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अनुच्छेद 51 वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'वसुधैव कुटुंबकम' के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है।मुख्यमंत्री योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटनकरने के दौरान अपने संबोधन में कही।

कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया

कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।'अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

'युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है'

योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के 'समिट ऑफ दि फ्यूचर' में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के
भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

'भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध'

मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि

सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ. भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
बुलंदशहर में सड़क हादसे में देवरानी-जेठानी समेत चार की मौत
लखनऊ । यूपी के बुलंदशहर में गुरुवार की रात भीषण सड़क हादसा हो गया। यहां के कोतवाली देहात क्षेत्र में ऑटाे और कैंटर की टक्कर हो गई। हादसे में ऑटाे सवार देवरानी और जेठानी समेत चार लोगों की मौत हो गई। ऑटाे में सवार लोग शादी समारोह में हल्दी रस्म के कार्यक्रम से लौट रहे थे। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेकर अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर पीड़ितों को हर संभव मदद करने के निर्देश दिए हैं।

आटो में कैंटर ने मारी टक्कर

देहात कोतवाली के कुड़वल बनारस की रहने वाली गंगावती (70) मचकौली गांव में रिश्तेदार अजय की बहन की शादी से पहले होने वाले हल्दी रस्म कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गुरुवार को गयी थी। उनके साथ उनकी देवरानी राजेंद्री (55), बहू राधा के अलावा विशनवती, ममता, भारती और सविता मौजूद थी। ऑटाे गांव का टीकम सिंह चला रहा था।कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सभी गुरुवार की रात को वापस ऑटाे से लौट रही थी। गांव के पास एक शराब ठेके के सामने गुलावठी की ओर से आ रहे कैंटर (यूपी—16 ईटी 3593) ने ऑटाे में टक्कर मार दी। हादसे में गंगावती उसकी देवरानी राजेंद्री की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, बहू राधा ने और एक अन्य युवक ने अस्पताल में दम तोड़ा। ग्रामीणों ने घटना के बाद हंगामा शुरू कर दिया।

हादसे के बाद भड़के लोग, लगाया जाम, सीएम ने जताया दुख

सूचना के बाद एडीएम प्रशासन डा. प्रशांत कुमार, एसपी सिटी शंकर प्रसाद अन्य पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गये। पुलिस ने कैंटर चालक को हिरासत में ले लिया। कार्रवाई का भरोसा देकर आक्रोशितों को शांत कराते हुए शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लिया है। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है। घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।
पारा इलाके के होटल में युवक ने पंखे में दुपट्टे के सहारे लटक कर दी जान ,बारह दिन बाद जानी थी बरात , प्रेमिका भी बेसुध मिली

लखनऊ । यूपी की राजधानी लखनऊ में पारा इलाके के होटल में युवक ने पंखे में दुपट्टे के सहारे लटक कर जान दे दी। जबकि, प्रेमिका बेसुध हालत में मिली। पुलिस ने उसको अस्पताल में भर्ती कराया। उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। पुलिस युवती से पूछताछ कर रही है। युवक के परिजनों ने युवती पर ब्लैकमेलिंग व हत्या करने का आरोप लगाया है। युवक की चार दिसंबर को शादी होनी थी। पारा के डॉक्टर खेड़ा निवासी निजी पैथोलॉजी कर्मी अभिषेक वर्मा (25) बुधवार को शादी के लिए बैंड बुक करने की बात कहकर निकले थे।

देर रात उनके नहीं लौटने पर परिजनों ने कॉल की तो उनका फोन बंद था। परिजनों व दोस्तों ने उनको तलाशना शुरू किया। बृहस्पतिवार तड़के दोस्तों ने अभिषेक की बाइक पारा के पूर्वीदीन खेड़ा स्थित होटल मिस्टर क्राउन इन टू इन के सामने खड़ी देखी। होटल में पूछताछ की तो पता चला कि अभिषेक महिला मित्र के साथ कमरा नंबर बी-1 में रुके हैं।कमरे का दरवाजा खटखटाने पर जवाब नहीं मिलने पर मास्टर की से दरवाजा खोला गया। अभिषेक का शव पंखे के सहारे दुपट्टे से लटका हुआ था। महिला मित्र बेसुध हालत में बेड पर पड़ी थी। पुलिस का कहना है कि युवती ने नींद की गोलियां खाकर जान देने का प्रयास किया था।

