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JSSC द्वारा आयोजित महिला पर्यवेक्षिका की परीक्षा 8 सितंबर से, अभ्यर्थी हुए परेशान, जाने क्या है परेशानी की वजह

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा महिला पर्यवेक्षिका की परीक्षा 8 सितंबर से सीबीटी मोड में शुरू हो रही है। अभ्यर्थियों के लिए प्रवेश पत्र जारी कर दिया गया है। बावजूद इसके अभ्यर्थी परेशान हैं। इसकी वजह अलग अलग परीक्षा की तिथि में अलग अलग शहरों में परीक्षा केंद्र बनाया जाना है। इस परीक्षा के लिए राज्य के चार जिलों में केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें रांची, बोकारो, धनबाद और पूर्वी सिंहभूम (जमेशदपुर) शामिल है।

 2023 की इस परीक्षा में अभ्यर्थियों का कहना है कि लंबे समय के बाद इस परीक्षा का आयोजन हो रहा है, अलग-अलग परीक्षा केंद्र बनाए जाने की वजह से छात्रों का समय और पैसा दोनों काफी बर्बाद होगा। वहीं, कई परीक्षार्थी ऐसे भी हैं जो जॉब की वजह से दूसरे शहरों में कार्यरत हैं। ऐसे में उन छात्रों के सामने सभी परीक्षा को अटेंड करना बड़ी चुनौती बन गया है। कुछ अभ्यर्थियों का कहना है की परीक्षा के लिए तीन दिन तीन अलग-अलग विषय की परीक्षा होनी है। ऐसे उन्होंने सवाल उठाया है कि वह कैसे सभी परीक्षा को अटेंड कर पाएंगे। उन्होंने आयोग से मांग की है कि वे जल्द से इसमें सुधार करें।

आयोग ने बताया कि लिंक के माध्यम से अभ्यर्थी अपना पंजीयन और जन्म तिथि का उपयोग कर प्रत्येक पत्र पेपर की परीक्षा तिथि और किस जिला में केंद्र है, की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित ‘सशक्त सेना समृद्ध भारत’ महोत्सव में सेना का शौर्य प्रदर्शन


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड की राजधानी रांची में ‘सशक्त सेना, समृद्ध भारत’ महोत्सव का आयोजन आज से हो रहा है। तीन दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव का उद्घाटन आज राज्य के राज्यपाल संतोष गंगवार ने किया। वहीं राज्य रक्षा मंत्री संजय सेठ भी मौजूद रहे। इसका आयोजन रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में हो रहा है। इसमें कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इसके समापन समारोह में शामिल हो सकते हैं शामिल।

रक्षा मंत्रालय की पहल पर भारतीय सेना का ईस्टर्न कमांड पहली बार पूर्वी भारत की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी ‘डिफेंस एक्सपो-2024’ का आयोजन कर रहा है। 6 से 8 सितंबर तक चलने वाली इस एक्सपो में सशक्त सेना समृद्ध भारत प्रदर्शनी के जरिये आम लोग तीनों सेनाओं के पराक्रम और शौर्य से रूबरू हो रहे हैं। साथ ही डिफेंस सेक्टर में हुई देश की तरक्की को भी नजदीक से देखा।

इस कार्यक्रम का मकसद भविष्य की चुनौतियों से निपटने में भारतीय सेना की ताकत को पहचानना है। यह पहला अवसर होगा जब आर्म्ड फोर्स के हेलीकॉप्टर्स और पैराट्रूपर्स इस कार्यक्रम का हिस्सा बनें है। लाइव डेमो एरिया में थल सेना व वायु सेना का जांबाजी प्रदर्शन किया गया। आसमान में भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमान व हेलीकाॅप्टर भारतीय सेना की ताकत का प्रदर्शन दिखाया। वहीं, जमीन पर थल सेना टैंकों के माध्यम से अपनी बहादुरी से साक्षात्कार कराया। इस दौरान स्कूल व कॉलेज के बच्चे और युवा टैंक के बेहद करीब से सेल्फी लेते दिखे। 

