्लान में हैं, लेकिन इसकी वैलिडिटी 28 दिन की होती है. डेली खर्च के हिसाब से देखें तो 349 रुपये का प्लान सस्ता होगा.

पतंजलि संस्थान के 30 साल पूरे होने पर स्वामी रामदेव ने किए 5 बड़े ऐलान

पतंजलि संस्थान का 30वां स्थापना दिवस पतंजलि वैलनेस हरिद्वार स्थित योगभवन सभागार में मनाया गया. पतंजलि योगपीठ के अध्यक्ष योगगुरु स्वामी रामदेव और महामंत्री आचार्य बालकृष्ण की उपस्थिति में भव्य समारोह आयोजित किया गया. कार्यक्रम में देशभर के पतंजलि योगपीठ संगठन के 6000 से अधिक प्रभारीगणों ने शिरकत की. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी संपन्न हुए. योगगुरु स्वामी रामदेव ने यहां पिछले 30 सालों की अपनी सेवा, संघर्ष और साधना के बारे में विस्तार से बताया. साथ ही पतंजलि योगपीठ की भावी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला.

स्वामी रामदेव ने योग क्रांति की सफलता के बाद पञ्च क्रांतियों का शंखनाद किया. उन्होंने कहा कि शिक्षा, चिकित्सा, आर्थिक, वैचारिक सांस्कृतिक और रोगों भोगों-ग्लानि-कुण्ठाओं से आजादी का बड़ा कार्य पतंजलि से प्रारंभ करना है.

पहली क्रांति: शिक्षा की आजादी.

स्वामी रामदेव ने कहा कि आज 50 से 90 और कहीं-कहीं तो 99 फीसदी पढ़े-लिखे बेरोजगार, नशेड़ी, चरित्रहीन निस्तेज बच्चे हैं जिनका बचपन, यौवन और भविष्य खतरे में है. इसलिए पहले देश में और फिर पूरी दुनिया में नई शिक्षा व्यवस्था का शंखनाद करेंगे. उसका नेतृत्व भारत करेगा. पतंजलि गुरुकुलम्, आचार्यकुलम्, पतंजलि विश्वविद्यालय और भारतीय शिक्षा बोर्ड अब नये प्रतिमान गढ़ेंगे. आगामी 5 साल में 5 लाख विद्यालयों को भारतीय शिक्षा बोर्ड से जोड़ा जाएगा.

उन्होंने कहा कि हमें बच्चों को केवल शब्दबोध नहीं कराना है, शब्दबोध के साथ विषयबोध, आत्मबोध, सत्यपरक भारतबोध व अपने गौरव का बोध कराना है. मैकाले का एजुकेशन सिस्टम नहीं होगा. यही शिक्षा की आजादी का संकल्प है. हम भारतीय शिक्षा बोर्ड के माध्यम से विदेशी आक्रमणकारियों, अकबर, औरंगजेब या अंग्रेजों की झूठी महानता नहीं बल्कि छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप व क्रांतिकारियों का सच्चा इतिहास पढ़ाएंगे.

दूसरी क्रांति: चिकित्सा की आजादी

स्वामी रामदेव ने कहा कि रोग हमारा स्वभाव नहीं योग ही हमारा स्वभाव है. आज पूरी दुनिया में सिंथेटिक दवा, अलग-अलग प्रकार स्टेरॉयड, पेन किलर इत्यादि खा-खाकर लोगों के शरीर खराब हो रहे हैं. हमने 5000 से अधिक रिसर्च प्रोटोकॉल्स और 500 से अधिक रिसर्च पेपर्स वर्ल्ड क्लास इंटरनेशनल जर्नल्स में पब्लिश करके असाध्य रोगों से मुक्ति का मार्ग दुनिया के सामने रखा है. हम लोगों को रोगी होने से बचाएंगे और रोग होने के बाद आयुर्वेद के माध्यम से लोगों को मुक्ति दिलाएंगे.