परिजन भी मौके पर पहुंच गए और हत्या का आरोप लगाने लगे। पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा देते हुए शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि प्रेमिका ने बुधवार दोपहर अभिषेक को मिलने के लिए बुलाया था। अभिषेक उसको अवध चौराहे से बाइक में बिठाकर होटल लाया था। वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में दोनों कमरे में दोपहर 2:30 जाते दिखे। दस मिनट बाद अभिषेक अकेले ही बाहर निकले और फिर कमरे में चले गए। इसके बाद देर रात तक कमरे से कोई नहीं निकला।इंस्पेक्टर के मुताबिक पूछताछ में युवती ने बताया कि अभिषेक की शादी तय होने से वह काफी परेशान चल रही थी। आखिरी बार मिलने के लिए अभिषेक को बुलाया था। वह घर से नींद की गोलियां खाकर निकली थी।

ये बात उसने अभिषेक को कमरे में बताई थी। पूछने पर कहा था कि वह उससे अलग और उसे दूसरे का होते हुए कैसे देख सकती है। इसके बाद वह बेहोश हो गई। उसे मृत समझकर अभिषेक ने डर के चलते आत्महत्या कर ली।मृतक के चाचा मनोज ने बताया कि अभिषेक के पिता अधिवक्ता अरविंद की काफी साल पहले मौत हो गई थी। कोरोना के चलते उनकी मां कंचन प्रभा की भी मौत हो गई थी। घर में अभिषेक दो बहनें नेहा व स्वाति हैं। नेहा की शादी हो चुकी है। अभिषेक की चार दिसंबर और स्वाति की 12 फरवरी को शादी होनी थी। मनोज का आरोप है कि अभिषेक के रूम में मिली युवती उसको ब्लैकमेल कर रही थी। उसी के चलते अभिषेक ने जान दे दी।
सॉल्वर बैठाकर युवती समेत चार बने दरोगा, हुआ खुलासा, आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
लखनऊ । पुलिस भर्ती परीक्षा में सॉल्वर बिठाकर महिला समेत चार दरोगा बन गए। पुलिस भर्ती बोर्ड की उच्च स्तरीय समिति ने मामले की जांच की तो इसका खुलासा हुआ। पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड में तैनात इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार ने हुसेनगंज थाने में चारों आरापियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की ओर से उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस तथा पुरुषों के लिए प्लाटून कमांडर, पीएसी एवं अग्निशमन द्वितीय अधिकारी के पदों पर सीधी भर्ती 2020-21 की ऑनलाइन लिखित परीक्षा आयोजित कराई गई थी। आरोप है कि मंटी बासी अलीगढ़ निवासी अभ्यर्थी गौरव कुमार ने भर्ती परीक्षा में 13 नवंबर 2021 को प्रतिभाग किया।

परीक्षा के समय लिए गए बॉयोमीट्रिक भिन्न मिले

गौरव का परीक्षा केंद्र कॉस्मो फाउंडेशन जानकीपुरम विस्तार में था। गौरव का उपनिरीक्षक के पद पर चयन होने के बाद प्रशिक्षण पर भेज दिया गया। इस बीच भर्ती परीक्षा को लेकर उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका संदीप परिहार व 28 अन्य बनाम यूपी राज्य व अन्य दाखिल की गई। उच्च न्यायालय, लखनऊ खंडपीठ के निर्देशानुसार भर्ती बोर्ड स्तर पर उच्चस्तरीय समिति गठित कर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान गौरव कुमार के बोर्ड स्तर और ऑनलाइन लिखित परीक्षा के समय लिए गए बॉयोमीट्रिक भिन्न मिले। पता चला कि दरोगा का प्रशिक्षण कर रहे गौरव ने ऑनलाइन लिखित परीक्षा में खुद प्रतिभाग नहीं लिया था। अपनी जगह सॉल्वर को बिठाया था।

