अलगाववादी, आतंकवादी हैं नरसिम्हानंद, उन्हें पाकिस्तान भेज देना चाहिए, नाराज उलेमाओं ने की मांग
भोपाल। किसी भी व्यक्ति को किसी अन्य मजहब की आस्थाओं से खेलने का कोई हक नहीं है। महंत यति नरसिंहानंद तो उस शख्सियत को लेकर बारम्बार बदकलामी करते जा रहे हैं, जिन्हें सारी दुनिया में इंसानियत, भाईचारे और मुहब्बत का पैगाम लेकर भेजा गया था। हजरत मुहम्मद सअस सिर्फ इस्लाम के अगुआ नहीं हैं, बल्कि उन्हें रहमतुल आलेमीन यानी सारी दुनिया की अगुवाई करने के लिए भेजा गया था। नरसिम्हानंद द्वारा अपनाई जा रही क्रियाएं देश को विभाजित करने वाली हैं। उनकी राह किसी आतंकवादी से कम नहीं हैं। मुहब्बत, सद्भाव, भाईचारे के हमारे देश में ऐसे व्यक्ति की कोई जरूरत नहीं है। सरकार को चाहिए कि इस शख्स को देश निकाला देकर पाकिस्तान भेज देना चाहिए।
राजधानी भोपाल से उलेमाओं ने यह मांग उठाई है। आशिकान ए रसूल, अहले सुन्नत वल जमात मप्र, समता समाधान पार्टी, अहले सुन्नत कौंसिल, उलेमा बोर्ड आदि सामाजिक एवं मजहबी संस्थाओं ने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपने के बाद काजी सैयद अनस अली नदवी ने कहा कि महंत का काम लोगों को भलाई की ताकीद करना होता है। लोगों को जोड़ने और समाज में बेहतर माहौल बनाना उसकी जिम्मेदारी होती है। लेकिन महंत यति अपने कर्तव्य और दायित्व के विपरीत लोगों को तोड़ने, नफरत फ़ैलाने और देश विभाजन के हालात बना रहे हैं।
काजी अनस ने कहा कि यह काम आतंकवादियों के हैं। ऐसे लोगों को समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। सरकार को चाहिए ऐसे लोगों को देश निकाला दें। उन्हें पाकिस्तान भेज दिया जाए ताकि वे अपने मिजाज के लोगों में रहकर काम कर सकें। इस मौके पर शहर के कई उलेमा और नागरिक मौजूद थे।
Oct 09 2024, 12:42