दसौती ग्राम पंचायत में राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
बस्ती: सामाजिक संस्था मिशन भारतीयम द्वारा "श्योर चेंज" कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय पोषण माह का भव्य आयोजन बस्ती जनपद के विकास खंड साऊंघाट के दसौती ग्राम पंचायत में किया गया। इस अवसर पर उपस्थित समूह और गांव की महिलाओं को पोषण संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। साथ ही, भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न पोषण योजनाओं की विस्तृत जानकारी भी साझा की गई।
कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्य और गतिविधियाँ:
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों में पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और कुपोषण के दुष्प्रभावों को रोकना था। आंकड़ों के अनुसार, भारत में अब भी 35% से अधिक बच्चे और महिलाएं कुपोषण का शिकार हैं, जिससे उनकी शारीरिक और मानसिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में, पोषण माह के माध्यम से गांव की महिलाओं को सही खानपान और पोषण के महत्व की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के दौरान, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा महिलाओं को बताया गया कि किस प्रकार एक संतुलित आहार बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए अनिवार्य है। गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए सही पोषण प्राप्त करना विशेष रूप से आवश्यक है, क्योंकि यह उनके स्वास्थ्य और भविष्य की नींव रखता है।
पोषण योजनाओं की जानकारी:
महिलाओं को सरकार द्वारा चलाए जा रहे पोषण मिशन, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, और पोषण अभियान जैसी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। ये योजनाएं गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और बच्चों के लिए विशेष रूप से लाभकारी हैं। इन योजनाओं के अंतर्गत महिलाओं को आवश्यक पोषण सामग्री, स्वास्थ्य जांच, और आर्थिक सहायता प्राप्त होती है, जिससे उनके और उनके बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हो सके।
प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति:
इस कार्यक्रम में आसरा के अध्यक्ष श्री अनिल कुमार लाल, श्योर चेंज कार्यक्रम की सलाहकार एवं समुदाय विशेषज्ञ श्रीमती सुमन मिश्रा, आंगनवाड़ी कार्यकत्री पूनम चौधरी, पुष्प देवी, समूह सखी अंजनी देवी, बुक कीपर मालती देवी, कृषि आजीविका सखी अनीता देवी और स्वास्थ्य सखी मंजू देवी प्रमुख रूप से उपस्थित रहीं। इन सभी ने कार्यक्रम के सफल आयोजन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने अपने वक्तव्य में पोषण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि स्वस्थ समाज का निर्माण तभी संभव है जब महिलाएं और बच्चे पोषण की दृष्टि से सशक्त हों।
मिशन भारतीयम का आवाहन:
मिशन भारतीयम ने इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी महिलाओं को पोषण के प्रति जागरूक होने का आह्वान किया और यह सुनिश्चित करने पर सहमति व्यक्त की कि कोई भी महिला या बच्चा कुपोषण का शिकार न हो। संस्था ने इस दिशा में जागरूकता फैलाने और सहयोग देने के लिए सभी का आह्वान किया।
मिशन भारतीयम ने कार्यक्रम के समापन पर महिलाओं से अपील की कि वे न केवल अपने परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए पोषण संबंधी जानकारी का प्रसार करें, ताकि कुपोषण के खिलाफ यह लड़ाई व्यापक रूप से लड़ी जा सके।
Sep 26 2024, 22:34