निर्भय ने भी अपनी जगह सॉल्वर बिठाया था

इसी तरह फफोटू एटा निवासी मालती की हाथरस रोड आगरा स्थित परीक्षा केंद्र एसपीएस इंफोटेक श्री प्रताप सिंह महाविद्यालय में 17 नवंबर 2021 को ऑनलाइन परीक्षा थी। हालांकि, मालती ने भी अपनी जगह सॉल्वर बिठाया था। इसके अलावा मचकौली बुलंदशहर निवासी निर्भय सिंह जादौन की 20 नवंबर 2021 को सिकंदरा, आगरा में यश इंफोटेक ऑनलाइन परीक्षा केंद्र में ऑनलाइन परीक्षा थी।  निर्भय ने भी अपनी जगह सॉल्वर बिठाया था। वहीं, शांति कुंज रोहता रोड, मेरठ निवासी अभ्यर्थी रोहित कुमार भी जांच में सॉल्वर बिठाकर परीक्षा दिलाने के आरोपी पाए गए। रोहित को 27 नवंबर 2021 को छात्रशक्ति इंफो सॉल्यूशन कुर्सी रोड पर परीक्षा में बैठना था।
पुलिस मॉडर्न स्कूल को उत्कृष्ट शिक्षण संथान बनाने को लेकर मंथन,डीजीपी की अध्यक्षता में बैठक में प्रस्तावों पर की चर्चा
लखनऊ । डीजीपी प्रशान्त कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में केंद्रीय निदेशक मंडल, यूपी पुलिस शिक्षा समिति की बैठक में पुलिस मॉडर्न स्कूलों से प्राप्त अवसंरचनात्मक एवं प्रशासनिक विकास के प्रस्तावों पर चर्चा की गयी। पुलिस महानिदेशक यूपी द्वारा बैठक के दौरान विद्यालय भवन की मरम्मत एवं अवसंरचनात्मक विकास के निमित्त प्राप्त सभी प्रस्तावों पर स्वीकृति प्रदान की गयी तथा एसडीआरएफ एवं 10वीं वाहिनी पीएसी बाराबंकी में पुलिस मॉडर्न स्कूल स्थापित करने संबंधी प्राप्त प्रस्ताव पर विस्तृत मंथन कर प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया। 

पुलिस माडर्न स्कूलों को कहा गया कि पुलिस माडर्न स्कूलों में अच्छे फर्नीचर, स्मार्ट क्लासरूम एवं उच्च स्तरीय शिक्षकों की व्यवस्था की जाये। विद्यालयों की रोजमर्रा की आवश्यकताओं के त्वरित समाधान के लिए स्थानीय प्रबन्ध समिति के वित्तीय अधिकारों में बढ़ोत्तरी की गयी। बैठक के दौरान सचिव,यूपी पुलिस शिक्षा समिति एवं पुलिस महानिरीक्षक, पीएसी द्वारा विद्यालयों से प्राप्त प्रस्तावों पर तथ्यगत विवरण प्रस्तुत किया गया, जिसे विचारोपरान्त समिति द्वारा 39वीं वाहिनी पीएसी मीरजापुर, 20वीं पीएसी आजमगढ़, छठी वाहिनी पीएसी मेरठ, 35वीं पीएसी लखनऊ, 15वीं पीएसी आगरा, 38वीं पीएसी अलीगढ़ में संचालित पुलिस माडर्न स्कूलों एवं जनपद मथुरा, इटावा, झॉसी एवं जनपद मुजफ्फरनगर एवं कमिश्नरेट, लखनऊ में संचालित पुलिस माडर्न स्कूलों से प्राप्त प्रस्तावों पर सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान की गयी।

