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लोगों में दहशत का कारण बने थे ये 19 कुख्यात, पुलिस ने किया जिले के बाहर
विभु मिश्रा
गाजियाबाद। आए दिन वारदातों में लिप्त होने और जनता में भय व्याप्त करने वाले 19 कुख्यात बदमाशों को गाजियाबाद पुलिस ने जिले के बाहर रहने का फरमान सुना दिया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एडीसीपी) दिनेश कुमार पी. के न्यायालय में सुनवाई के बाद इन 19 कुख्यात बदमाशों को जिला बदर करने के आदेश जारी किए गए। इन बदमाशों का अपने-अपने क्षेत्र में इतना खौफ है कि जनता का कोई भी व्यक्ति इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने व साक्ष्य देने का साहस नहीं जुटा पाता है। जिले में वर्ष-2024 में अब तक 497 के साथ इस तरह की कार्रवाई की गई है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार पी. ने बताया कि इनके जिला बदर होने से जनपद के आम-जनमानस में भयमुक्त, अपराधमुक्त एवं शंति पूर्ण माहौल होने का विश्वास पैदा होगा। उन्होंने बताया कि  उत्तर प्रदेश गुंडा नियंत्रण अधिनियम-1970 के अंतर्गत लूट करना, लूट करने में चोट पहुचाना, अपहरण करना, बलवा करना, घातक हथियारों से गंभीर चोट पहुंचाना, आपराधिक साजिश करना, अवैध हथियार रखना, थोखाधड़ी करना, छल के प्रयोजन से कूटरचना करना, कूटरचित दस्तावेजों को असली के रूप में उपयोग करना, घर में चोरी करना, आर्थिक नुकसान पहुंचाना, आपराधिक न्यासभंग करना, किसी को गलत तरीके से रोकना, लूट का माल बरामद होना, गैंगस्टर, चोरी का माल बरामद होना, गाली-गलौच करना व जान से मारने की धमकी देने संबं‌धी अपराधों में लिप्त 19 बदमाशों को गुंडा घोषित कर छह माह के लिए जनपद की सीमाओं से बाहर रहने के आदेश पारित किए गए हैं।
ये हैं जिला बदर किए गए कुख्यात बदमाश
➤ आमिर उर्फ गुल्लक पुत्र बाबू खान, निवासी डी-43, गली नंबर-4, सजवान नगर।
➤ कुणाल उर्फ निहाल पुत्र रंजीत, निवासी 598 विकलांग कालोनी, नन्दग्राम।
➤ सुहान पुत्र हकीमुद्वीन, निवासी डिब्बा कालोनी, पसौण्डा, थाना टीला मोड़।
➤ दानिश उर्फ सदर पुत्र फतह, निवासी मौहल्ला कुरोशियान, फरीदनगर।
➤ अभिषेक कुमार उर्फ चिन्दू पुत्र मंगल सिंह, निवासी ग्राम गढ़ी, थाना नन्दग्राम।
➤ संदीप पाल पुत्र चन्नू लाल, निवासी 658, गली नंबर-तीन, ग्राम भोवापुर।
➤ मयंक उर्फ सुमित पुत्र अनिल चौथरी, निवासी एस-एचबी/390, शास्त्रीनगर, गाजियाबाद।
➤ गौरव पुत्र संजय, निवासी ऋषि मार्केट, विकास नगर, थाना लोनी।
➤ रितिक उर्फ नकली गुर्जर पुत्र तिलक, निवासी आरसी-58, संगम पार्क, खोड़ा।
➤ दीपांशु उर्फ अक्की पुत्र मुकेश, निवासी कु्टी रोड, गंगा विहार, मुरादनगर।
➤ फारुख पुत्र साबिर, निवासी चांद मस्जिद, मुस्तफाबाद, लोनी।
➤ फिरोज खान पुत्र रहीसुद्दीन उर्फ रहीस अहमद, निवासी अशोक विहार, लोनी।
➤ वसीम पुत्र जमील, निवासी जमालपुरा, थाना लोनी।
➤ रहीस पुत्र रफीक, निवासी ग्राम नाहली, थाना भोजपुर।
➤ नीशू उर्फ निशान्त उर्फ नीरज पुत्र संजय, निवासी 241, ग्राम भोवापुर, कौशांबी।
➤ कपिल पुत्र राजाराम, निवासी 425 ग्राम भोवापुर, थाना कौशांबी।
➤ शरीफ पुत्र शेख अलीम, निवासी 371, गली नंबर-4, अशोक वाटिका, थाना टीला मोड़।
➤ आशु पुत्र अशोक, निवासी एसएफ- 42, शास्त्रीनगर, थाना कविनगर।
मीट शॉप कि आढ़ में बना रहे थे पटाखे, दो महिलाओं समेत सात गिरफ्तार
विभु मिश्रा