तीसरी क्रांति: आर्थिक आजादी

स्वामी रामदेव ने कहा कि आज पूरी दुनिया में मुट्ठी भर लोगों ने अपने क्रूर पंजों में पूरे अर्थतंत्र को जकड़ रखा है. अभी तक पतंजलि ने शिक्षा, स्वास्थ्य, अनुसंधान, चरित्र निर्माण, राष्ट्र निर्माण आदि में लाख करोड़ रुपए की चैरिटी की है. 10 हजार से अधिक सेंटर्स के साथ 25 लाख से अधिक प्रशिक्षित योग शिक्षकों तथा करोड़ कार्यकर्ताओं की निस्वार्थ सेवा से यह सब राष्ट्र निर्माण व चरित्र निर्माण का सेवा कार्य हो रहा है. हमारा संकल्प है कि स्वदेशी का आंदोलन इतना बड़ा खड़ा हो कि आर्थिक लूट, गुलामी और दरिद्रता से भारत निकले तभी भारत परम वैभवशाली बनेगा.

चौथी क्रांति : वैचारिक और सांस्कृतिक आजादी

स्वामी रामदेव ने कहा कि जिस भारत ने पूरी दुनिया को सबसे पहले संस्कृत का संदेश दिया वो भारत यदि वैचारिक और सांस्कृतिक गुलामी से गुजरे तो ठीक नहीं. हमें वैचारिक और सांस्कृतिक गुलामी से भारत को मुक्ति दिलानी है. इसलिए हम कहते हैं कि हमें इस सनातन धर्म को, वेदधर्म को, ऋषिधर्म को, योगधर्म को युगधर्म के रूप में बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि रिलिजियस टैरेरिजम, पॉलिटिकल टैरेरिजम और ये शिक्षा व चिकित्सा के नाम पर चल रहा आतंकवाद खत्म होगा.

पांचवीं क्रांति: नशा,रोग-भोग वासनाओं से आजादी

स्वामी रामदेव ने कहा कि दुनिया में चारों तरफ नशे का खतरनाक खेल चल रहा है. रोग, नशा, अश्लीलता से आजादी का हमारा संकल्प है. पतंजलि के 30 वर्ष पूर्ण होने पर यही हमारा संकल्प है कि हम पूरे विश्व को योगमय बनायेंगे, चरित्र निर्माण करके आदर्श विश्व नागरिकों का निर्माण करेंगे.

आचार्य बालकृष्ण ने क्या क्या कहा?

इस कार्यक्रम में आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि में लोगों को स्वास्थ्य देने के लिए अर्थ से परमार्थ का अभियान चलाया है. पतंजलि का 100 प्रतिशत प्राफिट केवल चैरिटी के लिए है. पतंजलि के लिए भारत एक बाजार नहीं बल्कि परिवार है. पतंजलि में 500 से अधिक विश्वस्तरीय वैज्ञानिकों की टीम लगातार रिसर्च करके रोगानुसार विविध प्रकार के रस, क्वाथ, वटियां, कैप्सूल, व्हीट ग्रास, एलोवेरा जूस, आंवला जूस, नीम रस, गिलोय रस आदि रिसर्च एवं एविडेंस बेस्ड दवाइयां पूरी दुनिया को उपलब्ध करा रहे हैं.

पोस्ट ऑफिस में आधार बायोमेट्रिक के जरिए खाता खोलने और लेनदेन की सुविधा शुरू

पोस्ट ऑफिस ने आधार बायोमेट्रिक के जरिए डाकघर बचत बैंक (POSB) खाता खोलने और लेनदेन के लिए (e-KYC) प्रक्रिया शुरू किया है. पोस्ट ऑफिस ईकेवाईसी कार्यक्षमता को धीरे-धीरे अपडेट करेगा. पहले चरण में यह सुविधा केवल POSA और डाकघर के काउंटरों पर उपलब्ध होगी. इसमें नए ग्राहकों के खाता खोलने और लेनदेन की सुविधा मुहैया करायी जाएगी. इसके अलावा मौजूदा ग्राहकों का eKYC और KYC विवरण को अपडेट किया जाएगा.