बैठक के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि सभी प्रस्तावों का स्थानीय स्तर पर विधिवत परीक्षण एवं स्थलीय निरीक्षण कराया जा चुका है तथा विद्यालय प्रबन्धकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रस्ताव के औचित्य पर विचार-विमर्श करने के उपरान्त ही प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। विदित हो कि यूपी पुलिस के कर्मचारियों एवं अधिकारियों के बच्चों को न्यूनतम शिक्षा शुल्क पर उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से वर्ष 1994 से उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा यूपी पुलिस शिक्षा समिति गठित कर अपने कर्मचारियों के स्वैच्छिक अंशदान से पुलिस मॉडर्न स्कूल संचालित किये जा रहे हैं जिनमें से 19 विद्यालय विभिन्न पीएसी वाहिनियों में, 11 विद्यालय विभिन्न जनपदों में तथा एक विद्यालय पुलिस अकादमी मुरादाबाद में संचालित है। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी, उपाध्यक्ष, पुलिस महानिरीक्षक पीएसी, सचिव एवं सदस्य के तौर पर अपर पुलिस महानिदेशक पुलिस मुख्यालय, अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था, अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिदेशक के जीएसओ के साथ-साथ पुलिस महानिरीक्षक स्थापना सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहें।
लखनऊ में चोरी करके समान ले जाकर बेचते थे असम, चार गिरफ्तार
लखनऊ । क्राइम ब्रॉन्च, सर्विलांस , क्राइम टीम (डीसीपी उत्तरी) व थाना इन्दिरानगर की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा ज्वेलर्स की दुकान का शटर,चैनल काटकर दकान में प्रवेश कर चोरी करने वाले चार शातिर चोरों को  गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से भारी मात्रा में चोरी के कीमती जेवरात, चांदी के वर्तन व 30 हजार रुपए नगद तथा घटना में प्रयुक्त दो सब्बल बरामद किया है। पूछताछ में बताया कि लखनऊ में चोरी करने के बाद उस माल को असम ले जाकर बेचते थे, ताकि यहां की पुलिस को पता न चल सके।

*दो नंबर को सुगामऊ में ज्वैलरी की दुकान में हुई थी चोरी*

डीसीपी उत्तरी ने बताया कि थाना इन्दिरानगर क्षेत्र में सुगामऊ बाजार में स्थित दुकान के बेसमेट में  दो नवंबर की रात ज्वैलरी की दुकान का ताला व शटर तोड़कर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा दुकान से सोने, चांदी के जेवरात व चांदी के बर्तन को चोरी कर लिया गया था।  जिसके सम्बन्ध राम कुमार वर्मा पुत्र स्व. प्रेम शंकर वर्मा निवासी चौक बान वाली गली थाना चौक इन्दिरानगर मुकदमा दर्ज कराया गया था। तभी से पुलिस इनकी तलाश थी।  घटना के उपरान्त सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी सूचनाओं आधार पर पुलिस ने चार शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम जमाल उर्फ जमाली पुत्र मो. फिरोज, मो. फूलचांद अली पुत्र स्व. मो युसुफ अली ,रफीकृल इस्लाम पुत्र ऐन्लहक, मुफीस पुत्र अफासुद्दीन है। इन्हें पिकनिक स्पाट के पास गुडम्बा जाने वाले रोड से गिरफ्तार किया गया है।

*झोपड़ पट्टी में रखकर चोरी की घटना को देते थे अंजाम*

डीसीपी ने बताया कि ज्वैलरी की दुकान में चोरी की वारदात में कुल सात लोग शामिल थे। जिसमें से चार को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी तीन फरार चल रहे है।जिनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि चोरी का सामान असम में जाकर बेचने का काम करते थे।सभी अभियुक्त असम से हैं। यहां पर मूल रूप से झोपड़ पट्टी में अलग-अलग स्थानों पर रखकर अपराध की घटनाओं को कारित करने काम करते रहे।मुख्य अभियुक्त जमाल उर्फ जमाली है। जमाली के विरुद्ध कुल 11 मुकदमे दर्ज है। घटना को अजाम देने के लिए जमाली अन्य लोगों को खोज कर लाता था। गिरफ्तार करने वाली टीम को पुरस्कार देने के लिए उच्चाधिकारियों के पास संस्तुति की जा रही है।
यूपी में गोधरा कांड पर बनी फिल्म द साबरमती रिपोर्ट टैक्स फ्री,सीएम योगी ने देखी फिल्म
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को फिनिक्स प्लासियो में फिल्म द साबरमती रिपोर्ट देखी। फिल्म देखने के बाद मुख्यमंत्री ने साबरमती की पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने इस अवसर पर फिल्म को प्रदेश में टैक्स फ्री करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने पत्रकारों से कहा कि देशवासियों के सामने सच्चाई लाने का यह एक प्रयास है।

