सेविका सहायिकाओं का हड़ताल जारी, प्रखंड कार्यालयों पर धरना प्रारंभ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आर पार की लड़ाई के लिए तैयार है : मीरा देवी
आंगनबाड़ी सेवाशर्त नियमावली में संशोधन, हर साल मानदेय बढ़ाने की प्रक्रिया सरल करने, पारा शिक्षकों की तरह वेतनमान व अन्य सुविधाएं, रिटायर्मेंट के बाद सेविका को 10 लाख एवं सहायिका को 5 लाख एकमुश्त राशि देने एवं अंतिम मानदेय का 50 प्रतिशत पेंशन देने, वरियता के आधार पर सेविका को सुपरवाइजर के पद पर प्रमोशन देने, सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ग्रेच्युटी का भुगतान करने, पोषाहार राशि बाजार के रेट पर देने सहित आठ सूत्री मांगों को लेकर झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर शनिवार से शुरू हुई बेमियादी हड़ताल जिला मे तीसरे दिन जारी रही. सोमवार को जिले के सभी प्रखंडों में झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका यूनियन (सीटू) के बैनर तले सेविका सहायिकाओं ने धरना धरना प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. हड़ताल का नेतृत्व कोडरमा प्रखंड में जिला संयुक्त सचिव संतोषी कुमारी, प्रखंड अध्यक्ष कविता यादव, डोमचांच प्रखंड में जिलाध्यक्ष शोभा प्रसाद, मंजू मेहता, कुमारी अनामिका, जयनगर प्रखण्ड में सरिता रानी, अनीता देवी, ममता सिहं, पूजन कुमारी, मरकच्चो प्रखंड में बेबी देवी, सरिता, विमला देवी, सतगांवा प्रखंड में सुरेन्द्र पाण्डेय, लीला कुमारी, मीना देवी, सोनी कुमारी ने किया. आंदोलनरत सेविका सहायिकाओं को विभिन्न प्रखंडों में सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान, जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश, सीपीआई के जिला मंत्री प्रकाश रजक, कर्मचारी महासंघ के जिला संयुक्त सचिव दिनेश रविदास, एटक नेत्री सोनिया देवी आदि ने सम्बोधित किया. आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी ने कहा कि इस बार सेविका सहायिका आर पार की लड़ाई करने के लिए तैयार है. हेमंत सोरेन सरकार से हमलोगों को बहुत उम्मीद थी. लेकिन हमलोगों के साथ विश्वासघात किया गया है इसलिए हड़ताल के लिए मजबूर हुए हैं. हड़ताल के कारण आंगनबाड़ी केन्द्रों में पूर्ण रूप से तालाबंदी हो गई है और टीकाकरण, बीएलओ का काम नहीं किया जा रहा है. अगर मंगलवार को होनेवाली कैबिनेट बैठक में हमारी मांगों पर कोई विचार नहीं हुआ तो हम उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगें. विभिन्न स्थलों पर धरना में यशोदा देवी, रेहाना फातमा, रूपा खूशबू, पूनम, कविता, चिंता, कंचन बाला, संध्या वर्णवाल, सुनीता, गीता, नूतन, मु़शरत, गौरी, अनीता, रानी, मीना एक्का, हीना प्रवीण, उषा, दीपा, सुनीता सिहं, राखी रजक, मीना कुमारी, गायत्री, संध्या कुमारी, रीता देवी, राजश्री, तर्रनुम, अर्चना, नीलम सहित दर्जनों सेविका सहायिका शामिल हुई.
Oct 08 2024, 16:48