सरायकेला :चाईबासा का ऐतिहासिक श्री गौशाला मेला शुरू, 3 दिनों तक उमड़ेगी भीड़। पश्चिमी सिंहभूम जिले के अलावा आसपास के लोग उठाएंगे मेले का लुत्फ,
चाईबासा गौशाला में वर्तमान में 400 गायों का पालन-पोषण किया जा रहा हैं जिसमें 50 गाय दुधारू।
चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम का ऐतिहासिक श्री चाईबासा गौशाला मेले का तीन दिवसीय शुभारंभ सोमवार को उपायुक्त कुलदीप चौधरी व सचिव एवं उद्योगपति सह समाजसेवी बनवारी लाल नेवटिया ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अध्यक्ष मदन मोहन दरीपा ने कहा कि वर्ष 1901 में दिवंगत बारसीदास पसारी की ओर से स्थापित श्री चाईबासा गौशाला के 124 वर्षो का सफर सफलतापूर्वक तय करते हुए झारखंड राज्य में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। सचिव एवं उद्योगपति सह समाजसेवी बनवारी लाल नेवटिया ने कहा कि श्री चाईबासा गौशाला में वर्तमान में 400 गायों का पालन-पोषण किया जा रहा हैं जिसमें 50 गाय दुधारू है। इनकी सेवा में लगभग 50 गौ सेवक निरंतर गौ सेवा में लीन है। श्री चाईबासा गौशाला की आय का एक मात्र स्रोत दुग्ध विक्रय है जो गौशाला के संचालन में अपर्याप्त है। प्रति माह लगभग 2 लाख रुपये की कमी आ रही है और इस कमी को दानदाताओं के सहयोग से पूर्ण करने का प्रयास किया जा रहा है। अभी हाल के दिनों में ही दुधारू गाय कोलकाता के राकेश गांधी एक गाय, जमशेदपुर के संतोष देवी व मोहन लाल गुप्ता एक गाय, चाईबासा के उदय किशोर संदवार एक गाय, पुरुलिया के दिवंगत मगन लाल मल एक गाय एवं चाईबासा के अशोक दोदराजका की ओर से एक गाय दान दिया गया है। बनवारी लाल नेवटिया ने उपायुक्त कुलदीप चौधरी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि श्री चाईबासा गौशाला के भूखंड का लीज नवीकरण वर्ष 1994 से लंबित है। प्रत्येक वर्ष हो रहे नुकसान के कारण अर्थ के अभाव में है। वर्ष 2019 में तत्कालीन सरकार की ओर से राज्य की सभी गौशालाओं की भूमि को एक रुपये की प्रतीक मूल्य में नवीकरण करने का आदेश पारित किया गया था। भूमि का लीज नवीकरण के लिए लगान की राशि को भी एक रुपये अनुशंसा करने की मांग की। श्री चाईबासा गौशाला के भूखंड में चारदीवारी का नहीं होना एक विकट समस्या है। आए दिन असामाजिक तत्वों का हमेशा अड्डा बना रहता है इसलिए जिला के किसी भी फंड से चारदीवारी निर्माण कराने की मांग की। इस मौके पर सदर एसडीओ संदीप अनुराग टोपनो, एसडीपीओ बाहमन टूटी, सदर अंचलाधिकारी उपेंद्र कुमार व श्री चाईबासा समिति के राधेश्याम अग्रवाल, ललित शर्मा, सिद्धगोपाल गोयल, मधुसूदन अग्रवाल, नितिन प्रकाश, रमेश खिरवाल, संजय चौबे, गुरमुख सिंह खोखर, बलराम सुल्तानियां, प्रमोद नेवटिया, जितेंद्र मदेशिया, राजीव खिरवाल आदि उपस्थित थे। शुभारंभ के मौके पर उपायुक्त ने जहां पर गायों को रखा जाता वहां जाकर निरीक्षण किया और गौशाला की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। मेले में बिजली झूला, मौत का कुआं, विभिन्न खेलों पर झूलों, आदि लगाई गई हैं। इसके साथ ही खाने-पीने के स्टॉल एवं सौंदर्य प्रशाधन, घरेलू उपयोग, सजावट आदि वस्तुओं की दुकान और मेला का ऐतिहासिक केतारी की दुकान लगाई गई हैं। महिलाओं , बच्चों, पुरुषों काफी संख्या में इस मेल में उमड़ते हैं और पूरी रात इस मेले का आनंद उठाते हैं।
Nov 27 2024, 17:03