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बहराइच: पुलिस विभाग के अभिनव प्रयोग से मिलने लगी जाम से निजात

महेश चंद्र गुप्ता

एसपी सिटी ने शहर के लोगों को जाम से निजात के लिए सुझाव दिया। जिसे पुलिस विभाग ने एक अक्टूबर से लागू कर दिया है। इस अभिनव प्रयोग से लोगों को पहले दिन जाम से निजात मिली। अब इसके हमेशा लागू होने पर ही लोगों को लाभ हो सकता है।

शहर के घंटाघर, पीपल तिराहा, छावनी बाजार मार्ग, चांदपुरा मार्ग समेत अन्य स्थानों पर काफी मात्रा में ई रिक्शा और टेम्पो का संचालन होता है। जिससे शहर के विभिन्न मार्गों पर जाम की स्थिति बनी रहती है। जाम की समस्या से निजात के लिए पुलिस विभाग ने सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय से मिलकर नया नियम बनाया।

पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि एसपी सिटी रामानंद कुशवाहा ने शहर के विभिन्न मार्गों पर सभी ई रिक्शा और टेम्पो न चलने का नियम बनाया। साथ इन वाहनों को निर्धारित रूट से आते हुए दूसरे रूट से जाने का नियम बनाया। इस नियम को एक अक्टूबर से लागू कर दिया गया है। इसका जायजा लेने के लिए मंगलवार को पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने शहर के घंटाघर और पीपल तिराहा मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पहले दिन ही एसपी सिटी का नियम कारगर साबित हुआ है।

उन्होंने बताया कि अब इसी तरह वाहन का संचालन होगा। साथ ही ई रिक्शा और टेम्पो अपने मार्ग पर ही चलेंगे। उन्होंने कहा कि यदि नाबालिक रिक्शा चलाते मिले तो अभिभावक पर केस दर्ज किया जायेगा। इस दौरान एसपी सिटी रामानंद कुशवाहा, सीओ सिटी रमेश कुमार पांडेय, कोतवाल नगर मनोज कुमार पांडेय समेत भारी मात्रा में पुलिस कर्मी मौजूद रहे।

भूमि सम्बन्धी प्रकरणों के निस्तारण के लिए ग्रामों में आयोजित होगी ग्राम चौपाल

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। मुख्य राजस्व अधिकारी/उप संचालक चकबन्दी देवेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि शासन व जिलाधिकारी मोनिका रानी के निर्देश पर भूमि से सम्बन्धित मामलों के त्वरित निस्तारण के उद्देश्य से उप संचालक चकबन्दी की अध्यक्षता में जनपद में वर्ष 2023 के पूर्व के अधिसूचित प्रत्येक ग्राम माह अक्टूबर 2024 में ग्राम चौपाल का आयोजित होगा। निर्धारित रोस्टर की जानकारी देते हुए श्री सिंह ने बताया कि 04 अक्टूबर को तहसील पयागपुर के ग्राम गांगूदेवर, 07 को उधरना ठकुराईन, 14 को लख्खारामपुर, 16 को मानिकपुर कलां, 23 को राजापुर गिरन्ट में 24 अक्टूबर 2024, तहसील महसी के ग्राम मैकूपुरवा में 09 व बभनौटी उर्फ शहर गोलागंज में 21 अक्टूबर, तहसील कैसरगंज के मंझारा तौकली में 10 अक्टूबर व मीरपुर कोनिया में 28 अक्टूबर तथा तहसील नानपारा के ग्राम बेलामकन में 18 अक्टूबर 2024 को ग्राम चौपाल आयोजित होगी।

नगर मजिस्ट्रेट ने किया होटलों, ढाबों एवं रेस्टोरेन्ट का किया निरीक्षण

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जन स्वास्थ्य व जन सुरक्षा तथा उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता की खाद्य सामग्री एवं पेय पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर द्वारा सोमवार को नगर क्षेत्र के लगभग 33 ढाबा/होटल/रेस्टोरेन्ट/दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान किसी भी प्रतिष्ठान पर सीसीटीवी कैमरा नहीं पाया गया है। निरीक्षण के दौरान नगर मजिस्ट्रेट द्वारा रसोईघर/किचन की साफ सफाई एवं खाद्य पदार्थ तैयार करने वाले रसोईया एवं सर्विस/कार्य करने वाले सम्बन्धित कर्मचारियों को मास्क/हैण्ड ग्लब्स का उपयोग न करने पर सम्बन्धित प्रतिष्ठानों को खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम-2006 में उल्लिखित प्राविधानों के उल्लंघन के लिए नोटिस जारी की गई है।

