अमेठी में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा स्वच्छ भारत मिशन अभियान
अमेठी। केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत अभियान अमेठी में दम तोड़ती नजर आ रही है जिले के अधिकांश गांव कागजों में तो ओडीएफ और ओडिएफ प्लस हो गए हैं फिर भी अधिकतर ग्रामीण इलाके में लोग बाहर शौच जाते नजर आते है। ऐसे लोगों की विवशता है या कि आदत यह जानने के लिए हमारे संवाददाता ने जब जीरोग्राऊडं की रिपोर्ट तैयार किया तो अजीबो गरीब मामला सामने आया हैं। जहाँ स्वच्छ भारत मिशन के तहत बने शौचालय पूर्ण होने के पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए है।
हम बात कर रहे है यूपी के अमेठी की जहाँ स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत बने अधिकतर शौचालय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए हैं तो वहीं कागजों पर अमेठी जिले के लोग खुले में शौच नहीं जा रहे है। जबकि धरातल पर इसके विपरीत देखने को मिल रहा है गांव में बने शौचालय य तो भर भर कर गिर गए हैं य तो शौचालय में लकड़ी कंडा भूसा पैरा भरे हुए हैं।
जब हमारे रिपोर्टर ने जिले के मुसाफिरखाना विकास खंड क्षेत्र के दादरा, सरैया, भद्दौर पूरेपरवानी सहित तमाम गांवो की हकीकत जानने की कोशिश की तो तमाम तरह की बाते निकल कर सामने आई हैं। वही लोगों का आरोप है कि शौचालय का निर्माण सही ढंग से नहीं कराया गया है लिहाजा शौचालय ज्यादा दिन तक चल नहीं सके। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि जादातर शौचालय ठेकेदारो द्वारा बनाया गया है और मिटिरीयल का उपयोग सही तरीके से नही किया गया है जिसके चलते कहीं शौचालय गिर गए है तो कहीं गिरने की स्थित बनी हुई हैं। कही शौचालय के दरवाजे टूटे है तो कहीं सीट टूटी है तो कहीं कहीं तो शौचालय में लकडी पैरा भरा हुआ है। और ईज्जत को ढकने के लिए ईज्जत घर मे पर्दे का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं जब इस मामले पर जब खंड विकास अधिकारी मुसाफिर खाना बृजेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमारे विकास खंड क्षेत्र के सभी गांव ओडीएफ है। मिडिया के माध्यम से जानकारी हुई है कि ओडीएफ गांव के लोग शौच के लिए बाहर जाते है इसकी जांच करवायेगे और उचित कार्यवाही करेंगे।
फिलहाल हो चाहे जो आखिर ऐसे हालात का जिम्मेदार कौन।
Dec 18 2024, 18:56