गायत्री परिवार का नशामुक्त अभियानःसंकल्प की विशेष आहुतियों के साथ संपन्न होगा 251 कुण्डीय महायज्ञ
अमेठी- युगतीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री परिवार अमेठी द्वारा रविवार को भरथी लोनियापुर ग्रामसभा में नशामुक्त भारत अभियान चलाया गया। नशा मुक्ति जन जागरण यात्रा आदि शक्ति सेवाधाम शिवकुटी भरथी लोनियापुर से प्रारम्भ होकर लोनियापुर व भारथीपुर होते हुए प्राथमिक विद्यालय लोनियापुर पर समाप्त हुई।
लाल बाबा के द्वारा नशामुक्ति जन जागरण यात्रा का शुभारम्भ किया गया। गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं ने पूरे गांव का भ्रमण कर नशामुक्त अमेठी के संकल्प के साथ डोर-टू-डोर जनसम्पर्क कर न सिर्फ नशे से होने वाले आर्थिक, शारीरिक, मानसिक, पारिवारिक और सामाजिक नुकसान के बारे में लोगों से चर्चा की बल्कि अपनी झोली फैलाकर उनसे उनकी बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू, गांजा, चिलम, गुटखा, शराब दान स्वरूप मांग ली और उन्हें गायत्री मंत्रोच्चार के साथ नशा न करने का संकल्प दिलाया। इस अभियान में एक दर्जन से अधिक लोगों ने बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू, शराब छोड़ने का संकल्प लिया।
ज़िला युवा समन्वयक डॉ० दीपक सिंह ने बताया कि आगामी 18 से 22 मार्च की तिथियों में आयोजित होने जा रहे राष्ट्र जागरण 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में नशामुक्ति संकल्प की विशेष आहुतियों के साथ नशामुक्ति संस्कार भी कराया जायेगा। उत्तर प्रदेश के सबसे विराट गायत्री महायज्ञ के प्रयाज के क्रम में गायत्री परिवार अमेठी का नशामुक्त अभियान गांव-गांव पहुंच रहा है। घर-घर जाकर जनसम्पर्क किया जा रहा है व लोगों को नशे की बुराई छोड़ने का संकल्प दिलाया जा रहा है। डॉ० सिंह ने कहा कि मानव जीवन की सार्थकता तभी है जब हम व्यसन से दूर रहते हुए श्रेष्ठ मार्ग पर चलते हुए अपने सौभाग्य को जगायें। आज के इस अभियान में बच्चों और महिलाओं की उत्साहजनक भागीदारी रही। गाँव की महिलाओं ने इस अभियान पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए हाथों में नशामुक्त अभियान की तख़्तियाँ लेकर अपना भरपूर समर्थन देने की बात कही।
नशामुक्ति जन जागरण यात्रा में प्राथमिक विद्यालय लोनियापुर के बच्चों के हाथों में नशा छोड़ने की प्रेरणा देने वाली तख्तियां थीं जिन पर लिखा था 'नशा छोड़ो - परिवार जोड़ो', 'नशा नाश की जड़ है भाई, इनसे दूर रहो मेरे भाई' 'गुटका बीड़ी शराब तम्बाकू, स्वास्थ्य संपदा के ये डाकू' 'पिटती पत्नी बिकते जेवर, छोड़ शराबी अपने तेवर' 'बीड़ी पीकर खांस रहा है, मौत के आगे नाच रहा है', टीबी कैंसर मौत की सीढ़ी बंद करो ये गुटखा बीड़ी । बच्चे बड़े उत्साह के साथ नारे भी लगा रहे थे। विद्यालय के शिक्षक प्रदीप पांडेय के साथ-साथ गांव के संभ्रांत जनों ने भी इस अभियान की प्रशंसा की।
गायत्री परिवार के वरिष्ठ कार्यकर्ता लाल अशोक सिंह ने कहा कि नशा एक फैशन का रूप लेता जा रहा और इससे सबसे ज्यादा प्रभावित गरीब घरों के लोग हो रहे हैं। ऐसे लोगों के घरों तक पहुंचकर उन्हें नशा छोड़कर श्रेष्ठ जीवन जीने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। डॉ० जे०पी० जायसवाल ने कहा कि व्यसन मुक्ति एवं कुरीति उन्मूलन गायत्री परिवार का एक प्रमुख अभियान है। गायत्री परिवार के कार्यकर्ता गांवों में पहुंचकर भिक्षा के रूप में झोली फैलाकर उनसे उनका व्यसन दान में मांग रहे हैं। शिक्षक रमेश सिंह ने कहा कि अमेठी को नशामुक्त बनाने की प्रेरणा गायत्री परिवार के अभियान से मिली हैं और हम जागरूक लोग इस अभियान को निरन्तर गति देते रहेंगे।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे महेंद्र प्रताप मिश्रा ने कहा कि गायत्री परिवार के अभियान को आज की आवश्यकता बताते हुए कहा कि बहुत सारे ऊर्जावान साथी आज नशे की लत में पड़कर अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं, गायत्री परिवार ऐसे भटके लोगों को सही दिशा देने का श्रेष्ठ प्रयास ज़मीनी स्तर पर कर रहा है।
नशामुक्त अभियान में गायत्री परिवार के प्रतिनिधि जिला समन्वयक डॉ० त्रिवेणी सिंह, जिला युवा समन्वयक डॉ० दीपक सिंह, प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष महेन्द्र प्रताप मिश्र, डॉ० जे०पी० जायसवाल, लाल अशोक सिंह, महेश मिश्रा, अरुण चतुर्वेदी, दिनेश तिवारी, रमेश सिंह, आनंद शुक्ला, सुधीर सिंह, ज्ञानेन्द्र तिवारी, अभिषेक गुप्ता, सुधीर अग्रहरि आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
Nov 10 2024, 16:02