अपनी कला के माध्यम से अपने राष्ट्रीय कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए विक्रांत मेस्सी और उनकी पूरी टीम ने जो यह सराहनीय प्रयास किया है, इसके लिए प्रदेश वासियों की ओर से उनका हृदय से अभिनंदन। योगी ने कहा कि उन सभी लोगों को जो अक्सर सत्य पर पर्दा डालने का कार्य करते हैं, देश समाज के खिलाफ षड्यंत्र करते हैं, वे विभिन्न स्तरों पर हो सकते हैं लेकिन फिल्म के माध्यम से द साबरमती रिपोर्ट ने उस सच्चाई को सामने लाने का एक सार्थक प्रयास किया है।

योगी ने कहा कि हर व्यक्ति जानता है कि साबरमती एक्प्रेस से अयोध्या से गुजरात जा रहे कारसेवकों, जो अयोध्या में एक धार्मिक पूणार्हुति के बाद वापस गुजरात जा रहे थे, गोधरा स्टेशन के पास जो कुछ भी घटित हुआ था, उस सच्चाई को कैसे झुठलाने का हर स्तर पर प्रयास हो रहा था लेकिन वह सच्चाई सामने आई है। उस सच्चाई पर पर्दा डालने वाले लोग आज भी देश के अंदर बहुत सारे सत्य को अक्सर झुठलाते हैं और बहुत से षड्यंत्रों में लिप्त पाए जाते हैं। उन्हें एक्स्पोज किए जाने की आवश्यकता है। हमे पूरा विश्वास है कि यह एक साहसिक प्रयास साबरमती रिपोर्ट के माध्यम से प्रारम्भ हुआ है।

यह हर उस घटना के माध्यम से होना चाहिए जो समाज के खिलाफ, देश के खिलाफ, सरकारों के खिलाफ, राजनीतिक अस्थिरता के लिए, समाज में वैमनश्यता पैदा करने के लिए अक्सर अलग-अलग जिम्मेदार स्तम्भों के स्तर पर या राजनीतिक दलों के अंदर होते रहे हैं। देश की जनता को सच जानने का अधिकार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म के माध्यम से ही सही, देश की जनता के सामने सत्य को लाने के लिए साबरमती रिपोर्ट की पूरी टीम को बधाई देता हूं।

मै कहूंगा कि पूरे देश के लोगों को इस फिल्म को देखना चाहिए। आज मैंने अपने सहयोगियों और जनता जनार्दन के साथ इस फिल्म को देखा है। यह अयोध्या से जुड़ा मामला है। यह फिल्म उस समय और भी जरूरी हो जाती है जब सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पीएम मोदी के नेतृत्व में आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण हो चुका है। योगी ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से इस फिल्म को टैक्स फ्री करेंगे ताकि प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा लोग इसे देख सकें। फिल्म देखने के मौके पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व मंत्री महेन्द्र सिंह, लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल, एमएलसी मुकेश शर्मा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
यूपी पुलिस सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा का परिणाम जारी, अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री ने दी बधाई
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी सिपाही भर्ती परीक्षा की लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है। चयन परीक्षाओं की शुचिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुरूप आयोजित इस परीक्षा के घोषित परिणाम के अनुसार, आरक्षण नीति का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए, प्राप्तांकों की श्रेष्ठता के आधार पर निर्धारित पदों के सापेक्ष लगभग ढाई गुना अधिक यानी कुल 1,74,316 अभ्यर्थियों को अगले चरण के लिए अर्ह घोषित किया गया है। परिणाम घोषित होने के बाद डीजीपी ने एक्स पर ट्वीट कर सफल अभ्यर्थियों को बधाई दी है।