गाजियाबाद। दिवाली के नज़दीक आते ही अवैध रूप से पटाखे बनाने वाले एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं। घरों या दुकानों में अवैध रूप से लोगों की जान को खतरे में डाल कर पटाखे बनाये जा रहे हैं। पुलिस ने दो महिलाओं समेत सात ऐसे ही लोगों को गिरफ्तार किया है जो मीट शॉप कि आढ़ में अवैध रूप से पटाखे बना रहे थे। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में बने-अधबने पटाखे, उन्हें बनाने की सामग्री और उपकरण बरामद किए हैं।
दिवाली का त्यौहार नज़दीक है और ऐसे में सरकार ने प्रदूषण को फैलने से रोकने के लिए पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगा दिया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि एक दुकान में चोरी छिपे पटाखे बनाये जा रहे हैं। सूचना पर भारत सिटी में मौके पर पुलिस पहुंची को वहां मीट शॉप की आढ़ में अवैध रूप से पटाखे बनाये जाते मिले।
एसीपी शालीमार गार्डन सलोनी अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने दो महिलाओं समेत समीर, आस मोह्हमद, सुलेमान रज़ा, राजा कुरेशी को मौके से गिरफ्तार किया है। इनमें दो लोग फर्रुखनगर के रहने वाले हैं। उनके पास से 11 कट्टे पटाखे बरामद किए है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्हें दिल्ली से आर्डर आ रहे थे। ऐसे में पटाखो को तैयार करने के लिए वह दूसरे नाम से दुकान लेकर वहाँ पटाखे तैयार कर रहे थे। पुलिस इस मामले में उनके अन्य आरोपियों कि तलाश कर रही है।
शौक पूरे करने को चाहिए थी ज्यादा कमाई, तो शिक्षक बन बैठा हथियारों का सौदागर
विभु मिश्रा
गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर में अवैध असलहों की सप्लाई की सूचना पर पुलिस ने जब रेड की तो उसके सामने जो हथियारों का सौदागर आया, उसकी बैकग्राउंड जान पुलिस भी भौंचक रह गई। हथियारों का ये सौदागर शिक्षक निकला। इसे मधुबन बापूधाम थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। शौक पूरे करने और ज्यादा कमाई के चक्कर में बच्चों का भविष्य संवारने वाला ये शिक्षक खुद हथियार तस्कर बन गया। पुलिस ने इसके पास से एक पिस्टल, चार तमंचे और पांच कारतूस बरामद किए हैं। एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि पकड़ा गया असलहा तस्कर कविनगर के इंद्रा एंक्लेव निवासी प्रतीक बालियान है। पुलिस ने इसके पास से पिस्टल और चार तमंचे बरामद किए हैं। पुलिस पूछताछ में इसने बताया कि वह बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता है। एक बार मेरठ में उसकी मुलाकात राजेश नाम के व्यक्ति से हुई। राजेश ने ज्यादा कमाई कराने का लालच देकर सस्ते दामों में हथियार खरीदकर जरूरतमंदों को डिमांड के अनुसार बेचने का तरीका बताया। वह राजेश से असलहे खरीदकर दिल्ली एनसीआर में बेचने लगा। तीन महीनों से वह यह काम कर रहा है। एसीपी ने बताया कि गिरोह के अन्य तस्करों के बारे में जानकारी निकलवाई जा रही है।
पुलिस को पूछताछ में पता चला कि प्रतीक मेरठ से 30 से 35 हजार रुपये में पिस्टल लाकर डिमांड अनुसार 50 से 60 हजार रुपये में बेचता है। इसके अलावा 4,000-4,500 रुपये में तमंचा खरीदकर छह हजार रुपये में बेचता है। व्हाट्सएप व अन्य तरीकों से अपने सगे संबंधियों से संपर्क कर वह तस्करी कर रहा था। तीन महीने में 20 से ज्यादा हथियार बेचने की बात कुबूल की है। एसीपी का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है।
अब गाजियाबाद में गीदड़ का हमला: महिला समेत चार किसानों को किया घायल....एक भैंसे की भी मौत