नगर मजिस्ट्रेट द्वारा सम्बन्धित को निर्देश दिया है कि प्रतिष्ठानों पर इस प्रकार सीसीटीवी कैमरों की स्थापना की जाय कि ग्राहकों के बैठने के स्थान एवं प्रतिष्ठान के अन्य हिस्से भी कवर हों। सभी प्रतिष्ठानों को निर्देशित किया गया है कि कैमरों की रिकार्डिंग सुरक्षित रखंे तथा आवश्यकता पड़ने पर पुलिस/स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध कराने में पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे। साथ ही खान-पान (रसोईघर/किचन) के स्थान/केन्द्रों पर साफ-सफाई के साथ खाद्य पदार्थों को तैयार करने वाले व उनके सर्विस/कार्य करने वाले सम्बन्धित कर्मचारी/व्यक्त्ति द्वारा मास्क/हैण्ड ग्लब्स का उपयोग अनिवार्य रूप से किया जाय। सभी प्रतिष्ठानों को सचेत किया गया है कि आदेशों के उल्लंघन की दशा में सम्बन्धित के विरूद्ध खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम-2006 के प्रावधानों के अन्तर्गत विधिक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सम्बन्धित की होगी।

अन्तर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर वृद्धाआश्रम में आयोजित हुआ कार्यक्रम

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। अन्तर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस के अवसर पर समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्धा आश्रम अमीनपुर नगरौर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान निवासरत वृद्धजनों को मुख्य अतिथि सांसद बहराइच आनन्द गोड द्वारा अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।

सांसद ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस समय पित्र-पक्ष चल रहा है। लेकिन जीते-जी माता पिता का कद्र कोई नहीं करता है यह वृद्धाश्रम उन लोगों के लिए प्रतिबिम्ब का कार्य कर रहा है। यह वृद्धाश्रम बहुत अच्छे तरीके से संचालित हो रहा है। विधायक प्रतिनिधि अशोक जायसवाल ने कहा कि पुत्र जीते-जी अपने मां बाप की सेवा नहीं करते है उन पुत्र को मरणोपरान्त अपने माता-पिता का श्राद्ध करने का कोई अधिकार नही है।

उल्लेखनीय है कि अन्तर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस के अवसर पर उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बहराइच के अध्यक्ष/जनपद न्यायाधीश के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बहराइच के सचिव/अपर जिला जज विराट शिरोमणि की अध्यक्षता में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जागरूकता कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री शिरोमणि ने भरण-पोषण तथा कल्याण अधिनियम 2007 के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होनें कहा कि ऐसे वरिष्ठ नागरिक जो अपना भरण-पोषण करने में असमर्थ हैं, वह जिले में स्थापित न्यायाधिकरण के समक्ष अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। न्यायाधिकरण द्वारा अनुमन्य भरण-पोषण की अधिकतम धनराशि 10,000/- रुपये है। भरण-पोषण के रूप में वह भोजन, कपड़े, निवास, चिकित्सा व उपचार के हकदार हैं।

इस अवसर पर जिला समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर गुप्ता, भाजपा जिला उपाध्यक्ष रण विजय सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी संजय कुमार, भाजपा नगर अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह, मनीष कुमार सिंह, अनिल त्रिपाठी, संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट, विवेक श्रीवास्तव, डॉ अभय, सुलह अधिकारी अनिल मिश्रा, धमेन्द्र, बृजेश सिंह, मनीष सिंह, वृद्धाश्रम प्रबन्धक दिलीप कुमार द्विवेदी सहित वृद्धजन उपस्थित रहे।