इसके अगले चरण में ई केवाईसी के जरिए अन्य स्कीम्स जैसे आरडी, टीडी, एमआईएस, एससीएसएस के लिए अकाउंट ओपनिंग करने, बंद करने और ट्रांजैक्शन जैसी सुविधा मुहैया कराई जाएगी. हालांकि, पोस्ट ऑपिस में आधार बायोमेट्रिक के माध्यम से अभी सिर्फ पांच हजार रुपये तक का ही ट्रांजैक्शन किया जाएगा. इससे अधिक लेनदेन के लिए वाउचर का इस्तेमाल करना पड़ेगा. यह सारा सिस्टम डाकघर के फिनेकल सॉफ्टवेयर के तहत काम करेगा. इसके लिए इसमें कई अहम बदलाव किए गए हैं.

आधार अपडेट कराना होगा जरूरी

डाक विभाग के 1 जनवरी 2025 के आदेश के अनुसार, “बेसिक सेविंग अकाउंट और सिंगल टाइप POSA ( पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट ) आधार प्रमाणीकरण के आधार पर फिनेकल सॉफ्टवेयर में ही खाता खोले जाएंगे. वहीं, अन्य योजनाओं के खाते खोलने के लिए ई-केवाईसी की जरूरत पड़ेगी. इसके अलावा, खाता बंद करने, ट्रांसफर कराने जैसे अन्य सुविधाओं को भी इसी सॉफ्टवेयर के तहत लाने की प्रक्रिया चल रही है. अगर कोई व्यक्ति पोस्ट ऑफिस में खाता खोलना चाहता है, लेकिन आधार अपडेट नहीं है तो उसका आधार बायोमेट्रिक के तहत खाता नहीं खुलेगा. ऐसे लोगों से पहले आधार अपडेट करने की अपील की जाएगी.

दूसरे चरण में ग्राहकों को मिलेंगी कई सुविधाएं

डाक विभाग इस पहल के दूसरे चरण में ई-केवाईसी के माध्यम से खाता चालू करने बंद करने या लेनदेन समेत अन्य सुविधाएं शुरू करने का विचार कर रहा है. आने वाले समय में नए ग्राहकों और खाताधारकों के लिए विभाग अन्य तरह की सुविधाएं भी मुहैया कराएगा. पोस्ट ऑफिस पेपेरलेस वर्क के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म की ओर तेजी से बढ़ रहा है. इसी को देखते हुए विभाग ने अपने ग्राहकों को आधार बायोमेट्रिक के जरिए सुविधा देने का फैसला किया है. आने वाले समय में डाकघर में अकाउंट ओपनिंग, ट्रांजैक्शन समेत कई कार्यों के लिए आधार का होना जरूरी होगा.

6 जनवरी से देश के सभी डाकघरों में लागू होगी प्रक्रिया

26 नवंबर 2024 को ईकेवाईसी की प्रक्रिया पायलट प्रोजेक्ट के तहत देश के 12 प्रधान डाकघरों और 2 उप डाकघरों में शुरू की गई थी, लेकिन आज यानी 6 जनवरी से पूरे भारत में लागू हो गई है. देश के सभी डाकघरों में इसके तहत नए सिंगल सेविंग खाते खोले जाएंगे. वहीं, पुराने खाताधारकों को भी eKYC से जोड़ा जाएगा.

महाकुंभ 2025: 9 साल से एक हाथ ऊपर उठाए खड़े हैं महाकाल गिरी बाबा, जानें उनकी अनोखी कहानी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इन दिनों विश्व के सबसे बड़े धार्मिक मेले महाकुंभ चर्चा का विषय बना हुआ है. इस मेले का नजारा देखने लायक है. आस्था के इस महाकुंभ में देश और दुनिया से साधु संत आ रहे हैं. यहां आने कुछ साधु संत ऐसे भी हैं जो लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. इन्हीं में से एक बाबा हैं महाकाल गिरी बाबा जिन्होंने अपने संकल्प को लेकर सुर्खियों में छाए हैं.