विभु मिश्रा
गाजियाबाद। पूरब में दहशत मचा कई बच्चों को अपना निवाला बनाने वाले गीदड़ ने अब गाजियाबाद में भी दहशत भरी एंट्री मार दी। मसूरी क्षेत्र के आरिफपुर बड़का गांव के जंगल में चारा लेने गए एक महिला समेत चार लोगों और एक भैंसे पर गीदड़ ने जानलेवा हमला कर उन्हे घायल कर दिया। घायलों में महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे मेरठ हायर सेंटर रेफर किया गया है। जबकि गीदड़ के अटैक से घायल भैंसे की मौत हो गई। गीदड़ के हमले की सूचना से क्षेत्र में दहशत फेल गई है। जानकारी के मुताबिक आरिफपुर बड़का गांव के जंगल में 60 वर्षीय निजामुद्दीन, 62 वर्षीय नादान सिंह, मिथलेश पत्नी रोहताश और नूरपुर निवासी 50 वर्षीय जगतवीर गीदड़ के हमले से घायल हुए हैं। बड़का गांव निवासी अकबर अली के मुताबिक सुबह करीब सात बजे की बात है। निजामुद्दीन, नादान सिंह और नूरपुर निवासी जगतवीर खेतों से चारा लेने गए थे। रोहताश की पत्नी भी अपने खेत में थी। चारों पर गीदड़ ने हमला बोल दिया। उन्होंने बताया कि गीदड़ के हमले में सबसे ज्यादा नाजुक हालत मिथलेश की है। गीदड़ ने महिला के चेहर पर वार किया है। उसने चेहरे को बुरी तरह नोंच डाला। डाक्टरों ने मिथलेश के चेहरे पर टांके लगाए हैं। अन्य लोगों के हाथ- पैरों पर चोटें आई हैं। नूरपुर निवासी जगतवीर भैंसा बुग्गी पर थे। गीदड़ ने उनके भैंसे पर भी हमला किया, भैंसे की बाद में मौत हो गई। चीख-पुकार सुनकर गांव के लोग लाठी- डंडे लेकर दौड़े  तो गीदड़ तेजी से जंगल की ओर भाग गया। वारदात की सूचना पाकर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया। ऑपरेशन के दौरान एक गीदड़ का शव बरामद हुआ है। सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। सीओ फोरेस्टअमित सिंह ने बताया कि गीदड़ के हमले की सूचना के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने सर्च ऑपरेशन के दौरान एक गीदड़ का शव बरामद कर लिया है। गीदड़ का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। गीदड़ के हमले के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल है, लोग खेतों में जाने से डर रहे हैं। क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन जारी है।
मेंडक की टांग के बाद अब समोसे में निकली मकड़ी, ग्राहक ने सोशल मीडिया पर अपलोड किया वीडियो
विभु मिश्रा
गाजियाबाद: बाजार में बने पकवान खाने का शौक है तो जरा सावधान हो जाइए। उसे खाने से पहले आश्वस्त होना न भूलें कि लिया गया पकवान खाने के लिए सुरक्षित भी है कि नहीं। इसमें यदि कोई लापरवाही की तो वह आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है। आए दिन इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। करीब एक माह पूर्व इंदिरापुरम में एक नामी फूड चेन के आउटलेट पर समोसे में मेंढक की टांग निकलने का मामला आपको याद होगा। अब गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में समोसे में मकड़ी निकलने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है।