शारीरिक मानक परीक्षण के लिए आमंत्रित किए जाएंगे

यह चयनित अभ्यर्थी अब चयन प्रक्रिया के अगले चरण में अभिलेखों की संवीक्षा और शारीरिक मानक परीक्षण के लिए आमंत्रित किए जाएंगे। यह प्रक्रिया दिसंबर के तीसरे सप्ताह में होगी। पुलिस भर्ती परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हार्दिक बधाई दी है।उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने बताया कि आरक्षी (नागरिक पुलिस) के पदों पर सीधी भर्ती-2023 के लिए आयोजित इस लिखित परीक्षा में समान कट ऑफ अंक पाने वाले सभी अभ्यर्थियों को अगले चरण की अर्हता सूची में सम्मिलित किया गया है।

पंजीकरण संख्या अथवा परीक्षा अनुक्रमांक से अपना देख सकते हैं परिणाम

अभिलेखों की संवीक्षा और शारीरिक मानक परीक्षण के लिए अर्ह अभ्यर्थियों की सूची बोर्ड की वेबसाइट https://uppbpb.gov.in/ पर जारी कर दी गई है, जहां अभ्यर्थी अपनी पंजीकरण संख्या अथवा परीक्षा अनुक्रमांक से अपना परिणाम देख सकते हैं। बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि अभ्यर्थियों के अभिलेखों की संवीक्षा और शारीरिक मानक परीक्षण (DV/PST) की कार्यवाही दिसंबर के तीसरे सप्ताह में होगी, जबकि अभिलेखों की संवीक्षा और शारीरिक मानक प्रशिक्षण में अर्ह अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा जनवरी, 2025 के तीसरे सप्ताह में आयोजित की जाएगी। बोर्ड ने सभी सफल अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए चयन से संबंधित अपडेट के लिए नियमित तौर पर बोर्ड की वेबसाइट विजिट करने की अपील की है।

आपत्तियों का समुचित निस्तारण कर जारी किया गया परिणाम

बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने बताया कि चयन बोर्ड द्वारा परीक्षा की सभी 10 पालियों के प्रश्न पत्रों तथा उत्तर कुंजी को 11 सितंबर से 19 सितंबर तक बोर्ड की वेबसाइट https://uppbpb.gov.in/ पर प्रदर्शित करते हुये अभ्यर्थियों से आपत्तियों आमंत्रित की गईं। सभी स्रोतों से प्राप्त आपत्तियों पर गहन विचार किया गया तथा आवश्यकता अनुसार विषय विशेषज्ञों के पैनल से अभिमत भी प्राप्त किए गए। लिखित परीक्षा के बाद OMR आंसर शीट की स्कैनिंग की कार्यवाही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ संपन्न कराई गई। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में सुरक्षाकर्मी और सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे। 24 घंटे लाइव मॉनिटरिंग की गई। भर्ती की विज्ञप्ति में उल्लिखित प्रावधानों के अनुसार स्कैनिंग के बाद अभ्यर्थियों के प्राप्तांकों के प्रसमान्यीकरण की कार्यवाही की गई है।

परीक्षा में धांधली को रोकने में लिए पुख्ता इंतजाम किये गये थे

कई नवाचारों की साक्षी रही परीक्षा परीक्षाओं की शुचिता के लिए संकल्पित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने पुलिस भर्ती परीक्षा को निष्पक्ष, पारदर्शी और सकुशल संपन्न कराने के लिए हर संभव प्रबंध सुनिश्चित किये थे। तकनीक की मदद, गोपनीयता, और पुख्ता इंतजामों ने ऐसा व्यूह रचा, जिसने नकल माफिया और साल्वर गैंग के मंसूबों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) की अहम भूमिका रही। इसके जरिये परीक्षा में किसी भी तरह की धांधली को रोकने में लिए पुख्ता इंतजाम किये गये थे। इसके अलावा न केवल प्रश्नपत्रों की सुरक्षा को मजबूत किया गया, बल्कि उनकी गोपनीयता भी सुनिश्चित की गई।

