केसी त्यागी बोले, मोदी सरकार को विपक्ष या सहयोगी दलों से कोई खतरा नहीं
बिहार की क्षेत्रीय पार्टी और बीजेपी की अहम सहयोगी जनता दल यूनाइटेड के नेता केसी त्यागी ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गठबंधन सरकार पूरी तरह सुरक्षित है. यह आसानी से अपना कार्यकाल पूरा करेगी और इसे विपक्ष या सहयोगी दलों से कोई खतरा नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व पर पूरा भरोसा जताया.
हाल में जेडीयू के प्रवक्ता पद से इस्तीफा देने के बाद केसी त्यागी ने ‘पीटीआई’ के साथ बातचीत में यह बात कही है. उन्होंने कहा कि उनका रुख हमेशा पार्टी की विचारधारा के अनुरूप रहा. उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पूरा भरोसा है. राजनीतिक टिप्पणीकारों के अनुसार, पार्टी प्रवक्ता पद से उनका इस्तीफा कई मुद्दों पर उनके स्पष्ट बयानों का परिणाम था, जिनसे सरकार को असहज स्थिति का सामना करना पड़ता था.
नीतीश के करिश्मे की बराबरी कोई नहीं कर सकता
हालांकि, केसी त्यागी ने इस बात को खारिज कर दिया कि इजराइल-हमास युद्ध और लेटरल एंट्री जैसे मुद्दों पर उनके बयानों से पार्टी के कई सहयोगी असहज थे. उन्होंने कहा कि उनके लिए जेडीयू का मतलब नीतीश कुमार हैं जो पार्टी के अध्यक्ष भी हैं. पांच दशक से अधिक समय से समाजवादी राजनीति में सक्रिय त्यागी ने कहा, ‘मैं जेडीयू में केवल नीतीश कुमार के लिए हूं. वह मेरे मित्र और नेता हैं. सिर्फ उनकी चिंताएं मेरे लिए मायने रखती हैं.’
उन्होंने कहा कि वह जेडीयू कभी नहीं छोड़ेंगे और नीतीश कुमार को छोड़ना उनके स्वभाव में नहीं है. त्यागी ने जोर दिया कि नीतीश कुमार के करिश्मे की बराबरी कोई भी नेता नहीं कर सकता. उन्होंने कहा, ‘नीतीश कुमार जैसा कोई नहीं है.’ उन्होंने नीतीश कुमार की ईमानदारी, जातिवाद की कमी और राज्य में सुशासन लाने के लिए प्रशंसा की. उन्होंने कहा, ‘मैंने मुलायम सिंह यादव, लालू प्रसाद और कई अन्य समाजवादियों के साथ काम किया है. नीतीश जैसा कोई नहीं है.’
लेटरल एंट्री और फलस्तीन पर स्टेंड बरकरार
त्यागी ने कहा कि वह लंबे समय से नीतीश कुमार से उन्हें प्रवक्ता पद से मुक्त करने के लिए कह रहे थे. पार्टी अध्यक्ष ने उन्हें राजनीतिक सलाहकार के रूप में अपने पद पर बने रहने को कहा. उन्होंने कहा कि ‘लेटरल एंट्री’ का उनका विरोध समाजवादी राजनीति के अनुरूप था और फलस्तीन के लिए समर्थन भारत की ऐतिहासिक स्थिति को दर्शाता है.
त्यागी एनडीए के एकमात्र नेता थे जिन्होंने कुछ विपक्षी सांसदों और अन्य लोगों के साथ एक बयान पर हस्ताक्षर किए, जिसमें उन्होंने फलस्तीनियों के ‘नरसंहार’ के लिए इजराइल की निंदा की गई थी. इसी क्रम में उन्होंने भारत से इजराइल को किसी भी तरह के हथियार की आपूर्ति नहीं करने के लिए कहा था
नेहरू, वाजपेयी की प्रशंसा, राहुल पर कटाक्ष
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘सरकार को कोई खतरा नहीं है. इसे कहीं से भी कोई चुनौती नहीं है, न विपक्ष से और न ही अपने सहयोगियों से. यह अपना कार्यकाल पूरा करेगी.’ इस दौरान जेडीयू नेता ने जवाहरलाल नेहरू और अटल बिहारी वाजपेयी की भी सराहना की. त्यागी ने कहा कि नेहरू को अपनी गलतियों के लिए माफी मांगने में कोई हिचक नहीं थी. वहीं, वाजपेयी ने पहले वामपंथियों को विरोध करने के लिए उकसाया. फिर इसका इस्तेमाल इराक युद्ध में भारत को शामिल करने के अमेरिका के प्रयास को नाकाम करने के लिए किया.
हालांकि, त्यागी ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी अब अन्य पिछड़े वर्ग के हितों की वकालत कर रहे हैं. लेकिन उनके पिता राजीव गांधी ने मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू करने के वीपी सिंह सरकार के फैसले का विरोध करने के लिए संसद में ढाई घंटे से अधिक देर तक भाषण दिया था.
नीतीश कुमार अब कहीं नहीं जाएंगे- केसी त्यागी
नीतीश कुमार के गठबंधन बदलने के इतिहास पर उन्होंने कहा कि हर पार्टी ने अपने विरोधियों से हाथ मिलाया है. उन्होंने कई उदाहरण दिए, जिनमें कांग्रेस का डीएमके के साथ जाना और बीजेपी का नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, दोनों से अलग-अलग समय पर हाथ मिलाना शामिल है. वहीं, उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि नीतीश कुमार थोड़े ज्यादा बदनाम हो गए हैं. त्यागी ने जोर दिया कि नीतीश कुमार अब कहीं नहीं जाएंगे. बीजेपी के साथ ही रहेंगे.
Sep 06 2024, 10:41