रविवार शाम के समय राजनगर एक्सटेंशन स्थित धारा डेयरी से एक शख्स ने समोसा खरीदा और वहीं पर खाने लगा। गनीमत यह रही कि शख्स ने समोसा खाने से पहले उसे तोड़ लिया और उसके अंदर आलू पर लिपटी मकड़ी पर नजर पड़ गई, नहीं तो इसके परिणाम घातक हो सकते थे। शख्स ने यह समोसा दुकानदार हो दिखाते हुए शिकायत की और इस दौरान सबूत के लिए वीडियो भी बना लिया। यश अरोड़ा नामक शख्स ने राजनगर एक्सटेंशन स्थित धारा डेयरी पर बनाए गए समोसे का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। यश अरोड़ा का कहना है कि गलती से उन्होंने यह समोसा खा लिया होता तो अंजाम क्या होता, समझा जा सकता है। उन्होंने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन से मामले में सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
यति नरसिंहानंद प्रकरण: उबले हिंदू संगठन, घेरा पुलिस कमिश्नर का ऑफिस
विभु मिश्रा
गाजियाबाद। यति नरसिंहानंद के समर्थन और डासना शिव शक्ति मंदिर पर हुए हमलों के विरोध में आज तमाम हिंदू संगठनों ने   पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया। कमिश्नर के दफ्तर में जबरन घुसने के प्रयास के दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से तीखी नोंकझोंक भी हुई। इस दौरान उन्होंने जोरदार नारेबाजी और मंदिर पर हुए हमले का विरोध करते हुए पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कमिश्नर पर इस मामले में घोर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दे डाली। बता दें कि जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और डासना शिवशक्ति मंदिर के महंत यति नरसिहनानंद के पैगम्बर साहब के लिए दिए गए विवादित बयान के बाद उठा ये तूफान थमता नजर नहीं आ रहा है। बयान के बाद उठी चिंगारी धीरे धीरे पूरे देश में फैलती नजर आ रही है। इसी कड़ी में आज हिंदूवादी संगठनों ने यति के समर्थन में और डासना स्थित शिव शक्ति मंदिर पर गैर संप्रदाय के युवकों द्वारा किए गए हमले के विरोध में गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर ये प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन इस हमले को गंभीरता से नहीं ले रहा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है। ज्ञापन सौंपने के बाद प्रदर्शकारियों ने गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर पर गंभीर आरोप भी लगाए। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो वे और बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। इस मुद्दे को लेकर गाजियाबाद में तनाव का माहौल भी बनता नजर आ रहा है, वही 13 तारीख को महापंचायत की बात कही गई है।

पुलिस के साथ मुठभेड़ में सिद्धार्थ विहार गौकशी की वारदात के दो आरोपी घायल...
विभु मिश्रा
गाजियाबाद: गाजियाबाद पुलिस आजकल अपने निशानेबाजी के हुनर का बखूबी प्रदर्शन कर रही है। एक के बाद एक ताबड़तोड़ मुठभेड़ कर बदमाशों को लंगड़ा करने का हुनर गाजियाबाद पुलिस काफी लंबे अरसे बाद दिखा रही है। हैरानी ये है कि गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस द्वारा इतनी मुठभेड़ कर सैंकड़ों बदमाशों को लंगड़ा कर जेल भेजने के बावजूद गाजियाबाद की गिनती अभी भी क्राइम सिटी के रूप में ही हो रही है। इसी कड़ी में विजयनगर पुलिस की बीती देर रात गौकशो संग मुठभेड़ हो गई। जिसमें बीते माह सिद्धार्थ विहार में हुई गौकशी की वारदात के दो आरोपी गौकश पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए। एसीपी विजयनगर के मुताबिक थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक सफेद रंग की कार में कुछ गौकश सवार हैं, जो क्षेत्र में गौकशी करने की योजना बना रहे हैं। जिसपर पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी। उसी दौरान सिद्धार्थ विहार टीएनटी