भारत निर्मित हथियारों और उपकरणों की प्रदर्शनी

भारत निर्मित हथियारों और विमान उपकरणों को प्रदर्शित किया गया। मेक इन इंडिया के तहत भारतीय रक्षा उत्पाद, ग्राउंड डिफेंस वेपंस, एयर सेफ्टी के साथ ही एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग से लोग परिचित हुए। वही इस प्रदर्शनी में चीता हेलीकॉप्टर, माइक्रो लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल, क्विक रिएक्शन फाइटिंग व्हीकल, हॉट एयर बैलून, टैंक, तोप, तकनीकी हथियार साजो सामान, बैंड शो, डेरयर डेविल्स शो, डॉग शो सहित कई इवेंट्स भी होंगे।

प्रदर्शन को देखने आए हम लोग काफी अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे और उनका कहना था कि इस तरह का प्रदर्शन साल में एक बार जरूर होना चाहिए। इससे हम अपने सेना को काफी नजदीक से पहचान पाए।

सरायकेला : बच्चो ने टीचर्स डे मनाया स्कूल में खाया बिस्किट और केक बीमार होकर पहुंचे MGM हॉस्पिटल

सरायकेला :कांड्रा थाना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था,, कार्यक्रम में केक खाने के बाद 12 से 15 बच्चों की तबीयत बिगड़ गईं, जिसे आनन फानन मे नजदीकी सरकारी अस्पताल मे ले जाया गया, जंहा से 5 बच्चों को जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया, जंहा पांचो की स्थिति गंभीर बनी हुई है,

वंही बाकि बच्चों का इलाज सराइकेला के सदर अस्पताल मे इलाज करवाया गया, वंही गंभीर पांच बच्चों को एमजीएम अस्पताल मे भर्ती करवाया गया है, बताया जा रहा है कि सरकारी स्कूल मे शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, बच्चों ने स्कूल सभागार मे कार्यक्रम शामिल हुए, सभी बच्चों ने केक का खाया,

केक खाते ही बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी, जिसके बाद सभी को सदर अस्पताल ले जाया गया, पांच बच्चों की स्थित गंभीर देख उन्हें जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल भिजवा दिया गया, जंहा सभी का इलाज चल रहा है।
"आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार " चौथे चरण में सिसई प्रखंड के पण्डरानी ग्राम में पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

रिपोर्टर जयंत कुमार

रांची डेस्क : आज गुमला जिले के सिसई प्रखंड अंतर्गत शिवनाथपुर पंचायत के पण्डरानी ग्राम में आयोजित चौथे चरण के "आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार" कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। जो उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आने वाले पांच वर्षों में आपको इतना मजबूत बनाएंगे कि आपको किसी से मदद मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप अपने बलबूते अपने विकास का रास्ता तय करेंगे और राज्य की तस्वीर एवं तकदीर बदलने में राज्य सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि "आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार " का चौथा चरण चल रहा है । हर गांव- मोहल्ला- टोला में शिविर लगाकर आपकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। मेरा आपसे कहना है कि आपका अधिकार आपका दरवाजा खटखटा रहा है। आप आगे आएं और और अपनी जरूरत की योजना को अपने घर में ले जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जो भी योजनाएं बना रही है, वह आपकी सोच और जरूरत को ध्यान में रखकर है। हम अपनी इन योजनाओं के माध्यम से आपको आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। क्योंकि, जब आप सशक्त होंगे तो राज्य भी मजबूत बनेगा। उन्होंने यह भी कहा कि "आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार" कार्यक्रम में जो भी आवेदन आते हैं, उनका भी ध्यान योजनाओं के निर्धारण में किया जाता है, क्योंकि इससे हमें अपनी जनता के वास्तविक हालात की जानकारी प्राप्त होती है।

उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि ये सरकार रांची हेडक्वार्टर से नहीं बल्कि गांव और देहात से चल रही है। ग्रामीणों की समस्याओं से हम भली- भांति वाकिफ हैं। ऐसे में ग्रामीण व्यवस्था की मजबूती हमारी प्रतिबद्धता है। यहां के आदिवासी- मूलवासी वर्षों से काफी पिछड़े रहे हैं। पिछले 20 वर्षों में ये हमेशा हाशिये पर रहे । लेकिन, इन्हें आगे बढ़ाने के लिए हमारी सरकार लगातार प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा, सिदो -कान्हू, तिलका मांझी, बुधु भगत और नीलाम्बर पीताम्बर जैसे अनेकों वीरों ने जल- जंगल- जमीन की रक्षा एवं अन्याय, शोषण जुल्म के खिलाफ अपनी शहादत दे दी थी। लेकिन, आज उद्योग- धंधे, खनन एवं फैक्ट्री लगाने के नाम पर जल -जंगल- जमीन के साथ छेड़छाड़ होता रहा है। इस वजह से यहां के आदिवासी- मूलवासी विस्थापित होते गए। उनकी जमीन पर किसी और का कब्जा हो गया। लेकिन, हमारी सरकार जल- जंगल- जमीन की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस सिलसिले में नेतरहाट फायरिंग रेंज को बंद कर हमने ग्रामीणों को उनकी जमीन वापस करने का काम किया है ।

18 वर्ष से अधिक की बहन- बेटियां भी दे सकती हैं अग्रिम आवेदन

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड मुख्यमंत्री मईंयां सम्मान योजना नारी सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया एक मजबूत कदम है । इस योजना को लेकर राज्य की बहन- बेटियों में अदभुत उत्साह देखने को मिल रहा है । अभी इस योजना का लाभ 21 से 50 वर्ष की महिलाओं को मिल रहा है, लेकिन योजना के प्रति बहन- बेटियों का जबरदस्त उत्साह देखते हुए हमने 18 वर्ष से ही इस योजना का लाभ बहन- बेटियों को देने का निर्णय लिया है। इस सिलसिले में जल्द ही नीति बनाई जाएगी। लेकिन, मैं राज्य की बहन- बेटियों से कहना चाहता हूं कि वे "आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार" कार्यक्रम के तहत आयोजित शिविरों में अग्रिम आवेदन दें ताकि उन्हें इस योजना का लाभ देने की प्रक्रिया भी आरंभ हो जाए।

झारखंड में उत्पाद सिपाही बहाली नये नियम और नये समय के साथ 10 सितंबर से दोबारा शुरू होगी, पलामू में नहीं होगा दौड़

रिपोर्टर जयंत कुमार
झारखंड में उत्पाद सिपाही बहाली की प्रक्रिया अब नए नियम के साथ दोबारा शुरू की जाएगी। बता दे कि पिछले सिपाही बहाली के दौरान दौड़ में भाग लेने वाले 12 अभ्यर्थियों की मौत के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री के निर्देश पर बहाली की प्रक्रिया रोक दी गई थी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समीक्षा के बाद अब फिर से प्रक्रिया शुरू होने वाली है। उन्होंने बताया कि उत्पाद सिपाही की दौड़ में अब तक 1 लाख 87 हजार 400 लोगों ने हिस्सा लिया है। जिसमें 1 लाख 17 हजार छात्र सफ़ल हुए है। अभी 1 लाख 14 हज़ार बचे हुए है।

