बेगूसराय में माले के नेतृत्व में बाढ़ पीड़ितों का जोरदार प्रदर्शन, जिले को बाढ़-सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने की सरकार से की मांग
बेगूसराय : जिले के बलिया अनुमंडल में बाढ़ पीड़ितों ने आज भाकपा-माले के नेतृत्व में एक व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। माले कार्यकर्ताओं और बाढ़ पीड़ितों ने बड़ी संख्या में स्टेशन रोड स्थित माले कार्यालय से मार्च निकाल अंचल कार्यालय पर प्रदर्शन किया यह प्रदर्शन सरकार की उदासीनता और राहत कार्यों में घोर लापरवाही के खिलाफ आयोजित किया गया। भारी संख्या में एकत्र हुए लोगों ने राज्य की मोदी- नीतीश सरकार और स्थानीय सांसद को आड़े हाथों लिया, उनकी विफलता और जनविरोधी नीतियों को उजागर करते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की।
बेगूसराय का बलिया प्रखंड का दियारा इलाका इस साल फिर से बाढ़ की मार झेल रहा है। बाढ़ के कारण हजारों लोग बेघर हो गए हैं, उनके घरों, खेतों और पशुओं का भारी नुकसान हुआ है। लोगों के पास न खाने का ठिकाना है और न ही सुरक्षित रहने की जगह। लेकिन इतने गंभीर संकट के बावजूद, राहत कार्यों में धीमी गति और प्रशासन की असंवेदनशीलता ने स्थिति को और भी विकट बना दिया है उक्त बाते माले के जिला सचिव दिवाकर प्रसाद ने बलिया अंचल कार्यालय पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा।
उन्होंने स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर निशाना साधते हुए कहा की सामाजिक सौहार्द बिगड़ने में सबसे आगे रहने वाले स्थानीय सांसद बाढ़ पीड़ितों की समस्या को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया है। सांसद की अनुपस्थिति और उनके द्वारा कोई ठोस पहल न करना जनता के प्रति उनकी उदासीनता को दर्शाता है।
बाढ़ राहत कार्यों में उनकी निष्क्रियता को लेकर अब जब लोगों में गहरा आक्रोश भड़क रहा है तब संसद महोदय प्रेस कान्फ्रेस कर बिहार सरकार से जिले को बाढ़ ग्रस्त इलाका घोषित करने की मांग करने का ढोंग कर रहे है जो हास्यास्पद है जब बिहार में उन्हीं की भाजपा - जदयू की डबल इंजन की सरकार चल रही है. इसमें मांग क्या और किससे करना? इसलिए स्थानीय संसद जनता को गुमराह करना और बेवकूफ समझना बंद करें और उनके जीवन यापन का पुख्ता इंतजाम करें.
इस मौके पर उन्होंने अंचलाधिकारी को मांग पत्र सौंपा जिसमे जिले को बाढ़ एवं सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने, बाढ़ ग्रस्त इलाकों में तत्काल राहत सामग्री , पका पोष्टिक भोजन, पानी, दवाएं, बच्चों के लिए दूध,पशुओं के लिए चारे और शौचालय का इंतजाम करने , बाढ़ से क्षतिग्रस्त घरों और फसलों के लिए उचित मुआवजा देने, बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास करवाने, बाटेदार किसानों को पंजीकृत कर उन्हें सरकारी अनुदान देने, बाढ़ के बाद फैलने वाली बीमारी के रोकथाम के लिए पूरी तैयारी रखने की मांग की है।
साथ ही दिवाकर प्रसाद ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर तुरंत अमल नहीं किया गया, तो वे और भी व्यापक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। कहा कि हम बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़े हैं और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। अगर सरकार और जनप्रतिनिधि समय रहते कदम नहीं उठाते हैं, तो उन्हें इसके गंभीर राजनीतिक परिणाम भुगतने होंगे।
इस प्रदर्शन और सभा की अध्यक्षता माले नेता इंद्रदेव राम ने किया इस सभा को आइसा नेता रजनीश कुमार, आरवाईए नेता संजय ठाकुर माले नेता अमरजीत पासवान सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Sep 30 2024, 17:27