चौराहे के पास पुलिस को संदिग्ध गाड़ी आते दिखाई दी। पुलिस टीम ने उसे रुकने का इशारा किया तो कार ड्राइवर ने कार को हाईवे की ओर भगाने का प्रयास किया। पुलिस टीम द्वारा गाड़ी का पीछा करने पर कार चालक ने नियंत्रण खो दिया और कार एक खंभे से टकरा गई। इस दौरान कार सवार दो युवकों ने मौके से भागने का प्रयास किया। पुलिस ने उन्हें रुकने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने रुकने के बजाय पुलिस पर फायरिंग कर दी। एसीपी ने बताया कि आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग में दोनों आरोपी पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए। दोनो के पैर में गोली लगी है, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
उन्होंने बताया कि दोनों की पहचान शातिर गौकश ईनाम और वासिफ के रूप में हुई है। घटनास्थल से पुलिस ने गौकशी करने के लिए इस्तेमाल होने वाले उपकरण, रस्से, दो तमंचे और दो जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पूछताछ के दौरान उन्होंने पिछले महीने सिद्धार्थ विहार में हुई गौकशी की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। पुलिस के मुताबिक, इन दोनों ने पहले भी गौकशी की घटनाओं को अंजाम दिया है और ये लोग लंबे समय से गौकशी की वारदातें करते आ रहे हैं।
कुट्टू के आटे ने फिर बनाया बीमार, खाकर 17 की बिगड़ी हालत....पहुंचे अस्पताल
विभु मिश्रा
गाजियाबाद। खाद्य सुरक्षा डिपार्टमेंट भले ही कितने दावे करता हो लेकिन बाजारों में मिलावटी खाद्य सामग्री पर अंकुश लगाना अब उसके बूते से बाहर की बात हो गई है। या यूं कहें कि विभागीय अधिकारी अपनी ड्यूटी सही से नहीं निभा रहे हैं। नतीजा भुगतना आम जनता को पड़ रहा है। नवरात्रों या अन्य व्रतों में खाया जाने वाला कुट्टू का मिलावटी आटा पिछले कई सालों से लगातार लोगों को बीमार बना रहा है लेकिन खाद्य सुरक्षा विभाग इसकी बिक्री रोक नहीं सका है। ऐसा ही एक और मामला नंदग्राम इलाके में सामने आया है जहां कुट्टू का आटा खाने से 17 लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं। इन सभी को नंदग्राम के मरियम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुट्टू खाकर बीमार पड़े लोगों ने बताया कि कल पहला नवरात्रा था और व्रत रखा था। शाम को लोगों ने उपवास खोलते हुए कुट्टू के आटे की पकौड़ी और सब्जी समेत कुट्टू की पुड़िया खाई थी। जिसके कुछ देर बाद उनकी हालत बिगड़नी शुरू हो गई। पेट में तेज दर्द के साथ उन्हें उल्टियां लग गई और चक्कर आने लगे। आनन फानन  में उन्हें निकट के मरियम अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत उपचार दिया। इन सभी मरीजों का इलाज कर रहे डॉ . वी बी जिंदल ने बताया कि सभी मरीज खतरे से बाहर हैं। कुछ की तबीयत ठीक हो जाने के कारण उन्हें घर भी भेजा दिया गया है। बीमार लोगों के परिजनों के मुताबिक इन सभी लोगों ने कुट्टू का यह आटा पास की ही अमित आटा चक्की से खरीदा था। घटना के बाद से चक्की मालिक चक्की बंद कर फरार हो गया। उधर जानकारी मिलते ही खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग के सोए हुए अधिकारी हरकत में आ गए। खाद्य सुरक्षा अधिकारी अरविंद कुमार यादव ने बताया कि विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है। काफी मात्रा में पुराना, मिलावटी और खराब कुट्टू का आटा गुरुवार को जब्त कर नष्ट कराया गया था। उन्होंने बताया कि  लोगों की