महाकाल गिरी बाबा मध्य प्रदेश से महाकुंभ में आकर धुनि रमा रहे हैं. बाबा ने अपने संकल्प के लिए पिछले 9 सालों से अपना एक हाथ ऊपर उठाकर रखा है. बाबा ने गौ रक्षा और धर्म रक्षा के लिए आजीवन संकल्प ले रखा है. खास बात ये है कि 9 सालों से एक बार भी उन्होंने अपने हाथ को नीचे नहीं किया है.

आकर्षण का केंद्र बने बाबा

महाकाल गिरी बाबा अपने इस संकल्प की वजह से हठयोगी बाबा के नाम से भी जाने जाते है. महाकुंभ में ये हठयोगी अब लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए है. लोग उन्हें देखने के लिए दूर-दूर से आ रहे हैं. जानकारी के मुताबिक महाकाल गिरी बाबा राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले हैं. पिछले दो दशक से भी ज्यादा समय से वो साधु का जीवन व्यतीत कर रहे हैं.

हाथ में लिए भगवान भोलेनाथ की पिंडी

जब वह करीब 10-12 साल के थे तभी उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था. इसके बाद वो साधु-संतों के साथ रहने लगे और भगवान की भक्ति में डूब गए. पिछले 9 साल से वो अपना एक हाथ ऊपर उठाकर रखे हैं. उनका कहना है कि वो जिंदगीभर हाथ को ऐसे ही रखेंगे. बाबा जिस हाथ को ऊपर रखें हैं उस हाथ की मुट्ठी में भगवान भोलेनाथ की पिंडी लिए हैं. उनका कहना है कि इस काम में उन्हें कोई दिक्कत नहीं होती, ये सब भगवान की तपस्या और साधना से संभव हुआ है.

9 साल से नहीं काटे नाखून

महाकाल गिरी महाराज का कहना है कि लोक कल्याण के लिए वह ये तप कर रहे हैं. उनकी तपस्या सनातन धर्म के लिए है, जो उनके पिंडदान के साथ ही पूरी होगी. बाबा ने बताया कि जब से उन्होंने हाथ ऊपर उठाया तब से अपने हाथ के नाखून नहीं काटे. उन्होंने बताया कि वह हर बार कुंभ मेले में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने आते हैं.

एआई इंजीनियर अतुल सुभाष केस: पिता बोले- निकिता ने बच्चों को हथियार बनाकर हासिल की बेल

एआई इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड मामले में पत्नी निकिता सिंघानिया और उसके भाई व मां को जमानत मिलने के बाद अतुल के पिता ने चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि निकिता ने बच्चों को हथियार बनाकर बेल हासिल किया है. इसमें निकिता ने कोर्ट को भी गुमराह किया है. वह बेल रिजेक्ट कराने के लिए पहले हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. अतुल के पिता पवन मोदी ने कहा कि उन्होंने निकिता का बेल अर्जी खारिज करने के लिए कोर्ट में ऑप्लिकेशन दिया था.

अतुल के पिता ने सवाल उठाया कि 3 साल के बच्चे को निकिता ने बोर्डिंग में डाला है. इससे पहले दो साल के बच्चे को डाला था. उसे बच्चों से प्यार है ही नहीं, लेकिन कोर्ट से बेल पाने के लिए बच्चों के प्यार की ही दुहाई दी है. उन्होंने कहा कि निकिता उनके पोते ब्योम का इस्तेमाल एटीएम की तरह करती है. उन्होंने कहा कि उसने हमेशा से ही बच्चों के नाम पर अतुल को ब्लैकमेल किया और उससे उगाही करती थी. उन्होंने निकिता के पास उनका पोता सुरक्षित नहीं है.

बच्चे की कस्टडी पाने के लिए जाएंगे सुप्रीम कोर्ट

उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य बच्चों का कस्टडी लेना और निकिता का बेल रिजेक्ट कराना है. इसके लिए वह हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे. जौनपुर पुलिस द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र मांगने की बात को भी उन्होंने साजिश करार दिया. कहा कि कोई भी मां अपने बेटे के बारे में कैसे मरने की बात लिख कर दे सकती है. इसी के साथ उन्होंने देश के कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाया.

