बिहार में BPSC छात्रों का आंदोलन हुआ तेज, छात्रों के ऊपर हुए लाठी चार्ज के बाद बना सियासी अखाड़ा
रिपोर्टर जयंत कुमार
पटना : बिहार एक बार फिर से चर्चा में बना हुआ है। वजह केवल एक ही है, बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा। इस परीक्षा को लेकर छात्रों और सरकार के बीच चल रहा शिक्षा सत्याग्रह। पिछले 12 दिनों से लगातार राजधानी के गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर बीपीएससी के अभ्यर्थी लगातार अपनी मांगों को बुलंद किए हुए हैं।
इस शिक्षा सत्याग्रह की शुरुआत के बाद शुरू के कुछ दिन तो दिलीप जुड़े रहे लेकिन बाद में कई कोचिंग संचालक इससे जुड़ते चले गए। लेकिन एक खास बात यह भी है कि अब तक इस मामले में किसी को जेल हुई तो वह एकमात्र नाम दिलीप को ही हुई है। इस सत्याग्रह में बहुत चर्चित शिक्षक खान सर को भी उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा था।अभ्यर्थियों ने ही खुद यहां तक कह दिया था कि अगर यहां कोई राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए आ रहा है तो वह इस जगह से चले जाए लेकिन अगर कोई इंसाफ दिलाने की नियत से साथ देना चाहता है तो उसका स्वागत है। तो इसे समझ सकते हैं कि छात्र अपने करियर को लेकर कितने सजक नजर आ रहे हैं वह किसी से समझौता नहीं करना चाहते।
उसी शिक्षा सत्याग्रह में जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर द्वारा अभ्यर्थियों से कही गई बात ने इसे चर्चा के दूसरे मोड पर ला कर के खडा कर दिया है।एक वीडियो भी तेजी से वायरल हुआ, जिसमें जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर रविवार की देर रात धरना स्थल पर जाड़े में ओढ़े जाने वाले कंबल की फंडिंग की बात कह रहे हैं। हालांकि उनकी इस बात का मौके पर उपस्थित अभ्यर्थी पुरजोर तरीके से विरोध भी करते दिखे।
रविवार शाम यहां हालात उस वक्त बिगड़ गए जब परीक्षार्थियों ने बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की और पुलिस ने बल प्रयोग किया। और छात्रों के ऊपर लाठी चार्ज और वाटर कैनन का प्रयोग किया गया। अभ्यर्थियों के बेरहमी से पीटे जाने के बाद बिहार सरकार प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थयों से बात करने को तैयार हो गई है। इसकी जानकारी जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने दी है। इसके बाद भी अभ्यर्थी संतुष्ट नही नजर आ रहे है। छात्रों का क्या कहना है यह आपको बताते हैं,,,
Dec 31 2024, 19:04