शिकायत अनुभाग का डीएम ने किया निरीक्षण

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। मुख्यमंत्री, शासन, आयुक्त, अनुसूचित जाति एवं मानवाधिकार आयोग, राज्य महिला आयोग, पिछड़ा वर्ग आयोग, अल्पसंख्यक कल्याण आयोग, राजस्व परिषद, डीएम की जनसुनवाई तथा अन्य स्तरों से प्राप्त होने वाले संदर्भाे के निस्तारण की स्थिति का जायजा लेने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कलेक्ट्रेट स्थित शिकायत अनुभाग का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान डीएम ने विभिन्न पंजीकाओं का अवलोकन करते हुए सन्दर्भों के प्रेषण, प्राप्त आख्या इत्यादि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए पटल सहायकों को निर्देशित किया कि समय से आख्या प्राप्त न होने पर अनुस्मारक पत्र प्रेषित कराया जाय तथा सम्बन्धित अधिकारियों से मोबाइल पर वार्ता भी की जाय।

निरीक्षण के समय मौजूद मुख्य राजस्व अधिकारी देवेन्द्र पाल सिंह को डीएम ने निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से शिकायत प्रकोष्ठ का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे।

डीएम की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति द्वारा संचालित सभी बैंक खातों को क्रियाशील कराकर आयोजित आयोजित होने वाले वीएचएसएनडी दिवस के लिए मानक के अनुसार लॉजिस्टिक के प्रबन्ध के साथ-साथ अन्य व्यवस्थाएं सुदृढ़ कर मानक के अनुसार गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों चिकित्सा एवं जांच इत्यादि की कार्यवाही सुनिश्चित करें। ताकि आकांक्षी जिले में कुपोषण की समस्या पर अंकुश के साथ-साथ शिशु एवं मातृ मृत्यु दर में और कमी आ सके।

डीएम ने बैठक में मौजूद लीड बैंक प्रबन्धक व क्षेत्रीय प्रबन्धक आर्यावर्त बैंक को निर्देश दिया कि 02 दिवस में बैंक खातों को क्रियाशील कराना सुनिश्चित करें। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये गये कि जब तक ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति के खातों में उपलब्ध धनराशि का सदुपयोग नहीं हो जाता है तब तक सम्बन्धित ब्लाक एकाउण्ट मैनेजर व एमओाआईसी का वेतन आहरित न किया जाय। क्षय रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जनपद में 15 यथा रिसिया का भैंसाही, भैसहा व गुन्दौरा, तेजवापुर का उमरी दहलो व खुजकीपुर, मोतीपुर का विश्वनाथ गांव, नवाबगंज का परिणामपुर, कैसरगंज का जलालपुर बसहिया, विशेश्वरगंज का सुल्ताना माफी, चित्तौरा का बनिहारी, फखरपुर का भदवानी व बहोरवा, जरवल का दूसरा पारा हुजूरपुर का करीडीहा व पयागपुर का परसिया पण्डित ग्राम टी.बी. मुक्त हो गये हैं।

डीएम ने प्रयास की सराहना करते हुए निर्देश दिया कि इसी प्रकार अभियान संचालित कर जिले के अन्य ग्रामों को भी टी.बी. मुक्त कराया जाय। डीएम ने निर्देश दिया कि टी.बी. से मुक्त हुए ग्रामों के ग्राम प्रधानों को 02 अक्टूबर को सम्मानित किया जाय ताकि जिले के दूसरे ग्राम प्रधान भी प्रेरित हो सके। सीएचसी एवं पीएचसी द्वारा प्रदान की रही स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के दौरान डीएम ने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य केन्दों पर संचालित पैथालोजी को पूरी क्षमता के साथ संचालित किया जाय। डीएम ने कहा कि लैब में मानक के अनुसार उपकरणों की उपलब्धता तथा उपलब्ध उपकरणों को क्रियाशील रखने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की जांच में काम आने वाली सामग्री की कमी नहीं होनी चाहिए। डीएम ने कहा कि लैब के क्रियाशील होने से मरीज़ों की जांच कर उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जा सकती है।