योगी सरकार ने नकल माफियाओं के मंसूबों को विफल कर दिया

प्रश्नपत्रों को गोपनीय चिन्हों से सुरक्षित किया गया और मल्टी-लेयर पैकेजिंग की गई ताकि किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ न हो सके। योगी सरकार के मजबूत सुरक्षा उपायों ने नकल माफियाओं के मंसूबों को विफल कर दिया और पुलिस भर्ती परीक्षा को एक सफल और निष्पक्ष आयोजन में तब्दील कर दिया। सीएम योगी की सीधी मॉनीटरिंग से देश की सबसे बड़ी परीक्षा में शुमार पुलिस भर्ती परीक्षा पूरे देश में एक मॉडल बन गयी। 48 लाख से अधिक युवाओं की सहभागिता वाली इस परीक्षा में कई नवाचार अपनाए गए। प्रयोग सफल रहे, परिणामतः यह परीक्षा आज शुचितापूर्ण परीक्षाओं के आयोजन के लिए एक मॉडल बन कर उभरी है।
यूपी पुलिस भर्ती के 60 हजार पदों का रिजल्ट जारी: जनरल का कटऑफ 214, OBC का 198
लखनऊ । यूपी पुलिस भर्ती का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। जनरल वर्ग में लड़कों का कटऑफ 214 और महिलाओं का 203 गया है। जबकि SC वर्ग के लड़कों का 178, लड़कियों का 169 नंबर गया है। वहीं, ST वर्ग में लड़कों का 146, लड़कियों का 136 नंबर कटऑफ गया है।

यूपी पुलिस में सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर सीधी भर्ती के लिए अगस्त माह में आयोजित लिखित परीक्षा की कट ऑफ लिस्ट उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने गुरुवार को जारी कर दी। बोर्ड कट ऑफ लिस्ट में वरिष्ठता के आधार पर ढाई गुना अभ्यर्थियों (1,74,316) को चयनित करके दिसंबर के तीसरे सप्ताह में दस्तावेजों का परीक्षण और शारीरिक मानक परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा।दस्तावेजों का परीक्षण और शारीरिक मानक परीक्षा में अर्ह (उत्तीर्ण) अभ्यर्थियों को जनवरी माह के तीसरे सप्ताह में शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा। इससे संबंधित सूचनाएं बोर्ड द्वारा जल्द जारी की जाएंगी।

बोर्ड द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अभ्यर्थियों के अंकों का संपूर्ण विवरण भर्ती प्रक्रिया के संपन्न होने के बाद प्रकाशित किया जाएगा।बता दें कि बोर्ड ने बीते दिनों आंसर की जारी करते हुए अभ्यर्थियों से आपत्तियां आमंत्रित की गई थीं। आपत्तियों का निस्तारण करने के बाद कट ऑफ लिस्ट जारी की गई है। इसमें समान कट ऑफ अंक पाने वाले सभी अभ्यर्थियों को दस्तावेजों के परीक्षण और शारीरिक मानक परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा।बोर्ड ने अभ्यर्थियों से अनुरोध किया है कि परीक्षा से संबंधित जानकारियों के लिए बोर्ड की वेबसाइट http://uppbpb.gov.in का अवलोकन करते रहें।परीक्षा का आयोजन अगस्त के महीने में 23, 24 और 25 तथा 30 और 31 अगस्त को किया गया था।
झांसी अग्निकांड: डिप्टी सीएम के आगमन पर चूना डालने वाले दो कर्मचारियों की गई नौकरी
लखनऊ । महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू वार्ड में 15 नवंबर की रात भीषण आग लग गई थी। हादसे में 10 नवजातों की मौके पर ही मौत हो गई थी। अगले दिन अल सुबह पांच बजे प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक मेडिकल कॉलेज पहुंच गए थे।उनके स्वागत में मेडिकल कॉलेज में चूना डाला गया था। इसे लेकर प्रशासन की जमकर खिंचाई हुई थी। इसके बाद डिप्टी सीएम ने भी ऐतराज जताया था। अब इस मामले में चूना डालने वाले मेडिकल कॉलेज के दो आउटसोर्स कर्मचारी राजा और सचिन की सेवाएं समाप्त कर दीं गईं हैं।