वहीं उत्पाद सिपाही कि दौड़ 10 सितंबर से दोबारा शुरू की जाएगी। जिसकी जानकारी झारखंड पुलिस के एडीजी आरके मल्लिक ने दी। बहाली की प्रक्रिया अब 6 सेंटरों पर होगी। जिन अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा 3 सितंबर को होनी थी अब वह प्रतिदिन 3 हजार की संख्या में 10 से 11 सितंबर को बहाली की प्रक्रिया में भाग लेंगे। इस प्रकार सभी 6 केंद्रों पर जो शारीरिक दक्षता परीक्षा 4 सितंबर को होनी थी अब वह 12 और 13 सितंबर को होगी। पलामू के सभी अभ्यर्थियों की दौड़ प्रतियोगिता और शारीरिक दक्षता जांच 19 और 20 सितंबर को 6 सेंटरों पर होगी। सभी अभ्यर्थियों के लिए नया एडमिट कार्ड झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा जल्द ही जारी किया जाएगा।

वहीं पलामू में अब कोई दौड़ नहीं होगी पलामू के शेष अभ्यर्थियों को 19 और 20 तारीख को रांची और अन्य सेंटर पर लिए जाएंगे। करीब 42 हजार अभ्यर्थी अभी बचे हुए है। इसके साथ ही सुबह 8 बजे के बाद दौड़ नही होगी। मौसम समान्य रहते हुए ही दौड़ होगी।
सीएम हेमंत सोरेन का बड़ा ऐलान, अब 18से 20 साल की बेटियों को भी मिलेगा मंईयां सम्मान योजना का लाभ


रिपोर्टर जयंत कुमार

रांची : रांची के नामकुम स्थित ट्रेनिंग ग्राउंड में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत बुधवार को पांच जिलों की 7,04,927 महिलाओं के खाते में करीब 70 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए।

इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा-अब 21 की जगह 18 साल की उम्र से ही लड़कियों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पर सरकार काम कर रही है जल्द ही आधिकारिक रूप से घोषणा कर दी जाएगी। अभी राज्य सरकार के द्वारा जो योजना चलाई जा रही है आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत राज्यभर में लग रहे कैंपों में अपने आवेदन जमा कर सकते है। फैसला होते ही उनके खाते में प्रतिमाह 1000 रुपए जाने लेंगे। सीएम ने कहा कि झारखंड सरकार लड़की के जन्म से मृत्यु तक किसी न किसी योजना से सहायता कर रही है।

18 साल की उम्र तक उन्हें सावित्री बाई फुले व अन्य योजनाओं से लाभ दे रही है। 21 साल की उम्र से मंईयां सम्मान योजना और फिर सर्वजन पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है। सिर्फ 18 से 20 साल की लड़कियों को ही किसी योजना का लाभ नहीं मिल रहा था।
अपडेट: श्रद्धालुओं के लिए पुनः खोल दिया गया रांची का दिवड़ी मंदिर, भारी मात्रा में सुरक्षा बल तैनात
भाजपा ने सरकार के नीति और नियत पर उठाए सवाल

रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : रांची के तमाड़ स्थित दिवड़ी मंदिर आज सुबह काफी तनाव का माहौल रहा दरअसल तड़के सुबह ही देवी मंदिर में ताला जड़ा मिला।  मिली जानकारी के अनुसार आदिवासी समूह के लोगों ने मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया था। मुख्य द्वार पर ताला बंद होने से पूजा अर्चना भी कुछ देर के लिए बंद हो गई है। आदिवासी समूह का कहना है कि यह देवड़ी मंदिर नहीं दिवड़ी दिरी है। जिससे मंदिर पर सरकार का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।

वही मंदिर में तालाबंदी और तनाव के माहौल को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा अतिरिक्त फोर्स की तयनाती की गई है। दोनो पक्षों के लोगो को बैठा कर मामले को जल्द निपटारा करने की कोशिश की जा रही है स्थानीय लोगो के मुताबिक एसडीएम की मौजूदगी में मन्दिर का ताला खोल दिया गया है। और मामले का निपटारा किया जा रहा है।