डीएम ने सीएमओ को निर्देश दिया कि जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में संचालित सीएचसी एवं पीएचसी पर मानक के अनुसार चिकित्सकों एवं दवाओं इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया ताकि दूर दराज़ रहने वाले लोगों को आसानी के साथ चिकित्सा सुविधा मिल सके। आयुष्मान योजना की समीक्षा के दौरान डीएम ने निर्देश दिया कि अवशेष पात्र लोगों के गोल्डेन कार्ड बनवाये जायें। डीएम ने निर्देश दिया कि एफ.आर. यूनिट पर संस्थागत प्रसव की संख्या को बढ़ाया जाया तथा चिकित्सालय आने वाली गर्भवती महिलाओं को शासन द्वारा अनुमन्य सभी सुविधाएं प्रदान की जाये। संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा के दौरान डीएम ने निर्देश दिया कि सभी परिषदीय विद्यालयों की साफ-सफाई करा दी जाय।

बैठक के दौरान कुष्ठ रोगी खोजो अभियान, आभा आईडी, आरबीएसके टीम भ्रमण, परिवार नियोजन, दवाओं की उपलब्धता, टीकाकरण इत्यादि की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये गये कि टीकाकरण से आच्छादित सभी बच्चों को मदर चाइल्ड प्रोटेक्शन कार्ड उपलब्ध कराया जाय। विभिन्न कार्यक्रमों के लिए नामित नोडल अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि स्वास्थ्य केन्द्रों का नियमित रूप से निरीक्षण करें तथा शासन द्वारा संचालित योजनाओं की गहन समीक्षा कर आमजन को मानक के अनुसार चिकित्सा सुविधा मुहैया कराना सुनिश्चित करें।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, सीएमओ डॉ संजय शर्मा, सीएमएस डॉ एम.एम. पाण्डेय, डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशीष कुमार सिंह, लीड बैंक प्रबन्धक जितेन्द्र नाथ श्रीवास्तव, क्षेत्रीय प्रबन्धक आर्यावर्त बैंक रमेश चन्द्र चौधरी सहित विभिन्न कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी तथा अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

12 साल की उम्र में मस्तिष्क में 120 से अधिक सिस्ट, बच्चे के लिए डॉक्टर बने भगवान

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। मेडिकल कॉलेज में दुर्लभ न्यूरोसिस्टिसर्कोसिस के 120 से अधिक सिस्ट वाले मरीज़ का सफल उपचार कर उसे जीवन दान मिला है। मेडिकल कालेज के प्रोफेसर और अन्य डॉक्टरों की टीम ने इलाज कर किशोर को कोमा में पूरी तरह जाने से रोक लिया है। अब वह अन्य बच्चों की भांति रह सकेगा। जिले के रामगांव थाना क्षेत्र किशुनपुर मीठा गांव निवासी अर्जुन (12) अत्यंत दुर्लभ और जटिल न्यूरोसिस्टिसर्कोसिस (Neurocysticercosis) बीमारी की चपेट में आ गया। उसकी स्थिति कोमा के प्रथम चरण में पहुंच गई थी। महाराजा सुहेलदेव मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. संजय खत्री ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में किशोर इलाज के लिए आया। प्राचार्य के नेतृत्व में बाल चिकित्सा विभाग ने रोग का सफलतापूर्वक उपचार कर चिकित्सा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया है।

बाल चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. परवेज के निर्देशन में, डॉ अरविंद शुक्ला वरिष्ठ परामर्शदाता बाल रोग विभाग की अनुभवी टीम ने यह चुनौतीपूर्ण केस संभाला। जिसमें मरीज़ के मस्तिष्क में 120 से अधिक सिस्ट पाए गए थे। मामला एक किशोर का था, जिसे गंभीर कोमा की स्थिति में अस्पताल में लाया गया था। महाराज सुहेलदेव मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने तुरंत प्रोटोकॉल के अनुसार इलाज शुरू किया। वरिष्ठ परामर्शदाता बाल रोग विभाग डॉ. अरविंद शुक्ला ने कहा कि जब बच्चा हमारे पास लाया गया था, तब वह कोमा में था। हमने पूरी टीम के साथ मिलकर प्रोटोकॉल के अनुसार उपचार किया और सभी ने अपनी ओर से भरपूर प्रयास किए। इलाज के परिणामस्वरूप बच्चे की स्थिति में निरंतर सुधार हुआ, और वह पूरी तरह से स्वस्थ होकर अस्पताल से छुट्टी पा सका। इस सफलता के लिए सहायक प्रोफेसर डॉ. मंजरी तिवारी और जूनियर डॉक्टर डॉ. जे पी मौर्य, डॉ. सूर्या, और डॉ. सौरभ सहित पूरी बाल चिकित्सा टीम ने समर्पण और कड़ी मेहनत के साथ महत्वपूर्ण योगदान दिया।

परजीवी है संक्रमण

मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के डॉक्टर अरविंद शुक्ला ने बताया कि न्यूरोसिस्टिसर्कोसिस एक गंभीर परजीवी संक्रमण है, जो टेपवर्म के अंडों से होता है और मस्तिष्क में सिस्ट के रूप में विकसित हो सकता है। इस जटिल स्थिति का सफल उपचार महाराज सुहेलदेव मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा देखरेख और विशेषज्ञता का प्रमाण है।

लखनऊ में भी नहीं हुआ सुधार

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर संजय खत्री ने बताया कि किशोर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। जिसके चलते उसने हैसियत के हिसाब से बहराइच और लखनऊ के विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवाया, लेकिन सफलता न मिलने पर मेडिकल कॉलेज बहराइच में भर्ती कराया। टीम ने निशुल्क इलाज कर बालक को ठीक कर दिया है। उन्होंने बताया कि यह उपलब्धि भविष्य में इस तरह के गंभीर मामलों से निपटने में और अधिक आत्मविश्वास लाएगी।

बहराइच: कार और बोलेरो की भिड़ंत में महिला समेत छह घायल

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। लखनऊ की ओर से रविवार रात आ रही बोलेरो में विकास भवन की ओर से आ रही तेज रफ्तार कार टक्कर मार अनियंत्रित होकर बिजली पोल के सपोर्टिंग तार से जा रूकी। दोनों वाहनों पर सवार महिला सहित छह लोग घायल हो गए। सभी घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। घायल महिला ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित है।

श्रावस्ती जिले के इकौना थाने के मंझौवा सुमाल निवासी 35 वर्षीय मोनू शुक्ला अपनी 32 वर्षीय पत्नी कंचन देवी का ब्रेन ट्यूमर का लखनऊ में इलाज करा बोलेरो से रविवार रात लगभग 12 बजे गांव जा रहे थे। वाहन में 22 वर्षीय चंद्रमणि पुत्र सुरेश मिश्रा, बम्बे पारा निवासी 24 वर्षीय नरोत्तम नरायन पुत्र प्रमोद कुमार, विशेश्वरगंज थाने के बिलरवा निवासी 22 वर्षीय अमित मिश्रा पुत्र कोयले सवार थे। जैसे ही यह देहात कोतवाली के सिविल लाइन पानी टंकी के पास पहुंचे।

विकास भवन की और से आ रही तेज रफ्तार कार बोलेरो में टक्कर मार अनियंत्रित होकर बिजली पोल के सपोर्टिंग तार से टकरा कर रूकी। बोलेरो सवार सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जबकि कार सवार सूफीपुरा निवासी 30 वर्षीय रणविजय पुत्र राज कुमार भी घायल हो गए। रायपुर राजा पुलिस चौकी प्रभारी अमित प्रकाश व पुलिस बल ने घायलों को एम्बुलेंस से मेडिकल कॉलेज भेजा। क्षतिग्रस्त दोनों वाहनों को कब्जे में ले लिया है।

बहराइच: सरकार के वादों का लाभ वैतनिक कर्मियों को मिला, होमगार्डों का हो रहा शोषण

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। उत्तर प्रदेश होमगार्ड अवैतनिक अधिकारी और कर्मचारी एसोसिएशन ने सोमवार को मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम के प्रतिनिधि को सौंपा।

उत्तर प्रदेश होमगार्ड अवैतनिक अधिकारी और कर्मचारी एसोसिएशन के जिला महामंत्री शोभाराम चौरसिया की अगुवाई में सोमवार को सभी जवानों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। महामंत्री ने कहा कि बांबे एक्ट के तहत होमगार्डों का गठन हुआ, लेकिन इसका लाभ उत्तर प्रदेश छोड़कर सभी प्रदेश के जवानों को मिल रहा है।

जिला मीडिया प्रभारी रमाकांत श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार जो घोषणा करती है, उसका लाभ वैतनिक कर्मियों को मिल रहा है। अवैतनिक होमगार्ड जवानों को कुछ नहीं मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि आठ से 12 घंटे ड्यूटी करने के बाद भी मजदूरों की तरह वेतन दिया जा रहा है। सभी ने वैतनिक कर्मियों की तरह वेतन देने, वैतनिक कर्मियों का दर्जा देने , सेवाकाल के दौरान एक साल में 30 दिन का अवकाश वेतन भत्ता देने, महिला जवानों को मातृत्व अवकाश देने, सेवानिवृत्त पर एक उचित धनराशि देने समेत नौ सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।

इसके बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार सदर को दिया। इस दौरान काफी संख्या में होमगार्ड जवान मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री माटी कला रोजगार योजना युवाओं को बना रही है आत्मनिर्भर

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। मुख्यमंत्री माटी कला रोजगार योजना उत्तर प्रदेश सरकार के खादी ग्रामोद्योग के माध्यम से उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड द्वारा संचालित मुख्यमंत्री माटी कला रोजगार योजना के तहत पेशेवर वर्गों सहित प्रदेश के युवाओं को बैंक के जरिये रूपये 10 लाख तक का ऋण निर्धारित नियमांे के अधीन दिया जाता है।

माटी कला योजना का लाभ पाने के लिए आवेदक को माटी कला योजना उत्तर प्रदेश में ऑनलाइन आवेदन करना होता है। आवेदक का आवेदन स्वीकृत होने के बाद ही उन्हें इस योजना का लाभ प्राप्त होता है।

उत्तर प्रदेश में ऐसे काफी परिवार हैं जो चाक के व्यवसाय पर ही निर्भर है। माटी कला योजना के माध्यम से कुम्हार, कहार व माटी कला से सम्बन्धित युवा वर्ग को ऋण लेकर अपने व्यवसाय को बढ़ाने का सुनहरा मौका दिया गया है। इसके अलावा योजना के तहत सरकार युवाओं को इलेक्ट्रिक चाक भी बिल्कुल फ्री में दे रही है।

उत्तर प्रदेश माटी कला योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र के सामान्य पिछड़ी एवं अनुसूचित जाति के युवक युवतियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण कौशल सुधार योजना के अंतर्गत माटी कला योजना के सामंजस्य से प्रदान किया जाता है। माटी कला योजना प्रशिक्षण के लिये आयु सीमा 18 साल से 45 वर्ष निर्धारित है। उत्तर प्रदेश माटी कला योजना के लिए पात्रता में आवेदनकर्ता को उत्तर प्रदेश राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए। आवेदक बेरोजगार होना चाहिए।

उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री माटी कला योजना के कई लाभ है। इससे प्रदेश के बेरोजगारों को रोजगार प्राप्त होगा। माटी व शिल्पकला उद्योगों का विकास होगा तथा व्यवसाय में वृद्धि होगी। लोग प्लास्टिक की जगह मिटटी के बर्तन का अधिक प्रयोग करने को प्रोत्साहित होंगे। मिट्टी के बर्तन के उपयोग में मिटटी में मौजूद 26 पोषक तत्व से स्वास्थ्य ठीक रहेगा। मिट्टी के बर्तन को बढ़ावा देने से विदेशी प्रोडक्ट के आयात पर भी रोक लगेगी। मिट्टी के बर्तन का अधिक प्रयोग होने से प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण पर रोक भी लगेगी।

माटी कला योजना उत्तर प्रदेश के जरिये मिट्टी से बने बर्तन की परंपरा को विलुप्त होने से बचाया जा सकता है। व्यवसाय बनाकर अधिक पैसा कमा सकते हैं। पेशेवर कार्य करने वाले युवा माटी कला योजना का लाभ उठा कर अपने बनाए हुए बर्तन को आसानी से ऑनलाइन भी बेच सकते हैं और अपने बर्तन का इस योजना का सबसे अधिक लाभ हमारे स्वास्थ व पर्यावरण पर होगा। क्योंकि आजकल लोग अधिक से अधिक डिस्पोजेबल उपयोग करते हैं। एक बार प्रयोग करके फेंक देते हैं। डिस्पोजेबल के उपयोग से हमारे शरीर के अंदर हानिकारक कैमिकल पहुंच जाते हैं जिससे हम गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाते हैं।