वीडियो कॉल पर हुई बातचीत

कहा कि कानून सिर्फ कमजोर लोगों पर लागू होता है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया कि उनके पोते की कस्टडी निकिता को ना दे. उन्होंने कहा कि हम बेंगलुरु कभी नहीं गए. अतुल ही वीडियो कॉल पर उनकी पोते से बात कराता था. उन्होंने बताया कि पोते ब्योम से उनकी आखिरी मुलाकात चार्टर्ड अकाउंटेंट समस्तीपुर के पंकज ज्योति के घर पर हुई थी. उस समय डाइवोर्स पेपर पर साइन करने के लिए कहा गया तो निकिता इसके लिए तैयार नहीं हुई थी.

40 मिनट में दिल्ली से मेरठ तक का सफर, पीएम मोदी ने की नमो भारत ट्रेन की सवारी

आज दिल्ली को करीब 12 हजार करोड़ की योजनाओं की सौगात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देंगे. दिल्ली से रैपिड रेल से की सुविधा जुड़ जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहिबाबाद स्टेशन में रैपिड रेल में सफर किया. अब दिल्ली से मेरठ की दूरी बस 40 मिनट में तय होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ ‘नमो भारत’ कॉरिडोर के एक खंड का उद्घाटन किया.

ये कॉरिडोर साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर के बीच 13 किलोमीटर लंबा है. इस कॉरिडोर को बनाने में 46,00 करोड़ रुपए की लागत है. जून 2025 तक 82 KM का प्रोजेक्ट के पूरा होने की उम्मीद जताई गई है. 18 अगस्त 2024 ट्रेन सेवा को मेरठ साउथ स्टेशन तक बढ़ाया गया था. वहीं 6 मार्च 2024 तक दूसरे फेज की शुरुआत की गई थी. ये कॉरिडोर दुहाई से मोदीनगर नॉर्थ के बीच 17 KM लंबा था. वहीं 20 अक्टूबर 2023 को पहले चरण का उद्घाटन किया गया था. जिसमें साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच 17 KM की लंबाई में तैयार किया गया था.

कहां कितना होगा किराया?

रेपिड रेल से दिल्ली से मेरठ जाने वाले अलग-अलग रूट पर किराए को तय किया गया है. न्यू अशोक नगर से साहिबाबाद 13 KM की दूरी है. सफर के दौरान 2 स्टेशन भी पड़ेंगे. इस रूट पर सफर करने के लिए यात्रियों को 50 रुपए का किराया देना पड़ेगा.

वहीं साहिबाबाद से मेरठ साउथ के बीच की दूरी 42 KM है. इस दौरान बीच रास्ते में कुल 9 स्टेशन पड़ेंगे. साहिबाबाद से मेरठ साउथ के बीच सफर करने के लिए यात्रियों को 110 रुपए किराए का भुगतान करना पड़ेगा. दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ की दूरी 55 KM है. इन दोनों स्टेशन के बीच कुल 11 स्टेशन पड़ेंगे. इस रूट पर यात्रियों को कुल 150 रुपए किराया देना होगा.

स्कूल के बच्चों से की मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन से न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन तक नमो भारत ट्रेन में यात्रा करते हुए स्कूली बच्चों से मुलाकात की. उन्होंने बच्चों की तरफ से लाई गई सभी पेंटिंग्स को देखा और उनसे बातें भी की. दिल्ली से मेरठ के बीच शुरू किए गए कॉरिडोर की वजर से यात्रियों का वहां की यात्रा का तकरीबन एक तिहाई समय बचेगा. अब महज 40 मिनट में ही दिल्ली से मेरठ के बीच की दूरी को तय किया जा सकेगा.

जमीन के लिए रिश्ते का कत्ल, अपने ही सहोदर भाई को मारी गोली

डेस्क : जर, जोरू और जमीन अपनो को भी दुश्मन बना देता है। यह कहावत पूर्वी चंपारण जिले में एकबार फिर चरितार्थ हुई है। जिले में जमीन को लेकर भाई ही भाई का दुश्मन बन बैठा और उसे गोली मार दी। घटना में गंभीर रुप से घायल शख्स का गंभीर हालत में अस्पताल में इलाज चल रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार जिले के दरपा थाना के तिनकोनी गांव में बीती रात जमीन के बंटवारे को लेकर दो भाइयों के बीच हुए विवाद ने एक भयानक रूप ले लिया। पंकज सिंह ने अपने सहोदर भाई सुशील सिंह को सीने में गोली मार दी। घटना के समय सुशील अपने खेत में काम कर रहा था। गंभीर रूप से घायल सुशील को तुरंत मोतिहारी के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंचकर आरोपी पंकज को उसके घर से छह गोली और एक पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच में जुटी है।

पड़ोसियों के अनुसार दोनों भाई पिछले कुछ समय से जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद कर रहे थे। हमलोगों को ऐसा नहीं नहीं लगता था कि मामला इतना बढ़ जाएगा। दोनों भाई बचपन से ही एक-दूसरे के साथ खेलते-कूदते रहे हैं।

इस घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई है। सुशील के परिवार वाले सदमे में हैं।

भोपाल में फिल्म पुष्पा स्टाइल में गांजे की तस्करी, पुलिस ने 27 किलो गांजा किया बरामद ,तीन अरेस्ट

फिल्म पुष्पा देखी होगी आपने. इस फिल्म में अभिनेता अल्लू अर्जुन एक तस्कर का रोल निभाते दिखते हैं. दूध के टैंकरों को मॉडिफाई करके लाल चंदन की तस्करी का एक सीन फिल्म में दिखाई देता है. ठीक इसी तर्ज पर मध्य प्रदेश के भोपाल में तस्करी की जा रही थी. हालांकि, तस्कर लाल चंदन नहीं, बल्कि गांजे की तस्करी कर रहे थे. पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि तस्करों ने ड्रम में गांजे को छिपाया था.तस्कर गांजे की डिलेवरी देने निकले ही थे कि पुलिस ने रास्ते में ही दबोच लिया. तस्करों के पास से 27 किलो गांजा बरामद किया है. गांजा तस्कर इतने शातिर हैं कि पुलिस को उनकी भनक ना लगे, इसलिए पहले अपनी बाइक को मॉडिफाई करवा लिया था. इसी बाइक पर पीछे बैठा साथी ड्रम को पकड़ता था. किसी को शक न हो इसके लिए घरेलू सामान के बीच गांजा रख कर ले जाते थे.

पुलिस ने तीन तस्करों को दबोचा

मुखबिर से मिली जानकारी पर पुलिस ने दो बाइकों के साथ नाबालिग सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपीयो के पास से 27 किलो गांजा बरामद किया है. एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि क्राइम ब्रांच पुलिस ने शाहपुरा क्षेत्र में घेराबंदी कर इन तस्करों को गिरफ्तार किया है. एक पार्किंग के शेड में यह तीनों तस्कर खड़े हुए थे. इनके पास नीले रंग के दो ड्रम थे, जिसमें तलाशी ली गई तो घरेलू सामान के साथ 27 किलो गांजा निकला

ओडिशा से ट्रेन के रास्ते गांजा मंगाया

पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम तारा सिंह भाटिया और दीपक टाकिया बताया. तीसरा नाबालिग तस्कर भोपाल का ही रहने वाला है. गांजे की ये खेप ओडिशा से ट्रेन के रास्ते लाई गई है. गांजे की सप्लाई कहां होना थी, फिलहाल इसकी जानकारी जुटाई जा रही है. ड्रम रखने के लिए बाइक मॉडिफाई कराई गई थी. तीनों तस्करों ने ऐसा होलिया बनाया ताकि लोगों को लगे वह गृहस्थी का सामान ले जा रहे हैं. सभी का आपराधिक रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है.