  गौरतलब है कि राज्य सरकार ने मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए 8 करोड़ रूपया दिया था लेकिन काम को रोक दिया गया है। आदिवासी समूह के इस कदम से इलाके में तनाव की स्थिति है। वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने सरकार की नीति पर सवाल उठा दिया बीजेपी राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि सरकार की नीति और नियत में खोट है।
सीएम सोरेन 5 जिलों के सात लाख माता बहनों के खाते में किया मंईयां सम्मान राशि का पैसा,ट्रांसफर


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : नामकुम के खोजाटोली स्थित ट्रेनिंग ग्राउंड में आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के पांच जिलों की सात लाख लाभुकों के खाते में राशि ट्रांसफर की। 

कार्यक्रम में रांची, खूंटी, लोहरदगा, सिमडेगा और गुमला जिले के करीब सात लाख महिलाएं शामिल हुईं। इस पर हेमंत सोरेन ने सभी माता बहनों को धन्यवाद देते हुए कहा कि पिछले चार कार्यक्रमो में बारिश तेज होने की वजह से कार्यक्रम में बड़ा उत्पन्न हुई थी। लेकिन इन सब के बावजूद भी आप माता बहनों ने उन सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए जो 2019 से पहले कार्यक्रम होता था। 

मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के इस भव्य कार्यक्रम में हेमंत सोरेन ने कुल सात लाख लाभुकों केस बीच 70 करोड़ 49 लाख 27 हजार रूपये भेजे। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लाखों की संख्या में मंईयां लाभुक कार्यक्रम में पहुंची है। सम्मान राशि मिलने के बाद सभी लाभुकों के चेहरे पर आयी मुस्कान।

वही सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि शायद ही ऐसा सम्मान और प्यार किसी को मिलेगा। लाख कठिनाई के बावजूद आपके प्यार से हिम्मत मिलती है। इस हिम्मत से ही आपके लिए योजना बनाते है। हमने अपनी झारखंडी माता, बहन बेटियों के लिए एक सम्मान देने का काम किया है। अपनी बहनों को सशक्त बनाने की दिशा में एक छोटी सी पहल की है।

 हेमंत सोरेन ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि एक समय ऐसा था की झारखण्ड में लोग राशन कार्ड हाथ में लेकर दर बदर भटकते रहते थे। लेकिन राज्य में मौजूद डबल इंजन की सरकार में भूख से मौत हो होती थी। जब अब हमारी झारखण्ड में अबुआ सरकार बनी तो अपने झारखंडी लोगों के लिए काम करना शुरू किया। जब जनता का काम करना शुरू किया तो भाजपा वाले लोग टांग खींचना शुरू कर दिया। और हमें झूठे आरोपों में जेल में भेज दिया, लेकिन सच तो सच है वापस लौट आया। हमारी सरकार झारखण्ड के गांव से चलने वाली है अब रुकेगी नहीं।

मंच से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा के झारखंड चुनावी सह प्रभारी हेमंता बिस्वा सरमा पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने हेमंत पर आरोप लगाया कि वह झारखंड में आकर यहां सांप्रदायिक बातें कर कर लोगों में भेदभाव उत्पन्न कर रहे हैं।

सुदेश महतो ने हेमंत सरकार से किया बड़ा सवाल - मईयां सम्मान राशि वितरण के लिए बच्चों का स्कूल बंद करना कहां तक उचित

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : आज रांची में झारखंड मुख्यमंत्री मैया सम्मान योजना के तहत दक्षिणी छोटा नागपुर प्रमंडल के पांच जिलों की 7 लाख लाभों के खाते में हेमंत सोरेन ने पैसा ट्रांसफर किया। इन बहनों को लाने और ले जाने के लिए प्राइवेट स्कूलों के बसों को सरकार ने एक दिन के लिए उपयोग में लाया जिसका आलम यह हुआ कि जिला के ज्यादातर प्राइवेट स्कूल बंद रहे। हेमंत सोरेन ने मंच से झारखंड के बच्चों के पढ़ाई की बात की लेकिन वही नौनिहाल के लिए आज स्कूल क्यों बंद कर दिया गया।