इसलिये जाहिर सी बात है कि लोग यदि मड़ प्रोडक्ट का प्रयोग करेंगे तो उनका स्वास्थ्य भी ठीक होगा। साथ ही डिस्पोजेबल सामान को यूज करने के बाद कूड़े में फेंकने से पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। इसलिए मिट्टी के बर्तन को बढ़ावा देने से हम खतरनाक बीमारियों से बच सकते हैं। मिट्टी से बने बर्तन क्रय करने से मिट्टी का काम करने वाले लोगों के व्यवसाय में वृद्धि तथा उन्हें सामाजिक सुरक्षा भी मिलती है। इस योजना का एक और उददेश्य कुम्हारों को नवीन तकनीक के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करना तथा तकनीकी विकास को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत माटीकला कारीगरों के लिये स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिये प्रशिक्षण तथा तकनीकी कार्यशालायें, विकास गतिविधियां संचालित की जा रही है। माटी कला योजना यूपी के तहत नये प्रशिक्षित कारीगरों को नये डिजाइन के विकास के लिये प्रशिक्षण तथा जरूरी उपकरण उपलब्ध कराये जा रहे हैं। पात्र लाभार्थियों को आवास उपलब्ध कराना भी इस योजना का उददेश्य है।

उ0प्र0 माटी कला योजना के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज पासपोर्ट साइज का फोटो आधार कार्ड, स्थायी निवास प्रमाण पत्र जाति प्रमाण पत्र बैंक खाता संलग्न करना होता है। मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना-माटीकला से जुड़े ग्रामीण क्षेत्र के परम्परागत कारीगरों, बेरोजगार नवयुवक नवयुवतियों का मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना की तर्ज पर रू0 10 लाख तक का ऋण बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है। पूँजीगत ऋण पर 25 प्रतिशत मार्जिन मनी अनुदान के रूप में भुगतान किये जाने का प्रावधान है। विगत वर्षों में प्रदेश में 934 इकाइयों की स्थापना करायी गयी जिसमें ऋण वितरण करते हुए 2802 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। इस योजनान्तर्गत माटीकला के कार्य में लगे विभिन्न जनपदों के ग्रामीण क्षेत्र के आर्थिक रूप से कमजोर बेरोजगार एवं परम्परागत व अन्य कारीगरों को प्रोत्साहित किये जाने एवं उत्पाद की गुणवता में सुधार लाये जाने के उददेश्य से विद्युत चालित कुम्हारी चाक का निःशुल्क वितरण कराया जाता है। विगत वर्षों में इस कार्यक्रम के अन्तर्गत 15932 लाभार्थियों को प्रशिक्षण व माटीकला टूलकिट्स का वितरण कराया गया। जिससे हजारो व्यक्तियों को प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त हुआ। चालू वित्तीय वर्ष में 2700 लाभार्थियों को विद्युत चालित कुम्हारी चाकों एवं अन्य उपकरणों का वितरण कराते हुए 2325 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। माटीकला कौशल विकास योजनान्तर्गत उ०प्र० खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के स्थापित 11 मण्डलीय ग्रामोद्योग प्रशिक्षण केन्द्रों के माध्यम से शिक्षित बेरोजगारों, परम्परागत एवं सुचार गैर परम्परागत कारीगरों उद्यमियों को माटी से उत्पादित उत्पादों की गुणवत्ता तथा अधिक कुशलतापूर्वक कार्य सम्पादित किये जाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है। विगत वर्षों में इस कार्यक्रम के अन्तर्गत 6067 लाभार्थियों को माटीकला में व्यवहारिक तथा शिल्पकारी का प्रशिक्षण दिया गया है। प्रदेश में इस पेशे से जुड़े कारीगर, बेरोजगार युवा योजना का लाभ लेते हुए आत्मनिर्भर हो रहे हैं।