शिकायत पर अमित आटा चक्की से आटे के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बता दें इससे पहले भी कई ऐसी घटनाएं गाजियाबाद में हुई है जहां नवरात्रों या अन्य व्रतों में प्रयोग में लाने वाले कुट्टू के आटे का प्रयोग करने से लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार हो चुके हैं। इस बार भी यह सब दोहराया गया है। सवाल यहां यह उठता है कि आखिर बाजार में इस तरीके का सामान कहां से आ रहा है और खाद्य सुरक्षा विभाग इसको लेकर कितना सचेत है।
शहर का कूड़ा बना 16 गांवों के लिए जी का जंजाल, हजारों परिवारों के सांस पर संकट..अधिकारी मौन
विभु मिश्रा
गाजियाबाद। मुरादनगर पाइप लाइन रोड पर गाजियाबाद नगर निगम द्वारा डंप किए जा रहे शहर के कूड़े का मामला अब मामूली धुएं से आग में तब्दील होता नजर आ रहा है। 16 गांव के किसान नगर निगम के इस कदम के खिलाफ अब आरपार की लड़ाई के मूड से मैदान में कूद पड़े हैं। इन गांव के किसानों ने इस मुद्दे पर अनिश्चितकालीन धरना और क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। और प्रशासन को जल्द इस समस्या से निजात दिलाने के लिए चेतावनी दे डाली है।
दूसरे दिन गुरुवार को बहादुरपुर से रविन्द्र त्यागी, डॉ योगराज त्यागी, कृष्ण त्यागी उर्फ के के त्यागी और शाहपुर से मुखिया प्रवीण त्यागी व बूटन त्यागी क्रमिक अनशन पर बैठे। इस दौरान उन्होंने नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि नगरायुक्त शहर को बेहतर बना कर गांव को गंदगी से पाट देना चाहते हैं। शहर को साफ सुथरा बनाने की चाहत में वो ग्रामीणों और उनके बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्हें नरक में झोंक दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक अपने आप को किसान का बेटा कहते हैं, लेकिन उन्हें शायद किसान और किसान के दर्द का कोई आभास नहीं है। वह इस समय जहां शहर वासियों को बेहतर जीवन देने की कौशिश में लगे हैं, वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों का जीवन बर्बाद करने की तरफ अपने पूरी निगम मशीनरी को लगा रखा है। हालात ये बन गए हैं कि यहां गाजीपुर जैसा कूड़े का पहाड़ बन गया है। जिस कारण पाइपलाइन के आस-पास के गांवों में तरह-तरह की बीमारियां फैल रही है। यहां का पानी और वातावरण पूरी तरह दूषित हो चुका है। ज्ञात होगा कि भीकनपुर और महमूदाबाद के पास पाइपलाइन के किनारे नगर निगम शहर का कूड़ा डम्प कर रहा है, जिस कारण यहां 200 फीट ऊंचा पहाड़ बन गया है। मजे की बात की है कि  जहां यह डम्प किया जा रहा है वहां पहले 30 मीटर गहरी जमीन की खुदाई की गई है उसके बाद यह कूड़ा डाला गया है। जिससे आसपास के गांवों का पानी भी दूषित हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्रीय भाजपा विधायक अजीतपाल त्यागी के साथ-साथ तमाम प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार लगा वो लोग अब थक चुके हैं। इसलिए अब वह खुद इस समस्या से निबटेंगे। इसके लिए चाहे जो करना पड़े। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि उनकी मांग पर जल्द ही प्रशासन ने फैसला नहीं लिया, तो वे 765 किलोमीटर की पद यात्रा करके गोरखपुर के गौरक्षपीठ पहुंचेंगे और वहां सीएम योगी आदित्यनाथ से इस मामले की शिकायत करेंगे।
बदमाशों पर गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस का कहर, एक रात में पांच बदमाश किए लंगड़े
विभु मिश्रा
गाजियाबाद। बुधवार रात गाजियाबाद के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कमिश्नरेट पुलिस गौकशों और स्नैचर्स पर कहर बनकर टूटी। एक के बाद एक सिलसिलेवार हुई तीन मुठभेड़ों ने पुलिस ने दो गौकशों और तीन चेन-मोबाइल स्नैचरों को मुठभेड़ में लंगड़ा कर दबोच लिया। इंदिरापुरम थानाक्षेत्र से शुरू हुआ मुठभेड़ का सिलसिला पूरी रात चला। इंदिरापुरम के बाद सिहानीगेट थाना पुलिस की भी स्नेचर्स के साथ मुठभेड़ हो गई। तड़के होते- होते भोजपुर थाना पुलिस का गौकशों के साथ टकराव हो गया। सभी को उपचार के लिए अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। पहली मुठभेड़ बुधवार देर शाम इंदिरापुरम थानाक्षेत्र में हुई। जब बाइक सवार दो युवकों ने चेकिंग के दौरान पुलिस को देखकर भागने का प्रयास किया। इस दौरान बाइक फिसलने से दोनो बदमाश गिर गए। पुलिस को अपने पास आता देख एक स्वर तो भाग गया लेकिन दूसरे युवक ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस की जवाबी कार्यवाही में फायरिंग कर रहा युवक पैर में गोली लगने से घायल हो गया। उन्होंने बताया कि पकड़ा गया युवक अक्षय शातिर स्नैचर है। उस पर गाजियाबाद और दिल्ली के विभिन्न थानों में तकरीबन एक दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक अक्षय ने बताया कि वह और उसका फरार साथी शह‌नवाज उर्फ फैद पुत्र मंसूर अहमद गाजियाबाद और नोएडा में स्नेचिंग करते हैं और लूटे गए मोबाइल व चेन से को सस्ते दामों पर बेचकर पैसे बांट लेते हैं।
इसके कुछ ही घंटे बाद दूसरी मुठभेड़ सिहानी गेट थाना पुलिस और बदमाशों के बीच हुई। यहां भी इंदिरापुरम मुठभेड़ की तर्ज पर स्नैचरों से पुलिस टीम की मुठभेड़ हुई। एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा ने बताया कि आधी रात के करीब सिंहानीगेट थाना पुलिस मेरठ रोड पर मोबाइल स्नेचिंग की सूचना पर चेकिंग कर रही थी। पुलिस ने मोटरसाइकिल पर आते दो युवकों को टॉर्च दिखाकर रुकने का इशारा किया लेकिन वह पुलिस को देखने के बाद मोटरसाइकिल वापस मोड़कर भागने लगे। इसी प्रयास में उनकी मोटरसाइकिल गिर गई। दोनों ने पैदल हमदर्द ग्राउंड की ओर भागते हुए पुलिस पर गोली चलाई। पुलिस की जवाबी फाय‌रिंग में दोनों बदमाश घायल होकर गिर पड़े। पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। एसीपी के मुताबिक घायल अभियुक्तों ने अपने नाम आशू उर्फ सूजी और लक्ष्य उर्फ सानू बताए। दोनों के कब्जे से दो तमंचे, कारतूस और दो मोबाइल बरामद हुए है। अभियुक्तों से बरामद मोटरसाइकिल विजयनगर से चोरी की गई थी। पकड़े गए दोनों अभियुक्तों के खिलाफ सिहानी गेट और कविनगर थानों में स्नैचिंग और चोरी के मुकदमे दर्ज हैं। तीसरी मुठभेड़ मोदीनगर थाना क्षेत्र के फरीदनगर के कीकर के जंगल में गौकशों से हुई। गौकाशों की मौजूदगी की सूचना पर भोजपुर थाना पुलिस आधी रात के बाद कांबिंग करने पह‌ुंची थी। जहां गोकशी करने की फिराक में बैठे दो गौकशों ने खुद को पुलिस से घिरा देख गोली चला दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दोनों घायल हो गए। एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि पकड़े गए गौकशोंं के नाम रियाजुद्दीन उर्फ बादल व शाहनवाज निवासी ग्राम नहाली हैं। दोनों ने शनिवार- रविवार की रात मुकीमपुर रजवाहे के पास ‌हुई गौकशी में शामिल होना स्वीकार किया है। पुलिस ने अ‌भियुक्तों से दो तमंचे, कारतूस और गोकशी के औजार बरामद होने का दावा किया है।