इसे लेकर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना कार्यक्रम में लिए जाने वाले स्कूल बस को लेकर जमकर सरकार पर हमलावर नजर आए। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी योजना चलाएं यह अच्छी बात है। लेकिन इससे बच्चों की शिक्षा में किसी प्रकार का बाधा या प्रभाव पड़े यह बिल्कुल गलत है।

जिस तरह सभी स्कूलों के बसों को ले लिया गया और स्कूल बंद कर दिया गया। जो गलत है। यह सरकार की तानाशाही रवैया को दर्शाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि ऑनलाइन योजना चलाने के लिए शानदार सिस्टम आ गए हैं। अगर मुख्यमंत्री चाहते तो घर बैठे एक बटन दबाकर राशि ट्रांसफर कर सकते थे। लाभुकों के खाते में पैसे पहुंच जाता। लेकिन बच्चों की पढ़ाई को बाधित करके कार्यक्रम के नाम पर जो तरीका अपनाया गया है, वह कहीं से भी उचित नहीं है।

देश की राजधानी दिल्ली का केंद्र बिंदु कनॉट प्लेस में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया न्यू झारखण्ड भवन का उद्घाटन

 रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची डेस्क : भारत की राजधानी दिल्ली है यहां से देश के विभिन्न प्रदेशों, केंद्र शासित प्रदेशों, आदि का क्रियान्वयन किया जाता है। दिल्ली का मुख्य केंद्र बिंदु कनॉट प्लेस है, जिसको ब्रिटिश राज के समय से ही देश का दिल कहा जाता है। झारखंड सरकार की पहल थी कि इस स्थान पर झारखंड का अपना अस्तित्व, कार्यालय या उपलब्धता रहे। विदित हो कि पहले से झारखण्ड सरकार का भवन दिल्ली के बसंत विहार में स्थित है। कनॉट प्लेस केंद्र होने के कारण ही आज झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने न्यू झारखण्ड भवन का उद्घाटन किया। नए भवन का निर्माण भवन निर्माण विभाग झारखण्ड सरकार द्वारा किया गया है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि यह भवन बहुत दिनों से प्रतीक्षारत था। आज इसका उद्घाटन हमारे लिए गौरवान्वित होने की बात है। हमारी इस नई इमारत में नई अत्याधुनिक तकनीकी जिसमें जिम, डाइनिंग हॉल, कॉन्फ्रेंस हॉल और पार्किंग की विशिष्ट सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है।हमारी इमारत विशिष्ट तकनीक से सुसज्जित है। जिसमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग और एनर्जी एफिशिएंसी का भी विशेष ध्यान रखा गया है। कनॉट प्लेस में अवस्थित होना और रेलवे, बस स्टॉप, मेट्रो, हॉस्पिटल आदि से नजदीकी इसे और भी प्रभावशाली बनाती है। इसके शुरू होने से झारखण्ड के निवासियों के लिए आसानी रहेगी। यह इमारत भविष्य में झारखंड सरकार और उसके प्रयासों का देश की राजधानी में एक प्रतिबिंब प्रस्तुत करेगी।

 

इस अवसर पर झारखंड प्रदेश के कई मंत्री और विधायक मौजूद रहे। साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, मुख्य सचिव झारखण्ड एल खियांग्ते, अलका तिवारी सचिव भारत सरकार, अपर मुख्य सचिवमुख्य स्थानिक आयुक्त अविनाश कुमार मुख्य प्रशासिक पदाधिकारी झारखण्ड भवन शहंशाह अली खान सहित विशिष्ट लोग उपस्थित रहे।

 

उद्घाटन समारोह में झारखण्ड के लोक नृत्य की रंगारंग प्रस्तुति भी की गई। जिसमें उरांव आदिवासी नृत्य, मुण्डा आदिवासी नृत्य, हो आदिवासी नृत्य, संथाली आदिवासी नृत्य की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया।