सेविका सहायिकाओं की हड़ताल स्थगित, आंगनबाड़ी केंद्र खुला नई सरकार गठन के बाद फिर से आंदोलन होगा शुरू : संजय पासवान
झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा होने और आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद आठ सूत्री मांगों को लेकर सेविका सहायिकाओं का 5 अक्टूबर से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल को स्थगित कर दिया गया है. बुधवार से आंगनबाड़ी केन्द्रों में रौनक लौटी और सेविका सहायिकाओं ने केंद्र में अपना योगदान दिया. आंदोलन की समीक्षा के लिए झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका यूनियन (सीटू) की बैठक कविता यादव की अध्यक्षता में बुधवार को चिल्ड्रेन पार्क में हुई. बैठक को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि हर आंदोलन से कुछ न कुछ हासिल होता है. इस हड़ताल से हर साल सेविका सहायिका का मानदेय बढ़ने की प्रक्रिया में देरी होने से जो नुकसान हो रहा था, उसमें संशोधन कर संकल्प जारी हो गया है और अब सेविका को 1000 की बढ़ोतरी के साथ 10500 रूपये और सहायिका को 500 की बढ़ोतरी के साथ 5250 रूपये मिलेंगे. साथ ही अनुकंपा का अब बिना ग्रामसभा के परिवार के सदस्य सीधी नियुक्ति का प्रावधान किया गया है. हमारी प्रमुख मांगों सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ग्रेच्युटी देने, रिटायर्मेंट के बाद सेविका को 10 लाख एवं सहायिका को 5 लाख एकमुश्त राशि देने, वेतन का 50 प्रतिशत पेंशन देने और मार्केट रेट पर पोषाहार राशि देने आदि पर कोई विचार नहीं किया गया यह दुर्भाग्यपूर्ण है. विधानसभा चुनाव संपन्न होने और नई सरकार के गठन के बाद पूरे झारखंड में इन मांगों को लेकर आंदोलन फिर से जोरदार तरीके से शुरू किया जाएगा. प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी ने कहा कि अभी हमारा हड़ताल समाप्त हुआ है, लेकिन सेविका सहायिका का हौसला बुलंद है. बैठक में जिला सचिव वर्षा रानी, संतोषी कुमारी, उर्मिला देवी, सुनीता सिहं, उषा, संजू, मीना एक्का, संध्या वर्णवाल, कांति, पुनम, रानी, संध्या कुमारी, गायत्री, रामदुलारी, शीला, सरवरी खातुन, सकीना, मीना सहित दर्जनों सेविका सहायिका मौजूद थी.
Oct 18 2024, 16:16